Easy Hindi

केंद्र एव राज्य की सरकारी योजनाओं की जानकारी in Hindi

दीपावली पर निबंध हिंदी में | Diwali Par Nibandh | Diwali Essay in Hindi 2023

  • Festival 2024

Diwali Essay in Hindi

Diwali Par Nibandh:- दीपावली हिंदुओं का एक प्रमुख त्योहार है पूरे भारत में इसे हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है दीपावली मनाने के पीछे की कहानी काफी रोचक है I ऐसा कहा जाता है कि इसी दिन भगवान श्री राम अपनी पत्नी सीता के साथ अपनी नगरी अयोध्या वापस आए थे I जिसके कारण वहां के निवासियों ने दीप जला कर उनका स्वागत किया था .दीपावली को बुराई पर अच्छाई के जीत के तौर पर भी देखा जाता है | इसके पीछे की वजह है कि भगवान श्रीराम ने रावण को युद्ध में हराकर ही अपने नगर वापस आए थे I इसलिए दीपावली का त्यौहार अपने आप में काफी महत्वपूर्ण है I ऐसे में अगर आप एक छात्र हैं और दिवाली पर निबंध लिखना चाहते हैं लेकिन आपको समझ में नहीं आ रहा है कि आप दीपावली के ऊपर एक बेहतरीन Deepavali Essay in Hindi 2023   कैसे लिखें तो हम आपसे निवेदन करेंगे कि हमारे आर्टिकल पर आखिर तक बने रहे हैं चलिए शुरू करते हैं:–

Deepawali

Diwali Par Nibandh 2023 – Overview

दीपावली भारत का एक प्रमुख त्यौहार है I इसे भारत के प्रत्येक राज्य में मनाया जाता है I दीपावली का अपने आप में एक खास महत्व है I दीपावली के दिन पर हम अपने घर में माता लक्ष्मी और गणेश जी की पूजा करते हैं I छोटे बच्चे विशेष तौर पर इस दिन पटाखा जलाते हैं I इसके अलावा घर को हम भिन्न प्रकार के रंग बिरंगी लाइट के द्वारा सजाते हैं I इस दिन पूरा वातावरण प्रकाश में रहता है चारों तरफ प्रकाश ही प्रकाश दिखाई पड़ता है I

Diwali ka Nibandh

दीपावली का त्यौहार 2023 में 12 नवंबर को हर्षोल्लास के साथ मनाया जाएगा I इस दिन हम सभी लोग अपने घर में माता लक्ष्मी भगवान गणेश की पूजा करते हैं I इसके 2 दिन पहले धनतेरस का भी त्यौहार हम मनाते हैं और उस दिन घर के अंदर कुबेर और भगवान धन्वंतरि की पूजा करते हैं I ऐसा है कि कुबेर की पूजा करने से आपके घर में धन में वृद्धि होगी क्योंकि कुबेर को जन्म का देवता माना जाता है और अगर आप धनवंतरी की पूजा करते हैं तो आप हमेशा स्वस्थ रहेंगे क्योंकि धनवंतरी को आधुनिक शल्य चिकित्सा का जनक कहा जाता है I

दीपावली पर निबंध कक्षा- 3/ 4 /5 /6 /7 8 /9 10

 दीपावली एक विशेष प्रकार का हिंदू पर्व है और इसे कार्तिक मास की अमावस्या के दिन मनाया जाता है I इसे हम लोग ज्योति और प्रकाश उत्सव के रूप में भी जानते हैं इसकी प्रमुख वजह है कि इस दिन दीप जलाए जाते हैं I दीपावली कार्तिक अमावस्या महीने में आता है और इस महीने में ही और भी चार प्रकार के त्यौहार आते हैं I इसीलिए इस महीने लोग काफी हर्षोल्लास के साथ सभी पर्वों को मनाते हैं I दीपावली के पहले दिन धनतेरस का त्यौहार आता है जिस दिन कोई ना कोई नया वर्तन आभूषण खरीदने की मान्यता है I इसके बाद आती  छोटी दीपावली और फिर बड़ी दीपावली अगले कुछ दिनों में गोवर्धन पूजा और उसके बाद छठ पूजा इस प्रकार सभी त्योहार इसी महीने में समाप्त हो जाते है I

Diwali Quotes

Diwali Essay For Class 3 to 10

Diwali Par Nibandh For Class 3/ 4 /5 /6 /7 8 /9 10:- दीपावली त्यौहार से जुड़ी हुई कई धार्मिक और ऐतिहासिक घटना भी है समुद्र मंथन करते समय प्राप्त 14 रत्नों में से लक्ष्मी देवी प्रकट होते हैं  इसके अलावा जैन मत के अनुसार तीर्थंकर महावीर का महानिर्वाण भी किस दिन हुआ था I  भारतीय संस्कृति के आदर्श पुरुष श्री राम लंका नरेश रावण पर विजय प्राप्त कर सीता लक्ष्मण सहित अयोध्या लौटे थे उस कारण भी दीपावली मनाई जाती है I ऐतिहासिक दृष्टि से इस दिन से जुड़ी महत्वपूर्ण घटनाओं में सिक्खों के छठे गुरु हरगोविन्दसिंह मुगल शासक औरंगजेब की कारागार से मुक्त हुए थे। राजा विक्रमादित्य सिंहासन पर बैठे थे I यह त्यौहार बड़े ही उत्साह के साथ मनाया जाता है और इस दिन सभी लोग दीप और मोमबत्ती जलाते हैं I इसके अलावा माता लक्ष्मी और गणेश जी की पूजा की जाती है और उसके बाद प्रसाद का वितरण सभी लोगों के बीच में किया जाता है I

दिवाली स्टेटस हिंदी में

दीपावली पर निबंध हिंदी में 10 लाइन (Diwali Essay 10 Lines)

Diwali Essay 10 Lines

  • दीपावली हिंदुओं का विशेष पर्व है I
  • दीपावली के दिन माता लक्ष्मी और भगवान गणेश की पूजा की जाती है I
  • दिवाली त्यौहार धनतेरस, नरक चतुर्दशी, दिवाली, गोवर्धन पूजा और भैया दूज त्यौहार का समूह माना जाता है।
  • दीपावली के दिन पूजा समाप्त होने के बाद हम सभी अपने बड़ों का आशीर्वाद देते हैं
  • दिवाली के दिन हम अपने घरों को रंग बिरंगी लाइटों के द्वारा सजाते हैं I
  • होली पर नई चीजें खरीदना काफी शुभ माना जाता है I
  • दीपावली लोग एक दूसरे को उपहार और मिठाइयों का भेंट देते है।
  • दीपावली पर छोटे बच्चे काफी पटाखा जलाते हैं
  • दीपावली पर्व को बुराई पर अच्छाई की जीत के रूप में मनाया जाता है I
  • दीपावली कार्तिक पूर्णिमा महीने में मनाई जाती है I

Also Read: दिवाली शायरी हिंदी में

दीपावली पर निबंध 20 लाइन ( Dipawali Per 20 Lines)

  • दीपावली भारत का सबसे बड़ा पर्व है।
  • दिवाली एक प्रमुख हिंदू त्यौहार है .
  •  दीपावली को प्रकाश का पर्व भी कहा जाता है
  • दीपावली के दिन भगवान श्री राम 14 वर्ष के वनवास के बाद अयोध्या वापस आए थे
  • भगवान राम के आने की खुशी में अयोध्या के लोगों दीप जलाए थे
  • Diwali त्योहार पूरे 5 दिन मनाया जाता है
  • दिवाली के दिनों घरों लाइटों से सजाए जाते हैं
  • इस दिन भगवान गणेश जय माता लक्ष्मी की पूजा की जाती है I
  • दीपावली के शुभ अवसर पर छोटे बच्चे पटाखे कुछ चलाते हैं
  • दिवाली के त्यौहार से पहले घर के साफ-सफाई काफी अच्छी तरह से की जाती है
  • दीपावली के पांचवे दिन को भाई बीज का त्यौहार मनाया जाता है।
  • दिवाली के दिन दीप जलाए जाते हैं I
  • दिवाली का त्यौहार अमावस्या की रात को मनाया ऐसी मान्यता है कि दीप जलाने से आपके जीवन का अंधकार दूर हो जाएगा
  • दिवाली से पहले धनतेरस और धनतेरस के बाद छोटी दिवाली आती है छोटी दिवाली के बाद गोवर्धन की पूजा होती है और उसके अगले दिन भैया दूज आता है।
  • दीवाली की रात को लोग माता लक्ष्मी की पूजा कर लोग धन की प्राप्ति करते हैं और गणेश जी की पूजा कर उन्हें गणेश जी की विशेष कृपा प्राप्त होती है जिसे उनके जीवन में अगर कोई भी संकट या दुख है तो उसका निवारण हो जाएगा
  • भगवान श्री राम ने रावण का वध कर अपनी पत्नी सीता और भाई लक्ष्मण के साथ अयोध्या आए थे
  • दीपावली को बुराई पर अच्छाई की जीत के रूप में देखा जाता है I
  • हर साल कार्तिक मास की अमावस्या की रात को दिवाली का त्यौहार मनाया जाता है।
  • दीपावली कार्तिक पूर्णिमा महीने में मनाई जाती है
  • मिठाई की दुकाने सजने लगती हैं बाज़ारों में पटाखों और फुलझड़ियों की दुकाने सजती हुई दिखाई देती हैं I

दीपावली पर निबंध 150 शब्द | Diwali Per Nibandh (150 Words)

Diwali Par Nibandh :- भारत में दीपावली का त्यौहार बहुत ही धूम-धाम से मनाया जाता हैं। इस त्यौहार को हिन्दू धर्म के परंपरा और मान्यता के अनुसार मनाया जाता है दीपावली के पहले घर की साफ सफाई की जाती है उसके बाद दीपावली के दिन घर में माता लक्ष्मी और भगवान गणेश जी की मूर्ति स्थापित कर विधि विधान के साथ पूजा की जाती है ताकि आपके ऊपर माता लक्ष्मी की विशेष कृपा बनी रहे I इस दिन पूजा समाप्त होने के बाद प्रसाद का वितरण किया जाता है और लोगों के घरों में जाकर मिठाई देने की भी परंपरा है इस दिन सभी व्यक्ति ने नए कपड़े पहनते हैं और छोटे बड़े सभी पटाखा जलाते हैं I दीपावली मनाने के पीछे सबसे प्रमुख वजह है कि इसी दिन भगवान श्रीराम अपनी पत्नी सीता के साथ अयोध्या वापस आए थे और उनके आने की खुशी में वहां के निवासियों ने दीप जलाकर उनका स्वागत किया था तभी से दीपावली मनाने की परंपरा स्थापित हो चुकी है तभी से दीपावली मनाने का प्रयास शुरू हुआ I

Also Read: दीपावली पर कविता हिंदी में

दीपावली पर निबंध 200 शब्दों में | Diwali Par Nibandh 200 Words

Diwali Per Nibandh :- हम भारत देश में रहते हैं जिसे अलग-अलग धर्मों में एकता, संस्कृति, रीति-रिवाजों और अलग-अलग उत्सवों की वजह से जाना जाता है। भारत को त्योहारों का देश कहा जाता है I यहां पर विभिन्न प्रकार के त्योहार मनाए जाते हैं I ऐसे में दीपावली भी भारत का एक प्रमुख त्योहार है दीपावली मनाने के पीछे क्या कारण है कि इस दिन भगवान श्री राम अपनी नगरी अयोध्या वापस आए थे  I उनके आने की खुशी में दीपावली बनाने की परंपरा शुरू हुई I

दीपावली को हम सभी लोग अपने घर को रंग बिरंगी लाइट से सजाते हैं I इसके अलावा घर में विभिन्न प्रकार के पकवान बनते हैं I हर एक व्यक्ति एक दूसरे के घर में जाता है और वहां पर जाकर दीपावली की हार्दिक बधाइयां देता है I इसके अलावा पूजा संपन्न होने के बाद हम प्रसाद का वितरण करने दूसरे के घर में जाते हैं और वहां पर जाने के बाद हमें वहां से भी प्रसाद मिलता है I दीपावली एक प्रकार का भाईचारा त्यौहार है  I सभी लोग गले मिलते हैं I दीपावली आने से पहले हम अपने घर की साफ सफाई अच्छी तरह से करते हैं उसके बाद ही दीपावली का त्यौहार हम मनाते हैं I

दिवाली पर निबंध 500 शब्द | Diwali Par Nibandh 500 Words

भूमिका : भारत दुनिया का ऐसा देश है I जहां पर विभिन्न धर्म के मानने वाले लोग रहते हैं और यहां के त्यौहार भी काफी अलग अलग है I इसलिए भारत में प्रत्येक महीने कोई ना कोई त्यौहार आता ही रहता है I ऐसे में दीपावली हिंदुओं का एक विशेष त्यौहार है  I इसी दिन भगवान श्री राम ने रावण का वध किया था और उसके बाद अपनी पत्नी सीता को रावण के कैद से आजाद करवाया और उसके बाद उन्हें लेकर अयोध्या गए I जिसके कारण आज आवासी बहुत ज्यादा खुश है और श्री राम के आने की खुशी में उन्होंने पूरे नगर में दीप जलाए I जिसके बाद से ही दीपावली मनाने की परंपरा और प्रथा शुरू हो गई जो आज तक कायम है I

वर्षा ऋतु समाप्त होने के बाद जब शीत ऋतु का आगमन होता है तो उसे समय दीपावली का त्यौहार हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है I इस त्यौहार को पांच दिनों तक मनाया जाता है जिसमें धनतेरस, छोटी दीपावली, बड़ी दीपावली, गौधन, भाई दूज आदि त्यौहार बनाए जाते हैं

दीपावली का अर्थ :

दीपावली दो शब्दों से मिलकर बना है जो संस्कृत से लिया गया है जिसका अर्थ होता है दीपों की पंक्ति या दीपों से सजी हुई पंक्ति। रीना अधिक मात्रा में दीप और मोमबत्तियां जलाई जाती हैं जिसके कारण दीपावली को दीपोत्सव कहा जाता है I

दीपावली का महत्व :

दीपावली को पूरे भारत में बहुत ही खुशी और धूम-धाम से मनाया जाता है। दीपावली को अंधकार पर प्रकाश बुराई पर अच्छाई और अज्ञानता पर ज्ञान की विजय के रूप में देखा जाता है दीपावली को सुंदर और तरीके से मनाया जाता है इस दिन भारत के प्रत्येक राज्य में विभिन्न प्रकार के दीपावली संबंधित कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं जिसमें अधिक से अधिक लोग भाग लेते हैं इसके अलावा घरों में माता लक्ष्मी और भगवान गणेश जी की विधि विधान के साथ पूजा की जाती है उसके बाद लोग दूसरे के घर प्रसाद देने के लिए जाते हैं  I दीपावली के दिन लोग बर्तन सोना मिठाइयां कपड़े इत्यादि खरीदते हैं और पैसे खर्च करते हैं उनका मानना है कि इस दिन अगर वह पैसे माता लक्ष्मी के चरणों में अर्पित करेंगे तो उनके धन में वृद्धि होगी I

इस दिन का महत्त्व पांडवों की वजह से भी बढ़ जाता है क्योंकि इसी दिन पांडवों 13 वर्ष का वनवास समाप्त हुआ था I इसके अलावा दीपावली मनाने के पीछे और भी एक रोचक कहानी है ऐसा कहा जाता है कि आज के दिन ही माता लक्ष्मी का जन्म हुआ था और उन्होंने भगवान विष्णु से विवाह किया था जिसके कारण इस दिन को दीपावली के रूप में मनाया जाता है I

दीपावली की बुराईयाँ :

कोई भी त्यौहार या पर अब खराब नहीं होता है लेकिन उसे खराब करने का काम इंसान ही करते हैं I दीपावली के दिन कई लोग घर में जुआ और शराब का भी सेवन करते जो कि इस महान पर्व के लिए कलंक के समान है I ऐसा करने वाले लोगों की संख्या अधिक है I इसलिए हमें दीपावली त्यौहार को काफी हर्षोल्लास और पवित्र तौर पर बनाना चाहिए ना की कुरीतियों जैसे काम कर I

इसके अलावा आज के समय  आवाज वाले पटाखे का इस्तेमाल किया जाता है I जिसके कारण वायु प्रदूषण और ध्वनि प्रदूषण जैसी समस्या उत्पन्न होती है I जिससे हमारा वातावरण प्रदूषित होता है I और इसका खामियाजा आने वाले पीढ़ी और हमें भी भुगतना पड़ेगा I इसलिए हमें दीपावली के दिन पटाखों का इस्तेमाल कम करना होगा और अगर आप पटाखा जलाना चाहते हैं तो ऐसे पटाखे का इस्तेमाल करें जिसकी आवाज ना के बराबर हो I

Diwali Par Nibandh PDF Download:

Download PDF :

FAQ. Diwali Par Nibandh 2023

Q: भारत में दिवाली का त्यौहार क्यों मनाया जाता है.

Ans: दीपावली का त्योहार पौराणिक कथा के अनुसार इसी दिन भगवान श्रीराम 14 वर्षों के वनवास के बाद अयोध्या वापस आए थे I इसीलिए इस दिन को दीपावली मनाया जाता है

Q. क्या भारत के अलग-अलग राज्यों में दिवाली को एक ही रूप में मनाया जाता है ?

Ans बिल्कुल नहीं प्रत्येक राज्य में दीपावली मनाने की परंपरा और रीति-रिवाज अलग है

Q: दीपावली में माता लक्ष्मी और भगवान गणेश की पूजा क्यों की जाती है ?

Ans; दीपावली के दिन माता लक्ष्मी और गणेश जी की पूजा की जाती है इसके पीछे की वजह है कि माता लक्ष्मी को धन का देवी कहा जाता है और भगवान गणेश को बुद्धि का इसलिए अगर आपके पास बुद्धि होगी तभी तो आप धन का सदुपयोग कर पाएंगे I

Q वर्ष 2023 में दीपावली का त्यौहार कब मनाया जायेगा?

12 नवंबर 2023 को दीपावली का त्यौहार मनाया जायेगा

इस ब्लॉग पोस्ट पर आपका कीमती समय देने के लिए धन्यवाद। इसी प्रकार के बेहतरीन सूचनाप्रद एवं ज्ञानवर्धक लेख easyhindi.in पर पढ़ते रहने के लिए इस वेबसाइट को बुकमार्क कर सकते हैं

Leave a reply cancel reply.

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Save my name, email, and website in this browser for the next time I comment.

Related News

Blood Donation day। रक्त दान

Blood Donation day। रक्त दान दिवस कब और क्यों मनाया जाता है ?

How to concentrate in study।पढाई में मन कैसे लगाए

How to concentrate in study। पढाई में मन कैसे लगाए

April Fool’s day history, jokes

April Fool’s day, History। अप्रैल फूल डे क्यों मनाया जाता है

IPL 2024 Player List in Hindi

IPL 2024 Player List in Hindi (Updated) – आईपीएल 2024 की अपडेटेड प्लेयर लिस्ट

  • Now Trending:
  • Nepal Earthquake in Hind...
  • Essay on Cancer in Hindi...
  • War and Peace Essay in H...
  • Essay on Yoga Day in Hin...

HindiinHindi

Essay on diwali in hindi दिवाली पर निबंध.

Know information about essay on Diwali in Hindi for kids and read an essay on Diwali in Hindi. दिवाली पर निबंध हिंदी मे। Read an essay on Diwali in Hindi language in 200, 300, 350, 400, 500 and 1000 words. You will find results for Diwali essay in Hindi or Hindi Essay about Diwali. These days most students want to know about Diwali festive. We have added Diwali essay in Hindi for kids as well as young students who want to give the competitive exams. Essay on Diwali in Hindi is one of the most frequently asked questions in classes 1, 2, 3, 4, 5, 6, 7, 8, 9, 10, 11 and 12.

hindiinhindi Essay on Diwali in Hindi

Essay on Diwali in Hindi 200 Words

भारत एक त्यौहारों का देश है। यहाँ पर कई त्यौहार मनाए जाते है उनमें से एक हैं दीवाली। दीवाली या दीपावली भारत का एक बड़ा त्यौहार है। दीपावली का मतलब ‘दीपक की पंक्ति है’। यह त्यौहार राम जी के चौदह वर्ष बाद बनवास से अध्योया वापिस लौट आने की खुशी में मनाया जाता है। इस दिन अध्योया के लोगों ने उनका स्वागत धी के दीपक जलाकर किया था। यह त्यौहार बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक है।

लोग इस त्यौहार को बहुत हर्ष और उल्लास के साथ मनाते है। लोग अपने घरों को दीपक से सजाते है और हर तरफ रोशनी फैलाते है। शाम के वक्त माता लक्ष्मी जी की और गणेश जी की पूजा की जाती है। पूजा के बाद बच्चे पटाखे जलाते है। यह त्यौहार रिश्तेदारों तथा दोस्तों को मिठाईयॉ बॉटकर, तोहफे देकर मनाया जाता है। यह त्यौहार हिन्दुओं के लिए बहुत महत्वपूर्ण है और वह बेसब्री से इस त्यौहार का इंतजार करते हैं। हमें बुराई पर अच्छाई की जीत जो इस त्यौहार का प्रतीक है, इससे कुछ सीख लेनी चाहिए और कोई भी गलत काम नहीं करना चाहिए।

Essay on Diwali in Hindi 250 Words

दीपावली यानी रोशनी, सजावट, पटाखे, मिठाई, और हाँ, स्कूल की लंबी छुट्टियाँ भी! अब ऐसे त्योहार का भला किसे इंतजार नहीं रहेगा! क्या बच्चे, क्या बड़े सभी दीपावली का बेसब्री से इंतजार करते हैं। दीपावली का अर्थ है – दीपों की पंक्ति। माना जाता है कि इस दिन अयोध्या के राजा श्री रामचंद्र चौदह बरस के वनवास के बाद अयोध्या लौटे थे। लोगों ने अपने राजा के स्वागत में घी के दीपक जलाए थे। उस समय अमावस्या की अँधेरी रात दीयों की रोशनी से जगमगा उठी थी। तब से आज तक यह त्योहार कार्तिक मास की अमावस्या को उसी उमंग, उसी जोश के साथ मनाया जाता है।

दीपावली कई दिनों तक मनाया जाने वाला त्योहार है। दशहरे के बाद से ही इसकी तैयारियाँ शुरू होने लगती हैं। घरों और दुकानों की साफ-सफाई, और रँगाई-पुताई की जाती है। यहाँ तक कि गली-मोहल्लों में भी रंग-बिरंगी झालरों से सजावट की जाती है। लोग नए कपड़े खरीदते हैं। घरों में मिठाइयाँ और पकवान बनाए जाते हैं।

