भारतीय नारी पर निबंध | Essay on Indian Woman in Hindi

essay on lady in hindi

भारतीय नारी पर निबंध | Essay on Indian Woman in Hindi!

“नारी! तुम केवल श्रद्‌धा हो,

विश्वास रजत नग पगतल में ।

पीयूष स्त्रोत सी बहा करो ,

जीवन के सुदंर समतल में ।।”

– जयशंकर प्रसाद

ADVERTISEMENTS:

प्राचीन युग से ही हमारे समाज में नारी का विशेष स्थान रहा है । हमारे पौराणिक ग्रंथों में नारी को पूज्यनीय एवं देवीतुल्य माना गया है । हमारी धारणा रही है कि देव शक्तियाँ वहीं पर निवास करती हैं जहाँ पर समस्त नारी जाति को प्रतिष्ठा व सम्मान की दृष्टि से देखा जाता है ।

इन प्राचीन ग्रंथों का उक्त कथन आज भी उतनी ही महत्ता रखता है जितनी कि इसकी महत्ता प्राचीन काल में थी । कोई भी परिवार, समाज अथवा राष्ट्र तब तक सच्चे अर्थों में प्रगति की ओर अग्रसर नहीं हो सकता जब तक वह नारी के प्रति भेदभाव, निरादर अथवा हीनभाव का त्याग नहीं करता है ।

प्राचीन काल में भारतीय नारी को विशिष्ट सम्मान व पूज्यनीय दृष्टि से देखा जाता था । सीता, सती-सावित्री, अनसूया, गायत्री आदि अगणित भारतीय नारियों ने अपना विशिष्ट स्थान सिद्‌ध किया है । तत्कालीन समाज में किसी भी विशिष्ट कार्य के संपादन मैं नारी की उपस्थिति महत्वपूर्ण समझी जाती थी ।

कालांतर में देश पर हुए अनेक आक्रमणों के पश्चात् भारतीय नारी की दशा में भी परिवर्तन आने लगे । नारी की स्वयं की विशिष्टता एवं उसका समाज में स्थान हीन होता चला गया । अंग्रेजी शासनकाल के आते-आते भारतीय नारी की दशा अत्यंत चिंतनीय हो गई । उसे अबला की संज्ञा दी जाने लगी तथा दिन-प्रतिदिन उसे उपेक्षा एवं तिरस्कार का सामना करना पड़ा ।

राष्ट्रकवि ‘मैथिली शरण गुप्त’ ने अपने काल में बड़े ही संवेदनशील भावों से नारी की स्थिति को व्यक्त किया है:

”अबला जीवन हाय तुम्हारी यही कहानी ।

आँचल में है दूध और आँखों में पानी ।”

विदेशी आक्रमणों व उनके अत्याचारों के अतिरिक्त भारतीय समाज में आई सामाजिक कुरीतियाँ, व्यभिचार तथा हमारी परंपरागत रूढ़िवादिता ने भी भारतीय नारी को दीन-हीन कमजोर बनाने में अहम भूमिका अदा की ।

नारी के अधिकारों का हनन करते हुए उसे पुरुष का आश्रित बना दिया गया । दहेज, बाल-विवाह व सती प्रथा आदि इन्हीं कुरीतियों की देन है । पुरुष ने स्वयं का वर्चस्व बनाए रखने के लिए ग्रंथों व व्याख्यानों के माध्यम से नारी को अनुगामिनी घोषित कर दिया ।

अंग्रेजी शासनकाल में भी रानी लक्ष्मीबाई, चाँद बीबी आदि नारियाँ अपवाद ही थीं जिन्होंने अपनी सभी परंपराओं आदि से ऊपर उठ कर इतिहास के पन्नों पर अपनी अमिट छाप छोड़ी । स्वतंत्रता संग्राम में भी भारतीय नारियों के योगदान की अनदेखी नहीं की जा सकती है ।

आज का युग परिवर्तन का युग है । भारतीय नारी की दशा में भी अभूतपूर्व परिवर्तन देखा जा सकता है । स्वतंत्रता प्राप्ति के पश्चात् अनेक समाज सुधारकों समाजसेवियों तथा हमारी सरकारों ने नारी उत्थान की ओर विशेष ध्यान दिया है तथा समाज व राष्ट्र के सभी वर्गों में इसकी महत्ता को प्रकट करने का प्रयास किया है ।

फलत: आज नारी पुरुषों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर चल रही है । विज्ञान व तकनीकी सहित लगभग सभी क्षेत्रों में उसने अपनी उपयोगिता सिद्‌ध की है । उसने समाज व राष्ट्र को यह सिद्‌ध कर दिखाया है कि शक्ति अथवा क्षमता की दृष्टि से वह पुरुषों से किसी भी भाँति कम नहीं है ।

निस्संदेह नारी की वर्तमान दशा में निरंतर सुधार राष्ट्र की प्रगति का मापदंड है । वह दिन दूर नहीं जब नर-नारी, सभी के सम्मिलित प्रयास फलीभूत होंगे और हमारा देश विश्व के अन्य अग्रणी देशों में से एक होगा ।

Related Articles:

  • भारतीय नारी की त्रासदी पर निबंध | Essay on The Tragedy of Indian Woman in Hindi
  • आधुनिक युग में भारतीय नारी के आदर्श | Essay on The Model Before the Indian Woman In the Modern Era in Hindi
  • सामाजिक परिवर्तन और भारतीय नारी पर निबन्ध | Essay on Indian Women in Our Changing Social Order in Hindi
  • पुरुष-प्रधान समाज में भारतीय नारी पर निबन्ध |Essay on Indian Women in Hindi

essay on lady in hindi

भारत में महिलाओं पर निबंध – Essay on Women

Essay on Women

भारतीय संस्कृति और शास्त्रों में स्त्री को देवी का दर्जा दिया गया है, महिलाओं के लिए संस्कृत में एक श्लोक भी है –

“यत्र नार्यस्तु पूज्यन्ते रमन्ते तत्र देवत: यत्रेतास्तु न पूज्यन्ते सर्वास्तत्राफला: क्रिया:।”

Eassy on women

भारत में महिलाओं पर निबंध – Essay on Women

अर्थात जिस कुल में नारियों का सम्मान होता है और उनकी पूजा होती है वहां देवाताओं का वास होता है, वहीं जिस कुल में महिलाओं का आदर सत्कार नहीं होता, उस कुल का विनाश होता है अर्थात कोई भी काम सफल नहीं होता।

नारी शक्ति एक अद्भुत और अलौकिक शक्ति है, इसके साथ ही नारी सृष्टि की सबसे शानदार रचना हैं, जो न सिर्फ कुल को आगे बढ़ाती हैं बल्कि अन्याय का भी विनाश करती है। नारी के बिना संसार की समस्त क्रियाएं अधूरी मानी जाती है।

नारी ममता, त्याग, प्रेम की देवी है, वहीं जब-जब नारी का अपमान हुआ है, तब-तब धर्म की हानि हुई है और युद्ध हुआ है। वहीं रामायण और महाभारत भी इस बात का प्रमाण हैं। सीता के अपमान के कारण ही लंकाधिपति रावण का विनाश हुआ है और द्रोपदी के अपमान का नतीजा ही महाभारत का युद्ध था।

हमारे देश में नारियों ने सदैव अपने साहस और बलिदान से अपनी अद्मय शक्ति और क्षमता का परिचय दिया है, हालांकि फिर भी आज हमारे देश में महिलाओं की जमकर उपेक्षा हो रही है, उन्हें अपने ही हक के लिए ही लड़ना पड़ रहा है।

वहीं महिलाओं की स्थिति भारत में हमेशा से ही बदलती रही है, लेकिन महिलाओं ने हर परिस्थिति में खुद को साबित किया और परिवार, समाज और राष्ट्र के विकास में अपनी अहम भूमिका निभाई है।

प्राचीन भारत में महिलाओं की स्थिति

प्राचीन भारत में अगर महिलाओं की स्थिति की बात करें तो महलिाओं की स्थिति काफी अच्छी हुआ करती थी। उस युग में नारियों का महत्व समझा जाता था और उन्हें देवी का रुप मानकर उनका आदर सत्कार किया जाता था। प्राचीन भारत में महिलाओं को शिक्षा, व्यापार, स्वास्थ्य, साहित्य समेत तमाम क्षेत्रों में महिलाओं को पुरुष की तरह अधिकार प्राप्त थे। इसके साथ ही महिलाएं हर जगह पुरुषों की तरह अपनी भागीदारी निभाती थी।

वहीं प्राचीन भारत में महिला-पुरुष में भेदभाव नहीं किया जाता था अर्थात कोई भी काम लैंगिग भेदभाव के आधार पर नहीं बंटा था। प्राचीन भारत में मैत्रेयी, लोपामुद्रा, गार्गी आदि महान उच्च शिक्षित महिलाओं का उल्लेख मिलता है।

मध्ययुगीन भारत में महिलाओं की स्थिति

मध्युगीन भारत में महिलाओं की स्थिति काफी खराब थी, क्योंकि इस युग में महिलाओं-पुरुषों में भेद किया जाने लगा था। इस युग में महिलाओं को उनके हक से वंचित रखा गया, इसके साथ ही उन्हें स्वास्थ्य, शिक्षा समेत कई मामलों में पुरुषों से पीछे रखा गया।

इसके अलावा महिलाओं को इस युग में सती प्रथा, बाल विवाह, पर्दा प्रथा, दहेज प्रथा जैसी कुरोतियों का शिकार होना पड़ा। जिससे उनकी स्थिति काफी बिगड़ती गई और आज भी इसी वजह से महिलाएं अपने हक के लिए संघर्ष कर रही हैं।

हालांकि मध्ययुगीन भारत में रानी दुर्गावती , अहिल्याबाई होल्कर , झांसी की रानी लक्ष्मी बाई , मीराबाई , सरोजिनी नायडू , मदर टेरेसा जैसी कई महिलाओं ने पुरुष प्रधान देश में अपनी साहस और शक्ति का परिचय दिया और नारी शक्ति का एहसास करवाया।

इस युग में मध्युगीन भारत के महान कवि मैथिलीशरण गुप्त ने महिलाओं की स्थिति का वर्णन इस तरह किया है –

अबला जीवन हाय तुम्हारी यही कहानी। आंचल में है दूध और आंखों में पानी।।

वर्तमान में महिलाओं की स्थिति

मध्ययुगीन भारत में महिलाओं की बिगड़ती स्थिति और उनकी दशा को देखकर 19वीं शताब्दी में राजाराम मोहन राय , स्वामी विवेकानंद, दयानंद सरस्वती , भीमराव अम्बेडकर , महात्मा ज्योतिबा फुले और सावित्री बाई समेत तमाम समाज सुधारकों ने महिलाओं के विकास और उनके उत्थान के लिए काम किए।

जिससे काफी हद तक महिलाओं की स्थित में सुधार तो आ गया, लेकिन आज भी महिलाओं के प्रति लोगों की विचारधारा पूरी तरह नहीं बदली है, जिसकी वजह से महिलाओं का पूरी तरह से विकास नहीं हो पा रहा है, वहीं जब तक महिलाओं का विकास नहीं होगा तब तक देश का भी सही मायने में विकास नहीं हो सकेगा, क्योंकि महिलाएं देश की आधी शक्ति होती हैं, और जब हमारे देश की आधी शक्ति ही मजबूत नहीं होगी तो देश कैसे मजबूत बनेगा।

वहीं भारत के महान दार्शनिक और समाज सुधारक स्वामी विवेकानंद महिलाओं को लेकर कहा है कि –

“नारी जब अपने ऊपर थोपी हुई बेड़ियों एवं कड़ियों को तोड़ने लगेगी तो विश्व की कोई शक्ति उसे नहीं रोक पायेगी।”

उपसंहार

इसलिए नारियों का सम्मान और विकास जरूरी है। अर्थात हम सभी को महिलाओं के उत्थान के लिए काम करने चाहिए और सभी को महिलाओं के प्रति सोच को बदलना होगा, तभी हम सही मायने में तरक्की कर सकेंगे और हमारा देश शक्तिशाली और विकसित देश में शुमार होगा।

नारियों के सम्मान में हिंदी साहित्य के महान कवि जयशंकर प्रसाद ने भी लिखा है –

‘नारी तुम केवल श्रद्धा हो विश्वास रजत नग पद तल में पियुश श्रोत वहा करो जीवन के सुंदर समतल में।
  • Great women of India
  • Women Entrepreneurs in India
  • Womens Day Poem
  • Women Quotes
  • Slogans on women empowerment
  • Nari Shiksha Essay
  • Women Empowerment Speech in Hindi

Hope you find this post about ”Essay on Women in Hindi” useful and inspiring. if you like this articles please share on Facebook & Whatsapp.

Leave a Comment Cancel Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Save my name, email, and website in this browser for the next time I comment.

Gyan ki anmol dhara

Grow with confidence...

  • Computer Courses
  • Programming
  • Competitive
  • AI proficiency
  • Blog English
  • Calculators
  • Work With Us
  • Hire From GyaniPandit

Other Links

  • Terms & Conditions
  • Privacy Policy
  • Refund Policy

"Embrace the Hindi Heartbeat: Stories, Poems & Soulful Inspiration"

महिला सशक्तिकरण पर संक्षिप्त निबंध। Women Empowerment Essay in Hindi

महिला सशक्तिकरण पर संक्षिप्त निबंध। Women Empowerment Essay in Hindi

इस पोस्ट में, आपको महिला सशक्तिकरण पर कई बेहतरीन निबंध (women empowerment essay in hindi) मिलेंगे जो महिला सशक्तिकरण (mahila sashaktikaran) की परिवर्तनकारी यात्रा को दर्शाते हैं। इन छोटे-छोटे महिला सशक्तिकरण के निबंधों (women empowerment essay 250 words to 500 words)के माध्यम से महिलाओं को सशक्त बनाने के महत्व, उनके सामने आने वाली चुनौतियों और आगे की राह के बारे में भी जानेंगे। 

साथ ही साथ महिलाओं की प्रगति के लिए शिक्षा, आर्थिक सशक्तिकरण और सामाजिक भागीदारी की आवश्यकता के बारे में टिप्पणी करेंगे। तो हमारे साथ इस यात्रा में शामिल हो और एक उज्जवल और अधिक न्यायसंगत भविष्य के लिए महिलाओं को सशक्त बनाएं।

नए-नए अपडेट के लिए ChaikePal व्हाट्सएप, फेसबुक और टेलीग्राम समूह से जुड़ें।

महिला सशक्तिकरण पर निबंध 250 से 500 शब्द के बीच । Women Empowerment Essay 250 words to 500 words or Women empowerment essay in hindi or Essay on women empowerment in hindi:

Table of Contents

महिला सशक्तिकरण (mahila sashaktikaran) आज के समाज में बहुत ही महत्व और प्रासंगिकता का विषय है। इसमें महिलाओं को सशक्त बनाने, उन्हें समान अधिकार, अवसर और संसाधन प्रदान करने और अपनी पूरी क्षमता तक पहुंचने के विचार शामिल हैं।

महिला सशक्तिकरण (nari sashaktikaran)  केवल लैंगिक समानता के बारे में नहीं है बल्कि यह एक ऐसा समाज बनाने के बारे में है जहाँ महिलाओं का सम्मान किया जाता है, उन्हें महत्व दिया जाता है, और उन्हें अपने जीवन के बारे में चुनाव करने की आज़ादी होती है।

यहां महिला सशक्तिकरण पर विभिन्न लघु निबंध (Women Empowerment Essay 250 words to 500 words) भारतीय समाज और संस्कृति के संदर्भ में महिला सशक्तिकरण की अवधारणा की पड़ताल करते हैं, इसके महत्व, चुनौतियों और आगे की राह पर प्रकाश डालते हैं।

आइए हम महिला सशक्तिकरण (women empowerment in hindi) की यात्रा और व्यक्तियों, समुदायों और समाज पर इसके परिवर्तनकारी प्रभाव के बारे में जानें।

Women-Empowerment-Quotes-in-Hindi-1

1. महिला सशक्तिकरण: भीतर की शक्ति को उजागर करना। Women empowerment essay in hindi or mahila sashaktikaran essay in hindi

महिला सशक्तिकरण एक सतत आंदोलन है जो बाधाओं को तोड़ने, लिंग मानदंडों को चुनौती देने और एक ऐसे समाज का निर्माण करने की कोशिश करता है जहां महिलाएं अपनी क्षमता का पूरी तरह से एहसास कर सके।

यह एक परिवर्तनकारी प्रयास है जो न केवल महिलाओं को लाभान्वित करती है बल्कि समाज का उत्थान भी करती है और सामाजिक प्रगति को गति देती है।

इस निबंध में, हम महिला सशक्तिकरण के सार, इसके महत्व और और इसमें किए जाने वाले महत्वपूर्ण प्रयासों पर प्रकाश डालेंगे।

इसके मूल में, महिला सशक्तिकरण महिलाओं के निहित मूल्य, क्षमताओं और अधिकारों को पहचानने के बारे में है। इसमें उन्हें शिक्षा, रोजगार और निर्णय लेने की प्रक्रिया में समान अवसर प्रदान करना शामिल है।

सशक्त महिलाएं परिवर्तन की प्रतिनिधि हैं जो आर्थिक विकास, सामाजिक विकास में योगदान दे सकती हैं। जब महिलाओं को अपने सपनों को पूरा करने की आजादी दी जाती है, तो वे सकारात्मक बदलाव की उत्प्रेरक बन जाती हैं।

महिला सशक्तिकरण के महत्व को कम नहीं आंका जा सकता है। जब महिलाएं सशक्त होती हैं, तो समाज फलता-फूलता है। जिससे गरीबी दर कम होती है, स्वास्थ्य के बेहतर परिणाम मिलते हैं और समग्र कल्याण में वृद्धि होती है।

सशक्त महिलाओं के पास आवाज उठाने की शक्ति होती है और वे नीतियों को आकार देने और अधिक समावेशी समाज बनाने में सक्रिय रूप से भाग ले सकती हैं।

सामाजिक बाधाओं को तोड़कर और लैंगिक रूढ़ियों को चुनौती देकर, हम एक ऐसे भविष्य का मार्ग प्रशस्त करते हैं जहाँ महिलाओं के योगदान को महत्व दिया जाता है और उनका सम्मान किया जाता है।

हालांकि, महिला सशक्तिकरण हासिल करना इसकी चुनौतियों के बिना नहीं है। पितृसत्तात्मक मानदंड, सांस्कृतिक परम्पराओं की गहरी जड़ें अक्सर प्रगति में बाधा डालते हैं। इन बाधाओं को दूर करने के लिए सामूहिक प्रयास की आवश्यकता है।

एक ऐसा वातावरण बनाने के लिए सरकार, समाज संगठनों और व्यक्तियों की भागीदारी की आवश्यकता है, जो लैंगिक समानता को बढ़ावा दे और महिलाओं को सशक्त बनाये।

सार्थक परिवर्तन लाने के लिए, हमें लड़कियों के लिए शिक्षा और कौशल विकास में निवेश करना चाहिए, जिससे गुणवत्तापूर्ण शिक्षा तक पहुंच सुनिश्चित हो सके। आर्थिक सशक्तिकरण भी महत्वपूर्ण है, क्योंकि यह महिलाओं को वित्तीय स्वतंत्रता और उद्यमिता के अवसर प्रदान करता है।

इसके अतिरिक्त, हमें लिंग आधारित हिंसा को रोकने का प्रयास करना चाहिए और सहायता प्रणाली प्रदान करनी चाहिए।

अंत में, महिला सशक्तिकरण एक परिवर्तनकारी आंदोलन है जिसका उद्देश्य बाधाओं को दूर करना और एक ऐसे समाज का निर्माण करना है जहां महिलाएं आगे बढ़ सकें।

यह केवल समानता प्राप्त करने के बारे में नहीं है; यह समाज में महिलाओं की अपार क्षमता और योगदान को पहचानने के बारे में है।

महिलाओं को सशक्त बनाकर, हम एक ऐसी शक्ति का निर्माण करते हैं जो सभी के लिए सकारात्मक परिवर्तन, समानता और एक उज्जवल भविष्य ला सकती है।

Women-Empowerment-Quotes-in-Hindi-2

2. महिला सशक्तिकरण: उज्जवल भविष्य की संभावनाओं को उजागर करना। Women Empowerment Essay 250 words to 500 words or Women empowerment essay in hindi

महिला सशक्तिकरण एक जटिल और बहुआयामी मुद्दा है। इसमें शिक्षा और आर्थिक अवसर से लेकर सामाजिक और राजनीतिक भागीदारी शामिल हैं। इसके मूल में, महिला सशक्तिकरण महिलाओं को वे उपकरण और संसाधन देने के बारे में है जिनकी उन्हें जीवन को जीने के लिए आवश्यकता है।

महिला सशक्तिकरण क्यों महत्वपूर्ण है इसके कई कारण हैं। यह केवल मानवाधिकारों का मामला नहीं है। महिलाओं को शिक्षा, रोजगार और स्वास्थ्य का पुरुषों के समान अधिकार है। उन्हें समाज के सभी स्तरों पर निर्णय लेने में भाग लेने का भी अधिकार है।

जब महिलाओं को इन अधिकारों से वंचित किया जाता है, तो यह भेदभाव का एक रूप है। महिला सशक्तिकरण मानव अधिकारों का विषय होने के साथ-साथ समग्र रूप से समाज के लिए भी अच्छा है।

जब महिलाएं सशक्त होती हैं, तो उनके अर्थव्यवस्था में योगदान करने, स्वस्थ बच्चों को पालने और जिम्मेदार नागरिक के रूप में भाग लेने की अधिक संभावना होती है। इससे एक अधिक समृद्ध, स्थिर और लोकतांत्रिक समाज बन सकता है।

महिला सशक्तिकरण को बढ़ावा देने के लिए बहुत कुछ किया जा सकता है। सरकार महिलाओं के अधिकारों की गारंटी देने वाले कानून पारित कर सकती हैं। व्यवसाय ऐसी नीतियां बना सकते हैं जो महिलाओं के रोजगार का समर्थन करती हैं। व्यक्ति लैंगिक रूढ़ियों को चुनौती दे सकते हैं और महिला नेतृत्व का समर्थन कर सकते हैं।

साथ मिलकर काम करके हम एक ऐसी दुनिया बना सकते हैं जहां सभी महिलाओं को उचित अवसर मिले। महिला सशक्तिकरण कैसे प्राप्त किया जा सकता है इसके कुछ विशिष्ट उदाहरण यहां दिए गए हैं:

शिक्षा: लड़कियों को शिक्षित करना उन्हें सशक्त बनाने के सबसे प्रभावी तरीकों में से एक है। शिक्षा महिलाओं को वह ज्ञान और कौशल प्रदान करती है जिससे उन्हें अच्छी नौकरी पाने, जीविकोपार्जन करने और अपने जीवन के बारे में सही निर्णय लेने के लिए आवश्यक है।

आर्थिक अवसर: महिलाओं को उचित वेतन देने वाली अच्छी नौकरियों तक पहुंच की आवश्यकता है। जब महिलाओं के पास आर्थिक सुरक्षा होती है, तो वे अपना और अपने परिवार का भरण-पोषण बेहतर तरीके से कर पाती हैं।

सामाजिक और राजनीतिक भागीदारी: महिलाओं को समाज में पूरी तरह से भाग लेने में सक्षम होना चाहिए। इसमें मतदान का अधिकार,किसी भी पद के लिए सक्षम और नेतृत्व के पदों को धारण करना शामिल है।

स्वास्थ्य देखभाल: महिलाओं को प्रजनन स्वास्थ्य देखभाल सहित उत्तम स्वास्थ्य देखभाल की आवश्यकता है। यह उनके शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य के लिए जरूरी है।

महिला सशक्तिकरण एक यात्रा है, मंजिल नहीं। यह लैंगिक रूढ़िवादिता को चुनौती देने, समानता को बढ़ावा देने और अधिक न्यायसंगत दुनिया बनाने की एक सतत प्रक्रिया है।

3. महिला सशक्तिकरण: महिलाओं के बारे में हमारी सोच में बदलाव। Women empowerment essay in hindi or nari sashaktikaran essay in hindi or nari shakti essay in hindi

महिला सशक्तिकरण का मतलब केवल महिलाओं को अधिकार और अवसर देना नहीं है। यह महिलाओं के बारे में हमारे सोचने के तरीके को बदलने के बारे में भी है।

बहुत लंबे समय से महिलाओं को दोयम दर्जे के नागरिक के रूप में देखा जाता रहा है। उन्हें समाज के सभी क्षेत्रों में कमतर आंका जाता है, लेकिन अब समय के साथ साथ चीजें बदलने लगी है।

लैंगिक असमानता के खिलाफ महिलाएं तेजी से आवाज उठा रही है। वे समान वेतन, समान अधिकार और समान अवसर की मांग कर रही हैं। और वे प्रगति कर रही हैं।

हाल के वर्षों में, हमने महिलाओं के लिए कई सकारात्मक विकास देखे हैं। वे सरकार, व्यवसाय और शिक्षा में उच्च-स्तरीय पदों पर आसीन हैं। और वे राजनीति और समाज में अपनी आवाज उठा रही हैं।

लेकिन अभी भी एक लंबा रास्ता तय करना है। आज भी महिलाओं को जीवन के कई क्षेत्रों में भेदभाव का सामना करना पड़ता है। उनके गरीब होने की संभावना अधिक है, शिक्षित होने की संभावना कम है, और हिंसा के शिकार होने की संभावना अधिक है।

हमें महिलाओं को सशक्त बनाने के लिए काम करना जारी रखना होगा। हमें लैंगिक रूढ़ियों को चुनौती देने और एक ऐसी दुनिया बनाने की जरूरत है जहां महिलाओं के साथ समान व्यवहार किया जाए।

हमें यह सुनिश्चित करने की आवश्यकता है कि जीवन में सफल होने के लिए महिलाओं के पास पुरुषों के समान अवसर हों।

महिला सशक्तिकरण का मतलब सिर्फ महिलाओं की मदद करना नहीं है। यह समग्र रूप से समाज की मदद करने के बारे में है। जब महिलाएं सशक्त होती हैं, तो वे स्वस्थ बच्चों को पालने और अर्थव्यवस्था में योगदान करने की भी अधिक संभावना रखती है।

महिलाओं को सशक्त बनाना सभी के लिए फायदे का सौदा है। यह करना सही बात है, और यह पूरे समाज के लिए अच्छा है। यहां कुछ खास उपाय हैं जो हम महिलाओं को सशक्त बनाने के लिए कर सकते हैं:

लड़कियों और महिलाओं को शिक्षित करें: शिक्षा सशक्तिकरण का आधार है। यह महिलाओं को ज्ञान और कौशल प्रदान करता है जिससे उन्हें अच्छी नौकरी पाने, जीविकोपार्जन करने और अपने जीवन के बारे में सही निर्णय लेने के लिए आवश्यकता होती है।

आर्थिक अवसर प्रदान करें: महिलाओं को समान वेतन देने वाली अच्छी नौकरियों तक पहुंच की आवश्यकता है। जब महिलाओं के पास आर्थिक सुरक्षा होती है, तो वे अपना और अपने परिवार का भरण-पोषण बेहतर तरीके से कर पाती हैं।

लैंगिक रूढ़ियों को चुनौती दें: हमें महिलाओं के बारे में अपनी सोच बदलने की जरूरत है। हमें उन्हें दोयम दर्जे के नागरिक के रूप में नहीं बल्कि समान रूप में देखने की जरूरत है।

सम्मान की संस्कृति बनाएं: हमें एक ऐसी दुनिया बनाने की जरूरत है जहां महिलाओं का सम्मान हो। इसका मतलब है महिलाओं के खिलाफ हिंसा को चुनौती देना और लैंगिक समानता को बढ़ावा देना।

ऐसी ही अन्य महिला सशक्तिकरण पर प्रेरणादाई निबंधों, स्लोगन और अन्य जानकारी के लिए लिए हमारे Women Empowerment Blogs वेब पेज को विजिट करना और पढ़ना ना।

essay on lady in hindi

आँचल बृजेश मौर्य चाय के पल की संस्थापक के साथ-साथ इस वेबसाइट की प्रमुख लेखिका भी है। उन्होंने ललित कला (फाइन आर्ट्स – Fine Arts) में स्नातक, संगीत में डिप्लोमा किया है और एलएलबी की छात्रा (Student of LLB) है।ललित कला (फाइन आर्ट्स) प्रैक्टिस और अपनी पढ़ाई के साथ साथ, आंचल बृजेश मौर्य विभिन्न विषयों जैसे महिला सशक्तिकरण, भारतीय संविधान, कानूनों और विनियमों इत्यादि पर ब्लॉग लिखती हैं। इसके अलावा उनकी रुचि स्वरचित कहानियां, कविताएं, बच्चों के लिए कहानियां इत्यादि लिखने में है।

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Save my name, email, and website in this browser for the next time I comment.

