15 august essay in hindi for class 7

“15 अगस्त” स्वतंत्रता दिवस पर निबंध

15 August – Independence Day essay in Hindi

15 August  – 15 अगस्त हमारे देश के इतिहास में एक महत्वपूर्ण दिन है हम सबकों पता हैं भारत ने 15 अगस्त, 1947 को ब्रिटिश साम्राज्य से स्वतंत्रता हासिल की। जिसे हम स्वतंत्रता दिवस –  Independence Day  के रूप में हर साल  15 अगस्त  को मनाते जाता है इसलिए, यह दिन भारत के नागरिकों के लिए बहुत महत्वपूर्ण है।

स्वतंत्रता दिवस, भारत का प्रमुख राष्ट्रीय पर्व है, जो कि हर भारतीय के लिए बेहद महत्वपूर्ण और खास दिन है। इसी दिन हमारा भारत देश, क्रूर ब्रिटिश शासकों के चंगुल से सालों बाद आजाद हुआ था। वहीं भारत को आजादी दिलवाने के लिए भारत माता के कई महान वीर सपूत और स्वतंत्रता सेनानियों कई सालों तक लड़ाई लड़ी और कठिन संघर्ष किया।

आजादी की इस लड़ाई में भारत के इन शहीदों ने न सिर्फ अपना पूरा जीवन  कुर्बान कर दिया बल्कि कई वीरों ने अपने प्राणों तक की आहुति दे दी। इन वीर जवानों के आत्मसमर्पण, त्याग और बलिदान की वजह से ही आज हम सभी भारतीय आजाद भारत में चैन की सांस ले पा रहे हैं।

वहीं स्वतंत्रता दिवस के दिन इन सभी वीर जवानों को याद करने के लिए और इनके प्रति अपने कृतज्ञता प्रकट करने के साथ-साथ आज की युवा पीढ़ी के अंदर भारत के वीर जवानों के लिए सम्मान का भाव पैदा करने एवं आजादी के महत्व को समझाने के लिए कई स्कूलों में विद्यार्थियों को स्वतंत्रता दिवस / 15 अगस्त पर निबंध ( Independence Day Essay ) लिखने के लिए भी कहा जाता है, इसलिए आज हम आपको अपने इस लेख में अलग-अलग शब्द सीमा पर निबंध उपलब्ध करवा रहे हैं, जिनका इस्तेमाल आप अपनी जरूरत के मुताबिक कर सकते हैं –

Independence Day essay

“15 अगस्त” स्वतंत्रता दिवस पर निबंध – 15 August Independence Day essay in Hindi

स्वतंत्रता दिवस 15 अगस्त को सभी भारतीय स्वतंत्रता दिवस समारोह का जश्न मनाते हैं। हमारा देश, भारत, एक गौरवशाली इतिहास के साथ एक प्राचीन भूमि है। हमारी समृद्ध परंपरा और विभिन्नताओं ने भारत को एक प्रतिष्ठित भूमि बनाया।

बहुत कठिन संघर्ष के बाद भारत को आजादी मिली। 15 अगस्त, 1947 को, हमारे पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू ने पहली बार लाल किले में राष्ट्रीय ध्वज फहराया। यहाँ सभी जाति, धर्म और पंथ के लोग इस दिन को बड़े आनन्द के साथ मनाते हैं।

स्वतंत्रता दिवस पूरे भारत में बहुत खुशी के साथ मनाया जाता है। लोग बैठकें आयोजित करते हैं। तिरंगा फहराते हैं और राष्ट्रगान (जन गण मन) गाया जाता हैं।

भारत की राजधानी दिल्ली में लोग लाल किले के सामने परेड ग्राउंड में बड़ी संख्या में इकट्ठा होते हैं। विदेशी राजदूत और गणमान्य व्यक्ति भी समारोह में हिस्सा लेते हैं। भारत के प्रधानमंत्री ने राष्ट्रीय ध्वज फहराते हैं। 21 बंदूकों की सलामी दी जाती है।

देश की आजादी के लिए जीन स्वतंत्रता सेनानी और भारत के शहीद जवानों ने अपने जीवन का त्याग किया उन्हें श्रद्धांजलि दी जाती है। प्रधानमंत्री के भाषण के बाद, यह कार्य हमारे राष्ट्रीय गान के साथ समाप्त हो जाता हैं।

हर साल हम स्वतंत्रता दिवस की स्वतंत्रता की भावना और श्रद्धा और बलिदान के लिए श्रद्धांजलि के रूप में मनाते हैं।

भारत के स्वतंत्रता दिवस पर, हम सभी महान व्यक्तियों को स्मरण करते हैं जिन्होंने भारत की स्वतंत्रता में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। स्कूल और कॉलेजों में भी स्वतंत्रता दिवस समारोह का आयोजन किया जाता हैं। जहां अध्यापकों और छात्रों द्वारा कई गतिविधियां की जाती हैं।

भारत का स्वतंत्रता दिवस न केवल उत्सव का एक दिन है, यह स्मरण और पूजा का दिन है। हमारे अस्तित्व का, हमारे शहीदों को याद करने का दिन हैं जिन्होंने देश की सेवा में अपना जीवन त्याग दिया। हम सशस्त्र बल के कर्मियों को अपनी आभारी कृतज्ञता देते हैं, जो हमें अपनी खुशी, भलाई और सुरक्षा की कीमत पर गार्ड करते हैं।इस तरह हम स्वतंत्रता दिवस मनाते हैं।

हम दिल से यही दुआ करते हैं की हमारा यह देश ऐसे ही शान से फलता फूलता रहे।

।।“जय हिन्द वंदेमातरम्” ।।

स्वतंत्रता दिवस पर निबंध – Essay On Independence Day in Hindi

प्रस्तावना –

कई सालों तक अंग्रेजों की गुलामी करने और अत्याचारों को सहने के बाद हमारा भारत देश 15 अगस्त, सन् 1947 में ब्रिटिश राज से आजाद हुआ था।

इसलिए इस दिन को भारत में हर साल स्वतंत्रता दिवस के रुप में मनाते हैं और देश के उन वीर सपूतों को याद करते हैं जिन्होंने भारत देश को आजादी दिलवाने के लिए तमाम लड़ाईयां लड़ी और अपना पूरा जीवन कुर्बान कर दिया एवं प्राणों की बाजी लगा दी।

“शहीदों की चिताओं पर लगेंगे हर बरस मेले वतन पे मर मिटनेवालों का बाकी यही निशाँ होगा वीरों के बलिदान को याद करने का दिन”

ब्रिटिश शासकों ने कई सालों तक भारत की जनता पर अमानवीय अत्याचार किए और जुल्म ढाए थे, जिससे भारत की जनता त्रस्त हो गई थी। जिसे देखते हुए भारत के सच्चे वीर सपूत महात्मा गांधी, सुभाषचंद्र बोस, भगत सिंह, चंद्र शेखऱ आजाद, सरदार बल्लभ भाई पटेल , बाल गंगाधर तिलक, तात्या टोपे समेत भारत के कई स्वतंत्रता सेनानियों ने अंग्रेजों के अत्याचारों के खिलाफ न सिर्फ अपनी आवाज उठाई बल्कि अंग्रेजों को भारत से बाहर खदेड़ने और देश को उनके जुल्मों से मुक्त करवाने का दृढ़संकल्प लिया।

भारत को ब्रिटिश राज से आजादी दिलवाने के लिए वीर सपूतों ने अपने क्रांतिकारी विचारों और भाषणों से सभी भारतीयों के मन में आजादी पाने की अलख जगाई और अंग्रेजों के प्रति रोष भरा साथ ही इसके लिए कई सालों तक लड़ाई लड़ी और अपने प्राणों की आहुति तक दे दी।

भारत के महान स्वतंत्रता सेनानी महात्मा गांधी जी ने  सत्य और अहिंसा को अपना सशक्त हथियार बनाकर अंग्रेजों के खिलाफ भारत छोड़ों आंदोलन , नमक सत्याग्रह आंदोलन, दांडी मार्च, सविनय अवज्ञा आंदोलन , खिलाफत आंदोलन , चंपारण और खेड़ा सत्याग्रह समेत कई आंदोलन चलाकर न सिर्फ अंग्रेजों को भारतीयों की अदम्य शक्ति का एहसास दिलवाया बल्कि उन्हें भारत छोड़ने के लिए भी विवश कर भारत की आजादी की लड़ाई में अपना महत्वपूर्ण योगदान दिया।

वहीं दूसरी तरफ सुभाषचंद्र बोस , भगत सिंह , चन्द्रशेखर आजाद जैसे वीर सपूतों ने अंग्रेजों के खिलाफ कई क्रांतिकारी कदम उठाने का साहस कर अंग्रेजों की नाक पर दम कर अंग्रेजों को भारत से बाहर जाने के लिए मजबूर कर दिया और क्रांति की ज्वाला फैलाकर अपने प्राणों की आहुति दी।

इसके अलावा समय-समय पर तात्या टोपे , मंगल पांडे , रानी लक्ष्मी बाई समेत देश के कई वीर योद्धा अंग्रेजों के खिलाफ संघर्ष करते रहे।

इस दौरान भारत माता के कई स्वतंत्रता सेनानियों को न सिर्फ अंग्रेजों के अत्याचारों और विरोध का सामना करना पड़ा था, जेल की यातनाएं सहनी पड़ी थीं बल्कि अपनी जान तक गंवानी पड़ी थी।

भारत के ये वीर सपूत देश को आजादी दिलवाने के लिए देश के सभी जाति धर्म, संप्रदायों के लोगों को एकजुट कर अंग्रेजों के खिलाफ अपनी आखिरी सांस तक वीरता के साथ लड़ाई करते रहे।

इस तरह इन वीर सपूतों के त्याग, बलिदान और आत्मसमर्पण के चलते 15 अगस्त, 1947 को हमारा भारत देश अंग्रेजों से आजाद हुआ। इसलिए हर साल भारत में हम इस दिन को स्वतंत्रतता दिवस के रुप में मनाते हैं।

15 अगस्त के दिन देशभक्ति से ओतप्रोत होता है वातावरण :

15 अगस्त के दिन हर भारतीय आजादी के जश्न में डूबा रहता है। इसे हर भारतीय बेहद खुशी और उत्साह के साथ मनाता है। इस खास दिन को लेकर कई दिन पहले से ही तैयारियों शुरु होने लगती है।

इस मौके पर स्कूल, कॉलेज समेत सरकारी और निजी संस्थानों में हर जगह ध्वजारोहण होता है और कई रंगारंग और सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है। इस दौरान भाषण प्रतियोगिता, निबंध लेखन प्रतियोगिता आदि का भी आयोजन होता है।

वहीं आजादी के इस पर्व के मौके पर हर साल  भारत के प्रधानमंत्री द्धारा दिल्ली के लाल किले पर झंडा फहराया जाता है और यहां भारतीय सेना की विशाल परेड का आय़ोजन किया जाता है एवं अलग-अलग राज्यों की सुंदर झांकियां प्रदर्शित की जाती है और राष्ट्रगान की धुन के साथ यहां पूरा वातावरण देशभक्ति से सराबोर हो उठता है।

इस दिन देश के हर कोने में आजादी का जश्न मनाया जाता है और इस दिन देश के लिए मर-मिटने वाले शहीदों को भावपूर्ण श्रद्धांजलि अर्पित की जाती है।

भारत में स्वतंत्रता दिवस का हर भारतीय के लिए विशेष महत्व है। इस दिन देश के उन शूर्यवानों की वीरगाथा सुनाई जाती है और उनके प्रति सम्मान और कृतज्ञता प्रकट की जाती है, जिनकी बदौलत आज हम स्वतंत्र भारत में चैन की सांस ले पा रहे हैं। वहीं हम सब भारतीयों को इस दिन हमारी स्वतंत्रता की रक्षा करने का  संकल्प लेना चाहिए।

इसके साथ ही अपने भारत देश को कालाबाजारी, भ्रष्टाचार, जमाखोरी, रिश्वतखोरी आदि से भी आजाद करवाने के लिए शपथ लेना चाहिए और भारत देश की एकता और अखंडता को बनाए रखने की प्रतिज्ञा लेनी चाहिए ताकि हमारा देश निरंतर प्रगति के पथ पर आगे बढ़ सके और पूरी दुनिया के लिए एक आदर्श देश बन सके।

स्वतंत्रता दिवस पर निबंध – Swatantrata Diwas Essay in Hindi

15 अगस्त का दिन हर भारतीय के लिए बेहद खास दिन है, जिसे सभी जाति, धर्म, पंथ, लिंग समुदायआदि के लोग मिलजुल कर बड़े ही धूमधाम और उल्लास के साथ मनाते हैं।

इसी दिन सन् 1947 में कई सालों के बाद ब्रिटिश राज से आजादी मिली थी। इस मौके पर हम देश के लिए मर-मिटने वाले देश के उन वीर सपूतों को याद करते हैं और उनकी वीरगाथा का गुणगान करते हैं और उन्हें श्रद्धापूर्वक श्रंद्दाजली अर्पित करते हैं।

15 अगस्त पर लाल किले पर झंडा रोहण की शुरुआत :

देश के पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरू ने  14 अगस्त, 1947, की रात में अपने ऐतिहासिक भाषण ”ट्रिस्ट विद डेस्टिनी” के साथ देश को ब्रिटिश शासन से आजादी मिलने की घोषणा की थी।

और दिल्ली के लाल किले पर झंडा फहराया था, तभी  से हर स्वतंत्रता दिवस पर देश के प्रधानमंत्री द्धारा लाल किले पर झंडा फहराया जाता है और इस मौके पर कई कार्यक्रमों का भी आयोजन किया जाता है।

स्वतंत्रता दिवस का महत्व – Importance of Independence Day

भारत में स्वतंत्रता दिवस का हर भारतीय के लिए बेहद खास महत्व है। इस राष्ट्रीय पर्व का हर भारतीय को बेसब्री से इंतजार रहता है। सभी लोग मिलजुल कर इस पर्व को हर्षोल्लास और धूमधाम के साथ मनाते हैं।

स्वतंत्रता दिवस के इस पर्व के दिन देश के लिए कुर्बानी देने वाले वीर जवानों को याद किया जाता है एवं देश के लिए अपनी जान गंवाने वाले शहीदों को भावपूर्व श्रद्दांजली अर्पित करते हैं।

स्वतंत्रता दिवस के मौके पर आज की युवा पीढ़ी को स्वतंत्रता के महत्व को बताया जाता है साथ ही वीर सपूतों के त्याग और बलिदान की शौर्यगाथा भी सुनाई जाती है, ताकि उनके मन में राष्ट्र के प्रति प्रेम और अपने स्वतंत्रता सेनानियों के लिए सम्मान की भावना जागृत हो सके।

स्वतंत्रता दिवस, हम सभी भारतीयों के लिए बेहद खास इसलिए भी है क्योंकि इस पर्व  के बहाने हम सभी को एक साथ मिलजुल कर रहने और अपनी स्वतंत्रता के महत्व को समझने में मद्द मिलती है।

यह राष्ट्रीय उत्सव देश की आजादी के लिए लड़ी गईं लड़ाईयों और इसके संघर्ष के इतिहास को जिंदा रखता है एवं इसके सही मूल्यों को लोगों को समझाता है। इस मौके पर कई तरह के रंगारंग कार्यक्रम होते हैं साथ ही कई इलाकों में आसमान में लोग रंग बिरंगी पतंगे उड़ाकर आजादी का जश्न मनाते हैं।

शहीदों को किया जाता है नमन :

भारत को ब्रिटिश शासन से आजादी दिलवाने के लिए हमारे देश के कई वीर जवानों में अपना लहु बहाया था और अपने प्राणों की आहुति दी थी। तब जाकर कई सालों के बाद हमारा भारत देश अंग्रेजों के चंगुल से 15 अगस्त, 1947 को आजाद हो सका था।

वहीं इस दिन देश के लिए मर-मिटने वाले उन शहीदों को याद कर आज हर भारतीय की आंखें नम हो जाती हैं।इसलिए सभी भारतीय इस पर्व के दिन शहीदों को सच्चे मन से याद कर उन्हें श्रद्धांजली अर्पित करते हैं।

स्वतंत्रता दिवस पर सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन :

राष्ट्रीयता के इस पर्व 15 अगस्त के मौके पर दिल्ली के लाल किले में भारत के प्रधानमंत्री द्धारा झंडा फहराया जाता है। इस मौके पर देश के प्रधानमंत्री लाल किले से हर साल देश की जनता को संबोधित करते हैं और देश की एकता और अखंडता को बनाए रखने एवं देश को प्रगति के पथ पर आगे बढ़ाने के लिए शपथ लेते हैं।

इस मौके पर भारत की जल, थल और वायु सेना अपनी ताकत और शक्ति का प्रदर्शन करते हैं। इसके साथ ही इस पर्व के मौके पर भारत के तिरंगा झंडा को 21 तोपों की सालमी दी जाती है और हेलीकॉप्टर के साथ फूल बरसा कर तिरंगा का सम्मान किया जाता है।   आजादी के इस पर्व के मौके पर लाल किले पर कई सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है।

जिसमें बड़ी संख्या में लोग शिरकत करते हैं। इस मौके पर देश के सभी राज्य अपनी-अपनी लोकसंस्कृति, सभ्यता और परंपरा को खूबसूरत झांकियों के द्धारा प्रर्दशित करते हैं। वहीं इस दौरान भारत के प्रधानमंत्री, राष्ट्रपति समेत देश के सर्वोच्च पदों पर बैठे सभी राजनेता देश के वीर सपूतों के बलिदान को याद करते हैं और उन्हें श्रद्धासुमन अर्पित करते हैं। इस दिन पूरा वातावरण देशभक्ति से ओतप्रोत होता है।

इसके अलावा स्वतंत्रता दिवस के दिन भारत सरकार ने राष्ट्रीय अवकाश भी घोषित किया गया है। इस दिन स्कूल, कॉलेज समेत तमाम शिक्षण संस्थान और सरकारी कार्यालय बंद रहते हैं।

राष्ट्रीयता के इस पर्व को सभी भारतवासी अपने-अपने तरीके से मनाते हैं। इस दिन हर कोई देशभक्ति में डूबा रहता है।

वहीं इस मौके पर स्कूल-कॉलेजों और सरकारी दफ्तरों, राजनीतिक कार्यालय  में तिरंगा झंडा फहराया जाता है और  देशभक्ति से जुड़े कई सांस्कृतिक और रंगारंग कार्यक्रम, नुक्कड़ नाटक, निबंध लेखन, भाषण प्रतियोगिताओं का भी आयोजन होता है।

इसके साथ ही इस दिन  देश के लिए मर मिटने वाले भारत के महान क्रांतिकारियों और वीर सपूतों को याद किया जाता है और उन्हें सच्चे मन से श्रद्दासुमन अर्पित किए जाते हैं।

इसके अलावा इस दिन टेलीविजन पर भी देशभक्ति पर बनी कई फिल्में और कार्यक्रम प्रसारित किए जाते हैं, जिसे देखकर लोग आजादी का जश्न मनाते हैं।

स्वतंत्रता दिवस के इस राष्ट्रीय पर्व पर सभी भारतवासी मिलकर आजादी का जश्न मनाते हैं और अपने देश की एकता और अखंडता  को बनाए रखने एवं देश को प्रगति के पथ पर आगे बढ़ाने के संकल्प लेते हैं।

“आजाद भारत के लाल हैं हम आज शहीदों को सलाम करते हैं युवा देश की शान हैं हम अखंड भारत का संकल्प करते हैं।।”

अगले पेज पर और भी …

3 thoughts on ““15 अगस्त” स्वतंत्रता दिवस पर निबंध”

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This Article is Very helpful for all people and who write an Essay such as children. Thank you very much.

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really helpfull article …write more plzz

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very nice it helped me in my essay writing

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स्वतंत्रता दिवस | 15 अगस्त पर निबंध हिंदी में- Independence Day Essay in Hindi

दोस्तों इस आर्टिकल में हम आपके लिए Independence Day Essay in Hindi ( Swatantrata Diwas | 15 August par nibandh ) शेयर कर रहे है, हमने 100 words, 200 words, 250 words, 300 words, 500 words 800 words ke essay लिखे है जो की class 1,2,3,4,5,6,7,8,9,10,11,12 ke students | Vidyarthi ke liye upyogi hai.

In this article, we are providing information about Independence in Hindi | 5 well written essay on Independence in Hindi Language. स्वतंत्रता दिवस पर पूरी जानकारी जैसे की पृष्ठभूमि, इतिहास, महत्व-विशेषता, राष्ट्रीय पर्व का दिन, महत्व, अदि के बारे बताया गया है। 

स्वतंत्रता दिवस पर निबंध हिंदी में| Independence Day Essay in Hindi

Republic Day Essay in Hindi 10 Lines

1. स्वतंत्रता दिवस हमारा महान् राष्ट्रीय पर्व है।

2. सन् 1947 की पन्द्रह अगस्त को ही सर्वप्रथम हमें स्वतंत्रता प्राप्त हुई थी।

3. इस दिन लोग शहीदों के बलिदान को याद करते है।

4. स्वतंत्रता दिवस पर्व प्रति वर्ष पन्द्रह अगस्त को समस्त भारत में अति उत्साह और हर्ष के वातावरण में मनाया जाता है।

5. इस दिन प्रातः काल से ही हर नगर, ” हर कस्बे और गाँव में प्रभात फेरियों का आयोजन होता है।

6. इस दिन भारत की राजधानी दिल्ली में विशेष आयोजन होता है।

7. विद्यालयों, सरकारी-गैरसरकारी भवनों कल-कारखानों, चौराहों, मैदानों आदि पर तिरंगे झंडे फहराए जाते हैं।

8. इस दिन भारत के प्रधानमंत्री लाल किले पर राष्ट्रीय ध्वज फहराते हैं और भारतवासियों के नाम संदेश प्रसारित करते हैं।

9. पन्द्रह अगस्त भारत वर्ष के इतिहास का सबसे उज्जवल पवित्र और महत्वपूर्ण दिवस है।

10. यह दिवस हमें स्वतंत्रता की महिमा का संदेश देता है।

Read Also- 10 lines on Independence Day in Hindi

Short Independence Day Essay in Hindi ( 150 words )

15 अगस्त भारत का स्वतंत्रता दिवस है। पहले हमारा देश गुलाम था। हमारे देश पर अंग्रेजों का शासन था। अंग्रेजी सरकार भारत के लोगों पर अत्याचार करती थी।

भारतवासी अंग्रेजों के साथ लड़े। बहुत से लोगों ने इस लड़ाई में अपने प्राणों का बलिदान किया। अन्त में 15 अगस्त 1947 को भारत आजाद हुआ। तब से इस दिन को राष्ट्रीय पर्व के रुप में मनाते हैं। पर इस दिन पाठशालाओं में खुशी का माहौल रहता है। सबसे पहले झण्डा फहराया जाता है। राष्ट्रगान गाया जाता है। इसके बाद बच्चे अनेक मनोरंजक कार्यक्रम करते हैं। बच्चों में मिठाईयाँ बाँटी जाती हैं।

राजधानी दिल्ली में देश के प्रधानमंत्री लाल किले पर झण्डा फहराते हैं । वे देश की जनता के सामने भाषण देते हैं।

15 अगस्त को पूरा देश खुशी के साथ मनाता है । इस दिन हम उन लोगों को याद करते हैं जिन्होंने आजादी की लड़ाई में बलिदान दिया ।

स्वतंत्रता दिवस |15 अगस्त पर निबंध | 15 August Essay in Hindi ( 300 to 350 words )

स्वाधीनता की इच्छा प्राणिमात्र में रहती है। एक पक्षी भी बन्दी जीवन की अपेक्षा स्वतंत्र जीवन पसन्द करता है, तो मनुष्य का तो कहना ही क्या ? दुर्भाग्य से कुछ शताब्दियों पूर्व भारतीयों को पराधीन होना पड़ा। किन्तु ‘पराधीन सपनेहुं सुख नाहीं’ के अनुसार देश स्वाधीनता के लिए छटपटाने लगा। देशभक्त बुद्धिमानों ने स्वतंत्रता के लिए संघर्ष आरम्भ किया।

देश को स्वाधीन देखने की इच्छा से अनेक वीर हँसते-हँसते फाँसी के तख्ते पर चढ़ गए; अनेकों ने छाती पर अंग्रेजों की गोलियों को सहन किया और हजारों लोग—स्त्री और पुरुष, बालक, युवक और वृद्ध—कारावास के कष्टों को झेलते रहे। अनेक ज्ञात-अज्ञात वीरों ने इस स्वतंत्रता यज्ञ में अपने प्राणों की आहुति दी। तक जाकर हमें स्वतंत्रता के पुण्य प्रभात के दर्शन हुए।

स्वतंत्रता दिवस हमारा महान् राष्ट्रीय पर्व है। यह पर्व प्रति वर्ष पन्द्रह अगस्त को समस्त भारत में अति उत्साह और हर्ष के वातावरण में मनाया जाता है। यही वह पवित्र दिवस है, जब शताब्दियों की पराधीनता के अनन्तर भारत स्वाधीन हुआ था। सन् 1947 की पन्द्रह अगस्त को ही सर्वप्रथम हमें स्वतंत्रता प्राप्त हुई थी।