दीपावली से दो दिन पहले धनतेरस का त्योहार मनाया जाता है। इस दिन घर में एक दीया जलाया जाता है और बर्तन खरीदे जाते हैं। इसके अगले दिन छोटी दीपावली मनाई जाती है। इस दिन भी खूब रोशनी की जाती है और बड़ी दीपावली की सारी तैयारियाँ पूरी कर ली जाती हैं।


अगले दिन यानी बड़ी दीपावली को सुबह से ही लोग अपने मित्रों और, रिश्तेदारों के घर मिठाइयाँ और पकवान लेकर शुभकामनाएँ देने जाने लगते हैं। शाम को माँ लक्ष्मी और गणेशजी की पूजा की जाती है। सभी घर, गलियाँ और बाजार दीयों, मोमबत्तियों और रंगीन बल्बों से जगमगा उठते हैं। भले ही देश के अलग-अलग राज्यों में इसे अलग-अलग तरह से मनाया जाता हो, पर यह हर जगह खुशियाँ लेकर आता है।

Essay on Diwali in Hindi 300 Words

भारत त्यौहारों का देश है और दिवाली भारत में हिन्दुओं द्वारा मनाया जाने वाला सबसे बड़ा त्योहार है। यह त्यौहार प्रतिवर्ष कार्तिक मास की अमावस्या को मनाया जाता है। दीपों का खास पर्व होने के कारण इसे दीपावली या दिवाली नाम दिया गया है। दीपावली का मतलब होता है, दीपों की अवली यानि पंक्ति। दिवाली दशहरा के 20 दिन बाद अक्टूबर या नवंबर महीने में मनाया जाता है। दशहरे के बाद से ही घरों में दिवाली की तयारियाँ शुरू हो जाती है। इस दिन ही अयोध्या के राजा श्री राम ने लंका के अत्याचारी राजा रावण का नाश कर और चौदह वर्ष का वनवास काटकर सीता, लक्ष्मण सहित अयोध्या वापस लौटकर आये थे। उनकी विजय और आगमन की खुशी में अयोध्यावासियों ने पूरे नगर को घी के दीयों से प्रकाशित कर दिया था। उस दिन से ही प्रत्येक वर्ष भारतवासी इस दिन दीप जलाकर अपना हार्दिक हर्षोउल्लास प्रकट करते हैं और एक दूसरे को मिठाईया खिलाकर अपनी प्रसन्ता जाहिर करते है।

दिवाली से कुछ दिन पहले से ही घर, दुकान और कार्यालय की साफ़ – सफाई की जाती है क्यूंकि ऐसा माना जाता है कि दिवाली के दिन अपने घर, दुकान, और कार्यालय आदि में सफाई रखने से उस स्थान पर लक्ष्मी माता का प्रवेश होता है। इस दिन सभी लोग खास तौर से बच्चे उपहार, मिठाईयां, पटाखे और नये कपड़े बाजार से खरीदते हैं। दिवाली के दिन घर, दुकान, कार्यालय में लक्ष्मी और गणेश पूजा की जाती है। पूजा संपन्न होने के बाद सभी एक दूसरे को प्रसाद और उपहार बाँटते हैं तथा साथ ही ईश्वर से अपने जीवन और दूसरों की खुशियों की कामना करते हैं। शाम के समय सभी अपने घर में पूजा करने के बाद घरों को दीयों से सजाते हैं और अंत में पटाखों और विभिन्न खेलों से सभी दिवाली की मस्ती में डूब जाते है।

दिवाली सभी के लिये एक महत्वपूर्ण उत्सव है क्योंकि यह लोगों के लिये खुशी और आशीर्वाद लेकर आता है। इसी दिन लोग बुरी आदतों को छोड़कर अच्छी आदतों को अपनाते हैं। इस दिवाली के साथ ही बुराई पर अच्छाई की जीत के साथ ही नए सत्र की शुरुआत भी होती है। सभी भारतीयों के लिए दिवाली एक प्रिय त्यौहार है।

Essay on Diwali in Hindi 350 Words

भारत त्योहारों की भूमि के रूप में जाने वाला महान देश है। यहाँ प्रसिद्ध और सबसे ज्यादा मनाया जाने वाले त्योहारों में से एक दीवाली या दीपावली है। दीवाली हिंदुओं का एक महत्वपूर्ण त्योहार है, जो देश भर में और साथ ही देश के बाहर हर साल मनाया जा रहा है। यह रोशनी का त्योहार है, जो कि लक्ष्मी के घर आने और बुराई से सच्चाई की जीत का प्रतीक है। यह तब मनाया जाता है, जब 14 वर्ष के वनवास के बाद भगवान राम, सीता और लक्ष्मण अयोध्या लौटे थे और अयोध्या के लोगों ने उनका तेल का दीपक जलाकर स्वागत किया था। यही कारण है कि इसे ‘प्रकाश का महोत्सव’ कहा जाता है। इस दिन भगवान राम ने लंका के राक्षस राजा, रावण को मार डाला ताकि पृथ्वी को बुरी गतिविधियों से बचाया जा सके। यह हिन्दू कैलेंडर द्वारा हर साल कार्तिक के महीने की अमावस्या पर मनाया जाता हैं। दीवाली के दिन हर कोई खुश होता है और एक दसरे को बधाई देता है। लक्ष्मी का स्वागत करने के लिए लोग अपने घरों कार्यालयों और दुकानों को साफ करते हैं और सफेदी भी करवाते है, वे अपने घरों को सजाते हैं, और दीपक जलाकर माता लक्ष्मी का स्वागत करते है।

दिवाली के त्योहार में पांच दिन का जश्न है जिसे आनंद और प्रसन्नता के साथ मनाया जाता है। दिवाली का पहला दिन धनतेरस के रूप में जाना जाता है, दूसरे दिन नारका चतुर्दशी या छोटी दिवाली है, तीसरी दिन मुख्य दीवाली या लक्ष्मी पूजा है,चौथे दिन गोवर्धन पूजा है और पांचवे दिन भैया दौज है। दिवाली समारोह के पांच दिनों में से प्रत्येक का अपना धार्मिक और सांस्कृतिक विश्वास है। दिवाली त्योहार पूरे देश का त्योहार है। यह हमारे देश के प्रत्येक नुक्कड़ और कोने में मनाया जाता है। इस प्रकार यह त्यौहार भी लोगों के बीच एकता की भावना पैदा करता है। यह एकता का प्रतीक बन गया है। भारत इस त्यौहार को हजारों सालों से मना रहा है और आज भी इसे जश्न और उल्लास के साथ मनाया जाता है, जो ऐतिहासिक और धार्मिक दोनों है।

Essay on Diwali in Hindi 400 Words

दीपावली बच्चो का सबसे मन-पसंदिदा त्यौहार है। यह उन्हें पटाके चलने के साथ साथ जश्न मानाने का भी मौका देता है। दीपावली के साथ जुडी बहुत कहानिया है। दीपावली का त्यौहार भगवान राम व पत्नी सीता और उनके भाई लक्ष्मण का 14 वर्षो के बनवास काटने के बाद उनकी वापसी के सम्मान के रूप में मानते हैं। ऐसा कहा जाता है की प्रभु श्री राम ने लंका-पति रावण को मर जब अयोध्या में वापिसी की थी, इसी ख़ुशी में प्रभु के स्वागत के लिए दीपवाली मनाई जाती है। विष्णु के “वामन” अवतार द्वारा महाबली चाकुरवर्ती की हार भी इसी दिन हुई थी।

दीवाली से एक दिन पहले नरक चतुदर्शी का त्यौहार होता है जिसे लोग अगले दिन दीप और पटाखों के साथ इस अवसर को मनाते है। दिवाली का अर्थ ही दीपों की पंक्तियां है। दिवाली सिर्फ हिंदुओं का ही नहीं बल्कि जैन और सिख लोग भी इसे अपने-अपने कारन इस त्यौहार को मनाते हैं। जैन:ओ के आखिरी देवता वर्धमान महावीर का निर्माण भी इसी दिन हुआ था। इस दिन पर लोग धन की देवी माँ लक्ष्मी देवी जी की पूजा करते हैं। माना जाता है कि इसे जिन माता लक्ष्मी अपने भक्तों को दर्शन देती हैं। दरअसल दिवाली का दूसरा नाम ही लक्ष्मी पूजा है। मारवाड़ी लोक भी इसी दिन माँ लक्ष्मी पूजा को बहुत महत्व देते हैं, यहां तक कि उनका नया साल की दिवाली के साथ ही शुरू होता है।

दिवाली के दिन सभी सुबह जल्दी उठकर स्नान करके, नए कपड़े पहनते हैं, स्वादिष्ट मिठाई के साथ अपना दिन बताते हैं। घर में छोटे-बड़े श्रद्धा के साथ लक्ष्मी जी की पूजा करते हैं। सूर्यास्त में दीपक जलाते हैं और पटाखे भी फोड़ते हैं। अमृत की अंधेरी रात में दीपावली पर जलाया दीपक चमक उठता है। दिवाली पर आतिशबाजी सर्दियों की ठंडक कम कर देती है। दिवाली की रात जैसे ही गाढ़ी हो जाती है और पटाखों का शोर कम हो जाता है, अगले वर्ष तक रहने वाली खुशियां लिपटकर बच्चे अपने बिस्तर पर सो जाते हैं।

Essay on Diwali in Hindi 450 Words

दिवाली हिन्दुओं का एक प्रसिद्ध त्यौहार है। दीपावली को दीपों का त्यौहार भी कहा जाता है। इस दिन लोग अपने घरों पर मोमबत्तियों और दीपकों की कतार लगा देते है। यह त्यौहार कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की अमावस्या को पूरे भारत में बड़ी धूमधाम और उत्साह के साथ मनाया जाता है। यह त्यौहार विशेष रूप से पांच दिन तक होता है। पहले दिन धनतेरस के रूप में जाना जाता है, जिसे देवी लक्ष्मी की पूजा करके मनाया जाता है। दूसरे दिन नरका चतुर्दशी या छोटी दिवाली के रूप में जाना जाता है, जिसे भगवान कृष्ण की पूजा करके मनाया जाता है। तीसरे दिन मुख्य दिवाली दिवस के रूप में जाना जाता है जिसे देवी लक्ष्मी की पूजा करके मनाया जाता है।

चौथे दिन भगवान कृष्ण की पूजा करके गोवर्धन पूजा के रूप में जाना जाता है। लोग अपने दरवाजे पर पूजा करके गोबर के गोवर्धन बनाते हैं। पांचवें दिन यम द्वितिया या भाई दौज के रूप में जाना जाता है। जिसे भाइयों और बहनों द्वारा मनाया जाता है। दिवाली पर दीपों, मोमबत्तियों और बिजली के बल्बों से इतनी रौशनी की जाती है की अमावस्या की रात पूर्णिमा की रात जैसे जगमगाती है। कहा जाता है की इस दिन श्रीराम 14 साल बनवास काटकर तथा रावण का वध कर, सीता और लक्ष्मण के साथ अयोध्या लौटे थे। इसके आने की खुशी में अयोध्या के लोगों ने दिये जलाये थे। साथ ही हर घर मिठाईयां बाँटी थी। इसीलिए दिवाली को बुराई पर अच्छाई की विजय का प्रतीक भी माना जाता है।

ऐसा माना जाता है कि इस दिन अपने घर, दुकान, और कार्यालय आदि में साफ-सफाई रखने से उस स्थान पर लक्ष्मी का प्रवेश होता है। दिवाली के दिन घरों को दीयो से सजाना और पटाखे फोडने का भी रिवाज है। ऐसी मान्यता है कि इस दिन नई चीजों को खरीदने से घर में लक्ष्मी माता आती है। इस दिन सभी लोग खास तौर से बच्चे उपहार, पटाखे, मिठाइयां और नये कपडे बाजार से खरीदते है। शाम के समय, सभी अपने घर में लक्ष्मी आराधना करने के बाद घरों को रोशनी से सजाते है। पूजा संपन्न होने पर सभी एक दूसरे को प्रसाद और उपहार बाँटते है, साथ ही ईश्वर से जीवन में खुशियों की कामना करते है।

अंत में पटाखों और विभिन्न खेलों से सभी दीवाली की मस्ती में डूबा जाते है। दीपावली का त्योहार सभी के जीवन को खुशी प्रदान करता है। नया जीवन जीने का उत्साह प्रदान करता है। अंधकार पर प्रकाश की विजय का यह पर्व समाज में उल्लास, भाईचारे व प्रेम का संदेश फैलाता है। दीप जलते रहें मन से मन मिलते रहें, गिले शिकवे सारे मन से निकलते रहें, सारे विश्व मे सुख-शांति की प्रभात ले आये, ये दीपो का त्योहार खुशी की सौगात ले आये…

Essay on Diwali in Hindi 500 Words

जन-जन ने हैं दीप जलाए, लाखों और हज़ारों ही । धरती पर आकाश आ गया, सेना लिए सितारों की ।

भूमिका – ‘दीपावली’ का अर्थ होता है – ‘दीपों की आवली या पंकित’ यह त्यौहार कार्तिक मास की अमावस को मनाया जाता है । यह सब धर्मो का सबसे बड़ा त्यौहार है । इस दिन लोग अमावस की काली रात को असंख्य दीपक जलाकर पूर्णिमा में बदल देते हैं ।

इतिहास : इस त्योहार को मनाने के कारणों में सबसे प्रमुख कारण है इस दिन भगवान श्री राम लंका के राजा रावण को मारकर तथा वनवास के चौदह वर्ष पूरे कर सीता और लक्ष्मण सहित अयोध्या लोटे थे । उनके स्वागत में अयोध्यावासियों ने घी के दीये जलाये थे ।

जैन धर्म के प्रवर्तक महावीर स्वामी तथा आर्यसमाज के संस्थापक स्वामी दयानंद और अट्ठेत वेदान्त के संस्थापक स्वामी रामतीर्थ को इसी दिन निर्वाण प्राप्त हुआ था । सिक्ख भाई भी दीवाली को बड़े धूमधाम से मनाते है क्योंकि छठे गुरु हरगोबिंद सिंह जी 52 राजाओं को ग्वालियर की जेल से मुक्त करवाकर लाए थे । इन सबकी पवित्र याद में सब धर्मो के द्वारा यह दिन बड़े सम्मान से मनाया जाता है । दीपावली से दो दिन पूर्व ” धनतेरस’ मनाई जाती है । इस दिन लोग नए बर्तन खरीदना शुभ मानते हैं । अगले दिन चौदस के घरों का कूड़ा-कर्कट बाहर निकाला जाता है और छोटी दीवाली मनाई जाती है क्योंकि इस दिन भगवान श्री कृष्ण ने नरकासुर का वध किया था ।

मनाते की तैयारी : दीपावली है कुछ दिन पहले ही लोग घरों की लिपाई-पुताई करवा कर उन्हें चमकाना शुरू कर देते हैं घर, बाजार सजाना शुरू कर देते हैं । मिठाइयाँ, पटाखे और सजावट की वस्तुओं से बाजार भर जाते हैं ।

” होली लाईं पूरी, दीवाली लाई भात । “

मनाने का ढंग : अमावस्या के दिन दीवाली मनाई जाती है । घरों में रोशनी की जाती है । रात को लश्मी-पूजा की जाती है । सगे-संबंधियों और मित्रों को मिठाइयाँ तथा उपहार भेजे जाते है । बच्चे बम तथा पटाखे चलाते हैं । व्यापारी लोग लक्षमी-पूता के बद नये बही-खाते शुरू करते हैं । अमृतसर की दीवाली की शोभा अनोखी होती है ।

दिवाली पूरे वातावरण में उमंग, उल्लास, उत्साह और नवीनता का संचार करती है ।

संदेश : यह त्यौहार हमे अंधेरे पर प्रकाश की विजय और बुराई पर अच्छाई की जीत की प्रेरणा देता है । कहीं-कहीं पटाखों को लापरवाही से चलाते समय बच्चों के हाथ-पाँव जल जाते है । ‘ अहिंसा परमो धर्म: ‘ का पालन करते हुए अधिकार जैन लोग पटाखे नहीं चलाते ताकि जीव हत्या न हो । ऐसा करने से धन की हानि पर भी अंकुश लगता है ।

उपसंहार : जिन महापुरषों की याद में यह दीपावली पर्व मनाया जाता है, हमें उनके आदर्शो पर चलना चाहिए। यह त्योहार सबके मनों में ज्ञान का उजाला भरे इसी शुभेच्छा के साथ हमें इसे मनाना चाहिए।

Essay on Diwali in Hindi 700 Words

आचार्य हजारी प्रसाद द्विवेदी ने एक स्थान पर लिखा है: “दीपावली प्रकाश का पर्व है। इस दिन जिस लक्ष्मी की पूजा होती है, वह गरुड़वाहिनी है; शक्ति, सेवा और गतिशीलता उसके मुख्य गुण हैं। प्रकाश और अंधकार का नियत विरोध है। अमावस्या की रात को प्रयत्नपूर्वक लाख-लाख प्रदीपों को जलाकर हम लक्ष्मी के उलुकवाहिनी रूप की नहीं, गरुड़वाहिनी रूप की उपासना करते हैं। हम अंधकार का समाज से बटकर रहने की स्वार्थपरता का प्रयत्नपूर्वक प्रत्याख्यान करते हैं और प्रकाश का, समाजिकता का और सेवावृत्ति का आह्वान करते हैं। हमें भूलना नहीं चाहिए कि यह उपासना ज्ञान द्वारा चालित और क्रिया द्वारा अनुगमित होकर ही सार्थक होती है।

”सर्वध्या दया महालक्ष्मी स्त्रिगुणा परमेश्वरी।

लक्ष्यातिलक्ष्य स्वरूपा सा व्याप्य कुत्स्नं व्यवस्थिता ।।”

अर्थात् दीपावली प्रकाश का त्योहार है। यह घने अंधकार को दूर भगाने वाले उज्ज्वल प्रकाश का त्योहार। यह मानव-मन की साम्यवादिता और पवित्रता का त्योहार है। हमारा मन परस्पर अंधी और जाग्रत दोनों ही प्रकार की वृत्तियों से युक्त होता है और ये ही दोनों हमारे सम्पूर्ण जीवन को प्रभावित करती हैं। जिस व्यक्ति में अंधी वृत्तियों का दबाव ज्यादा होता है, वह व्यक्ति अपने जीवन में जिस-जिस प्रकार के कार्यों को संपन्न करता है उन्हें प्रायः असामाजिक और कुकृत्य कहकर संज्ञानित किया जाता है। किन्तु जिस व्यक्ति में जाग्रत वृत्तियों का बाहुल्य होता है वह व्यक्ति अपने सम्पूर्ण जीवन में जितनी भी कार्यों को संपन्न करता है उन्हें सम्पूर्ण समाज पूरी हार्दिकता के साथ न केवल सम्मानीय स्थान प्रदान करता है, अपितु उन्हें सम्पूर्ण समाज का अनुकरणीय प्रतिमान के रूप में भी स्थापित करता है। दीपावली एक ऐसा ही त्योहार है जो मानव-मन की सात्विक वृत्तियों को प्रेरित, पोषित और पल्लवित करता है। वह हममें अनेकानेक ऐसे जीवन-संकल्पों को जाग्रत कराती है जो न केवल हमारे व्यक्तिगत, मनुष्योचित-विकास के प्रधान कारक होते हैं बल्कि सम्पूर्ण समाज के समुचित उन्नयन के कारक भी होते हैं।

दीपावली भारत का एक अति प्राचीन त्योहार है। कहा जाता है कि ये त्योहार महात्मा बुद्ध के समय में और गुप्तकाल में भी इसी भांति मनाया जाता था, जिस प्रकार इसे आज मनाया जाता है। दीपावली का ऐतिहासिक, पौराणिक और सांस्कृतिक महत्व भारतीयों के लिए बहुत अधिक है। उनकी आन्तरिक भावनाएं और आस्थाएं इस पर्व से पूर्णत: मिली और घुली हुई हैं।

दीपावली का पर्व जिस गहरे उत्साह और जोश के साथ मनाया जाता है उससे हम सभी लोग परिचित हैं। इस अवसर पर प्रत्येक भांति की स्वच्छता का पूरा ध्यान रखा जाता है। घरों की सफाई आदि व्यापक स्तर पर हम लोगों ने इस अवसर पर ही होती हुई देखी हैं। हम सभी लोग साफ-सुथरे वस्त्र और अन्य भांति के अनेक प्रसाधन धारण करते हैं। इस अवसर पर नाना भांति के खाद्य पदार्थ और व्यंजन तैयार किए जाते हैं। सबसे महत्वपूर्ण यह है कि इस दिन शाम को हर घर में लक्ष्मी जी की पूजा होती है ताकि प्रत्येक प्रकार की अभावग्रस्तता से हम मुक्त हो सके।

किन्तु इस व्यापक पर्व का जो सामाजिक-महत्व है उसे अत्यंत उच्चतर श्रेणी का कहा जा सकता है। द्विवेदी जी ने इसे रेखांकित करते हुए लिखा है: “आज से हजारों वर्ष पहले मनुष्य ने निश्चय किया था कि वह दरिद्रता की अवस्था में नहीं रहेगा, वह सामाजिक रूप में समृद्ध रहेगा। एक व्यक्ति नहीं, एक परिवार नहीं, एक जाति भी नहीं, बल्कि समूचा मानव समाज समृद्धि चाहता है, अदारिद्र्य चाहता है, अभावों का अन्त चाहता है, उल्लास और उमंग चाहता है दीपावली का उत्सव उसी सामाजिक मंगलेच्छा का दृश्यमान मूर्तरूप है।” अर्थात यह त्योहार एक सामान्य प्रकार का उत्सव न होकर एक अति विशिष्ट उद्देश्य और लक्ष्य से प्रेरित उत्सव है। यह पर्व समूची मानव-जाति की शुभेच्छा चाहने वाला और उस शुभेच्छा को प्राप्त करने हेतु गतिशीलता प्रदान करने वाला पर्व है।

अन्त में कहा जा सकता है कि दीपावली मात्र मनोरंजन आदि का पर्व नहीं अपितु, वह समस्त मानव सभ्यता के मूल में गतिशील रही उस जिजीविषा का पर्व है जो उसे निरन्तर मंगल की ओर, प्रकाश की ओर, हार्दिकता और मनुष्यता की ओर गतिशील बने रहने का संदेश देता है।

Essay on Diwali in Hindi 1000 Words

रूपरेखा : दीपावली का महत्त्व, दीपावली की तैयारी, दीपावली मनाने के विविध कारण, सजे-धजे बाज़ार, मनाने की विधि, लक्ष्मी पूजन का महत्त्व, गोवर्धन और भैयादूज, कतिपय कुरीतियों का समावेश और उनका निवारण, दीपावली का संदेश, उपसंहार।