  • सामान्य ज्ञान

Site Logo of Jivansutra

  • 20 Female Freedom Fighters of India in Hindi: भारत की वीरांगनाएँ

Forgotten Female Freedom Fighters of India in Hindi

Top Women Freedom Fighters of India in Hindi

Female Freedom Fighters of India in Hindi में आज हम आपको त्याग और वीरता की प्रतिमूर्ति उन देवियों के बारे में बतायेंगे जिन्होंने भारत को अंग्रेजों की दासता से मुक्त कराने के लिये एडी-चोटी का जोर लगा दिया, जिन्होंने देश के लिये अपनी जान की बाजी लगा दी थी। आज देशवासी उन कुछ महिला स्वतंत्रता सेनानियों के बारे में ही जानते हैं जो न केवल अधिक सुशिक्षित और उच्च कुल से संबंधित थीं, बल्कि नेतृत्व क्षमता से भी युक्त थीं।

सतत संघर्ष के साथ आगे बढ़कर नेतृत्व करने के कारण आज उनका नाम इतिहास में अमर हो चुका है, लेकिन उन हजारों अज्ञात वीरांगनाओं (Female Freedom Fighters) का क्या, जो संघर्ष करते-करते ही वीरगति को प्राप्त हो गयी थीं और जिनके बारे में आज कोई कुछ भी इसलिये नहीं जानता, क्योंकि उनका नाम ऐतिहासिक अभिलेखों में दर्ज नहीं है।

बेहद सामान्य पृष्ठभूमि वाली यह वीर स्त्रियाँ इतनी सामान्य थीं कि उनके जाते ही लोग उन्हें भूल गये, लेकिन भारत की स्वतंत्रता में उनका योगदान उतना ही है जितना कि उन विख्यात वीरांगनाओं का। इसके अतिरिक्त उन लाखों माँओं, पत्नियों और बहनों का त्याग भी नहीं भूला जाना चाहिये, जिन्होंने अपनी संतानों, अपने पतियों और अपने भाइयों को आजादी के संघर्ष में खोया।

जिन्होंने उन वीरों के शहीद होने का नहीं, बल्कि उनके सपने पूरे न होने का शोक मनाया और जिनके आँसू भारत माता के उन सच्चे सपूतों के रक्त के साथ मिलकर, उस दुर्दमनीय प्रचण्ड आक्रोश की उत्पत्ति का आधार बने जिसके सामने अंग्रेजों का टिक पाना असंभव था।

भारत की उन सभी अज्ञात वीरांगनाओं (Female Freedom Fighters) के प्रति श्रद्धावनत होते हुए और उनके उस अपूर्व पराक्रम को नमन करते हुए आज हम आपको भारत की उन बीस महिला स्वतंत्रता सेनानियों के बारे में बतायेंगे जिन्होंने अपने साहस, नेतृत्व और कौशल से अंग्रेजों को भारत छोड़ने पर मजबूर किया और देश की आजादी की ध्वजवाहक बनी।

भारत के 100 सबसे महान स्वतंत्रता सेनानीयों पर एक विस्तृत लेख – 100 Freedom Fighters of India in Hindi

1. Durga Bhabhi दुर्गाभाभी

Female Freedom Fighter 1: दुर्गा भाभी के नाम से प्रसिद्ध दुर्गावती देवी (1902-1999) भारत के स्वतंत्रता संग्राम की एक प्रमुख वीरांगना (Female Freedom Fighter) थीं। यह क्रांतिकारी भगवती चरण बोहरा की धर्मपत्नी थीं। दुर्गा भाभी क्रान्तिकारियों की प्रमुख सहयोगी थीं, 18 दिसम्बर 1928 को भगत सिंह ने इन्ही दुर्गा भाभी के साथ वेश बदल कर कलकत्ता-मेल से यात्रा की थी। आजादी की लड़ाई में दुर्गाभाभी का एक अलग ही स्थान है।

क्योंकि इस वीर स्त्री ने उच्च कुल और अमीर परिवार में जन्म लेने के बावजूद देश की आजादी के लिये जितने कष्ट सहे, उतने शायद यहाँ वर्णित वीरांगनाओं में शायद ही किसी ने सहे हों। युवावस्था में ही पति की मृत्यु का असहनीय दुःख और उस पर से पुलिस की बारम्बार प्रताड़ना, घरवालों का त्याग और साथ ही एक अबोध शिशु के पालन-पोषण की भारी जिम्मेदारी, यह सब कुछ दुर्गा भाभी को अकेले ही सहना पड़ा।

पर इन भीषण विपत्तियों के बावजूद दुर्गा भाभी ने कभी हार नहीं मानी। भारत की यह वीरांगना कितनी साहसी थी, इसका पता तब चला जब इन्होने गवर्नर हैली को गोली से मारने का प्रयास किया था, और जब इन्होने मुंबई के पुलिस कमिश्नर को भी गोली मारी, तब तो अंग्रेज इनके पीछे ही पड़ गए थे। क्रांतिकारियों को हथियार उपलब्ध कराने के उद्देश्य से दुर्गा भाभी हिमालय के शौचालय नाम से एक बम बनाने की फैक्टरी भी चलाती थीं।

28 मई 1930 को रावी नदी के तट पर साथियों के साथ बम बनाने के बाद परीक्षण करते समय जब इनके पति शहीद हो गए, तो भी दुर्गा भाभी ने हौंसला नहीं खोया। उनके शहीद होने के बावजूद वह साथी क्रांतिकारियों के साथ सक्रिय रहीं। 14 अक्टूबर 1999 के दिन बेहद सामान्य जिंदगी जीते हुए भारत की इस महान वीरांगना (Female Freedom Fighter) ने गाजियाबाद में अंतिम साँस ली।

क्या जानते हैं आप भारत के राष्ट्रीय प्रतीकों के बारे में – National Symbols of India in Hindi

Woman Freedom Fighters Who Changed History

2. matangini hazra मातंगिनी हाजरा.

Female Freedom Fighter 2: मातंगिनी हाजरा (1870-1942) भारत छोड़ो आन्दोलन और असहयोग आन्दोलन की सक्रिय सदस्य थीं। आजादी के प्रति उनका जोश इस बात से सहजता से समझा जा सकता है कि जिस आयु में लोग जीवन से उब जाते हैं और किसी प्रकार से अपने दिन काटते हैं उस आयु में उन्होंने स्वाधीनता संग्राम में बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया था।

71 वर्ष की आयु में भी देशप्रेम की भावना उनमे इतने उच्च स्तर पर बलवती थी कि जब एक जुलूस के दौरान वह आजादी के प्रतीक भारतीय झंडे को हाथ में लेकर सबसे आगे चल रही थी तो तीन बार गोली मारने के पश्चात भी वह आगे ही बढती रहीं थीं।

अंग्रेजों द्वारा बलपूर्वक झन्डा छीनने का प्रयास करने के बावजूद उन्होंने तब तक ध्वज नहीं छोड़ा जब तक कि उन्होंने अपने प्राण नहीं त्याग दिये। भारत की इस साहसी वीरांगना (Female Freedom Fighter) ने वन्दे मातरम् कहते हुए वीरगति प्राप्त की और आजादी के भीषण महायज्ञ में एक और नायिका की आहुति पड़ी।

भारत से जुडी सामान्य ज्ञान की यह अद्भुत बातें हर किसी को जाननी चाहियें – India General Knowledge Facts in Hindi

3. Bhogeswari Phukanani भोगेश्वरी फुकनानी

Female Freedom Fighter 3: भोगेश्वरी फुकनानी (1885-1942) असम की प्रखर महिला स्वतंत्रता सेनानियों में से एक थीं। अंग्रेजों ने इस साहसी वीरांगना (Female Freedom Fighter) की इसलिये निर्ममता से गोली मारकर हत्या कर दी थी, क्योंकि उन्होने भारतीय झंडे का अपमान करने वाले अंग्रेज अधिकारी की डंडे से पिटाई कर दी थी। भोगेश्वरी ने भारत छोड़ो आन्दोलन के दौरान पूर्वोतर राज्यों में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।

प्रौढावस्था में भी उनके शौर्य को देखकर असम की जनता के ह्रदय में देशप्रेम की भावना घर करने लगी थी। अंग्रेजों को डर था कि अगर यह आयोजन लम्बे समय तक चलते रहे तो असम में कई खतरनाक क्रांतिकारी पैदा हो सकते हैं। इसी कारण से उन अत्याचारियों ने स्त्री की अस्मिता का ध्यान न करते हुए इतना बर्बरतापूर्ण कार्य किया।

देश और दुनिया से जुड़े यह अविश्वसनीय तथ्य नहीं जानते होंगे आप – 65 Amazing Facts in Hindi

4. Raj Kumari Gupta राजकुमारी गुप्ता

Female Freedom Fighter 4: काकोरी की उस ट्रेन डकैती को आखिर कौन भूल सकता है जिसने अंग्रेजों के मन में दहशत फैला दी थी। पर कम ही लोगों को मालूम होगा कि इस घटना में पुरुष क्रांतिकारियों के साथ-साथ एक वीर भारतीय नारी भी सम्मिलित थी जिनका नाम था राजकुमारी गुप्ता (1902-1963)। यह एक मध्यमवर्गीय वैश्य परिवार की महिला थीं और अपने पति के साथ मिलकर इन्होने महात्मा गाँधी और चंद्रशेखर आजाद जैसे महान नायकों के साथ काम किया था।

काकोरी ट्रेन डकैती में इनकी भी महत्वपूर्ण भूमिका थी। क्योंकि हथियारों को क्रांतिकारियों तक लाने ले-जाने का उत्तरदायित्व इनके ही ऊपर था। वह अपने अन्तःवस्त्र (अंडरगारमेंट्) में हथियारों को छुपाकर ले जाती थी और किसी को शक न हो इसीलिये अपने साथ अपने 3 वर्ष के मासूम बच्चे को भी साथ रखती थीं।

पर दुर्भाग्य देखिये, जहाँ यह वीर स्त्री (Female Freedom Fighter) भारत की आजादी के लिये इतना त्याग कर रही थी, वहीँ इनके परिवार ने शर्मनाक कृत्य करते हुए इन्हें उस समय घर से ही निकाल दिया, जब पुलिस ने इन्हें इस घटना में गिरफ्तार कर लिया था।

इन 50 अद्भुत और हैरतंगेज बातों के बारे में आपने कभी नहीं पढ़ा होगा – 50 Interesting Facts in Hindi

Forgotten Woman Warriors of India in Hindi

5. bina daas बीना दास.

Female Freedom Fighter 5: बीना दास (1911-1986) क्रांतिकारियों की जन्मभूमि कहे जाने वाले बंगाल प्रान्त में पैदा हुई थीं। उनके पिता ब्रहम समाज से जुड़े एक प्रखर समाज सुधारक थे। उनकी बड़ी बहन कल्याणी दास भी एक स्वतंत्रता सेनानी थी। बीना दास कोलकाता के स्त्रियों के अर्द्ध क्रांतिकारी संगठन ‘छतरी संघ’ की सदस्य थीं। 6 फरवरी 1932 के दिन उन्होंने कलकत्ता विश्वविद्यालय में बंगाल के गवर्नर स्टेनली जैक्सन को मारने का प्रयास किया था। उन्होंने पाँच गोलियाँ चलाई पर निशाना चूक गयीं।

उन्हें नौ साल के कठोर कारावास की सजा सुनाई गयी थी। 1939 में जेल से छूटने पर वह कांग्रेस में शामिल हो गयीं और भारत छोड़ो आन्दोलन में भाग लेने के कारण फिर से जेल गयी। वह पश्चिम बंगाल विधानसभा की सदस्य भी रही थी। अपने पति की मौत के बाद यह वीरांगना (Female Freedom Fighter) ऋषिकेश में अकेली रह रहीं थीं और फिर वहीँ गुमनामी में रहते हुए ही इस लोक को छोड़कर सदा के लिये चली गयी।

अपनी विचित्र सनकों के लिये मशहूर थीं यह रानियाँ – Story of 10 Weird Queens in Hindi

6. Kalpna Dutta कल्पना दत्त

Female Freedom Fighter 6: कल्पना दत्त (1913-1995) भी बंगाल की एक विख्यात महिला क्रांतिकारी थीं जिनका जन्म चिटगांव जिले में हुआ था वह प्रसिद्ध क्रांतिकारी सूर्य सेन के उस सशस्त्र स्वतंत्रता आन्दोलन की सदस्य थीं जिसने सन 1930 में चिटगांव शस्त्रशाला लूट की घटना को अंजाम दिया था। कल्पना दत्त भी उसी छतरी संघ की सदस्य थीं जिसमे बीना दास और प्रीतिलता वाद्देदर जैसी स्वतंत्रता सेनानी भी शामिल थीं।

अंग्रेजों के विरुद्ध सशस्त्र संघर्ष छेड़ने के कारण उन्हें कई बार जेल जाना पड़ा। बाद में यह महिला स्वतंत्रता सेनानी (Female Freedom Fighter) भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी की सदस्य बन गयीं। 8 फरवरी 1995 में कलकत्ता में इस वीर भारतीय नारी का देहावसान हो गया।

7. Abadi Bano Begum अबादी बानो बेगम

Female Freedom Fighter 7: 1850 में एक कुलीन मुस्लिम परिवार में जन्मी अबादी बानो बेगम (1850-1924) देश की उन सबसे प्रथम मुस्लिम नारियों (Female Freedom Fighter) में से एक हैं, जिन्होंने आजादी की लड़ाई में महत्वपूर्ण योगदान दिया था। पर्दानशीं होते हुए भी इन्होने एक राजनीतिक सभा को संबोधित किया था और ऐसा करने वाली वह सबसे पहली महिलाओं में से एक थीं।

बेगम न केवल लम्बे समय तक राजनीति में सक्रिय रहीं, बल्कि वह खिलाफत कमिटी का भी हिस्सा थीं। खिलाफत आन्दोलन का समर्थन पाने के लिये उन्होंने पूरे देश का दौरा किया था। मुस्लिम महिलाओं के दिलों में देशभक्ति का जज्बा पैदा करने और उन्हें संगठित करते हुए उनका नेतृत्व करने का जो सराहनीय प्रयास अबादी बानो बेगम ने किया था, उससे आगे चलकर कई मुस्लिम नारियों ने प्रेरणा पायी।

Female Freedom Fighters in History in Hindi

8. kanaklata barua कनकलता बरुआ.

Female Freedom Fighter 8: कनकलता बरुआ (1924-1942) जिन्हें बीरबाला के नाम से भी जाना जाता है असम की एक अन्य स्वतंत्रता सेनानी थीं सन 1942 के भारत छोड़ो आन्दोलन के दौरान दुष्ट पुलिसकर्मियों ने इस 17 वर्षीय किशोर वीरांगना को तब गोली मार दी थी जब वह एक जुलूस का नेतृत्व करते समय गर्व से राष्ट्रीय ध्वज को थामे हुई थीं।

लेकिन इस वीर किशोरी ने तब तक झंडे को नहीं छोड़ा जब तक कि उनके प्राणों ने उनका साथ नहीं छोड़ा। कौन जानता है कि शायद ऐसी वीर बालिकाओं (Female Freedom Fighters) के शौर्य के कारण ही अंगेजों को भारत छोड़कर भागना पड़ा हो?

9. Parbati Giri पार्वती गिरी

Female Freedom Fighter 9: कलिंग की वीर भूमि में जन्मी पार्वती गिरी (1926-1955) उडीसा की प्रमुख महिला वीरांगनाओं (Female Freedom Fighters) में गिनी जाती हैं। 16-17 वर्ष की छोटी आयु में भी उन्होंने स्वाधीनता संग्राम की लगभग हर तरह की गतिविधियों में भाग लिया था, विशेषकर भारत छोड़ो आन्दोलन के दौरान तो उन्होंने आगे बढ़कर नेतृत्व किया था। लेकिन 2 साल तक जेल में रखने के बावजूद अंग्रेज उनके किशोर ह्रदय में पनप रही देशप्रेम की भावना को कम नहीं कर सके।

वह निरंतर स्वतंत्रता आंदोलनों में हिस्सा लेती रहीं और देश के आजाद होने के बाद भी सार्वजनिक रूप से लोगों की सेवा करतीं रहीं। उडीसा के दबे-कुचले श्रमिक वर्ग के लिये उन्होंने बहुत कार्य किया था, उनकी इस सेवा भावना के कारण ही वह पश्चिमी उडीसा की मदर टेरेसा के रूप में प्रसिद्ध हैं।

प्रथम विश्व युद्ध से जुडी इन गुप्त बातों के बारे में नहीं जानते होंगे आप – 1st World War Facts in Hindi

10. Tara Rani Srivastava तारा रानी श्रीवास्तव

Female Freedom Fighter 10: तारा रानी श्रीवास्तव बिहार की माटी में जन्मी एक साहसी नारी थी जिन्होंने अपने पति के साथ मिलकर आजादी की मशाल को प्रज्वलित किया। आंदोलनों के उस दौर में जब पुलिस का आक्रमण बर्बरता की सीमा तक पहुँच चुका था तब इस वीर स्त्री (Female Freedom Fighters) ने जो साहसिक कार्य किया उसे कई पुरुष संपन्न करने के बारे में सोच भी नहीं सकते हैं। अपने पति के साथ जब वह बिहार के सीवान जिले के एक पुलिस थाने के सामने जुलूस निकाल रही थी तो क्रूर पुलिसकर्मियों ने उनके पति पर सीधे गोली चला दी।

पर इस हिम्मती स्त्री का साहस देखिये, पुलिस के जुलूस रोकने के हठ को ठेंगा दिखाते हुए इस महान भारतीय नारी ने बिना विचलित हुए अपने पति घावों पर पट्टी बाँधी और फिर आगे चल पड़ी। पर जब तक वह लौटकर आती उनके वीर पति शहीद हो चुके थे, लेकिन आतताईयों के सामने झुकने से इंकार करते हुए वह झंडे को मजबूती से थामे हुए संघर्ष करती रहीं।

भारत की Woman Freedom Fighters पर दिया यह लेख Female Freedom Fighters of India in Hindi आपको जरुर पसंद आया होगा। इन 20 वीरांगनाओं के अलावा रानी सरोज गौरिहर और बीबी अजीजुल फातिमा जैसी कई अन्य महिला स्वतंत्रता सेनानी (Female Freedom Fighters) भी थीं जिन्होंने अपने देश को आजाद कराने के लिये अपना सर्वस्व न्योछावर कर दिया था। भारत की उन सभी अज्ञात वीरांगनाओं को हम बस प्रणाम ही कर सकते हैं।

Related Posts

10 Highest Waterfalls in The World in Hindi

HindiKiDuniyacom

महिलाओं के विरुद्ध हिंसा पर निबंध (Violence against Women in India Essay in Hindi)

महिलाओं के विरुद्ध हिंसा

21वीं सदी के भारत में तकनीकी प्रगति और महिलाओं के विरुद्ध हिंसा दोनों ही साथ-साथ चल रहे है। महिलाओं के विरुद्ध होती यह हिंसा अलग-अलग तरह की होती है तथा महिलाएं इस हिंसा का शिकार किसी भी जगह जैसे घर, सार्वजनिक स्थान या दफ्तर में हो सकती हैं। महिलाओं के प्रति होती यह हिंसा अब एक बड़ा मुद्दा बन चुकी है और इसे अब और ज्यादा अनदेखा नहीं किया जा सकता क्योंकि महिलाएं हमारे देश की आधी जनसँख्या का प्रतिनिधित्व करती हैं।

भारत में महिलाओं के विरुद्ध हिंसा पर छोटे तथा बड़े निबंध  (Short and Long Essay on Violence against Women in India in Hindi, Bharat me Mahilaon ke Viruddh Hinsa par Nibandh Hindi mein)

महिलाओं के विरुद्ध हिंसा पर निबंध – 1 (250 – 300 शब्द).

भारतीय समाज के पुरुष-प्रधान होने की वजह से महिलाओं को बहुत अत्याचारों का सामना करना पड़ा है। आमतौर पर महिलाओं को जिन समस्याओं से लड़ना पड़ता है उनमे प्रमुख है दहेज़-हत्या, यौन उत्पीड़न, महिलाओं से लूटपाट, नाबालिग लड़कियों से राह चलते छेड़-छाड़ इत्यादि।

भारतीय दंड संहिता के अनुसार बलात्कार, अपहरण अथवा बहला फुसला के भगा ले जाना, शारीरिक या मानसिक शोषण, दहेज़ के लिए मार डालना, पत्नी से मारपीट, यौन उत्पीड़न आदि को गंभीर अपराध की श्रेणी में रखा गया है। महिला हिंसा से जुड़े केसों में लगातार वृद्धि हो रही है और अब तो ये बहुत तेज़ी से बढ़ते जा रहे हैं।

महिलाओं के विरुद्ध हिंसा

हिंसा से तात्पर्य है किसी को शारीरिक रूप से चोट या क्षति पहुँचाना। किसी को मौखिक रूप से अपशब्द कह कर मानसिक परेशानी देना भी हिंसा का ही रूप है। इससे शारीरिक चोट तो नहीं लगती परन्तु दिलों-दिमाग पर गहरा आघात जरुर पहुँचता है। बलात्कार, हत्या, अपहरण आदि को आपराधिक हिंसा की श्रेणी में गिना जाता है तथा दफ़्तर या घर में दहेज़ के लिए मारना, यौन शोषण, पत्नी से मारपीट, बदसलूकी जैसी घटनाएँ घरेलू हिंसा का उदाहरण है। लड़कियों से छेड़-छाड़, पत्नी को भ्रूण-हत्या के लिए मज़बूर करना, विधवा महिला को सती-प्रथा के पालन करने के लिए दबाव डालना आदि सामाजिक हिंसा के अंतर्गत आते है। ये सभी घटनाएँ महिलाओं तथा समाज के बड़े हिस्से को प्रभावित कर रहीं हैं।

महिलाओं के प्रति होती हिंसा में लगातार इज़ाफा हो रहा है और अब तो ये चिंताजनक विषय बन चुका है। महिला हिंसा से निपटना समाज सेवकों के लिए सिरदर्द के साथ-साथ उनके लिए एक बड़ी जिम्मेदारी भी है। हालाँकि महिलाओं को जरुरत है की वे खुद दूसरों पर निर्भर न रह कर अपनी जिम्मेदारी खुद ले तथा अपने अधिकारों, सुविधाओं के प्रति जागरूक हो।

निबंध 2 (300 शब्द)

भारत में महिलाओं के विरुद्ध हिंसा बहुत पुराना सामाजिक मुद्दा है जिसकी जड़ें अब सामजिक नियमों तथा आर्थिक निर्भरता के रूप में जम चुकी है। बर्बर सामूहिक बलात्कार, दफतर में यौन उत्पीड़न, तेजाब फेकनें जैसी घटनाओं के रूप में महिलाओं के विरुद्ध हिंसा उजागर होती रही है। इसका ताज़ा उदाहरण है राजधानी दिल्ली में 16 दिसम्बर 2012 निर्भया गैंग-रेप केस।

23 साल की लड़की से किये गए सामूहिक बलात्कार ने देश को झकझोर कर रख दिया था। परिणामस्वरूप बड़ी संख्या में भीड़ बदलाव की मांग करती हुई सड़कों पर उतर आई। ऐसी घटनाओं के रोज़ होने के कारण इससे महिलाओं के लिए सामाजिक मापदंड बदलना नामुमकिन सा लगता है। लोगों की शिक्षा स्तर बढ़ने के बावजूद भारतीय समाज के लिए ये समस्या गंभीर तथा जटिल बन गई है। महिलाओं के विरुद्ध होती हिंसा के पीछे मुख्य कारण है पुरुष प्रधान सोच, कमज़ोर कानून, राजनीतिक ढाँचे में पुरुषों का हावी होना तथा नाकाबिल न्यायिक व्यवस्था।

एक रिसर्च के अनुसार महिलाएं सबसे पहले हिंसा का शिकार अपनी प्रारंभिक अवस्था में अपने घर पर होती हैं। खासकर ग्रामीण इलाकों में महिलाओं को उनके परिवारजन, पुरुष रिश्तेदारों, पड़ोसियों द्वारा प्रताड़ित किया जाता है।