स्वतंत्रता दिवस का यह उत्सव यद्यपि भारत के नगर-नगर ग्राम-ग्राम में आनन्द और उमंग से मनाया जाता है, पर भारत की राजधानी दिल्ली में इस उत्सव की विशेष चहल-पहल होती है। इस उत्सव का प्रमुख स्थल होता है- लाल किले का मैदान इस मैदान में दिल्ली की जनता उत्सव देखने के लिए उमड़ पड़ती है। इस अवसर पर देश के प्रधानमन्त्री राष्ट्रीय ध्वज लहराते हैं, इकत्तीस तोपों से ध्वज को प्रणाम किया जाता है, और तद् पश्चात् जल, स्थल तथा वायु सेनाओं की टुकडियाँ ध्वज को प्रणाम करती हैं। तदनन्तर प्रधानमन्त्री देशवासियों को स्वतंत्रता दिवस को सन्देश देते हैं। इसके पश्चात् राष्ट्र गान होता है। राष्ट्रगान के अनन्तर यह कार्यक्रम समाप्त हो जाता है। रात्रि में सरकारी भवनों पर प्रकाश भी किया जाता है।

वास्तव में यह भारत के गौरव और सौभाग्य का पर्व है, जो हमारे हृदयों में नवीन आशा, नवीन स्फूर्ति, उत्साह और देश भक्ति का संचार करता है। यह उत्सव हमें स्मरण कराता है कि स्वाधीनता को पाना जितना कठिन है, उसे सुरक्षित रखना उससे भी अधिक कठिन है। अतः सभी भारतवासियों को सब प्रकार के भेद-भाव भुलाकर राष्ट्र की उन्नति के लिए तत्पर रहना चाहिए।

Swatantrata Diwas Essay in Hindi

Hindi Independence day essay lines

Long Essay on Independence Day in Hindi with headings ( 800 words )

भूमिका

बालधर गंगाधर तिलक ने कहा था- “स्वतंत्रता हमारा जन्म सिद्ध अधिकार है। इस मंत्र का अनुकरण करके भारतीयों ने स्वतंत्रता के लिए संघर्ष बलिदान और त्याग किया। 15 अगस्त 1947 को हमारा देश शताब्दियों की गुलामी के बाद आजाद हुआ। इसलिए भारतीयों के लिए पन्द्रह अगस्त का दिन बहुत महत्वपूर्ण है। हिन्दू, मुसलमान, ईसाई, बौद्ध, जैन, सिक्ख सभी धर्मावलम्बी साथ मिलजुल कर इस पर्व को उल्लास और उमंग के साथ मनाते हैं। यह दिवस भारतीयों के त्याग, बलिदान, शौर्य का पवित्र दिन है। यह भारतीय इतिहास का एक स्वर्णिम दिन है।

पृष्ठभूमि

मुगल शासन के अन्तिम दौर में भारत में अनेक यूरोपीय जातियाँ व्यापार करने के लिए आई। कालान्तर में वे भारत पर शासन करने की चेष्टा में लग गई। काफी संघर्ष के बाद अन्ततः अंग्रेजों ने भारत पर अधिकार कर लिया। कुछ समय बाद भारतीयों में स्वतंत्रता की चेतना जागृत हुई। परिणाम स्वरूप सन् 1857 में भारत में प्रथम स्वतंत्रता संग्राम छिड़ा। दुर्भाग्यवश यह प्रथम स्वतंत्रता संग्राम असफल रहा, किन्तु भारतीय जनता में स्वतंत्रता की चेतना बढ़ती गई। सन् 1885 में राष्ट्रीय कांग्रेस के नेतृत्व में आजादी की लड़ाई प्रारम्भ हुई। लम्बे दौर तक यह लड़ाई चलती रही। स्वतंत्रता के लिए अनेक लोगों ने अपना बलिदान दिया, जेल यात्राएँ कीं। क्रांतिकारी और अहिंसक दोनों प्रकार के स्वतंत्रता आन्दोलन होते रहे। महात्मा गाँधी के नेतृत्व में सत्य, अहिंसा और त्याग का सहारा लेकर स्वतंत्रता संग्राम छिड़ा। जिसके फलस्वरूप 15 अगस्त सन् 1947 को भारत स्वतंत्र हुआ और लाल किले पर राष्ट्रीय झंडा फहराया गया।

महत्व

15 अगस्त भारत का स्वतंत्रता दिवस है। यह एक ऐतिहासिक दिन है। इसी दिन भारत शताब्दियों की गुलामी से आजाद हुआ। भारत माँ के पैरों में पड़ी बेड़ियाँ टूटकर बिखर गई। विदेशी शासन का अन्त हुआ। भारत ने स्वतंत्रता के वातावरण में साँस ली। शताब्दियों से चले आने वाले शोषण, अत्याचार और उत्पीड़न का अंत हुआ। इस स्वतंत्रता के लिए अनेक वीरों ने अपने प्राण न्योछावर किए। अनेक राष्ट्रभक्तों ने न जाने कितनी यातनाएँ सहीं। इस दिन हम शहीदों और देश भक्तों को श्रद्धापूर्वक याद करते हैं जिनके बलिदान और त्याग से हमें यह स्वतंत्रता प्राप्त हुई। इस पवित्र दिन को हम शपथ लेते हैं कि हम इस स्वतंत्रता की रक्षा प्राण पण से करेंगे। हम किसी भी मूल्य पर स्वतंत्रता को हाथ से जाने नहीं देंगे। स्वतंत्रता से अधिक मूल्यवान हमारे जीवन में और कोई वस्तु नहीं है। हर कीमत पर इसकी रक्षा करना हर भारतीय का पावन कर्त्तव्य है। स्वतंत्रता दिवस हमारी सबसे अमूल्य धरोहर है।

त्यौहार का दिन

जिस दिन हमारा देश स्वतंत्र हुआ उस दिन से हम प्रतिवर्ष 15 अगस्त को राष्ट्रीय पर्व के रूप में मनाते हैं। इस दिन प्रातः काल से ही हर नगर, ” हर कस्बे और गाँव में प्रभात फेरियों का आयोजन होता है। बच्चे, जवान, बूढ़े, स्त्री-पुरुष सभी अपने हाथों में राष्ट्रीय पताका लेकर स्वतंत्रता के गीत गाते हैं। सारे वातावरण में ‘वन्देमातरम् और जनगण मन अधिनायक’ की ध्वनियाँ गूंजने लगती हैं। विद्यालयों, सरकारी-गैरसरकारी भवनों कल-कारखानों, चौराहों, मैदानों आदि पर तिरंगे झंडे फहराए जाते हैं। जगह-जगह उत्सव मनाए जाते हैं। तरह-तरह के राजनीतिक और सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं। शहीदों को श्रद्धांजलियाँ अर्पित की जाती हैं। चारों ओर उल्लास और उमंग का वातावरण दिखाई पड़ता है। इस दिन भारत की राजधानी दिल्ली में विशेष आयोजन होता है। इस दिन भारत के प्रधानमंत्री लाल किले पर राष्ट्रीय ध्वज फहराते हैं और भारतवासियों के नाम संदेश प्रसारित करते हैं।

उपसंहार

पन्द्रह अगस्त भारत वर्ष के इतिहास का सबसे उज्जवल पवित्र और महत्वपूर्ण दिवस है। इस दिवस की स्मृति युगों-युगों तक भारतीयों में त्याग, तप, बलिदान की प्रेरणा देती रहेगी। यह दिवस हमें स्वतंत्रता की महिमा का संदेश देता है। स्वतंत्रता के बाद हमारा देश नवनिर्माण के पथ पर अग्रसर हो रहा है। आज वह अनेक वों में उन्नति कर रहा है। हमारी स्वतंत्रता तभी पूरी होगी जब हम आर्थिक रूप से सम्पन्न होंगे। इस दिशा में हमें प्राणपण से चेष्टा करनी चाहिए।

ध्यान दें – प्रिय दर्शकों Independence Day Essay in Hindi article आपको अच्छा लगा तो जरूर शेयर करे ।

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स्वतंत्रता दिवस पर निबंध (Essay On Independence Day In Hindi)- हर साल हम 15 अगस्त का दिन अंग्रेज़ी हुकूमत से आज़ादी मिलने की खुशी में बड़े ही हर्षोल्लास से साथ मनाते हैं। हमें 15 अगस्त सन् 1947 को आज़ादी तो मिल गई लेकिन हम उस आज़ादी का अब तक किस तरह से इस्तेमाल करते हुए आये हैं, ये सोचने वाली बात है। स्वतंत्र भारत का नागरिक होने के नाते हमारा सबसे पहला कर्तव्य है भारत की स्वतंत्रता की रक्षा करते हुए आगे बढ़ना। आज हम सब आज़ाद है लेकिन उसका ये मतलब बिल्कुल भी नहीं है कि हम आज़ादी के नाम पर जो चाहे वो करें। आज़ादी की भी अपनी कुछ सीमा और मर्यादा होती है, जिसका हमें पालन करना चाहिए।

स्वतंत्रता दिवस का जश्न मनाने के साथ-साथ अगर हम स्वतंत्रता के सही अर्थ को भी समझ लें, तो हम एक ऐसे राष्ट्र का निर्माण कर सकते हैं, जिससे हमारी आने वाली पीढ़ी हम पर और हमारे देश पर गर्व महसूस करे। अगर आप 15 अगस्त स्वतंत्रता दिवस के बारे में अधिक जानना चाहते हैं, तो इस पेज पर दिए गए 15 अगस्त पर निबंध हिंदी में को पूरा पढ़ें। स्वतंत्रता दिवस पर निबंध हिंदी में का प्रयोग आप स्कूल और कॉलेज में होने वाली 15 अगस्त पर निबंध प्रतियोगिता में भी कर सकते हैं।

इस दिन पूरे देश में अलग-अलग तरह के कार्यक्रमों और समारोह का आयोजन किया जाता है। विद्यालयों, सरकारी कार्यलयों, प्राइवेट दफ्तरों आदि जगहों पर भी आज़ादी के पर्व का जश्न काफी धूम-धाम से साथ मनाया जाता है। स्वतंत्रता दिवस के मौके पर स्कूलों, कॉलेजों और संस्थानों में स्वतंत्रता दिवस पर लेख और निबंध लेखन प्रतियोगिता का आयोजन भी होता है।

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आज़ादी के गर्व का पर्व

हर साल 15 अगस्त के दिन को आज़ादी के गर्व के पर्व के रूप में मनाया जाता हैं। इस दिन भारत अंग्रेजों की हुकूमत से मुक्त हुआ था। यह आजादी बेहद लम्बे आंदोलन और संघर्ष के बाद मिली। इस दिन भारत के प्रधानमंत्री लाल किले पर भाषण देते हैं। आजादी के आंदोलन में सबसे अहम योगदान महात्मा गाँधी का रहा। चंद्र शेखर आजाद, भगत सिंह, सुभाष चंद्र बोस आदि ने भी आजादी की लड़ाई में अहम योगदान दिया। 15 अगस्त वो दिन है जब भारत आजाद हुआ था। यह दिन एक ऐतिहासिक दिन है। इस दिन हम खुल कर बोलने, लिखने और घूमने के लिए आजाद हो गए थे। 15 अगस्त को इतिहास में सुनहरे अक्षरों में लिखा गया है। भारत को आजादी 200 साल की गुलामी के बाद मिली। इस वजह से आजादी के जश्न को धूम धाम से मनाया जाता है।

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इतिहास के अहम पल

(1) अंग्रेज़ो का हिदुस्तान आना- व्यापार करने के बहाने अंग्रेज़ 17वी शताब्दी में भारत आए। उस समय हिंदुस्तान में मुगलों की हुकूमत थी। अंग्रेजों ने व्यापार के बहाने अपनी सैन्य ताकत को बढ़ाया। कई राजाओं को धोखे से हराने के बाद अनेक क्षेत्रों पर कब्ज़ा कर लिया। 18वी सदी तक ईस्ट इंडिया कंपनी ने अपना वर्चस्व स्थापित कर लिया था।

(2) भारत बना गुलाम- अंग्रेजों ने भारतीयों को शारीरिक और मानसिक रूप से प्रताड़ित किया। भारतवासी ब्रितानी ताज के अधीन हो गए थे। दूसरे विश्व युद्ध के लिए थोक भाव में भारतीयों की जबरदस्ती सेना में भर्ती करी गयी। अंग्रेजों ने जलियावाला बाघ जैसे नरसंहार को अंजाम दिया। भारतीय केवल अंग्रेजों के दास मात्र बन के रह गए थे।

(3) कांग्रेस पार्टी बनाई गयी- 28 दिसंबर 1885 को कांग्रेस पार्टी बनाई गयी। 64 लोगों द्वारा राष्ट्रीय कांग्रेस पार्टी की स्थापना की गयी। इस पार्टी ने क्रांतिकारी गतिविधियों को अंजाम दिया।

(4) हिंदुस्तान का बंटवारा- भारत के आजाद होते ही सांप्रदायिक दंगे शुरू हो गए। दंगो का नतीजा था देश का बंटवारा। जवाहरलाल नेहरू भारत के प्रधानमंत्री बने और जिन्ना पाकिस्तान के प्रधानमंत्री बने। महात्मा गांधी की शांति की कोशिशों के बावजूद मरने वालों की तादाद लाखों में थी। आजादी की ख़ुशी के साथ में नरसंहार का मातम भी था।

(5) स्वतंत्रता का जश्न- हर वर्ष स्वतंत्रता दिवस को वीर जवान और दंगों में मारे गए लोगों को याद कर के मनाया जाता हैं। लोगों ने एकजुट होकर आजादी की लड़ाई लड़ी। कुछ प्रमुख देशभक्त लोगों के नाम हैं भगत सिंह, सुखदेव और सुभाष चंद्र बोस। काफी महिलाओं ने भी आजादी की लड़ाई में योगदान दिया। सरोजिनी नायडू और बेसेंट कुछ प्रमुख क्रांतिकारी महिलाओं के नाम हैं।

15 अगस्त के मायने

आजादी के दिन की तैयारी बड़े जोर शोर से की जाती हैं। भारत के माजूदा प्रधानमंत्री लाल किले के प्राचीन से तिरंगा फहराते है। राष्ट्रगान बजाया जाता है, फिर प्रधानमंत्री भाषण देते हैं। देशभक्ति वाले कार्यक्रम प्रस्तुत किये जाते हैं, इनका आनंद लाल किले जाकर या फिर टीवी पर लिया जा सकता है। 15 अगस्त हमारा राष्ट्रीय पर्व है। इस दिन स्कूल, कॉलेज और दफ्तर बंद रहते हैं।

15 अगस्त को सब मिलकर एक जुट हो जाते हैं। कोई देशभक्ति के गीत सुनता है तो कोई देशभक्ति की फिल्म देखता है। लोग अपने वस्त्र और वाहन पे तिरंगा लगते हैं। इस दिन भारत के उन महान नेताओं को श्रद्धांजलि दी जाती है जो देश की आजादी की लड़ाई में शामिल हुए। भारतीय सेना इस दिन परेड करती है। हमें 200 साल की गुलामी के बाद आजादी मिली थी इसलिए जश्न भी धूम धाम से मनाया जाता है।

इस दिन हर भारतवासी वीरों के बलिदान को याद करता है। इस दिन लोग देश के प्रति समर्पित रहने का संकल्प लेते हैं। भारत माता की जय और जय हिन्द जैसे नारे लगते हैं। 15 अगस्त को लोग देश के लिए जीने का संकल्प लेते हैं।

15 अगस्त पर निबंध 100 शब्द में

स्वतंत्रता दिवस पर निबंध 100 शब्द- स्वतंत्रता दिवस हर साल 15 अगस्त को आज़ादी की खुशी में मनाया जाता है। 15 अगस्त 1947 को हमें आज़ादी मिली थी। ये आज़ादी के गर्व का पर्व है। दिल्ली में इस दिन कई लोग पतंग भी उड़ाते हैं। सभी स्कूलों में झंडा फहराया जाता है। स्कूलों में कार्यक्रम भी होते हैं। इस दिन सरकारी दफ्तर में अवकाश रहता हैं। इस दिन आजादी की लड़ाई में शहीद हुए लोगों को याद किया जाता हैं लोग अपने वस्त्र और वाहन पे भारत का झंडा लगाते हैं। इस दिन पुलिस और सेना के जवान देश की सुरक्षा के लिए बेहद चौकन्ने रहते हैं। स्वतंत्रता दिवस का जश्न सभी मिलकर मनाते हैं क्योंकि ये एक राष्ट्र पर्व है।

15 अगस्त पर निबंध 300 शब्द में

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स्वतंत्रता दिवस पर निबंध 300 शब्द- 15 अगस्त के दिन भारत स्वतंत्र हुआ। हर साल 15 अगस्त को भारत के आजादी के दिन के रूप में मनाया जाता हैं। आजादी की लड़ाई में कई लोगो ने अपने प्राणों की आहुति दे दी। भगत सिंह और चंद्रशेखर आजाद देश की आजादी की जंग में शहीद हो गए। मोहनदास करमचंद गांधी उर्फ़ महात्मा गांधी ने अहिंसा के माध्यम से स्वतंत्रता की लड़ाई लड़ी। महात्मा गांधी ने अंग्रेजो के बने उत्पादों का बहिष्कार किया। उन्होंने नमक पर लगे कर के खिलाफ आंदोलन किया।

कांग्रेस के लोगों ने आजादी की जंग में हिस्सा लिया। सुभाष चंद्र बोस ने अंग्रेजों से लड़ने के लिए सेना तैयार करी। आजादी की लड़ाई में कई लोगों की जान गयी। 15 अगस्त 1947 को पंडित जवाहरलाल नेहरू भारत के पहले प्रधानमंत्री बने। उन्होंने लाल किले पर तिरंगा फहराया। हर साल भारत के वर्तमान प्रधानमंत्री लाल किले पर झंडा फहराते हैं। उसके बाद वर्तमान प्रधानमंत्री भाषण देते हैं। आजादी के इस दिन पर कई कार्यक्रम आयोजित किये जाते हैं। इस दिन पतंग उड़ाने की परंपरा है। स्वतंत्रता दिवस पर सरकारी दफ्तर बंद रहते हैं। इस दिन सरकारी कर्मचारी का अवकाश होता है। इस दिन लोग अपने वाहन और वस्त्र पर झंडा लगाते हैं। स्कूल में स्वतंत्रता दिवस के अनेक कार्यक्रम आयोजित किये जाते हैं। स्कूलों में झंडा फहराया जाता है।

आजादी के इस आंदोलन में महिलाओं ने भी योगदान दिया। आजादी के दिन राष्ट्रीय अवकाश रहता है। इस दिन उन नेताओं को श्रद्धांजलि दी जाती है जिन्होंने आजादी के आंदोलन में अहम योगदान दिया इस दिन लोग देशभक्ति भरे गानों को सुनते हैं और देशभक्ति वाली फिल्मे देखते हैं। इस दिन वर्षो की गुलामी का अंत हुआ। इस दिन भारतीय सेना परेड करती है। भारत को आजादी 200 साल के लम्बे संघर्ष के बाद मिली।

15 अगस्त पर निबंध 400 शब्द में

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स्वतंत्रता दिवस पर निबंध 400 शब्द- 15 अगस्त को भारत को ब्रिटिश साशन से आजादी मिली। 15 अगस्त का दिन हर भारतीय के लिए महत्वपूर्ण दिन है। आज भारत दुनिया का सबसे बड़ा लोकतंत्र है। भारत को आजाद करने के लिए कई लोगों ने अपनी जान की क़ुरबानी दी। सभी भारतीय इस पर्व को अपने अलग तरीके से मानते हैं। कुछ लोग उत्सव की जगह को सजाते हैं। कुछ लोग फिल्मे देखते हैं। लोग अपने घर पर झंडा लगते हैं, राष्ट्रगान और देश भक्ति के गीत गाते हैं। कुछ लोग सामाजिक कार्यक्रम में शिरकत करते हैं।

केंद्र सरकार इस दिन को बड़ी धूम धाम से मनाती है। हिंदुस्तान के मौजूदा प्रधानमंत्री इस दिन लाल किले पर झंडा फहराते हैं। उसके बाद भारतीय सेना द्वारा परेड करी जाती है। उसके बाद अलग-अलग राज्यों की झांकियां निकलती हैं। इस प्रकार आलम देशभक्ति से सरोबार हो जाता है। राज्यों में भी आजादी के दिन को जोश के साथ मनाया जाता है। इस दिन देशभक्ति के कार्यक्रम में मुख्यमंत्री और राज्यपाल मुख्य अतिथि होते हैं। इस आजादी की लड़ाई में सबसे अहम योगदान मोहन दास करमचंद गाँधी उर्फ़ महात्मा गाँधी का रहा। उनके अहिंसा के आंदोलन से 200 साल के लम्बे संघर्ष के बाद भारत को अंग्रेजी हुकूमत से आजादी मिली। महात्मा गाँधी ने नमक पर लगे टैक्स के खिलाफ दांडी मार्च किया। उन्होंने ब्रिटिश के बने उत्पादों का बहिष्कार करवाया।

भारत की जनता ने इकट्ठा होकर ब्रिटिश शाशन के खिलाफ अपने हक़ के लिए आंदोलन किया। अलग धर्मो के लोगों ने एकजुट होकर अपने हक़ के लिए आवाज़ उठाई। कई महिलाओं ने घरेलु जिम्मेदारी छोड़कर आजादी के आंदोलन में अहम योगदान दिया। अरुणा आसफ अली, कमला नेहरू और सरोजिनी नायडू नाम की महिलाओं ने स्वतंत्रता के आंदोलन में अहम योगदान दिया। 15 अगस्त 1947 को इतिहास के सुनहरे अक्षरों में लिखा गया है। भारत को 200 साल की गुलामी के बाद आजादी मिली, इसलिए इस आजादी के दिन को आज भी धूमधाम से मनाया जाता है। अंग्रेजों के भारत पर कब्जे के कारण हम अपने ही देश में गुलाम हो गए थे। धन, जमीन और अनाज से हमारा अधिकार से चला गया था।

अंग्रेज ज्यादा लगान वसूलते और नकदी फसल की खेती करवाते थे। अंग्रेजों का विरोध करने पर जलियावाला बाग हथियाकाण्ड झेलना पड़ा। भारत की जनता को अंग्रेजों द्वारा प्रताड़ित किये जाने की कहानियों की कमी नहीं हैं। अंग्रेजो ने भारत की जनता को बुरी तरह लुटा। इस का एक उदहारण कोहिनूर हीरा हैं।

15 अगस्त पर निबंध 500 शब्द में

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स्वतंत्रता दिवस पर निबंध 500 शब्द- 15 अगस्त को इतिहास में सुनहरे अक्षरों से लिखा गया। इस दिन अंग्रेज भारत छोड़ने पर मजबूर हो गए। आजादी 200 सालों बाद भारतवासियों को मिली। इस कारण से आजादी के जश्न को धूम धाम से मनाया जाता हैं। 15 अगस्त एक राष्ट्रीय अवकाश का दिन है। इस दिन स्कूल, कॉलेज और दफ्तर बंद रहते है। 15 अगस्त एक राष्ट्रीय पर्व है। इस दिन तिरंगा फहराया जाता हैं और मिठाइयां बांटी जाती हैं।

स्वतंत्रता दिवस का स्वर्णिम इतिहास- अंग्रेजों का भारत पर कब्ज़ा हो जाने के कारण हम अपने ही देश में गुलाम थे। हमारे अनाज, जमीन और धन से हमारा अधिकार छिन गया। अंग्रेज़ ज्यादा लगान वसूलते और नकद फसल की खेती करवाते थे। अंग्रेजों का विरोध करने पर जल्लियावाला बाघ हत्याकांड को अंजाम दिया गया।अंग्रेजों द्वारा भारतवासियों को प्रताड़ित करने की कहानियों की कमी नहीं है। यह स्वतंत्रता सेनानियों की हिम्मत और आंदोलन का नतीजा हैं कि हम आजाद हैं। अंग्रेजों के भारत माता को लूटने का सबसे बड़ा उदाहरण कोहिनूर है। यह कोहिनूर आज अंग्रेजों की रानी के ताज की शोभा बड़ा रहा है। भारत में अतिथि देवो भवा की परंपरा है। यही कारण हैं कि जब भी अंग्रेज़ भारत आते हैं हम उनका स्वागत करते हैं।

आज़ादी के लिए लोगों का योगदान- भारत की आजादी के सबसे बड़े स्वतंत्रता सेनानी थे मोहन दास करमचंद गांधी। उनका आजादी के आंदोलन में अतुल्य योगदान रहा। वह जनता में बेहद लोकप्रिय थे। उन्होंने अहिंसा के साथ आजादी की लड़ाई में अहम योगदान दिया। महात्मा गांधी ने देश से कई घटिया रिवाजों को दूर किया। लोग महात्मा गांधी को बापू कहते थे। साइमन कमीशन के विरोध में लाला लाजपत राय की मृत्यु हो गयी। उन पर लाठीचार्ज किया गया था। इससे आहात होकर भगत सिंह, सुखदेव और राजगुरु ने सांडर्स की हत्या कर दी। इसके बाद इन तीनों को फांसी की सजा हुई। इन तीनों ने देश के लिए अपने प्राणों की आहुती दे दी। सुभाष चंद्र बोस और बाल गंगाधर तिलक ने आजादी की लड़ाई में अतुल्य योगदान दिया।

स्वतंत्र का पर्व- सभी लोगों के इस स्वतंत्रता के पर्व को मानाने के अलग तरीकें हैं। आजादी के दिन से एक हफ्ते पहले बाजारों में रौनक आ जातीं है। कोई तीन रंगों की रंगोली खरीदता है तो कोई तीन रंगों की लाइटें खरीदता है। इन रंगों में पूरा समां समा जाता है। सब जगह ख़ुशी का माहौल होता है। लोग देशभक्ति के गीत सुनते हैं। सभी धर्म के लोग इस पर्व को एकजुट होकर मनाते हैं।

निष्कर्ष- 15 अगस्त के दिन लोग देश के अच्छे नागरिक होने का संकल्प लेते हैं। लोगों में देशभक्ति की भावना उभर कर आती है। लोग राष्ट्र गान गाकर अपना जीवन देश के लिए जीने का संकल्प लेते हैं। इस दिन भारत माता की जय और जय हिन्द जैसे नारे लगाए जाते हैं।

स्वतंत्रता दिवस पर 10 लाइनें (Independence Day Par 10 Lines)

  • स्वतंत्रता दिवस भारत का राष्ट्रीय पर्व है।
  • स्वतंत्रता दिवस 15 अगस्त को मनाया जाता है।
  • 15 अगस्त 1947 के दिन भारत को आज़ादी मिलने की खुशी में स्वतंत्रता दिवस मनाया जाता है।
  • इस दिन राष्ट्रीय अवकाश रहता है।
  • 15 अगस्त स्वतंत्रता दिवस के दिन देश के प्रधानमंत्री लाल किले पर राष्ट्रीय ध्वज फहराते हैं।
  • 15 अगस्त के दिन अलग-अलग तरह के कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं।
  • 15 अगस्त से एक दिन पहले सभी स्कूलों, कॉलेजों और संस्थानों में तिरंगा झंडा फहराया जाता है।
  • सरकारी और प्राइवेट ऑफिसों में भी आज़ादी की खुशी का जश्न मनाया जाता है।
  • स्वतंत्रता दिवस के दिन हर भारतवासी को मिली हुई स्वतंत्रता की रक्षा करने का संकल्प लेना चाहिए।
  • स्वतंत्रता दिवस स्वतंत्रता के गर्व का पर्व है।

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प्रश्न- 15 अगस्त 1947 को कौन सा दिन था? उत्तरः शुक्रवार (Friday)।

प्रश्न- 15 अगस्त को स्वतंत्रता दिवस क्यों मनाया जाता है? उत्तरः 15 अगस्त को स्वतंत्रता दिवस इसलिए मनाया जाता है क्योंकि इसी दिन सन् 1947 को हमें अंग्रेज़ों से आज़ादी मिली थी।

प्रश्न- 15 अगस्त का मतलब क्या होता है? उत्तरः 15 अगस्त का मतलब वो दिन जब भारत आज़ाद हुआ था।

प्रश्न- हमारे देश को आजादी कैसे मिली? उत्तरः हमारे देश को आज़ादी हमारे ही देश को दो टुकड़ों हिंदुस्तान और पाकिस्तान में बंट जानें के बाद मिली।

प्रश्न- देश की आजादी में सबसे बड़ा योगदान किसका है? उत्तरः देश की आजादी में सबसे बड़ा योगदान हमारे सभी स्वतंत्रता सेनानियों का है।

प्रश्न- स्वतंत्रता का हमारे जीवन में क्या महत्व है? उत्तरः वर्तमान समय में स्वतंत्रता हमारे जीवन में सबसे महत्त्वपूर्ण भूमिका निभा रही है। आज हम हर चीज़ के लिए स्वतंत्र हैं लेकिन हमें इस बात का भी पूरा ध्यान रखना होगा कि हमारी वजह से देश की स्वतंत्रता पर कोई सवाल या खतरा खड़ा न हो।

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Independence day essay in hindi स्वतंत्रता दिवस पर निबंध.