दीपावली दीपों का त्योहार है। प्रकाश का त्योहार है। सुख-समृधि का त्योहार है। हर्ष-विनोद का त्योहार है। प्यार-प्रीति और उल्लास का त्योहार है। मनुष्य ने ईश्वर से सदैव अँधेरे से उजाले की ओर ले जाने की प्रार्थना की है -“तमसो मा ज्योतिर्गमय – हे प्रभु! हमें अंधकार से प्रकाश की ओर ले चलो।” यह अंधकार अज्ञान का है, अभाव का है, दीन-हीनता और गरीबी का है, आपसी वैरभाव और मनमुटाव का है। दीपावली के दिन दीप जलाकर हम जैसे संपूर्ण मानवजाति को इन सबसे मुक्त करने की कामना करते हैं, ज्ञान का प्रकाश फैलाने का संकल्प लेते हैं और गा उठते हैं – जगमग जगमग दीप जल उठे, चमक उठी है रजनी काली।

सारे भारत में शरद ऋतु में दीपावली का त्योहार किसी-न-किसी रूप में बड़े उत्साह से मनाया जाता है। कई सप्ताह पहले से ही इस त्योहार की तैयारी आरंभ हो जाती है। सभी लोग अपने घरों की सफ़ाई करते हैं। वर्षाकाल में मकानों के अंदर और बाहर जो गंदगी इकट्ठी हो जाती है, उसे निकाल दिया जाता है। मकानों की रँगाई और पुताई की जाती है, सड़कों और गलियों की विशेष सफ़ाई कराई जाती है। दुकानदार अपनी दुकानों की सफ़ाई कराकर उन्हें आकर्षक ढंग से सजाते हैं। त्योहार के समय सभी ग्राम तथा नगर बड़े ही साफ़-सुथरे दिखाई देते हैं। इसलिए हम दीपावाली को स्वच्छता का त्योहार भी कह सकते हैं।

दीपावली हमारे देश का बहुत प्राचीन त्योहार है। कहा जाता है कि दीपावली के दिन श्री रामचंद्र जी चौदह वर्ष का वनवास पूरा करके अयोध्या लौटे थे। इसलिए अयोध्यावासियों का हृदय उल्लास से भरा हुआ था। विजयी राम के स्वागत में अयोध्या नगर के निवासियों ने नगर की दीपमालाओं से सजाया था। तभी से दीपावली का त्योहार प्रतिवर्ष मनाया जाने लगा।

यह सुख-समृद्धि का त्योहार है। कृषि प्रधान देश में खरीफ़ की फ़सल इस समय तक कटकर घर में आ जाती है। घर अन्न से भर जाते हैं और लोग हर्षपूर्वक दीपावली मनाकर समृधि की देवी लक्ष्मी का पूजन करते हैं।

दीपावली का त्योहार वास्तव में प्रकाश और आनंद का पर्व है। इस अवसर पर घरों में तरह-तरह की मिठाइयाँ और पकवान बनते हैं। बाज़ार से खील, बतासे, मिठाइयाँ, खिलौने, लक्ष्मी-गणेश की मूर्तियाँ आदि खरीदकर लाई जाती हैं। बच्चे पटाखे और विभिन्न प्रकार की आतिशबाज़ी खरीदते हैं। शहर की सड़कों पर और गली में आतिशबाज़ी की दुकानें पहले से लगी रहती हैं।

दीपावली का पर्व लगातार पाँच दिनों तक मनाया जाता है – धनतेरस से लेकर भैयादूज तक। दीपावली के दो दिन पूर्व धनतेरस होती है। यह भी दीपावली का ही अंग है। धनतेरस के दिन बाज़ार सजाए जाते हैं और वे दीपावली तक सजे रहते हैं। बरतनों की दुकानों की शोभा तो देखते ही बनती है। इस दिन प्रायः सभी हिंदू परिवारों में कोई छोटा या बड़ा बरतन अवश्य खरीदा जाता है। धनतेरस के अगले दिन छोटी दीपावली होती है। छोटी दीपावली पर भी लोग कुछ दीपक जलाकर अपना उल्लास प्रकट करते हैं।

दीपावली के दिन सायंकाल में लक्ष्मी और गणेश की पूजा की जाती है। दुकानदार अपनीअपनी दुकानों पर भी लक्ष्मी-गणेश का पूजन करते हैं। इस पूजन के बाद जगमगाते दीपकों से मकानों और दुकानों की सजावट की जाती है। चारों ओर बच्चे पटाखे छोड़ते हुए घूमते हैं। शहरों में बिजली की रोशनी से भी सजावट होती है। उस समय का दृश्य बड़ा ही मनोहारी होता है। अमावस्या के गहन अंधकार के बीच छोटे-छोटे दीपों की मालाएँ बहुत आकर्षक लगती हैं। जब बच्चे जी भरकर आतिशबाज़ी छोड़ लेते हैं और पटाखों का संग्रह समाप्त हो जाता है, तब वे घर जाकर प्रसाद, खील-बतासे और मिठाइयाँ खाते हैं। लोग अपने पड़ोसियों और संबंधियों के यहाँ उपहार के रूप में खील-बतासे, मिठाई-पकवान आदि भेजते हैं। देर रात तक चहल-पहल रहती है और पटाखों की आवाज़ गूंजती रहती है।

दीपावली के दूसरे दिन गोवर्धन पूजा की धूमधाम रहती है। इस दिन लोग अपनी पशु-संपदा की पूजा करते हैं। अनेक स्थानों पर गाय-बैलों को रंगों से अलंकृत भी किया जाता है। तीसरे दिन भैयादूज (भ्रातृ द्वितीया) का पर्व मनाया जाता है। भैयादूज के दिन बहनें अपने भाइयों को तिलक करती हैं। उन्हें मिठाई खिलाती हैं और उनके मंगलमय भविष्य की कामना करती हैं।

खेद की बात है कि इस पवित्र पर्व के साथ कुछ बुराइयाँ भी जुड़ गई हैं। आजकल खतरनाक ढंग से आतिशबाज़ी छोड़ने का रिवाज़ बहुत बढ़ गया है। इसके कारण प्रायः आग लग जाने की दुर्घटनाएँ हो जाती हैं। कभी-कभी बच्चे अपने हाथ-पैर आदि जला बैठते हैं। आतिशबाज़ी से प्रदूषण भी बहुत फैलता है। यदि बच्चे आतिशबाज़ी का प्रयोग करें भी तो हलकी-फुलकी आतिशबाज़ी का प्रयोग करें और बड़ों के निर्देशन में ही करें। यह प्रसन्नता की बात है कि अब धीरे-धीरे लोगों में आतिशबाज़ी के भयंकर परिणामों के प्रति चेतना जगने लगी है।

इस पर्व पर लोग जुआ भी खेलते हैं, जिसके कारण अनेक परिवार नष्ट हो जाते हैं। यह कुरीति दीपावली के अवसर पर जैसे भी आई हो, उचित नहीं है। शायद उल्लास के इस पर्व को मनाने की उमंग में यह दुष्प्रवृत्ति बढ़ती गई। इस कुरीति को बिलकुल ही समाप्त कर देने का संकल्प लेना चाहिए। अच्छा यह होगा कि दीपावली को हम प्रकाश का ही पर्व बना रहने दें। उसे अँधरे की ओर न ठेलें। धरती पर फैले सभी प्रकार के अँधेरे को मिटाने का संकल्प लें। इस कवि की गुहार भी सुनें – जलाओ दिये पर रहे ध्यान इतना, अँधेरा धरा पर कहीं रह न पाए।

Other Hindi Essay

Essay on Dussehra in Hindi

Essay on Holi in Hindi

Essay on Festivals of India in Hindi

Essay on Onam Festival in Hindi

Essay on Baisakhi in Hindi

Now you can send your essay on Diwali in Hindi language through comments section. Write essay on Diwali in Hindi for kids in 300 words.

Thank you for reading. Don’t forget to give us your feedback.

अधिक जानकारी प्राप्त करने के लिए हमारे फेसबुक पेज को लाइक करे।

Share this:

  • Click to share on Facebook (Opens in new window)
  • Click to share on Twitter (Opens in new window)
  • Click to share on LinkedIn (Opens in new window)
  • Click to share on Pinterest (Opens in new window)
  • Click to share on WhatsApp (Opens in new window)

About The Author

essay on diwali in hindi for 3rd class

Hindi In Hindi

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Email Address: *

Save my name, email, and website in this browser for the next time I comment.

Notify me of follow-up comments by email.

Notify me of new posts by email.

HindiinHindi

  • Cookie Policy
  • Google Adsense

AaravHindi.Com

[Download PDF] दिवाली पर निबंध 300, 500 और 800 शब्दों में | Essay on Diwali in Hindi in 300, 500 and 800 Words for School Students

Lalit Rohilla

Table of Contents

स्कूली छात्रों के लिए दिवाली पर 300, 500 और 800 शब्दों में निबंध | Essay on Diwali in 300, 500 and 800 Words for School Students

दिवाली पर 300 शब्दों का निबंध | 300-Word Essay on Diwali

परिचय (introduction):.

दीपावली, जिसे हम सामान्य भाषा में ‘दिवाली’ के नाम से जानते हैं, हिन्दू धर्म का एक महत्वपूर्ण त्योहार है। यह त्योहार हर साल अक्टूबर और नवम्बर के बीच मनाया जाता है और इसका मतलब होता है ‘दीपों की पंक्ति’। दीपावली का मतलब होता है की अंधकार से प्रकाश की ओर जाना, जिससे यह दिखाता है कि बुराई से अच्छाई की ओर हमें जाना चाहिए।

दीपावली का महत्व (Significance of Diwali):

दीपावली का महत्व बहुत अधिक है, क्योंकि यह एक ऐसा त्योहार है जो परिवार और दोस्तों के साथ मनाया जाता है। इसे आपसी समरसता और खुशी का संकेत माना जाता है। यह एक साथी और परिवार के संबंधों को मजबूत करने का मौका भी प्रदान करता है।

दीपावली की तैयारियां (Preparations for Diwali):

दीपावली के आने पर, लोग अपने घरों को साफ-सुथरा करने और सजाने के लिए तैयारी करते हैं। घरों के बाहर और अंदर दीपकों की रौशनी से भर देते हैं। बच्चे और युवा लोग आत्मनिर्भरता का प्रतीक मानते हुए खुद ही दीया बनाने का प्रयास करते हैं।

धार्मिक महत्व (Religious Significance of Diwali):

हिन्दू धर्म के अनुसार, दीपावली भगवान श्रीराम के अयोध्या लौटने के दिन का स्मरण है। भगवान श्रीराम ने रावण को पराजित करके अयोध्या वापस लौटने पर अपने भक्तों के द्वारा उसका स्वागत किया था, और इसके साथ ही अंधकार से प्रकाश की ओर जाने का संकेत दिया था।

समापन (Conclusion):

दीपावली हम सभी के लिए एक खुशी का त्योहार है, जिसमें हम सभी एक-दूसरे के साथ अच्छे से वक्त बिता सकते हैं। यह हमारे लिए एक साथी और परिवार के संबंधों को मजबूत करने का भी मौका प्रदान करता है।

दिवाली पर 500 शब्दों का निबंध | 500-Word Essay on Diwali

दीपावली की उपयोगिता (utility of diwali):.

दीपावली के दिन लोग अपने बच्चों को दूसरों के साथ मिलकर अच्छी आदतों की ओर प्रोत्साहित करते हैं। यह परिवार के संबंधों को मजबूत करने का मौका भी प्रदान करता है।

दिवाली पर 800 शब्दों का निबंध | 800-Word Essay on Diwali

दीपावली का महत्व बहुत अधिक है, क्योंकि यह एक ऐसा त्योहार है जो परिवार और दोस्तों के साथ मनाया जाता है। इसे आपसी समरसता और खुशी का संकेत माना जाता है। यह एक साथी और परिवार के संबंधों को मजबूत करने का मौका भी प्रदान करता है। दीपावली के दिन लोग अपने परिवार के साथ खुशियां मनाते हैं, और इस त्योहार के दौरान दूसरों के साथ भी अच्छे संबंध बनाने का प्रयास करते हैं।

दीपावली के आने पर, लोग अपने घरों को साफ-सुथरा करने और सजाने के लिए तैयारी करते हैं। घरों के बाहर और अंदर दीपकों की रौशनी से भर देते हैं। यह एक अद्वितीय दृश्य होता है, जब हजारों दीपक एक साथ जलाए जाते हैं और रात को आसमान में चमकते हैं। बच्चे और युवा लोग आत्मनिर्भरता का प्रतीक मानते हुए खुद ही दीया बनाने का प्रयास करते हैं, और इससे उनका सृजनात्मक दिमाग भी विकसित होता है।

हिन्दू धर्म के अनुसार, दीपावली भगवान श्रीराम के अयोध्या लौटने के दिन का स्मरण है। इसके पीछे की कहानी बहुत महत्वपूर्ण है। भगवान श्रीराम ने रावण को पराजित करके अयोध्या वापस लौटने पर अपने भक्तों के द्वारा उसका स्वागत किया था, और इसके साथ ही अंधकार से प्रकाश की ओर जाने का संकेत दिया था। इससे हमें यह सिख मिलती है कि बुराई का अंत हमेशा अच्छाई की ओर होता है और सत्य की जीत हमेशा होती है।

दीपावली के दिन लोग अपने बच्चों को दूसरों के साथ मिलकर अच्छी आदतों की ओर प्रोत्साहित करते हैं। यह एक साथी और परिवार के संबंधों को मजबूत करने का मौका भी प्रदान करता है। इसके साथ ही, दीपावली के दिन लोग अपने दोस्तों और परिवार के सदस्यों को गिफ्ट्स देते हैं, जिससे एक-दूसरे के साथ मानसिक और आर्थिक तौर पर सटीकता बना रहता है।

करूणा का महत्व (Importance of Compassion):

दीपावली के इस त्योहार पर, हमें करूणा की महत्वपूर्ण बात सिखने को मिलती है। हमें याद दिलाया जाता है कि हमें दरिद्र, गरीब और जरूरतमंद लोगों की मदद करनी चाहिए। इसके लिए, हम कई तरह की सामाजिक और धार्मिक क्रियाएँ करते हैं, जैसे कि खाने-पीने की वस्तुओं की दानशीलता और धार्मिक प्राथनाओं का आयोजन।

दीपावली हम सभी के लिए एक खुशी का त्योहार है, जो हमें आपसी समरसता, सामंजस्य, और करूणा के महत्व को समझाता है। इस त्योहार के माध्यम से हम एक-दूसरे के साथ बढ़ते संबंध बनाते हैं और खुशियों का संदेश देते हैं।

हमारे ब्लॉग aaravhindi.com की ओर से सभी छात्रों को दीपावली की हार्दिक शुभकामनाएं और बधाई। इस त्योहार को आपके जीवन में खुशियों और समृद्धि देने के लिए आपका स्नेहपूर्ण स्वागत है।

Download PDF of Diwali Essay | दिवाली निबंध का पीडीएफ डाउनलोड करें:

दिवाली पर निबंध 10 लाइन, दीपावली निबंध हिंदी में PDF, दीपावली पर निबंध 300 शब्दों में, दीपावली पर निबंध 500 शब्दों में, दीपावली पर निबंध 800 शब्दों में, दीपावली पर निबंध कक्षा 6, दीपावली पर निबंध कक्षा 7, दीपावली पर निबंध कक्षा 8, दीपावली पर निबंध कक्षा 9, दीपावली पर निबंध कक्षा 10, स्कूली छात्रों के लिए दिवाली पर निबंध, स्कूली छात्रों के लिए दिवाली पर सबसे अच्छा निबंध, बहुत अच्छे अंक प्राप्त करने के लिए दिवाली पर निबंध, diwali essay 10 line, deepawali essay in hindi pdf, deepawali essay in 300 words, deepawali essay in 500 words, deepawali essay in 800 words, deepawali essay class 6, deepawali essay class 7, deepawali essay class 8 , essay on diwali class 9, essay on diwali class 10, essay on diwali for school students, best essay on diwali for school students, essay on diwali to get very good marks

One response

[…] […]

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Save my name, email, and website in this browser for the next time I comment.

essay on diwali in hindi for 3rd class

Recent Posts

essay on diwali in hindi for 3rd class

  • गानों के बोल 19
  • घरेलू नुस्खे 7
  • हिंदी कहानियाँ 30
  • हिंदी जोक्स 3

aman jaji best story in hindi biography entertainment essay essay in hindi funny jokes Haryanvi Song Haryanvi song lyrics in hindi haryanvi songs lyrics in hindi Indian Culture iphone iphone history jivani jokes kavita lyrics Motivational Hindi Poems niband poem poem in hindi sapna chaudhary sarkari naukri short moral stories for class 4 short moral stories for class 5 short stories short story in hindi songs story in hindi गाने के बोल

दिवाली पर निबंध Essay on Diwali in Hindi(1000W)

दिवाली पर निबंध Essay on Diwali in Hindi(1000W)

आज हमने इस आर्टिकल में दिवाली पर निबंध Essay on Diwali in Hindi लिखा है जिसमें हमने प्रस्तावना, पौराणिक एवं ऐतिहासिक महत्व, वैज्ञानिक दृष्टि से महत्व, व्यावसायिक महत्व, दार्शनिक महत्व, दिवाली से लाभ और दिवाली से हानि, Ecofriendly मनाने का तरीके, कविताएं तथा दिवाली पर 10 लाइन के बारे में लिखा है।

Table of Contents

प्रस्तावना (दिवाली पर निबंध Essay on Diwali in Hindi)

प्रतिवर्ष कार्तिक मास के अमावस के दिन हिंदू समाज में दिवाली का पर्व धूमधाम से मनाया जाता है।दिवाली का अर्थ है- दीपों की पंक्ति इस दिन घर- घर को दीपों से सजाया जाता है इसीलिए इस पर्व को दिवाली कहते हैं। एक साथ असंख्य दीपों की जगमगाती लड़ियों से संपूर्ण वातावरण प्रकाशित हो  उठता होता है।

दीपमालाओं की प्रज्वलित सिखाओ की  घटा देखते ही बनती है, घर घर में लक्ष्मी और गणेश जी की पूजा की जाती है। इस दिन लोग आपकी दुश्मनी को भूलकर एक दूसरे के घर जाते हैं और मिठाइयां बांटते हैं।

बच्चों के लिए यह दिन विशेष खुशी का होता है इस दिन रंग-बिरंगे कपड़ों को पहनकर पटाखे फोड़ते हैं और अपने दोस्तों के साथ मिठाईयां खाते हैं। दिवाली मनाने की तैयारी पहले से ही प्रारंभ हो जाती है। लोग अपने घरों और दुकानों को साफ-सफाई करवाते हैं तथा रंग लगाते हैं और अनेक प्रकार के रंग बिरंगे बल्ब के द्वारा सजाते हैं।

दीपावली का इतिहास व महत्व History and importance of Deepawali in Hindi

 दीपों का खास पर्व होने के कारण इसे दीपावली नाम दिया गया है। अर्थात दीपावली का अर्थ होता है दीपों की अवलि। कार्तिक माह की अमावस्या को मनाया जाने वाला यह पर्व अंधेरी रात को दिये जलाकर दीपावली मनाया जाता है। दीपावली के पीछे अलग-अलग कारण और कहानियां हैं।

1. भगवान राम कार्तिक अमावस्या को 14 वर्ष का वनवास  पूरा करके तथा असुरी कृतियों के प्रति बुराई का दमन करके अयोध्या लौटे थे तो अयोध्या वासियों ने उनके स्वागत में पूरे अयोध्या को असंख्य दिये जलाकर  उन की स्वागत की थी  तथा उत्सव मनाए थे इसी कारण यह प्रमुख त्योहारों में से एक है।

2. इस दिन भगवान श्री कृष्ण ने अत्याचारी नरकासुर का वध किया। इसलिए इस दिन जनता खुश हो कर के अपने घरों में घी के दीया जलाए थे।

पौराणिक एवं ऐतिहासिक महत्व Mythological and Historical significance in Hindi

दिवाली का अपना पौराणिक महत्व है। इसका संबंध पुराणों से वर्णित भारतीय समाज के पौराणिक इतिहास से है। इसी दिन काली माता ने रक्तबीज नामांक राक्षस का संहार क्या था, जिसके अत्याचार से संपूर्ण समाज परेशान था, उस दुष्ट राक्षस के सहार के बाद लोगों ने अपने घर में घी के दिये जलाए थे, इस मंगलकारी घटना के स्मृति में ही प्रतिवर्ष यह त्यौहार मनाया जाता है।

लंका विजय के बाद जब भगवान राम अयोध्या लौटे, तो इस दिन उनका राज्याभिषेक किया गया था, और संपूर्ण भारत वर्ष में दीपक जला कर ख़ुशियाँ मनाई गई थी, कुछ लोग दीपक का प्रारंभ है इसी दिन से मानते हैं किंतु विद्वानों का मानना है कि दिवाली का त्यौहार इससे भी प्राचीन काल से मनाया जाता रहा है। यह विद्वान इस पर्व का संबंध है मां काली द्वारा रक्तबीज के संघार से ही बताते हैं।

वैज्ञानिक दृष्टि से महत्व Scientific Significance in Hindi

दिवाली का पौराणिक महत्व तो है ही लेकिन इसका वैज्ञानिक दृष्टि से भी महत्व है। वर्षा ऋतु से उत्पन्न न कीड़े, मकोड़े जल, में  घास -फूस एवं गंदगी के सड़ने से उत्पन्न विषैली गैस, तथा घर मकान में व्याप्त सीलन को दूर करने में दिवाली के त्यौहार की महत्वपूर्ण भूमिका है।

लोग दिवाली का त्यौहार आने की बहुत पहले से ही उनके घरों एवं आस पास की सफाई करना प्रारंभ कर देते हैं। वे घर एवं दुकानों पर नया रंग रोगन करवाते हैं।  इससे घर कि सीतन एवं कोनों में छुपे हुए कीट मुखड़े भी नष्ट हो जाते हैं।

प्राचीन काल से दिवाली के दिन सरसों एवं घी का दीपक जलाए जाते थे। इससे वातावरण का प्रदूषण दूर होता था। और कीड़े मकोड़े इसकी दीपशिखा ऊपर जल मरते हैं।

व्यवसायिक महत्व Business Value in Hindi

दिवाली के दिन व्यवसाय लक्ष्मी की पूजा करते हैं। इस दिन से किसी व्यवसाय कार्य का आरंभ है शुभ माना जाता है। इसके पीछे भी कुछ बताने का रहे हैं, इस काल में वर्षा ऋतु पूर्णतय समाप्त हो जाती है। यात्रा और व्यावसायिक कार्य के लिए यह समय अनुकूल माना जाता है।