भारत में महिलाओं की स्थिति संस्कृति, रीती-रिवाज़, लोगों की परम्पराओं के कारण हर जगह भिन्न है। उत्तर-पूर्वी राज्यों तथा दक्षिण भारत के राज्यों में महिलाओं की अवस्था बाकि राज्यों के काफी अच्छी है। भ्रूण हत्या जैसी कुरीतियों के कारण भारत में 2011 की जनगणना के अनुसार 1000 लड़कों पर केवल 940 लड़कियां ही थी। इतनी कम लड़कियों की संख्या के पीछे भ्रूण-हत्या, बाल-अवस्था में लड़कियों की अनदेखी तथा जन्म से पहले लिंग-परीक्षण जैसे कारण हैं।

राष्ट्रीय अपराधिक रिकार्ड्स ब्यूरो के अनुसार महिलाएं अपने ससुराल में बिलकुल भी सुरक्षित नहीं हैं। महिलाओं के प्रति होती क्रूरता में एसिड फेंकना, बलात्कार, हॉनर किलिंग, अपरहण, दहेज़ के लिए क़त्ल करना, पति अथवा ससुराल वालों द्वारा पीटा जाना आदि शामिल है।

Essay on Violence Against Women in India in Hindi

निबंध 3 (400 शब्द)

भारत में महिलाएं हर तरह के सामाजिक, धार्मिक, प्रान्तिक परिवेश में हिंसा का शिकार हुई हैं। महिलाओं को भारतीय समाज के द्वारा दी गई हर तरह की क्रूरता को सहन करना पड़ता है चाहे वो घरेलू हो या फिर शारीरिक, सामाजिक, मानसिक, आर्थिक हो। भारत में महिलाओं के विरुद्ध हिंसा को बड़े स्तर पर इतिहास के पन्नों में साफ़ देखा जा सकता है। वैदिक काल में महिलाओं की स्थिति आज के मुकाबले बहुत सुखद थी पर उसके बाद, समय के बदलने के साथ-साथ महिलाओं के हालातों में भी काफी बदलाव आता चला गया। परिणामस्वरुप हिंसा में होते इज़ाफे के कारण महिलाओं ने अपने शिक्षा के साथ सामाजिक, राजनीतिक, सांस्कृतिक समारोह में भागीदारी के अवसर भी खो दिए।

महिलाओं पर बढ़ते अत्याचारों के कारण उन्हें भरपेट भोजन नहीं दिया जाता था, उन्हें अपने मनपसंद कपड़े पहनने की अनुमति नहीं थी, जबरदस्ती उनका विवाह करवा दिया जाता था, उन्हें गुलाम बना के रखा जाने लगा, वैश्यावृति में धकेला गया। महिलाओं को सीमित तथा आज्ञाकारी बनाने के पीछे पुरुषों की ही सोच थी। पुरुष महिलाओं को एक वस्तु के रूप में देखते थे जिससे वे अपनी पसंद का काम करवा सके। भारतीय समाज में अक्सर ऐसा माना जाता है की हर महिला का पति उसके लिए भगवान समान है।

उन्हें अपने पति की लम्बी उम्र के लिए व्रत रखना चाहिए तथा हर चीज़ के लिए उन्हें अपने पति पर निर्भर रहना चाहिए। पुराने समय में विधवा महिलाओं के दोबारा विवाह पर पाबंदी थी तथा उन्हें सती प्रथा को मानने का दबाव डाला जाता था। महिलाओं को पीटना पुरुष अपना जन्मसिद्ध अधिकार समझते थे। महिलाओं के प्रति हिंसा में तेज़ी तब आई जब नाबालिग लड़कियों को मंदिर में दासी बना कर रखा जाने लगा। इसने धार्मिक जीवन की आड़ में वैश्यावृति को जन्म दिया।

मध्यकालीन युग में इस्लाम और हिन्दू धर्म के टकराव ने महिलाओं के विरुद्ध हिंसा को बढ़ावा दिया। नाबालिग लड़कियों का बहुत कम उम्र में विवाह कर दिया जाता था और उन्हें हर समय पर्दे में रहने की सख्त हिदायत दी जाती थी। इस कारण महिलाओं के लिए अपने पति तथा परिवार के अलावा बाहरी दुनिया से किसी भी तरह का संपर्क स्थापित करना नामुमकिन था। इसके साथ ही समाज में बहुविवाह प्रथा ने जन्म लिया जिससे महिलाओं को अपने पति का प्यार दूसरी महिलाओं से बांटना पड़ता था।

नववधू की हत्या, कन्या भ्रूण हत्या और दहेज़ प्रथा महिलाओं पर होती बड़ी हिंसा का उदाहरण है। इसके अलावा महिलाओं को भरपेट खाना न मिलना, सही स्वास्थ्य सुविधा की कमी, शिक्षा के प्रयाप्त अवसर न होना, नाबालिग लड़कियों का यौन उत्पीड़न, दुल्हन को जिन्दा जला देना, पत्नी से मारपीट, परिवार में वृद्ध महिला की अनदेखी आदि समस्याएँ भी महिलाओं को सहनी पड़ती थी।

भारत में महिला हिंसा से जुड़े केसों में होती वृद्धि को कम करने के लिए 2015 में भारत सरकार जुवेनाइल जस्टिस (केयर एंड प्रोटेक्शन ऑफ़ चिल्ड्रेन) बिल लाई। इसका उद्देश्य साल 2000 के इंडियन जुवेनाइल लॉ को बदलने का था क्योंकि इसी कानून के चलते निर्भया केस के जुवेनाइल आरोपी को सख्त सजा नहीं हो पाई। इस कानून के आने के बाद 16 से 18 साल के किशोर, जो गंभीर अपराधों में संलिप्त है, के लिए भारतीय कानून के अंतर्गत सख्त सज़ा का प्रावधान है।

संबंधित जानकारी:

महिलाओं की सुरक्षा पर निबंध

महिला शिक्षा पर निबंध

महिलाओं की स्थिति पर निबंध

संबंधित पोस्ट

मेरी रुचि

मेरी रुचि पर निबंध (My Hobby Essay in Hindi)

धन

धन पर निबंध (Money Essay in Hindi)

समाचार पत्र

समाचार पत्र पर निबंध (Newspaper Essay in Hindi)

मेरा स्कूल

मेरा स्कूल पर निबंध (My School Essay in Hindi)

शिक्षा का महत्व

शिक्षा का महत्व पर निबंध (Importance of Education Essay in Hindi)

बाघ

बाघ पर निबंध (Tiger Essay in Hindi)

HiHindi.Com

HiHindi Evolution of media

कामकाजी महिलाओं पर निबंध | Essay on Problems of Working Women in India in Hindi

In this article, we are providing information about Essay on Problems of Working Women in India in Hindi.

कामकाजी महिलाओं पर निबंध Essay on Problems of Working Women in India, Kamkaji Mahilao Par nibandh class 1, 2, 3, 4, 5, 6, 7, 8, 9, 10, 11, 12 Students.

कामकाजी महिलाओं पर निबंध Essay on Problems of Working Women in India in Hindi

कामकाजी महिलाओं पर निबंध | Essay on Problems of Working Women in India in Hindi

प्रस्तावना – पुरुष और महिला सामाजिक संरचना के दो महत्वपूर्ण अंग हैं. समाज और सत्ता पुरुष संचालित रहे हैं. उसमें महिलाएं दोयम दर्जे की नागरिक रही हैं.

किन्तु आज उन्होंने इस धारणा को निर्मूल सिद्ध कर दिया है कि महिलाएं पुरुषों के समान काम नहीं कर सकतीं.

वर्तमान में महिलाओं की स्थिति – आज महिलाओं द्वारा उच्च शिक्षा ग्रहण कर पुरुष के बराबर अपनी योग्यता का प्रदर्शन किया जा रहा हैं.

चिकित्सा, इंजीनियरिंग, कंप्यूटर, प्रोद्योगिकी तथा प्रशासनिक एवं पुलिस सेवाओं में उनका पुरुषों के समान ही सम्मानजनक स्थान हैं. पुलिस सेवा में किरण बेदी जैसी अनेक महिलाएँ अपनी कार्यकुशलता का लोहा मनवा चुकी हैं.

आज केन्द्रीय राजधानी दिल्ली और राज्यों की राजधानियों के उच्च पदस्थ स्थानों पर महिलाओं ने अपनी योग्यता सिद्ध की हैं.

यूरोप और अमेरिका ही नहीं आज इजरायल, मिस्र और छोटे छोटे अरब देशों एवं अफ्रीका जैसे पिछड़े महाद्वीपों के छोटे छोटे देशों तथा भारत की अनेक महिलाओं ने वायुयान संचालन, सेना, पुलिस और परिवहन के क्षेत्रों में भी कार्य करके पुरुषों की बराबरी करने का साहस दिखाया हैं.

सामाजिक प्रगति में योगदान – संसार के विकसित देशों और विकासशील देशों में नारी का अपने   राष्ट्र निर्माण  में  महत्वपूर्ण योगदान हैं. भारत में भी कुशल और उच्च शिक्षा प्राप्त महिलाओं का प्रतिशत बढ़ता जा रहा हैं.

इस प्रकार कामकाजी महिलाओं की संख्या तेजी से बढ़ रही हैं. राष्ट्र के निर्माण और विकास में उनका योगदान कम महत्व का नहीं हैं.

कामकाजी महिलाओं की समस्याएँ – भारत में शिक्षण प्रशिक्षण और कामकाज करके योग्यता ग्रहण करने में तो महिलाओं का तेजी से योगदान बढ़ा हैं.

परन्तु पुरुष समाज का नारी के प्रति दृष्टिकोण अभी तक नहीं बदला हैं. आज भी पुरुष नारी को हेय दृष्टि से देखता हैं. अतः उनके विकास और स्वतंत्रता की राह में हर तरह के कांटे बिछाने का प्रयास किये जा रहे हैं.

परिणामस्वरूप महिलाएँ अपनी योग्यता के अनुसार खुलकर कार्य नहीं कर पाती हैं. भारतीय समाज तो   अभी  तक  प्राचीन सामंती व्यवस्था की मानसिकता से मुक्त नहीं हो पाया है. यहाँ कामकाजी महिलाएँ बड़ी कठिनाई से अपना जीवन यापन कर पा रही हैं.

हमारे देश में आज भी अकेली महिलाएँ देर रात तक घर से बाहर नहीं रह पाती हैं. यदि भूलवंश ऐसा हो भी जाए तो असभ्य दरिंदों की सामूहिक हवश का उन्हें शिकार होना पड़ता हैं. अतः भारत में आज भी महिलाएँ सुरक्षित नहीं कही जा सकती हैं.

समस्याओं का समाधान – सदियों से संघर्ष करते करते महिलाओं ने बड़ी कठिनाई से इस स्थिति को प्राप्त किया हैं. जिसमें वह पुरुष की क्रीतदासी न होकर उसकी सहयोगिनी बन पाई हैं.

वह पुरुष के समान ही राष्ट्र निर्माण एवं विकास में भाग ले रही हैं. अतः असभ्य आचरण करने वाले थोड़े से दरिंदों के भय से वह अपना लक्ष्य त्याग नहीं सकती.

सरकारी स्तर पर कामकाजी महिलाओं के लिए महिला हॉस्टल बनाए गये हैं. जहाँ वे सुरक्षित व् सुखपूर्वक रहकर राष्ट्र निर्माण के अपने लक्ष्य को प्राप्त कर रही हैं.

बड़े शहरों में इस प्रकार के सामूहिक  फ्लैट्स  बनाए  गये हैं जिनमें  महिलाएँ  सुख  सुविधा सम्पन्न सुरक्षित जीवन यापन कर रही हैं. कामकाज के स्थान पर भी उन्हें हर प्रकार की सुरक्षा उपलब्ध हैं.

शिक्षा  के  प्रसार  ने पुरुषों के दृष्टिकोण में भी अपेक्षित परिवर्तन किया हैं. अतः अब कामकाजी महिलाएँ निश्चिन्त होकर राष्ट्र के विकास में सहयो गिनी बनी हुई हैं.

उपसंहार – राष्ट्र और समाज की प्रगति में जब हम महिलाओं से योगदान की अपेक्षा रखते हैं. तो प्रायः यह भूल जाते हैं. कि एक कामकाजी महिला को दोहरी भूमिका निभानी पडती हैं. एक कार्यस्थल से और दूसरी परिवार से सम्बन्धित होती हैं.

प्रायः स्त्री से यह आशा की जाती हैं कि काम पर जाने से पूर्व और काम से लौटाने के बाद वह गृहिणी की भूमिका भी पूरी जिम्मेदारी से निभाए. यह अन्याय है पुरुषों को भी घर की जिम्मेदारी में बराबर का सहयोग करना चाहिए.

  • महिला पुलिस पर निबंध
  • नारी/महिला सुरक्षा पर निबंध
  • महिला सशक्तिकरण पर निबंध

आशा करता हूँ दोस्तों कामकाजी महिलाओं पर निबंध Essay on Problems of Working Women in India in Hindi  का यह लेख आपकों पसंद आया होगा.

यदि आपकों इस लेख में दी गयी जानकारी पसंद आई हो तो अपने दोस्तों के साथ जरुर शेयर करे.

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

  • CBSE Class 10th

CBSE Class 12th

  • UP Board 10th
  • UP Board 12th
  • Bihar Board 10th
  • Bihar Board 12th
  • Top Schools in India
  • Top Schools in Delhi
  • Top Schools in Mumbai
  • Top Schools in Chennai
  • Top Schools in Hyderabad
  • Top Schools in Kolkata
  • Top Schools in Pune
  • Top Schools in Bangalore

Products & Resources

  • JEE Main Knockout April
  • Free Sample Papers
  • Free Ebooks
  • NCERT Notes

NCERT Syllabus

  • NCERT Books
  • RD Sharma Solutions
  • Navodaya Vidyalaya Admission 2024-25

NCERT Solutions

  • NCERT Solutions for Class 12
  • NCERT Solutions for Class 11
  • NCERT solutions for Class 10
  • NCERT solutions for Class 9
  • NCERT solutions for Class 8
  • NCERT Solutions for Class 7
  • JEE Main 2024
  • MHT CET 2024
  • JEE Advanced 2024
  • BITSAT 2024
  • View All Engineering Exams
  • Colleges Accepting B.Tech Applications
  • Top Engineering Colleges in India
  • Engineering Colleges in India
  • Engineering Colleges in Tamil Nadu
  • Engineering Colleges Accepting JEE Main
  • Top IITs in India
  • Top NITs in India
  • Top IIITs in India
  • JEE Main College Predictor
  • JEE Main Rank Predictor
  • MHT CET College Predictor
  • AP EAMCET College Predictor
  • GATE College Predictor
  • KCET College Predictor
  • JEE Advanced College Predictor
  • View All College Predictors
  • JEE Main Question Paper
  • JEE Main Cutoff
  • JEE Main Advanced Admit Card
  • AP EAPCET Hall Ticket
  • Download E-Books and Sample Papers
  • Compare Colleges
  • B.Tech College Applications
  • KCET Result
  • MAH MBA CET Exam
  • View All Management Exams

Colleges & Courses

  • MBA College Admissions
  • MBA Colleges in India
  • Top IIMs Colleges in India
  • Top Online MBA Colleges in India
  • MBA Colleges Accepting XAT Score
  • BBA Colleges in India
  • XAT College Predictor 2024
  • SNAP College Predictor
  • NMAT College Predictor
  • MAT College Predictor 2024
  • CMAT College Predictor 2024
  • CAT Percentile Predictor 2023
  • CAT 2023 College Predictor
  • CMAT 2024 Admit Card
  • TS ICET 2024 Hall Ticket
  • CMAT Result 2024
  • MAH MBA CET Cutoff 2024
  • Download Helpful Ebooks
  • List of Popular Branches
  • QnA - Get answers to your doubts
  • IIM Fees Structure
  • AIIMS Nursing
  • Top Medical Colleges in India
  • Top Medical Colleges in India accepting NEET Score
  • Medical Colleges accepting NEET
  • List of Medical Colleges in India
  • List of AIIMS Colleges In India
  • Medical Colleges in Maharashtra
  • Medical Colleges in India Accepting NEET PG
  • NEET College Predictor
  • NEET PG College Predictor
  • NEET MDS College Predictor
  • NEET Rank Predictor
  • DNB PDCET College Predictor
  • NEET Admit Card 2024
  • NEET PG Application Form 2024
  • NEET Cut off
  • NEET Online Preparation
  • Download Helpful E-books
  • Colleges Accepting Admissions
  • Top Law Colleges in India
  • Law College Accepting CLAT Score
  • List of Law Colleges in India
  • Top Law Colleges in Delhi
  • Top NLUs Colleges in India
  • Top Law Colleges in Chandigarh
  • Top Law Collages in Lucknow

Predictors & E-Books

  • CLAT College Predictor
  • MHCET Law ( 5 Year L.L.B) College Predictor
  • AILET College Predictor
  • Sample Papers
  • Compare Law Collages
  • Careers360 Youtube Channel
  • CLAT Syllabus 2025
  • CLAT Previous Year Question Paper
  • NID DAT Exam
  • Pearl Academy Exam

Predictors & Articles

  • NIFT College Predictor
  • UCEED College Predictor
  • NID DAT College Predictor
  • NID DAT Syllabus 2025
  • NID DAT 2025
  • Design Colleges in India
  • Top NIFT Colleges in India
  • Fashion Design Colleges in India
  • Top Interior Design Colleges in India
  • Top Graphic Designing Colleges in India
  • Fashion Design Colleges in Delhi
  • Fashion Design Colleges in Mumbai
  • Top Interior Design Colleges in Bangalore
  • NIFT Result 2024
  • NIFT Fees Structure
  • NIFT Syllabus 2025
  • Free Design E-books
  • List of Branches
  • Careers360 Youtube channel
  • IPU CET BJMC
  • JMI Mass Communication Entrance Exam
  • IIMC Entrance Exam
  • Media & Journalism colleges in Delhi
  • Media & Journalism colleges in Bangalore
  • Media & Journalism colleges in Mumbai
  • List of Media & Journalism Colleges in India
  • CA Intermediate
  • CA Foundation
  • CS Executive
  • CS Professional
  • Difference between CA and CS
  • Difference between CA and CMA
  • CA Full form
  • CMA Full form
  • CS Full form
  • CA Salary In India

Top Courses & Careers

  • Bachelor of Commerce (B.Com)
  • Master of Commerce (M.Com)
  • Company Secretary
  • Cost Accountant
  • Charted Accountant
  • Credit Manager
  • Financial Advisor
  • Top Commerce Colleges in India
  • Top Government Commerce Colleges in India
  • Top Private Commerce Colleges in India
  • Top M.Com Colleges in Mumbai
  • Top B.Com Colleges in India
  • IT Colleges in Tamil Nadu
  • IT Colleges in Uttar Pradesh
  • MCA Colleges in India
  • BCA Colleges in India

Quick Links

  • Information Technology Courses
  • Programming Courses
  • Web Development Courses
  • Data Analytics Courses
  • Big Data Analytics Courses
  • RUHS Pharmacy Admission Test
  • Top Pharmacy Colleges in India
  • Pharmacy Colleges in Pune
  • Pharmacy Colleges in Mumbai
  • Colleges Accepting GPAT Score
  • Pharmacy Colleges in Lucknow
  • List of Pharmacy Colleges in Nagpur
  • GPAT Result
  • GPAT 2024 Admit Card
  • GPAT Question Papers
  • NCHMCT JEE 2024
  • Mah BHMCT CET
  • Top Hotel Management Colleges in Delhi
  • Top Hotel Management Colleges in Hyderabad
  • Top Hotel Management Colleges in Mumbai
  • Top Hotel Management Colleges in Tamil Nadu
  • Top Hotel Management Colleges in Maharashtra
  • B.Sc Hotel Management
  • Hotel Management
  • Diploma in Hotel Management and Catering Technology

Diploma Colleges

  • Top Diploma Colleges in Maharashtra
  • UPSC IAS 2024
  • SSC CGL 2024
  • IBPS RRB 2024
  • Previous Year Sample Papers
  • Free Competition E-books
  • Sarkari Result
  • QnA- Get your doubts answered
  • UPSC Previous Year Sample Papers
  • CTET Previous Year Sample Papers
  • SBI Clerk Previous Year Sample Papers
  • NDA Previous Year Sample Papers

Upcoming Events

  • NDA Application Form 2024
  • UPSC IAS Application Form 2024
  • CDS Application Form 2024
  • CTET Admit card 2024
  • HP TET Result 2023
  • SSC GD Constable Admit Card 2024
  • UPTET Notification 2024
  • SBI Clerk Result 2024

Other Exams

  • SSC CHSL 2024
  • UP PCS 2024
  • UGC NET 2024
  • RRB NTPC 2024
  • IBPS PO 2024
  • IBPS Clerk 2024
  • IBPS SO 2024
  • Top University in USA
  • Top University in Canada
  • Top University in Ireland
  • Top Universities in UK
  • Top Universities in Australia
  • Best MBA Colleges in Abroad
  • Business Management Studies Colleges

Top Countries

  • Study in USA
  • Study in UK
  • Study in Canada
  • Study in Australia
  • Study in Ireland
  • Study in Germany
  • Study in China
  • Study in Europe

Student Visas

  • Student Visa Canada
  • Student Visa UK
  • Student Visa USA
  • Student Visa Australia
  • Student Visa Germany
  • Student Visa New Zealand
  • Student Visa Ireland
  • CUET PG 2024
  • IGNOU B.Ed Admission 2024
  • DU Admission 2024
  • UP B.Ed JEE 2024
  • LPU NEST 2024
  • IIT JAM 2024
  • IGNOU Online Admission 2024
  • Universities in India
  • Top Universities in India 2024
  • Top Colleges in India
  • Top Universities in Uttar Pradesh 2024
  • Top Universities in Bihar
  • Top Universities in Madhya Pradesh 2024
  • Top Universities in Tamil Nadu 2024
  • Central Universities in India
  • CUET Exam City Intimation Slip 2024
  • IGNOU Date Sheet
  • CUET Mock Test 2024
  • CUET Admit card 2024
  • CUET PG Syllabus 2024
  • CUET Participating Universities 2024
  • CUET Previous Year Question Paper
  • CUET Syllabus 2024 for Science Students
  • E-Books and Sample Papers
  • CUET Exam Pattern 2024
  • CUET Exam Date 2024
  • CUET Syllabus 2024
  • IGNOU Exam Form 2024
  • CUET UG Admit Card 2024 (Out) Live
  • CUET 2024 Admit Card

Engineering Preparation

  • Knockout JEE Main 2024
  • Test Series JEE Main 2024
  • JEE Main 2024 Rank Booster

Medical Preparation

  • Knockout NEET 2024
  • Test Series NEET 2024
  • Rank Booster NEET 2024

Online Courses

  • JEE Main One Month Course
  • NEET One Month Course
  • IBSAT Free Mock Tests
  • IIT JEE Foundation Course
  • Knockout BITSAT 2024
  • Career Guidance Tool

Top Streams

  • IT & Software Certification Courses
  • Engineering and Architecture Certification Courses
  • Programming And Development Certification Courses
  • Business and Management Certification Courses
  • Marketing Certification Courses
  • Health and Fitness Certification Courses
  • Design Certification Courses

Specializations

  • Digital Marketing Certification Courses
  • Cyber Security Certification Courses
  • Artificial Intelligence Certification Courses
  • Business Analytics Certification Courses
  • Data Science Certification Courses
  • Cloud Computing Certification Courses
  • Machine Learning Certification Courses
  • View All Certification Courses
  • UG Degree Courses
  • PG Degree Courses
  • Short Term Courses
  • Free Courses
  • Online Degrees and Diplomas
  • Compare Courses

Top Providers

  • Coursera Courses
  • Udemy Courses
  • Edx Courses
  • Swayam Courses
  • upGrad Courses
  • Simplilearn Courses
  • Great Learning Courses

हिंदी निबंध (Hindi Nibandh / Essay in Hindi) - हिंदी निबंध लेखन, हिंदी निबंध 100, 200, 300, 500 शब्दों में

हिंदी में निबंध (Essay in Hindi) - छात्र जीवन में विभिन्न विषयों पर हिंदी निबंध (essay in hindi) लिखने की आवश्यकता होती है। हिंदी निबंध लेखन (essay writing in hindi) के कई फायदे हैं। हिंदी निबंध से किसी विषय से जुड़ी जानकारी को व्यवस्थित रूप देना आ जाता है तथा विचारों को अभिव्यक्त करने का कौशल विकसित होता है। हिंदी निबंध (hindi nibandh) लिखने की गतिविधि से इन विषयों पर छात्रों के ज्ञान के दायरे का विस्तार होता है जो कि शिक्षा के अहम उद्देश्यों में से एक है। हिंदी में निबंध या लेख लिखने से विषय के बारे में समालोचनात्मक दृष्टिकोण विकसित होता है। साथ ही अच्छा हिंदी निबंध (hindi nibandh) लिखने पर अंक भी अच्छे प्राप्त होते हैं। इसके अलावा हिंदी निबंध (hindi nibandh) किसी विषय से जुड़े आपके पूर्वाग्रहों को दूर कर सटीक जानकारी प्रदान करते हैं जिससे अज्ञानता की वजह से हम लोगों के सामने शर्मिंदा होने से बच जाते हैं।

आइए सबसे पहले जानते हैं कि हिंदी में निबंध की परिभाषा (definition of essay) क्या होती है?