Hello guys today we are going to discuss an Independence Day essay in Hindi. What is Independence? We have written an Independence Day essay in Hindi. कक्षा 1, 2, 3, 4, 5, 6, 7, 8, 9, 10, 11 और 12 के बच्चों और विद्यार्थियों के लिए स्‍वतंत्रता दिवस पर निबंध हिंदी में। Now you can take an example to write Independence Day essay in Hindi (Essay on 15 August in Hindi) in a better way. स्वतंत्रता दिवस पर निबंध।

hindiinhindi Independence Day Essay in Hindi

Independence Day Essay in Hindi 300 Words

स्वतंन्त्रता दिवस भारतीयों के जीवन में बहुत महत्व रखता हैं क्योंकि आज इस दिन हमारे देश को अंग्रेजों से स्वतंत्रता मिली थी, जिन्होने कई वर्षों तक देश पर शासन किया था। 15 अगस्त 1947 को, भारत ब्रिटिश शासन से मुक्त हो गया था, इसलिए 15 अगस्त को स्वतंत्रता दिवस के रूप में मनाया जाता है। यह दिन हमें अपने स्वतंत्रता सेनानियों के बलिदान की याद दिलाता है। इस दिन पूरे देश में विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किये जाते हैं। परेड दिल्ली और राज्य राजधानी में आयोजित की जाती हैं। इस अवसर पर हमारे देश के प्रधानमंत्री लाल किले पर हमारे राष्ट्रीय ध्वज को लहराते है।

परेड देखने के लिए दिल्ली में बहुत से लोग इक्टठे हो जाते हैं। हमारे देश के स्वतंत्रता सेनानियों ने भारत में ब्रिटिश शासन को समाप्त करने के लिए अपनी जान का त्याग किया था। हर साल जब हम इस दिन को मनाते हैं, तो हम उनके बलिदान को याद करते हैं व भाषण दिए जाते हैं और राष्ट्रीय गान भी गाया जाता है। यह दिन हमें अपने देश के सम्मान और अखंडता के लिए अपने जीवन बलिदान देने के लिए प्रेरित करता है। हालांकि भारत ब्रिटिश शासन से मुक्त है लेकिन भ्रष्टाचार, अन्याय इत्यादि जैसी कई अन्य समस्याएं हैं।

यह स्वतंत्रता दिवस हर किसी को इन समस्याओं को खत्म करने और बेहतर नागरिक बनने का वादा करना चाहिए। हम भारत का भविष्य हैं और हमारे देश का विकास हम सभी पर निर्भर करता हैं।

Independence Day Essay in Hindi 400 Words

“स्वराज्य मेरा जन्म सिद्ध अधिकार है।” – बाल गंगाधर तिलक

15 अगस्त 1947 की सुबह भारतवासियों के लिए सुखद समाचार लेकर आई। लगभग दो सदियों से भारत माता की गुलामी के बन्धन टूटे और आज़ाद हुई।

“आपसी फूट ने भारत के सूर्य को किया था अस्त उसे आलोकित करने को आया पन्द्रह अगस्त।”

सबने सुख-शान्ति की साँस ली। यह पर्व हमारे राष्ट्रीय गौरव का प्रतीक है। इसलिए स्वतन्त्रता का यह पर्व पूरे भारत में धूमधाम और गर्व से मनाया जाता है। इस दिन पूरे भारत में राजकीय अवकाश होता है।

“ऐ देश! आज तुझको शत-शत नमन कर लें, जो मिटे तेरे लिए, उन्हें आज स्मरण कर लें।”

भारत की इस आजादी के लिए महात्मा गाँधी, लाला लाजपतराय, बाल गंगाधर तिलक, गोपाल कृष्ण गोखले, सुभाष चन्द्र बोस, लाल बहादुर शास्त्री, पं जवाहर लाल नेहरू, भगत सिंह, लक्ष्मी बाई, तांत्या टोपे, उधम सिंह कम्बोज तथा नाना साहब आदि ने जनता के साथ मिलकर संघर्ष किया। ये लोग कई बार जेल गए। घोर यातनाएँ सही, गोलियां खाईं और फाँसी के फंदों को चूमा। इतने अत्याचार सहने के बाद भारतीयों ने अंग्रेजों को भारत छोड़ने पर मजबूर कर दिया। इतने बलिदानों के बाद मिली। स्वतन्त्रता का दिवस हर वर्ष बहुत धूमधाम से मनाया जाता है और उन स्वतन्त्रता सेनानियों को श्रद्धा-सुमन अर्पित किए जाते हैं। | आजादी की इस खुशी में राजधानी दिल्ली के लाल किले पर देश के प्रधानमंत्री राष्ट्रीय ध्वजारोहण करते हैं, राष्ट्रीय-गान होता है तथा तिरंगे को इक्कीस तोपों की सलामी दी जाती है। इस दिन लाल किले के सामने विशाल जनसमूह इस शोभा को देखता है। प्रधानमंत्री बीते वर्ष में हुए देश के विकास कार्यों, घटनाओं एवं देश की नीतियों संबंधी भाषण देते हैं।

राज्यों की राजधानियों में भी मुख्यमंत्री या राज्यपाल अपने-अपने राज्यों की जनता को संदेश देते हैं। भारत के प्रत्येक नगर और गाँव में सभाएँ होती हैं। यह राष्ट्रीय पर्व बड़े गर्व, उत्साह तथा खुशी के साथ मनाया जाता है। रात के समय पूरे देश के सरकारी भवनों पर दीपमाला की जाती है। कितने ही देश प्रेमियों ने अपनी शहादत देकर हमें ये आज़ादी दिलवाई है, उसकी रक्षा हमें तन-मन-धन से करनी होगी। हमें आजादी की रक्षा के लिए किसी भी प्रकार की कुर्बानी देने का प्रण करना चाहिए। यह पर्व शान्ति, प्रेम और राष्ट्रीय एकता का संदेश देता है। कवि आनन्द बक्शी ने कहा है –

“दिल दिया है जान भी देंगे, ऐ वतन! तेरे लिए। हम जिएगें और मरेंगे, ऐ वतन ! तेरे लिए।”

Independence Day Essay in Hindi 500 Words

स्वतंत्रता दिवस हर वर्ष 15 अगस्त की तिथि को मनाया जाता है। स्वतंत्रता दिवस संपूर्ण राष्ट्र का उत्सव है। स्वतंत्रता दिवस को पूरा भारत देश उत्साह और खुशी के साथ मनाता है क्योंकि 15 अगस्त 1947 को ही भारत देश स्वतंत्र हुआ था। यह वही दिन था जब भारत देश को ब्रिटिश राज से मुक्ति मिली थी। यह दिन सभी भारतीयों के लिये बेहद महत्वपूर्ण दिन होता है क्योंकि यह दिन पूरे भारतवाषियों मौका देता है उन महान स्वतंत्रता सेनानीयों को याद करने का जिन्होंने उन्हें एक शांतिपूर्ण और खूबसूरत जीवन देने के लिये अपने प्राणों की आहुति दे दी थी। उनके द्वारा किये गए कार्य को कभी भुला जा नहीं सकता। भारत देश को ऐसे ही आजादी नहीं मिली थी इसके लिए कई क्रान्तिकारियों ने अपने जीवन का बलिदान तक दे दिया था और उनमे से कुछ महान स्वतंत्रता सेनानीयों के नाम है : भगत सिंह, राजगुरु, सुखदेव, महात्मा गाँधी, खुदीराम बोस, चंद्रशेखर आजाद, नेताजी सुभाष चन्द्र बोस, लाला लाजपत राय, उधम सिंह। इन सभी के कठिन संघर्षों की वजह से ही भारत देश स्वतंत्र हैं।

राजधानी दिल्ली में हर वर्ष 15 अगस्त के दिन भव्य समारोह होता है जिसमें भारत के प्रधानमंत्री दिल्ली के लाल किले में तिरंगा फहराते हैं। जन-गण-मन की धुन बज उठती है। ध्वज के सम्मान में 21 तोपों की सलामी दी जाती है। प्रधानमंत्री वहाँ परेड का निरीक्षण करते है और राष्ट्र के नाम संदेश में देश की उन्नति और भविष्य की योजनाओं के बारे में लोगों को बताते हैं। इस पुरे कार्यक्रम का सीधा प्रसारण रेडियो और टेलीविजन पर किया जाता है। 15 अगस्त को राष्ट्रीय अवकाश रहता है लेकिन फिर भी स्कूल, कार्यालय, सरकारी, गैर सरकारी संगठन और समाज में लोग भारत का तिरंगा फहरा कर हर कोई इस स्वतंत्रता को बड़े उत्साह के साथ अपने-अपने स्थान से इसे मनाता है। स्कूली बच्चे इन कार्यक्रमों में बहुत उत्साह से भाग लेते हैं। वे रंगीन गुब्बारे उड़ाते हैं तथा हाथों में तिरंगा झंडा फहराते हैं। स्वतंत्रता दिवस के दिन लोग आसमान में पतयें तथा गुब्बारे उड़ाकर अपना उल्लास प्रकट करते हैं।

स्वतंत्रता दिवस समारोह विभिन्न राज्यों की राजधानियों में भी होते हैं जहाँ राज्य के मुख्यमंत्री तिरंगा झंडा फहराते हैं और अपनी जनता के लिए कल्याणकारी कार्यक्रमों कौ घोषणा भी करते हैं। जिला मुख्यालयों में जिले के कलक्टर झंडा फहराते हैं तथा भाषण देते हैं। झंडोतोलन के बाद लोग एक-दूसरे को स्वतंत्रता दिवस की बधाई देते हैं और बच्चों में मिठाइयाँ, टाफियाँ और फल बाँटे जाते हैं।

Independence Day Essay in Hindi 600 Words

हमारा देश 15 अगस्त 1947 को स्वतन्त्र हुआ। स्वतन्त्रता का अर्थ है मानसिक, शारीरिक, आर्थिक तथा अपने-आप नैतिक विधि-विधान से सम्पन्न निर्णय तथा विचार ग्रहण करना है। केवल शारीरिक अथवा शासन की दृष्टि से स्वतन्त्रता का पूर्ण अर्थ नहीं माना जा सकता। जिस राज्य और राष्ट्र में प्रत्येक व्यक्ति अपने मौलिक अधिकार प्राप्त करता है और अपने कर्तव्य को नैतिक स्तर पर निभाता है, वही पूर्ण रूप से स्वतन्त्र माना जा सकता है। स्वतन्त्रता हमारी शिरा और धमनियों में बहने वाले रक्त और हृदय के स्पेदनों की भांति है।

भारत की पवित्र धरती को मुगल तथा अंग्रेज जैसे अत्याचारी शासकों ने लगभग 500 वर्ष तक अपने अपवित्र कार्यों से अपवित्र कर दिया था। मुगलों के बाद अंग्रेजों ने भारत को गुलामी की जंजीरों में जकडे रखा। गुलामी की जंजीरों में बंधे भारतीय उसी दिन से उस जाल को काटने के लिए अनथक प्रयास करते रहे। इस पुनीत संग्राम का प्रारम्भ झांसी की रानी ‘लक्ष्मीबाई’ के कर-कमलों से हुआ। संघर्ष की इस ज्वाला में बालक – वृद्ध, युवक-युवती, नर-नारी सभी झुलसते रहे।

बलिदान की इस माला में भगत सिंह, चन्द्रशेखर आजाद, राजगुरु, सुखदेव, बटुकेश्वर दत्त, खुदीराम बोस, सुभाष चन्द्र बोस, उधम सिंह, लोकमान्य बाल गंगाधर तिलक, लाला लाजपतराय, महात्मा गांधी, पं. जवाहर लाल नेहरू जैसे स्वतन्त्रता सेनानियों के ही रत्न नहीं पिरोये हैं, बल्कि इनकी संख्या अनगिनत है। अनगिनत माताओं की गोद सूनी हुई, अनगिनत पत्नियों का सिन्दूर मिट गया और अनन्त बहनों के भाई स्वतन्त्रता की बलि वेदी पर चढ़कर अमर-गति को प्राप्त हुए। अनेकों परिवार इस पवित्र यज्ञ की अग्नि में जल कर राख हो गए। ‘जलियांवाला बाग’, ‘कामा-गाटा मारु’, ‘साइमन कमीशन का विरोध’, ‘भारत छोड़ो आन्दोलन’, ‘विदेशी वस्त्रों की होली जलाओ’ तथा अनेक सत्याग्रह इस संघर्ष की रोमांचक कहानी सुनाते हैं। अनन्त बलिदानों के पश्चात् 15 अगस्त, 1947 का दिवस भारतवासियों के लिए सुखद समाचार ले कर आया। शताब्दियों से खोई हुई स्वतन्त्रता लाखों दीपों में फिर लौट आई।

राष्ट्रीय स्तर पर स्वतन्त्रता दिवस समारोह का कार्यक्रम देश की राजधानी नई दिल्ली में मनाया जाता है। लाल किले के प्राचीर पर प्रधानमन्त्री ध्वजारोहण करते हैं तथा लहराते हुए तिरंगे के नीचे राष्ट्र के नाम सन्देश प्रसारित करते हैं। वे शहीदों को भावपूर्ण श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं, तथा राष्ट्र को सुखी और समृद्ध बनाने का संकल्प करते हैं। विभिन्न राज्यों की राजधानियों में भी राजकीय स्तर पर यह समारोह मनाया जाता है। मुख्यमन्त्री अपने-अपने राज्यों में नई योजनाओं की घोषणा करते हैं जिसके माध्यम से राष्ट्र में सम्पन्नता, साक्षरता तथा क्षमता लाने का प्रयत्न किया जाता है।

नगर और गांव संध्या के आगमन पर दीपमाला के आलोक से आलोकित हो उठते हैं। विभिन्न रंगों का प्रकाश स्वतन्त्रता संग्राम की उज्जवल गाथा प्रकट करता है।

राष्ट्र और संस्कृति प्रेमी, नर-नारी, युवक-युवती सभी भाव-विभोर हो उठते हैं। सम्पूर्ण राष्ट्र अमर शहीदों को स्मृति में अपनी पावन श्रद्धांजलि अर्पित करता है तथा उन्हें नमन करता है। वस्तुत: यह दिवस हमारे संकल्प का दिवस है। इन पावन दिवस पर हम सभी प्रतिज्ञा करते हैं कि हम अपनी महिमामयी संस्कृति को नहीं भूलेंगे। वतन पर मर मिटने वालों की स्मृति हमें सन्देश देती है कि हम भी उनके चरण-चिन्हों पर चल कर देश का गौरव ऊंचा करें।

स्वतन्त्रता दिवस एक ओर जहां हर्ष और उल्लास का सन्देश ले कर आता है, वहीं दूसरी ओर शहीदों का स्मरण कराता है तथा भविष्य के प्रति हमें जागरूक करता है। जिन वीरों को जालिमों ने खिलने से पहले ही कुचल दिया था, उनकी स्मृति में सभी भाव-विभोर हो जाते हैं।

इस पावन पर्व पर हमें निष्पक्ष रूप से सोचने की आवश्यकता है कि क्या हम सही अर्थों में स्वतन्त्र हो सके हैं ? क्या शासक, अधिकारी एवं प्रजा स्वतन्त्रा के अर्थ को समझती है ? जब तक देश भुखमरी, निर्धनता, निरक्षरता के अभिशाप से ग्रस्त होता रहेगा, तब तक स्वतन्त्रता की देवी की अराधना सही अर्थों में नहीं है सकेगी।

Independence Day Essay in Hindi 700 Words

एक लंबे संघर्ष के बाद 15 अगस्त सन् 1947 को हमें आजादी प्राप्त हुई। हमारे असंख्य वीरों का बलिदान उस रोज सार्थक हो गया और हम अपनी स्वतंत्रता को प्राप्त करने में सफल हो गये। भारतीय जनमानस ने अपने अथक परिश्रम और संघर्प-भावना से अन्ततः अंग्रेजों को भारत की पवित्र-भूमि से भगा ही दिया। भारतीय समाज ने एक दीर्घ कालावधि के उपरांत स्वतंत्रता का रसास्वादन आज पुनः प्राप्त किया था। सारा देश उल्लास और खुशियों के अथाह सागर में गोते लगा रहा था। उसके हृदय में व्याप्त आनंद असीम और अत्यंत व्यापक था। किसी ने ठीक ही लिखा है कि सोने की बेड़ियों में दी गयी पराधीनता से कहीं अच्छी है कष्टकारी स्वतंत्रता । महात्मा तुलसीदास का यह कथन पूर्ण सत्य है कि पराधीन व्यक्ति को सपने में भी सुखों की प्राप्ति संभव नहीं होती है। यही कारण था कि स्वतंत्रता की उद्घोषणा होने के साथ ही सारा देश असीम प्रसन्नता में डूब गया था।

भारत ने अथक संघर्षों के बाद जो पावन स्वतंत्रता प्राप्त की थी, उसका समारोह हमारे देश भारत में प्रत्येक वर्ष 15 अगस्त के दिन महनीय राष्ट्रीय उत्सव के रूप में किया जाता है। सन् 1947 के बाद से निरन्तर यह सिलसिला यूं ही बरकरार रहा है। इस दिन हमारे आदरणीय प्रधानमंत्री लाल किले की प्राचीर पर से, भारत के राष्ट्रीय प्रतीक, तिरंगे झंडे को फहराते हैं और फिर वहां से ही पूरे देश को सम्बोधित करते हुए एक लम्बा भाषण भी देते हैं। इसमें, प्रधानमंत्री भी सम्पूर्ण देश को अपनी स्वतंत्रता की हार्दिक बधाई देते हैं और तदुपरांत सरकार की नाना प्रकार की गतिविधियों, नीतियों, कार्यक्रमों एवं योजनाओं से समग्र जनता को अवगत कराते हैं। इस भाषण में प्रधानमंत्री जी इस बात पर विस्तार से प्रकाश डालते हैं कि उनके प्रधानमंत्री काल में, सरकार ने भारतीय समाज का समग्र विकास किस-किस प्रकार से किया है। भारतीय अर्थव्यवस्था पिछले समय की तुलना में आज किस स्थिति में पहुंच गयी है एवं आगे आने वाले समय में इस संदर्भ में कौन-कौन सी सफलताएं अर्थव्यवस्था को प्राप्त होने वाली हैं। प्रधानमंत्री भारतीय अर्थव्यवस्था को निरन्तर सुदृढ़ करने की दिशा में सरकार द्वारा बढ़ने की बात कह कर, समाज को इस संदर्भ में आश्वस्त करते हैं कि सरकार अपनी अर्थव्यवस्था को व्यापक रूप से सुदृढ़ करने की दिशा में निरन्तर गतिशील है और इस संदर्भ में किसी भी प्रकार की लापरवाही केन्द्र सरकार द्वारा नहीं बरती जा रही है। औद्योगिक एवं व्यापारिक हितों से संबंधित नीतियों का भी ऐलान इसी समय कर देते हैं।

इस अवसर पर प्रधानमंत्री सामाजिक जीवन पर भी अपनी सरकार द्वारा ग्रहण की गयी। राष्ट्रीय नीति को स्पष्ट करते हैं। गरीबी, जहालत, शोषण, बेकारी, सामाजिक कुरीतियों आदि से भारतीय समाज को मुक्त करने की दिशा में केन्द्र सरकार द्वारा किए जाने वाले प्रयासों का समग्र लेखा-जोखा भी प्रधानमंत्री जी इस समय समस्त देशवासियों के समक्ष प्रस्तुत करतें। हैं। भारत एक ऐसा देश है जिसमें गरीबी और बेकारी की समस्या अत्यंत व्यापक रूप में समाई हुई है। और इस समस्या की जड़ें इतनी गहरी और व्यापक रही है कि अद्यतन समय में भी इस बर्बर-समस्या से अपने प्यारे देश को, इस देश में निवास करने वाले देश वासियों को मुक्त नहीं कर पाया है। सन् 1947 से आज तक, जब भी लाल किले की प्राचीर से यह राष्ट्रीय भाषण जनता के नाम दिया गया, उस भाषण में जिस एक समस्या का अस्तित्व और उल्लेख आज तक के हर भाषण में बना रहा, वह थी भारतीय समाज में व्याप्त गरीबी और बेरोजगारी की समस्या। बड़े ही दु:ख के साथ हमें कहना पड़ रहा हैं कि इतनी औद्योगिक-प्रगति के बाद भी आज हमारे देश में असंख्य ऐसे लोग हैं, जिन्हें दो जून की रोटी भी भरपेट नसीब नहीं होती। ऐसा नहीं हैं कि सरकार इस समस्या के प्रति सदैव उदासीनता का रवैया रखती है। सरकार प्रत्येक वर्ष अनेक ऐसी योजनाओं का ऐलान करती है जिनके माध्यम से देश को गरीबी और बेरोजगारी से कुछ न कुछ मुक्त किया जा सकता है।

इसके अतिरिक्त, इस पावन दिवस पर प्रधानमंत्री विदेश नीति आदि को भी स्पष्ट करते हैं और वैश्विक-परिदृश्य में भारत का जो स्थान बन रहा है उसका भी सटीक रेखांकन इस भाषण में किया जाता है।

व्यापक रूप से विचार किया जाए, तो स्वतंत्रता दिवस के रूप में आयोजित होने वाला यह पवित्र समारोह एक प्रकार से देश की स्वतंत्रता की ही अक्षुणता को पुष्ट करता है और इसे निरन्तर बनाए रखने के लिए हमें प्रेरित करता है।

Independence Day Essay in Hindi 800 Words

हमारी स्वतंत्रता के 70 वर्ष

अपने अथक प्रयास और जीवन भर के आन्दोलनों और संघर्षों के परिणामस्वरूप, सन् 1947 में हमने स्वतंत्रता प्राप्त की थी आज उसके सत्तर वर्ष पूरे हो गये हैं। पर आज भी हमें ऐसा ही प्रतीत होता है कि मानों ये मूल्यवान वस्तु हमने अभी कल-परसों ही प्राप्त की हो। यह, हमारी उस स्वतंत्रता से भारतीयों के आन्तरिक जुड़ाव का कारण ही है। हम अपने भारत को भारत माता कह कर यूं ही सम्बोधित नहीं करते। सन् 1947 की वह सुबह आज भी हमारे बूढ़े-बुजुर्गों को याद है, जिसकी खुली हवा में उन्होंने जी भर कर सांस ली थी। पहली बार स्वाधीन होने का बोध उन्हें प्राप्त हुआ था। आज भी हमारे बुजुर्ग उस चिर-स्मरणीय सुबह को भूले नहीं हैं।