इस समय किसानों के घर धान की फसल काट कर आना शुरू हो जाती है, और उन्हें इसी समय अपने किसी संबंधी सामग्रियों का क्रय करना होता है। 

दीपावली का दार्शनिक महत्व Philosophical Importance in Hindi

दिवाली को प्रकाश पर्व कहा जाता है। यहां अंधेरे पर प्रकाश से तथा असत्य से सत्य पर विजय की प्रतीक है यह इस दार्शनिक तथ्य को अभिव्यक्त करता है कि, अंधेरा कितना भी खाना हो गया, ज्ञान और कर्तव्य का सामूहिक दीप अंधेरे को प्रकाश में बदल देता है।

किसी समाज के उत्थान के लिए प्रेरक इस तथ्य को वाड़ी देते हुए दीपमाला  की अनगिनत हमसे यह कहते हुए प्रतीत होती है कि, हमारी तरह जल कर देखो तुझे से भी प्रकाश की किरणें निखरने लगेगी जो समाज में छाए हुए अंधेरे को मिटा देगी।

दिवाली से लाभ Benefit from Diwali in Hindi

 दिवाली मात्र एक  त्यौहार ही नहीं अपितु इससे अनेक लाभ भी हैं, घर मोहल्लों के साथ सफाई  वातावरण की शुद्धि,  आपसि सद्भावना का विकास  तथा नए कार्य  व नए योजनाओं का आरंभ है करने की प्रेरणा के साथ-साथ दिवाली हमें अंधेरे से लड़ने की प्रेरणा भी देती है।

दिवाली से हानि Loss from Diwali in Hindi

मनुष्य एक ऐसा प्राणी है, जो अपने आंतरिक (ईर्ष्या और द्वेष से पुण) विचार एवं अज्ञानता पुण व्यवहारों के द्वारा किसी लाभप्रद रीति-रिवाजों को भी हानिकारक बना देता है।

दिवाली के दिन जुआ खेलने शराब पीने पर अनिष्ट आचरण से विनाश को आमंत्रित करने वाले लोग आज भी हैं। ऐसे लोगों के लिए दिवाली का त्यौहार लाभ के बदले हानि को आमंत्रित करता है।

देश में पटाखों के रूप में अरबों रुपए का बारूद फूंक दिया जाता हैं इससे देश की अर्थव्यवस्था को प्रभावित होती है, और वातावरण भी प्रदूषित होता है। अनेक लोग पटाखों के कारण पाली दुर्घटना से प्रदूषित हो कर अपने जीवन को नर्क बना लेते हैं।

दीपावली के दौरान मनाए जाने वाले त्योहार Festivals celebrated during Deepawali in Hindi

 दीपावली के दौरान मनाए जाने वाले त्योहार धनतेरस, नरक चतुर्दशी, दिवाली, गोवर्धन पूजा, भाई दूज

धनतेरस Dhanteras in Hindi

कार्तिक कृष्ण पक्ष त्रयोदशी के दिन दीपावली का पहला दिन होता है जिसे धनतेरस कहते हैं। धनतेरस के दिन कुछ भी खरीदना शुभ माना जाता है। कहा जाता है कि उस दिन घर में लक्ष्मी का आगमन होता है। लोग उस दिन अपने जरूरत का सामान खरीदते हैं, जैसे सोना, चांदी, गाड़ी, कार, बर्तन आदि।

नरक चतुर्दशी Nakarak Chaturdashi in Hindi

कार्तिक कृष्ण पक्ष चतुर्दशी के दिन दीपावली का दूसरा दिन होता है इसे नरक चतुर्दशी या छोटी दिवाली, रूप चौदस, काली चौदस के नाम से जानी जाती है। इस दिन भगवान श्री कृष्ण ने नरकासुर का संहार किया था इसीलिए उनके जीत के किसी के सम्मान में यह त्यौहार मनाया जाता है। अपनी मृत्यु के समय नरकासुर सत्यभामा से विनती की थी कि उनकी मृत्यु को रंगीन प्रकाशमय उत्सव के रूप में मनाया जाए।

दीपावली Deepawali in Hindi

दीपावली का यह त्यौहार कार्तिक मास की अमावस्या के दिन मनाया जाता है। यहां हिंदुओं का मुख्य धार्मिक व सामाजिक पर्व है। कहा जाता है कि रामचंद्र जी 14 बरस का बनवास पूरा करके अयोध्या लौटे थे जिनकी खुशी में अयोध्यावासी असंख्य दीप जलाकर उनका स्वागत किया था।

गोवर्धन पूजा Govardhan Pooja in Hindi

गोवर्धन पूजा कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि को मनाया जाता है। इस दिन गोवर्धन तथा गाय की विशेष पूजा की जाती है। जिसका अपना एक खास महत्व हैं। इस पर्व को कृष्ण भगवान की जन्मभूमि मथुरा, गोकुल, और वृंदावन में खास तौर पर मनाया जाता है।

हालांकि भारत के कई क्षेत्रों में भी ऐसे लोग बहुत ही श्रद्धा के साथ बड़ी धूमधाम से मनाते हैं। गोवर्धन पूजा कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा के दिन गौ के गोबर से गोवर्धन बनाया जाता है और उसे विशेष प्रकार के फूलों से सजा कर उसकी पूजा-अर्चना की जाती है।

कहां जाता है कि मूलाधार बारिश से बचाने के लिए भगवान श्री कृष्ण ने गोवर्धन पर्वत को 7 दिनों तक अपनी एक उंगली पर उठाए रखा। इससे इंद्र क्रोधित हो उठे और मूलाधार बारिश होने लगी गोवर्धन पर्वत के नीचे सभी बृजवासी सुरक्षित थे।

सातवें दिन जब श्री कृष्ण ने गोवर्धन पर्वत को नीचे रखा और गोवर्धन पूजा की अभिभूत बनाकर उसकी पूजा करने को कहा तब से दीपावली के समय गोवर्धन पूजा जाने की कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष प्रतिपदा के दिन गोवर्धन पूजा की जाती है।

भाई दूज Bhai Dooj in Hindi

यह त्यौहार बहन के प्रति भाई का कर्तव्य का बोध कराता है। इस दिन बहनें अपने भाई की लंबी उम्र और समृद्ध जीवन की कामना करते हैं। इसे भारत के विभिन्न जगहों पर भव बिच, भाई तिलक, रात्र द्वितीय, आदि कहा जाता है।

हिंदू समाज में भाई-बहन के प्रेम को सम्मान दिया जाता है। भाई दूज का यह त्यौहार दीपावली के 2 दिन बाद आता है। हिंदुओं के बाकी परंपराओं की तरह यह त्यौहार भी से जुड़ा हुआ है इस दिन बहनें अपने भाई को तिलक लगाकर, उपहार देकर उनकी लंबी उम्र की कामना करती है।

बदले में भाई अपनी बहन की रक्षा करने का वचन देता है। भाई दूज को यम द्वितीया के नाम से भी जाना जाता है। इसीलिए इस पर्व पर यम देव की पूजा भी की जाती है। मान्यता के अनुसार इस दिन जो यम देवता की पूजा अर्चना करता है उसे असमय मृत्यु का कोई भय नहीं रहता।

दीपावली मेरा प्रिय त्यौहार है मुझे इस त्यौहार का बेसब्री से इंतजार रहता है दीपावली के समय हम घरों में दीया जलाते हैं मुझे यह त्यौहार बहुत ही अच्छा लगता है।

दीपावली कैसे मनाते हैं? How to celebrate Deepawali in Hindi

  • दीपावली के दिन हम रंग बिरंगी रंगोलियां बनाते हैं।
  • उस दिन लोग नए नए कपड़े पहनते हैं।
  • दीपावली के दिन महालक्ष्मी की पूजा की जाती है।
  • उस दिन रात्रि के समय पूरे घरों को असंख्य दीपों से सजाया जाता है ।
  • लोग पटाखे फोड़ते हैं, फुलझड़ियां जलाते हैं, और दीपावली का आनंद लेते हैं परंतु हमें दिवाली में पटाखे नहीं फोड़ना चाहिए।
  • दीपावली के दिन घरों में अनेक प्रकार की मिठाइयां बनाए जाते हैं।
  • दीपावली के दिन लोग एक दूसरे को मिठाई बांटते हैं और दीपावली की शुभकामनाएं देते हैं।

प्रदूषण मुक्त दीपावली Pollution free Deepawali in Hindi

हमें हमेशा प्रदूषण मुक्त दीपावली (Ecofriendly Diwali) की मनाना चाहिए। हमें दीपावली के समय ज्यादा से ज्यादा दिया जलाकर ही दीपावली का आनंद लेना चाहिए। ना की पटाखे फोड़ कर। दीपावली के समय पटाखों के कारण कई प्रकार के हादसे होते हैं।

पटाखों के धुए से वायु भी प्रदूषित होता है तथा उसके ध्वनि से ध्वनि प्रदूषण भी होता है।  दीपावली के समय पटाखों के कारण हमारा वातावरण प्रदूषित होता है इस कारण हमें पटाखों का प्रयोग ना करके हम दीया जलाकर दीपावली मना सकते है। इको फ्रेंडली दीपावली मना कर ही हम हमारे वातावरण को सुरक्षित रख सकते है।

दिवाली पर 10 लाइन 10 lines on Diwali

  • प्रतिवर्ष कार्तिक मास के अमावस के दिन हिंदू समाज में दिवाली का पर्व धूमधाम से मनाया जाता है।
  • दिवाली का अर्थ है- दीपों की पंक्ति इस दिन घर- घर को दीपों से सजाया जाता है इसीलिए इस पर्व को दिवाली कहते हैं। 
  • एक साथ असंख्य दीपों की जगमगाती लड़ियों से संपूर्ण वातावरण प्रकाशित हो  उठता होता है।
  • दीपमालाओं की प्रज्वलित सिखाओ की  घटा देखते ही बनती है, घर घर में लक्ष्मी और गणेश जी की पूजा की जाती है।
  • इस दिन लोग आपकी दुश्मनी को भूलकर एक दूसरे के घर जाते हैं और मिठाइयां बांटते हैं।
  • बच्चों के लिए यह दिन विशेष खुशी का होता है इस दिन रंग-बिरंगे कपड़ों को पहनकर पटाखे फोड़ते हैं और अपने दोस्तों के साथ मिठाईयां खाते हैं।
  • दिवाली मनाने की तैयारी पहले से ही प्रारंभ हो जाती है। लोग अपने घरों और दुकानों को साफ-सफाई करवाते हैं तथा रंग लगाते हैं और अनेक प्रकार के रंग बिरंगे बल्ब के द्वारा सजाते हैं।
  • दिवाली का अपना पौराणिक महत्व है। इसका संबंध पुराणों से वर्णित भारतीय समाज के पौराणिक इतिहास से है।
  • इसी दिन काली माता ने रक्तबीज नामांक राक्षस का संहार क्या था, जिसके अत्याचार से संपूर्ण समाज परेशान था, उस दृष्ट राक्षस के सहार के बाद लोगों ने अपने घर में घी के दिये जलाए थे, इस मंगलकारी घटना के स्मृति में ही प्रतिवर्ष यह त्यौहार मनाया जाता है।
  • लंका विजय के बाद जब भगवान राम अयोध्या लौटे, तो इस दिन उनका राज्याभिषेक किया गया था, और संपूर्ण भारतवर्ष में दीपक जला कर खुशियां मनाई गई थी, कुछ लोग दीपक का प्रारंभ है इसी दिन से मानते हैं किंतु विद्वानों का मानना है कि दिवाली का त्यौहार इससे भी प्राचीन काल से मनाया जाता रहा है।

दीपावली पर कविता Poem on diwali in Hindi

  • गर सूख गया हो दीये का मान, मौसम है स्नेह का तेल चढ़ा लेना। हो मन में कहीं गर लोभ क्रोध का अंधेरा, मौका है प्रेम के दीये जला लेना। घर को मन को कर चुके हो साफ, पड़ोस पड़ोसियों से कचरा क्लेश भी हटा लेना। कब तक रखोगे रामायण में राम, आज दिन है मन में भगवान बसा लेना। गर सूख गया हो दीये का मन, मौसम है स्नेहा का तेल चढ़ा लेना।
  • दीपावली का त्योहार आया, साथ में खुशियों की बौछार लाया। दीपो की सजी है कतार, जगमग आ रहा है पूरा संसार। अंधकार पर प्रकाश की विजय लाया, दीपावली का त्योहार आया। सुख समृद्धि की बौछार लाया, भाईचारे का संदेश लाया। बाजारों में रौनक छाया, दीपावली का त्यौहार आया।
  • दीपों का त्योहार दिवाली आई है, खुशियों का संसार दिवाली आई है। घर आंगन सब नया सा लगता है, नया-नया परिधान सभी को फबता है। नए-नए उपहार दिवाली लाई है, खुशियों का संसार दिवाली लाई है।
  • दीप जलाओ दीप जलाओ आज दिवाली रे, खुशी-खुशी सब हंसते आओ आज दिवाली रे, नाचो गाओ खुशी मनाओ आज दिवाली आई, दीप जलाओ दीप जलाओ आज दिवाली रे, नए नए कपड़े पहनो खाओ खूब मिठाई,  हाथ जोड़ कर पूजा कर लो आज दिवाली आई।
  • आओ मिलकर दीप जलाएं अंधेरा धरा से दूर भगाएं। रहा न जाए अंधेरा कहि घर का कोई सुना कोना, सदा ऐसा कोई दीप जलाते रहना, हर घर आंगन में रंगोली सजाएं, आओ मिलकर दीप जलाएं।

निष्कर्ष Conclusion

किसी त्योहार को मनाते समय हमें उसमें निहित कल्याणकारी अर्थ को भी समझना चाहिए। दिवाली के त्यौहार में भी यही दृष्टिकोण अपनाना उचित होगा, तभी हम इसका वास्तविक आनंद प्राप्त कर सकते हैं।

यदि आपको  यह दिवाली पर निबंध Essay on Diwali in Hindi अच्छा लगा हो तो और भी जानकारी पाने के लिए हमारे साथ इसी तरह से जुड़े रहिए।

Leave a Comment Cancel reply

Save my name, email, and website in this browser for the next time I comment.

This site uses Akismet to reduce spam. Learn how your comment data is processed .

दीवाली पर अनुच्छेद | Paragraph on Diwali in Hindi

essay on diwali in hindi for 3rd class

प्रस्तावना:

दीवाली भारत का सबसे महत्त्वपूर्ण त्यौहार माना जाता है । दीवाली शब्द दीपावली का अपभ्रश है, जिसका अर्थ दीपों की पंक्ति होता है । यह त्यौहार कार्तिक मारन के मध्य में अर्थात् कार्तिक मास की अमावस्या को मनाया जाता है । इसी समय जाड़े का प्रारम्भ होने लगता है ।

क्यों मनाया जाता है:

इस त्यौहार के बारे में भी लोगों के विभिन्न मत हैं । जैनियो का विश्वास है कि इस दिन महावीर स्वामी स्वर्ग गए थे । वहाँ देवताओं ने उनका हार्दिक स्वागत किया था । इस दिन उन्हें निर्वाण प्राप्त हुआ था इसी यादगार में यह त्यौहार बड़े धूमधाम से मनाया जाता है ।

हिन्दुओं का मत है कि इस दिन रावण पर विजय प्राप्त करके श्रीरामचन्द्र जी अयोध्या पहुंचे थे । अयोध्यावासियो ने अपने घरों को खूब सजाया और दीपो की पंक्ति से जगमगा कर श्रीरामचन्द्र जी का बड़े आदर और सम्मान से स्वागत किया । इसी याद में हर वर्ष लोग दीवाली का त्यौहार हर्षोल्लास से मनाते हैं ।

त्यौहार की तैयारी:

यह त्यौहार बड़े शान और शौकत से मनाया जाता है । लोग काफी समय पहले से अपने-अपने घरों और दुकानों की सफाई करते है, दीवारों पर सफेदी कराते हैं तथा दरवाजो, खिड़कियो और फर्नीचर आदि पर रग-रोगन करते हैं । त्यौहार के दिन लोग घरो औरं दुकानो को खूब सजाते हैं । तरह-तरह के पकवान और मिठाइयाँ बनाई जाती हैं । शाम को लोग बिजली के बच्चो, मोमबत्तियों और तेल के दियो से घर का कोना-कोना सजा देते हैं ।

त्यौहार कैसे मनाया जाता है:

दीवाली की रात लोग अपने-अपने घरों और दुकानो को खूब रोशन करते हैं । साधारण लोग मिट्टी के दीपकों और मोमबत्तियों से तथा बड़े और समृद्ध लोग बिजली के रंगीन बच्चों की झालर से रोशनी करते हैं । तरह-तरह के पटाखे और आतिशबाजी पर बड़ी धनराशि व्यय की जाती है । शाम से ही हर तरफ से पटाखों का शोर सुनाई पड़ने लगता है । सभी लोग नए और अच्छे-अच्छे वस्त्र और परिधान पहने बडी प्रसन्न मुद्रा में दिखाई देते हैं ।

रात्रि के समय घरों और दुकानो में धन की देवी लक्ष्मी जी का पूजन बड़ी श्रद्धा से किया जाता है । खील-बताशों का इस दिन विशेष महत्त्व होता है । तरह-तरह के पकवान और मिठाइयों का भोग लगाया जाता है और लक्ष्मी जी की आरती उतारी जाती है ।

पूजन के बाद घर के लोग प्रसाद के रूप में खील-बताशे तथा मिठाइयाँ खाते हैं । अपने-अपने रिश्तेदारों और मित्रों के घर मिठाई और खील-बताशे भेजे जाते है । नौकरों को बख्शीश दी जाती है और भिखारियों को दान दिया जाता है ।

ADVERTISEMENTS:

व्यापारी वर्ग इस दिन अपने पुराने खाते बन्द करके नया खाता प्रारंभ करते हैं । इसी दिन उनका नया लेखा वर्ष प्रारम्भ होता है । हिन्दुओं का विश्वास है कि इस दिन लक्ष्मी जी सभी घरों का चक्कर लगाती हैं और जिस घर में अंधेरा देखती हैं और बन्द पाती हैं, वही से नाराज होकर चली जाती हैं । इसलिए हिन्दू अपने-अपने घरों में रात भर खूब रोशनी करते हैं और जागते रहते हैं ।

लाभ और हानियाँ:

इस त्यौहार के अनेक लाभ है । यह त्यौहार वर्षा ऋतु की समाप्ति के बाद आता है । बरसात में मक्खी, मच्छर और तमाम तरीके के कीडे-मकौडे पैदा हो जाते है । इस त्यौहार के कारण घरों की खूब सफाई और सफेदी आदि होने से कीडो-मकोडों का सफाया हो जाता है और घर फिर साफ-सुधरे हो जाते है ।

व्यापारी, कुम्हार, खिलौने बनाने वाले आदि लोगों को इस त्यौहार के कारण अच्छी खासी आमदनी हो जाती है । यद्यपि इस त्यौहार के अनेक लाभ हैं, लेकिन यह बुराइयों से परे नहीं है । लोग पटाखों और आतिशबाजी तथा सजावट और रोशनी पर अनाप-नाप धन व्यय कर देते हैं और बाद में पछताते हैं । जुआ खेलना इस त्यौहार की सबसे बडी बुराई है ।

अनेक लोगों का अंधविश्वास है कि यदि वे दीवाली के अवसर पर जुए में कुछ धन जीत जायें तो, सारे साल उन्हें धन मिलता रहेगा । इस कारण वे अपने भाग्य की परीक्षा करते हैं और कभी-कभी बहुत-सा धन गवां बैठते हैं ।

दीवाली बड़ा उपयोगी त्यौहार है । इस अवसर पर जुआ खेलने पर पाबन्दी लगानी चाहिए । जुआ इस पुनीत त्यौहार पर कलंक है । दीपावली जैसे त्यौहारों के अवसर पर ही राष्ट्र की सामाजिक और धार्मिक भावना व्यक्त होती हैं ।

Related Articles:

  • दीपावली | Diwali in Hindi
  • क्रिसमस का त्यौहार (बड़ा दिन) पर अनुच्छेद | Paragraph on Christmas in Hindi
  • दीपावली पर अनुच्छेद | Article on Diwali in Hindi
  • दीवाली के दिन मिठाई की दुकान का एक दृश्य पर अनुच्छेद

HindiVyakran

  • नर्सरी निबंध
  • सूक्तिपरक निबंध
  • सामान्य निबंध
  • दीर्घ निबंध
  • संस्कृत निबंध
  • संस्कृत पत्र
  • संस्कृत व्याकरण
  • संस्कृत कविता
  • संस्कृत कहानियाँ
  • संस्कृत शब्दावली
  • Group Example 1
  • Group Example 2
  • Group Example 3
  • Group Example 4
  • संवाद लेखन
  • जीवन परिचय
  • Premium Content
  • Message Box
  • Horizontal Tabs
  • Vertical Tab
  • Accordion / Toggle
  • Text Columns
  • Contact Form
  • विज्ञापन

Header$type=social_icons

  • commentsSystem

Essay on Diwali in hindi - दिवाली पर निबंध

दोस्तो आज हमने Essay on Diwali in hindi लिखा है। दीपावली या दिवाली पर निबंध कक्षा 1, 2, 3, 4, 5, 6, 7, 8, 9 ,10, 11, 12 के विद्यार्थियों क...

Essay on Diwali in hindi - दिवाली पर निबंध 

Essay on diwali in hindi for class 1, 2, 3, essay on diwali in hindi for class 4, 5, 6.

  • समुद्र-मंथन से प्राप्त चौदह रत्नों में से देवी महालक्ष्मी जी का प्रकट होना
  • भगवान विष्णु का नृसिंह का अवतार  लेकर प्रहलाद की रक्षा करना 
  • 14 वर्ष के वनवास के पश्चात् भगवान् राम व माता सीता का अयोध्या आगमन 
जलाओ दीपक पर ध्यान रहे;  अंधेरा धरा पर कहीं रह ना जाए। 

Essay on Diwali in hindi for class 7, 8, 9

Essay on diwali in hindi for class 10, 11, 12.

Twitter

Advertisement

Put your ad code here, 100+ social counters$type=social_counter.

  • fixedSidebar
  • showMoreText

/gi-clock-o/ WEEK TRENDING$type=list

  • गम् धातु के रूप संस्कृत में – Gam Dhatu Roop In Sanskrit गम् धातु के रूप संस्कृत में – Gam Dhatu Roop In Sanskrit यहां पढ़ें गम् धातु रूप के पांचो लकार संस्कृत भाषा में। गम् धातु का अर्थ होता है जा...

' border=

  • दो मित्रों के बीच परीक्षा को लेकर संवाद - Do Mitro ke Beech Pariksha Ko Lekar Samvad Lekhan दो मित्रों के बीच परीक्षा को लेकर संवाद लेखन : In This article, We are providing दो मित्रों के बीच परीक्षा को लेकर संवाद , परीक्षा की तैयार...