हिंदी निबंध (hindi nibandh) : निबंध के अंग कौन-कौन से होते हैं, हिंदी निबंध (hindi nibandh) : निबंध के प्रकार (types of essay), हिंदी निबंध (hindi nibandh) : निबंध में उद्धरण का महत्व, मजदूर दिवस पर निबंध (labour day essay in hindi) - 10 लाइन, 300 शब्द, संक्षिप्त भाषण, सुभाष चंद्र बोस पर निबंध (subhash chandra bose essay in hindi), गणतंत्र दिवस पर निबंध (republic day essay in hindi), गणतंत्र दिवस पर भाषण (republic day speech in hindi), मोबाइल फोन पर निबंध (essay on mobile phone in hindi), हिंदी दिवस पर निबंध (essay on hindi diwas in hindi), मकर संक्रांति पर निबंध (essay on makar sankranti in hindi), ग्लोबल वार्मिंग पर निबंध - कारण और समाधान (global warming essay in hindi), भारत में भ्रष्टाचार पर निबंध (corruption in india essay in hindi), गुरु नानक जयंती पर निबंध (essay on guru nanak jayanti in hindi), मेरा पालतू कुत्ता पर निबंध ( my pet dog essay in hindi), स्वामी विवेकानंद पर निबंध ( swami vivekananda essay in hindi), महिला सशक्तीकरण पर निबंध (women empowerment essay), भगत सिंह निबंध (bhagat singh essay in hindi), वसुधैव कुटुंबकम् पर निबंध (vasudhaiva kutumbakam essay), गाय पर निबंध (essay on cow in hindi), क्रिसमस पर निबंध (christmas in hindi), रक्षाबंधन पर निबंध (rakshabandhan par nibandh), होली का निबंध (essay on holi in hindi), विजयदशमी अथवा दशहरा पर हिंदी में निबंध (essay in hindi on dussehra or vijayadashmi), दिवाली पर हिंदी में निबंध (essay in hindi on diwali), बाल दिवस पर हिंदी में भाषण (children’s day speech in hindi), हिंदी दिवस पर भाषण (hindi diwas speech), हिंदी दिवस पर कविता (hindi diwas poem), स्वतंत्रता दिवस पर निबंध (independence day essay), प्रदूषण पर निबंध (essay on pollution in hindi), वायु प्रदूषण पर हिंदी में निबंध (essay in hindi on air pollution), जलवायु परिवर्तन पर हिंदी में निबंध (essay in hindi on climate change), पर्यावरण दिवस पर निबंध (essay on environment day in hindi), मेरा प्रिय खेल पर निबंध (essay on my favourite game in hindi), विज्ञान के चमत्कार पर निबंध (wonder of science essay in hindi), शिक्षक दिवस पर निबंध (teachers day essay in hindi), अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर निबंध (essay on international women’s day in hindi), बाल श्रम पर निबंध (child labour essay in hindi), मेरा प्रिय नेता: एपीजे अब्दुल कलाम पर निबंध (apj abdul kalam essay in hindi), मेरा प्रिय मित्र (my best friend nibandh), सरोजिनी नायडू पर निबंध (sarojini naidu essay in hindi).

हिंदी निबंध (Hindi Nibandh / Essay in Hindi) - हिंदी निबंध लेखन, हिंदी निबंध 100, 200, 300, 500 शब्दों में

कुछ सामान्य विषयों (common topics) पर जानकारी जुटाने में छात्रों की सहायता करने के उद्देश्य से हमने हिंदी में निबंध (Essay in Hindi) और भाषणों के रूप में कई लेख तैयार किए हैं। स्कूली छात्रों (कक्षा 1 से 12 तक) एवं प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी में लगे विद्यार्थियों के लिए उपयोगी हिंदी निबंध (hindi nibandh), भाषण तथा कविता (useful essays, speeches and poems) से उनको बहुत मदद मिलेगी तथा उनके ज्ञान के दायरे में विस्तार होगा। ऐसे में यदि कभी परीक्षा में इससे संबंधित निबंध आ जाए या भाषण देना होगा, तो छात्र उन परिस्थितियों / प्रतियोगिता में बेहतर प्रदर्शन कर पाएँगे।

महत्वपूर्ण लेख :

  • 10वीं के बाद लोकप्रिय कोर्स
  • 12वीं के बाद लोकप्रिय कोर्स
  • क्या एनसीईआरटी पुस्तकें जेईई मेन की तैयारी के लिए काफी हैं?
  • कक्षा 9वीं से नीट की तैयारी कैसे करें

छात्र जीवन प्रत्येक व्यक्ति के जीवन के सबसे सुनहरे समय में से एक होता है जिसमें उसे बहुत कुछ सीखने को मिलता है। वास्तव में जीवन की आपाधापी और चिंताओं से परे मस्ती से भरा छात्र जीवन ज्ञान अर्जित करने को समर्पित होता है। छात्र जीवन में अर्जित ज्ञान भावी जीवन तथा करियर के लिए सशक्त आधार तैयार करने का काम करता है। नींव जितनी अच्छी और मजबूत होगी उस पर तैयार होने वाला भवन भी उतना ही मजबूत होगा और जीवन उतना ही सुखद और चिंतारहित होगा। इसे देखते हुए स्कूलों में शिक्षक छात्रों को विषयों से संबंधित अकादमिक ज्ञान से लैस करने के साथ ही विभिन्न प्रकार की पाठ्येतर गतिविधियों के जरिए उनके ज्ञान के दायरे का विस्तार करने का प्रयास करते हैं। इन पाठ्येतर गतिविधियों में समय-समय पर हिंदी निबंध (hindi nibandh) या लेख और भाषण प्रतियोगिताओं का आयोजन करना शामिल है।

करियर संबंधी महत्वपूर्ण लेख :

  • डॉक्टर कैसे बनें?
  • सॉफ्टवेयर इंजीनियर कैसे बनें
  • इंजीनियर कैसे बन सकते हैं?

निबंध, गद्य विधा की एक लेखन शैली है। हिंदी साहित्य कोष के अनुसार निबंध ‘किसी विषय या वस्तु पर उसके स्वरूप, प्रकृति, गुण-दोष आदि की दृष्टि से लेखक की गद्यात्मक अभिव्यक्ति है।’ एक अन्य परिभाषा में सीमित समय और सीमित शब्दों में क्रमबद्ध विचारों की अभिव्यक्ति को निबंध की संज्ञा दी गई है। इस तरह कह सकते हैं कि मोटे तौर पर किसी विषय पर अपने विचारों को लिखकर की गई अभिव्यक्ति ही निबंध है।

अन्य महत्वपूर्ण लेख :

  • हिंदी दिवस पर भाषण
  • हिंदी दिवस पर कविता
  • हिंदी पत्र लेखन

आइए अब जानते हैं कि निबंध के कितने अंग होते हैं और इन्हें किस प्रकार प्रभावपूर्ण ढंग से लिखकर आकर्षक बनाया जा सकता है। किसी भी हिंदी निबंध (Essay in hindi) के मोटे तौर पर तीन भाग होते हैं। ये हैं - प्रस्तावना या भूमिका, विषय विस्तार और उपसंहार।

प्रस्तावना (भूमिका)- हिंदी निबंध के इस हिस्से में विषय से पाठकों का परिचय कराया जाता है। निबंध की भूमिका या प्रस्तावना, इसका बेहद अहम हिस्सा होती है। जितनी अच्छी भूमिका होगी पाठकों की रुचि भी निबंध में उतनी ही अधिक होगी। प्रस्तावना छोटी और सटीक होनी चाहिए ताकि पाठक संपूर्ण हिंदी लेख (hindi me lekh) पढ़ने को प्रेरित हों और जुड़ाव बना सकें।

विषय विस्तार- निबंध का यह मुख्य भाग होता है जिसमें विषय के बारे में विस्तार से जानकारी दी जाती है। इसमें इसके सभी संभव पहलुओं की जानकारी दी जाती है। हिंदी निबंध (hindi nibandh) के इस हिस्से में अपने विचारों को सिलसिलेवार ढंग से लिखकर अभिव्यक्त करने की खूबी का प्रदर्शन करना होता है।

उपसंहार- निबंध का यह अंतिम भाग होता है, इसमें हिंदी निबंध (hindi nibandh) के विषय पर अपने विचारों का सार रखते हुए पाठक के सामने निष्कर्ष रखा जाता है।

ये भी देखें :

अग्निपथ योजना रजिस्ट्रेशन

अग्निपथ योजना एडमिट कार्ड

अग्निपथ योजना सिलेबस

अंत में यह जानना भी अत्यधिक आवश्यक है कि निबंध कितने प्रकार के होते हैं। मोटे तौर निबंध को निम्नलिखित श्रेणियों में रखा जाता है-

वर्णनात्मक निबंध - इस तरह के निबंधों में किसी घटना, वस्तु, स्थान, यात्रा आदि का वर्णन किया जाता है। इसमें त्योहार, यात्रा, आयोजन आदि पर लेखन शामिल है। इनमें घटनाओं का एक क्रम होता है और इस तरह के निबंध लिखने आसान होते हैं।

विचारात्मक निबंध - इस तरह के निबंधों में मनन-चिंतन की अधिक आवश्यकता होती है। अक्सर ये किसी समस्या – सामाजिक, राजनीतिक या व्यक्तिगत- पर लिखे जाते हैं। विज्ञान वरदान या अभिशाप, राष्ट्रीय एकता की समस्या, बेरोजगारी की समस्या आदि ऐसे विषय हो सकते हैं। इन हिंदी निबंधों (hindi nibandh) में विषय के अच्छे-बुरे पहलुओं पर विचार व्यक्त किया जाता है और समस्या को दूर करने के उपाय भी सुझाए जाते हैं।

भावात्मक निबंध - ऐसे निबंध जिनमें भावनाओं को व्यक्त करने की अधिक स्वतंत्रता होती है। इनमें कल्पनाशीलता के लिए अधिक छूट होती है। भाव की प्रधानता के कारण इन निबंधों में लेखक की आत्मीयता झलकती है। मेरा प्रिय मित्र, यदि मैं डॉक्टर होता जैसे विषय इस श्रेणी में रखे जा सकते हैं।

इसके साथ ही विषय वस्तु की दृष्टि से भी निबंधों को सामाजिक, आर्थिक, सांस्कृतिक, खेल, विज्ञान और प्रौद्योगिकी जैसी बहुत सी श्रेणियों में बाँटा जा सकता है।

ये भी पढ़ें-

  • केंद्रीय विद्यालय एडमिशन
  • नवोदय कक्षा 6 प्रवेश
  • एनवीएस एडमिशन कक्षा 9

जिस प्रकार बातचीत को आकर्षक और प्रभावी बनाने के लिए लोग मुहावरे, लोकोक्तियों, सूक्तियों, दोहों, कविताओं आदि की मदद लेते हैं, ठीक उसी तरह निबंध को भी प्रभावी बनाने के लिए इनकी सहायता ली जानी चाहिए। उदाहरण के लिए मित्रता पर हिंदी निबंध (hindi nibandh) लिखते समय तुलसीदास जी की इन पंक्तियों की मदद ले सकते हैं -

जे न मित्र दुख होंहि दुखारी, तिन्हिं बिलोकत पातक भारी।

यानि कि जो व्यक्ति मित्र के दुख से दुखी नहीं होता है, उनको देखने से बड़ा पाप होता है।

हिंदी या मातृभाषा पर निबंध लिखते समय भारतेंदु हरिश्चंद्र की पंक्तियों का प्रयोग करने से चार चाँद लग जाएगा-

निज भाषा उन्नति अहै, सब उन्नति को मूल

बिन निज भाषा-ज्ञान के, मिटत न हिय को सूल।

प्रासंगिकता और अपने विवेक के अनुसार लेखक निबंधों में ऐसी सामग्री का उपयोग निबंध को प्रभावी बनाने के लिए कर सकते हैं। इनका भंडार तैयार करने के लिए जब कभी कोई पंक्ति या उद्धरण अच्छा लगे, तो एकत्रित करते रहें और समय-समय पर इनको दोहराते रहें।

उपरोक्त सभी प्रारूपों का उपयोग कर छात्रों के लिए हमने निम्नलिखित हिंदी में निबंध (Essay in Hindi) तैयार किए हैं -

दुनिया के कई देशों में मजदूरों और श्रमिकों को सम्मान देने के उद्देश्य से हर वर्ष 1 मई को मजदूर दिवस मनाया जाता है। इसे लेबर डे, श्रमिक दिवस या मई डे भी कहा जाता है। श्रम दिवस एक विशेष दिन है जो मजदूरों और श्रम वर्ग को समर्पित है। यह मजदूरों की कड़ी मेहनत को सम्मानित करने का दिन है। ज्यादातर देशों में इसे 1 मई को अंतरराष्ट्रीय मजदूर दिवस के रूप में मनाया जाता है। श्रम दिवस का इतिहास और उत्पत्ति अलग-अलग देशों में अलग-अलग है। विद्यार्थियों को कक्षा में मजदूर दिवस पर निबंध लिखने, मजदूर दिवस पर भाषण देने के लिए कहा जाता है। इस निबंध की मदद से विद्यार्थी अपनी तैयारी कर सकते हैं।

सुभाष चंद्र बोस ने ब्रिटिश शासन के खिलाफ भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। सुभाष चंद्र बोस भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस (आईएनसी) के नेता थे और बाद में उन्होंने फॉरवर्ड ब्लॉक का गठन किया। इसके माध्यम से भारत में सभी ब्रिटिश विरोधी ताकतों को एकजुट करने की पहल की थी। बोस ब्रिटिश सरकार के मुखर आलोचक थे और स्वतंत्रता प्राप्त करने के लिए और अधिक आक्रामक कार्रवाई की वकालत करते थे। विद्यार्थियों को अक्सर कक्षा और परीक्षा में सुभाष चंद्र बोस जयंती (subhash chandra bose jayanti) या सुभाष चंद्र बोस पर हिंदी में निबंध (subhash chandra bose essay in hindi) लिखने को कहा जाता है। यहां सुभाष चंद्र बोस पर 100, 200 और 500 शब्दों का निबंध दिया गया है।

भारत में 26 जनवरी 1950 को संविधान लागू हुआ। इस दिन को गणतंत्र दिवस के रूप में मनाया जाता है। गणतंत्र दिवस के सम्मान में स्कूलों में विभिन्न प्रकार के सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित होते हैं। गणतंत्र दिवस के दिन सभी स्कूलों, सरकारी व गैर सरकारी दफ्तरों में झंडोत्तोलन होता है। राष्ट्रगान गाया जाता है। मिठाईयां बांटी जाती है और अवकाश रहता है। छात्रों और बच्चों के लिए 100, 200 और 500 शब्दों में गणतंत्र दिवस पर निबंध पढ़ें।

26 जनवरी, 1950 को हमारे देश का संविधान लागू किया गया, इसमें भारत को गणतांत्रिक व्यवस्था वाला देश बनाने की राह तैयार की गई। गणतंत्र दिवस के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में भाषण (रिपब्लिक डे स्पीच) देने के लिए हिंदी भाषण की उपयुक्त सामग्री (Republic Day Speech Ideas) की यदि आपको भी तलाश है तो समझ लीजिए कि गणतंत्र दिवस पर भाषण (Republic Day speech in Hindi) की आपकी तलाश यहां खत्म होती है। इस राष्ट्रीय पर्व के बारे में विद्यार्थियों को जागरूक बनाने और उनके ज्ञान को परखने के लिए गणतत्र दिवस पर निबंध (Republic day essay) लिखने का प्रश्न भी परीक्षाओं में पूछा जाता है। इस लेख में दी गई जानकारी की मदद से Gantantra Diwas par nibandh लिखने में भी मदद मिलेगी। Gantantra Diwas par lekh bhashan तैयार करने में इस लेख में दी गई जानकारी की मदद लें और अच्छा प्रदर्शन करें।

मोबाइल फ़ोन को सेल्युलर फ़ोन भी कहा जाता है। मोबाइल आज आधुनिक प्रौद्योगिकी का एक अहम हिस्सा है जिसने दुनिया को एक साथ लाकर हमारे जीवन को बहुत प्रभावित किया है। मोबाइल हमारे जीवन का अभिन्न अंग बन गया है। मोबाइल में इंटरनेट के इस्तेमाल ने कई कामों को बेहद आसान कर दिया है। मनोरंजन, संचार के साथ रोजमर्रा के कामों में भी इसकी अहम भूमिका हो गई है। इस निबंध में मोबाइल फोन के बारे में बताया गया है।

भारत में प्रत्येक वर्ष 14 सितंबर को हिंदी दिवस मनाया जाता है। 14 सितंबर, 1949 को संविधान सभा ने जनभाषा हिंदी को राजभाषा का दर्जा प्रदान किया। इस दिन की याद में हर वर्ष 14 सितंबर को राष्ट्रीय हिंदी दिवस मनाया जाता है। वहीं हिंदी भाषा को सम्मान देने के लिए 10 जनवरी को प्रतिवर्ष विश्व हिंदी दिवस (World Hindi Diwas) मनाया जाता है। इस लेख में राष्ट्रीय हिंदी दिवस (14 सितंबर) और विश्व हिंदी दिवस (10 जनवरी) के बारे में चर्चा की गई है।

मकर संक्रांति का त्योहार यूपी, बिहार, दिल्ली, राजस्थान, मध्यप्रदेश सहित देश के विभिन्न राज्यों में 14 जनवरी को मनाया जाता है। इसे खिचड़ी के नाम से भी जाना जाता है। इस दिन लोग पवित्र नदियों में स्नान के बाद पूजा करके दान करते हैं। इस दिन खिचड़ी, तिल-गुड, चिउड़ा-दही खाने का रिवाज है। प्रयागराज में इस दिन से कुंभ मेला आरंभ होता है। इस लेख में मकर संक्रांति के बारे में बताया गया है।

पर्यावरण से संबंधित मुद्दों की चर्चा करते समय ग्लोबल वार्मिंग की चर्चा अक्सर होती है। ग्लोबल वार्मिंग का संबंध वैश्विक तापमान में वृद्धि से है। इसके अनेक कारण हैं। इनमें वनों का लगातार कम होना और ग्रीन हाउस गैसों का उत्सर्जन प्रमुख है। वनों का विस्तार करके और ग्रीन हाउस गैसों पर नियंत्रण करके हम ग्लोबल वार्मिंग की समस्या के समाधान की दिशा में कदम उठा सकते हैं। ग्लोबल वार्मिंग पर निबंध- कारण और समाधान में इस विषय पर चर्चा की गई है।

भारत में भ्रष्टाचार एक बड़ी समस्या है। समाचारों में अक्सर भ्रष्टाचार से जुड़े मामले प्रकाश में आते रहते हैं। सरकार ने भ्रष्टाचार पर नियंत्रण के लिए कई उपाय किए हैं। अलग-अलग एजेंसियां भ्रष्टाचार करने वालों पर कार्रवाई करती रहती हैं। फिर भी आम जनता को भ्रष्टाचार का सामना करना पड़ता है। हालांकि डिजीटल इंडिया की पहल के बाद कई मामलों में पारदर्शिता आई है। लेकिन भ्रष्टाचार के मामले कम हुए है, समाप्त नहीं हुए हैं। भ्रष्टाचार पर निबंध के माध्यम से आपको इस विषय पर सभी पहलुओं की जानकारी मिलेगी।

समय-समय पर ईश्वरीय शक्ति का एहसास कराने के लिए संत-महापुरुषों का जन्म होता रहा है। गुरु नानक भी ऐसे ही विभूति थे। उन्होंने अपने कार्यों से लोगों को चमत्कृत कर दिया। गुरु नानक की तर्कसम्मत बातों से आम जनमानस उनका मुरीद हो गया। उन्होंने दुनिया को मानवता, प्रेम और भाईचारे का संदेश दिया। भारत, पाकिस्तान, अरब और अन्य जगहों पर वर्षों तक यात्रा की और लोगों को उपदेश दिए। गुरु नानक जयंती पर निबंध से आपको उनके व्यक्तित्व और कृतित्व की जानकारी मिलेगी।

कुत्ता हमारे आसपास रहने वाला जानवर है। सड़कों पर, गलियों में कहीं भी कुत्ते घूमते हुए दिख जाते हैं। शौक से लोग कुत्तों को पालते भी हैं। क्योंकि वे घर की रखवाली में सहायक होते हैं। बच्चों को अक्सर परीक्षा में मेरा पालतू कुत्ता विषय पर निबंध लिखने को कहा जाता है। यह लेख बच्चों को मेरा पालतू कुत्ता विषय पर निबंध लिखने में सहायक होगा।

स्वामी विवेकानंद जी हमारे देश का गौरव हैं। विश्व-पटल पर वास्तविक भारत को उजागर करने का कार्य सबसे पहले किसी ने किया तो वें स्वामी विवेकानंद जी ही थे। उन्होंने ही विश्व को भारतीय मानसिकता, विचार, धर्म, और प्रवृति से परिचित करवाया। स्वामी विवेकानंद जी के बारे में जानने के लिए आपको इस लेख को पढ़ना चाहिए। यह लेख निश्चित रूप से आपके व्यक्तित्व में सकारात्मक परिवर्तन करेगा।

हम सभी ने "महिला सशक्तिकरण" या नारी सशक्तिकरण के बारे में सुना होगा। "महिला सशक्तिकरण"(mahila sashaktikaran essay) समाज में महिलाओं की स्थिति को सुदृढ़ बनाने और सभी लैंगिक असमानताओं को कम करने के लिए किए गए कार्यों को संदर्भित करता है। व्यापक अर्थ में, यह विभिन्न नीतिगत उपायों को लागू करके महिलाओं के आर्थिक और सामाजिक सशक्तिकरण से संबंधित है। प्रत्येक बालिका की स्कूल में उपस्थिति सुनिश्चित करना और उनकी शिक्षा को अनिवार्य बनाना, महिलाओं को सशक्त बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। इस लेख में "महिला सशक्तिकरण"(mahila sashaktikaran essay) पर कुछ सैंपल निबंध दिए गए हैं, जो निश्चित रूप से सभी के लिए सहायक होंगे।

भगत सिंह एक युवा क्रांतिकारी थे जिन्होंने भारत की आजादी के लिए लड़ते हुए बहुत कम उम्र में ही अपने प्राण न्यौछावर कर दिए थे। देश के लिए उनकी भक्ति निर्विवाद है। शहीद भगत सिंह महज 23 साल की उम्र में शहीद हो गए। उन्होंने न केवल भारत की आजादी के लिए लड़ाई लड़ी, बल्कि वह इसे हासिल करने के लिए अपनी जान जोखिम में डालने को भी तैयार थे। उनके निधन से पूरे देश में देशभक्ति की भावना प्रबल हो गई। उनके समर्थकों द्वारा उन्हें शहीद के रूप में सम्मानित किया गया था। वह हमेशा हमारे बीच शहीद भगत सिंह के नाम से ही जाने जाएंगे। भगत सिंह के जीवन परिचय के लिए अक्सर छोटी कक्षा के छात्रों को भगत सिंह पर निबंध तैयार करने को कहा जाता है। इस लेख के माध्यम से आपको भगत सिंह पर निबंध तैयार करने में सहायता मिलेगी।

वसुधैव कुटुंबकम एक संस्कृत वाक्यांश है जिसका अर्थ है "संपूर्ण विश्व एक परिवार है"। यह महा उपनिषद् से लिया गया है। वसुधैव कुटुंबकम वह दार्शनिक अवधारणा है जो सार्वभौमिक भाईचारे और सभी प्राणियों के परस्पर संबंध के विचार को पोषित करती है। यह वाक्यांश संदेश देता है कि प्रत्येक व्यक्ति वैश्विक समुदाय का सदस्य है और हमें एक-दूसरे का सम्मान करना चाहिए, सभी की गरिमा का ध्यान रखने के साथ ही सबके प्रति दयाभाव रखना चाहिए। वसुधैव कुटुंबकम की भावना को पोषित करने की आवश्यकता सदैव रही है पर इसकी आवश्यकता इस समय में पहले से कहीं अधिक है। समय की जरूरत को देखते हुए इसके महत्व से भावी नागरिकों को अवगत कराने के लिए वसुधैव कुटुंबकम विषय पर निबंध या भाषणों का आयोजन भी स्कूलों में किया जाता है। कॅरियर्स360 के द्वारा छात्रों की इसी आवश्यकता को ध्यान में रखते हुए वसुधैव कुटुंबकम विषय पर यह लेख तैयार किया गया है।

गाय भारत के एक बेहद महत्वपूर्ण पशु में से एक है जिस पर न जाने कितने ही लोगों की आजीविका आश्रित है क्योंकि गाय के शरीर से प्राप्त होने वाली हर वस्तु का उपयोग भारतीय लोगों द्वारा किसी न किसी रूप में किया जाता है। ना सिर्फ आजीविका के लिहाज से, बल्कि आस्था के दृष्टिकोण से भी भारत में गाय एक महत्वपूर्ण पशु है क्योंकि भारत में मौजूद सबसे बड़ी आबादी यानी हिन्दू धर्म में आस्था रखने वाले लोगों के लिए गाय आस्था का प्रतीक है। ऐसे में विद्यालयों में गाय को लेकर निबंध लिखने का कार्य दिया जाना आम है। गाय के इस निबंध के माध्यम से छात्रों को परीक्षा में पूछे जाने वाले गाय पर निबंध को लिखने में भी सहायता मिलेगी।

क्रिसमस (christmas in hindi) भारत सहित दुनिया भर में मनाए जाने वाले बेहद महत्वपूर्ण त्योहारों में से एक है। यह ईसाइयों का प्रमुख त्योहार है। प्रत्येक वर्ष इसे 25 दिसंबर को मनाया जाता है। क्रिसमस का महत्व समझाने के लिए कई बार स्कूलों में बच्चों को क्रिसमस पर निबंध (christmas in hindi) लिखने का कार्य दिया जाता है। क्रिसमस पर एग्जाम के लिए प्रभावी निबंध तैयार करने का तरीका सीखें।

रक्षाबंधन हिंदुओं के प्रमुख त्योहारों में से एक है। यह पर्व पूरी तरह से भाई और बहन के रिश्ते को समर्पित त्योहार है। इस दिन बहनें अपने भाइयों की कलाई पर रक्षाबंधन बांध कर उनके लंबी उम्र की कामना करती हैं। वहीं भाई अपनी बहनों को कोई तोहफा देने के साथ ही जीवन भर उनके सुख-दुख में उनका साथ देने का वचन देते हैं। इस दिन छोटी बच्चियाँ देश के प्रधानमंत्री व राष्ट्रपति को राखी बांधती हैं। रक्षाबंधन पर हिंदी में निबंध (essay on rakshabandhan in hindi) आधारित इस लेख से विद्यार्थियों को रक्षाबंधन के त्योहार पर न सिर्फ लेख लिखने में सहायता प्राप्त होगी, बल्कि वे इसकी सहायता से रक्षाबंधन के पर्व का महत्व भी समझ सकेंगे।

होली त्योहार जल्द ही देश भर में हर्षोल्लास के साथ मनाया जाने वाला है। होली आकर्षक और मनोहर रंगों का त्योहार है, यह एक ऐसा त्योहार है जो हर धर्म, संप्रदाय, जाति के बंधन की सीमा से परे जाकर लोगों को भाई-चारे का संदेश देता है। होली अंदर के अहंकार और बुराई को मिटा कर सभी के साथ हिल-मिलकर, भाई-चारे, प्रेम और सौहार्द्र के साथ रहने का त्योहार है। होली पर हिंदी में निबंध (hindi mein holi par nibandh) को पढ़ने से होली के सभी पहलुओं को जानने में मदद मिलेगी और यदि परीक्षा में holi par hindi mein nibandh लिखने को आया तो अच्छा अंक लाने में भी सहायता मिलेगी।