हमने आजादी प्राप्त करने से पूर्व, एक लम्बी और यातना भरी पराधीनता को भोगा था। भारत का इतिहास पराधीनता के उस यातनापूर्ण अनुभवों से भरा पड़ा है। अंग्रेजों ने न केवल हमें राजनैतिक रूप से पराधीन बनाया था, अपितु उनके साम्राज्यवादी स्वार्थों ने मानवता की सारी हदों को लांघते हुए, हम भारतीयों के पूरे समाज को एक मंडी में परिवर्तित कर दिया था। हमारा गौरव पूर्ण सामाजिक-सांस्कृतिक और धार्मिक इतिहास तब खून के आँसू रो रहा था। अंग्रेजों ने अपने आर्थिक स्वार्थों को निर्विवाद रूप से पूरा करने के लिए ही अपना उपनिवेश बनाया था। यहाँ के उद्योग-धंधे, व्यवसाय और कृषि-व्यवस्था, सभी को उन्होंने व्यापक रूप से तहस-नहस कर दिया था। जिस समय भारत ने अपनी स्वतंत्रता प्राप्त की उस समय वह सामाजिक और आर्थिक रूप से तहस-नहस हो चुका था। समूचा देश राजनैतिक अस्थिरता के भयानक दौर से भी गुजर रहा था। आजादी के साथ ही भारत को विभाजन की पीड़ा से गुजरना पड़ा। एक देश, एक समाज और एक ही मानव समुदाय के भयानक विभाजन की दुर्दान्त पीड़ा हमें सहनी पड़ी थी। देश भर में अनेक साम्प्रदायिक दंगे हुए, जिनसे निपटना भारत सरकार के लिए प्राय: एक असंभव कार्य होता जा रहा था। किन्तु राजनैतिक सूझ-बूझ एवं अपने मानवीय सरोकारों के चलते, हमने कुछ ही समय में इस अंधी-साम्प्रदायिकता से तत्काल कुछ मुक्ति पा ली थी। किन्तु यह समस्या कोई एकतरफा समस्या नहीं थी। विभाजन के बाद भारत सरकार को एक व्यापक प्रवासन की स्थिति को भी झेलनी पड़ी और उससे निपटने के लिए खाद्य पदार्थों के साथ समुचित आवास की भी व्यवस्था करनी पड़ी जिसमें नाहक ही अत्यधिक मात्रा में सरकारी सम्पत्ति की बर्बादी हुई।

इसके अतिरिक्त, हमें जिस खोखली अर्थ-व्यवस्था और अस्त-व्यस्त समाज-व्यवस्था के साथ स्वतंत्रता प्राप्त हुई थी, उसे भी गतिशील करने की समस्या हमारे सामने थी। सरकार ने इस मामले में पूरी निष्ठा और लगन का परिचय यहां दिया। सरकार की ओर से अनेक ऐसी कल्याणकारी और विकासोन्मुख योजनाएं आरम्भ की गयी, जिनसे उस खोखली अर्थव्यवस्था में प्राण फेंके जा सकते थे। पंचवर्षीय योजनाएं सरकार के द्वारा निरन्तर बनाई और लागू की जाती रहीं। आज हम कह सकते हैं कि भारतीय अर्थव्यवस्था को पतन की स्थिति से उबारने में इन पंचवर्षीय योजनाओं की भूमिका महत्वपूर्ण भूमिका रही है।

वस्तुत: हमारा समाज मूल रूप से एक धर्मप्राण और जाति-आधारित समाज रहा है और समय के एक दीर्घ प्रवाह में उसमें अनेकानेक विकृतियाँ और विसंगतियां भी घर कर गयी हैं, जो भारतीय समाज को भीतर-भीतर ही अनेकानेक प्रकार से चूस रहीं है। सरकार ने आजादी के बाद इस विकराल समस्या का भी सामना किया। अनेकानेक सहकारी एवं समाजसेवी संस्थाओं की सहायता से सरकार ने समाज में एक समानता और परस्पर प्रेमभाव से रहने की चेतना विकसित करने का ग्रहणीय कार्य संपन्न किया। हालाँकि आज यह नहीं कहा जा सकता कि हमने अपनी सभी सामाजिक समस्याओं से पूर्णत: मुक्ति प्राप्त कर ली है। किन्त, फिर भी यह बात तो सच ही है कि हमने उल्लेखनीय प्रगति की है।

इसी के साथ भारत ने अपनी आजादी के बाद एक अन्य और समस्या का भी सामना किया। वह समस्या थी, राजनैतिक-अस्थिरता की समस्या। हालाँकि भारत इसके लिए सदैव सरदार वल्लभ भाई पटेल का ऋणी रहेगा। वस्तुत: स्वतंत्र भारत के एक मात्र ऐसे नेता थे। जिन्होंने देशी-रियासतों के रूप में विभाजित भारत को भारतीय संघ के रूप में अपनी अद्वितीय कर्मठता के चलते एकत्रित और संगठित किया।

इतना ही नहीं भारत को पाकिस्तान, चीन आदि अपने पड़ोसी देशों से लगातार युद्धों का सामना करना पड़ा है। किन्तु लाख चाहने पर भी ये राजनैतिक और संवैधानिक सत्ता को कभी अस्थिर नहीं कर सकें।

आज भारत वर्ष अपनी आजादी के बाद विकास की नयी उँचाइयों को छू रहा है। समस्याएं आज भी है, किन्तु समस्याओं से निपटने में भारत आज पूर्णत: सक्षम दिखलायी पड़ रहा है। जनसंख्या और बेरोजगारी आज भी देश की बड़ी समस्याएं हैं, किन्तु हमें यह पूरी आशा है कि भारत-वर्ष जल्द ही इन समस्याओं से अपने आप को मुक्त कर लेगा।

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15 august essay in hindi for class 7

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15 अगस्त पर निबंध हिंदी में | स्वतंत्रता दिवस पर निबंध

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15 अगस्त पर निबंध- स्वतंत्रता दिवस पर निबंध : 15 अगस्त, स्वतंत्रता दिवस, भारत के इतिहास में एक महत्वपूर्ण और गर्व का दिन है। यह दिन भारतीय स्वतंत्रता के अरमानों को साकार करने का दिन है और यह राष्ट्रीय उत्सव रूप में मनाया जाता है।

इस दिन को विशेष बनाने का कारण है भारत की आजादी के लिए संघर्ष करने वाले वीर सेनानियों का सम्मान करना और उनके बलिदान को याद करना। हम इस दिन पर ध्वज फहराते हैं, राष्ट्रीय गाने गाते हैं, और राष्ट्रीय संबोधन सुनते हैं।

स्वतंत्रता दिवस पर हमें अपने देश के प्रति समर्पण करना चाहिए। हमें अपने देश के विकास में सक्रिय रूप से शामिल होना चाहिए और देश के प्रति अपने जज्बे को संवर्धित करना चाहिए। यह एक ऐसा दिन है जिसमें हमें अपने देश की संस्कृति, विरासत, और विकास के प्रति गर्व महसूस होता है।

स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर हमें अपने स्कूल में भी विशेष कार्यक्रम आयोजित करने का अवसर मिलता है। हम देशभक्ति गाने गाते हैं, कविताएँ सुनते हैं, और समर्थन शाला के साथ ध्वज फहराते हैं। इससे हमारे स्कूल के बच्चों में राष्ट्रीय उत्साह और गर्व की भावना विकसित होती है

15 august essay Independence day in hindi

स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर हमें भारतीय संस्कृति और इतिहास को भी अध्ययन करने का अवसर मिलता है। हमें अपने राष्ट्रीय नायकों के बारे में जानकारी मिलती है और उनके साहसिक कार्यों को सुनने का भी मौका मिलता है। इससे हमारे दिल में देश के प्रति एक नया जोश भरता है और हम भारत के वीरों के बलिदान को समर्थन करने के लिए तत्पर हो जाते हैं।

स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर हमें अपने स्कूल में समर्थन शाला का भी आयोजन करने का मौका मिलता है। हम अपने वीर सेनानियों को याद करते हैं और उन्हें उनके बलिदान के लिए सम्मानित करते हैं। समर्थन शाला में हम उन्हें शुभकामनाएँ देते हैं और उनके बलिदान को सराहते हैं। इससे हमारे स्कूल के बच्चों में देशभक्ति की भावना और समर्थन के लिए एक उत्साह भर जाता है।

स्वतंत्रता दिवस के दिन हमें राष्ट्रीय भव्यता के साथ समर्थन शाला को संपन्न करने का मौका मिलता है। हमारे स्कूल के छात्र इस दिन को खास बनाने के लिए अपने नायकों की छवि और भारतीय ध्वज के साथ शाला को सजाते हैं। इससे स्कूल का माहौल उत्साह से भर जाता है और हर किसी को अपने देश के प्रति एक समर्थन भाव होता है।

स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर हमें देशभक्ति और समर्थन के भाव को अपने दिल में समाना चाहिए। हमें अपने देश के वीर सेनानियों को सम्मानित करना चाहिए और उनके बलिदान को समर्थन करना चाहिए। इससे हमारे देश के उज्जवल भविष्य की ओर एक प्रयास होता है और हम अपने देश के विकास में सक्रिय रूप से योगदान कर सकते हैं।

15 अगस्त का महत्व विश्व में भी बड़ा है। यह दिन भारतीय स्वतंत्रता के लिए एक महत्वपूर्ण अध्याय का साक्षी है। 1947 में इस दिन भारत ने ब्रिटिश शासन से अपनी आजादी प्राप्त की थी और एक स्वतंत्र राष्ट्र के रूप में उभरी थी। इस दिन के आगमन से पूरे देश में खुशियाँ मनाई गई थीं और लोग एक-दूसरे को बधाई देने आए थे।

15 अगस्त, 1947 को भारत ने ब्रिटिश शासन से अपनी स्वतंत्रता हासिल की थी। महात्मा गांधी, पंडित जवाहरलाल नेहरू, सरदार वल्लभभाई पटेल, भगत सिंह, सुभाष चंद्र बोस और अनेक वीर सेनानियों ने इस स्वतंत्रता संग्राम में अपना बलिदान दिया था। इस दिन के बाद से भारत एक संयुक्त राष्ट्र के रूप में अपनी पहचान बना रहा है।

समर्थन के तरीके:

स्वतंत्रता दिवस को खास बनाने के लिए हमें भारत के वीर सेनानियों को सम्मानित करने का समय निकालना चाहिए। हम उन्हें शुभकामनाएँ देने और उनके बलिदान को सराहने के लिए उनके सम्मान में विशेष कार्यक्रम आयोजित कर सकते हैं। इससे हमारे समाज में देशभक्ति और राष्ट्रीय उत्साह की भावना उत्पन्न होती है। हम अपने स्कूलों में देशभक्ति गाने गाते हैं, राष्ट्रीय ध्वज फहराते हैं, और वीर सेनानियों के बारे में जानकारी देते हैं।

स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर हमें भारतीय संस्कृति को भी बढ़ावा देना चाहिए। हमें अपनी भाषा, संस्कृति, और विरासत के प्रति गर्व महसूस होना चाहिए। इससे हमारे स्कूल के बच्चे अपनी संस्कृति के प्रति सम्मान रखते हैं और उसे आगे बढ़ाते हैं।

स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर हमें अपने देश के विकास में सक्रिय रूप से शामिल होना चाहिए। हमें अपने देश के लिए काम करने का संकल्प करना चाहिए और उसके लिए सहयोग करना चाहिए। इससे हम अपने देश के प्रति अपने दायित्व को निभाते हैं और उसे एक उच्चतम स्तर पर ले जाते हैं।

स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर हमें अपने देश के वीर सेनानियों को सम्मानित करने के साथ-साथ उनके बलिदान को समर्थन करने का भी मौका मिलता है। हम उन्हें शुभकामनाएं देते हैं और उनके साहसिक कार्यों को सराहते हैं। इससे हमारे देश के वीर सेनानियों को समर्थन मिलता है और हम उनके बलिदान को याद करते हैं।

संक्षिप्त में, 15 अगस्त स्वतंत्रता दिवस एक महत्वपूर्ण राष्ट्रीय उत्सव है जो भारतीय स्वतंत्रता का सम्मान करता है और वीर सेनानियों को सम्मानित करने के लिए अवसर प्रदान करता है। हमें इस दिन को खास बनाने के लिए स्कूल में समर्थन शाला, विशेष कार्यक्रम, और संस्कृति सम्मेलन का आयोजन करना चाहिए। इससे हमारे स्कूल के बच्चे देशभक्ति और राष्ट्रीय उत्साह की भावना से प्रभावित होते हैं और उन्हें देश के उत्थान में सक्रिय रूप से योगदान करने का अहसास होता है।

इस प्रकार, 15 अगस्त पर निबंध हमें यह बताता है कि हमारे देश की स्वतंत्रता के लिए लड़ने वाले वीर सेनानियों के बलिदान को समर्थन करना कितना महत्वपूर्ण है। इस दिन को हमें खास बनाने के लिए हमें स्कूलों में विशेष कार्यक्रम आयोजित करने चाहिए और बच्चों को देशभक्ति और राष्ट्रीय उत्साह के प्रति प्रेरित करना चाहिए। हमें अपने देश की संस्कृति, विरासत, और विकास के प्रति गर्व महसूस करना चाहिए और अपने देश के लिए सक्रिय रूप से योगदान करने का संकल्प करना चाहिए। इससे हम एक समृद्ध, उज्ज्वल, और समृद्धि युक्त भारत की ओर एक कदम आगे बढ़ सकते हैं।

स्वतंत्रता दिवस पर अगर आपको भाषण देना हो तो इस तरह करे तैयारी

क्या आपको भारतीय स्वतंत्रता दिवस का महत्व और इस दिन के उत्सव के बारे में जानकारी है? इस विशेष दिन को आप अपने स्कूल में कैसे मनाना चाहेंगे? हमें नीचे दिए गए सवालों के जवाब देने में खुशी होगी:

  • क्या 15 अगस्त को आपके स्कूल में कोई विशेष कार्यक्रम आयोजित होता है?
  • आपके स्कूल में कैसे वीर सेनानियों को सम्मानित किया जाता है?
  • आपको अपने देश के वीर सेनानियों के बारे में कौन से ज्ञात हैं?
  • आपके स्कूल में किस प्रकार से देशभक्ति का माहौल संजोता जाता है?
  • आपके परिवार या दोस्तों के साथ आप किस तरह से स्वतंत्रता दिवस मनाते हैं?

ध्यान देने योग्य बातें:

  • आपका उत्तर संक्षेप्त और सार्थक होना चाहिए।
  • अपने उत्तरों को संगठित रखें और सुन्दर भाषा में लिखें।
  • अपने उत्तरों में विवरण और उदाहरण देने से आपके उत्तर में गहराई आएगी।
  • अपने उत्तर में क्रिएटिविटी और अपने विचारों को व्यक्त करने का प्रयास करें।

यानी स्वतंत्रता दिवस के इस अवसर पर आप अपने देश के प्रति अपनी भावनाओं को बयां कर सकते हैं, अपने देश के वीर सेनानियों के बलिदान को समर्थन कर सकते हैं और एक अच्छे नागरिक के रूप में अपना योगदान दे सकते हैं। आप अपने स्कूल में समर्थन शाला का आयोजन करके वीर सेनानियों को सम्मानित कर सकते हैं और देशभक्ति गानों के आयोजन से आपके स्कूल में एक उत्साहपूर्ण वातावरण सृजित होगा।

इस स्वतंत्रता दिवस पर आपको अपने देश के वीर सेनानियों के बलिदान को समर्थन करने का एक अवसर मिलता है। आप उन्हें शुभकामनाएं देकर उनके साहसिक कार्यों को सराह सकते हैं और उनके बलिदान को याद करके उन्हें धन्यवाद दे सकते हैं। इससे आपके दिल में देश के प्रति एक अलग ही अनुभव होगा और आप एक अच्छे नागरिक के रूप में सक्रिय रूप से योगदान देने के लिए प्रेरित होंगे।

स्वतंत्रता दिवस के इस खास अवसर पर आप अपने स्कूल में समर्थन शाला का आयोजन कर सकते हैं और उसमें अपने समूह के साथ मिलकर वीर सेनानियों को सम्मानित कर सकते हैं। आप विभिन्न प्रतियोगिताओं, नाटकों, और भाषणों के माध्यम से वीर सेनानियों के बारे में जानकारी दे सकते हैं। इससे आपके स्कूल में देशभक्ति की भावना उत्पन्न होगी और आपके समूह के सभी सदस्य एक संघर्ष के लिए एकजुट होंगे।

अपने परिवार और दोस्तों के साथ आप स्वतंत्रता दिवस को खास बना सकते हैं। आप इस दिन को गाने गाकर, फिल्में देखकर, और विभिन्न राष्ट्रीय विषयों पर चर्चा करके इसे यादगार बना सकते हैं। आप अपने परिवार के सभी सदस्यों के साथ मिलकर एकजुट होकर देशभक्ति का एहसास कर सकते हैं ।

आपके सवालों के जवाब

भारत की स्वतंत्रता किसने लड़ी थी.

उत्तर: भारत की स्वतंत्रता के लिए महात्मा गांधी, सुभाष चंद्र बोस, जवाहरलाल नेहरू, भगत सिंह, राजगुरु और अन्यों ने समर्थन किया और वीरता से लड़ाई दी थी।

स्वतंत्रता दिवस को क्यों मनाया जाता है?

उत्तर: स्वतंत्रता दिवस 15 अगस्त को मनाया जाता है क्योंकि इस दिन वर्ष 1947 में भारत ने ब्रिटिश शासन से स्वतंत्रता प्राप्त की थी।

स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर देशवासियों को कैसे योजनाएं बनाने के लिए प्रोत्साहित किया जा सकता है?

उत्तर: स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर देशवासियों को समृद्धि के लिए योजनाएं बनाने के लिए उत्साहित किया जा सकता है। सरकार और सामाजिक संगठनों को लोगों को रोजगार, शिक्षा, स्वास्थ्य, और सामाजिक क्षेत्रों में योजनाएं बनाने के लिए प्रोत्साहित करना चाहिए।

स्वतंत्रता के लिए समर्पण करने का महत्व क्या है?

स्वतंत्रता के लिए समर्पण करना भारत के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। हमारे समर्पण और संघर्ष से हम अपने देश को एक महान और सशक्त राष्ट्र बना सकते हैं।

स्वतंत्रता दिवस का महत्व किसे याद दिलाने के लिए ध्वज गिराने का विधान है?

स्वतंत्रता दिवस के दौरान ध्वज गिराने का विधान है ताकि लोग स्वतंत्रता के महत्व को याद रखें और इसे समर्थन करें। यह ध्वज गिराने का विधान लोगों को यह समझाता है कि हमें स्वतंत्रता के अर्थ को समझना और उसे महसूस करना चाहिए।

स्वतंत्रता दिवस हमारे लिए एक गर्व और उत्साह का दिन है। यह दिन हमें अपने देश के प्रति समर्पित होने का अहसास दिलाता है और हमें यह याद दिलाता है कि हमारे पूर्वजों ने किसी महंगी कीमत पर हमें आजाद देश में जन्म देने का संकल्प किया था। हमें इस दिन को याद करके अपने देश के लिए समर्पण करना चाहिए और देश के उन वीर सेनानियों को सम्मानित करना चाहिए जिन्होंने अपने प्राणों की आहुति देकर हमारे देश की स्वतंत्रता को सच्ची बड़ी कीमत पर हासिल किया।

इस विशेष दिन पर हमें अपने देश की संस्कृति, विरासत, और विकास के प्रति गर्व महसूस करना चाहिए। हमें भारतीय संस्कृति को बढ़ावा देना चाहिए और अपने देश के विकास में सक्रिय रूप से शामिल होना चाहिए। हमें यह भी समझना चाहिए कि स्वतंत्रता के साथ जिम्मेदारी भी आती है और हमें अपने देश के प्रति उन्नति के लिए समर्पण करना चाहिए।

आइये, हम सभी मिलकर अपने देश के विकास में योगदान दें और देश की स्वतंत्रता, समृद्धि, और समृद्धि के लिए समर्पित रहें। हमारे पूर्वजों के संघर्षों और बलिदान को समझकर हम एक उच्चतम दृष्टिकोण से अपने देश के उत्थान में सहायता कर सकते हैं। स्वतंत्रता दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं।

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स्वतंत्रता दिवस 15 अगस्त पर निबंध - Essay on Independence Day in Hindi

Independence day essay in hindi for school: क्या आप स्वतंत्रता दिवस पर हिंदी में एक अनोखा, प्रभावशाली और दिल को छू लेने वाला निबंध लिखना चाहते हैं 100, 200, 500 शब्दों तक के विभिन्न independence day essay in hindi for school के लिए इस लेख को देखें। .

Pragya Sagar

Independence Day Essay in Hindi for School: 15 अगस्त 1947 को हमारे इस मातृभूमि का पहला स्वतंत्रता दिवस था. आज जिस भूमि को हम अपना आज़ाद वतन मानते हैं उसे आज़ाद हुए 77 वर्ष हो चुके हैं. सोने की चिड़िया से ब्रिटिश कॉलोनी बनने से लेकर दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्रों में से एक बनने का भारत देश का लंबा सफर सराहनीय और विख्यात है. आज हम इस आज़ादी की हवा में सांस ले पा रहे हैं क्यूंकि हमारे पूर्वजों ने हमें यह आज़ादी दिलाने के लिए 200 वर्ष तक संघर्ष किया। इसलिए आजादी का यह जश्न पूरे देश में देशभक्ति और उत्साह के साथ मनाया जाता है। आज के दिन विद्यार्थियों में विशेष उत्सुकता देखी जाती है. देश भर के स्कूलों में इस अवसर को उत्साह के साथ मनाते हैं. देश के बच्चे और युवा ही इसका भविष्य है. इनमें देशभक्ति की भावना जगाने के लिए निबंध लेखन, स्पीच कॉम्पीटीशन्स, नाटक, पेट्रियोटिक गीत और नृत्य के कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं जिनमे बच्चे बढ़-चढ़ के हिस्सा लेते हैं. 

इस लेख में, हमने स्कूल स्टूडेंट्स के लिए अंग्रेजी में 15 अगस्त स्वतंत्रता दिवस पर निबंध संकलित किया है। ये निबंध 100 से 500 शब्दों तक के हैं। हमने उन छात्रों के लिए अतिरिक्त सामग्री भी प्रदान की है जो अपने निबंध को और लंबा करना चाहते हैं या उसके किसी हिस्से को संशोधित करना चाहते हैं। 

  • Essay on Independence Day in English
  • स्कूल के बच्चो के लिए स्वतंत्रता दिवस भाषण 2023 हिंदी में

हिंदी निबंध लेखन टिप्स 

  • अपने निबंध को उद्धरणों, कहावतों, नारों आदि के साथ शुरू से ही दिलचस्प बनाएं।
  • सही व्याकरण के साथ सरल भाषा का प्रयोग करें।
  • अपनी छाप छोड़ने के लिए दिल को छू लेने वाली कहावत, नारा या उद्धरण शामिल करें।
  • सबसे महत्वपूर्ण बात यह सुनिश्चित करें कि आपका स्वतंत्रता दिवस निबंध तथ्यात्मक है और इसमें कोई गलत, असत्यापित जानकारी नहीं है।
  • सत्यापित जानकारी प्राप्त करने के लिए जागरण जोश जैसे प्रामाणिक स्रोत का सहारा लें।

हिंदी स्वतंत्रता दिवस निबंध 

  • स्वतंत्रता दिवस 15 अगस्त 2023 पर भाषण - Independence Day Speech in Hindi
  • Independence Day Short Speech in English 2023 for School Students

हिंदी स्वतंत्रता दिवस निबंध 100 शब्दों में 

गूंज रहा है दुनिया में हिंदुस्तान का नारा चमक रहा है आसमान में तिरंगा हमारा!

15 अगस्त, 2023, ब्रिटिश कोलोनिल राज से भारत का 77वां स्वतंत्रता दिवस है. यह एक ऐतिहासिक दिन है और हमारे देशवासियों के बीच देशप्रेम, समर्पण और एकता का प्रतीक है.

स्वतंत्रता दिवस समारोह की शुरुआत दिल्ली के लाल किले पर प्रधान मंत्री द्वारा राष्ट्रीय ध्वज फहराने के साथ होती है, जिसके बाद पूरे देश में देशभक्ति समारोह मनाया जाता है. स्वतंत्रता दिवस हमारे स्वतंत्रता सेनानियों और नेताओं के बलिदान को याद करने का समय है जिन्होंने हमारी आजादी के लिए अपने प्राणों की आहुति दे दी. स्वतंत्रता दिवस हमें भारत माता की उन्नति और प्रगति के प्रति हमारे कर्तव्यों की याद दिलाता है.