RECENT WITH THUMBS$type=blogging$m=0$cate=0$sn=0$rm=0$c=4$va=0

  • 10 line essay
  • 10 Lines in Gujarati
  • Aapka Bunty
  • Aarti Sangrah
  • Akbar Birbal
  • anuched lekhan
  • asprishyata
  • Bahu ki Vida
  • Bengali Essays
  • Bengali Letters
  • bengali stories
  • best hindi poem
  • Bhagat ki Gat
  • Bhagwati Charan Varma
  • Bhishma Shahni
  • Bhor ka Tara
  • Boodhi Kaki
  • Chandradhar Sharma Guleri
  • charitra chitran
  • Chief ki Daawat
  • Chini Feriwala
  • chitralekha
  • Chota jadugar
  • Claim Kahani
  • Dairy Lekhan
  • Daroga Amichand
  • deshbhkati poem
  • Dharmaveer Bharti
  • Dharmveer Bharti
  • Diary Lekhan
  • Do Bailon ki Katha
  • Dushyant Kumar
  • Eidgah Kahani
  • Essay on Animals
  • festival poems
  • French Essays
  • funny hindi poem
  • funny hindi story
  • German essays
  • Gujarati Nibandh
  • gujarati patra
  • Guliki Banno
  • Gulli Danda Kahani
  • Haar ki Jeet
  • Harishankar Parsai
  • hindi grammar
  • hindi motivational story
  • hindi poem for kids
  • hindi poems
  • hindi rhyms
  • hindi short poems
  • hindi stories with moral
  • Information
  • Jagdish Chandra Mathur
  • Jahirat Lekhan
  • jainendra Kumar
  • jatak story
  • Jayshankar Prasad
  • Jeep par Sawar Illian
  • jivan parichay
  • Kashinath Singh
  • kavita in hindi
  • Kedarnath Agrawal
  • Khoyi Hui Dishayen
  • Kya Pooja Kya Archan Re Kavita
  • Madhur madhur mere deepak jal
  • Mahadevi Varma
  • Mahanagar Ki Maithili
  • Main Haar Gayi
  • Maithilisharan Gupt
  • Majboori Kahani
  • malayalam essay
  • malayalam letter
  • malayalam speech
  • malayalam words
  • Mannu Bhandari
  • Marathi Kathapurti Lekhan
  • Marathi Nibandh
  • Marathi Patra
  • Marathi Samvad
  • marathi vritant lekhan
  • Mohan Rakesh
  • Mohandas Naimishrai
  • MOTHERS DAY POEM
  • Narendra Sharma
  • Nasha Kahani
  • Neeli Jheel
  • nursery rhymes
  • odia letters
  • Panch Parmeshwar
  • panchtantra
  • Parinde Kahani
  • Paryayvachi Shabd
  • Poos ki Raat
  • Portuguese Essays
  • Punjabi Essays
  • Punjabi Letters
  • Punjabi Poems
  • Raja Nirbansiya
  • Rajendra yadav
  • Rakh Kahani
  • Ramesh Bakshi
  • Ramvriksh Benipuri
  • Rani Ma ka Chabutra
  • Russian Essays
  • Sadgati Kahani
  • samvad lekhan
  • Samvad yojna
  • Samvidhanvad
  • Sandesh Lekhan
  • sanskrit biography
  • Sanskrit Dialogue Writing
  • sanskrit essay
  • sanskrit grammar
  • sanskrit patra
  • Sanskrit Poem
  • sanskrit story
  • Sanskrit words
  • Sara Akash Upanyas
  • Savitri Number 2
  • Shankar Puntambekar
  • Sharad Joshi
  • Shatranj Ke Khiladi
  • short essay
  • spanish essays
  • Striling-Pulling
  • Subhadra Kumari Chauhan
  • Subhan Khan
  • Suchana Lekhan
  • Sudha Arora
  • Sukh Kahani
  • suktiparak nibandh
  • Suryakant Tripathi Nirala
  • Swarg aur Prithvi
  • Tasveer Kahani
  • Telugu Stories
  • UPSC Essays
  • Usne Kaha Tha
  • Vinod Rastogi
  • Wahi ki Wahi Baat
  • Yahi Sach Hai kahani
  • Yoddha Kahani
  • Zaheer Qureshi
  • कहानी लेखन
  • कहानी सारांश
  • तेनालीराम
  • मेरी माँ
  • लोककथा
  • शिकायती पत्र
  • सूचना लेखन
  • हजारी प्रसाद द्विवेदी जी
  • हिंदी कहानी

RECENT$type=list-tab$date=0$au=0$c=5

Replies$type=list-tab$com=0$c=4$src=recent-comments, random$type=list-tab$date=0$au=0$c=5$src=random-posts, /gi-fire/ year popular$type=one.

  • अध्यापक और छात्र के बीच संवाद लेखन - Adhyapak aur Chatra ke Bich Samvad Lekhan अध्यापक और छात्र के बीच संवाद लेखन : In This article, We are providing अध्यापक और विद्यार्थी के बीच संवाद लेखन and Adhyapak aur Chatra ke ...

' border=

Join with us

Footer Logo

Footer Social$type=social_icons

  • loadMorePosts
  • relatedPostsText
  • relatedPostsNum

Essay Topics

दिवाली पर निबंध | 3 Best Diwali Essay In Hindi

नमस्कार दोस्तों, आप सभी का Essay Topics ब्लॉग में स्वागत है. आज हम “दिवाली पर निबंध हिंदी में (Diwali Essay In Hindi)” आर्टिकल में सर्वश्रेष्ठ 3 हिंदी निबंध देखने जा रहे हैं। वर्तमान में किसी भी परीक्षा में किसी भी विषय का निबंध अनिवार्य पूछा जाता है और यह विषय सभी छात्रों के लिए भी बहुत उपयोगी है। इसी वजह से हमने यहां दिवाली के बारे में तीन Hindi निबंधों का उदाहरण दिया है, आपको यह उदाहरण जरूर पसंद आएगे।

दिवाली या दीपावली रोशनी का त्योहार माना जाता है और हिंदु, जैन और सिखों द्वारा मनाए जाने वाले प्रमुख त्योहारों में से एक है। यह त्योहार आमतौर पर पांच दिनों तक चलता है और हिंदू चंद्र मास कार्तिक के दौरान मनाया जाता है। यह हिंदू धर्म के सबसे लोकप्रिय त्योहारों में से एक, दिवाली आध्यात्मिक अंधेरे पर प्रकाश की जीत, बुराई पर अच्छाई और अज्ञान पर ज्ञान का प्रतीक माना जाता है।

त्योहार व्यापक रूप से लक्ष्मी, समृद्धि की देवी के साथ जुड़ा हुआ है, कई अन्य क्षेत्रीय परंपराओं के साथ सीता और राम, विष्णु, कृष्ण, यम, यामी, दुर्गा, काली, हनुमान, गणेश, कुबेर, धन्वंतरि, या विश्वकर्मन को जोड़ते हैं। इसके अलावा, कुछ क्षेत्रों में, यह उस दिन का उत्सव है जब राम अपनी पत्नी सीता और अपने भाई लक्ष्मण के साथ लंका में रावण को हराने और 14 साल के वनवास करने के बाद अयोध्या लौटे थे।

Must Read- 3 Best Holi Essay In Hindi | होली पर निबंध

Table of Contents

दीपावली या दिवाली पर निबंध हिंदी में (Diwali Essay In Hindi)

दिवाली हमारे देश का सबसे बड़ा त्योहार है। इसे दिपावली के नाम से भी जाना जाता है। इस दिन हर घर में या तरफ खुशियों का माहौल होता है, लोग अपने घरों को रंग-बिरंगी रोशनी और लालटेन से सजाते हैं और बच्चे और युवा मिलकर घर के बाहर पटाखे फोड़ते हैं.

दिवाली न केवल देश के लिए बल्कि भारत के बाहर रहने वाले सभी भारतीयों और अन्य लोगों के लिए भी एक महत्वपूर्ण त्योहार होता है। दिवाली को वे बहुत धूमधाम से मनाते हैं। दिवाली के मौके पर स्कूलों और कॉलेजों में लंबी छुट्टी होती है जिसे दिवाली की छुट्टी कहा जाता है। इस समय सभी स्कूल कॉलेजों में निबंध लेखन और वक्तृत्व प्रतियोगिताएं आयोजित की जाती हैं, तो कहीं अन्य प्रतियोगिता का भी आयोजन किया जाता है।

इसलिए, कई छात्र हिंदी और अंग्रेजी में दिवाली पर निबंध खोजने के लिए Google पर Search करते हैं। हम यह Article विशेष रूप से अपने Students के लिए लाए हैं, जहां आप दिवाली के बारे में निबंध लिखने की पूरी जानकारी प्राप्त कर सकते हैं। आपको यहाँ पर दीवाली का पर्व क्या है, दीपावली का क्या महत्व है, दीपावली क्यों मनानी चाहिए, दीवाली मनाने का कारण क्या है, दीपावली का अर्थ क्या है, दीपावली पर 10 पंक्तियों में लघु निबंध या निबंध आदि भी मिलेगा। .

मेरा प्रिय त्योहार दिवाली पर निबंध हिंदी में (My Favorite Festival Diwali Essay In Hindi for Std 8, 9, 10)

दिवाली जैसे खास और पवित्र त्योहार का हिंदू धर्म के सभी लोगों को बेसब्री से इंतजार रहता है। दिवाली बच्चों से लेकर जवान और बूढ़े लोगो तक सभी का सबसे महत्वपूर्ण और पसंदीदा त्योहार है। दिवाली को भारत का सबसे महत्वपूर्ण और प्रसिद्ध त्योहार माना जाता है

दीपावली पूरे देश में हर साल एक साथ मनाया जाता है। इस दिन रावण को हराने के बाद, भगवान राम 14 साल के वनवास के बाद अपने राज्य अयोध्या लौट आए थे। इसलिए लोग आज भी इस दिन को बहोत ही उत्साह के साथ मनाते हैं। भगवान राम के इस दिन अयोध्यावासियों ने बड़े उत्साह के साथ राम का स्वागत करने के लिए अपने घरों और सड़कों पर हजारो दीये जलाए थे।

यह एक पवित्र हिंदू त्योहार है जो बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक है। मुगल सम्राट जहांगीर द्वारा ग्वालियर जेल से अपने महान गुरु श्री हरगोविंदजी की रिहाई की याद में सिख समुदाय द्वारा भी यह त्योहार को उत्साह से मनाया जाता है।

diwali essay in hindi- दिवाली पर निबंध

इस दिन बाजारों को खूबसूरत लुक देने के लिए दुल्हनों की तरह रोशनी से सजाया जाता है। इस दिन बाजार में विशेष रूप से मिठाई और कपड़ों की दुकानों में भीड़ लगती है। बच्चे बाजार से ज्यादातर नए कपड़े, आतिशबाजी, मिठाई, उपहार और खिलौने खरीदते हैं।

त्योहार से कुछ दिन पहले लोग अपने घर को अच्छी तरह से सफाई करते हैं और दिवाली नजदीक आपने पर रोशनी और दीयों से सजाते हैं। हिंदू कैलेंडर के अनुसार लोग सूर्यास्त के बाद देवी लक्ष्मी और भगवान गणेश की भी पूजा करते हैं। लोग भगवान और देवी से स्वास्थ्य, धन और उज्ज्वल भविष्य के लिए प्रार्थना करते हैं। दिवाली के पांच दिनों में लोग खाने-पीने की चीजें और नई मिठाइयां तैयार करते हैं। इस दिन से लोग अच्छी गतिविधियों के करीब जाते हैं और बुरी आदतों से छुटकारा पाने की इच्छा व्यक्त करते हैं।

पांच दिनों में से पहला दिन धनतेरस के रूप में जाना जाता है जिसे देवी लक्ष्मी की पूजा करके मनाया जाता है। सभी लोग देवी लक्ष्मी को प्रसन्न करने के लिए आरती, भक्ति गीत और मंत्रों का जाप करते हैं। दूसरे दिन को काली चौदश के रूप में मनाया जाता है जब यह भगवान कृष्ण की पूजा करके मनाया जाता है क्योंकि उन्होंने राक्षस राजा नरकासुर का वध किया था।

तीसरे दिन को दिवाली के रूप में जाना जाता है जो शाम को लक्ष्मी की पूजा करके, रिश्तेदारों, दोस्तों, परिवार के पटाखे जलाकर और एक दूसरे को मिठाई और उपहार देकर मनाया जाता है। चौथा दिन नया साल माना जाता है जिसमें सभी लोग अपने रिश्तेदारों के घर जाते हैं और उन्हें नए साल की शुभकामनये प्रदान करते है।

पांचवें दिन को भाई दूज के नाम से जाना जाता है। यह दिन भाइयों और बहनों द्वारा मनाया जाता है। बहनें अपने भाइयों को भाई दूज के उत्सव में अपने घर आमंत्रित करती हैं और भाई उनके घर जाते हैं और यह त्यौहार मानते है।

यह भी जरूर पढ़े- 100+ हिंदी निबंध के उदहारण (PDF के साथ)

300 शब्दों का दिवाली पर निबंध हिंदी में (300 Words Diwali Essay In Hindi Class 5 and 6)

दिवाली का त्योहार भारत और कई अन्य देशों में जहां भारतीय रहते हैं, वहा बहुत ही धूमधाम से मनाया जाता है। दीपावली को दीपों का त्योहार भी कहा जाता है। दिवाली भारत के प्रमुख त्योहारों में से एक है, जिसे पूरे भारत में बहुत खुशी और उत्साह के साथ मनाया जाता है। कहा जाता है कि इसी दिन भगवान राम रावण को हराकर और 14 साल का वनवास पूरा करके अयोध्या लौटे थे।

भगवान राम के आगमन से वहां के सभी लोग काफी प्रसन्न थे, तब से इस दिन को हर साल हिंदू संस्कृति में दिवाली के त्योहार के रूप में मनाया जाता है। लोग आज भी इस पर्व को हर्षोल्लास के साथ मनाते हैं। इस त्योहार को बच्चे, बूढ़े और जवान बहुत अच्छे से मनाते हैं। स्कूलों, कॉलेजों और दफ्तरों में भी दिवाली बड़े उत्साह के साथ मनाई जाती है। दिवाली पर लोग एक दूसरे को बधाई देते हैं और ढेर सारे उपहार और मिठाइयां दी जाती हैं।

best diwali essay in hindi

दिवाली हर साल अक्टूबर या नवंबर के महीने में मनाई जाती है। दिवाली आने के कुछ दिन पहले से ही थिज के लोगों ने इस त्योहार को मनाने की तैयारी शुरू कर देते है. दिवाली के दिन लोग अपनी दुकान, घर, स्कूल, ऑफिस आदि को खूबसूरती से लाइटो से सजाते हैं। इस दिन सभी लोग नए कपड़े, मिठाई और आतिशबाजी खरीदते हैं।

दीपावली की रात पूरा भारत रोशनी से जगमगा उठता है। पूरा देश रंग-बिरंगी लाइटों, दीयों, मोमबत्तियों आदि से जगमगाता है। दिवाली की शाम को कई लोग भगवान लक्ष्मी और गणेश की पूजा करते हैं। पूजा के बाद सभी लोग अपने पड़ोसियों और अपने रिश्तेदारों को मिठाई या अन्य उपहार देते हैं।

इस दिन लोग पटाखे, बम, फूलजड़ी आदि जलाने का आनंद लेते हैं। दीपावली का पर्व बुराई पर सत्य की जीत का भी प्रतीक माना जाता है। दीपावली भारत में ही नहीं बल्कि अन्य देशों में भी भारतीयों द्वारा बहुत धूमधाम से मनाई जाती है।

100 शब्दों का छोटा दिवाली पर निबंध हिंदी में (100 Words Short Diwali Essay In Hindi)

दीपावली का त्योहार हर किसी के लिए खुशियां लेकर आता है चाहे वह बच्चा हो या जवान या बूढ़ा। इस पर्व को हर आदमी बड़े ही हर्षोल्लास के साथ मनाता है। इसके साथ ही स्कूल, कॉलेज, ऑफिस आदि में भी दिवाली बड़े उत्साह के साथ मनाई जाती है। यह त्यौहार साल में एक बार आता है जो हर साल अक्टूबर या नवंबर के महीने में आता है।

दिवाली आने के साथ ही लोग अपने घरों की अच्छे से सफाई कर रहे हैं। इस दिन हम सभी नए कपड़े पहनते हैं और मिठाई और नए व्यंजन खाते हैं। इस दिन को बिना किसी भेदभाव के हर्ष और उल्लास के साथ पुरे भारत में सभी लोगो द्वारा मनाया जाता है। दिवाली के दिन रात को सभी अपने घर में दीया जलाते हैं और बच्चे और युवा पटाखे फोड़कर दिवाली का आनंद लेते हैं.

10 लाइन का दिवाली पर निबंध हिंदी में (10 Line Diwali Essay In Hindi For Class 3, 4 and 5)

  • दिवाली को हिंदु धर्म के प्रमुख त्योहारों में से एक माना जाता है।
  • दिवाली को रोशनी का त्योहार भी कहा जाता है।
  • दिवाली बहुत धूमधाम से मनाई जाती है क्योंकि इस दिन भगवान राम 14 साल का वनवास पूरा करके अयोध्या लौटे थे।
  • भगवान राम के अयोध्या लौटने की खुशी में लोगों ने दीप जलाए और इस दिन को दिवाली के रूप में मनाया था, तब से आज भी भारत में लोग यह त्यौहार मानते है।
  • दिवाली का त्योहार हर साल अक्टूबर या नवंबर के महीने में आता है।
  • इस दिन पूरा भारत रोशनी से जगमगा उठता है।
  • दिवाली की शाम को भगवान लक्ष्मी और गणेश की पूजा भी की जाती है।
  • इस दिन सभी लोग अपने घरों, कार्यालयों और बिल्डिंग आदि में दीये और लाइट और पटाखे जलाते हैं।
  • दिवाली पर लोग अपने पड़ोसी और रिश्तेदार को मिठाई और अन्य उपहार आदि देते है।
  • बच्चे और युवा इन दिनों आतिशबाजी, बम, पटाखे फोड़ने के साथ यह त्योहार मनाते हैं।

भारत का सबसे बड़ा त्यौहार कौन सा है?

हमारे देश मे सबसे बड़ा त्यौहार दिवाली माना जाता है, इस दिन भगवान श्री राम लंका पर विजय प्राप्त कर के और 13 साल का वनवास काट कर अपने घर अयोध्या वापिस आये थे.

दिवाली कब मनाई जाती है?

यह हिन्दू कैलेंडर और अंग्रेजी कैलेंडर के हिसाब से अलग अलग होती है. अंग्रेजी कैलेंडर के अनुसार यह त्यौहार अक्टूबर के अंत में या नवम्बर महीने के शुरुवात में आती है.

मुझे आशा है कि आपको “दीपावली पर निबंध ( Diwali Essay In Hindi )” आर्टिकल बहुत ही उपयोगी और मजेदार लगा होगा। इस निबंध के उदहारण द्वारा आपको अपना एक सुन्दर निबंध लिखना है, ना की सीधा ही रट्टा लगाना है. ऐसी ही हिंदी में मजेदार निबंध उदहारण के लिए हमारे ब्लॉग www.essay-topics.com की मुलाकात लेते रहिए और हमें YouTube , Facebook और Instagram पे फोलो करना ना भूले।

Leave a Comment Cancel reply

Save my name, email, and website in this browser for the next time I comment.

Class Topper Logo

दीपावली पर 10 लाइन | Short Essay on Diwali for Students

essay on diwali in hindi for 3rd class

दीवाली/दीपावली पर लघु निबंध :  सभी त्योहार के बीच मे  दीवाली  का त्योहार सबसे अलग है। इस पोस्ट में हम्म दीवाली पर लघु निबंध / Short Essay on Diwali   के बारे में हिन्द और इंग्लिश में लिखे है, मुझे आसाहे की ये Short Essay आपको बहत मदतदार होगा।

यहा पे आपको हर तरह का  Essay, Quiz, Short Essay, Application  मिल जाएगा। और ये आपकी पढ़ाई में बहत मदत करेगा। और इस पोस्ट में हम्म आपके  Short Essay on Diwali in Hindi में लिखे है।

Short Essay on diwali

Table of Contents

Short Essay on Diwali in Hindi

Pattern 1  –  10 Lines Essay  or  Shorts Essay  is very helpful for classes 1, 2, 3, 4, and 5 Students.

दिवाली  एक हिंदू त्योहार है। यह ज्यादातर उत्तर भारत में मनाया जाता है। काली पूजा और  दिवाली  दो त्योहार हैं जो एक ही दिन मनाए जाते हैं। इसे दीपवाई के रूप में भी जाना जाता है जिसका अर्थ है रोशनी का गंभीर होना। किंवदंती कहती है कि श्री राम चंद्र इसी दिन की रात अयोध्या वापस आए थे। इस दिन लोग नए कपड़े पहनते हैं। वे दोस्तों और रिश्तेदारों का अपने घरों में स्वागत करते हैं और उन्हें खाने के लिए मिठाई देते हैं। लोग आतिशबाजी और पटाखों से खेलते हैं और ये  दीपावली  एक प्रेम, उमंग, एकता और सुखमय जीवन का पर्व है।

10 Lines Essay on Diwali in Hindi

Pattern 2  –  10 Lines Essay  or  Shorts Essay  is very helpful for classes 6, 7, 8, and 9 Students.

  • दिवाळी हा भारतातील सर्वात सुंदर सणांपैकी एक आहे.
  • याला दिवाळी असेही म्हणतात ज्याचा अर्थ दिव्यांची साखळी आहे.
  • 14 वर्षांच्या वनवासानंतर भगवान राम अयोध्येत परतल्याबद्दल दिवाळी साजरी केली जाते.
  • तो दरवर्षी ऑक्टोबर किंवा नोव्हेंबरमध्ये साजरा केला जातो.
  • या सणाला लोकांनी आपली घरे रंगीबेरंगी दिवे, रांगोळी डिझाइन्स, फुले इत्यादींनी सजवली.
  • हा सण अंधारावर प्रकाशाच्या विजयाचे प्रतीक आहे.
  • लोक मिठाई, लाडू, करजी, कडबोळी इत्यादी पदार्थ बनवतात.
  • दिवाळीच्या तिसऱ्या दिवशी लोक देवी लक्ष्मी आणि गणेशाची पूजा करतात.
  • दिवाळीचे पाच दिवस धनत्रयोदशीपासून भैधुजपर्यंत.
  • दिवाळी हा प्रेम, एकता, आशा, विजय आणि आनंदी जीवनाचा सण आहे.