दशहरा हिंदू धर्म में मनाया जाने वाला एक महत्वपूर्ण त्योहार है। बच्चों को विद्यालयों में दशहरा पर निबंध (Essay in hindi on Dussehra) लिखने को भी कहा जाता है, जिससे उनकी दशहरा के प्रति उत्सुकता बनी रहे और उन्हें दशहरा के बारे पूर्ण जानकारी भी मिले। दशहरा पर निबंध (Essay on Dussehra in Hindi) के इस लेख में हम देखेंगे कि लोग दशहरा कैसे और क्यों मनाते हैं, इसलिए हिंदी में दशहरा पर निबंध (Essay on Dussehra in Hindi) के इस लेख को पूरा जरूर पढ़ें।

हमें उम्मीद है कि दीवाली त्योहार पर हिंदी में निबंध उन युवा शिक्षार्थियों के लिए फायदेमंद साबित होगा जो इस विषय पर निबंध लिखना चाहते हैं। हमने नीचे दिए गए निबंध में शुभ दिवाली त्योहार (Diwali Festival) के सार को सही ठहराने के लिए अपनी ओर से एक मामूली प्रयास किया है। बच्चे दिवाली पर हिंदी के इस निबंध से कुछ सीख कर लाभ उठा सकते हैं कि वाक्यों को कैसे तैयार किया जाए, Class 1 से 10 तक के लिए दीपावली पर निबंध हिंदी में तैयार करने के लिए इसके लिंक पर जाएँ।

बाल दिवस पर भाषण (Children's Day Speech In Hindi), बाल दिवस पर हिंदी में निबंध (Children's Day essay In Hindi), बाल दिवस गीत, कविता पाठ, चित्रकला, खेलकूद आदि से जुड़ी प्रतियोगिताएं बाल दिवस के मौके पर आयोजित की जाती हैं। स्कूलों में बाल दिवस पर भाषण देने और बाल दिवस पर हिंदी में निबंध लिखने के लिए उपयोगी सामग्री इस लेख में मिलेगी जिसकी मदद से बाल दिवस पर भाषण देने और बाल दिवस के लिए निबंध तैयार करने में मदद मिलेगी। कई बार तो परीक्षाओं में भी बाल दिवस पर लेख लिखने का प्रश्न पूछा जाता है। इसमें भी यह लेख मददगार होगा।

हिंदी दिवस हर साल 14 सितंबर को मनाया जाता है। भारत देश अनेकता में एकता वाला देश है। अपने विविध धर्म, संस्कृति, भाषाओं और परंपराओं के साथ, भारत के लोग सद्भाव, एकता और सौहार्द के साथ रहते हैं। भारत में बोली जाने वाली विभिन्न भाषाओं में, हिंदी सबसे अधिक उपयोग की जाने वाली और बोली जाने वाली भाषा है। भारतीय संविधान के अनुच्छेद 343 के अनुसार 14 सितंबर 1949 को हिंदी भाषा को राजभाषा के रूप में अपनाया गया था। हमारी मातृभाषा हिंदी और देश के प्रति सम्मान दिखाने के लिए हिंदी दिवस का आयोजन किया जाता है। हिंदी दिवस पर भाषण के लिए उपयोगी जानकारी इस लेख में मिलेगी।

हिन्दी में कवियों की परम्परा बहुत लम्बी है। हिंदी के महान कवियों ने कालजयी रचनाएं लिखी हैं। हिंदी में निबंध और वाद-विवाद आदि का जितना महत्व है उतना ही महत्व हिंदी कविताओं और कविता-पाठ का भी है। हिंदी दिवस पर विद्यालय या अन्य किसी आयोजन पर हिंदी कविता भी चार चाँद लगाने का काम करेगी। हिंदी दिवस कविता के इस लेख में हम हिंदी भाषा के सम्मान में रचित, हिंदी का महत्व बतलाती विभिन्न कविताओं की जानकारी दी गई है।

15 अगस्त, 1947 को हमारा देश भारत 200 सालों के अंग्रेजी हुकूमत से आजाद हुआ था। यही वजह है कि यह दिन इतिहास में दर्ज हो गया और इसे भारत के स्वतंत्रता दिवस के तौर पर मनाया जाने लगा। इस दिन देश के प्रधानमंत्री लालकिले पर राष्ट्रीय ध्वज फहराते तो हैं ही और साथ ही इसके बाद वे पूरे देश को लालकिले से संबोधित भी करते हैं। इस दौरान प्रधानमंत्री का पूरा भाषण टीवी व रेडियो के माध्यम से पूरे देश में प्रसारित किया जाता है। इसके अलावा देश भर में इस दिन सभी कार्यालयों में छुट्टी होती है। स्कूल्स व कॉलेज में रंगारंग कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं। स्वतंत्रता दिवस से संबंधित संपूर्ण जानकारी आपको इस लेख में मिलेगी जो निश्चित तौर पर आपके लिए लेख लिखने में सहायक सिद्ध होगी।

प्रदूषण पृथ्वी पर वर्तमान के उन प्रमुख मुद्दों में से एक है, जो हमारी पृथ्वी को व्यापक स्तर पर प्रभावित कर रहा है। यह एक ऐसा मुद्दा है जो लंबे समय से चर्चा में है, 21वीं सदी में इसका हानिकारक प्रभाव बड़े पैमाने पर महसूस किया जा रहा है। हालांकि विभिन्न देशों की सरकारों ने इन प्रभावों को रोकने के लिए कई बड़े कदम उठाए हैं, लेकिन अभी भी एक लंबा रास्ता तय करना बाकी है। इससे कई प्राकृतिक प्रक्रियाओं में गड़बड़ी आती है। इतना ही नहीं, आज कई वनस्पतियां और जीव-जंतु या तो विलुप्त हो चुके हैं या विलुप्त होने की कगार पर हैं। प्रदूषण की मात्रा में तेजी से वृद्धि के कारण पशु तेजी से न सिर्फ अपना घर खो रहे हैं, बल्कि जीने लायक प्रकृति को भी खो रहे हैं। प्रदूषण ने दुनिया भर के कई प्रमुख शहरों को प्रभावित किया है। इन प्रदूषित शहरों में से अधिकांश भारत में ही स्थित हैं। दुनिया के कुछ सबसे प्रदूषित शहरों में दिल्ली, कानपुर, बामेंडा, मॉस्को, हेज़, चेरनोबिल, बीजिंग शामिल हैं। हालांकि इन शहरों ने प्रदूषण पर अंकुश लगाने के लिए कई कदम उठाए हैं, लेकिन अभी बहुत कुछ और बहुत ही तेजी के साथ किए जाने की जरूरत है।

वायु प्रदूषण पर हिंदी में निबंध के ज़रिए हम इसके बारे में थोड़ा गहराई से जानेंगे। वायु प्रदूषण पर लेख (Essay on Air Pollution) से इस समस्या को जहाँ समझने में आसानी होगी वहीं हम वायु प्रदूषण के लिए जिम्मेदार पहलुओं के बारे में भी जान सकेंगे। इससे स्कूली विद्यार्थियों को वायु प्रदूषण पर निबंध (Essay on Air Pollution) तैयार करने में भी मदद होगी। हिंदी में वायु प्रदूषण पर निबंध से परीक्षा में बेहतर स्कोर लाने में मदद मिलेगी।

एक बड़े भू-क्षेत्र में लंबे समय तक रहने वाले मौसम की औसत स्थिति को जलवायु की संज्ञा दी जाती है। किसी भू-भाग की जलवायु पर उसकी भौगोलिक स्थिति का सर्वाधिक असर पड़ता है। पृथ्वी ग्रह का बुखार (तापमान) लगातार बढ़ रहा है। सरकारों को इसमें नागरिकों की सहभागिता सुनिश्चित करने के लिए उपयुक्त कदम उठाने होंगे। जलवायु परिवर्तन को नियंत्रित करने के लिए सरकारों को सतत विकास के उपायों में निवेश करने, ग्रीन जॉब, हरित अर्थव्यवस्था के निर्माण की ओर आगे बढ़ने की जरूरत है। पृथ्वी पर जीवन को बचाए रखने, इसे स्वस्थ रखने और ग्लोबल वार्मिंग के खतरों से निपटने के लिए सभी देशों को मिलकर ईमानदारी से काम करना होगा। ग्लोबल वार्मिंग या जलवायु परिवर्तन पर निबंध के जरिए छात्रों को इस विषय और इससे जुड़ी समस्याओं और समाधान के बारे में जानने को मिलेगा।

हमारी यह पृथ्वी जिस पर हम सभी निवास करते हैं इसके पर्यावरण के संरक्षण के लिए विश्व पर्यावरण दिवस (World Environment Day) हर साल 5 जून को मनाया जाता है। इसकी शुरुआत 1972 में मानव पर्यावरण पर आयोजित संयुक्त राष्ट्र सम्मलेन के दौरान हुई थी। पहला विश्व पर्यावरण दिवस (Environment Day) 5 जून 1974 को “केवल एक पृथ्वी” (Only One Earth) स्लोगन/थीम के साथ मनाया गया था, जिसमें तत्कालीन प्रधानमंत्री श्रीमती इंदिरा गाँधी ने भी भाग लिया था। इसी सम्मलेन में संयुक्त राष्ट्र पर्यावरण कार्यक्रम (UNEP) की भी स्थापना की गई थी। इस विश्व पर्यावरण दिवस (World Environment Day) को मनाने का उद्देश्य विश्व के लोगों के भीतर पर्यावरण (Environment) के प्रति जागरूकता लाना और साथ ही प्रकृति के प्रति अपने कर्तव्य का निर्वहन करना भी है। इसी विषय पर विचार करते हुए 19 नवंबर, 1986 को पर्यवरण संरक्षण अधिनियम लागू किया गया तथा 1987 से हर वर्ष पर्यावरण दिवस की मेजबानी करने के लिए अलग-अलग देश को चुना गया।

आज के युग में जब हम अपना अधिकतर समय पढाई पर केंद्रित करने का प्रयास करते नजर आते हैं और साथ ही अपना ज़्यादातर समय ऑनलाइन रह कर व्यतीत करना पसंद करते हैं, ऐसे में हमारे जीवन में खेलों का महत्व कई गुना बढ़ जाता है। खेल हमारे लिए केवल मनोरंजन का साधन ही नहीं, अपितु हमारे सर्वांगीण विकास का एक माध्यम भी है। हमारे जीवन में खेल उतना ही जरूरी है, जितना पढाई करना। आज कल के युग में मानव जीवन में शारीरिक कार्य की तुलना में मानसिक कार्य में बढ़ोतरी हुई है और हमारी जीवन शैली भी बदल गई है, हम रात को देर से सोते हैं और साथ ही सुबह देर से उठते हैं। जाहिर है कि यह दिनचर्या स्वास्थ्य के लिए अच्छी नहीं है और इसके साथ ही कार्य या पढाई की वजह से मानसिक तनाव पहले की तुलना में वृद्धि महसूस की जा सकती है। ऐसी स्थिति में जब हमारे जीवन में शारीरिक परिश्रम अधिक नहीं है, तो हमारे जीवन में खेलो का महत्व बहुत अधिक बढ़ जाता है।

  • यूपी बोर्ड कक्षा 10वीं सिलेबस 2024
  • यूपी बोर्ड 12वीं सिलेबस 2024
  • आरबीएसई 10वीं का सिलेबस 2023

हमेशा से कहा जाता रहा है कि ‘आवश्यकता ही अविष्कार की जननी है’, जैसे-जैसे मानव की आवश्यकता बढती गई, वैसे-वैसे उसने अपनी सुविधा के लिए अविष्कार करना आरंभ किया। विज्ञान से तात्पर्य एक ऐसे व्यवस्थित ज्ञान से है जो विचार, अवलोकन तथा प्रयोगों से प्राप्त किया जाता है, जो कि किसी अध्ययन की प्रकृति या सिद्धांतों की जानकारी प्राप्त करने के लिए किए जाते हैं। विज्ञान शब्द का प्रयोग ज्ञान की ऐसी शाखा के लिए भी किया जाता है, जो तथ्य, सिद्धांत और तरीकों का प्रयोग और परिकल्पना से स्थापित और व्यवस्थित करता है।

शिक्षक अपने शिष्य के जीवन के साथ साथ उसके चरित्र निर्माण में भी एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाते है। कहा जाता है कि सबसे पहली गुरु माँ होती है, जो अपने बच्चों को जीवन प्रदान करने के साथ-साथ जीवन के आधार का ज्ञान भी देती है। इसके बाद अन्य शिक्षकों का स्थान होता है। किसी व्यक्ति के व्यक्तित्व का निर्माण करना बहुत ही बड़ा और कठिन कार्य है। व्यक्ति को शिक्षा प्रदान करने के साथ-साथ उसके चरित्र और व्यक्तित्व का निर्माण करना भी उसी प्रकार का कार्य है, जैसे कोई कुम्हार मिट्टी से बर्तन बनाने का कार्य करता है। इसी प्रकार शिक्षक अपने छात्रों को शिक्षा प्रदान करने के साथ साथ उसके व्यक्तित्व का निर्माण भी करते हैं।

अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस की शुरुआत 1908 में हुई थी, जब न्यूयॉर्क शहर की सड़को पर हजारों महिलाएं घंटों काम के लिए बेहतर वेतन और सम्मान तथा समानता के अधिकार को प्राप्त करने के लिए उतरी थीं। अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मनाने का प्रस्ताव क्लारा जेटकिन का था जिन्होंने 1910 में यह प्रस्ताव रखा था। पहला अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस 1911 में ऑस्ट्रिया, डेनमार्क, जर्मनी और स्विट्ज़रलैंड में मनाया गया था।

हम उम्मीद करते हैं कि स्कूली छात्रों के लिए तैयार उपयोगी हिंदी में निबंध, भाषण और कविता (Essays, speech and poems for school students) के इस संकलन से निश्चित तौर पर छात्रों को मदद मिलेगी।

  • आरबीएसई 12वीं का सिलेबस
  • एमपी बोर्ड 10वीं सिलेबस
  • एमपी बोर्ड 12वीं सिलेबस

बाल श्रम को बच्चो द्वारा रोजगार के लिए किसी भी प्रकार के कार्य को करने के रूप में परिभाषित किया गया है जो उनके शारीरिक और मानसिक विकास में बाधा डालता है और उन्हें मूलभूत शैक्षिक और मनोरंजक जरूरतों तक पहुंच से वंचित करता है। एक बच्चे को आम तौर व्यस्क तब माना जाता है जब वह पंद्रह वर्ष या उससे अधिक का हो जाता है। इस आयु सीमा से कम के बच्चों को किसी भी प्रकार के जबरन रोजगार में संलग्न होने की अनुमति नहीं है। बाल श्रम बच्चों को सामान्य परवरिश का अनुभव करने, गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्राप्त करने और उनके शारीरिक और भावनात्मक विकास में बाधा के रूप में देखा जाता है। जानिए कैसे तैयार करें बाल श्रम या फिर कहें तो बाल मजदूरी पर निबंध।

एपीजे अब्दुल कलाम की गिनती आला दर्जे के वैज्ञानिक होने के साथ ही प्रभावी नेता के तौर पर भी होती है। वह 21वीं सदी के प्रसिद्ध वैज्ञानिकों में से एक हैं। कलाम देश के 11वें राष्ट्रपति बने, अपने कार्यकाल में समाज को लाभ पहुंचाने वाली कई पहलों की शुरुआत की। मेरा प्रिय नेता विषय पर अक्सर परीक्षा में निबंध लिखने का प्रश्न पूछा जाता है। जानिए कैसे तैयार करें अपने प्रिय नेता: एपीजे अब्दुल कलाम पर निबंध।

हमारे जीवन में बहुत सारे लोग आते हैं। उनमें से कई को भुला दिया जाता है, लेकिन कुछ का हम पर स्थायी प्रभाव पड़ता है। भले ही हमारे कई दोस्त हों, उनमें से कम ही हमारे अच्छे दोस्त होते हैं। कहा भी जाता है कि सौ दोस्तों की भीड़ के मुक़ाबले जीवन में एक सच्चा/अच्छा दोस्त होना काफी है। यह लेख छात्रों को 'मेरे प्रिय मित्र'(My Best Friend Nibandh) पर निबंध तैयार करने में सहायता करेगा।

3 फरवरी, 1879 को भारत के हैदराबाद में एक बंगाली परिवार ने सरोजिनी नायडू का दुनिया में स्वागत किया। उन्होंने कम उम्र में ही कविता लिखना शुरू कर दिया था। उन्होंने कैम्ब्रिज में किंग्स कॉलेज और गिर्टन, दोनों ही पाठ्यक्रमों में दाखिला लेकर अपनी पढ़ाई पूरी की। जब वह एक बच्ची थी, तो कुछ भारतीय परिवारों ने अपनी बेटियों को स्वतंत्रता आंदोलन में भाग लेने के लिए प्रोत्साहित किया। हालाँकि, सरोजिनी नायडू के परिवार ने लगातार उदार मूल्यों का समर्थन किया। वह न्याय की लड़ाई में विरोध की प्रभावशीलता पर विश्वास करते हुए बड़ी हुई। सरोजिनी नायडू से संबंधित अधिक जानकारी के लिए इस लेख को पढ़ें।

  • 12वीं के बाद यूपीएससी की तैयारी कैसे करें?
  • 10वीं क्लास से नीट की तैयारी कैसे करें?
  • 12वीं के बाद नीट के बिना किए जा सकने वाले मेडिकल कोर्स

Frequently Asked Question (FAQs)

किसी भी हिंदी निबंध (Essay in hindi) को तीन भागों में विभाजित किया जा सकता है- ये हैं- प्रस्तावना या भूमिका, विषय विस्तार और उपसंहार (conclusion)।

हिंदी निबंध लेखन शैली की दृष्टि से मुख्य रूप से तीन प्रकार के होते हैं-

वर्णनात्मक हिंदी निबंध - इस तरह के निबंधों में किसी घटना, वस्तु, स्थान, यात्रा आदि का वर्णन किया जाता है।

विचारात्मक निबंध - इस तरह के निबंधों में मनन-चिंतन की अधिक आवश्यकता होती है।

भावात्मक निबंध - ऐसे निबंध जिनमें भावनाओं को व्यक्त करने की अधिक स्वतंत्रता होती है।

विषय वस्तु की दृष्टि से भी निबंधों को सामाजिक, आर्थिक, सांस्कृतिक, खेल, विज्ञान और प्रौद्योगिकी जैसी बहुत सी श्रेणियों में बाँटा जा सकता है।

निबंध में समुचित जगहों पर मुहावरे, लोकोक्तियों, सूक्तियों, दोहों, कविता का प्रयोग करके इसे प्रभावी बनाने में मदद मिलती है। हिंदी निबंध के प्रभावी होने पर न केवल बेहतर अंक मिलेंगी बल्कि असल जीवन में अपनी बात रखने का कौशल भी विकसित होगा।

कुछ उपयोगी विषयों पर हिंदी में निबंध के लिए ऊपर लेख में दिए गए लिंक्स की मदद ली जा सकती है।

निबंध, गद्य विधा की एक लेखन शैली है। हिंदी साहित्य कोष के अनुसार निबंध ‘किसी विषय या वस्तु पर उसके स्वरूप, प्रकृति, गुण-दोष आदि की दृष्टि से लेखक की गद्यात्मक अभिव्यक्ति है।’ एक अन्य परिभाषा में सीमित समय और सीमित शब्दों में क्रमबद्ध विचारों की अभिव्यक्ति को निबंध की संज्ञा दी गई है। इस तरह कह सकते हैं कि मोटे तौर पर किसी विषय पर अपने विचारों को लिखकर की गई अभिव्यक्ति निबंध है।

  • Latest Articles
  • Popular Articles

Upcoming School Exams

National institute of open schooling 12th examination.

Admit Card Date : 28 March,2024 - 22 May,2024

National Institute of Open Schooling 10th examination

Madhya pradesh board 10th examination.

Application Date : 01 May,2024 - 20 May,2024

Madhya Pradesh Board 12th Examination

Uttar pradesh board 12th examination.

Application Date : 07 May,2024 - 31 May,2024

Applications for Admissions are open.

Aakash iACST Scholarship Test 2024

Aakash iACST Scholarship Test 2024

Get up to 90% scholarship on NEET, JEE & Foundation courses

ALLEN Digital Scholarship Admission Test (ADSAT)

ALLEN Digital Scholarship Admission Test (ADSAT)

Register FREE for ALLEN Digital Scholarship Admission Test (ADSAT)

JEE Main Important Physics formulas

JEE Main Important Physics formulas

As per latest 2024 syllabus. Physics formulas, equations, & laws of class 11 & 12th chapters

PW JEE Coaching

PW JEE Coaching

Enrol in PW Vidyapeeth center for JEE coaching

PW NEET Coaching

PW NEET Coaching

Enrol in PW Vidyapeeth center for NEET coaching

JEE Main Important Chemistry formulas

JEE Main Important Chemistry formulas

As per latest 2024 syllabus. Chemistry formulas, equations, & laws of class 11 & 12th chapters

Explore on Careers360

  • Board Exams
  • Top Schools
  • Navodaya Vidyalaya
  • NCERT Solutions for Class 10
  • NCERT Solutions for Class 9
  • NCERT Solutions for Class 8
  • NCERT Solutions for Class 6

NCERT Exemplars

  • NCERT Exemplar
  • NCERT Exemplar Class 9 solutions
  • NCERT Exemplar Class 10 solutions
  • NCERT Exemplar Class 11 Solutions
  • NCERT Exemplar Class 12 Solutions
  • NCERT Books for class 6
  • NCERT Books for class 7
  • NCERT Books for class 8
  • NCERT Books for class 9
  • NCERT Books for Class 10
  • NCERT Books for Class 11
  • NCERT Books for Class 12
  • NCERT Notes for Class 9
  • NCERT Notes for Class 10
  • NCERT Notes for Class 11
  • NCERT Notes for Class 12
  • NCERT Syllabus for Class 6
  • NCERT Syllabus for Class 7
  • NCERT Syllabus for class 8
  • NCERT Syllabus for class 9
  • NCERT Syllabus for Class 10
  • NCERT Syllabus for Class 11
  • NCERT Syllabus for Class 12
  • CBSE Date Sheet
  • CBSE Syllabus
  • CBSE Admit Card
  • CBSE Result
  • CBSE Result Name and State Wise
  • CBSE Passing Marks

CBSE Class 10

  • CBSE Board Class 10th
  • CBSE Class 10 Date Sheet
  • CBSE Class 10 Syllabus
  • CBSE 10th Exam Pattern
  • CBSE Class 10 Answer Key
  • CBSE 10th Admit Card
  • CBSE 10th Result
  • CBSE 10th Toppers
  • CBSE Board Class 12th
  • CBSE Class 12 Date Sheet
  • CBSE Class 12 Admit Card
  • CBSE Class 12 Syllabus
  • CBSE Class 12 Exam Pattern
  • CBSE Class 12 Answer Key
  • CBSE 12th Result
  • CBSE Class 12 Toppers

CISCE Board 10th

  • ICSE 10th time table
  • ICSE 10th Syllabus
  • ICSE 10th exam pattern
  • ICSE 10th Question Papers
  • ICSE 10th Result
  • ICSE 10th Toppers
  • ISC 12th Board
  • ISC 12th Time Table
  • ISC Syllabus
  • ISC 12th Question Papers
  • ISC 12th Result
  • IMO Syllabus
  • IMO Sample Papers
  • IMO Answer Key
  • IEO Syllabus
  • IEO Answer Key
  • NSO Syllabus
  • NSO Sample Papers
  • NSO Answer Key
  • NMMS Application form
  • NMMS Scholarship
  • NMMS Eligibility
  • NMMS Exam Pattern
  • NMMS Admit Card
  • NMMS Question Paper
  • NMMS Answer Key
  • NMMS Syllabus
  • NMMS Result
  • NTSE Application Form
  • NTSE Eligibility Criteria
  • NTSE Exam Pattern
  • NTSE Admit Card
  • NTSE Syllabus
  • NTSE Question Papers
  • NTSE Answer Key
  • NTSE Cutoff
  • NTSE Result

Schools By Medium

  • Malayalam Medium Schools in India
  • Urdu Medium Schools in India
  • Telugu Medium Schools in India
  • Karnataka Board PUE Schools in India
  • Bengali Medium Schools in India
  • Marathi Medium Schools in India

By Ownership

  • Central Government Schools in India
  • Private Schools in India
  • Schools in Delhi
  • Schools in Lucknow
  • Schools in Kolkata
  • Schools in Pune
  • Schools in Bangalore
  • Schools in Chennai
  • Schools in Mumbai
  • Schools in Hyderabad
  • Schools in Gurgaon
  • Schools in Ahmedabad
  • Schools in Uttar Pradesh
  • Schools in Maharashtra
  • Schools in Karnataka
  • Schools in Haryana
  • Schools in Punjab
  • Schools in Andhra Pradesh
  • Schools in Madhya Pradesh
  • Schools in Rajasthan
  • Schools in Tamil Nadu
  • NVS Admit Card
  • Navodaya Result
  • Navodaya Exam Date
  • Navodaya Vidyalaya Admission Class 6
  • JNVST admit card for class 6
  • JNVST class 6 answer key
  • JNVST class 6 Result
  • JNVST Class 6 Exam Pattern
  • Navodaya Vidyalaya Admission
  • JNVST class 9 exam pattern
  • JNVST class 9 answer key
  • JNVST class 9 Result

Download Careers360 App's

Regular exam updates, QnA, Predictors, College Applications & E-books now on your Mobile

student

Certifications

student

We Appeared in

Economic Times

Question and Answer forum for K12 Students

Hindi Essay (Hindi Nibandh) 100 विषयों पर हिंदी निबंध लेखन

Hindi Essay (Hindi Nibandh) | 100 विषयों पर हिंदी निबंध लेखन – Essays in Hindi on 100 Topics

हिंदी निबंध: हिंदी हमारी राष्ट्रीय भाषा है। हमारे हिंदी भाषा कौशल को सीखना और सुधारना भारत के अधिकांश स्थानों में सेवा करने के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। स्कूली दिनों से ही हम हिंदी भाषा सीखते थे। कुछ स्कूल और कॉलेज हिंदी के अतिरिक्त बोर्ड और निबंध बोर्ड में निबंध लेखन का आयोजन करते हैं, छात्रों को बोर्ड परीक्षा में हिंदी निबंध लिखने की आवश्यकता होती है।