हिंदी स्वतंत्रता दिवस निबंध 200 शब्दों में 

  "स्वराज मेरा जन्मसिद्ध अधिकार है, और मैं इसे लेकर रहूँगा" - बाल गंगाधर तिलक

15 अगस्त यानि भारतीय स्वतंत्रता दिवस देश के इतिहास के सबसे महत्वपूर्ण दिनों में से एक है। 15 अगस्त 2023 को ब्रिटिश कोलोनियल राज से हमारे देश की आजादी की 76 वीं वर्षगांठ है।

इस दिन को मनाने के लिए पूरा देश एक साथ आता है। माननीय प्रधान मंत्री नई दिल्ली में लाल किले पर भारतीय तिरंगे फहराते हैं। देश के सभी राज्यों में राज्याधिकारी और अन्य नेता राष्ट्रीय ध्वज फहराते हैं, देशभक्ति के गीत गाते हैं और सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित करते हैं जो हमारे अंदर एकता और गौरव की भावना का नवनिर्माण करते हैं. 

भारत को 1947 में आजादी मिल गई थी लेकिन इस आजादी की लड़ाई कई वर्षों लंबी और कठिन थी. स्वतंत्रता की इस लड़ाई का नेतृत्व प्रख्यात नेताओं और स्वतंत्रता सेनानियों ने किया। खून पसीना बहाकर, अपने भविष्य का निःस्वार्थ त्याग कर, अपने जीवन का बलिदान दिया और करोड़ों भारतीयों को ब्रिटिश उत्पीड़न के खिलाफ आवाज उठाने के लिए प्रेरित किया। स्वतंत्रता दिवस हमारे पूर्वजों के इन बलिदानों की याद दिलाता है। यह हमें अपनी स्वतंत्रता को संजोने और राष्ट्र की भलाई के लिए काम करने की प्रेरणा देता है।

स्वतंत्रता दिवस समारोह से हमें विविधता में एकता की याद दिलाने के लिए है। यह राष्ट्रवाद की भावना को फिर से जगाने और हमारे देश की वृद्धि और विकास में योगदान देने का समय है।

हिंदी स्वतंत्रता दिवस निबंध 500 शब्दों में

तिरंगा सिर्फ आन या शान नहीं है हम भारतीयों की जान है।

स्वतंत्रता दिवस का प्रत्येक भारतीय के दिल में एक महत्वपूर्ण स्थान है क्यूंकि यह हिन्दुस्तानियों की एकता और अटूट भाईचारे की विजय के साथ चिह्नित है। यह आज़ादी हमें 200 सालों की यातना, उत्पीड़न, युद्ध और बलिदान के बाद  15 अगस्त, 1947 को मिली. ब्रिटिश कोलोनियल शासन से कड़ी मेहनत से हासिल की गई यह आजादी लोकतंत्र का जश्न है. यह भारत के इतिहास में एक नये युग की शुरुआत का प्रतीक है।

दशकों के अथक संघर्ष और बलिदान से सजी स्वतंत्रता की यात्रा कठिन थी। महात्मा गांधी, रानी लक्ष्मी बाई, जवाहरलाल नेहरू, सुभाष चंद्र बोस, भगत सिंह और सरोजिनी नायडू जैसे असंख्य नेताओं और सेनानियों की मेहनत और बलिदान को किसी प्रकाश की आवश्यकता नहीं है. देश को इन्हीं वीरों के बलिदान के कारण आजादी मिली, जिन्होंने भारत के उज्ज्वल भविष्य के लिए अपना आज कुर्बान कर दिया. 

स्वतंत्रता दिवस समारोह की शुरुआत हमारे प्रधान मंत्री द्वारा नई दिल्ली के लाल किले पर राष्ट्रगान और इक्कीस तोपों की सलामी के साथ भारतीय राष्ट्रीय ध्वज फहराने से होती है। इस भव्य समारोह में कई सरकारी अधिकारी, विदेशी गणमान्य, स्कूली छात्र और कई अन्य नागरिक शामिल होते हैं.

ध्वजारोहण के बाद, माननीय प्रधान मंत्री राष्ट्र को संबोधित करते हैं और पिछले वर्ष में राष्ट्र की उपलब्धियों को दर्शाते हुए और आने वाले वर्षों के लिए राष्ट्र के दृष्टिकोण को सामने रखते हुए भाषण देते हैं. विभिन्न जीवंत सांस्कृतिक कार्यक्रम, नृत्य, डायन इत्यादि भारत की विविध विरासत और एकता को प्रदर्शित करते हैं. स्वतंत्रता की हवा में हमारा राष्ट्रीय ध्वज गर्व से ऊँचा लहराता है.

स्वतंत्रता दिवस का जश्न पूरे देश में जोरों शोरों से मनाया जाता है। राजधानी दिल्ली से लेकर और सभी राज्य की राजधानियों और छोटे से छोटे गांव तथा कस्बों में सभी उत्साह से स्वतंत्रता का जश्न मनाते हैं. भारत के कोने-कोने में तिरंगा लहराता है. स्वतंत्रता दिवस समारोह देश के प्रति देशवासियों का प्रेम और देश के बेहतर भविष्य के प्रति प्रतिबद्धता के साथ आयोजित किए जाते हैं। सरकारी कार्यालयों, स्कूलों और कॉलेजों में तिरंगा फहराया जाता है। बच्चे हाथों में भारतीय झंडे लेकर शान से घूमते नजर आते हैं. यह उन बहादुर स्वतंत्रता सेनानियों के बलिदान की याद दिलाता है जिन्होंने देश की आजादी के लिए अताह संघर्ष किया। यह भारतीयों में गर्व और देशभक्ति की गहरी भावना पैदा करता है, उनसे अपनी कड़ी मेहनत से अर्जित स्वतंत्रता की रक्षा करने और उसे संजोने और देश की प्रगति में योगदान देने का आग्रह करता है।

यह महज़ एक बधाइयों और खुशियों का दिन नहीं है. स्वतंत्रता दिवस समारोह का सार केवल उल्लासपूर्ण समारोहों से परे है। स्वतंत्रता दिवस बच्चे, युवाओं और बुजुर्गों को उन चुनौतियों की याद दिलाता देता है है जिनका मुकाबला हमारे पूर्वजों ने किया था और उन चुनौतियों की दस्तक के बारे में आगाह करता है जो हमारे सामने हैं।

स्वतंत्रता दिवस केवल स्मरणोत्सव और उत्सव का दिन नहीं है, बल्कि स्वराज और राष्ट्र-निर्माण के प्रति हमारी प्रतिबद्धता का नवीनीकरण है। यह भारतीयों को एकता, समानता और सांप्रदायिक सद्भाव की भावना को कभी न खोने देने के लिए प्रेरित करता है।

लता मंगेशकर का लोकप्रिय व सदाबहार गीत के बोल “ए मेरे वतन के लोगों, ज़रा आँखों में भर लो पानी, जो शहीद हुए हैं उनकी, ज़रा याद करो कुर्बानी” हमारे स्वतंत्रता के सच्चे सार बयान करता है. 

यह दिन है अभिमान का, है भारत माता के मान का ! नहीं जाएगा रक्त व्यर्थ, वीरों के बलिदान का !!

  • Independence Day 15 August Poems in English for School Children
  • Speech on Independence Day 2023 in English for School Students and Children

Independence Day Slogans in Hindi

  • ‘करो या मरो’,
  • ‘आराम हराम है’
  • ‘अंग्रेजों भारत छोड़ो'
  • ‘तुम मुझे खून दो मै तुम्हे आजादी दूंगा’
  • ‘इंकलाब जिंदाबाद’
  • ‘सत्यमेव जयते’
  • ‘वंदे मातरम’
  • ‘स्वराज मेरा जन्मसिद्ध अधिकार है और मैं उसे लेकर ही रहूँगा’
  • ‘जय जवान जय किसान’
  • ‘सारे जहाँ से अच्छा हिन्दोस्तां हमारा’
  • ‘विजयी विश्व तिरंगा प्यारा, झंडा ऊँचा रहे हमारा’
  • ‘सरफ़रोशी की तमन्ना, अब हमारे दिल में है, देखना है ज़ोर कितना, बाज़ु-ए-कातिल में है?

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  • हम स्वतंत्रता दिवस क्यों मनाते हैं 200 शब्द निबंध? + "15 अगस्त यानि भारतीय स्वतंत्रता दिवस देश के इतिहास के सबसे महत्वपूर्ण दिनों में से एक है। 15 अगस्त 2023 को ब्रिटिश कोलोनियल राज से हमारे देश की आजादी की 76 वीं वर्षगांठ है। इस दिन को मनाने के लिए पूरा देश एक साथ आता है।" स्वतंत्रता दिवस पर पूरे 200 शब्दों का निबंध देखने के लिए इस आर्टिकल को पूरा पढ़ें.
  • स्वतंत्रता दिवस 15 अगस्त पर निबंध कैसे लिखें? + 15 अगस्त, 1947 को भारत देश अंग्रेजो से आजाद हुआ. यह गौरव का दिन देशवासी उल्लास और दर्शप्रेम की भावना से मनाते हैं. 15 अगस्त स्वतंत्रता दिवस पर निबंध लिखने के लिए जरूररी है की आप इस आज़ादी के सफर की गाथा को दिल से समझ कर, आसान एवं सरल भाषा में प्रस्तुत करें.
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स्वतंत्रता दिवस पर निबंध: 15 अगस्त पर निबंध – 15 August Essay in Hindi 10 lines

15 अगस्त स्वतंत्रता दिवस पर निबंध: 15 अगस्त हमारे देश का एक राष्ट्रीय पर्व है, जिसे हम स्वतंत्रता दिवस के रूप में हर वर्ष बड़ी ही धूम-धाम से हर्ष और उल्लास के साथ मनाते है। इस दिन 15 अगस्त 1947 में हमारा देश 200 वर्षों बाद अंग्रेजी हुकूमत की गुलामी से पूरी तरह आजाद हो ... Read more

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Reported by Dhruv Gotra

Published on 20 April 2024

15 अगस्त स्वतंत्रता दिवस पर निबंध : 15 अगस्त हमारे देश का एक राष्ट्रीय पर्व है, जिसे हम स्वतंत्रता दिवस के रूप में हर वर्ष बड़ी ही धूम-धाम से हर्ष और उल्लास के साथ मनाते है। इस दिन 15 अगस्त 1947 में हमारा देश 200 वर्षों बाद अंग्रेजी हुकूमत की गुलामी से पूरी तरह आजाद हो गया था। जिसके आजाद होने के पीछे हमारे देश के बहुत से स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों के योगदान की अहम भूमिका है जिन्होंने अपने प्राणों को परवाह किये बिना देश की आजादी के लिए खुद को इस न्योछावर कर दिया, ऐसे सभी स्वतंत्रता सेनानियों की इस निस्वार्थ देशभक्ति को याद करें उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित कर हम सभी देशवासियों द्वारा हर वर्ष देश की आजादी के दिन को याद करके बड़े ही सम्मान के साथ अपने राष्ट्रीय ध्वज को विद्यालयों, कालेजों, बैंक व कार्यालयों में फहराया जाता है।

स्वतंत्रता दिवस पर निबंध | 15 अगस्त पर निबंध हिंदी में कैसे लिखें - 15 august essay in hindi 10 lines

इसके साथ ही इस दिन विद्यालयों में बच्चों की निबंध, पोस्टर मेकिंग व भाषण प्रतियोगिता आयोजित करवा कर उन्हें बढ़-चढ़कर भाग लेने के लिए भी प्रेरित किया जाता है।

स्वतंत्रता दिवस (15 अगस्त) पर निबंध

15 अगस्त 1947 को हमारा देश ब्रिटिश शासन से मुक्त होकर एक स्वतंत्र राष्ट्र बना था। 14 और 15 की मध्य रात्रि को कई विद्रोह के बाद भारत को स्वतंत्रता प्राप्त हुयी थी। हमें स्वतंत्र हुए आज पूरे 76 वर्ष हो गए हैं।

हमारा भारत 200 वर्ष तक अंग्रेजों के अधीन था जिसके बाद हमारे देश में आजादी के लिए काफी लड़ाई लड़ी गयी। जिसमें बहुत से महापुरुषों ने अपना बलिदान दिया और भारत को एक स्वतंत्र देश बनाया। इस वर्ष हम स्वतंत्रता दिवस की 76वीं वर्षगांठ मना रहें है।

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स्वतंत्रता दिवस के उपलक्ष्य में पूरा देश हर वर्ष पूरे हर्ष और उल्लास के साथ इस दिन को राष्ट्रीय त्यौहार के रूप में मनाते है। और स्कूल, कॉलेज और भारत के सभी संस्थानों में तिरंगा फहराया जाता है। और इस दिन बच्चे सांस्कृतिक कार्यक्रमों में भाग लेते है और हास्य, नाटक, भाषण, नृत्य, जैसे कार्यक्रम आयोजित करते हैं।

स्वतंत्रता-दिवस-पर-निबंध

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15 अगस्त पर निबंध -1 (Swatantrata Diwas Par Nibandh)

इस दिन देश के प्रधानमंत्री जी भारत की राजधानी दिल्ली के लाल किला पर झंडा फहराते है और उसके बाद राष्ट्र गान गाया जाता है और साथ ही 21 तोपों की सलामी भी दी जाती है।

उसके उपरान्त प्रधानमंत्री जी लाल किले से पूरे देश को सम्बोधित करते है और स्वतंत्रता दिवस के उपलक्ष्य में वहां और भी बहुत से लोग और बच्चे उपस्थित होते है। स्वतंत्रता दिवस के दिन हमारे सैनिक और एनसीसी कैडेट परेड करते है। परेड, और विभिन्न राज्यों की झाँकियाँ निकाली जाती है तथा बच्चों द्वारा रंगारंग कार्यक्रम प्रस्तुत किये जाते हैं। प्रधानमंत्री जी के द्वारा दिया गया भाषण तथा लाल किले पर किये जाने वाले सभी कार्यक्रम लाइव (LIVE) प्रसारण किया जाता है। इस भाषण को पूरा देश अपने रेडियो और टेलीविजन के माध्यम से सुनता है।

भारत को आजादी दिलाने में कुछ महापुरुषों ने अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है उन्होंने अपनी जान गंवा कर हमें एक स्वतंत्र राष्ट्र प्रदान किया है। इनमें से कुछ महापुरुषों के नाम इस तरह है- भगत सिंह, रानी लक्ष्मी बाई, चंद्र शेखर आजाद, सुभाष चंद्र बोस, मंगल पाण्डे, राज गुरु, सुख देव, महात्मा गाँधी।

इस दिन महापुरुषों की कुर्बानियों को याद किया जाता है। और उन्हें भावपूर्ण श्रद्धांजलि दी जाती है। आज के दिन स्कूलों में छात्र-छात्राओं में मिष्ठान का वितरण किया जाता है। सारे सरकारी दफ्तर में झंडा फहराया जाता है। इस दिन भारत के सभी सरकारी कार्यालय का अवकाश रहता है। स्वतंत्रता दिवस को सभी राज्य के मुख्यमंत्री अपने राज्य में ध्वजारोहण करते है।

Essay on Independence Day in Hindi – 15 अगस्त पर निबंध

15 अगस्त को ध्वजारोहण, परेड और सांस्कृतिक कार्यक्रमों के साथ राष्ट्रीय त्यौहार के रूप में मनाया जाता है। स्कूल, कॉलेज, कार्यालय, समाज परिसर, सरकारी और निजी संगठन के माध्यम से 15 अगस्त के शुभ अवसर पर समारोह आयोजित किया जाता है।

इस दिन को भारत के सभी नागरिकों के द्वारा बहुत उत्साह के साथ स्वतंत्रता दिवस को मनाया जाता है भारत के प्रधानमंत्री जी के द्वारा लाल किला दिल्ली में इस दिन, झंडा फहराया जाता हैं और भाषण द्वारा राष्ट्र को संबोधित करते हैं। 

दूरदर्शन पूरे कार्यक्रम का टेलीविजन पर सीधा प्रसारण करता है। 15 अगस्त 1947 को प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरू ने पहला झंडा रोहण समारोह किया था। भारत या विदेश में रहने वाले प्रत्येक भारतीय नागरिक के दिल में इस दिन का बहुत महत्व है। क्योंकि वर्षों के संघर्ष के बाद भारत को 15 अगस्त को आजादी जो मिली, इस दिन भारतीय नागरिकों को अंग्रेजों से पूर्ण स्वतंत्रता मिली और पूर्ण स्वायत्तता प्राप्त हुई।

यह दिन हमें स्वतंत्रता सेनानियों के संघर्षों और स्वतंत्रता प्राप्त करने में उनके द्वारा बलिदान किए गए जीवन की भी याद दिलाता है। हमारे वीरों ने जिस दर्द से वह मुश्किल समय व्यतीत किया है, वह हमें याद दिलाता है कि आज हम जिस आज़ादी का आनंद ले रहे हैं, वह लाखों लोगों का खून बहाकर हासिल की है।

यह भारत के प्रत्येक नागरिक के अंदर देशभक्ति की भावना को भी जगाता है। यह वर्तमान पीढ़ी को उस समय के लोगों के संघर्षों को करीब से समझती है और उन्हें भारत के स्वतंत्रता सेनानियों से परिचित कराती है।

स्वतंत्रता दिवस का महत्व

15 अगस्त (स्वतंत्रता दिवस) लोगों में देशभक्ति की भावना पैदा करता है। यह लोगों को एकजुट करता है और उन्हें यह महसूस कराता है कि हम एक राष्ट्र हैं जहां कई अलग-अलग भाषाएं, धर्म और सांस्कृतिक मूल्य हैं। अनेकता में एकता भारत का प्रमुख सार तत्व और शक्ति है। 

हम दुनिया के सबसे बड़े लोकतांत्रिक देश का हिस्सा होने पर गर्व महसूस करते हैं, जहां सत्ता आम आदमी के हाथ में है। हर साल 15 अगस्त को हम उस दिन को मनाते हैं जब हम एक स्वतंत्र राष्ट्र बन गए, जिसका अर्थ है कि हम खुद पर शासन करने के लिए स्वतंत्र थे और किसी और के द्वारा शासित नहीं थे।

मैं हिन्दू हूँ, तू मुस्लिम है, है दोनों इंसान, ला मैं तेरी गीता पढ़ लूँ, तू पढ़ ले कुरान, इस स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर, है मेरा बस एक ही अरमान, एक थाली में खाना खाये सारा हिन्दुस्तान!!

जय हिन्द !……. जय भारत !…..

Independence Day History

अंग्रेजों ने भारत में लगभग 200 वर्षों तक शासन किया है। ब्रिटिश शासन के तहत, लोगों का जीवन दयनीय था। भारतीयों के साथ गुलाम जैसा व्यवहार किया जाता था और उन्हें उनसे कुछ भी कहने का कोई अधिकार नहीं था। 

भारतीय शासक ब्रिटिश अधिकारियों के हाथों की कठपुतली मात्र थे। ब्रिटिश शिविरों में भारतीय सैनिकों के साथ अमानवीय व्यवहार किया जाता था और किसान भूख से मर रहे थे क्योंकि वे फसल नहीं उगा सकते थे और उन्हें भारी भूमि कर देना पड़ता था।

आजादी से पहले अंग्रेजों के द्वारा भारतीय नागरिकों को पर कई अत्याचार किये गए। उन्हें अपना जीवन व्यतीत करने के लिए किसी भी प्रकार की स्वतंत्रता प्राप्त नहीं थी। हमारे स्वतंत्रता सेनानियों के द्वारा भारत को आजादी दिलाने के लिए कई संघर्षों का सामना करना पड़ा था।

भारत के प्रसिद्ध नेताओं एवं स्वतंत्रता सेनानियों के द्वारा आजादी के लिए अंग्रेजों से लड़ाई लड़ी गयी जिसमें मुख्य रूप से महात्मा गाँधी, भगत सिंह, सरदार वल्लभ भाई पटेल, सुभाष चंद्र बोस, जवाहर लाल नेहरू, दादा भाई नौरोजी, रानी लक्ष्मी बाई, मंगल पांडे, आदि महान व्यक्तियों के द्वारा आजादी की लड़ाई लड़ी गयी थी। इन महान व्यक्तियों के द्वारा देश को आजादी दिलाने के लिए अपने प्राणों का भी बलिदान दिया गया था।

लड़े वो वीर जवानों की तरह , ठंडा खून फौलाद हुआ , मरते मरते भी मार गिराएं , तभी तो देश आजाद हुआ।

1619 में सूरत के उत्तर पश्चिमी तट में अंग्रेजों के माध्यम से भारतीय उप महाद्वीप में अपना प्रथम चौकी की स्थापना की गयी बॉम्बे ,मद्रास और कोलकाता में ईस्ट इण्डिया कम्पनी के तहत तीन स्थायी व्यापारिक स्टेशन की स्थापना की गयी।

19वीं सदी के मध्य में ब्रिटिश शासन के द्वारा इन मुख्य क्षेत्रों में अपने प्रभाव के विस्तार को प्रचलित किया गया। इसके साथ ही भारत पाकिस्तान और बांग्लादेश के अधिकतर भागों में भी अंग्रेजों का शासन चलता था।

ब्रिटिश शासन के अंतर्गत स्थानीय राजाओं के साथ समझौता करके भारत के विभिन्न भागों को नियंत्रित करने का कार्य शुरू किया गया। विद्रोही भारतीय सैनिकों के द्वारा सन 1857 में उत्तरी भारत में एक विद्रोह अंग्रेजों की सरकार East India Company से क्राउन हेतु सभी राजनीतिक अधिकार को ट्रांसफर करने का मार्गदर्शन किया गया।

यह भी देखें;- दिवाली पर निबंध (Diwali Essay)

स्वतंत्रता दिवस – भारत के कुछ ऐतिहासिक पल

भारत के कुछ ऐतिहासिक पल जैसे कि- अंग्रेजों का भारत आना , भारत देश एक गुलाम के तौर पर , राष्ट्रीय कांग्रेस पार्टी की स्थापना , साम्प्रदायिक दंगे और भारत का बँटवारा , स्वतंत्र भारत और आजादी का त्यौहार , आदि

अंग्रेजों का भारत आना

  • अंग्रेजों का आगमन भारत में 17वीं शताब्दी में हुआ था। वे भारत में व्यापार करने के उद्देश्य से आये थे। उनका मुख्य उद्देश्य भारत में अपना व्यापार स्थापित करना था। धीरे-धीरे उन्हें भारत में अपना व्यापार स्थापित पूर्ण रूप से स्थापित कर लिया और बहुत से भारतीय राजाओं को युद्ध में पराजित करके उन्होंने उनके सभी इलाकों पर अपना शासन स्थापित किया। 18वीं सदी तक ब्रिटिशो ने अपनी ईस्ट इंडिया कम्पनी को पूर्ण रूप से जमा लिया था।

भारत देश एक गुलाम के तौर पर

  • अब सभी भारतीयों को पूर्ण रूप से पता लग चूका था कि वे सभी गुलाम बन चुके है। ब्रिटिशों द्वारा भारतीयों को अंग्रेजी सिखाने व अन्य तौर तरीके सीखने के लिए उनसे कुछ भी करा लेते थे जो भारतीयों को समझ नहीं आता था, उन्हें लगता था वो हमें अंग्रेजी और अन्य तौर तरीके सिखाने में हमारे मदद कर रहें है। लेकिन ऐसा करते-करते ब्रिटिश भारतीयों पर शासन करने लगे। ब्रिटिशों ने भारतीयों को न केवल शारीरिक बल्कि उन्हें मानसिक रूप से भी परेशान किया। इसी के बाद बहुत से युद्ध भी हुए।

राष्ट्रीय कांग्रेस पार्टी की स्थापना

  • देश में जब युद्ध जैसी स्थिति बनी हुई थी उसी समय 64 सदस्यों के साथ दिसम्बर वर्ष 1885 को राष्ट्रीय कांग्रेस पार्टी की स्थापना की गयी। इस पार्टी में देश के सभी लोग बढ़ चढ़कर शामिल होने लगे। राष्ट्रीय कांग्रेस पार्टी में मुख्य भूमिका दादा भाई नौरोजी और ए ओ ह्यूम ने निभाई। बहुत सी क्रांतिकारी गतिविधियां की जाने लगी। इसके बाद भारतीय मुस्लिम लीग व अन्य कई राष्ट्रीय दलों की स्थापना की गई।

साम्प्रदायिक दंगे और भारत का बँटवारा

  • जलियाँवाला बाग़ हत्याकांड के बाद ब्रिटिशों ने साम्प्रदायिक दंगों की राजनीति तेज कर दी। उसके बाद कोहाट में वर्ष 1924 में भयानक हिन्दू-मुस्लिम दंगे हुए। अगस्त वर्ष 1947 में ब्रिटिशों ने भारत छोड़ा और उसके बाद भारत का बँटवारा हुआ। इसके बाद 14 अगस्त को बंटवारे के बाद पाकिस्तान बना और उसके बाद भयंकर साम्प्रदायिक दंगे हुए। आजाद होने के बाद भी भारत में एक अलग ही हिंसक दंगों की ज्वाला भड़की। जहाँ भारतीयों को देश के आजाद होने की ख़ुशी थी वही इन साम्प्रदायिक दंगों ने भारतीयों की ख़ुशी को कम कर दिया था और साथ ही देश का बंटवारे होने का दुःख भी था।

स्वतंत्र भारत और आजादी का त्यौहार

हमें यह स्वतंत्रता इतनी आसानी से नहीं मिली है, इस आजादी को पाने के लिए हमारे देश के कई महान क्रांतिकारियों ने बलिदान दिए है, किसी ने फांसी खाई है तो किसी ने मरते दम तक अपनी जान आजादी प्राप्त करने के लिए न्यौछावर की है।