10 Lines Essay on Diwali in English

Pattern 3  –  10 Lines Essay  or  Shorts Essay  is very helpful for class 10,11 12, and Competitive Exams Students.

  • Diwali is one of the Most Beautiful Festivals in India.
  • It is also known as Deepawali means Series of Lights.
  • Diwali is Celebrated as Lord Ram Returned to Ayodhya after 14 Years of exile.
  • It is Celebrated in October or November each Year.
  • On This Festival People Decorated their houses with colorful Diyas, rangoli designs, flowers, etc.
  • This Festival marks the Victory of Light over Darkness.
  • People Prepare Sweet, Dishes Like Laddus, karajis, kadboli, etc.
  • People Worship Goddess Laxmi and Lord Ganesha on the 3rd day of Diwali.
  • Five Days of Diwali Starting from Dhanteras to Bhardwaj.
  • Diwali is the Festival of Love, Unity, Hope, Victory, and Happy Life.

10 Lines Essay on Diwali in English

10 Lines on Diwali in  Odia for Students

Pattern 4  –  10 Lines Essay  or  Shorts Essay  is very helpful for classes 1, 2, 3, 4, 5, 6, 7, 8, to College Students.

  • ଦିୱାଲୀ ହେଉଛି ଭାରତର ସବୁଠାରୁ ସୁନ୍ଦର ପର୍ବ |
  • ଏହା ଦୀପୱାଲୀ ଅର୍ଥାତ୍ ସିରିଜ୍ ଅଫ୍ ଲାଇଟ୍ ଭାବରେ ମଧ୍ୟ ଜଣାଶୁଣା |
  • 14 ବର୍ଷ ନିର୍ବାସନ ପରେ ପ୍ରଭୁ ରାମ ଅଯୋଧ୍ୟାକୁ ଫେରିବା ପରେ ଦିୱାଲୀ ପାଳନ କରାଯାଏ |
  • ଏହା ପ୍ରତିବର୍ଷ ଅକ୍ଟୋବର କିମ୍ବା ନଭେମ୍ବରରେ ପାଳନ କରାଯାଏ |
  • ଏହି ପର୍ବରେ ଲୋକମାନେ ରଙ୍ଗୀନ ଡିଆସ୍, ରଙ୍ଗୋଲି ଡିଜାଇନ୍, ଫୁଲ ଇତ୍ୟାଦି ସହିତ ନିଜ ଘରକୁ ସଜାଇ ଥିଲେ |
  • ଏହି ପର୍ବ ଅନ୍ଧକାର ଉପରେ ଆଲୋକର ବିଜୟକୁ ଚିହ୍ନିତ କରେ |
  • ଲୋକମାନେ ମିଠା, ଲଡସ୍, କରାଜିସ୍, କାଦବୋଲି ଇତ୍ୟାଦି ଖାଦ୍ୟ ପ୍ରସ୍ତୁତ କରନ୍ତି |
  • ଲୋକମାନେ ଦୀପାବଳିର ତୃତୀୟ ଦିନରେ ଦେବୀ ଲକ୍ଷ୍ମୀ ଏବଂ ଭଗବାନ ଗଣେଶଙ୍କୁ ପୂଜା କରନ୍ତି |
  • ଦିୱାଲିର ପାଞ୍ଚ ଦିନ ଧନ୍ତରସରୁ ଭରଦ୍ୱାଜ ପର୍ଯ୍ୟନ୍ତ |
  • ଦିୱାଲୀ ହେଉଛି ପ୍ରେମ, ଏକତା, ଆଶା, ବିଜୟ ଏବଂ ସୁଖମୟ ଜୀବନର ପର୍ବ |

10 Lines on Diwali in  Telugu for Students

Pattern 5  –  10 Lines Essay  or  Shorts Essay  is very helpful for classes 1, 2, 3, 4, 5, 6, 7, 8, to College Students.

  • దీపావళి భారతదేశంలో అత్యంత అందమైన పండుగలలో ఒకటి.
  • దీపావళి అంటే దీపాల శ్రేణి అని కూడా అంటారు.
  • 14 సంవత్సరాల వనవాసం తర్వాత శ్రీరాముడు అయోధ్యకు తిరిగి వచ్చినందున దీపావళి జరుపుకుంటారు.
  • ఇది ప్రతి సంవత్సరం అక్టోబర్ లేదా నవంబర్ లో జరుపుకుంటారు.
  • ఈ పండుగ నాడు ప్రజలు తమ ఇళ్లను రంగురంగుల దివ్యాలు, రంగోలి డిజైన్లు, పువ్వులు మొదలైన వాటితో అలంకరించారు.
  • ఈ పండుగ చీకటిపై వెలుగు సాధించిన విజయాన్ని సూచిస్తుంది.
  • ప్రజలు స్వీట్, లడ్డూలు, కరాజీలు, కడ్బోలి మొదలైన వంటకాలను తయారుచేస్తారు.
  • ప్రజలు దీపావళి 3వ రోజున లక్ష్మీదేవిని మరియు గణేశుడిని పూజిస్తారు.
  • ధన్‌తేరస్ నుండి భరద్వాజ్ వరకు ఐదు రోజుల దీపావళి.
  • దీపావళి అనేది ప్రేమ, ఐక్యత, ఆశ, విజయం మరియు సంతోషకరమైన జీవితానికి సంబంధించిన పండుగ.

10 Lines on Diwali in  Marathi for Students

Pattern 6  –  10 Lines Essay  or  Shorts Essay  is very helpful for classes 1, 2, 3, 4, 5, 6, 7, 8, to College Students.

  • याला दीपावली म्हणजे लाइट्सची मालिका असेही म्हणतात.
  • प्रभू राम १४ वर्षांच्या वनवासानंतर अयोध्येत परतले म्हणून दिवाळी साजरी केली जाते.
  • दरवर्षी ऑक्टोबर किंवा नोव्हेंबरमध्ये साजरा केला जातो.
  • या सणाला लोकांनी रंगीबेरंगी दिवे, रांगोळी डिझाईन, फुले इत्यादींनी आपली घरे सजवली.
  • हा सण अंधारावर प्रकाशाचा विजय दर्शवतो.
  • लोक गोड, लाडू, करजी, कडबोळी इत्यादी पदार्थ तयार करतात.
  • दिवाळीच्या तिसर्‍या दिवशी लोक देवी लक्ष्मी आणि भगवान गणेशाची पूजा करतात.
  • धनत्रयोदशीपासून भारद्वाज पर्यंत दिवाळीचे पाच दिवस.

Last Words on 10 Lines Essay on Diwali

Class Topper  सभी छात्रों के पढ़ाई के लिए ही Article बनाते है। कैसे एक Student आसानी से अपने  Homework  के साथ साथ अपने  General Knowledge  को कैसे बढ़ा सकता है? सिर्फ उसीके बारे मै ही हमरे सारे Article है। एक Student के लिए जीतने भी जरूरती  Essay  है जो मदत कर सकता है उनके पढ़ाई मै वो सारे  Essay  को हमने पोस्ट किए है।

इसके साथ साथ किस तरह से आप आसानी से  Essay  लिख सकते है या  Essay  लिखने का आसान तरीका को भी आप जान पाओगे और ये एस्से आपको  7 भासा में  मिल जाएगा, आप आपके बहस के अनुसार एशे पढ़ सकते है। इसके बाद Student के  General Knowledge  के लिए जीतने भी General  Quiz  है जो आसान करेगा Student के पढ़ाई या उनके जीतने भी  Quiz Competition  है उन सभी मै अपना बेहतर देने के लिए मदत करेगा।

अन्य पोस्ट देखें –  Short Essay  /  10 Lines Essay .

नीचे टिप्पणी अनुभाग में किसी भी संबंधित प्रश्न या सुझाव को बेझिझक छोड़ें। आपकी प्रतिक्रिया हमारे लिए मूल्यवान है! यदि आपको यह जानकारी दिलचस्प लगती है, तो इसे अपने दोस्तों के साथ साझा करने में संकोच न करें, जो इसे पढ़ने का आनंद भी ले सकते हैं। साझा करना देखभाल है!

References Links:

  • https://www.britannica.com/topic/Diwali-Hindu-festival
  • https://kids.nationalgeographic.com/pages/article/diwali
  • https://en.wikipedia.org/wiki/Diwali

I need to to thank you for this excellent read!! I definitely loved every little bit of it. I’ve got you saved as a favorite to look at new stuff you post…

When I originally left a comment I appear to have clicked the -Notify me when new comments are added- checkbox and from now on whenever a comment is added I get four emails with the exact same comment. Is there a means you are able to remove me from that service? Many thanks!

I am so sorry for the Sorry for this issue. We will try to resolve this

Comments are closed.

You must be logged in to post a comment.

Essay on Diwali for School Students and Children

500+ words essay on diwali.

First of all, understand that India is the land of festivals. However, none of the festivals comes close to Diwali. It is certainly one of the biggest festivals in India. It is probably the brightest festival in the world. People of different religions celebrate Diwali. Most noteworthy, the festival signifies the victory of light over darkness. This also means the triumph of good over evil and knowledge over ignorance. It is known as the festival of lights. Consequently, there are bright lights all over the whole country during Diwali. In this essay on Diwali, we will see the religious and spiritual significance of Diwali.

Essay on Diwali

The Religious Significance of Diwali

The religious significance of this festival has differences. It varies from one region to another in India. There is an association of many deities, cultures, and traditions with Diwali. The reason for these differences is probably local harvest festivals. Hence, there was a fusion of these harvest festivals into one pan-Hindu festival.

According to the Ramayana, Diwali is the day of the return of Rama. This day Lord Rama returned to Ayodhya along with his wife Sita. This return was made after Rama defeated demon King Ravana. Furthermore, Rama’s brother Lakshmana and Hanuman also came back to Ayodhya victorious.

There is another popular tradition for the reason of Diwali. Here Lord Vishnu as an incarnation of Krishna killed Narakasura. Narakasura was certainly a demon. Above all, this victory brought the release of 16000 captive girls.

Furthermore, this victory shows the triumph of good over evil. This is due to Lord Krishna being good and Narakasura being evil.

Association of Diwali to Goddess Lakshmi is the belief of many Hindus. Lakshmi is the wife of Lord Vishnu. She also happens to be the Goddess of wealth and prosperity.

According to a legend, Diwali is the night of Lakshmi wedding. This night she chose and wed Vishnu. Eastern India Hindus associate Diwali with Goddess Durga or kali. Some Hindus believe Diwali to be the start of a new year.

Get the huge list of more than 500 Essay Topics and Ideas

The Spiritual Significance of Diwali

First of all, many people try to forgive people during Diwali. It is certainly an occasion where people forget disputes. Therefore, friendships and relationships get stronger during Diwali. People remove all feelings of hatred from their hearts.

essay on diwali in hindi for 3rd class

This light festival brings peace to people. It brings the light of peace to the heart. Diwali certainly brings spiritual calmness to people. Sharing joy and happiness is another spiritual benefit of Diwali. People visit each other’s houses during this festival of lights. They do happy communication, eat good meals, and enjoy fireworks.

Finally, to sum it up, Diwali is a great joyful occasion in India. One cannot imagine the delightful contribution of this glorious festival. It is certainly one of the greatest festivals in the world.

essay on diwali in hindi for 3rd class

FAQs on Diwali

Q.1 Why there is are differences in the religious significance of Diwali?

A.1 There certainly are differences in the religious significance of Diwali. This is due to the local harvest festivals. These festivals certainly came together to form one pan-Hindu festival.

Q.2 Tell how Diwali brings prosperity?

A.2 Diwali brings prosperity as Hindu merchants open new account books on Diwali. Furthermore, they also pray for success and prosperity.

Customize your course in 30 seconds

Which class are you in.

tutor

  • Travelling Essay
  • Picnic Essay
  • Our Country Essay
  • My Parents Essay
  • Essay on Favourite Personality
  • Essay on Memorable Day of My Life
  • Essay on Knowledge is Power
  • Essay on Gurpurab
  • Essay on My Favourite Season
  • Essay on Types of Sports

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Download the App

Google Play

IndiaCelebrating.com

Diwali Essay

Diwali also called “Deepawali” is a major Hindu festival of India. The festival is celebrated with unequal zeal and pleasure by Hindus, throughout the country. It is celebrated to commemorate the return of Lord Rama to Ayodhya after an exile of 12 years. Rama is a very popular Hindu deity who is revered for his truthfulness and purity.

Hindus believe that his return was welcomed by the people of Ayodhya by lighting up the streets and houses by small earthen oil lamps; therefore, the Hindus celebrate the day as the festival of lights. Houses decorated with lights of different colours and sizes, earthen lamps glittering at the entrances and over the boundaries and railings make the view mesmerizing. People come out of their houses in new clothes and burn crackers and fireworks.

Speech on Diwali for School Students  |  Speech on Diwali for Teachers  |  Paragraph on Diwali

Long and Short Essay on Diwali in English

Diwali is a religious Hindu festival, celebrated as festival of lights by lighting lamps everywhere at homes, streets, shops, temples, markets, etc.

People of Hindu religion wait very eagerly for this special festival of Diwali . It is the most important and favorite festival of everyone especially for kids and children of the home.

Use following long and short essay on Diwali to make your kids smart enough at home or school and motivate them to know the history and significance of celebrating Diwali festival every year.

You can select anyone of these Diwali essay according to your need:

Short Essay on Diwali – Essay 1 (200 Words)

Diwali is one of the main festivals of Hindus. The preparation for Diwali celebration begins weeks before the festival. People begin with the preparations by cleaning their houses and shops. Every nook and corner of the houses, shops and offices is cleaned before Diwali. These are then decorated with lights, lamps, flowers and other decorative items.

Diwali

People shop for new clothes, home decor items and gifts for their loved ones on this festival. The markets are flooded with variety of gift items and sweets around this time. It is a good time for the businessmen. It is also a good time to bond with our near and dear ones. People visit each other around this time and exchange gifts as a part of the celebration.

On the day of Diwali, people light up their houses with diyas, candles and lights. They also make rangoli and decorate their houses with flowers. The ritual of worshipping Goddess Lakshmi and Ganesha is followed in every Hindu household on the occasion of Diwali. It is said that this brings in prosperity and good luck.

Also known as the festival of lights, Diwali is all about worshiping the deities, burning crackers, having sweets and making merry with the loved ones. It is considered to be one of the most auspicious days in the Hindu calendar.

Essay on Diwali – Festival of Lights and Gifts – Essay 2 (300 Words)

Introduction

Diwali is also known as Deepawali meaning a row of diyas. The festival is celebrated with great zeal throughout India. It is celebrated each year to commemorate the return of Lord Rama to his kingdom, Ayodhya. A series of rituals are performed to celebrate this festival.

Festival of Lights

Lighting diyas is one of the main rituals of this Hindu festival. People buy beautiful earthenware diyas each year and illuminate their entire house as a part of Diwali celebration. It is said that the entire town of Ayodhya was lighted with diyas to welcome Lord Rama, Laxman and Sita. People continue to follow this ritual even today. This is a way to please the deities.

The houses, marketplaces, offices, temples and all the other places are illuminated with lights on this day. Candles, lamps and decorative lights are also lit up to add to the beauty.

Rangolis are made and diyas are placed in between these beautiful creations of art to enhance their look.

Exchange of Gifts

Exchanging gifts is one of the main rituals of the Diwali festival. People visit their colleagues, neighbours, relatives and friends and present gifts to them to strengthen their bond. The Hindu culture teaches us to live in harmony with one another. Diwali, one of the main Hindu festivals, promotes the feeling of brotherhood and unity amid diversity.

While exchanging sweets and boxes of dry fruit was common in the earlier times, these days people look for unique and innovative gift items. Numerous kinds of Diwali gifts are available in the market these days.

People also purchase gifts for their employees and house helps. Many people also visit orphanages and old age homes and distribute gifts there.

People await Diwali all year long and the preparations for its celebration begin almost a month before the festival. People gleefully perform all the rituals associated with it.

Essay on Diwali Celebration – Essay 3 (400 Words)

As per the Hindu calendar, Diwali falls on the new moon (amavasya) during the Kartik month. This is considered to be one of the most auspicious times in the Hindu religion. People wait for this time of the year to start a new business, shift to a new house or purchase a big asset such car, shop, jewellery, etc. A number of mythological stories are associated with the celebration of this festival. People belonging to different regions of India celebrate it for different reasons. However, it calls for a grand celebration everywhere.

Cleaning and Decoration

Diwali celebration begins with the cleaning of the houses and work places. From washing curtains to cleaning the fans, from cleaning every corner of the house to discarding the useless old stuff – Diwali is the time for a thorough cleaning of the houses as well as work places. Many cleaning agencies offer special discounts and offers around Diwali and make good business.

People also shop for various home decor items to redecorate their places. The houses are decorated with diyas, lights, lanterns, candles, flowers, drapes and many other decorative items.

Sharing the Joy

People visit their relatives, neighbours and friends. They exchange gifts and spend time with each other. Many people host Diwali parties to celebrate the festival with their loved ones. The joy of celebration doubles up this way.

Many residential societies organize Diwali parties to celebrate the occasion. It is a great way to rejoice in the festival.

Worshipping the Deities

Goddess Lakshmi and Lord Ganesha are worshipped during the evening hours. People wear new clothes and offer prayers to the deities. It is believed that worshipping Goddess Lakshmi and Lord Ganesha on this day brings in wealth, prosperity and good luck.

Burning of Fire Crackers and Increasing Pollution

Fire crackers are also burnt as a part of Diwali celebrations. Large numbers of crackers are burnt on this day each year. While it offers momentary pleasure, its repercussions are extremely harmful. It adds to air, noise and land pollution. Many people suffer due to the pollution caused.

Diwali without fire crackers would be much more beautiful. The newer generations must be sensitized about the harmful effects of burning crackers and should be encouraged to celebrate this festival without fireworks.

Diwali, also known as the festival of lights, is a mark of the Hindu tradition. It is celebrated with joy and enthusiasm by the Hindu families year after year. It is time to spread joy, love and laughter and not pollution.

Essay on Why do we Celebrate Diwali? – Essay 4 (500 Words)

Diwali falls sometime between the mid of October and mid of November. It is one of the main festivals of Hindus. The festival is celebrated for different reasons in different parts of India. A number of rituals form a part of the Diwali celebrations. Illuminating houses with diyas and candles and worshiping Goddess Lakshmi and Lord Ganesha are among the main rituals.

Why Do we Celebrate Diwali?

While it is largely believed that Diwali is celebrated to rejoice the return of Lord Rama to Ayodhya, many other folklores and mythological stories are associated with it. Here are some of the reasons why this festival is celebrated.

The Return of Lord Rama

It is believed that on this day, Lord Rama returned to his hometown Ayodhya after staying in exile for fourteen long years. He was accompanied by his brother Lakshman and wife Sita. Sita was abducted by the demon, Ravana. She was kept as a hostage in his kingdom until Lord Rama defeated him and brought her back. As Lord Rama, Lakshman and Sita returned to Ayodhya, the people were thrilled and excited.

The entire town was illuminated with diyas. Sweets were distributed and people made merry. This is how we continue to celebrate this day even today.

The Harvest Festival

In some parts of the country, Diwali is considered to be a harvest festival. This is because it is the time when rice is cultivated. Since, India is mainly an agricultural economy this is the time for celebration. Grand celebration is held at this time. The festival holds special importance for the farmers.

The Legend of Lord Vishnu and Goddess Lakshmi

It is said that King Bali had imprisoned Goddess Lakshmi. It was on this day that Lord Vishnu disguised himself and set the Goddess free from the evil king. The day thus calls for a celebration. In many parts of the country, people celebrate Diwali to rejoice the return of Goddess Lakshmi.

The Birth of Goddess Lakshmi

It is said that Goddess Lakshmi was born on the new moon of the Kartik month. Thus, in certain regions, Diwali is celebrated to rejoice the birth of Goddess Lakshmi who is worshipped during the evening hours on this day. Goddess Lakshmi is the Goddess of wealth and prosperity and the Hindus hold high regard for her.

The ritual of worshipping Goddess Lakshmi and Lord Ganesha is followed in every Hindu household on the day of Diwali.

No matter what the reason, Diwali is celebrated with immense enthusiasm across India as well as some other countries. Cleaning the house, shopping for new clothes, sweets and gifts, decorating the house, illuminating lamps, offering prayers, burning fire crackers and meeting loved ones are some of the rituals followed on Diwali.

Diwali brings us closer to our near and dear ones. People of all age groups await this festival and look forward to celebrate it with their loved ones. Every member of the family takes active part in the Diwali celebration. People religiously follow all the rituals that form a part of the Diwali celebrations and pass them on to the next generations.

Essay on Diwali, Pollution and Eco-friendly Diwali – 5 (600 Words)

Diwali is the time to meet and greet our loved ones, prepare delicious sweets, wear new clothes, redecorate the house and worship Goddess Lakshmi. It is also the time to burn fire crackers. While all the Diwali rituals are beautiful and pious, burning fire crackers to rejoice the day is not appreciated much. This is because it adds to the pollution in the atmosphere.

Diwali Celebrations

Diwali is being celebrated in India since the ancient times. It is a day to celebrate the victory of light over darkness. This is because as per Hindu mythology, this was the day when Lord Rama returned to his kingdom Ayodhya after staying in exile for 14 years. He returned victorious after killing the demon, Ravana and freeing Sita from his clutches.

The effigies of Ravana are burnt across India on Dussehra each year. It marks the victory of good over evil. Diwali falls twenty days later. The houses and marketplaces are illuminated with beautiful diyas and lights to celebrate Diwali. Rangolis are made and decorative items are used to enhance the beauty of these places. People decorate their houses after cleaning them thoroughly to welcome Goddess Lakshmi who is worshipped on this day. It is believed that Goddess Lakshmi; the Goddess of wealth, only visits places that are clean and beautiful.

People visit each other and exchange gifts as a part of the Diwali celebrations. Many people host house parties on this day. It is a great time to bond with our relatives and friends. Many offices and residential societies host Diwali parties a day or two before the festival.

Children especially look forward to burn fire crackers on this day. They gather around and rejoice the festival by burning different kinds of crackers.

Diwali Pollution: A Matter of Concern

Diwali is an auspicious day. The entire atmosphere is filled with the air of festivity and joy around this time. However, it eventually fills with pollution. The fire crackers burnt on this day are a complete put off. Burning crackers is said to be a ritual on Diwali. People burn thousands of crackers in the name of ritual on this day each year. This results in the increase in pollution levels in the atmosphere. The sky turns hazy and the consequences are harmful. It gives way to many health problems. This is especially unsafe for asthmatic patients, heart patients, pregnant women, elderly people and infants. It is difficult to step out on Diwali as well as days after the festival.

The burning of crackers does not only pollute the air but also causes noise pollution. It is particularly disturbing for sick and elderly people, small kids, students and animals.