निबंध – Nibandh In Hindi – Hindi Essay Topics

  • सच्चा धर्म पर निबंध – (True Religion Essay)
  • राष्ट्र निर्माण में युवाओं का योगदान निबंध – (Role Of Youth In Nation Building Essay)
  • अतिवृष्टि पर निबंध – (Flood Essay)
  • राष्ट्र निर्माण में शिक्षक की भूमिका पर निबंध – (Role Of Teacher In Nation Building Essay)
  • नक्सलवाद पर निबंध – (Naxalism In India Essay)
  • साहित्य समाज का दर्पण है हिंदी निबंध – (Literature And Society Essay)
  • नशे की दुष्प्रवृत्ति निबंध – (Drug Abuse Essay)
  • मन के हारे हार है मन के जीते जीत पर निबंध – (It is the Mind which Wins and Defeats Essay)
  • एक राष्ट्र एक कर : जी०एस०टी० ”जी० एस०टी० निबंध – (Gst One Nation One Tax Essay)
  • युवा पर निबंध – (Youth Essay)
  • अक्षय ऊर्जा : सम्भावनाएँ और नीतियाँ निबंध – (Renewable Sources Of Energy Essay)
  • मूल्य-वृदधि की समस्या निबंध – (Price Rise Essay)
  • परहित सरिस धर्म नहिं भाई निबंध – (Philanthropy Essay)
  • पर्वतीय यात्रा पर निबंध – (Parvatiya Yatra Essay)
  • असंतुलित लिंगानुपात निबंध – (Sex Ratio Essay)
  • मनोरंजन के आधुनिक साधन पर निबंध – (Means Of Entertainment Essay)
  • मेट्रो रेल पर निबंध – (Metro Rail Essay)
  • दूरदर्शन पर निबंध – (Importance Of Doordarshan Essay)
  • दूरदर्शन और युवावर्ग पर निबंध – (Doordarshan Essay)
  • बस्ते का बढ़ता बोझ पर निबंध – (Baste Ka Badhta Bojh Essay)
  • महानगरीय जीवन पर निबंध – (Metropolitan Life Essay)
  • दहेज नारी शक्ति का अपमान है पे निबंध – (Dowry Problem Essay)
  • सुरीला राजस्थान निबंध – (Folklore Of Rajasthan Essay)
  • राजस्थान में जल संकट पर निबंध – (Water Scarcity In Rajasthan Essay)
  • खुला शौच मुक्त गाँव पर निबंध – (Khule Me Soch Mukt Gaon Par Essay)
  • रंगीला राजस्थान पर निबंध – (Rangila Rajasthan Essay)
  • राजस्थान के लोकगीत पर निबंध – (Competition Of Rajasthani Folk Essay)
  • मानसिक सुख और सन्तोष निबंध – (Happiness Essay)
  • मेरे जीवन का लक्ष्य पर निबंध नंबर – (My Aim In Life Essay)
  • राजस्थान में पर्यटन पर निबंध – (Tourist Places Of Rajasthan Essay)
  • नर हो न निराश करो मन को पर निबंध – (Nar Ho Na Nirash Karo Man Ko Essay)
  • राजस्थान के प्रमुख लोक देवता पर निबंध – (The Major Folk Deities Of Rajasthan Essay)
  • देशप्रेम पर निबंध – (Patriotism Essay)
  • पढ़ें बेटियाँ, बढ़ें बेटियाँ योजना यूपी में लागू निबंध – (Read Daughters, Grow Daughters Essay)
  • सत्संगति का महत्व पर निबंध – (Satsangati Ka Mahatva Nibandh)
  • सिनेमा और समाज पर निबंध – (Cinema And Society Essay)
  • विपत्ति कसौटी जे कसे ते ही साँचे मीत पर निबंध – (Vipatti Kasauti Je Kase Soi Sache Meet Essay)
  • लड़का लड़की एक समान पर निबंध – (Ladka Ladki Ek Saman Essay)
  • विज्ञापन के प्रभाव – (Paragraph Speech On Vigyapan Ke Prabhav Essay)
  • रेलवे प्लेटफार्म का दृश्य पर निबंध – (Railway Platform Ka Drishya Essay)
  • समाचार-पत्र का महत्त्व पर निबंध – (Importance Of Newspaper Essay)
  • समाचार-पत्रों से लाभ पर निबंध – (Samachar Patr Ke Labh Essay)
  • समाचार पत्र पर निबंध (Newspaper Essay in Hindi)
  • व्यायाम का महत्व निबंध – (Importance Of Exercise Essay)
  • विद्यार्थी जीवन पर निबंध – (Student Life Essay)
  • विद्यार्थी और राजनीति पर निबंध – (Students And Politics Essay)
  • विद्यार्थी और अनुशासन पर निबंध – (Vidyarthi Aur Anushasan Essay)
  • मेरा प्रिय त्यौहार निबंध – (My Favorite Festival Essay)
  • मेरा प्रिय पुस्तक पर निबंध – (My Favourite Book Essay)
  • पुस्तक मेला पर निबंध – (Book Fair Essay)
  • मेरा प्रिय खिलाड़ी निबंध हिंदी में – (My Favorite Player Essay)
  • सर्वधर्म समभाव निबंध – (All Religions Are Equal Essay)
  • शिक्षा में खेलकूद का स्थान निबंध – (Shiksha Mein Khel Ka Mahatva Essay)a
  • खेल का महत्व पर निबंध – (Importance Of Sports Essay)
  • क्रिकेट पर निबंध – (Cricket Essay)
  • ट्वेन्टी-20 क्रिकेट पर निबंध – (T20 Cricket Essay)
  • मेरा प्रिय खेल-क्रिकेट पर निबंध – (My Favorite Game Cricket Essay)
  • पुस्तकालय पर निबंध – (Library Essay)
  • सूचना प्रौद्योगिकी और मानव कल्याण निबंध – (Information Technology Essay)
  • कंप्यूटर और टी.वी. का प्रभाव निबंध – (Computer Aur Tv Essay)
  • कंप्यूटर की उपयोगिता पर निबंध – (Computer Ki Upyogita Essay)
  • कंप्यूटर शिक्षा पर निबंध – (Computer Education Essay)
  • कंप्यूटर के लाभ पर निबंध – (Computer Ke Labh Essay)
  • इंटरनेट पर निबंध – (Internet Essay)
  • विज्ञान: वरदान या अभिशाप पर निबंध – (Science Essay)
  • शिक्षा का गिरता स्तर पर निबंध – (Falling Price Level Of Education Essay)
  • विज्ञान के गुण और दोष पर निबंध – (Advantages And Disadvantages Of Science Essay)
  • विद्यालय में स्वास्थ्य शिक्षा निबंध – (Health Education Essay)
  • विद्यालय का वार्षिकोत्सव पर निबंध – (Anniversary Of The School Essay)
  • विज्ञान के वरदान पर निबंध – (The Gift Of Science Essays)
  • विज्ञान के चमत्कार पर निबंध (Wonder Of Science Essay in Hindi)
  • विकास पथ पर भारत निबंध – (Development Of India Essay)
  • कम्प्यूटर : आधुनिक यन्त्र–पुरुष – (Computer Essay)
  • मोबाइल फोन पर निबंध (Mobile Phone Essay)
  • मेरी अविस्मरणीय यात्रा पर निबंध – (My Unforgettable Trip Essay)
  • मंगल मिशन (मॉम) पर निबंध – (Mars Mission Essay)
  • विज्ञान की अद्भुत खोज कंप्यूटर पर निबंध – (Vigyan Ki Khoj Kampyootar Essay)
  • भारत का उज्जवल भविष्य पर निबंध – (Freedom Is Our Birthright Essay)
  • सारे जहाँ से अच्छा हिंदुस्तान हमारा निबंध इन हिंदी – (Sare Jahan Se Achha Hindustan Hamara Essay)
  • डिजिटल इंडिया पर निबंध (Essay on Digital India)
  • भारतीय संस्कृति पर निबंध – (India Culture Essay)
  • राष्ट्रभाषा हिन्दी निबंध – (National Language Hindi Essay)
  • भारत में जल संकट निबंध – (Water Crisis In India Essay)
  • कौशल विकास योजना पर निबंध – (Skill India Essay)
  • हमारा प्यारा भारत वर्ष पर निबंध – (Mera Pyara Bharat Varsh Essay)
  • अनेकता में एकता : भारत की विशेषता – (Unity In Diversity Essay)
  • महंगाई की समस्या पर निबन्ध – (Problem Of Inflation Essay)
  • महंगाई पर निबंध – (Mehangai Par Nibandh)
  • आरक्षण : देश के लिए वरदान या अभिशाप निबंध – (Reservation System Essay)
  • मेक इन इंडिया पर निबंध (Make In India Essay In Hindi)
  • ग्रामीण समाज की समस्याएं पर निबंध – (Problems Of Rural Society Essay)
  • मेरे सपनों का भारत पर निबंध – (India Of My Dreams Essay)
  • भारतीय राजनीति में जातिवाद पर निबंध – (Caste And Politics In India Essay)
  • भारतीय नारी पर निबंध – (Indian Woman Essay)
  • आधुनिक नारी पर निबंध – (Modern Women Essay)
  • भारतीय समाज में नारी का स्थान निबंध – (Women’s Role In Modern Society Essay)
  • चुनाव पर निबंध – (Election Essay)
  • चुनाव स्थल के दृश्य का वर्णन निबन्ध – (An Election Booth Essay)
  • पराधीन सपनेहुँ सुख नाहीं पर निबंध – (Dependence Essay)
  • परमाणु शक्ति और भारत हिंदी निंबध – (Nuclear Energy Essay)
  • यदि मैं प्रधानमंत्री होता तो हिंदी निबंध – (If I were the Prime Minister Essay)
  • आजादी के 70 साल निबंध – (India ofter 70 Years Of Independence Essay)
  • भारतीय कृषि पर निबंध – (Indian Farmer Essay)
  • संचार के साधन पर निबंध – (Means Of Communication Essay)
  • भारत में दूरसंचार क्रांति हिंदी में निबंध – (Telecom Revolution In India Essay)
  • दूरसंचार में क्रांति निबंध – (Revolution In Telecommunication Essay)
  • राष्ट्रीय एकता का महत्व पर निबंध (Importance Of National Integration)
  • भारत की ऋतुएँ पर निबंध – (Seasons In India Essay)
  • भारत में खेलों का भविष्य पर निबंध – (Future Of Sports Essay)
  • किसी खेल (मैच) का आँखों देखा वर्णन पर निबंध – (Kisi Match Ka Aankhon Dekha Varnan Essay)
  • राजनीति में अपराधीकरण पर निबंध – (Criminalization Of Indian Politics Essay)
  • प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर हिन्दी निबंध – (Narendra Modi Essay)
  • बाल मजदूरी पर निबंध – (Child Labour Essay)
  • भ्रष्टाचार पर निबंध (Corruption Essay in Hindi)
  • महिला सशक्तिकरण पर निबंध – (Women Empowerment Essay)
  • बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ पर निबंध (Beti Bachao Beti Padhao)
  • गरीबी पर निबंध (Poverty Essay in Hindi)
  • स्वच्छ भारत अभियान पर निबंध (Swachh Bharat Abhiyan Essay)
  • बाल विवाह एक अभिशाप पर निबंध – (Child Marriage Essay)
  • राष्ट्रीय एकीकरण पर निबंध – (Importance of National Integration Essay)
  • आतंकवाद पर निबंध (Terrorism Essay in hindi)
  • सड़क सुरक्षा पर निबंध (Road Safety Essay in Hindi)
  • बढ़ती भौतिकता घटते मानवीय मूल्य पर निबंध – (Increasing Materialism Reducing Human Values Essay)
  • गंगा की सफाई देश की भलाई पर निबंध – (The Good Of The Country: Cleaning The Ganges Essay)
  • सत्संगति पर निबंध – (Satsangati Essay)
  • महिलाओं की समाज में भूमिका पर निबंध – (Women’s Role In Society Today Essay)
  • यातायात के नियम पर निबंध – (Traffic Safety Essay)
  • बेटी बचाओ पर निबंध – (Beti Bachao Essay)
  • सिनेमा या चलचित्र पर निबंध – (Cinema Essay In Hindi)
  • परहित सरिस धरम नहिं भाई पर निबंध – (Parhit Saris Dharam Nahi Bhai Essay)
  • पेड़-पौधे का महत्व निबंध – (The Importance Of Trees Essay)
  • वर्तमान शिक्षा प्रणाली – (Modern Education System Essay)
  • महिला शिक्षा पर निबंध (Women Education Essay In Hindi)
  • महिलाओं की समाज में भूमिका पर निबंध (Women’s Role In Society Essay In Hindi)
  • यदि मैं प्रधानाचार्य होता पर निबंध – (If I Was The Principal Essay)
  • बेरोजगारी पर निबंध (Unemployment Essay)
  • शिक्षित बेरोजगारी की समस्या निबंध – (Problem Of Educated Unemployment Essay)
  • बेरोजगारी समस्या और समाधान पर निबंध – (Unemployment Problem And Solution Essay)
  • दहेज़ प्रथा पर निबंध (Dowry System Essay in Hindi)
  • जनसँख्या पर निबंध – (Population Essay)
  • श्रम का महत्त्व निबंध – (Importance Of Labour Essay)
  • जनसंख्या वृद्धि के दुष्परिणाम पर निबंध – (Problem Of Increasing Population Essay)
  • भ्रष्टाचार : समस्या और निवारण निबंध – (Corruption Problem And Solution Essay)
  • मीडिया और सामाजिक उत्तरदायित्व निबंध – (Social Responsibility Of Media Essay)
  • हमारे जीवन में मोबाइल फोन का महत्व पर निबंध – (Importance Of Mobile Phones Essay In Our Life)
  • विश्व में अत्याधिक जनसंख्या पर निबंध – (Overpopulation in World Essay)
  • भारत में बेरोजगारी की समस्या पर निबंध – (Problem Of Unemployment In India Essay)
  • गणतंत्र दिवस पर निबंध – (Republic Day Essay)
  • भारत के गाँव पर निबंध – (Indian Village Essay)
  • गणतंत्र दिवस परेड पर निबंध – (Republic Day of India Essay)
  • गणतंत्र दिवस के महत्व पर निबंध – (2020 – Republic Day Essay)
  • महात्मा गांधी पर निबंध (Mahatma Gandhi Essay)
  • ए.पी.जे. अब्दुल कलाम पर निबंध – (Dr. A.P.J. Abdul Kalam Essay)
  • परिवार नियोजन पर निबंध – (Family Planning In India Essay)
  • मेरा सच्चा मित्र पर निबंध – (My Best Friend Essay)
  • अनुशासन पर निबंध (Discipline Essay)
  • देश के प्रति मेरे कर्त्तव्य पर निबंध – (My Duty Towards My Country Essay)
  • समय का सदुपयोग पर निबंध – (Samay Ka Sadupyog Essay)
  • नागरिकों के अधिकारों और कर्तव्यों पर निबंध (Rights And Responsibilities Of Citizens Essay In Hindi)
  • ग्लोबल वार्मिंग पर निबंध – (Global Warming Essay)
  • जल जीवन का आधार निबंध – (Jal Jeevan Ka Aadhar Essay)
  • जल ही जीवन है निबंध – (Water Is Life Essay)
  • प्रदूषण की समस्या और समाधान पर लघु निबंध – (Pollution Problem And Solution Essay)
  • प्रकृति संरक्षण पर निबंध (Conservation of Nature Essay In Hindi)
  • वन जीवन का आधार निबंध – (Forest Essay)
  • पर्यावरण बचाओ पर निबंध (Environment Essay)
  • पर्यावरण प्रदूषण पर निबंध (Environmental Pollution Essay in Hindi)
  • पर्यावरण सुरक्षा पर निबंध (Environment Protection Essay In Hindi)
  • बढ़ते वाहन घटता जीवन पर निबंध – (Vehicle Pollution Essay)
  • योग पर निबंध (Yoga Essay)
  • मिलावटी खाद्य पदार्थ और स्वास्थ्य पर निबंध – (Adulterated Foods And Health Essay)
  • प्रकृति निबंध – (Nature Essay In Hindi)
  • वर्षा ऋतु पर निबंध – (Rainy Season Essay)
  • वसंत ऋतु पर निबंध – (Spring Season Essay)
  • बरसात का एक दिन पर निबंध – (Barsat Ka Din Essay)
  • अभ्यास का महत्व पर निबंध – (Importance Of Practice Essay)
  • स्वास्थ्य ही धन है पर निबंध – (Health Is Wealth Essay)
  • महाकवि तुलसीदास का जीवन परिचय निबंध – (Tulsidas Essay)
  • मेरा प्रिय कवि निबंध – (My Favourite Poet Essay)
  • मेरी प्रिय पुस्तक पर निबंध – (My Favorite Book Essay)
  • कबीरदास पर निबन्ध – (Kabirdas Essay)

इसलिए, यह जानना और समझना बहुत महत्वपूर्ण है कि विषय के बारे में संक्षिप्त और कुरकुरा लाइनों के साथ एक आदर्श हिंदी निबन्ध कैसे लिखें। साथ ही, कक्षा 1 से 10 तक के छात्र उदाहरणों के साथ इस पृष्ठ से विभिन्न हिंदी निबंध विषय पा सकते हैं। तो, छात्र आसानी से स्कूल और प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए हिंदी में निबन्ध कैसे लिखें, इसकी तैयारी कर सकते हैं। इसके अलावा, आप हिंदी निबंध लेखन की संरचना, हिंदी में एक प्रभावी निबंध लिखने के लिए टिप्स आदि के बारे में कुछ विस्तृत जानकारी भी प्राप्त कर सकते हैं। ठीक है, आइए हिंदी निबन्ध के विवरण में गोता लगाएँ।

हिंदी निबंध लेखन – स्कूल और प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए हिंदी में निबन्ध कैसे लिखें?

प्रभावी निबंध लिखने के लिए उस विषय के बारे में बहुत अभ्यास और गहन ज्ञान की आवश्यकता होती है जिसे आपने निबंध लेखन प्रतियोगिता या बोर्ड परीक्षा के लिए चुना है। छात्रों को वर्तमान में हो रही स्थितियों और हिंदी में निबंध लिखने से पहले विषय के बारे में कुछ महत्वपूर्ण बिंदुओं के बारे में जानना चाहिए। हिंदी में पावरफुल निबन्ध लिखने के लिए सभी को कुछ प्रमुख नियमों और युक्तियों का पालन करना होगा।

हिंदी निबन्ध लिखने के लिए आप सभी को जो प्राथमिक कदम उठाने चाहिए उनमें से एक सही विषय का चयन करना है। इस स्थिति में आपकी सहायता करने के लिए, हमने सभी प्रकार के हिंदी निबंध विषयों पर शोध किया है और नीचे सूचीबद्ध किया है। एक बार जब हम सही विषय चुन लेते हैं तो विषय के बारे में सभी सामान्य और तथ्यों को एकत्र करते हैं और अपने पाठकों को संलग्न करने के लिए उन्हें अपने निबंध में लिखते हैं।

तथ्य आपके पाठकों को अंत तक आपके निबंध से चिपके रहेंगे। इसलिए, हिंदी में एक निबंध लिखते समय मुख्य बिंदुओं पर ध्यान केंद्रित करें और किसी प्रतियोगिता या बोर्ड या प्रतिस्पर्धी जैसी परीक्षाओं में अच्छा स्कोर करें। ये हिंदी निबंध विषय पहली कक्षा से 10 वीं कक्षा तक के सभी कक्षा के छात्रों के लिए उपयोगी हैं। तो, उनका सही ढंग से उपयोग करें और हिंदी भाषा में एक परिपूर्ण निबंध बनाएं।

हिंदी भाषा में दीर्घ और लघु निबंध विषयों की सूची

हिंदी निबन्ध विषयों और उदाहरणों की निम्न सूची को विभिन्न श्रेणियों में विभाजित किया गया है जैसे कि प्रौद्योगिकी, पर्यावरण, सामान्य चीजें, अवसर, खेल, खेल, स्कूली शिक्षा, और बहुत कुछ। बस अपने पसंदीदा हिंदी निबंध विषयों पर क्लिक करें और विषय पर निबंध के लघु और लंबे रूपों के साथ विषय के बारे में पूरी जानकारी आसानी से प्राप्त करें।

विषय के बारे में समग्र जानकारी एकत्रित करने के बाद, अपनी लाइनें लागू करने का समय और हिंदी में एक प्रभावी निबन्ध लिखने के लिए। यहाँ प्रचलित सभी विषयों की जाँच करें और किसी भी प्रकार की प्रतियोगिताओं या परीक्षाओं का प्रयास करने से पहले जितना संभव हो उतना अभ्यास करें।

हिंदी निबंधों की संरचना

Hindi Essay Parts

उपरोक्त छवि आपको हिंदी निबन्ध की संरचना के बारे में प्रदर्शित करती है और आपको निबन्ध को हिन्दी में प्रभावी ढंग से रचने के बारे में कुछ विचार देती है। यदि आप स्कूल या कॉलेजों में निबंध लेखन प्रतियोगिता में किसी भी विषय को लिखते समय निबंध के इन हिस्सों का पालन करते हैं तो आप निश्चित रूप से इसमें पुरस्कार जीतेंगे।

इस संरचना को बनाए रखने से निबंध विषयों का अभ्यास करने से छात्रों को विषय पर ध्यान केंद्रित करने और विषय के बारे में छोटी और कुरकुरी लाइनें लिखने में मदद मिलती है। इसलिए, यहां संकलित सूची में से अपने पसंदीदा या दिलचस्प निबंध विषय को हिंदी में चुनें और निबंध की इस मूल संरचना का अनुसरण करके एक निबंध लिखें।

हिंदी में एक सही निबंध लिखने के लिए याद रखने वाले मुख्य बिंदु

अपने पाठकों को अपने हिंदी निबंधों के साथ संलग्न करने के लिए, आपको हिंदी में एक प्रभावी निबंध लिखते समय कुछ सामान्य नियमों का पालन करना चाहिए। कुछ युक्तियाँ और नियम इस प्रकार हैं:

  • अपना हिंदी निबंध विषय / विषय दिए गए विकल्पों में से समझदारी से चुनें।
  • अब उन सभी बिंदुओं को याद करें, जो निबंध लिखने शुरू करने से पहले विषय के बारे में एक विचार रखते हैं।
  • पहला भाग: परिचय
  • दूसरा भाग: विषय का शारीरिक / विस्तार विवरण
  • तीसरा भाग: निष्कर्ष / अंतिम शब्द
  • एक निबंध लिखते समय सुनिश्चित करें कि आप एक सरल भाषा और शब्दों का उपयोग करते हैं जो विषय के अनुकूल हैं और एक बात याद रखें, वाक्यों को जटिल न बनाएं,
  • जानकारी के हर नए टुकड़े के लिए निबंध लेखन के दौरान एक नए पैराग्राफ के साथ इसे शुरू करें।
  • अपने पाठकों को आकर्षित करने या उत्साहित करने के लिए जहाँ कहीं भी संभव हो, कुछ मुहावरे या कविताएँ जोड़ें और अपने हिंदी निबंध के साथ संलग्न रहें।
  • विषय या विषय को बीच में या निबंध में जारी रखने से न चूकें।
  • यदि आप संक्षेप में हिंदी निबंध लिख रहे हैं तो इसे 200-250 शब्दों में समाप्त किया जाना चाहिए। यदि यह लंबा है, तो इसे 400-500 शब्दों में समाप्त करें।
  • महत्वपूर्ण हिंदी निबंध विषयों का अभ्यास करते समय इन सभी युक्तियों और बिंदुओं को ध्यान में रखते हुए, आप निश्चित रूप से किसी भी प्रतियोगी परीक्षाओं में कुरकुरा और सही निबंध लिख सकते हैं या फिर सीबीएसई, आईसीएसई जैसी बोर्ड परीक्षाओं में।

हिंदी निबंध लेखन पर अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न

1. मैं अपने हिंदी निबंध लेखन कौशल में सुधार कैसे कर सकता हूं? अपने हिंदी निबंध लेखन कौशल में सुधार करने के सर्वोत्तम तरीकों में से एक किताबों और समाचार पत्रों को पढ़ना और हिंदी में कुछ जानकारीपूर्ण श्रृंखलाओं को देखना है। ये चीजें आपकी हिंदी शब्दावली में वृद्धि करेंगी और आपको हिंदी में एक प्रेरक निबंध लिखने में मदद करेंगी।

2. CBSE, ICSE बोर्ड परीक्षा के लिए हिंदी निबंध लिखने में कितना समय देना चाहिए? हिंदी बोर्ड परीक्षा में एक प्रभावी निबंध लिखने पर 20-30 का खर्च पर्याप्त है। क्योंकि परीक्षा हॉल में हर मिनट बहुत महत्वपूर्ण है। इसलिए, सभी वर्गों के लिए समय बनाए रखना महत्वपूर्ण है। परीक्षा से पहले सभी हिंदी निबन्ध विषयों से पहले अभ्यास करें और परीक्षा में निबंध लेखन पर खर्च करने का समय निर्धारित करें।

3. हिंदी में निबंध के लिए 200-250 शब्द पर्याप्त हैं? 200-250 शब्दों वाले हिंदी निबंध किसी भी स्थिति के लिए बहुत अधिक हैं। इसके अलावा, पाठक केवल आसानी से पढ़ने और उनसे जुड़ने के लिए लघु निबंधों में अधिक रुचि दिखाते हैं।

4. मुझे छात्रों के लिए सर्वश्रेष्ठ औपचारिक और अनौपचारिक हिंदी निबंध विषय कहां मिल सकते हैं? आप हमारे पेज से कक्षा 1 से 10 तक के छात्रों के लिए हिंदी में विभिन्न सामान्य और विशिष्ट प्रकार के निबंध विषय प्राप्त कर सकते हैं। आप स्कूलों और कॉलेजों में प्रतियोगिताओं, परीक्षाओं और भाषणों के लिए हिंदी में इन छोटे और लंबे निबंधों का उपयोग कर सकते हैं।

5. हिंदी परीक्षाओं में प्रभावशाली निबंध लिखने के कुछ तरीके क्या हैं? हिंदी में प्रभावी और प्रभावशाली निबंध लिखने के लिए, किसी को इसमें शानदार तरीके से काम करना चाहिए। उसके लिए, आपको इन बिंदुओं का पालन करना चाहिए और सभी प्रकार की परीक्षाओं में एक परिपूर्ण हिंदी निबंध की रचना करनी चाहिए:

  • एक पंच-लाइन की शुरुआत।
  • बहुत सारे विशेषणों का उपयोग करें।
  • रचनात्मक सोचें।
  • कठिन शब्दों के प्रयोग से बचें।
  • आंकड़े, वास्तविक समय के उदाहरण, प्रलेखित जानकारी दें।
  • सिफारिशों के साथ निष्कर्ष निकालें।
  • निष्कर्ष के साथ पंचलाइन को जोड़ना।

निष्कर्ष हमने एक टीम के रूप में हिंदी निबन्ध विषय पर पूरी तरह से शोध किया और इस पृष्ठ पर कुछ मुख्य महत्वपूर्ण विषयों को सूचीबद्ध किया। हमने इन हिंदी निबंध लेखन विषयों को उन छात्रों के लिए एकत्र किया है जो निबंध प्रतियोगिता या प्रतियोगी या बोर्ड परीक्षाओं में भाग ले रहे हैं। तो, हम आशा करते हैं कि आपको यहाँ पर सूची से हिंदी में अपना आवश्यक निबंध विषय मिल गया होगा।

यदि आपको हिंदी भाषा पर निबंध के बारे में अधिक जानकारी की आवश्यकता है, तो संरचना, हिंदी में निबन्ध लेखन के लिए टिप्स, हमारी साइट LearnCram.com पर जाएँ। इसके अलावा, आप हमारी वेबसाइट से अंग्रेजी में एक प्रभावी निबंध लेखन विषय प्राप्त कर सकते हैं, इसलिए इसे अंग्रेजी और हिंदी निबंध विषयों पर अपडेट प्राप्त करने के लिए बुकमार्क करें।

essay on lady in hindi

30,000+ students realised their study abroad dream with us. Take the first step today

Here’s your new year gift, one app for all your, study abroad needs, start your journey, track your progress, grow with the community and so much more.

essay on lady in hindi

Verification Code

An OTP has been sent to your registered mobile no. Please verify

essay on lady in hindi

Thanks for your comment !