अंग्रेजों के भारत छोड़कर जाने के बाद 15 अगस्त 1947 को भारत देश पूर्ण रूप से आजाद हुआ। और इसी लिए हर साल 15 अगस्त को भारत देश के स्वतंत्र होने की ख़ुशी में स्वतंत्रता दिवस मनाया जाता है। यह भारतीयों का राष्ट्रीय पर्व भी कहलाता है।

देश के प्रथम प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरू बने और उनके द्वारा ही देश के आजाद होने की ख़ुशी में दिल्ली के लाल किले पर आजादी के बाद पहली बार झंडा फहराया गया। और देश को सम्बोधित भी किया गया। इसी प्रकार हर साल दिल्ली के लाल किले पर हर साल देश के प्रधानमंत्री द्वारा झंडा फहराया जाता है और राष्ट्र गान गया जाता है और देश के प्रधानमंत्री द्वारा देश को सम्बोधित भी किया जाता है।

निष्कर्ष

15 अगस्त (स्वतंत्रता दिवस) को हम उन सभी वीर क्रांतिकारियों को याद करते है जो देश की आजादी पाने के लिए लड़ते-लड़ते शहीद हुए, जिन्होंने देश को आजाद कराने के लिए ब्रिटिशों के अत्याचार सहे। इस दिन हमें उन सभी वीरों को याद करते है और उनके बलिदान को ध्यान में रखते हुए उन्हें श्रद्धांजलि देते है। सभी भारतीयों को मिल-जल कर प्रेम भाव से रहना चाहिए।

15 अगस्त पर निबंध हिंदी में – 2 (15 August Par Nibandh)

स्वतंत्रता दिवस हमारे भारत के राष्ट्रीय त्योहारों में से एक है, इस दिन राष्ट्रीय स्तर पर स्वतंत्रता समारोहों का आयोजन राजधानी दिल्ली में किया जाता है, इस दिन दिल्ली में प्रधानमंत्री जी द्वारा लाल किले पर राष्ट्रीय ध्वज फहराया जाता है, जिसे देखने के लिए लाखों की संख्या में लोग एकत्रित होकर अपने-अपने हाथों में तिरंगे को फहराते हैं

और राष्ट्रीय गान गाने के साथ सैनिक द्वारा बाजों की स्वर-लहरी कर समारोह में 21 तोपों की सलामी दी जाती है और सशस्त्र बलों द्वारा परेड भी निकाली जाती है, जिसमें प्रधानमंत्री जी द्वारा जनता को सम्बोधित कर एकजुट हो कर राष्ट्रीय की स्वतंत्रता को बरकरार रखने के लिए भाषण देकर प्रेरित किया जाता है। इस दिन देश को ब्रिटिश हुकूमत से आजाद करवाने वाले सभी वीरों व वीरांगनाओं के योगदान को स्मरण कर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की जाती है,

जिसका पूरा प्रसारण समाचार पत्रों के माध्यम से किया जाता है। साथ ही स्वतंत्रता दिवस को देश की सुख, शान्तिः व समृद्धि के प्रतीक के रूप में सभी राज्यों में जश्न के साथ नाच-गाने गाकर नागरिक एक दूसरे को स्वतंत्रता दिवस की बधाई देते हैं और झंडे को फहराकर व तिरंगे की पतंगे उढ़ाकर धूम-धाम से इस दिन को मनाते है।

देश की आजादी में स्वतंत्रता सेनानियों का योगदान

हमारे देश की आजादी के लिए स्वतंत्रता सेनानियों के कड़े संघर्ष के बाद 15 अगस्त 1947 की मध्यरात्रि में पंडित जवाहर लाल नेहरू जी द्वारा लाल किले में देश के पूरी तरह से आजाद होने की घोषणा की गई, जिसके बाद हमारा देश पूरी तरह से स्वतंत्र हो गया,

ब्रिटिश सरकार द्वारा इस दिन को हमारे देश के स्वतंत्रता दिवस के रूप में चुने जाने का एक मुख्य कारण यह भी माना जाता है, की इसी दिन वर्ल्ड वार 2 में हुए युद्ध को पूरी तरह से खत्म कर जापान द्वारा समर्पण कर लिया गया, जिसे अंग्रेजी सरकार अपने जीत के रूप में स्मरण करने के लिए, उनके द्वारा इस दिन को हमारी आजादी के दिवस के रूप में चुना गया, जिसके आजाद होने के पीछे 1857 के विद्रोह में हमारे देश के बहुत से स्वतंत्रता सेनानियों जैसे रानी लक्ष्मी बाई, तात्या टोपे, भगत सिंह, राजगुरु, सुखदेव, रामप्रसाद बिस्मिल आदि

महान क्रांतिकारियों के बाद महात्मा गाँधी, सुभाष चंद्र बोष, चंद्र शेखर आजाद, लाला लाजपत राय आदि द्वारा किए गए संघर्ष व उनके बलिदानों द्वारा ही हमारा देश पूरी तरह से आजाद होकर एक स्वतंत्र देश बनाया जा सका। देश के पूरी तरह स्वतंत्र हो जाने के बाद से ही इस दिन को हर वर्ष हमारे देश में आजादी के दिन के रूप में मनाया जाता है।

इस वर्ष भी 15 अगस्त 2024 को हमारे के 77 वें स्वतंत्रता दिवस के रूप में मनाया जाएगा, इसके लिए हर वर्ष आयोजित किए जाने वाले कार्यक्रम में राज्यों के मुख्यमंत्रियों, राज्यपालों के अलावा मुख्य अतिथि को भी आमंत्रित किया जाता है,

स्वतंत्रता दिवस के नाम कुछ पंक्तिया

अंत में अपने देश की आजादी में योगदान देने वाले उन सभी स्वतंत्रता सेनानियों की याद में बिस्मिल साहब की पंक्तियाँ कुछ इस प्रकार है।

सरफ़रोशी की तमन्ना अब हमारे दिल में है, देखना है जोर कितना बाजुए कातिल में है।

बिस्मिल साहब की इन पंक्तियों की शक्ति देखिये की ये सदियों के गुलाम भारतीयों के हृदय में स्वतंत्रता की लहर दौड़ा बैठीं, शायद ये इन जैसी कई कविताओं का जादू था या आजाद हिन्द में साँस लेने की तड़प, आजादी की आग इस देश को आजाद बना बैठी,

कितना साहस था उन शहीदों में जो अपनी जान की बाजी लगा कर हमें आजाद कर गए, आज 76 साल बाद भी ये ना हम जान पाए और ना आप, बस रह गई उनकी वीरता की कहानियाँ जो आज भी रूह कंपा देती है, मरी हुई देश भक्ति जगा देती हैं, स्वतंत्रता की अहमियत बता देती है।

स्वतंत्रता संग्राम से संबंधित महत्वपूर्ण तथ्य :-

  • दक्षिण कोरिया
  • बहरीन
  • कांगो
  • दोस्तों क्या आपको पता है जब हमारा देश 15 अगस्त 1947 को आज़ाद हुआ तब तक हमारे देश का कोई भी राष्ट्र गान नहीं था। आपको यह जानकर हैरानी होगी रविंद्रनाथ टैगोर हमारे देश का राष्ट्रगान “जन गण मन” 1911 में ही लिख चुके थे परन्तु देश की संसद के द्वारा 1950 में जन गण मन को राष्ट्र गान के रूप में स्वीकार किया गया।
  • क्या आपको पता है की देश के पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरू जी के द्वारा दिया गया ऐतिहासिक भाषण “Tryst with Destiny” 14 अगस्त की मध्य रात्रि को उस समय के वायसराय लॉज (अब राष्ट्रपति भवन) में दिया गया था। उस समय तक नेहरू जी देश के प्रधानमंत्री नहीं बने थे।
  • वैसे तो हर वर्ष 15 अगस्त को लाल किले पर झंडा फहराया जाता है और लाल किले की प्राचीर (Barbican) से प्रधानमंत्री के द्वारा भाषण दिया जाता है। पर 15 अगस्त 1947 को ऐसा नहीं हुआ था उस समय झंडा 16 अगस्त 1947 को फहराया गया था।
  • देश की स्वतंत्रता के समय देश के अंतिम वायसराय का नाम था “ लार्ड माउंटबेटेन “। जिन्होंने देश की स्वतंत्रता के समय पंडित नेहरू के साथ आज़ादी के दस्तावेजों पर हस्ताक्षर किये थे।
  • देश की स्वतंत्रता में हमारे देश के वीरों द्वारा दिए गए योगदान को हमें सदैव स्मरण करते रहना चाहिए और उन्हीं के नक़्शे क़दमों पर चलकर हमें हमारे देश की सम्प्रभुता व स्वतंत्रता की रक्षा करते हुए देश के एक जिम्मेदार नागरिक की तरह अपने देश की सेवा में योगदान देना चाहिए।

15 अगस्त पर निबंध 10 lines

  • स्वतंत्रता दिवस भारत के राष्ट्रीय त्योहारों में से एक है।
  • यह दिन प्रत्येक भारतीय के लिए गौरव का दिन है।
  • आज ही के दिन 15 अगस्त 1947 में भारत देश अंग्रेजों की गुलामी से आजाद हुआ था।
  • 15 अगस्त के दिन प्रधानमंत्री पहले शहीदों के स्मारक पर जाते हैं।
  • हर वर्ष स्वतंत्रता दिवस के आयोजन के मुख्य अतिथि किसी अन्य देश से बुलाए जाते हैं।
  • इसके बाद वे लाल किले पर ध्वजारोहण करते हैं और फिर देश वासियों को सम्बोधित करते हैं।
  • देश की आजादी के लिए कई महान स्वतंत्रता सेनानियों ने अपने प्राणों का बलिदान दिया है।
  • इस दिन मौके पर लाल किले पर परेड का आयोजन किया जाता है।
  • 15 अगस्त के दिन स्कूलों में झांकियां निकली जाती हैं।
  • इस दिन जय हिन्द, वंदेमातरम्, भारत माता की जय, इंकलाब जिंदाबाद के नारों से पूरा देश गूंज उठता है।

15 अगस्त पर निबंध – 15 august par bhashan

15 अगस्त 2024 को हमारे देश के कौन से स्वतंत्रता दिवस के रूप में मनाया जाएगा.

इस वर्ष हम 15 अगस्त 202 में हमारे देश की आजादी के 77 वें स्वतंत्रता दिवस के रूप में मनाएंगे।

इस दिन को हम स्वतंत्रता दिवस के रूप में क्यों मानते हैं ?

इस दिन 15 अगस्त 1947 को हमारे देश से अंग्रेजी शासन हट जाने के बाद, हमारा देश पूरी तरह अंग्रेजों की गुलामी से आजाद हो गया था, जिसमें देश के बहुत से वीरों के बलिदान के योगदान से ही हमें यह स्वतंत्रता प्राप्त हो सकी, इनके इसी योगदान को स्मरण कर हम इस दिन को देश की आजादी के तौर पर याद रखने के लिए स्वतंत्रता दिवस के रूप में हर वर्ष मानते हैं।

स्वतंत्रता दिवस के दिन क्या-क्या कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं ?

स्वतंत्रता दिवस के दिन देश भर में नागरिक इस दिन को एक त्यौहार की तरह ख़ुशी और उल्लास से मनाते हैं, और इस दिन लाल किले में प्रधानमंत्री जी द्वारा देश का तिरंगा फहराया जाता है और राष्ट्रीय गान गया जाता है, साथ ही विद्यालयों में भी तिरंगा फहराकर भाषण व पोस्टर प्रतियोगिताओं का कार्यक्रम भी धूम-धाम से आयोजित किया जाता है।

इस वर्ष स्वतंत्रता दिवस पर किन्हें अतिथि के रूप में आमंत्रित किया जाएगा ?

इस वर्ष स्वतंत्रता दिवस पर हमारे देश के उन सभी खिलाडियों को आमंत्रित किया जाएगा, जिन्होंने इस वर्ष ओलंपिक खेलों में हमारे देश का प्रतिनिधित्व किया है।

15 अगस्त के शुभ अवसर पर झांकियां कहाँ से निकाली जाती है ?

स्कूल के माध्यम से 15 अगस्त के शुभ अवसर पर झाँकियाँ निकाली जाती है।

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Dhruv Gotra

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भारत में स्वतंत्रता दिवस के महत्व पर निबंध (Importance of Independence Day Essay in Hindi)

15 अगस्त को भारत में स्वतंत्रता दिवस के रुप में मनाया जाता है क्योंकि आज ही के दिन (15 अगस्त 1947) देश को अंग्रेजों के अत्याचारों से आजादी मिली थी, इसीलिए इस दिन को स्वतंत्रता दिवस के रूप में मनाया जाता है। स्वतंत्रता दिवस भारत के नागरिकों के लिए विशेष महत्व रखता है। यह दिन हमे आजादी के लिए स्वतंत्रता सेनानियों द्वारा किए गए त्याग और बलिदान की याद दिलाता है।

स्वतंत्रता दिवस पर 10 वाक्य  ||  स्वतंत्रता दिवस समारोह पर 10 वाक्य  ||  स्वतंत्रता दिवस के महत्व पर 10 वाक्य

15 अगस्त के महत्व पर छोटे तथा बड़े निबंध (Short and Long Essay on Importance of Independence Day/15 August in India in Hindi, Swatantrata Divas par Nibandh Hindi mein)

नीचे दिए गए विभिन्न तरीके के निबंध से आप स्वतंत्रता दिवस के महत्व को अच्छी तरह से समझ सकते है और अपने स्कूल और कॉलेज के प्रोजेक्ट में इस्तेमाल कर सकते हैं।

भारत में स्वतंत्रता दिवस का महत्व पर निबंध 1 (300 शब्द)

स्वतंत्रता दिवस, 15 अगस्त, भारत के नागरिकों के लिए एक विशेष महत्व रखता है। यह वह दिन है जो हमें स्वतंत्रता सेनानियों द्वारा किए गए बलिदानों की याद दिलाता है। यह हमारे अंदर देशभक्ति की भावना के साथ देश के लिए कुछ कर दिखाने की भावना को भी उत्तेजित करता है।

स्वतंत्रता सेनानियों का सम्मान (Honor of Freedom Fighters)

भारत दशकों से ब्रिटिश शासन के अधीन था। उस दौरान अंग्रेजों के अत्याचार समय के साथ बढ़ते चले जा रहे थें। बाल गंगाधर तिलक, शहीद भगत सिंह, महात्मा गांधी, सरोजिनी नायडू, रानी लक्ष्मी बाई और सुभाष चंद्र बोस जैसे स्वतंत्रता सेनानियों के नेतृत्व में, भारत के नागरिकों ने एकजुट होकर अपनी आजादी के लिए संघर्ष किया। स्वतंत्रता सेनानियों के नेतृत्व द्वारा बहुत से आंदोलनों, स्वतंत्रता संग्रामों की शुरुआत की गई। इन आंदोलनों के कारण कई लोगों को अपने प्राणों की आहुती देनी पड़ी तो कईयों को जेल जाना पड़ा, हालांकि फिर भी लोगों ने ब्रिटिश हुकूमत के खिलाफ़ लड़ने की अपनी इस भावना को नहीं छोड़ा। स्वतंत्रता दिवस पर यह हमें उनके उन बलिदानों की याद दिलाता है और हमारे देश के नागरिकों के लिए विशेष महत्व रखता है।

आजादी का जश्न मनाएं पर सादगी के साथ (Celebrate Independence Day but with Simplicity)

स्वतंत्रता दिवस आजादी का जश्न मनाने के लिए एक विशेष दिन के रुप में है। भारत के नागरिक तथा स्वतंत्रता सेनानियों ने इस दिन हमारे देश को अंग्रेजों के अत्याचार से मुक्त कराने के लिए कड़ी मेहनत की थी।

इसलिए यह दिन हमें हमारी सादगी और वास्तविकता के करीब होने के महत्व की भी याद दिलाता है। यह हमें ऊंचे उड़ान भरने और स्वतंत्र महसूस करने के बावजूद भी बुनियादी रहने के लिए प्रेरित करता है।

भारत के लोग उन लोगों के आभारी हैं जिन्होंने अपने देश की आजादी में अपना योगदान दिया। प्रत्येक वर्ष 15 अगस्त को हम भारतीय स्वतंत्रता दिवस मनाते आजादी, जो हमारी इतनी कठीनतापूर्वक प्राप्त आजादी को दर्शाता है, इसीलिए यह दिन हर भारतीय के लिए विशेष महत्व रखता है।

15 August 2021 Special: 15 अगस्त को ही आजादी क्यों मनाई जाती है? || 15 अगस्त को ही देशभक्ति क्यों उमड़ती है?

भारत में स्वतंत्रता दिवस का महत्व पर निबंध 2 (400 शब्द)

स्वतंत्रता दिवस भारत में बहुत उत्साह के साथ मनाया जाता है और यह सभी भारतीय नागरिकों के लिए विशेष महत्व रखता है। इस दिन देश के विभिन्न स्थानों पर भारतीय ध्वज पर फहराया जाता है। कार्यालयों, स्कूलों, आवासीय समाजों और देश भर में अन्य स्थानों में कई छोटे और बड़े कार्यों का आयोजन किया जाता है। स्वतंत्रता दिवस समारोहों की कुछ मुख्य विशेषताएँ यहां दी गई हैं-

Essay on Importance of Independence Day in India in Hindi

  • ध्वजारोहण (Flag Hoisting)

भारतीय ध्वज, तिरंगा फहराने के दौरान सभी लोग खड़े हो जाते हैं और राष्ट्रीय गान, जन, गण, मन प्रारम्भ हो जाता है। झंडा फहराने के साथ उत्सव की शुरुआत की जाती है।

  • भाषण (Speech)

आमतौर पर मुख्य अतिथि या आयोजन समिति के कुछ सदस्यों द्वारा स्वतंत्रता दिवस पर भाषण दिया जाता है। आमतौर पर स्कूल, कॉलेजों में प्रिंसिपल द्वारा भाषण दिया जाता है। यह भाषण ब्रिटिश शासन से अपनी स्वतंत्रता और औपनिवेशिक भारत में रहने वाले लोगों द्वारा सामना की जाने वाली चुनौतियों के बारे में दिया जाता है।

  • कविता और गीत गान (Poems and Songs )

इस कार्यक्रम में लोगों द्वारा कविता और देशभक्ति गीत प्रस्तुत किया जाता है और उन महान आत्माओं को याद किया जाता हैं। जिन्होंने निःस्वार्थ रूप से अपने जीवन का त्याग कर दिया, ताकि उनके देश के नागरिक स्वतंत्र रुप से रह सकें।

  • प्रतियोगिताएं (Competitions on Independence Day Celebration 2021)

इस दिन बहस और प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिताएं आयोजित की जाती हैं और लोग इनमें सक्रिय रूप से भाग भी लेते हैं। इन प्रतियोगिताओं का विषय स्वतंत्रता दिवस पर ही आधारित होता है। यह प्रतिभागियों के साथ-साथ दर्शकों को भी देशभक्ति की भावना के करीब लाता है।

  • सांस्कृतिक गतिविधियां (Cultural Activities)

स्वतंत्रता दिवस का आनंद लेने के लिए विभिन्न सांस्कृतिक गतिविधियां जैसे नृत्य और गायन प्रतियोगिताओं का आयोजन किया जाता हैं। प्रतिभागी आमतौर पर विभिन्न राज्यों के नृत्यों से मेल खाते रंगीन कपड़े पहनकर उसका प्रदर्शन करते हैं। पूरा प्रसंग इन गतिविधियों के दौरान मौज़-मस्ती के वातावरण से भर जाता हैं।

  • मिठाईयों का वितरण (Distribution of Sweets )

स्वतंत्रता दिवस पर मिठाई के वितरण की परंपरा काफी पुरानी है। हालांकि, पहले के समय में इस दिन लड्डू वितरित किए जाते थे, परन्तु आज-कल लोगों के बीच विभिन्न प्रकार की मिठाईयों का वितरण किया जाता है। इन दिनों बाजार में सुंदर और स्वादिष्ट तिरंगे के रंग की मिठाइयां उपलब्ध होती हैं। ये आयोजन का जश्न मनाने के लिए विभिन्न स्थानों पर वितरित किए जाते हैं।

इस दिन लोगों को ज्यादातर केसरिया, सफेद या हरे रंग या इन तीनो रंग के मेल से बने कपड़े पहने देखा जाता है। इस दिन तिरंगे के बैच, बालों के बैंड और कलाई बैंड पहनना अधिक आम होता है। इसके साथ ही इस दिन पूरा वातावरण देशभक्ति की भावना से भरा हुआ होता है।

भारत में स्वतंत्रता दिवस का महत्व पर निबंध 3 (500 शब्द)

हम स्वतंत्र भारत के नागरिक अपने देश से बहुत प्यार करते हैं और इसका हिस्सा होने पर गर्व महसूस करते हैं। 15 अगस्त को मनाया जाने वाला स्वतंत्रता दिवस, हम सभी के लिए एक विशेष महत्व रखता है। यह देश भर के विभिन्न स्कूलों, कॉलेजों, कार्यालयों और अन्य स्थानों पर पुरे उत्साह के साथ मनाया जाता है। हम स्वतंत्रता दिवस उन लोगों की याद में मनाते हैं जिन्होंने हमें स्वतंत्रा दिलाने के लिए अपने प्राणों का बलिदान किया था। हालांकि, ऐसे और भी बहुत से विभिन्न कारण हैं जिनकी वजह से हम स्वतंत्रता दिवस के जश्न को बड़े ही धुमधाम के साथ मनाते हैं।

  • स्वतंत्रता सेनानियों को श्रद्धांजलि (Tribute to Freedom Fighters)

स्वतंत्रता दिवस मुख्य रुप से उन स्वतंत्रता सेनानियों को श्रद्धांजलि देने के रुप में मनाया जाता है जिन्होंने अपने प्राणों की आहुती देकर हमारे देश को एक स्वतंत्र राष्ट्र बनाया। इस समारोह में हमारे स्वतंत्रता सेनानियों के वीर कार्यों को बताने तथा ब्रिटिश शासन से हमारे देश को मुक्त कराने के लिए के लिए भाषण दिए जाते हैं। उनकी प्रशंसा में अनेक गीत गाए जाते हैं और विभिन्न प्रकार के सांस्कृतिक कार्यक्रम भी आयोजित किये जाते हैं।

  • विनम्रता और आभार व्यक्त करना (Express Humility and Gratitude)

जिन लोगों ने ब्रिटिश शासनकाल के दौरान हुए इन अत्याचारों, नरसंहार और कठिनाइयों का सामना किया था वो आज के लोगों से ज्यादा विनम्र थें। उन्होंने उस दौरान जीवन की वास्तविक कठिनाइयों का सामना किया था। आज के युवा पीढ़ी में परोपकार और विनम्रता की भावना लगभग समाप्त होती जा रही है। स्वतंत्रता दिवस के कार्यक्रम वास्तव में दुनिया की विभिन्न समस्याओं से लोगों को अवगत कराने तथा स्वतंत्रता सेनानियों द्वारा किए गए कार्यों और बलिदानों को याद दिलाने के साथ उनका आभार व्यक्त करने और उनसे प्रेरणा लेने के लिए आयोजित किये जाते हैं।

  • स्वतंत्र भावना के जश्न का उत्सव (Celebration of Free Spirit)

स्वतंत्रता दिवस को आजादी की सच्ची भावना का जश्न मनाने के रुप में मनाया जाता है। स्वतंत्रता सेनानियों के प्रयासों के कारण हमारे देश को 1947 में आजादी मिली थी, तब उस दौरान लोगों के खुशी का ठिकाना नहीं रहा। क्योंकि उन्होंने अपनी सच्ची आजादी का अनुभव किया था और इसीलिए हर वर्ष 15 अगस्त के दिन स्वतंत्रा प्राप्ति के उपलक्ष्य में यह पर्व मानाया जाता है।

  • अपने देश के लिए देशभक्ति की भावना को सदैव जीवित रखें (Always keep alive the spirit of patriotism for your country)

स्वतंत्रता दिवस के आसपास पूरा देश देशभक्ति की भावना से भर जाता है। देश तथा देश के स्वतंत्रता सेनानियों के प्रति अपने प्यार और सम्मान को व्यक्त करने का ये एक शानदार दिन होता है।

  • राष्ट्र की सेवा करने के लिए युवा पीढ़ी को प्रेरित करें (Inspire the Young Generation to Serve the Nation)

स्वतंत्रता दिवस समारोह युवाओं को राष्ट्र की सेवा करने के लिए प्रोत्साहित करने का एक अच्छा तरीका है। स्वतंत्रता सेनानियों के देश के प्रति उनके प्यार और समर्पण के अद्भुत कार्य युवा पीढ़ी में देशभक्ति की भावना पैदा करते हैं और जितना हो सके उतना उन्हें देश की सेवा करने के लिए प्रेरित करते हैं।

इस प्रकार, स्वतंत्रता दिवस विभिन्न कारणों से मनाया जाता है। यथार्थ रुप से, स्वतंत्रता की भावना का आनंद लेने तथा देशभक्ति की भावना को जीवित रखने के लिए इस दिन को पुरे उत्साह के साथ मनाया जाता है। हमारे देश में स्वतंत्रता दिवस को राष्ट्रीय अवकाश के रुप में घोषित किया गया है, इसलिए यह अपनों के साथ मिलने का और जश्न मनाने का भी दिन होता है।

Essay on Importance of Independence Day in India in Hindi

भारत में स्वतंत्रता दिवस का महत्व पर निबंध 4 (600 शब्द)

भारत में हर साल 15 अगस्त को स्वतंत्रता दिवस मनाया जाता है। हमारा देश लगभग 200 वर्षों से अंग्रेजों के शासन में उनका गुलाम था, अंततः बाद में ये उनके कब्जों से मुक्त हो गया और एक स्वतंत्र राष्ट्र बन गया और तभी से 15 अगस्त स्वतंत्रता की भावना का जश्न मनाने के लिए एक महत्मपुर्ण दिन बन गया। स्वतंत्रता दिवस उन स्वतंत्रता सेनानियों को श्रद्धांजलि देने के लिए भी मनाया जाता है जिन्होंने देश को अंग्रेजों के अत्याचारों से मुक्त कराने के लिए अपने प्राणों का बलिदान दिया था।

स्वतंत्रता दिवस भारत के प्रत्येक नागरिकों के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण दिन होता है इसीलिए इस दिन को भारत के नागरिकों द्वारा बहुत उत्साह और साहस के साथ मनाया जाता है। यह स्कूल, कॉलेजों के साथ-साथ पूरे देश में भी बड़े ही उत्साह के साथ मनाया जाता है। देश के छात्रों और नागरिकों के लिए इसका क्या महत्व है?