Eco-Friendly Diwali: A Good Idea

It is high time we must behave as responsible citizens and stop burning crackers to celebrate Diwali or any other occasion for that matter. We must celebrate eco-friendly Diwali.

We must say no to crackers and advise those around us to do the same. Parents must take this as their responsibility to tell their kids about the negative repercussions of burning crackers. Kids must also be sensitized about the same in the schools. This will help in bringing down the fire works on Diwali.

Apart from the measures that people can take at their end, it is important to put a check on the sale of fire crackers. The government must intervene for the same. The production and sale of fire crackers must be banned or at least some restriction should be put on the same.

Diwali is a sacred festival. We must maintain its sanctity by celebrating it the right way. We should refrain from burning crackers owing to the harmful effects it has on the environment that ultimately impacts life on Earth.

Diwali Essay – 6 (1000 words)

Diwali is the most significant Hindu festival celebrated all over the India in the autumn season every year. The spiritual significance of this festival indicates the victory of light over darkness. It is a five days long festival celebrated by the people with huge preparations and rituals. It falls every year in the month of October or November. Many days ago of the festival, people start cleaning, renovating and decorating their homes and offices. They purchase new dresses, decorative things like diyas, lamps, candles, puja materials, statue of God and Goddess and eating things especially for Diwali.

People do worship of God Ganesha and Goddess Lakshmi for getting wealth and prosperity in their life. They perform puja on main Diwali with lots of rituals. After puja, they get involved in the fireworks activities and then distribute gifts to each other among neighbors, family members, friends, offices, etc. People celebrate Dhanteras on first day, Naraka Chaturdasi on second day, Diwali on third day, Diwali Padva  (Govardhan Puja) on fourth day, and Bhai Dooj on fifth day of the festival. It becomes official holiday in many countries on the day of festival.

Celebration of Diwali with Family without Crackers

Diwali is my favorite festival of the year and I celebrate it with lots of enthusiasm with my family members and friends. Diwali is called as the festival of lights because we celebrate it by lighting lots of diyas and candles. It is a traditional and cultural festival celebrated by each and every Hindu person all over India and abroad. People decorate their houses with lots of candles and small clay oil lamps indicating the victory of good over evil.

Family members spend their most of the day time in preparing house (cleaning, decorating, etc) to welcome the festival with grand evening party. Neighbors, family members, and friends gets collected in the evening party and enjoy the party with lots of delicious Indian dishes, dance, music, etc all through the night. Houses look very attractive in white wash, candle lights and rangolis. High pitch music and fireworks makes the celebration more interesting.

People go to their home by taking off from their job, offices and other works; students also book their train around three months ago to easily go to their home on Diwali festival because everyone wants to celebrate this festival with their family members in the home town. People generally enjoy the festival by feasting, bursting crackers and enjoying the dance with family and friends.

However, it is prohibited by the doctors to got outside and enjoy firecrackers especially people suffering from lung or heart diseases, hypertension, diabetes, etc. Such people have to knock the doctor’s door because of consuming highly saturated food and sweets in high amount and lack of exercises and pollution caused by crackers in these days.

Significance of Diwali

Diwali festival is celebrated by the people with great revelry and lots of fun and frolic activities. It becomes the happiest holiday for Indian people in the year and celebrated with significant preparations. It is the festival of high significance for Indian people during which people clean their homes, decorate, do shopping, buy new things including gifts, kitchen utensils, appliances, cars, golden jewelry, etc and perform so many rituals.

There are many ancient stories, legends, and myths about celebrating this festival. Girls and women of the home do shopping and make rangolis in creative patterns on the floors near to the doors and walkways of home. There are little variations in the celebration of this festival according to the regional practices and rituals.

The spiritual significance of this festival symbolizes the victory of light over darkness and victory of good over evil. It is celebrated to honor the Goddess of wealth, Lakshmi and God of wisdom, Ganesha. Its religious significance varies according to the region all through the country. Somewhere, it is celebrated to honor the returning of Rama, Sita and Lakshmana to their home after long exile period of 14 years (according to Hindu epic Ramayana).

Some people celebrate it to remember the return of Pandavas to their kingdom after 12 years of Vanvas and one year of agyatavas (according to Hindu epic Mahabharata). It is also believed that it was started celebrating when Goddess Lakshmi was born after churning the ocean by the gods and demons. Diwali celebration also indicates the start of a new Hindu year in the west and some northern parts of India. It is celebrated by the people of Sikh religion to mark the Bandi Chhor Divas by lighting up the Golden Temple. It is celebrated by the people of Jain religion to mark the Nirvana attained by the Mahavira.

Pollution on Diwali

Together with the Diwali celebration, there is indirect increase in the environmental pollution all over the world because of the bursting of various types of firecrackers during this festival. Such firecrackers are very dangerous as they release toxic pollutants like sulphur dioxide, carbon monoxide, carbon dioxide, and so many etc which gets intermingled into the air and causes variety of ailments like asthma, bronchitis, hypertension, etc. It affects the people of all age group however those people who already suffer any type of ailment. Together with the human beings, it also affects the lives of animals, birds and other living beings due to air and noise pollution.

Now-a-days, there is a campaign run by the government to celebrate pollution free Diwali all over the country. Schools and various organizations also organizes various demonstrations prior to the celebration to educate and aware students for pollution-free festival. Environment and pollution departments also do many efforts by publishing pollution free news in the various newspapers to aware people and curb noise and air pollution because of firecrackers. Bursting sound-emitting firecrackers has been banned by the Supreme Court especially during 10 pm to 6 am.

Air and water pollution is also caused by the decay of remnants of fireworks and deluge of garbage like empty bottles, papers used to light off rockets, gift wrappers, dried flowers, etc at the nook and corners of the city. We all should practice celebrating the pollution free Diwali every year in order to save and enjoy the natural beauty of environment forever.

Related Information:

Slogans on Diwali

Paragraph on Diwali

Information about Diwali Festival

Dussehra Essay

Essay on Festivals of India

Essay on Holi

Essay on Ganesh Chaturthi

Diwali for Kids

Essay on Pollution Due to Diwali

Essay on Dhanteras

Essay on Bhai Dooj 

Essay on Govardhan Puja

Essay on Dev Deepawali

Essay on Kali Puja

Related Posts

Money essay, music essay, importance of education essay, education essay, newspaper essay, my hobby essay, leave a comment cancel reply.

Your email address will not be published. Required fields are marked *

  • CURRENT AFFAIRS
  • INDIAN POLITY
  • TERM AND CONDITIONS
  • UPSC BOOK LIST
  • UPSSSC PET BOOK LIST

essay on diwali in hindi

WhatsApp Channel

Telegram Group

essay on diwali in hindi 400 words

“दिवाली प्रकाश का पर्व है तथा बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक है। इस त्योहार में विविध परंपराएं, धार्मिक महत्व के साथ-साथ कुछ पर्यावरण संबंधी चिंताएं भी शामिल हैं। आज के इस डिजिटल युग में, यह त्योहार प्रेम और करुणा के मूल्यों की याद दिलाते हुए वैश्विक एकता को बढ़ावा देता है”

दिवाली को दीपावली के नाम से भी जाना जाता है, भारत और दुनिया भर में भारतीय समुदायों द्वारा सबसे अधिक मनाए जाने वाले त्योहारों में से एक है। यह त्योहार कार्तिक मास की अमावस्या को मनाया जाता है। संस्कृत शब्द “दीपावली” से उत्पन्न इसका शाब्दिक अर्थ है “रोशनी की पंक्तियाँ”, दिवाली रोशनी का त्योहार है, जो अंधकार पर प्रकाश और बुराई पर अच्छाई की विजय का प्रतीक है। यह आम तौर पर पांच दिनों तक चलता है और इसमें मोमबत्तियों, लाइट्स इत्यादि के द्वारा घर को सजाया जाया है । यह त्योहार अत्यधिक महत्व रखता है और त्योहार की अवधि में विभिन्न संस्कृतियों और धर्मों के बीच खुशी, आध्यात्मिकता और एकता का प्रवाह होता है।

सांस्कृतिक और धार्मिक महत्व (The Cultural and Religious Significance)

दिवाली मुख्यता हिंदू, जैन, सिख और बौद्ध धर्म के अनुयायियों द्वारा मनाई जाती है, प्रत्येक समुदाय इस त्योहार को बहुत महत्व देता है। दीपावली का सांस्कृतिक और धार्मिक महत्व अलग-अलग है, लेकिन सामान्य तौर पर पर्व अंधेरे पर प्रकाश की जीत, परिवार और समुदाय के महत्व और जीवन तथा आत्मा की जागृति को दर्शाता है

निबंध का उद्देश्य (The Purpose of the Essay)

इस निबंध का उद्देश्य दिवाली के विभिन्न पहलुओं जिनमे दीपावली के ऐतिहासिक और सांस्कृतिक महत्व, धार्मिक संदर्भों, परंपराओं और रीति-रिवाजों और दिवाली द्वारा दिए जाने वाले व्यापक संदेश पर प्रकाश डालना है।

essay on diwali in hindi for class 10th

हिंदू धर्म में दिवाली ( diwali in hinduism).

हिंदू धर्म में दिवाली का विशेष महत्व है और इसे विभिन्न कारणों से मनाया जाता है:

भगवान राम की वापसी

दीपावली को भगवान राम के 14 साल के वनवास के बाद अयोध्या लौटने की खुशी में मनाया जाता है। यह अधर्म पर धर्म की विजय का प्रतीक है।

देवी लक्ष्मी की पूजा

मान्यता ​​है कि दिवाली के दौरान, धन और समृद्धि की देवी लक्ष्मी साफ और अच्छी रोशनी वाले घरों में आती हैं । परिवार उनसे धन और वैभव का आशीर्वाद मांगने के लिए प्रार्थना करते हैं

नरकासुर की कहानी

कुछ क्षेत्रों में, दिवाली राक्षस नरकासुर पर भगवान कृष्ण की जीत की याद में मनाई जाती है, जो बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक है

जैन धर्म में दिवाली (Diwali in Jainism)

जैन धर्म के अनुयायियों के लिए दिवाली एक विशिष्ट आध्यात्मिक महत्व रखती है, दीपावली भगवान महावीर के निर्वाण प्राप्ति का प्रतीक है, जो जन्म और मृत्यु के चक्र से अंतिम मुक्ति है। जैन लोग इस दिन को मंदिरों में जाकर तथा आत्मज्ञान के मार्ग को इंगित करने के लिए दीपक जलाकर मनाते हैं।

सिख धर्म में दिवाली (Diwali in Sikhism)

सिख धर्म में दिवाली गुरु हरगोबिंद जी से संबंधित घटनाओं के सम्मान में मनाई जाती है, सिख उस दिन को याद करते हैं जब छठे सिख गुरु गुरु हरगोबिंद जी को मुगल सम्राट द्वारा कारावास से रिहा किया गया था। इस घटना को बन्दी छोड़ दिवस के रूप में भी स्मरण किया जाता है। यह घटना धार्मिक स्वतंत्रता के लिए संघर्ष और जीत का प्रतीक है।

बौद्ध धर्म में दिवाली (Diwali in Buddhism)

बौद्ध धर्म के अनुयायियों के लिए अनुसार, जब गौतम बुद्ध कपिलवस्तु वापस आए तो वहाँ के निवासियों ने दीप जलाकर उनका स्वागत किया,उसी समय बुद्ध ने “अप्पो दीपो भवः” का उपदेश दिया था, आज भी बौद्ध धर्म के अनुयायी दीपावली के दिन स्तूपों पर दीपक प्रज्ज्वलित करके भगवान बुद्ध का स्मरण करते हैं

विभिन्न संस्कृतियों और क्षेत्रों में दिवाली (Diwali in Different Cultures and Regions)

दिवाली विभिन्न संस्कृतियों और क्षेत्रों में विविध तरीकों से मनाई जाती है। प्रत्येक समुदाय के दीपावली को मनाने की अपनी अलग परंपरा तथा रीति-रिवाज होते है:

उत्तरी भारत

उत्तरी भारत में दिवाली को भगवान राम की घर वापसी के रूप में मनाया जाता है। लोग मिट्टी के दीये जलाते हैं, पटाखे फोड़ते हैं और मिठाइयाँ और उपहारों का आदान-प्रदान करते हैं।

दक्षिणी भारत

दक्षिण भारत में दिवाली को देवी लक्ष्मी की पूजा, मिठाइयों के आदान-प्रदान तथा घरों के प्रवेश द्वार पर सुंदर रंगोली बनाकर मनाया जाता है।

पूर्वी भारत

पूर्वी भारत में दिवाली देवी काली की पूजा के साथ मनाई जाती है। लोग मंदिरों में दीपक जलाते हैं और पूजा-अर्चना करते हैं।

पश्चिमी भारत

पश्चिमी भारत में दिवाली व्यवसायों के लिए नए साल की शुरुआत का प्रतीक है। समृद्धि के लिए देवी लक्ष्मी का आशीर्वाद पाने के लिए लोग “चोपड़ा पूजन” की पारंपरिक प्रथा निभाते हैं।

दिवाली से जुड़ी परंपराएं और रीति-रिवाज (Traditions and Customs Associated with Diwali)

घरों की साफ़-सफाई और सजावट

दिवाली से पहले, घरों को अच्छी तरह से साफ किया जाता है और घरों की सजावट की जाती है। घरों को तरह तरह से सजाया जाता है। रंगोली, फूलों की माला और तोरण का उपयोग उत्सव के माहौल में चार चांद लगा देता है।

यह प्रथा नकारात्मकता को दूर करने और सकारात्मकता तथा धन और समृद्धि लाने वाली देवी लक्ष्मी के स्वागत का प्रतीक है।

रंगोली और प्रकाश व्यवस्था

रंगीन पाउडर का उपयोग करके घरों के प्रवेश द्वार पर एक से बढ़कर एक डिज़ाइन वाली रंगोली का निर्माण किया जाता है तथा तेल के दीपक और मोमबत्तियाँ जलाई जाती है। रंगोली रंगीन पाउडर, चावल या फूलों की पंखुड़ियों का उपयोग करके बनाई जाती हैं और मेहमानों के स्वागत और अच्छे भाग्य का प्रतीक होती हैं। तेल के दीपक और मोमबत्तियाँ जलाना अंधेरे पर प्रकाश की विजय का प्रतीक है। 

पारंपरिक कपड़े और भोजन

लोग नए कपड़े पहनते हैं और परिवार और दोस्तों के साथ सेवन करने के लिए स्वादिष्ट भोजन और मिठाइयाँ तैयार करते हैं। नए कपड़े खरीदना और पहनना एक नई शुरुआत और पुरानी आदतों और नकारात्मकताओं को त्यागने का प्रतीक है। 

मंदिरों के दर्शन करना और आशीर्वाद मांगना

लोग दिवाली के दौरान भगवान से आशीर्वाद लेने के लिए मंदिरों में जाते हैं। इस दौरान मंदिरों को सजाया और रोशन किया जाता है, भक्त प्रार्थना करते हैं, दीपक जलाते हैं और धार्मिक समारोहों में भाग लेते हैं और आने वाले वर्ष में समृद्धि और खुशहाली का आशीर्वाद मांगते हैं।

आतिशबाज़ी और पटाखे

आतिशबाज़ी और पटाखे दिवाली उत्सव का एक महत्वपूर्ण हिस्सा हैं, जो बुराई पर अच्छाई की जीत और प्रकाश के द्वारा अंधेरे को दूर करने का प्रतीक है।

यह त्योहार एकजुटता और पारिवारिक संबंधों के महत्व पर जोर देता है । दीपावली एक ऐसा समय है जब परिवार के लोग एक साथ इकट्ठा होते है, तथा मिलकर त्योहार मनाते है तथा आसपड़ोस एवं सगे संबंधियों तथा दोस्तों को उपहार और मिठाइयों का आदान-प्रदान करते है, यह दिवाली की एक आम परंपरा है। यह एक दूसरे के प्रति स्नेह, प्यार और शुभकामनाएं व्यक्त करने का एक तरीका है

दिवाली का आध्यात्मिक और प्रतीकात्मक अर्थ (Spiritual and symbolic meaning of Diwali)

1. दिवाली व्यक्तियों को अज्ञानता और नकारात्मक गुणों को दूर करने के लिए प्रोत्साहित करती है।

2. दिवाली प्रकाश, प्रेम और अच्छाई का एक सार्वभौमिक संदेश देती है जो किसी भी सीमा से परे होता है।

दिवाली पर पर्यावरण संबंधी चिंताएँ (Environmental Concerns on Diwali)

वायु गुणवत्ता पर पटाखों का प्रभाव (The Impact of Firecrackers on Air Quality)

 दिवाली के दौरान पटाखों का व्यापक उपयोग किया जाता है,  ये आतिशबाजी हवा में काफी हानिकारक रसायन प्रदूषक छोड़ती है, जो हवा की गुणवत्ता को काफी हद तक खराब कर सकती है । पटाखों के कारण वायु प्रदूषण में वृद्धि से खासकर श्वसन संबंधी समस्याओं वाले व्यक्तियों को स्वास्थ्य संबंधी गंभीर समस्याएं हो सकती हैं

पर्यावरण-अनुकूल दिवाली समारोह (Eco-Friendly Diwali Celebrations)

प्रदूषण मुक्त त्योहार मनाने के लिए, Eco-Friendly विकल्पों की खोज लगातार जारी है, बहुत से व्यक्ति कम प्रदूषक आतिशबाजी का विकल्प चुनने लगे हैं, या कुछ मामलों में, पटाखों को पूरी तरह से त्यागने का विकल्प भी चुनने लगे हैं। प्रदूषण के बारे में जागरूकता बढ़ाना भी एक अनिवार्य कदम है। पर्यावरण-अनुकूल दिवाली समारोह के लिए अन्य विकल्पों में एलईडी रोशनी का उपयोग करना, बायोडिग्रेडेबल सामग्रियों से सजावट करना और पारंपरिक दीयों का उपयोग करना शामिल है

डिजिटल युग में दिवाली (Diwali in the Digital Age)

 डिजिटल युग में, दिवाली ने भी डिजिटल दुनिया को पूरी तरह से अपना लिया है। लोग अब त्योहार मनाने के लिए साधारण एवं वीडियो कॉल के माध्यम से परिवार और दोस्तों के साथ जुड़ते हैं, दीपावली की शुभकामनाएं साझा करते हैं और यहां तक ​​कि ऑनलाइन पूजा एवं प्रार्थना समारोह में भी भाग लेते हैं। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म दिवाली से संबंधित पोस्ट, संदेशों आदि से पूरी तरह जगमग रहते है । यह दिवाली की खुशियों को भौगोलिक सीमाओं से परे फैलाने का एक तरीका बन गया है।

दुनिया भर में दिवाली (Diwali Around the World)

दिवाली केवल भारत तक ही सीमित नहीं है बल्कि दुनिया भर में भारतीय समुदायों द्वारा मनाई जाती है। संयुक्त राज्य अमेरिका, यूनाइटेड किंगडम और कनाडा सहित विभिन्न देशों में, दीपावली कार्यक्रम और उत्सव बहुसांस्कृतिक समारोहों का एक अभिन्न अंग बन गए है 

essay on diwali in hindi 10 lines (दीपावली का निबंध 10 वाक्यों में)

दिवाली का संदेश (The Message of Diwali)

दीपावली अंधेरे पर प्रकाश की विजय, हमारे जीवन में अज्ञानता, नकारात्मकता और बुराई को दूर करने के महत्व का प्रतीक है। दिवाली व्यक्तियों को दुनिया में प्रकाश की किरण बनने, सकारात्मकता, आशा, सच्चाई जैसे मूल्यों को फैलाने का आह्वान करती है, दिवाली का संदेश धार्मिक सीमाओं से परे है। यह अंतरधार्मिक संवाद, एकता और साझा मूल्यों के उत्सव को प्रोत्साहित करता है। विभिन्न चुनौतियों का सामना कर रहे विश्व में, दिवाली का संदेश सांस्कृतिक या धार्मिक पृष्ठभूमि की परवाह किए बिना हमारे जीवन में अच्छाई, प्रकाश और एकता की आवश्यकता की एक सार्वभौमिक अनुस्मारक के रूप में कार्य करता है। आइये हम यह सुनिश्चित करते हुए कि इस तेज़ी से बदलते समय में भी इस त्योहार की मूल भावना जीवंत बनी रहे, त्योहार को जागरूकता और जिम्मेदारी के साथ मनाएं ।

दीपावली के बारे में क्या लिखें?

दिवाली, जिसे रोशनी के पर्व के रूप में भी जाना जाता है, एक प्रमुख त्योहार है जिसे बड़े उत्साह के साथ मनाया जाता है। यह अंधकार पर प्रकाश और बुराई पर अच्छाई की विजय का प्रतीक है। दिवाली के दौरान, लोग दीपक जलाते हैं, अपने घरों को सजाते हैं, उपहारों का आदान-प्रदान करते हैं और पारंपरिक भोजन का आनंद लेते हैं।

सरल शब्दों में दीपावली की विश कैसे करें?

आप किसी को सरल शब्दों में दिवाली की शुभकामनाएं दे सकते हैं, जैसे-आपको दिवाली की शुभकामनाएं या यह दिवाली आपके लिए समृद्धि, शांति और आनंद लेकर आए

दीपावली का प्राचीन नाम क्या है?

दिवाली का प्राचीन नाम दीपावली है। दीपावली संस्कृत के शब्द दीप से बना है, जिसका अर्थ है दीपक या रोशनी, और अवली जिसका अर्थ है पंक्ति तो दीपावली का अर्थ मूलतः है- दीपकों की पंक्ति या रोशनी का त्योहार

दीपावली का क्या महत्व है?

दीवाली बुराई पर अच्छाई एवं अंधकार पर प्रकाश की जीत का प्रतीक है

essay on diwali by Pandit Ji Education

PANDIT JI EDUCATION PDF STORE

यह भी पढ़े:-

  • आधुनिकीकरण पर निबंध
  • upsc books list
  • Geography PDF

please read website Disclaimer carefully

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Save my name, email, and website in this browser for the next time I comment.

essay on diwali in hindi | दीपावली पर निबंध 1000 शब्दों में | दिवाली

  • by Sachin Vats
  • Privacy Policy
  • Happy Diwali 2023
  • Happy Diwali
  • Diwali 2023
  • Deepawali 2023
  • Happy Diwali: 2023

कक्षा 7 के लिए दीपावली पर निबंध: दीपावली का महत्व और मनाने के तरीके

DiwaliShare

Essay on Diwali in Hindi for Class Seven

दीपावली पर निबंध कक्षा 7 के लिए.