Our team will review it before it's shown to our readers.

essay on lady in hindi

  • General Knowledge /

Indian Women Freedom Fighter in Hindi: जानिए भारत की उन वीरांगनाओं के बारे में, जिन्होंनें आज़ादी के महासमर में अपना योगदान दिया

' src=

  • Updated on  
  • अगस्त 7, 2023

Indian Women Freedom Fighter in Hindi

भारत एक ऐसा राष्ट्र रहा है, जिसने प्राचीन काल से ही पुरुषों और नारियों में समानता की बात कही और सभी को समान अवसर प्रदान किए। फिर चाहे सुख हो या दुःख भारत की बेटियों ने भी भारत के पुरुष समाज के साथ कंधे से कंधा मिलाकर अपना योगदान दिया। इसी क्रम में भारत की वो महान वीरांगनाएं भी आती है, जिन्होंनें आज़ादी के लिए अपना सर्वस्व न्यौछावर किया। Indian Women Freedom Fighter in Hindi के माध्यम से आप उन महान वीरांगनाओं के बारे में जानकर उनकी जीवन यात्रा से प्रेरणा ले पाएंगे और देशहित के लिए खुद को समर्पित कर पाएंगे।

This Blog Includes:

टॉप 10 indian women freedom fighter, भारत की आज़ादी में वीरांगनाओं का योगदान, कुछ अन्य वीरांगनाओं के नाम, भारत की आज़ादी में उपरोक्त वीरांगनाओं का योगदान.

आज़ादी के लिए कई वीर-वीरांगनाओं ने अपने प्राणों को मातृभूमि के लिए समर्पित किया, Indian Women Freedom Fighter in Hindi के माध्यम से आपको भारत की उन वीरांगनाओं के बारे में जानने को मिलेगा, जो कि कुछ इस प्रकार है-

  • रानी लक्ष्मी बाई
  • कित्तूर चेन्नम्मा
  • कस्तूरबा गांधी
  • विजय लक्ष्मी पंडित
  • सरोजिनी नायडू
  • कमला चट्टोपाध्याय
  • सुचेता कृपलानी
  • सावित्रीबाई फुले
  • लक्ष्मी सहगल

भारत की आज़ादी में केवल किसी एक परिवार, एक व्यक्ति या किसी एक विचारधारा ने अपना योगदान नहीं दिया। बल्कि इसके लिए तो अनेकों वीर-वीरांगनाओं ने अपना योगदान दिया है। आज़ादी एक जन आंदोलन था, जिसमें लोगों ने हर बंधनों से मुक्त होकर स्वतंत्रता के लिए अपना सब कुछ न्यौछावर कर दिया था। असंख्य बलिदानों को तो यहाँ लिख पाना संभव नहीं होगा, लेकिन Indian Women Freedom Fighter in Hindi के माध्यम से आप कुछ वीरांगनाओं की शौर्य गाथा और आज़ादी में उनके योगदान के बारे में जान पाएंगे। यह जानकारी कुछ इस प्रकार है-

Indian Women Freedom Fighter in Hindi के माध्यम से आप कुछ ऐसी वीरांगनाओं के बारे में भी जानने को मिलेगा, जिनको इतिहास लिखने वालों ने वो उचित सम्मान नहीं दिया, जो कि उनके तप त्याग को समय रहते मिलना चाहिए था। कुछ अन्य वीरांगनाओं की जानकारी कुछ इस प्रकार है-

  • कुंतला कुमारी साबत
  • सरला देवी चौधरानी
  • अन्नपूर्णा महराना
  • उमाबाई कुंडापुर
  • राजकुमारी गुप्ता
  • नलिनीबाला देवी
  • अमल प्रभा दास
  • चंद्रप्रवा सैकियानी
  •  सरला देवी
  • कृष्णम्मल जगन्नाथन
  • यशोधरा दासप्पा
  • मूलमती 
  • जानकी अथि नहप्पन
  • अम्मू स्वामीनाथन
  • मातंगिनी हाजरा
  • पार्वती गिरि

भारत की आज़ादी में उपरोक्त वीरांगनाओं का योगदान अतुल्नीय है, इन योगदान के बारे में जितना लिखा जाए उतना कम है। Indian Women Freedom Fighter in Hindi के माध्यम से आप उपरोक्त वीरांगनाओं के योगदान से प्रेरणा लेकर भारत की उन्नति में अपना योगदान दे सकते हैं और भारत की नारी शक्ति से परिचित हो सकते हैं-

आशा है कि Indian Women Freedom Fighter in Hindi का यह ब्लॉग आपको देशभक्ति की भावना से ओतप्रोत लगा होगा, साथ ही इसमें लिखें संदेशों को आप अपने यार-दोस्त के साथ साझा कर पाएंगे। आधुनिक भारत के इतिहास से जुड़े ऐसे ही अन्य टॉपिक पढ़ने के लिए Leverage Edu के साथ बने रहें।

' src=

मयंक विश्नोई

जन्मभूमि: देवभूमि उत्तराखंड। पहचान: भारतीय लेखक । प्रकाश परिवर्तन का, संस्कार समर्पण का। -✍🏻मयंक विश्नोई

प्रातिक्रिया दे जवाब रद्द करें

अगली बार जब मैं टिप्पणी करूँ, तो इस ब्राउज़र में मेरा नाम, ईमेल और वेबसाइट सहेजें।

Contact no. *

browse success stories

Leaving already?

8 Universities with higher ROI than IITs and IIMs

Grab this one-time opportunity to download this ebook

Connect With Us

30,000+ students realised their study abroad dream with us. take the first step today..

essay on lady in hindi

Resend OTP in

essay on lady in hindi

Need help with?

Study abroad.

UK, Canada, US & More

IELTS, GRE, GMAT & More

Scholarship, Loans & Forex

Country Preference

New Zealand

Which English test are you planning to take?

Which academic test are you planning to take.

Not Sure yet

When are you planning to take the exam?

Already booked my exam slot

Within 2 Months

Want to learn about the test

Which Degree do you wish to pursue?

When do you want to start studying abroad.

September 2024

January 2025

What is your budget to study abroad?

essay on lady in hindi

How would you describe this article ?

Please rate this article

We would like to hear more.

pharmeasy logo

  • Visakhapatnam
  • Healthcare Products
  • Diagnostic Tests

Get insightful and

helpful tips to treat

your symptoms for FREE

Yes, I want regular tips

No, I’ll find it myself

Want an ad free reading experience?

Download PharmEasy App

essay on lady in hindi

Download App

Continue in mobile web

essay on lady in hindi

Register to Avail the Offer

We have sent an OTP on +91 Edit Number

By continuing, you agree with our Privacy Policy and Terms and Conditions

 alt=

Leave your comment here Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

arrow

By Dr. Nikita Toshi +2 more

check_circle

Table of Contents

भारत में, लेडीफिंगर, जिसे भिंडी के नाम से भी जाना जाता है, पोषक तत्वों से भरपूर है। यह कार्बोहाइड्रेट, प्रोटीन, विटामिन, एंजाइम, कैल्शियम, पोटेशियम और अन्य सहित कई पोषक तत्वों का एक अच्छा स्रोत मानी जाती है। भिंडी (लेडीफिंगर) को इसके वानस्पतिक नाम, एबेलमोस्कस एस्कुलेंटस के नाम से जाना जाता है, और यह मालवेसी परिवार का एक सदस्य है। भिंडी (लेडीफिंगर) की खेती दुनिया भर में गर्म, उष्णकटिबंधीय (ट्रॉपिकल) और उपोष्णकटिबंधीय (सबट्रॉपिकल)  क्षेत्रों में होती है। 1

पूरे विश्व में भिंडी (लेडी फिंगर) को कई अन्य नामों से जाना जाता है। भिंडी को अंग्रेजी में ओकरा, एडिबल हिबिस्कस, लेडीज फिंगर, ओकरो; संस्कृत में पिटाली, तिन्दिशा, गंडमूला; फ़ारसी, अरबी, तुर्की, हिब्रू में बामिया; बोस्निया में बमवे; स्वीडिश में ओकरा; इतालवी और फ्रेंच में गोंबो के नाम से जाना जाता है। 2

essay on lady in hindi

भिंडी (लेडी फिंगर) में पोषक तत्वों (न्यूट्रिशनल वैल्यू) की मात्रा:

भिंडी (लेडी फिंगर) में पाए जाने पोषक तत्व निम्नलिखित हैं: 3

Read in English: Aloe Vera Juice: Uses, Benefits, Side Effects and More!

भिंडी (लेडी फिंगर) के गुण:

भिंडी (लेडी फिंगर) के चिकित्सीय गुण इस प्रकार हैं:

● यह एंटीऑक्सीडेंट का काम कर सकती है।

● यह थकान से लड़ने में मदद कर सकती है।

● इसमें डायबिटीज़ से लड़ने के गुण हो सकते हैं।

● यह जीवाणुरोधी का काम कर सकती है।

● यह ट्यूमर से लड़ने का काम कर सकती है।

● यह प्रतिरक्षा तंत्र को बेहतर कर सकती है 4 ।

● यह ऐंठन से राहत प्रदान करने में मदद कर सकती है।

● यह मूत्र की मात्रा बढ़ा सकता है।

● यह सूजन या जलन से राहत प्रदान करने में मदद कर सकती है।

● यह बुखार कम करने में मदद कर सकती है।

● इसमें मस्तिष्क की रक्षा करने का गुण हो सकता है।

● यह लीवर रक्षक के रूप में कार्य कर सकती है।

● यह हड्डियों को सुरक्षित रखने में मदद कर सकती है 2 ।

Read in English: Beetroot: Uses, Benefits, Side Effects and More!

भिंडी (लेडी फिंगर) के संभावित उपयोग:

Bhindi (Lady Finger) ke sambhavit upyog:

भरपूर मात्रा में पोषक तत्व एवं लाभकारी यौगिक पाए जाने के कारण संभावित रूप से भिंडी (लेडी फिंगर) के कई इस्तेमाल हो सकते हैं:

डायबिटीज़ में भिंडी (लेडी फिंगर) के संभावित उपयोग

भिंडी (लेडी फिंगर) के छिलके और बीज ब्लड शुगर लेवल कम करने में मदद कर सकती हैं तथा टाइप 2 डायबिटीज़ को नियंत्रित करने में मदद कर सकती है। यह कार्बोहाईड्रेट को तोड़ने वाले एंजाइम को अवरुद्ध करने और इन्सुलिन संवेदनशीलता बढ़ाने में मदद कर सकती है। प्रयोगशाला अध्ययनों में , लेडीफिंगर ने इंसुलिन जैसी गुणों का प्रदर्शन किया है , जो यह सुझाव देता है कि यह ब्लड शुगर लेवल को नियंत्रित करने में प्रभावी हो सकता है। 2 यद्यपि अगर आप डायबिटीज़ से पीड़ित हैं तो उन लक्षणों का लाभ प्राप्त करने के लिए भिंडी (लेडी फिंगर) या किसी अन्य औषधि का इस्तेमाल करने के पहले आपको स्वास्थ्य सेवाप्रदाता की सलाह लेनी चाहिए।

पेट के कैंसर में भिंडी (लेडी फिंगर) के संभावित उपयोग

भिंडी (लेडी फिंगर) में भरपूर मात्रा में फ़ाइबर पाए जाते हैं तथा यह आंत के मार्ग को साफ़ करने का काम कर सकती है, ख़ासकर कोलन और बड़ी आंत के, तथा इस प्रकार यह पेट के कैंसर के जोखिम को कम कर सकती है। इसके अतिरिक्त , इसमें एंटीऑक्सीडेंट होते हैं जो कोशिकाओं को उत्परिवर्तन से बचाने में मदद कर सकते हैं , जिसे कोशिका की आनुवंशिक सामग्री में परिवर्तन के रूप में भी जाना जाता है। ये एंटीऑक्सीडेंट भी प्रतिरक्षा प्रणाली को लाभ पहुंचा सकते हैं। 2 अगर आप किसी प्रकार के कैंसर से जूझ रहे हैं तो आपको डॉक्टर की सलाह और इलाज का सख़्ती से पालन करने की ज़रूरत है। भिंडी (लेडी फिंगर) या किसी अन्य सब्जी का उसके गुणों के कारण इस्तेमाल करने के पूर्व अपने डॉक्टर से परामर्श ज़रूर करें।

मोटापे में भिंडी (लेडी फिंगर) के संभावित उपयोग

भिंडी (लेडी फिंगर) चाहे कच्चा खाया जाए या पकाकर , वज़न प्रबंधन में मदद कर सकता है। भिंडी (लेडी फिंगर) की कम मात्रा भी आपकी भूख को शांत कर सकती है क्योंकि यह कैलोरी में कम और फ़ाइबर में उच्च है। वज़न सिर्फ कैलोरी युक्त और चिकनाई युक्त खाद्य पदार्थ खाने से ही नहीं होता बल्कि पोषक तत्वों की कमी से भी हो सकता है। 2 यदि आप अपना वज़न कम करना चाहते हैं , तो आपको अपने आहार में कोई भी बदलाव करने से पहले अपने डॉक्टर या पोषण विशेषज्ञ से बात करनी चाहिए। एक स्वस्थ लाइफ़ स्टाइल और खाने की आदतों के साथ भिंडी खाने से भी आपको मोटापे का प्रबंधन करने में मदद मिल सकती है। वे प्रत्येक आहार के लाभों और कमियों के माध्यम से आपका मार्गदर्शन करने में बेहतर रूप से सक्षम होंगे।

पेट के लिए भिंडी (लेडी फिंगर) के संभावित उपयोग

भिंडी (लेडी फिंगर) में प्रोबायोटिक्स (अच्छे जीवाणु) होते हैं जो पेट के बैक्टीरिया के लिए अच्छे होते हैं। विटामिन बी काम्प्लेक्स का जैव संश्लेषण करके भिंडी (लेडी फिंगर) आंत के माइक्रोबायोम (अच्छे जीवाणुओं का समुदाय) पर सकारात्मक प्रभाव प्रदर्शित करता है। भिंडी (लेडी फिंगर) छोटी आंत में दही जैसा असर पैदा करता है। 2 पेट की बीमारी के लिए भिंडी (लेडी फिंगर) या किसी अन्य सब्जी का इस्तेमाल करने के पहले अपने स्वास्थ्य सेवाप्रदाता से परामर्श करें।

Read in English: Curry Leaves: Uses, Benefits, Side Effects and More!

त्वचा की बीमारी में भिंडी (लेडी फिंगर) के संभावित उपयोग

भिंडी (लेडी फिंगर) में विटामिन सी और भरपूर मात्रा में फ़ाइबर पाए जाते हैं। फ़ाइबर विषाक्त अपशिष्ट को हटाने में मदद कर सकती है , और विटामिन सी त्वचा के रंजकता में मदद कर सकती है , शरीर के टिशू की मरम्मत कर सकती है , और सोरायसिस , मुंहासे और अन्य त्वचा रोगों के प्रबंधन में सहायता कर सकती है। 2 त्वचा की बीमारियों में आपको त्वचा रोग के डॉक्टर से सलाह लेने की ज़रूरत होती है। त्वचा की बीमारी के लिए भिंडी (लेडी फिंगर) का इस्तेमाल करने के पूर्व आपको अपने त्वचा के डॉक्टर से सलाह लेने की ज़रूरत होगी।

खराब कोलेस्ट्रॉल में भिंडी (लेडी फिंगर) के संभावित उपयोग

भिंडी (लेडी फिंगर) कोलेस्ट्रॉल लेवल नियंत्रित करने में मदद करता है। एक अध्ययन से पता चला कि भिंडी (लेडी फिंगर) युक्त आहार से कोलेस्ट्रॉल के अवशोषण में परिवर्तन आया और शरीर में इसका लेवल कम हुआ। भिंडी (लेडी फिंगर) में पेक्टिन (एक प्रकार का फ़ाइबर) होता है जो खराब कोलेस्ट्रॉल को कम करने में मदद करता है। यह कोलेस्ट्रॉल हानि को बढ़ावा देता है और शरीर में वसा की उत्पत्ति को रोकता है। यह टोटल कोलेस्ट्रॉल और ट्राइग्लिसराइड को कम करने में मदद कर सकती है और मल में पित्त अम्ल के उत्सर्जन को बढ़ावा दे सकता है। भिंडी (लेडी फिंगर) आंत में पित्त के उत्पादन को परिवर्तित कर सकती है और जमे हुए कोलेस्ट्रॉल को हटा सकती है ; इससे खराब कोलेस्ट्रॉल खत्म हो जाता है। 2 यदि आप ख़राब कोलेस्ट्रॉल का सामना कर रहे हैं तो आपको डॉक्टर की सलाह और इलाज का पालन करना होगा। साथ ही यदि आप भिंडी (लेडी फिंगर) की खूबियों के कारण इसका इस्तेमाल करना चाहते हैं तो अपने डॉक्टर से परामर्श ज़रूर करें।

फेफड़े की बीमारियों में भिंडी (लेडी फिंगर) के संभावित उपयोग

ब्रोंकाइटिस और निमोनिया जैसी बीमारियों में भिंडी (लेडी फिंगर) के फूल और पत्तियां मदद कर सकती हैं। फूल और पत्तियों को पानी में उबालकर आप इसके लाभकारी गुण पा सकते हैं। भिंडी (लेडी फिंगर) में मौजूद चिपचिपा पदार्थ फ्लू और सामान्य सर्दी को ठीक और नियंत्रित कर सकती है। 2 यद्यपि यदि आपको लगता है कि आप फेफड़ों की किसी बीमारी से ग्रसित हैं तो तुरंत अपने डॉक्टर से बात करें और इलाज करवाएं। डॉक्टर की सलाह के बिना भिंडी (लेडी फिंगर) या किसी हर्बल औषधि का इस्तेमाल करने से बचें।

ऑस्टियोपोरोसिस में भिंडी (लेडी फिंगर) के संभावित उपयोग

भिंडी (लेडी फिंगर) में विटामिन ‘ के ’ होता है जो रक्त का थक्का बनाने के लिए आवश्यक है और यह हड्डी के घनत्व को बढ़ाने में मदद करता है तथा ऑस्टियोपोरोसिस के प्रबंधन में सहायता करता है। एक अध्ययन से ज्ञात हुआ है कि विटामिन के हड्डियों के मेटाबोलिज्म में बदलाव कर सकती है और कैल्शियम का संतुलन बनाए रखने में अच्छे प्रभाव डालता है। 2 ऑस्टियोपोरोसिस एक गंभीर बीमारी है जिसका उचित तरीके से निदान और इलाज जरुरी है। ऑस्टियोपोरोसिस में भिंडी (लेडी फिंगर) का इस्तेमाल शुरू करने के पहले अपने डॉक्टर से परामर्श ज़रूर करें।

एनीमिया में भिंडी (लेडी फिंगर) के संभावित उपयोग

भिंडी (लेडी फिंगर) में विटामिन ‘ के ’ , फोलेट और आयरन पाए जाते हैं। इन्हें प्राकृतिक पोषक तत्व माना जाता है जो एनीमिया के प्रबंधन में सहायता कर सकते हैं। यह हिमोग्लोबिन, लाल रक्त कण और रक्त में थक्का बनाने में मदद करता है। ये सभी एनीमिया से रक्षा कर सकते हैं। 2 यद्यपि, डॉक्टर से परामर्श किये बिना एनीमिया में भिंडी (लेडी फिंगर) का इस्तेमाल करने से बचें।

कब्ज़ में भिंडी (लेडी फिंगर) के संभावित उपयोग

भिंडी (लेडी फिंगर) का म्यूसिलेजिनस स्लाइम पाचन तंत्र में पानी के उचित अवशोषण में मदद कर सकता है और मल को बढ़ा सकता है, जिससे वे न तो नरम होते हैं और न ही निकलने में मुश्किल होते हैं। यह चिपचिपा पदार्थ और फ़ाइबर विषाक्त पदार्थों के साथ बंध सकता है और बड़ी आंत को चिकना कर सकती है तथा इसके संभावित प्राकृतिक रेचक गुण के कारण यह सामान्य और सहज मल त्याग में सहयोग करता है। 2 यद्यपि, यदि आपके लक्षण ठीक नहीं होते हैं तो तुरंत अपने स्वास्थ्य सेवाप्रदाता से संपर्क करें। साथ ही, यदि आप कब्ज़ियत का अनुभव कर रहे हैं तो अपनी मर्जी से किसी सब्जी का इस्तेमाल करने के पूर्व अपने डॉक्टर से बात कर लेनी चाहिए।

मस्तिष्क के लिए भिंडी (लेडी फिंगर) के संभावित उपयोग

एक अध्ययन से यह ज्ञात हुआ है कि भिंडी (लेडी फिंगर) में मस्तिष्क रक्षक के गुण वाले फ्लेवोनॉयड की उपस्थिति के कारण यह मस्तिष्क के कार्य की रक्षा कर सकती है, याददाश्त तथा सीखने की क्रिया को बेहतर बना सकती है। अतः भिंडी (लेडी फिंगर) का इस्तेमाल याददाश्त बढ़ाने के लिए किया जा सकता है। 2 यद्यपि, यदि आप मस्तिष्क से संबंधित किसी समस्या का सामना कर रहे हैं तो किसी हर्बल औषधि का इस्तेमाल करने के पहले डॉक्टर की सलाह ले लेना बेहतर होगा।

लीवर के लिए भिंडी (लेडी फिंगर) के संभावित उपयोग

भिंडी (लेडी फिंगर) को लीवर के लिए लाभदायक माना जाता है। भिंडी (लेडी फिंगर) में मौजूद चिपचिपे पदार्थ में वैसी सामग्रियां होती हैं जो कोलेस्ट्रॉल और पित्त अम्ल को बांध सकते हैं और लीवर के विष को मिटा सकते हैं। भिंडी (लेडी फिंगर) में एक एंटीऑक्सीडेंट पाया जाता है जो हानिकारक जीवाणुओं एवं रोगाणुओं का मुकाबला करता है और शरीर की रक्षा करता है। 2 यदि आप लीवर की किसी बीमारी से जूझ रहे हैं तो आपको अपने विकल्पों के प्रति सचेत रहना होगा। अपने स्वास्थ्य सेवाप्रदाता से बात किये बिना भिंडी (लेडी फिंगर) का इस्तेमाल करने से बचें।

गर्भावस्था में भिंडी (लेडी फिंगर) के संभावित उपयोग

भिंडी (लेडी फिंगर) में प्रचुर मात्रा में विटामिन A, B एवं C के साथ-साथ कैल्शियम और जिंक जैसे तत्व पाए जाते हैं जिसके कारण इसे एक आदर्श सब्जी माना जाता है और गर्भावस्था में इसका सेवन किया जा सकता है।इसमें फ़ाइबर और विटामिन B9 (फोलिक एसिड/ फोलेट) भी पाए जाते हैं। साथ ही, गर्भस्थ शिशु के तंत्रिका तंत्र के विकास में यह कुछ लाभदायक प्रभाव डाल सकता है। 2 गर्भावस्था में, किसी जड़ी-बूटी या सब्जी का इसके फ़ायदों के लिए इस्तेमाल करने के पूर्व अपने डॉक्टर की सलाह लेना सुनिश्चित करें।

  भिंडी (लेडी फिंगर) के अन्य संभावित उपयोग

 ● भिंडी (लेडी फिंगर) पाचन दुरुस्त करने और बालों के लिए कंडीशनर का काम कर सकती है। यह सिर की त्वचा को नमी प्रदान कर सकती है, रूसी और जूँ हटा सकती है, खुजली वाले सिर की त्वचा को ठीक कर सकती है और बालों को चमकदार बना सकती है। 2

● भिंडी (लेडी फिंगर) सूजनरोधी और एंटीऑक्सीडेंट का गुण प्रदर्शित कर सकते हैं जो दमा में सहायता प्रदान कर सकती है। यह दमा के लक्षणों में वृद्धि को रोकता है और घातक दौरों को अवरुद्ध करता है। 2

● भिंडी (लेडी फिंगर) में विटामिन A और एंटीऑक्सीडेंट होते हैं जो आँखों की रोशनी बढ़िया बनाए रखने में मदद कर सकते हैं। ये एंटीऑक्सीडेंट ग्लूकोमा और मोतियाबिंद जैसी आँख की बीमारियों को दूर रखने में मदद करते हैं। 2

● भिंडी (लेडी फिंगर) में मौजूद चिपचिपा पदार्थ क्षारीय होता है और पेट में एसिड के प्रभाव को प्रभावहीन बनाने में मदद कर सकती है। यह पाचन तंत्र को एक सुरक्षात्मक कोटिंग भी प्रदान कर सकती है और पेट के अल्सर के उपचार को बढ़ावा देता है। 2

● कुछ अध्ययनों से यह रिपोर्ट प्राप्त हुआ है कि भिंडी (लेडी फिंगर) लू लगने से बचाने में मदद करता है। इससे यह पता चलता है कि यह प्राकृतिक शीतलन एजेंट (natural cooling agent) हो सकता है। 2

Read in English: Onion: Uses, Benefits, Dosage & Side Effects

यद्यपि कई अध्ययनों से पता चला है कि विभिन्न बीमारियों में भिंडी (लेडी फिंगर) के फ़ायदे होते हैं, किन्तु ये पर्याप्त नहीं हैं और मनुष्य के स्वास्थ्य पर भिंडी (लेडी फिंगर) के लाभ की सीमा निर्धारित करने हेतु और अध्ययन किये जाने की ज़रूरत है।

भिंडी (लेडी फिंगर) का कैसे इस्तेमाल करें ?