स्कूल/कॉलेज में स्वतंत्रता दिवस समारोह (Independence Day Celebrations in School/College)

चूंकि 15 अगस्त एक राष्ट्रीय अवकाश है, इसीलिए इस समारोह को पुरे देश के अधिकांश स्कूलों और कॉलेजों में एक दिन पहले आयोजित किया जाता है। स्कूलों, कॉलेजों और अन्य शैक्षणिक संस्थानों में स्वतंत्रता दिवस के समारोह को पूरी हर्षो-उल्लाष के साथ मनाया जाता है। देश भर के कई स्कूल और कॉलेजों में स्वतंत्रता दिवस पर झंडा फहराने, भाषण देने, बहस और प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिताएं, नृत्य, कविता पाठ और कई अन्य सांस्कृतिक गतिविधियां और समारोह आयोजित किये जाते हैं।

छात्र भी इन गतिविधियों में बढ़-चढ़ कर भाग लेते हैं और इसका पुरा आनंद उठाते हैं। इन कार्यक्रमों में प्राथमिक छात्रों द्वारा स्वतंत्रता सेनानियों के जैसे कपड़े पहनकर मनमोहक कार्यक्रम किये जाते हैं। ये सारी गतिविधियां छात्रों को देश की संस्कृति और परंपरा करीब ले आती हैं और उनके अंदर देशभक्ति की भावना का संचार करती हैं।

कार्यालयों में स्वतंत्रता दिवस समारोह (Independence Day Celebrations in Government Offices)

कार्यालयों में स्वतंत्रता दिवस के उत्सव एक दिन पहले ही आयोजित किया जाता है। कार्यालयों में, कर्मचारियों को आमतौर पर स्वतंत्रता दिवस के विषय से सम्बन्धित भगवा, सफेद या हरे रंग की पोशाक पहनने के लिए कहा जाता है। लोगों को इस दिन वर्णित रंगों में विशिष्ट संस्कृतिक कपड़े पहने हुए देखा जाता है और पूरे वातावरण को अत्यंत मनोहर बनाया जाता है।

देश भर के कई कार्यालयों में ध्वजारोहण भी किया जाता है। कुछ कार्यालयों में भाषण देने के साथ-साथ सांस्कृतिक कार्यक्रम भी आयोजित किए जाते हैं। कर्मचारियों के बीच रिश्तो को मजबूत करने के लिए विशेष खानपान का भी आयोजन किया जाया हैं। जिसमें तिरंगे रंग का चावल और मिठाई इस लंच का मुख्य रुप से हिस्सा होती हैं।

आवासीय क्षेत्रों में स्वतंत्रता दिवस समारोह (Independence Day Celebrations in Residential Areas)

विभिन्न आवासीय क्षेत्रों के संगठनों द्वारा इस दिन स्वतंत्रा दिवस कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है। लोग स्वतंत्रता दिवस पर सुबह के समय अपने घरों के आस-पास के पार्कों में जश्न मनाने के लिए इकट्ठा होते हैं। वे स्वतंत्रता दिवस के रंगरुप अनुसार पोशाक धारण करते हैं और विभिन्न आयोजित गतिविधियों में भाग लेते हैं। झंडा फहराने तथा राष्ट्रीय गान के साथ इस पूरे कार्यक्रम की शुरुआत की जाती है।

उत्सव के दौरान पूरा वातावरण देशभक्ति के गीत से गुंज उठता है और लोग देशभक्ति की भावना में सराबोर दिखाई देते हैं। इन कार्यक्रमों के दौरान नृत्य और कविता पाठ जैसी प्रतियोगिताएं आयोजित की जाती है। बच्चों को जवाहरलाल नेहरू, सरोजिनी नायडू, भगत सिंह इत्यादि जैसे स्वतंत्रता सेनानियों के जैसे कपड़े पहनाकर फैंसी ड्रेस प्रतियोगिता का भी आयोजन किया जाता हैं। लोग इन कार्यक्रमों के समाप्त होने के बाद एक साथ बैठकर भोजन का आनंद लेते हैं।

पतंगबाजी (Kite Flying)

हमारे देश के कई हिस्सों में स्वतंत्रता दिवस पर पतंगबाजी कार्यक्रम का भी आयोजन किया जाता है। आकाश में स्वतंत्र रूप से उड़ान भरने वाले रंगीन पतंग को स्वतंत्रता का प्रतीक माना जाता है। पतंग उड़ाने के कार्यक्रमो का आनंद लेने के लिए लोग अपनी छतों पर या अपने आस-पास के मैदानों में जाते हैं। वे अपने दोस्तों और रिश्तेदारों को भी इस कार्यक्रम का आनंद लेने के लिए आमंत्रित करते हैं। पतंग उड़ान प्रतियोगिताओं को विभिन्न स्थानों पर भी आयोजित किया जाता है और लोग इसमे पूर्ण उत्साह के साथ भाग लेते हैं क्योंकि यह बहुत मनोरंजक होता है।

स्वतंत्रता दिवस भारत के प्रत्येक नागरिक के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण दिन होता है, यह दिन हमारी आज़ादी का जश्‍न मनाने और उन सभी शहीदों को श्रद्धांजलि देने का अवसर होता जिन्‍होंने इस महान कार्य के लिए अपने जीवन का बलिदान कर दिया। उनकी याद में स्वतंत्रता दिवस को पूरे देश भर में अत्यधिक उत्साह के साथ मनाया जाता है।

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FAQs: Frequently Asked Questions

उत्तर – स्वतंत्रता दिवस, देश को आजाद करने में किए गए संघर्षों को याद करने के लिए मनाया जाता है।

उत्तर – भारत के स्वतंत्रता की घोषणा प. जवाहरलाल नेहरू ने की थी।

उत्तर – 15 अगस्त 1947 को स्वतंत्रता समारोह में महात्मा गांधी मौजूद नहीं थें।

उत्तर – भारत के पहले स्वतंत्रता दिवस पर जवाहरलाल नेहरू ने “ट्रिस्ट विद डेस्टिनी” नामक भाषण दिया था।

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स्वतंत्रता दिवस पर निबंध (Essay on Independence Day in Hindi): 15 अगस्त का महत्व, इतिहास जानें

Updated On: September 29, 2023 12:30 pm IST

  • स्वत्रंता दिवस पर निबंध (400-500 शब्दो में) (Essay on 77th …
  • स्वतंत्रता दिवस पर हिंदी में निबंध (250 शब्दो में) (Essay …
  • स्वंत्रता दिवस कैसे मनाया जाता है (How is Independence Day …
  • स्वतंत्रता दिवस पर 10 लाइनों में  निबंध (Essay on Independence …

स्वतंत्रता दिवस पर निबंध

स्वंत्रता दिवस पर निबंध (Essay on Independence Day in Hindi): 15 अगस्त का दिन हर भारतीय के लिए बहुत ही खास होता है। इस दिन हमारा देश आजाद हुआ था, इसलिए 15 अगस्त को भारत का स्वतंत्रता दिवस मनाया जाता है। 15 अगस्त 1947 को हमारा देश 200 वर्षों बाद अंग्रेजी हुकूमत की गुलामी से पूरी तरह आजाद हो गया था।  स्वतंत्रता दिवस का महत्व (Importance of Swatantrata Diwas) समझाने के लिए अक्सर अभिभावक-शिक्षक छोटे बच्चों को स्वतंत्रता दिवस से पहले स्वतंत्रता दिवस पर निबंध (Swatantrata Diwas Essay in Hindi) / स्वतंत्रता दिवस पर भाषण लिखने का कार्य देते हैं। इसके अलावा कई छोटी कक्षाओं में छात्रों को आने वाली परीक्षा में स्वतंत्रता दिवस पर निबंध (Independence Day Essay in Hindi) लिखने या फिर किसी डिबेट प्रतियोगिता के लिए 15 अगस्त पर भाषण (15th August Speech in Hindi) , स्वतंत्रता दिवस का महत्व जैसे विषयों पर तैयारी करने की जरूरत पड़ती है। जिसके द्वारा बच्चों को उसका स्वंत्रता दिवस का महत्व (Importance of Independence Day) समझाया जा सकता है। ये भी पढ़ें -  महात्मा गांधी पर निबंध आजादी के इस पर्व को सभी भारतीय अपने-अपने तरीके से मनाते है, जैसे कि कोई उत्सव की जगह को सजा कर, फिल्में देखकर, अपने घरों पर राष्ट्रीय झंडे को लगा कर, राष्ट्रगान और देशभक्ति गीत गाकर और कई सारे सामाजिक क्रियाकलापों में भाग लेकर। राष्ट्रीय गौरव के इस पर्व को भारत सरकार द्वारा बहुत ही धूमधाम से मनाया जाता है। इस दिन भारत के वर्तमान प्रधानमंत्री द्वारा दिल्ली के लाल किले पर झंडा फहराया जाता है और उसके बाद इस उत्सव को और खास बनाने के लिये भारतीय सेनाओं द्वारा परेड, विभिन्न राज्यों की झांकियों की प्रस्तुति, और राष्ट्रगान की धुन के साथ पूरा वातावरण देशभक्ति से सराबोर हो उठता है। अब आपको 15 अगस्त पर निबंध हिंदी में कैसे लिखें (Essay on Independence Day in Hindi) इसके लिए परेशान होने की जरुरत नहीं है इस लेख में हमने हिन्दी में स्वतंत्रता दिवस पर निबंध,  15 अगस्त पर भाषण (Speech on 15th Augus t) लिखकर आपकी इस समस्या का समाधान किया है। जिसके जरिये आप स्वत्रंता दिवस पर निबंध और स्वत्रंता दिवस पर भाषण आसानी से तैयार कर सकते है। ये भी पढ़ें -  रक्षाबंधन पर निबंध

स्वत्रंता दिवस पर निबंध (400-500 शब्दो में) (Essay on 77th Independence Day)

प्रस्तावना (introduction).

15 अगस्त के दिन भारत को अंग्रेजों से पूर्ण स्वतंत्रता मिली और 15 अगस्त 1947 को पूर्ण स्वतंत्रता प्राप्त हुई। इसीलिए यह दिन भारत या विदेश में रहने वाले प्रत्येक भारतीय नागरिकों के लिए बहुत महत्वपूर्ण दिन है। इस दिन को हम स्वतंत्रता सेनानियों के संघर्ष और उनके द्वारा बलिदान किए गए जीवन को हृदय से उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं।

स्वंत्रता दिवस का इतिहास (History of Independence Day)

  • ​​17वीं शताब्दी की शुरुआत में अंग्रेज व्यापारी भारत में व्यापार करने के लिए आए और उन्होंने भारत में ईस्ट इंडिया कंपनी की स्थापना की जिसने बाद में अपनी सैन्य ताकत बढ़ाकर 1757 में प्लासी का युद्ध जीतकर भारत में अपने पैर जमाना शुरू कर दिया।
  • ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी ने धीरे-धीरे करके संपूर्ण भारत पर अपना अधिकार जमा लिया या सभी राजाओं को भी अपने अधीन कर लिया।
  • भारतीय आजादी के लिए वैसे तो कई संघर्ष होते रहे लेकिन सबसे बड़ा प्रथम संघर्ष 1857 में रानी लक्ष्मीबाई, तात्या टोपे, मंगल पांडे जैसे वीरो की अध्यक्षता में हुआ। लेकिन वो असफल तो रहा फिर भी उसने अंग्रेजी शासन की नींव हिला दी थी जिसके बाद ईस्ट इंडिया कंपनी का शासन भारत से खत्म हुआ और सीधा ब्रिटिश क्राउन भारत पर शासन करने लगा।
  • लेकिन भारतीयों को ब्रिटिश शासन बिल्कुल पसंद नहीं आया और उन्हें चाहिए था स्वराज, जिसके लिए उन्होंने लगातार शांति और युद्ध दोनो तरीके से संग्राम जारी रखा और आखिरकार उनका ही नतीजा भारत को आजादी मिली लेकिन दो भागो मे बंटकर 14 अगस्त 1947 को पाकिस्तान को आजाद किया गया और 15 अगस्त 1947 को भारत आजाद हुआ।
  • उसी दिन से 15 अगस्त को स्वंत्रता दिवस के रुप में बड़ी धूमधाम से मनाया जाता है।
  • अंग्रेजों के भारत पर कब्जे के बाद हम अपने ही देश में गुलाम थे। पहले सब कुछ हमारा था जैसे कि धन, अनाज, ज़मीन परंतु अंग्रेजों के आने के बाद किसी चीज़ पर हमारा अधिकार नहीं था।
  • अंग्रेज मनमाना लगान वसूलते और जो मन होता उसकी खेती करवाते जैसे नील और नकदी फसलों की खेती आदि। ऐसा खास तौर पर बिहार के चंपारण में देखा गया। हम जब भी उनका विरोध करते हमें उससे भी बड़ा जवाब मिलता, जैसे कि जलियांवाला बाग हत्याकांड।

स्वतंत्रता सेनानीयों का योगदान (Contribution of Freedom Fighters)

हमारे स्वतंत्रता सेनानी जैसे गांधी जी, जिनका आज़ादी के लिए संघर्ष में अतुल्य योगदान रहा है और वे सबसे लोकप्रिय भी थे। उन्होने सबको सत्य, अहिंसा का पाठ पढ़ाया और वह अहिंसा ही था, जो सबसे बड़े हथियार के रूप में उभरा और कमजोर से कमजोर व्यक्ति के जीवन में भी उम्मीद के दीपक जलायें। गांधी जी ने देश से कई कुप्रथाओं को हटाने के प्रयास किये और सभी को साथ लाया, जिसकी वजह से यह लड़ाई और आसान हो गई। गांधी जी के लिये लोगों का प्यार ही था जो लोग उन्हें लोग बापू कह कर बुलाते थे।

साइमन कमीशन के विरोध में सब शांतिप्रिय तरीके से विरोध कर रहे थे, लेकिन इसी बीच अंग्रेजों ने लाठी चार्ज शुरू कर दिया और इसमें लाला लाजपत राय की मृत्यु हो गई। इससे आहत होकर भगत सिंह, सुख देव, राजगुरू ने सांडर्स की हत्या कर दी और बदले में इन्हें फांसी की सजा हुई और वे हंसते-हंसते फांसी की तख्त पर चढ़ गए।

आजादी की इस लड़ाई में सैकड़ों ऐसे नाम हैं जैसे सुभाष जन्द्र बोस, बाल गंगाधर तिलक, मंगल पांडे, रानी लक्ष्मीबाई, गणेश शंकर विद्यार्थी, राजेंद्र प्रसाद, मौलाना अबुल कलाम आजाद आदि जिनके योगदान अतुलनीय हैं।

स्वत्रंता दिवस का महत्व (Importance of Independence Day)

निष्कर्ष (conclusion), स्वतंत्रता दिवस पर हिंदी में निबंध (250 शब्दो में) (essay on independence day in hindi 2023) .

1947 में 15 अगस्त को भारत को आजादी मिली, इसलिए भारत के लोग हर साल इस खास दिन को 15 अगस्त को स्वतंत्रता दिवस के रूप में मनाते हैं। राष्ट्रीय राजधानी, नई दिल्ली में आयोजित कार्यक्रम समारोह में, भारत के प्रधान मंत्री ने लाल किले पर सुबह जल्दी राष्ट्रीय ध्वज फहराया, जहाँ लाखों लोग ने स्वतंत्रता दिवस समारोह में भाग लिया था।

लाल किले, नई दिल्ली में उत्सव के दौरान भारतीय छात्रों द्वारा कई कार्य किए जाते हैं और स्कूली छात्रों द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम किए जाते हैं। राष्ट्रीय ध्वज की मेजबानी और राष्ट्रीय गान (जन गण मन) के पाठ के बाद, भारत के प्रधान मंत्री अपना वार्षिक भाषण देते हैं। भारत के स्वतंत्रता दिवस पर, हम उन सभी महान हस्तियों को याद करते हैं जिन्होंने भारत की स्वतंत्रता में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। स्वतंत्रता दिवस समारोह के दौरान, राष्ट्रीय झंडे की मेजबानी स्कूल और कॉलेजों में भी की जाती है, जहाँ शिक्षकों और छात्रों द्वारा कई गतिविधियाँ की जाती हैं।

स्कूलों में स्वतंत्रता दिवस समारोह पर छात्रों ने स्वतंत्रता सेनानियों के विषयों पर भाषण दिया जाता है। वे परेड में शामिल होते हैं, मार्च पास्ट करते हैं, देशभक्ति के गीत गाते हैं, अन्य लोग अपने-अपने तरीके से इस दिन को मनाते हैं जैसे देशभक्ति की फिल्में देखना, परिवार के साथ घर से बाहर जाना, दोस्तों से मिलना या सार्वजनिक स्थानों पर आयोजित कार्यक्रमों में भाग लेना आदि। स्वतंत्रता दिवस हमारी स्वतंत्रता का जश्न मनाने का एक तरीका भी है। जिस दिन हमारे देश ने स्वतंत्रता प्राप्त की, भारत के नागरिकों ने सच्ची स्वतंत्रता को देखा। उन्होंने इस नई आजादी का जश्न मनाया और इस दिन को साल-दर-साल उसी भावना के साथ मनाया जाता है। हालांकि, यह हमें अपनी जड़ों के करीब होने के महत्व को भी याद दिलाता है और ऊंची उड़ान भरने और स्वतंत्र महसूस करने के बावजूद भी जमीनी स्तर पर बना रहता है।

स्वंत्रता दिवस कैसे मनाया जाता है (How is Independence Day Celebrated)

प्रत्येक वर्ष भारत में इस दिन लालकिले से देश के प्रधानमंत्री तिरंगा फहराते हैं। इस साल यानी कि साल 2023 में जब प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी लालकिले पर तिरंगा फहराएँगे, तब भारत अपनी आजादी की 76वीं वर्षगाँठ मना रहा होगा। साल 1947 में भी जब 15 अगस्त को हमारा देश आजाद हुआ था, तब भारत के पहले प्रधानमंत्री श्री जवाहर लाल नेहरू ने लालकिले पर तिरंगा फहराया था और तब से ही यह परंपरा आज तक चलती आ रही है। इस दिन सभी समुदाय के लोगो में एक अलग ही उत्साह होता है। भारत की राजधानी दिल्ली में यह दिवस काफी धूमधाम के साथ मनाया जाता है। सभी नेता इस दिन लाल किले के सामने परेड ग्राउंड में एकत्रित होते है ,इस दिन बड़ी संख्या में आम लोगो की भीड़ भी काफी देखने को मिलती है। इस दिन देश के प्रधानमंत्री न सिर्फ लाल किले पर राष्ट्रीय ध्वज फहराते हैं, बल्कि इसके बाद वे पूरे देश को लालकिले से संबोधित भी करते हैं। इस दौरान प्रधानमंत्री का पूरा भाषण टीवी व रेडियो के माध्यम से पूरे देश में प्रसारित किया जाता है। वहीं भारतीय वायुसेना के विमान पूरे आकाश में तिरंगे के रंग से सराबोर कर देते हैं। इस लालकिले पर देश के अलावा विदेशी सैलानियों की भी अच्छी-ख़ासी भीड़ उमड़ती है।

भारतीय स्वतंत्रता दिवस को लेकर रंगारंग कार्यक्रम का आयोजन सिर्फ लालकिले तक ही सीमित नहीं रहता है, बल्कि इस दिन देश भर में इस राष्ट्रीय पर्व को बड़े धूमधाम से मनाया जाता है। सरकारी कार्यालयों समेत, स्कूल व कॉलेज में भी तिरंगा फहराया जाता है। शिक्षण संस्थानों में बच्चों व अभिभावकों के बीच मिठाइयाँ बांटी जाती हैं तथा रंगारंग कार्यक्रम का आयोजन किया जाता है। कई बच्चे इस दौरान 15 अगस्त पर भाषण (Independence Day Speech in Hindi) देते हैं, तो कई नाटक, गीत-संगीत सहित अन्य कलाओं के माध्यम से इस दिन को यादगार बनाने की कोशिश करते हैं। इसके अलावा सरकारी दफ्तरों में भी इस दिन राष्ट्रीय ध्वज फहराया जाता है। सरकारी व निजी कार्यालयों में इस दिन अवकाश होता है। ये भी पढ़ें-

स्वतंत्रता दिवस पर 10 लाइनों में  निबंध (Essay on Independence Day in 10 lines in Hindi)

  • स्वतंत्रता दिवस भारत के राष्ट्रीय त्योहारों में से एक है।
  • आज ही के दिन 15 अगस्त 1947 में भारत देश अंग्रेजों की गुलामी से आजाद हुआ था।
  • तभी से इस दिन को स्वंत्रता दिवस के रुप में बड़े-धाम से मनाया जाता है।
  • यह दिन प्रत्येक भारतीय के लिए गौरव का दिन है।
  • 15 अगस्त के दिन प्रधानमंत्री पहले शहीदों के स्मारक पर जाते हैं।
  • हर वर्ष स्वतंत्रता दिवस के आयोजन के मुख्य अतिथि किसी अन्य देश से बुलाए जाते हैं।
  • इसके बाद वे लाल किले पर ध्वजारोहण करते हैं और फिर देश वासियों को सम्बोधित करते हैं।
  • देश की आजादी के लिए कई महान स्वतंत्रता सेनानियों ने अपने प्राणों का बलिदान दिया है।
  • इस दिन मौके पर लालकिले पर परेड का आयोजन भी किया जाता है।
  • 15 अगस्त के दिन स्कूलों में झांकियां निकली जाती हैं। झण्डा फहराया जाता है।
  • इस दिन जय हिन्द, वंदेमातरम्, भारत माता की जय, इंकलाब जिंदाबाद के नारों से पूरा देश गूंज उठता है।

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इस वर्ष स्वतंत्रता दिवस की थीम " राष्ट्र प्रथम, सर्वदा प्रथम " है। स्वतंत्रता दिवस के सभी कार्यक्रम और कार्यक्रम इसी थीम पर आधारित होंगे।

भारत में, स्वतंत्रता दिवस हर साल 15 अगस्त को मनाया जाता है, जो हमें उस दिन की याद दिलाता है जब भारत ने 1947 में ब्रिटिश शासन से अपनी आजादी हासिल की थी। यह उन स्वतंत्रता सेनानियों और भारत के वीर सपूतो को याद करने और सम्मान करने का दिन है जिन्होंने हमारे अधिकारों के लिए कड़ा संघर्ष किया और अपने प्राणों का बलिदान दिया।

भारत के इतिहास का सबसे गौरवपूर्ण दिन 15 अगस्त को माना जाता है। इस दिन देश ब्रिटिश शासन की गुलामी से आजाद हुआ था।

आजादी के महोत्सव को हर साल 15 अगस्त के दिन देशभर में धूम के साथ मनाया जाता है। साथ ही, यह दिन उन स्वतंत्रता सैनानियों की कुर्बानी याद करने का है जिन्होंने देश की आजादी के लिए अपने प्राण न्यौछावर कर दिए थे।

1757 से लेकर 1947 तक अंग्रेजों का गुलाम रहा भारत। इससे पहले, 1757 से लेकर 1857 तक भारत पर ब्रिटेन की ईस्ट इंडिया कंपनी का कंट्रोल में था। देश के वीर स्वतंत्रता सेनानियों के साहस और बलिदान के आगे आखिरकार अंग्रेजों ने घुटने टेक दिए और करीब 200 साल तक अंग्रेजों की गुलामी करने के बाद भारत को 15 अगस्त, 1947 के दिन आजादी मिली।

स्वतंत्रता दिवस हमारा राष्ट्रीय पर्व है। प्रतिवर्ष इस दिन को समस्त भारतीय नागरिक हर्ष और उल्लास के साथ मनाते है। भारत में पहले अंग्रेजों का शासन था, 15 अगस्त 1947 के दिन भारत को अंग्रेजों के शासन से मुक्ती मिली थी। यानि इस दिन भारत को आजाद घोषित किया गया था।

15 अगस्त, 1947 को भारत को 200 सालों की अंग्रेजी हुकूमत से आजादी मिली थी। ऐसे में 15 अगस्त को भारत के स्वतंत्रता दिवस के तौर पर मनाया जाता है।

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स्वतंत्रता दिवस पर निबंध 300 शब्द, 500 शब्दों में, 15 अगस्त पर निबंध हिंदी में कैसे लिखें? | 15 August 76th Independence Day Essay in Hindi