जो छात्र कक्षा 7 मे पढ़ते है, उनको अपने स्कूल मे दीपावली पर निबंध  कक्षा 7 Essay On Diwali Hindi for Class Seven लिखने को दिया जाता है, तो उन विद्यार्थियो के लिए इस पोस्ट मे दीपावली पर निबंध कक्षा 7 के लिए बताने जा रहे है, जिसकी सहायता से आप अपने क्लास मे दिवाली पर निबंध Essay On Diwali Hindi for Class Seven लिख सकते है। और दिवाली के बारे मे जानकारी देने के लिए इस दीपावली पर निबंध कक्षा 7 Essay on Diwali Hindi for Class Six को शेयर भी कर सकते है, और इसे पढ़कर दिवाली के महत्व को भी बता सकते है,

  • दीपावली पर निबंध कक्षा 7

Essay on Diwali Hindi for Class Seven

दीपावली जिसे दीपों का त्यौहार या रोशनी का त्यौहार कहा जाता है, जो की यह दीपावली शरद ऋतू के कार्तिक महीने के अमावस्या के दिन हर वर्ष मनाया जाता है, दीपावली हिंदुओं का सबसे पवित्र और सबसे बड़ा त्यौहार माना जाता है दीपावली या दीवाली किसी भी नाम से पुकारे ये त्यौहार आनंद और प्रकाश ही फैलता है।

Table of Contents

दिवाली जो की भारतीय संस्कृति का सर्वप्रमुख त्यौहार है यह प्रतिवर्ष कार्तिक अमावस्या को मनाया जाता है ‘तमसो मा ज्योतिर्गमय ‘अंधेरे से ज्योति अर्थात प्रकाश की ओर जाइये यह अपने उपनिषदों की आज्ञा मानी जाती है अर्थात प्रत्येक मनुष्य अपने जीवन के गम के अंधेरों को खत्म करके उजाले की ओर जाए अपने मन के अंधेरों को भी खत्म करे यही दीपावली का त्यौहार है।

भारत त्योहारों और मेलों का देश है। दिवाली या दीपावली भारत के सबसे महत्वपूर्ण और रंगीन त्योहारों में से एक है। इसे रोशनी का त्योहार कहा जाता है। दीवाली 14 साल के वनवास में रहने के बाद भगवान राम, सीता और लक्ष्मण की अयोध्या वापसी का जश्न मनाती है।

अयोध्या के लोग बड़ी संख्या में उनका स्वागत करने के लिए खुशी से झूम उठे। यह पर्व भगवान राम के समय से ही मनाया जाता रहा है। लोग अपने घरों, दुकानों और अन्य इमारतों की सफेदी और पेंटिंग करके महान त्योहार की तैयारी करते हैं।

यह त्यौहार 5 दिनों तक की लंबी अवधि तक चलने वाला त्यौहार है। पहले दिन लोग धनतेरस के रूप में मनाते हैं इस दिन में बाजार से कुछ वस्तुएं खरीद के लाते है दीपावली का दूसरा दिन नारक चतुर्दशी या छोटी दिपावली के रूप में मनाया जाता है क्योंकि इस दिन भगवान कृष्ण ने नरकासुर का वध करके बुराई पर अच्छाई की जीत का परचम लहराया था।

इस त्यौहार का तीसरा दिन बहुत प्रमुख होता है क्योंकि इसी दिन दीपावली का ऐतिहासिक पर्व मनाया जाता है। ऐसा माना जाता है कि इस दिन भगवान राम 14 वर्ष का वनवास काटकर अयोध्या में पधारे थे इसलिए अयोध्या वासियों ने अपने भगवान राम को खुश करने के लिए उनके स्वागत में सभी जगह फूलों की बरसात कर दी और जी के दीपक जला दिए।

दीपावली की रात को, धन की देवी भगवान गणेश और लक्ष्मी की पूजा की जाती है। पटाखों और फुलझड़ियों से खेल रहे लोग। धन, स्वास्थ्य और समृद्धि के लिए प्रार्थना। यह त्यौहार पूरे भारत में मनाया जाता है। सभी लोग, चाहे वे किसी भी जाति के हों या उत्सव में शामिल हों। इस त्योहार को मनाने के लिए दूसरे देशों में रहने वाले भारतीय समुदाय भी इस त्योहार को बहुत ही धूमधाम से मनाते दिवाली का पर्व मनाते है।

अन्य त्यौहारों की तरह दीपावली के साथ भी कई धार्मिक तथा ऐतिहासिक घटनाएं जुड़ी हुई हैं। समुद्र-मंथन करने से प्राप्त चौदह रत्नों में से एक लक्ष्मी भी इसी दिन प्रकट हुई थी। इसके अलावा जैन मत के अनुसार तीर्थंकर महावीर का महानिर्वाण भी इसी दिन हुआ था। भारतीय संस्कृति के आदर्श पुरुष श्री राम लंका नरेश रावण पर विजय प्राप्त कर सीता लक्ष्मण सहित अयोध्या लौटे थे उनके अयोध्या आगमन पर अयोध्यावासियों ने भगवान श्रीराम के स्वागत के लिए घरों को सजाया व रात्रि में दीपमालिका की।

ऐतिहासिक दृष्टि से इस दिन से जुड़ी महत्वपूर्ण घटनाओं में सिक्खों के छठे गुरु हरगोविन्दसिंह मुगल शासक औरंगजेब की कारागार से मुक्त हुए थे। राजा विक्रमादित्य इसी दिन सिंहासन पर बैठे थे। सर्वोदयी नेता आचार्य विनोबा भावे दीपावली के दिन ही स्वर्ग सिधारे थे। आर्य समाज के संस्थापक स्वामी दयानन्द तथा प्रसिद्ध वेदान्ती स्वामी रामतीर्थ जैसे महापुरुषों ने इसी दिन मोक्ष प्राप्त किया था।

यह त्यौहार बड़े उत्साह के साथ मनाया जाता है। इस दिन लोगों द्वारा दीपों व मोमबत्तियाँ जलाने से हुए प्रकाश से कार्तिक मास की अमावस्या की रात पूर्णिमा की रात में बदल जाती है। इस त्यौहार के आगमन की प्रतीक्षा हर किसी को होती है। सामान्यजन जहां इस पर्व के आने से माह भर पहले ही घरों की साफ-सफाई, रंग-पुताई में जुट जाते हैं।

दिवाली के दिन मां लक्ष्मी की पूजा की जाती है पौराणिक मान्यताओं के अनुसार मां लक्ष्मी को धन-धान्य एवं सुख संपदा की देवी माना जाता है और साथ में भगवान गणेश और मां सरस्वती की पूजा भी की जाती है।

दीपावली त्योहार के पीछे सबसे पुराना आर्थिक महत्व इस बात पर जुड़ा हुआ है कि भारत में लगभग सभी फसलें मानसून पर निर्भर करती है इसलिए गर्मियों की फसल इस त्यौहार के पर्व से कुछ दिन पहले ही पक कर तैयार हो जाती है तो किसान इस फसल को काटकर बाजारों में बेचकर आमदनी कमाता है।

वहीं व्यापारी तथा दुकानदार भी अपनी-अपनी दुकानें सजाने लगते हैं। इसी त्यौहार से व्यापारी लोग अपने बही-खाते शुरू किया करते हैं। इस दिन बाजार में मेले जैसा माहौल होता है। बाजार तोरणद्वारों तथा रंग-बिरंगी पताकाओं से सजाये जाते है, मिठाई तथा पटाखों की दुकानें खूब सजी होती हैं। इस दिन खील-बताशों तथा मिठाइयों की खूब बिक्री होती है। बच्चे अपनी इच्छानुसार बम, फुलझड़ियां तथा अन्य आतिशबाजी खरीदते हैं।

दिवाली के दिन घरों, दुकानों और अन्य इमारतों को मोमबत्ती, दीयों और छोटे बल्बों से सजाया जाता है। हम चारों तरफ रोशनी देख सकते हैं। दिवाली के दिन, लोग अच्छे कपड़े पहनते हैं, वे खुश दिखते हैं और उत्सव के मूड में होते हैं। वे मिलते हैं और अपने रिश्तेदारों और दोस्तों के साथ बधाई का आदान-प्रदान करते हैं। वे मिठाइयों का आदान-प्रदान भी करते हैं।

उपसंहार –

इस त्योहार से हमें हमेशा आगे बढ़ने की प्रेरणा मिलती रहती है यह त्यौहार हमें सिखाता है कि कभी भी अंधकार से नहीं डरना चाहिए क्योंकि एक छोटे से दीपक की लौ भी काले अंधकार को प्रकाश में बदल सकती है। इसलिए समय हमेशा जीवन में आशावादी रहना चाहिए और अपने जीवन में हमेशा खुश रहना चाहिए।

दीपावली के प्रकाश से हमारा घर-आँगन और तन-मन दोनों ही आलोकित उठते हैं। हमारे दिल से मनमुटाव दूर हो जाते हैं। हमारे ह्रदय स्नेह और सदभाव से भर जाते हैं। इससे सामाजिक जीवन को नई चेतना मिलती है और लोगों को नूतन वर्ष के कर्तव्यों को पूरा करने का बल मिलता है।

 कक्षा 7 दीपावली पर निबंध से जुड़े कुछ महत्वपूर्ण प्रश्न और उनके उत्तर

Faq on diwali in hindi – essay on diwali in hindi for class seven.

प्रश्न:- दिवाली कब मनाया जाता है ?

उत्तर:- दीपावली शरद ऋतू के कार्तिक महीने के अमावस्या के दिन हर वर्ष मनाया जाता है,

प्रश्न:- दिवाली कैसे मनाया जाता है ?

उत्तर:- दिवाली के पहले घरो की रंगाई पुताई करके दिवाली के दिन घरो को दियो, लाइट से सजाकर, नए वस्त्र पहनकर गणेश जी और माँ लक्ष्मी की पूजा करके एक दूसरे को मिठाई खिलाकर दिवाली का त्योहार मनाया जाता है।

प्रश्न:- दिवाली पर किसकी पूजा की जाती है ?

उत्तर:- दिवाली पर भगवान श्रीगणेश और माता लक्ष्मी की पूजा की जाती है।

प्रश्न:- दिवाली पर घरो को कैसे सजाते है ?

उत्तर:- दिवाली के दिये घरो को दियो और लाइट से सजाते है, और रंगीन झालर भी लगाते है।

प्रश्न:- इस साल 2023 मे दिवाली कब है ?

उत्तर:- इस साल 2023 मे दिवाली 12 नवंबर को है, जिस दिन रविवार है।

प्रश्न:- दिवाली को क्यो मनाया जाता है ?

उत्तर:- दिवाली के दिन ही भगवान श्रीराम जी 14 वर्षो के वनवास के पश्चात वापस अपने घर अयोध्या लौटे थे, जिनके लौटने की खुशी मे हर घर दिये जलाए गए थे, जिस कारण से तब से हर साल दिवाली मनाया जाता है।

दिवाली के इन पोस्ट को भी पढे –

  • दीपावली पर निबंध 200 शब्दों में
  • दीपावली पर निबंध 300 शब्दों में
  • दिवाली पर निबंध 400 शब्द में
  • दिवाली पर निबंध 600 शब्दों में
  • दीपावली पर निबंध 20 लाइन
  • दिवाली पर 25 लाइन निबंध
  • दिवाली पर 30 लाइन निबंध
  • 10 Lines Essay On Diwali In Hindi
  • 10 Lines On Diwali In Hindi
  • 10 Lines On Diwali In Hindi For Class 7
  • Diwali Essay
  • Diwali Essay 10 Lines In Hindi
  • Diwali Essay In Hindi
  • Diwali Essay In Hindi Class 7
  • Diwali Pe Essay In Hindi
  • Essay On Diwali
  • Essay On Diwali In English
  • Essay On Diwali In Hindi
  • Essay On Diwali In Hindi For Class 7
  • Essay Writing In Hindi
  • Short Essay On Diwali In Hindi
  • दिपावली निबंध कक्षा 7
  • दिपावली पर निबंध
  • दिवाली निबंध
  • दिवाली पर निबंध कक्षा 7
  • दिवाली पर निबंध कक्षा 7 हिंदी में
  • दीपावली का निबंध
  • दीपावली दिवाली पर निबंध
  • दीपावली निबंध
  • दीपावली निबंध हिंदी में कक्षा 6
  • दीपावली पर 10 लाइन का निबंध हिंदी में
  • दीपावली पर निबंध
  • दीपावली पर निबंध 10 लाइन का
  • दीपावली पर निबंध हिंदी में
  • दीपावली पर निबंध हिंदी रचना शिक्षण पाठ योजना
  • दीपावली पर लेख कक्षा 7
  • दीपावली संस्कृत निबंध
  • दीवाली पर निबंध कक्षा 7
  • होली पर निबंध

Diwali FAQs: दिवाली से जुड़े महत्वपूर्ण प्रश्न और उनके उत्तर: दिवाली के बारे में सब कुछ जानें

दिवाली क्यों और कैसे मनाई जाती है पूरी जानकारी और रोचक तथ्य, 2023 में दिवाली कब है जानिए तारीख और महत्वपूर्ण तिथियाँ, leave a reply cancel reply.

Save my name, email, and website in this browser for the next time I comment.

Progressive delivery is highly recommended for your order. This additional service allows tracking the writing process of big orders as the paper will be sent to you for approval in parts/drafts* before the final deadline.

What is more, it guarantees:

  • 30 days of free revision;
  • A top writer and the best editor;
  • A personal order manager.

* You can read more about this service here or please contact our Support team for more details.

It is a special offer that now costs only +15% to your order sum!

Would you like to order Progressive delivery for your paper?

essay on diwali in hindi for 3rd class

EssayService strives to deliver high-quality work that satisfies each and every customer, yet at times miscommunications happen and the work needs revisions. Therefore to assure full customer satisfaction we have a 30-day free revisions policy.

How Our Paper Writing Service Is Used

We stand for academic honesty and obey all institutional laws. Therefore EssayService strongly advises its clients to use the provided work as a study aid, as a source of ideas and information, or for citations. Work provided by us is NOT supposed to be submitted OR forwarded as a final work. It is meant to be used for research purposes, drafts, or as extra study materials.

IMAGES

  1. दिवाली पर निबंध

    essay on diwali in hindi for 3rd class

  2. Essay on Diwali in Hindi दिवाली पर निबंध

    essay on diwali in hindi for 3rd class

  3. 🌷 Diwali speech in hindi. Diwali Essay in Hindi for Child Class 1st, 2

    essay on diwali in hindi for 3rd class

  4. 10 lines on Diwali in Hindi/Diwali 10 Lines in Hindi Essay Writing

    essay on diwali in hindi for 3rd class

  5. दिवाली पर निबंध. Short Essay on Diwali in Hindi for kids.

    essay on diwali in hindi for 3rd class

  6. 10 Easy lines on Diwali in Hindi Essay Writing/Essay on Diwali-Diwali

    essay on diwali in hindi for 3rd class

VIDEO

  1. 10 lines on Diwali in hindi/Diwali essay in hindi/दिवाली पर निबंध/Essay on Diwali/Diwali par nibandh

  2. Essay On Diwali 10 lines

  3. Essay on Diwali in Hindi

  4. दीपावली पर निबंध 20 लाइन

  5. Essay on Diwali in English

  6. Diwali hindi essay || essay on Diwali in hindi || Diwali par hindi essay ||

COMMENTS

  1. दीपावली पर निबंध हिंदी में

    दिवाली निबंध हिंदी में | ( कक्षा- 3 से 10 के लिए )- Diwali Per Nibandh Hindi Me, 150, 200, 300 500 शब्दों में दीपावली पर निबंध, हिंदी में बच्चों के लिए दीपावली पर निबंध यहां पाएं..!

  2. दिवाली पर निबंध 100 शब्द, 150 शब्द, 250 से 300 शब्द, 10 Line

    दिवाली पर निबंध Essay on Diwali in Hindi. 10 lines on Diwali in Hindi. Short Essay on Diwali (दिवाली) in 100, 150, 200, 250, 300, 2000 words. Search for: Search Button. Home; Exam Prep; Sections. CBSE School Lessons; ... Homophones Class 10 Hindi; Anusvaar (अनुस्वार) Definition, Use, Rules, ...

  3. दीपावली पर निबंध (300 शब्दों में): जानिए दीपावली का महत्व और मनाने के

    दिवाली पर निबंध 300 शब्दों में Essay on Diwali In Hindi 300 Words Essay on Diwali in Hindi 300 Words. दिवाली जो की हमारे भारत देश में मनाया जाने वाला सबसे बडा़ त्यौहार है। यह त्योहार भगवान श्रीराम ...

  4. दिवाली निबंध 500 शब्द इन हिंदी

    दिवाली निबंध इन हिंदी - Diwali par nibandh Hindi me, 150, 200, 300 500 शब्दों में दीपावली पर निबंध, हिंदी में बच्चों के लिए दीपावली पर निबंध यहां पाएं!

  5. Essay on Diwali in Hindi दिवाली पर निबंध

    Know information about essay on Diwali in Hindi for kids and read an essay on Diwali in Hindi. दिवाली पर निबंध हिंदी मे। Read an essay on Diwali in Hindi language in 200, 300, 350, 400, 500 and 1000 words. You will find results for Diwali essay in Hindi or Hindi Essay about Diwali.

  6. दिवाली पर 300 शब्दों का निबंध

    best essay on diwali for school students, deepawali essay class 6, deepawali essay class 7, deepawali essay class 8, deepawali essay in 300 words, deepawali essay in 500 words, deepawali essay in 800 words, deepawali essay in hindi pdf, diwali essay 10 line, essay, essay on diwali class 10, essay on diwali class 9, essay on diwali for school ...

  7. दिवाली 2023: एक रोशनी की कहानी

    तो आप सभी को यह दिवाली के लिए निबंध - Short & Long Diwali Essay In Hindi खूब पसंद आया होगा, तो आप अपने विचार कमेंट मे जरूर बताए और दिवाली पर शॉर्ट और विस्तृत ...

  8. दीपावली

    7. दीपावली । Essay on Diwali for Students of Classes: 8, 9 and 10 in Hindi Language (Hindu Festival) दीपावली हिंदुओं का प्रमुख पर्व है । यह पर्व समूचे भारत में उत्साह के साथ मनाया जाता है ...

  9. दिवाली पर निबंध Essay on Diwali in Hindi (1000W)

    प्रस्तावना (दिवाली पर निबंध Essay on Diwali in Hindi) प्रतिवर्ष कार्तिक मास के अमावस के दिन हिंदू समाज में दिवाली का पर्व धूमधाम से मनाया जाता है ...

  10. दीवाली पर अनुच्छेद

    त्यौहार कैसे मनाया जाता है: दीवाली की रात लोग अपने-अपने घरों और दुकानो को खूब रोशन करते हैं । साधारण लोग मिट्टी के दीपकों और ...

  11. Essay on Diwali in hindi

    दोस्तो आज हमने Essay on Diwali in hindi लिखा है। दीपावली या दिवाली पर निबंध ...

  12. दिवाली पर निबंध (Essay On Diwali 2023 In Hindi)

    Essay On Diwali For Students - Diwali 2023 will be celebrated on Sunday, 12 November 2023. Diwali is also known as Deepawali. On Diwali, every house is decorated with flowers, garlands, candles, diyas, lanterns and lights. Everyone celebrates the festival of Diwali with great enthusiasm.

  13. दिवाली पर निबंध

    मेरा प्रिय त्योहार दिवाली पर निबंध हिंदी में (My Favorite Festival Diwali Essay In Hindi for Std 8, 9, 10) 300 शब्दों का दिवाली पर निबंध हिंदी में (300 Words Diwali Essay In Hindi Class 5 and 6)

  14. दीपावली पर 10 लाइन

    10 Lines Essay on Diwali in English. Pattern 3 - 10 Lines Essay or Shorts Essay is very helpful for class 10,11 12, and Competitive Exams Students. Diwali is one of the Most Beautiful Festivals in India. It is also known as Deepawali means Series of Lights.

  15. Essay on Diwali in Hindi 300 Words

    इस पोस्ट मे शुभ दिवाली के शुभ अवसर पर Happy Diwali के लिए Essay on Diwali in Hindi 300 Words शेयर कर रहे ...

  16. Essay on Diwali for School Students and Children

    500+ Words Essay on Diwali. First of all, understand that India is the land of festivals. However, none of the festivals comes close to Diwali. It is certainly one of the biggest festivals in India. It is probably the brightest festival in the world. People of different religions celebrate Diwali.

  17. Long and Short Essay on Diwali for Children and Students

    Short Essay on Diwali - Essay 1 (200 Words) Diwali is one of the main festivals of Hindus. The preparation for Diwali celebration begins weeks before the festival. People begin with the preparations by cleaning their houses and shops. Every nook and corner of the houses, shops and offices is cleaned before Diwali.

  18. essay on diwali in hindi

    essay on diwali in hindi for class 10th हिंदू धर्म में दिवाली ( Diwali in Hinduism) हिंदू धर्म में दिवाली का विशेष महत्व है और इसे विभिन्न कारणों से मनाया जाता है:

  19. 250+ Words Essay on Diwali in Hindi for Class 5,6,7,8,9 and 10

    दीपावली का निबंध:Short Simple Essay/paragraph on "Diwali" in Hindi for High School and College Students with 200,250,350 and 500+ Words. ... 250+ Words Essay on Diwali in Hindi for Class 5,6,7,8,9 and 10. Leave a Comment / Essay / By Esambad Team.

  20. दीपावली पर निबंध कक्षा 4 के विद्यार्थियों के लिए: दिवाली का महत्व और

    दीपावली पर निबंध कक्षा 4 Essay on Diwali Hindi for Class Four. दीपावली जिसे दीपों का त्यौहार या रोशनी का त्यौहार कहा जाता है, जो की यह दीपावली शरद ऋतू के कार्तिक महीने के ...

  21. कक्षा 7 के लिए दीपावली पर निबंध: दीपावली का महत्व और मनाने के तरीके

    Essay on Diwali in Hindi for Class Seven दीपावली पर निबंध कक्षा 7 के लिए. जो छात्र कक्षा 7 मे पढ़ते है, उनको अपने स्कूल मे दीपावली पर निबंध कक्षा 7 Essay On Diwali Hindi for Class Seven लिखने को दिया जाता ...

  22. Essay on Diwali 2023 in Hindi for Class Ten

    Essay on Diwali in Hindi for Class Ten दीपावली पर निबंध कक्षा 10 के लिए. जो छात्र कक्षा 10 मे पढ़ते है ...

  23. Essay On Diwali In Hindi For Class 3rd

    Essay On Diwali In Hindi For Class 3rd, Resume Examples For Jobs 2013, Custom Speech Editing Sites For College, Activity Based Costing Case Study Pdf, Best Dating Website For Gaylord Mi, Oceanography Essay Questions, Importance Of Forest Short Essay In Hindi ...