आप भिंडी (लेडी फिंगर) के पौधे के निम्नलिखित हिस्सों को खा सकते हैं: 2

कोई हर्बल आहार लेने के पहले किसी योग्य डॉक्टर से परामर्श करें। किसी योग्य डॉक्टर से परामर्श प्राप्त किये बिना आधुनिक चिकित्सा विज्ञान के तहत चल रहे किसी इलाज को बंद नहीं करें अथवा किसी आयुर्वेदिक/ हर्बल उत्पाद से बदलें नहीं।

भिंडी (लेडी फिंगर) के साइड इफ़ेक्ट्स:

किसी अध्ययन में यह रिकॉर्ड नहीं हुआ है कि भिंडी (लेडी फिंगर) के कोई बड़े साइड इफ़ेक्ट होते हैं। 2 हालांकि, कुछ लोगों को भिंडी (लेडी फिंगर) से एलर्जी हो सकती है। 5 यदि किसी प्रकार का साइड इफ़ेक्ट आपके ध्यान में आता है तो अपने डॉक्टर को इसके बारे में ज़रुर बताएं।

साथ ही, अपने डॉक्टर से परामर्श किये बिना भिंडी (लेडी फिंगर) का इस्तेमाल किसी बीमारी अथवा इसके फ़ायदों के लिए करने से बचें। इससे आपको सही विकल्प चुनने में मदद मिलेगी तथा यह किसी प्रकार के संभावित साइड इफ़ेक्ट को अवरुद्ध करेगा।

Read in English: Karela: Uses, Benefits & Side Effects

भिंडी (लेडी फिंगर) के साथ बरती जाने वाली सावधानियां:

भिंडी (लेडी फिंगर) तोड़ने और खाने से कुछ लोगों में एलर्जिक प्रतिक्रिया हो सकती है। 5 यदि आपको इससे एलर्जी है तो इसे खाने से बचें। साथ ही, यदि भिंडी (लेडी फिंगर) खाने से आपको एलर्जिक प्रतिक्रिया होती है तो आपको अपने डॉक्टर की सलाह लेनी चाहिए।

स्वास्थ्य संबंधी फ़ायदों के लिए भिंडी (लेडी फिंगर) या किसी अन्य हर्बल आहार का सेवन करने के पहले अपने चल रहे इलाज और इसकी सीमाओं तथा इससे जुड़ी सावधानियों के बारे में अपने डॉक्टर से बात करना सुनिश्चित करें।

अन्य दवाओं के साथ प्रतिक्रिया:

अन्य दवाओं के साथ भिंडी (लेडी फिंगर) की प्रतिक्रिया के संबंध में पर्याप्त जानकारी उपलब्ध नहीं है। यद्यपि, यदि आप किसी प्रकार का संकेत और लक्षण नोटिस करते हैं तो अपने डॉक्टर को इसकी जानकारी अवश्य दें।

साथ ही, किसी बीमारी के लिए यदि आप दवा का सेवन कर रहे हैं तो इस दवा का किसी अन्य जड़ी-बूटी या सब्जी के साथ संभावित प्रतिक्रिया के संबंध में अपने डॉक्टर से संपर्क करना सुनिश्चित करें।

Read in English: Coconut: Uses, Benefits & Side Effects

अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न:

मधुमेह, अल्सर, एनीमिया, लू, ग्लूकोमा, मोतियाबिंद, ऑस्टियोपोरोसिस, कब्ज, दमा, ब्रोंकाइटिस, निमोनिया, जननांग रोग, मोटापा आदि जैसे विभिन्न बीमारियों को प्रबंधित करने में भिंडी (लेडी फिंगर)/ ओकरा मदद कर सकती है। साथ ही, यह मस्तिष्क, फेफड़ा, लीवर, पाचन तंत्र आदि पर भी सकारात्मक प्रभाव प्रदर्शित कर सकती है। 2 यद्यपि अपने डॉक्टर के सलाह के बिना किसी बीमारी में या इसके किसी गुण के लिए भिंडी (लेडी फिंगर) का इस्तेमाल करने से परहेज करें।

सामान्य तौर पर भिंडी (लेडी फिंगर) के कोई साइड इफ़ेक्ट नहीं होते हैं। परन्तु, कुछ लोगों को इससे एलर्जी हो सकती है। 2,5 यदि आपको कोई संकेत या लक्षण दिखता है तो अपने डॉक्टर को इसकी जानकारी अवश्य दें। साथ ही, किसी बीमारी की स्थिति में अपने डॉक्टर से परामर्श किये बिना भिंडी (लेडी फिंगर) का इस्तेमाल करने से बचें।

गर्भावस्था में भिंडी (लेडी फिंगर) का सेवन किया जा सकता है; इसके कई सकारात्मक प्रभाव हो सकते हैं। इसमें विटामिन A , B, B9, C एवं कैल्शियम तथा ज़िंक जैसे तत्व पाए जाते हैं जो गर्भावस्था में फ़ायदेमंद हो सकते हैं। साथ ही, यह गर्भावस्था में कब्जियत से राहत दिला सकता है। 2 यदि आप गर्भवती हैं तो किसी भी स्थिति में अपने डॉक्टर से परामर्श किये बिना भिंडी (लेडी फिंगर) का सेवन करने से परहेज करें।

वज़न का प्रबंधन करने में भिंडी (लेडी फिंगर) के कुछ प्रभाव हो सकते हैं। कच्चे या पकाए हुए भिंडी (लेडी फिंगर) के नियमित रूप से सेवन करने से मोटापा को नियंत्रित करने में मदद मिल सकती है। भिंडी (लेडी फिंगर) में कैलोरी की न्यून मात्रा होती है तथा इसमें उच्च मात्रा में फ़ाइबर पाए जाते हैं जिसके कारण ज्यादा भोजन किये बगैर आपको पेट भरे होने का अहसास होता है। 2 इसलिए भिंडी (लेडी फिंगर) वज़न को नियंत्रित करने में असरदार होता है। यद्यपि, अपने डॉक्टर या आहार विशेषज्ञ से परामर्श किये बिना अपने आहार में किसी प्रकार का बदलाव करने से बचें।

डायबिटीज़ में भिंडी (लेडी फिंगर) के फ़ायदों के बारे में अध्ययन किये गये हैं। भिंडी (लेडी फिंगर) के बीज और छिलके ब्लड शुगर के लेवल को कम करने और टाइप 2 डायबिटीज़ को नियंत्रित करने में मदद कर सकते हैं। परीक्षणों में भिंडी (लेडी फिंगर)/ ओकरा में इन्सुलिन-जैसे गुण प्रदर्शित हुए हैं, इसके कारण यह ब्लड शुगर के प्रबंधन में प्रभावी हो सकता है। 2 इसलिए आप ब्लड शुगर को प्रबंधित करने के लिए भिंडी (लेडी फिंगर/ओकरा) का इस्तेमाल कर सकते हैं। यद्यपि, यदि आप डायबिटीज़ से जूझ रहे हैं तो किसी जड़ी-बूटी या सब्जी का औषधि के रूप में इस्तेमाल करने के पूर्व यह महत्वपूर्ण है कि आप अपने डॉक्टर से परामर्श करें। सर्वप्रथम अपने डॉक्टर से ज़रूर परामर्श करें।

Disclaimer:   The information provided here is for educational/awareness purposes only and is not intended to be a substitute for medical treatment by a healthcare professional and should not be relied upon to diagnose or treat any medical condition. The reader should consult a registered medical practitioner to determine the appropriateness of the information and before consuming any medication. PharmEasy does not provide any guarantee or warranty (express or implied) regarding the accuracy, adequacy, completeness, legality, reliability or usefulness of the information; and disclaims any liability arising thereof.

Links and product recommendations in the information provided here are advertisements of third-party products available on the website. PharmEasy does not make any representation on the accuracy or suitability of such products/services. Advertisements do not influence the editorial decisions or content. The information in this blog is subject to change without notice. The authors and administrators reserve the right to modify, add, or remove content without notification. It is your responsibility to review this disclaimer regularly for any changes.

References:

  • Priya Singh, Varun Chauhan, Brahm Kumar Tiwari, SHUBHENDRA SINGH CHAUHAN,Sobita Simon, S. Bilal & A. B. Abidi
  • Das, Soma; Nandi, Gouranga; Ghosh, L K.. Okra and its various applications in Drug Delivery, Food Technology , Health Care and Pharmacological Aspects – A Review. ProQuest. [Internet]. Available from: https://www.proquest.com/docview/2260399243?fromopenview=true&pq-origsite=gscholar .
  • Okra, raw. FoodData Central. [Internet]. January 4, 2019. Available from: https://fdc.nal.usda.gov/fdc-app.html#/food-details/169260/nutrients .
  • Ying Liu,Jingyi Qi,Junyun Luo,Wen Qin,Qingying Luo,Qing Zhang,Dingtao Wu,Derong Lin,Suqing Li,Hongmin Dong,Daiwen Chen &Hong Chen. Okra in Food Field: Nutritional Value, Health Benefits and Effects of Processing Methods on Quality. Taylor & Francis Online. [Internet]. December 2, 2019. Available from: https://www.tandfonline.com/doi/abs/10.1080/87559129.2019.1695833?journalCode=lfri20 .
  • Ueda A., Manda F., Aoyama K., Ueda T., Obama K., Li Q., Tochigi T.. Immediate-Type Allergy Related to Okra (Hibiscus esculentus Linn) Picking and Packing. Science Direct. [Internet]. Available from: https://www.sciencedirect.com/science/article/abs/pii/S0013935183711047?via%3Dihub .

This might be related & helpful!

  • Lady Finger (Bhindi): Uses, Benefits, Side effects and More!
  • कद्दू (Pumpkin in Hindi): उपयोग, लाभ और न्यूट्रिशनल वैल्यू
  • मूली (Radish in Hindi): उपयोग, लाभ, न्यूट्रिशनल वैल्यू और बहुत कुछ!
  • कीवी (Kiwi in Hindi): उपयोग, लाभ और न्यूट्रिशनल वैल्यू
  • जिमीकंद (Elephant Yam in Hindi): उपयोग, लाभ, और न्यूट्रिशनल वैल्यू

Recommended Topics

Leave your comment...

Home Remedies

home remedies for athlete's foot

Featured / Home Remedies / Wellness /  

Home Remedies for Athlete̵...

By Dr. Nayana Shetty

will alcohol kill lice

Doctor's Speak / Home Remedies /  

Will Alcohol Kill Lice: Debunk...

By Dr. Shubham Pandey

how to reduce keratin in body naturally

Doctor's Speak / Featured / Home Remedies /  

How to Reduce Keratin in Body ...

By Dr Rajeev Singh

how to get rid of a canker sore

How to Get Rid of a Canker Sor...

foods to avoid with diabetes

Chronic Ailments / Doctor's Speak / Food & Nutrition /  

Foods to Avoid with Diabetes: ...

By Dr. Aastha Manchanda

sepsis

Chronic Ailments / Doctor's Speak /  

Sepsis: A Guide to Understandi...

icd 10 code for sepsis

ICD 10 Code For Sepsis: A Guid...

crp blood test cancer

CRP Blood Test Cancer: Underst...

हिन्दी में जानकारी.

essay on lady in hindi

Diagnostics / Hindi /  

जी ६ पी डी प�...

By Dr. Ritu Budania

essay on lady in hindi

लाइपेज ब्ल�...

essay on lady in hindi

अल्फा-फेटो�...

essay on lady in hindi

एएसओ परीक्�...

  • Winter Rash: Understanding Causes and Research-Based Treatments
  • Watercress: Uses, Benefits, Side Effects & More! 
  • When Do Girls Stop Growing in Height: Insights Backed by Medical Research
  • Itchy Fingers: Research Based Study About Possible Causes and Solutions
  • Are Rice Noodles Gluten Free? A Guide to Gluten-Free Foods

watercress

Doctor's Speak / Featured / Food & Nutrition /  

Watercress: Uses, Benefits, Si...

are rice noodles gluten free

Are Rice Noodles Gluten Free? ...

what foods have collagen

Doctor's Speak / Food & Nutrition /  

What Foods Have Collagen: Your...

fortified cereals

Doctor's Speak / Featured / Food & Nutrition / Lifestyle /  

Fortified Cereals: An In-Depth...

essay on lady in hindi

Ayurveda / Food & Nutrition / Hindi /  

शहतूत (Mulberry in H...

By Dr Anuja Bodhare

essay on lady in hindi

एचसीवी टेस�...

You may also like.

essay on lady in hindi

Health Today / Home Remedies / Men's Health / Mental Health /  

Things You Shouldn’t Do ...

By Dr. Nikita Toshi

essay on lady in hindi

Ayurveda / Doctor's Speak / Food & Nutrition / Hypertension /  

Tomato (Tamatar) Juice: Uses, ...

By Dr Smita Barode

guava juice benefits

Ayurveda / Diabetes / Doctor's Speak / Food & Nutrition / Hypertension /  

Guava (Amrood) Juice: Uses, Be...

Home Remedies for Vaginal Yeast Infections

Doctor's Speak / Featured / Home Remedies / Women's Health /  

Home Remedies For Vaginal Yeas...

By Dr Siddharth Gupta

essay on lady in hindi

Monkeypox / News / Wellness /  

Monkeypox Vaccine: All You Nee...

ash gourd juice benefits

Ayurveda / Diabetes / Doctor's Speak / Food & Nutrition /  

Ash Gourd Juice: Uses, Benefit...

essay on lady in hindi

Diabetes / Exercise / Health Today / Patient Awareness /  

5 Yoga Asanas You Should Know ...

essay on lady in hindi

appendicitis / Health Today / Home Remedies / Surgeries / Wellness /  

Best Home Remedies For Appendi...

By Dr. Shekhar Takale

blueberries benefits

Ayurveda / Cancer / Diabetes / Doctor's Speak / Food & Nutrition / Health Today /  

Blueberries: Uses, Benefits, S...

green apple benefits

Asthma / Ayurveda / Cancer / Diabetes / Food & Nutrition /  

Green Apple: Uses, Benefits, S...

Explore diagnostic tests - price, details at pharmeasy | top cities across india.

essay on lady in hindi

CUET Exam Analysis 2024, May 16: Check Detailed Paper Review, Difficulty Level, and Good Attempts

img src="https://img.jagranjosh.com/images/2024/May/1552024/Add-a-heading-(10).jpg" width="1200" height="675" />

CUET Exam Analysis May 16, 2024: The National Testing Agency is conducting the CUET UG 2024 Exam all across India today i.e., May 16. The exam was conducted in 4 shifts for different papers, viz., Economics, Hindi, Physics, and Mathematics, in pen and paper mode. The CUET exam holds significant importance for students aiming to secure admission to graduate programs in numerous central and state universities nationwide.

CUET UG Question Paper 2024, May 16

CUET UG Answer Key May 16, 2024

In this article, we will discuss the CUET May 16 exam analysis to check out the difficulty level of the exam and good attempts in the examination. Additionally, students can also check below the links to download the CUET UG 2024 question paper and CUET UG 2024 answer key. 

Test your preparation for CUET with this Free Mock Test

CUET Exam Analysis, May 16, 2024

The CUET UG 2024 analysis will encompass evaluations of both the overall difficulty level of the exam as well as its subject-specific challenges. This analysis will draw upon candidates' feedback and insights from leading coaching institutes regarding their responses and perceptions of the exam papers for Economics, Hindi, Physics, and Mathematics.

CUET Exam Analysis May 16, 2024: Subject Wise Difficulty Level

Here, the candidates will get the paper-wise analysis of the CUET 2024 Exam held on May 16, 2024, in all the shifts. The paper review is based on student reactions and expert insights will help the candidates to understand the difficulty level of the papers.

CUET Exam Analysis 2024: Economics

In the Economics examination, a candidate needs to attempt 40 questions out of 50 questions asked in the examination.  Check the table below for the topics and difficulty level that were asked in the CUET Economics examination

CUET Exam Analysis 2024: Hindi

In the Hindi examination, a candidate needs to attempt 40 questions out of 50 questions asked in the examination. Check the table below for the topics and difficulty levels that were asked in the CUET Hindi examination

CUET Exam Analysis 2024: Physics

In the Physics examination, a candidate needs to attempt 40 questions out of 50 questions asked in the examination. Check the table below for the topics and difficulty level that were asked in CUET Physics examination

CUET Exam Analysis 2024: Mathematics

In the Mathematics examination, a candidate needs to attempt 40 questions out of 50 questions asked in the examination. Check the table below for the topics and difficulty level that were asked in CUET Mathematics examination

IMAGES

  1. विभिन्न विषयों से जुडी महत्वपूर्ण जानकारी

    essay on lady in hindi

  2. 200 words essay on my mother in hindi

    essay on lady in hindi

  3. mother-teresa-essay-in-hindi

    essay on lady in hindi

  4. ESSAY ON WOMEN EMPOWERMENT IN HINDI (BY GAJENDRA SINGH)

    essay on lady in hindi

  5. नारी शिक्षा सरल निबंध / Essay on woman education in hindi.

    essay on lady in hindi

  6. essay on my family in hindi with 20 lines

    essay on lady in hindi

VIDEO

  1. Bhojpuri editor va ke fen thar mastarvo va shayari photo editing tranding #suheleditor #shorts

  2. How Many Children Had Lady Macbeth?

  3. your cult bf on Lady Bird

  4. Positive/emotional Lady.. Hindi Audn..salwar suit

  5. Chef lady

  6. Social lady hindi audition

COMMENTS

  1. भारतीय नारी पर निबंध

    भारतीय नारी पर निबंध | Essay on Indian Woman in Hindi! "नारी! तुम केवल श्रद्‌धा हो, विश्वास रजत नग पगतल में । पीयूष स्त्रोत सी बहा करो, जीवन के सुदंर समतल में ।।" - जयशंकर ...

  2. अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर निबंध (Essay on International Women's Day

    अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस 2024 पर यह निबंध (International Women's Day 2024 hindi essay) इस ...

  3. भारत में महिलाओं पर निबंध

    Essay on Women. भारतीय संस्कृति और शास्त्रों में स्त्री को देवी का दर्जा दिया गया है, महिलाओं के लिए संस्कृत में एक श्लोक भी है -

  4. महिला सशक्तीकरण पर निबंध (Women Empowerment Essay)

    महिला सशक्तीकरण पर 100 शब्दों का निबंध (100 Words Essay on Women Empowerment) हम सभी ने "महिला सशक्तीकरण"(mahila sashaktikaran essay) या नारी सशक्तीकरण (nari sashaktikaran par nibandh) के बारे में सुना होगा। "महिला ...

  5. International Women's Day Essay in Hindi

    Essay on Dussehra in Hindi: स्टूडेंट्स के लिए दशहरा पर निबंध 100, 150, 250 और 500 शब्दों में : Essay on Navratri in Hindi : स्टूडेंट्स के लिए 100, 200 और 500 शब्दों में नवरात्रि पर निबंध

  6. महिला सशक्तिकरण पर निबंध (Women Empowerment Essay in Hindi)

    महिला सशक्तिकरण पर छोटे तथा बड़े निबंध (Short and Long Essay on Women Empowerment in Hindi, Mahila Sashaktikaran par Nibandh Hindi mein) निबंध 1 (300 शब्द) - महिलाओं को सशक्त बनाना जरुरी क्यों है

  7. आधुनिक नारी पर निबंध

    Categories Hindi Essay Post navigation. ग्लोबल वार्मिंग निबंध - Global Warming Essay In Hindi. मेरा प्रिय कवि निबंध - My Favourite Poet Essay In Hindi. Recent Posts. Maharashtra Board Class 9 Maths Solutions Chapter 7 Statistics Practice Set 7.5;

  8. निबंध: महिला सशक्तिकरण (Essay on Women Empowerment)

    Essay on Women Empowerment in Hindi! प्रसिद्ध व्यक्तियों के कथन (Quotes of famous personalities) "विकास के लिए महिलाओं के सशक्तिकरण से बेहतर कोई भी उपकरण नहीं है" - कोफ़ी अन्नान ।

  9. महिला सशक्तिकरण पर संक्षिप्त निबंध। Women Empowerment Essay In Hindi

    1. महिला सशक्तिकरण: भीतर की शक्ति को उजागर करना। Women empowerment essay in hindi or mahila sashaktikaran essay in hindi. महिला सशक्तिकरण एक सतत आंदोलन है जो बाधाओं को तोड़ने ...

  10. Essay On Womens Day I अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर निबंध

    चंद्रशेखर आजाद पर रोचक निबंध हिन्दी में : Chandra Shekhar Azad Essay in Hindi ; Essay on Mahatma Gandhi: शांति और अहिंसा के प्रतीक महात्मा गांधी पर निबंध

  11. महिला सशक्तिकरण पर निबंध

    महिला सशक्तिकरण पर निबंध (Women Empowerment Essay in Hindi) - 'महिला सशक्तिकरण' शब्द का ही अर्थ है कि महिलाएं पर्याप्त शक्तिशाली नहीं हैं - उन्हें सशक्त बनाने

  12. महिला सशक्तिकरण पर निबंध

    Essay on Women Empowerment in Hindi is Important for 5,6,7,8,9,10,11 and 12th Class. महिला सशक्तिकरण' के बारे में जानने से पहले हमें ये समझ लेना चाहिए कि हम 'सशक्तिकरण'से क्या समझते है ...

  13. Women Empowerment Essay in Hindi

    Women Empowerment Essay in Hindi : महिला सशक्तिकरण पर छात्र ऐसे लिख सकते हैं निबंध, यहाँ देखें सैंपल। अधिक जानने के लिए क्लिक करें।

  14. महिला शिक्षा पर निबंध (Women Education Essay in Hindi)

    महिला शिक्षा पर निबंध (Women Education Essay in Hindi) By अर्चना सिंह / March 7, 2017. किसी भी देश को पूर्ण रूप से विकसित होने के लिए वहां की महिलाओं का शिक्षित होना ...

  15. 20 Female Freedom Fighters of India in Hindi: भारत की वीरांगनाएँ

    भारत से जुडी सामान्य ज्ञान की यह अद्भुत बातें हर किसी को जाननी चाहियें - India General Knowledge Facts in Hindi. 3. Bhogeswari Phukanani भोगेश्वरी फुकनानी. Female Freedom Fighter 3 ...

  16. भारत में महिलाओं के विरुद्ध हिंसा पर निबंध

    महिलाओं के विरुद्ध हिंसा पर निबंध (Violence against Women in India Essay in Hindi) 21वीं सदी के भारत में तकनीकी प्रगति और महिलाओं के विरुद्ध हिंसा दोनों ही साथ-साथ ...

  17. नारी सशक्तिकरण पर निबंध भाषण Women Empowerment Speech Essay 2023

    Essay Speech On Women Empowerment 2023: महिलाओं के जीवन में बदलाव लाने की प्रक्रिया लंबे समय से चल रही है। आज की तैयारी ही भविष्य की बेहतरी की बुनियाद बनती है। दरअसल, महिलाओं की ...

  18. Women Empowerment Speech in Hindi: महिला ...

    Source: Prime talks by Weva. ये भी पढ़ें : रंजीत रामचंद्रन की संघर्ष की कहानी Women Empowerment Speech in Hindi 200 शब्दों में. Women Empowerment Speech in Hindi मुख्य रूप से महिलाओं को स्वतंत्र बनाने की प्रथा को ...

  19. कामकाजी महिलाओं पर निबंध Essay on Problems of Working Women in Hindi

    कामकाजी महिलाओं पर निबंध | Essay on Problems of Working Women in India in Hindi. May 29, 2023 Kanaram siyol HINDI NIBANDH. In this article, we are providing information about Essay on Problems of Working Women in India in Hindi. कामकाजी महिलाओं पर निबंध Essay on ...

  20. हिंदी निबंध (Hindi Nibandh / Essay in Hindi)

    हिंदी में निबंध (Essay in Hindi) - छात्र जीवन में विभिन्न विषयों पर हिंदी निबंध (essay in hindi) लिखने की आवश्यकता होती है। हिंदी निबंध लेखन (essay writing in hindi) के कई फायदे हैं। हिंदी ...

  21. Hindi Essay (Hindi Nibandh)

    भारत का उज्जवल भविष्य पर निबंध - (Freedom Is Our Birthright Essay); सारे जहाँ से अच्छा हिंदुस्तान हमारा निबंध इन हिंदी - (Sare Jahan Se Achha Hindustan Hamara Essay); डिजिटल इंडिया पर निबंध (Essay on Digital India)

  22. Indian Women Freedom Fighter in Hindi: जानिए भारत की उन वीरांगनाओं के

    टॉप 10 Indian Women Freedom Fighter. आज़ादी के लिए कई वीर-वीरांगनाओं ने अपने प्राणों को मातृभूमि के लिए समर्पित किया, Indian Women Freedom Fighter in Hindi के माध्यम से आपको भारत की उन वीरांगनाओं ...

  23. भिंडी (Lady Finger in Hindi): उपयोग, लाभ और न्यूट्रिशनल वैल्यू

    भिंडी (लेडी फिंगर) में विटामिन ' के ', फोलेट और आयरन पाए जाते हैं। इन्हें प्राकृतिक पोषक तत्व माना जाता है जो एनीमिया के प्रबंधन में ...

  24. India marital rape: Woman accuses husband of 'unnatural sex' but judge

    According to the Madhya Pradesh High Court order, the woman told police her husband came to her house in 2019, soon after they were married, and committed "unnatural sex," under Section 377 of ...

  25. CUET Exam Analysis 2024, May 16: Check Detailed Paper Review ...

    The exam was conducted in 4 shifts for different papers, viz., Economics, Hindi, Physics, and Mathematics, in pen and paper mode. The CUET exam holds significant importance for students aiming to ...

  26. CUET Exam Analysis 2024 (May 16)

    CUET UG 2024 Exam Analysis: NTA will conduct Day 2 of the CUET UG exam today, May 16, 2024. The exam will be conducted in the pen and paper mode for Economics, Hindi, Physics and Mathematics papers. The National Testing Agency has allocated four shifts for the CUET UG 2024 exam, one for each paper.The analysis for each paper will be updated in this article after the completion of the ...