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स्वतंत्रता दिवस पर निबंध: 15 अगस्त 1947 का दिन वह स्वर्णिम दिन था जब भारत को अंग्रेजों से स्वतंत्रता मिली थी। भारत को मिली आजादी भारतीय वीर सपूतों और शहीदों के बलिदान का प्रतीक है।

हमारा भारत लगभग 200 साल तक गुलामी की बेड़ियों में जकड़ा रहा लेकिन सन 1947 में आखिरकार भारतीय क्रांतिकारियों ने इन गुलामी की बेड़ियों को तोड़ दिया और हम आज़ाद हो गए।

15 अगस्त 1947 को जब हमें यह आज़ादी मिली तब तक देश के न जाने कितने महान सपूतों ने अपनी मातृभूमि की रक्षा के लिए अपने प्राणों की आहुति दे दी थी।

लेकिन उनका यह बलिदान कभी व्यर्थ नहीं गया आखिरकार उनकी तपस्या त्याग एवं समर्पण की बदौलत अंग्रेजों को यह देश छोड़ने पर मजबूर होना पड़ा।

आखिरकार 15 अगस्त 1947 का यह दिन भारतीय स्वतंत्रता का दिन बन पाया। तभी से प्रत्येक वर्ष 15 अगस्त का दिन भारतीय स्वतंत्रता दिवस के रूप में मनाया जाता है।

इस दिन न केवल भारत की आजादी बल्कि भारत भूमि के लिए अपने प्राणों की आहुति देने वाले देश के महान सपूतों को भी याद किया जाता है तथा उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की जाती है।

15 अगस्त स्वतंत्रता दिवस के इस खास मौके पर विभिन्न शैक्षणिक संस्था सरकारी एवं गैर सरकारी संस्थाओं द्वारा विभिन्न प्रकार के कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं।

इन विभिन्न कार्यक्रम में स्वतंत्रता दिवस पर भाषण , 15 अगस्त पर निबंध एवं स्वतंत्रता दिवस पर शायरी कविता लेखन प्रतियोगिताएं आयोजित की जाती है।

आज इस लेख में हम आपके लिए स्वतंत्रता दिवस पर निबंध लेकर आए हैं ताकि आप 15 अगस्त पर निबंध हिंदी में आसानी पूर्वक लिख सकें।

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विषय–सूची

15 अगस्त स्वतंत्रता दिवस पर निबंध (Independence Day Essay In Hindi) –

प्रस्तावना – 15 अगस्त का दिन हर साल भारतीय स्वतंत्रता दिवस के रूप में मनाया जाता है।

15 अगस्त 1947 के दिन ही हमारा भारत अंग्रेजी शासन के चंगुल से आजाद हुआ था इसीलिए 15 अगस्त का यह ऐतिहासिक दिन प्रति वर्ष स्वतंत्रता दिवस के तौर पर मनाया जाने लगा।

भारत तकरीबन 200 सालों तक ब्रिटिश हुकूमत के अधीन रहा लेकिन 15 अगस्त 1947 को वह स्वर्णिम पल आया जब भारत ब्रिटिश शासन से पूरी तरह मुक्त हो गया।

आजाद होने के बाद हमारे देश ने विश्व स्तर पर अपनी एक नई पहचान बनाई है तथा आज विश्व गुरु के रूप में पूरी दुनिया का मार्गदर्शन कर रहा है।

15-August-Independence Day Essay in Hindi

भारतीय स्वतंत्रता दिवस का इतिहास–

15 अगस्त 1947 के दिन ही भारत आजाद हुआ था लेकिन भारतीय स्वतंत्रता संग्राम की लड़ाई का इतिहास बहुत पुराना है।

अंग्रेजों ने लगभग 200 साल तक भारत पर शासन किया। ब्रिटिश शासन के दौरान सभी भारतीयों का जीवन बेहद संघर्ष भरा रहा।

ब्रिटिश हुकूमत के लोग भारतीय राजा एवं शासकों को अपने हाथ की कठपुतली बना कर उनका इस्तेमाल कर रहे थे।

किसी नेतृत्व के अभाव में भारतीय लोगों को गुलामी की जिंदगी बितानी पड़ी और अंग्रेज लगातार 200 सालों तक भारतीयों का शोषण करते रहे।

गुलामी के उसे दौर में अंग्रेज यहां के मजदूरों से बंधुआ मजदूरी करवा कर विदेशी निर्यात से मुनाफा कमाते थे। लेकिन इसी बीच एक ऐसा दौर भी आया जब भारतीय स्वतंत्रता सेनानी क्रांतिकारियों ने देश के लिए आवाज उठानी शुरू की।

सन 1857 में भारत का पहला क्रांतिकारी विद्रोह हुआ और दिन प्रतिदिन यह विरोध बढ़ता ही गया।

आखिरकार भारत के महान सपूतों की तपस्या त्याग और बलिदान की बदौलत भारत 1947 में आजाद हो गया।

सन 1857 से लेकर सन 1947 तक भारत संघर्षों की चरम सीमा से होकर गुजरा लेकिन फिर भी भारतीय क्रांतिकारियों ने हार नहीं मानी और आखिरकार अंग्रेजी सरकार को उनके सामने घुटने टेकने पड़े।

इन्हें भी पढ़ें-

  • 15 अगस्त स्वतंत्रता दिवस पर भाषण
  • आजादी का अमृत महोत्सव पर निबंध, कविता, स्लोगन, अनमोल वचन
  • 26 जनवरी राष्ट्र को समर्पित कविता, अनमोल विचार
  • भारतीय सेना को समर्पित कविताएं और शुभकामना संदेश
  • अमर जवान ज्योति का इतिहास व महत्व
  • नेताजी सुभाष चंद्र बोस के क्रांतिकारी नारे एवं विचार
  • शहीद दिवस पर शायरी एवं सुविचार

स्वतंत्रता दिवस का महत्व–

15 अगस्त का दिन केवल भारतीय स्वतंत्रता का ही प्रतीक नहीं है बल्कि यह भारतीय स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों के समर्पण का प्रतीक भी है।

भारतीय स्वतंत्रता संग्राम की ज्वाला में पता नहीं कितने भारतीय क्रांतिकारियों ने अपने प्राणों की आहुति दे दी थी तब जाकर आज हम स्वतंत्रता दिवस मना पा रहे हैं।

हमें भारतीय स्वतंत्रता संग्राम में उन वीरों की शहादत कभी भी नहीं भूलनी चाहिए। भारत के इन महान क्रांतिकारियों में शहीद भगत सिंह, चंद्रशेखर आजाद, सुखदेव, राजगुरु, अशफाक उल्ला खान, लाला लाजपत राय सुभाष चंद्र बोस, बाल गंगाधर तिलक आदि जैसे कई महान क्रांतिकारियों का नाम शामिल है।

इन सभी भारतीय क्रांतिकारियों ने अपनी मातृभूमि की आजादी के लिए ब्रिटिश शासन से लोहा लिया तथा खुशी-खुशी अपने प्राणों की बलि दे दी थी।

इसीलिए 15 अगस्त 1947 का दिन केवल स्वतंत्रता प्राप्ति का दिन नहीं था बल्कि वह उस तपस्या उस त्याग उस बलिदान का फल था जिसका भारतीय क्रांतिकारियों ने बीज रोपण किया था।

इस स्वतंत्रता दिवस के उपलक्ष में प्रति वर्ष विभिन्न प्रकार के कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं तथा भारत के वीर स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों को श्रद्धांजलि अर्पित की जाती है। तथा उनके योगदान के विषय में सभी लोगों को अवगत कराया जाता है।

भारतीय स्वतंत्रता दिवस की गतिविधियां एवं कार्यक्रम–

भारतीय स्वतंत्रता दिवस के उपलक्ष में हर साल देश में विभिन्न प्रकार के कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं तथा बड़ी धूमधाम एवं हर्षोल्लास के साथ भारत का स्वाधीनता दिवस मनाया जाता है।

भारतीय स्वतंत्रता दिवस के इस खास मौके पर विद्यालय कॉलेज तथा विश्वविद्यालय में स्वतंत्रता दिवस पर निबंध लेखन, स्वतंत्रता दिवस 15 अगस्त पर भाषण तथा कविता स्लोगन इत्यादि लेखन के विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं।

इस दिन स्कूल कॉलेज विश्वविद्यालय सरकारी तथा कई गैर सरकारी संगठनों द्वारा झंडारोहण का कार्यक्रम आयोजित किया जाता है तथा झंडारोहण करके राष्ट्रगान तथा राष्ट्रगीत पढ़ा जाता है।

स्वतंत्रता दिवस के मौके पर भारतीय प्रधानमंत्री द्वारा लाल किले पर भारत का राष्ट्रीय ध्वज तिरंगा फहराया जाता है तथा राष्ट्र गान किया जाता है।

इन सब के अलावा भारत की जल सेना थल सेना तथा नभ सेना विभिन्न प्रकार के कौशल का प्रदर्शन किया जाता है तथा परेड आदि भी आयोजित किया जाता है।

केवल इतना ही नहीं स्वतंत्रता दिवस के इस  खास मौके पर भारतीय प्रधानमंत्री राष्ट्रपति तथा विभिन्न राजनेताओं द्वारा भारत के वीर शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की जाती है।

स्वतंत्रा दिवस के इस पर्व पर विभिन्न प्रकार के सांस्कृतिक कार्यक्रम जैसे भारतनाट्यम, शास्त्रीय संगीत, चित्रकला इत्यादि का आयोजन भी किया जाता है।

स्वतंत्रता दिवस मनाने का उद्देश्य–

भारतीय स्वतंत्रता दिवस मनाने का उद्देश्य यही है कि भारत के लोग अपनी स्वतंत्रता प्राप्ति का वह अनमोल स्वर्णिम दिन याद रख सकें तथा उन शहीदों को भी याद रखें जिन्होंने भारत की आजादी के लिए अपना सर्वस्व बलिदान किया था।

साथ ही साथ प्रतिवर्ष स्वतंत्रता दिवस पर विभिन्न कार्यक्रमों का यह भी उद्देश्य होता है कि भारत के लोगों के बीच नवचेतना जागृत की जा सके ताकि भारतीय लोग आने वाले समय में बुलंदियों के नए शिखर पर पहुंच जाएं।

यह स्वतंत्रता दिवस हमें यह भी सचेत करता है कि आने वाले समय में हमें इस राष्ट्र इस मातृभूमि की रक्षा किस तरह करनी है।

भारतीय स्वतंत्रता दिवस आजादी के बाद इस देश की उपलब्धि पर गर्व करने का दिन है। आजादी के बाद भारत ने दुनिया में अपनी एक नई पहचान बनाई है।

आज पूरी दुनिया भारतीय सिद्धांतों का अनुसरण करती है तथा इस देश इस मिट्टी का सम्मान भी करती है।

आज अमेरिका रूस फ्रांस चीन जर्मनी और जापान जैसे विकसित देश भी भारत के फैसले का सम्मान करते हैं और सुझाव मांगते हैं।

उपसंहार –

सन 1947 में जब भारत को स्वतंत्रता प्राप्त हुई तभी से फूलने फैलने का बढ़िया अवसर मिला और भारत ने इसका भरपूर इस्तेमाल किया तथा सार्थकता पूर्वक विश्वास स्तर पर नए-नए मुकाम हासिल किए।

आजादी का यह दिन उन भारतीय क्रांतिकारियों की कठोर तपस्या का फल है जिन्होंने जीते जी अपना सर्वस्व इस मातृभूमि के नाम कर दिया और जब अंत में कुछ नहीं बचा तो अपने प्राणों की आहुति दे दी।

हमें कभी भूल कर भी देश की आजादी में शामिल इन महान क्रांतिकारियों का अपमान नहीं करना चाहिए। उनकी देशभक्ति और उनकी प्रतिमा हमें सदैव अपने मन में ताकि हमारे मन में भी राष्ट्रभक्ति की भावना जाग सके।

अगर आप 15 अगस्त स्वतंत्रता दिवस पर निबंध हिंदी में 10 लाइन की लिखना चाहते हैं तो निम्नलिखित निबंध द्वारा तैयार कर सकते हैं।

स्वतंत्रता दिवस पर निबंध 100,150, शब्दों में।

नमस्कार दोस्तों!

आज भारतीय इतिहास की वह तारीख है जिस दिन भारत को आजादी मिली थी।

आज ही के दिन 1947 में हमारा भारत देश ब्रिटिश हुकूमत के शासन से आजाद हुआ था इसीलिए प्रतिवर्ष 15 अगस्त का यह स्वर्णिम दिन हमारी स्वतंत्रता दिवस के रूप में मनाया जाता है।

हमारा यह 15 अगस्त स्वतंत्रता दिवस हमारी आजादी का प्रतीक है। यह हमें सिखाता है कि हम सामाजिक राजनीतिक आर्थिक सभी रूप से आजाद हैं।

लेकिन जब तक भारत पर ब्रिटिश हुकूमत का शासन था तब तक हमें कोई आजादी नहीं थी। ब्रिटिश राज में भारतीयों के साथ दुर्व्यवहार किया जाता था और उनका शोषण भी किया जाता था।

लेकिन आज का यह भारत किसी भी शक्ति महाशक्ति के अधीन नहीं है बल्कि अपनी शक्ति से चलता है। आज भारत का एक-एक नागरिक भारतीय गणराज्य में आस्था के अपने अधिकारों का संरक्षण कर रहा है।

आजादी की इसी भावना को हमेशा जीवंत रखने के लिए 15 अगस्त भारतीय स्वतंत्रता दिवस आजादी का अमृत महोत्सव के रूप में मनाया जा रहा है।

आइए आज 15 अगस्त कैसे खास अवसर पर भारतीय तिरंगे को सलाम करते हैं और उन शहीदों को भी नमन तथा याद करते हैं जिन्होंने भारत की आजादी के लिए अपने प्राण गवा दिए थे।

इसी के साथ मैं अपनी वाणी को विराम देता हूं और ईश्वर से प्रार्थना करता हूं कि हमारा भारत ऐसे ही फूलता फलता रहे और दुनियां को नेकी की राह दिखाए।

15 अगस्त पर निबंध हिंदी में 10 लाइन  (15 August Essay In Hindi 10 Lines)–

  • 15 अगस्त के दिन प्रतिवर्ष भारतीय स्वतंत्रता दिवस मनाया जाता है।
  • 15 अगस्त 1947 को हमारा भारत अंग्रेजी शासन से आजाद हुआ था।
  • ब्रिटिश हुकूमत ने भारत पर तकरीबन 200 सालों तक राज किया। उनकी विभाजन की नीति के कारण ही स्वतंत्रता के दौरान भारत का विभाजन हो गया और हिंदुस्तान तथा पाकिस्तान दो देश बने।
  • 15 अगस्त के दिन प्रतिवर्ष भारतीय स्वतंत्रता दिवस के उपलक्ष में लाल किले पर भारतीय प्रधानमंत्री द्वारा झंडा रोहण किया जाता है तथा सभी लोग राष्ट्रगान का पाठ करते हैं।
  • स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या भारतीय राष्ट्रपति द्वारा राष्ट्र के नाम संबोधन किया जाता है जबकि स्वतंत्रता दिवस के दिन प्रधानमंत्री भी राष्ट्र को संबोधित करते हैं।
  • स्वतंत्रता दिवस का कार्यक्रम सरकारी तथा गैर सरकारी संगठनों समेत विद्यालय कालेज तथा विश्वविद्यालयों में भी आयोजित किया जाता है।
  • स्वतंत्रता दिवस के उपलक्ष में ही प्रधानमंत्री की उपस्थिति के दौरान भारतीय थल सेना जल सेना तथा वायु सेना द्वारा अपना कौशल दिखाया जाता है तथा परेड किया जाता है।
  • स्वतंत्रता दिवस के मौके पर इस देश के लिए बलिदान हुए महान क्रांतिकारियों एवं सैनिकों को श्रद्धांजलि अर्पित की जाती हैं।
  • स्वतंत्रता दिवस पर लाल किले पर झंडा रोहण के दौरान प्रधानमंत्री अपने दिए गए भाषण में भारत की उपलब्धियां गिनाते हैं। तथा नए भारत की नई उपलब्धियों के लिए संकल्प भी लेते हैं।
  • स्वतंत्रता दिवस के दिन सभी लोग आपसी मतभेद को भूल कर एक दूसरे के साथ गले मिलते हैं तथा मिठाइयां बांटकर स्वतंत्रा दिवस की खुशियां मनाते हैं।

तो दोस्तों हमने आज इस आर्टिकल में आप को स्वतंत्रता दिवस पर निबंध के बारे में बताया। स्वतंत्रता दिवस पर निबंध के इस लेख के माध्यम से हमने आपको 10 लाइन का निबंध भी उपलब्ध कराया। उम्मीद करते हैं कि हमारा यह लेख आपको पसंद आया।

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sanjeevnihindi

Essay on Independence Day in Hindi | 15 अगस्त पर निबंध हिन्दी में | स्वतंत्रता दिवस पर निबंध

“सरफ़रोशी की तमन्ना अब हमारे दिल में है। देखना है ज़ोर कितना बाजु-ए-क़ातिल में है।।”

15 अगस्त 1947…… भारतीय इतिहास का एक स्वर्णिम दिन। यही वह दिन है जब हमारा देश अंग्रेजों की दासता से मुक्त हुआ। जी हाँ…… यही वह दिन था जब भारत अंग्रेजों की लगभग 200 वर्षों की पराधीनता के बाद अपने जियाले सपूतों की कुर्बानी और संघर्ष के परिणाम स्वरूप स्वाधीनता का सूरज देख रहा था।

हर साल  स्वतंत्र दिवस के अवसर पर स्कूल, कॉलेजों में 15 अगस्त पर भाषण  और निबंध प्रतियोगिताओं का आयोजन किया जाता है। 

दोस्तों, आज हम अपने इस लेख Essay on Independence Day in Hindi | 15 अगस्त पर निबंध हिंदी में |  स्वतंत्रता दिवस पर निबंध के माध्यम से  आपको  स्वतंत्रता दिवस पर निबंध कैसे लिखें,  के बारे में बताएंगे।  

परीक्षा  और विभिन्न प्रतियोगिताओं में आपको Independence Day Essay in Hindi लिखने में यह लेख सहायक सिद्ध होगा। तो आइए शुरू करते हैं-

Table of Contents

स्वतंत्रता दिवस पर भाषण, 15 अगस्त पर निबंध हिंदी में – Essay on Independence Day in Hindi

प्रस्तावना –  .

15 अगस्त 1947 को भारत ने अंग्रेजों की 200 वर्षों की दासता से मुक्त होकर स्वतंत्र हवा में सांस ली।  हमारे देश के तीन प्रमुख राष्ट्रीय पर्वों में से स्वतंत्रता दिवस एक प्रमुख राष्ट्रीय पर्व है। वर्षों से  अंग्रेजी हुकूमत के  अत्याचार सहने के बाद इसी दिन  हमारे देश को आजादी मिली। 

परंतु यह आजादी  हमें आसानी से नहीं मिली, इसे पाने के लिए  भारत मां के अनगिनत सपूतों ने वर्षों तक संघर्ष किया और अपने प्राणों की आहुति दी, तब कहीं जाकर भारतीयों को यह गौरवमयी दिन देखने को मिला।

इसीलिए हम इस आजादी के महत्व को समझते हुए प्रतिवर्ष 15 अगस्त के दिन स्वतंत्रता दिवस को धूमधाम से मनाते हैं।

इस दिन पूरे देश में राष्ट्रीय अवकाश रहता है और देश के प्रत्येक कार्यालय, विद्यालय और संस्थाओं में  तिरंगा ध्वज फहराकर भारतीय स्वतंत्रता का जश्न मनाया जाता है।

और विभिन्न प्रकार के समारोह आयोजित किए जाते हैं। इसी दिन देश की राजधानी दिल्ली में लाल किले पर प्रधानमंत्री द्वारा राष्ट्रध्वज फहराया जाता है और समारोह का आयोजन होता है। 

essay on independence day in hindi

2023 का स्वतंत्रता दिवस – Independence Day 2023

इस वर्ष अर्थात 2023 में हमारा देश आजादी की 76 वीं  वर्षगांठ  और 77 वां  स्वतंत्रता दिवस  मनाने जा रहा है। 

हालांकि इस अवसर पर हर साल देश के प्रधानमंत्री लाल किले से देश की जनता को संबोधित करते हैं परंतु इस संदर्भ में इस साल का स्वतंत्र दिवस कुछ अलग है। 

क्योंकि इस बार देश के प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी ने देश की जनता से ट्वीट करके सुझाव मांगे हैं कि वह बताएं कि  प्रधानमंत्री इस बार स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर किस विषय पर भाषण दे। 

और देश की जनता लगातार उन्हें अलग-अलग विषय पर  अपने विचार रखने के लिए सुझाव दे रही है।

स्वतंत्रता दिवस का सुनहरा इतिहास – Independence Day History

हमारे देश का इतिहास सदियों पुराना है। प्राचीन काल से पूरे विश्व में हमारा देश सोने की चिड़िया के नाम से प्रसिद्ध रहा है। भारत की समृद्धि, संपन्नता  पूरे विश्व में प्रसिद्ध थी। 

इसी से प्रेरित होकर हमारे देश पर कई विदेशी आक्रमणकारियों ने आक्रमण किए, उनमें से कुछ लूटमार करके वापस अपने देश चले गए जबकि कुछ आताताई  यहीं बस गए। 

लंबे समय तक हमारे देश में रहने के दौरान  वह हमारी सभ्यता, संस्कृति और खानपान में इस प्रकार रच बस गए मानो यहीं के मूल निवासी हों।

आरंभिक दौर में कुछ अन्य आक्रमणकारियों के बाद हमारे देश में मुगलों का आगमन हुआ जिन्होंने एक लंबे समय तक भारत पर शासन किया।

फिर 18 वीं सदी में अंग्रेज व्यापार के बहाने भारत आए, और धीरे-धीरे अंग्रेजों ने भारत पर अपना शासन कायम किया। भारतीय इतिहास में अंग्रेजी हुकूमत का दौर एक दुःस्वपन  के समान था।

अंग्रेजों ने हमारे ही देश में रहकर देश की जनता का बुरी तरह शोषण किया और उन पर क्रूरतम अत्याचार किए। 

अंग्रेज भारतीय लोगों से मनमाना  लगान वसूलते और उन पर अत्याचार करते थे, विरोध करने की दशा में भारतीय लोगों को पाशविक तरीकों से  मारा-पीटा जाता था, और जेल में डाल दिया जाता था।  उनके पाशविक  कृत्यों का क्रूरतम उदाहरण  जलियांवाला बाग हत्याकांड है। 

हालांकि अपनी हुकूमत के दौरान अंग्रेजों ने हमारे देश के लोगों पर अंतहीन  अत्याचार किये, परंतु  भारत मां के सपूतों ने उनके हर अत्याचार  का सामना किया और विरोध किया। 

हमारे देश के वीर  क्रांतिकारियों ने हंसते-हंसते  अपने प्राणों को न्यौछावर कर दिया और आजादी की लड़ाई  को जारी रखा।

इसी का नतीजा था कि क्रूर अंग्रेज हुक्मरानों को हमारा देश छोड़कर भागना पड़ा। 15 अगस्त 1947 को अंग्रेजो ने हमारे देश को स्वतंत्र घोषित कर दिया और भारत की सत्ता की बागडोर भारतीय नेताओं को सौंप कर  वे अपने देश वापस चले गए।

हमारा  स्वर्णिम इतिहास  भारतीय  रणबांकुरों के अदम्य साहस  और संघर्ष से भरा हुआ है उसी के बल पर आज हम आजाद देश की हवा में सांस ले रहे हैं।

हर भारतीय के लिए यह दिन एक खास महत्व रखता है इसीलिए हम अपने स्वतंत्रता दिवस (Independence Day in Hindi) को प्रतिवर्ष पूरे हर्षोल्लास से मानते हैं। 

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भारतीय इतिहास की महत्वपूर्ण घटनाएं –

यहाँ हम आपको सरल रूप से समझने के दृष्टिकोण से भारतीय इतिहास की महत्वपूर्ण घटनाएं बता रहे हैं –

अंग्रेजों का भारत में प्रवेश-  

अंग्रेज व्यापार के बहाने भारत आए 17 वी शताब्दी में जब अंग्रेज भारत आए तो भारत में मुगलों का शासन था भारत प्राचीन काल से ही सोने की चिड़िया कहलाता था।

भारत की संपन्नता के बारे में सारी दुनिया जानती थी इसी से प्रेरित होकर यूरोप के कई देशों के लोगों ने भारत की ओर रुख किया भारत में अंग्रेजों ने व्यापार करने के साथ-साथ धीरे-धीरे अपनी सैन्य ताकत को बढ़ाया और यहां की परिस्थितियों का फायदा उठाया।

उन्होंने देखा राजपूत राजाओं में एकता नहीं थी वह छोटी-छोटी बातों पर आपस में लड़ाई-झगड़ा करते थे अतः उन्होंने इसी बात का फायदा उठाते हुए राजपूत राजाओं को आपस में लड़ा कर धीरे-धीरे भारत में छोटे-छोटे क्षेत्रों पर अपना अधिकार करना शुरू किया।

फिर उन्होंने भारत में ईस्ट इंडिया कंपनी की स्थापना की और धीरे-धीरे ‘फूट डालो और शासन करो’ की नीति अपनाते हुए लगभग संपूर्ण भारत पर अपना वर्चस्व स्थापित कर लिया। 

पराधीन भारत का आगाज़ –

अंग्रेजों ने धीरे-धीरे अपनी नीति के द्वारा संपूर्ण भारत पर अपना शासन स्थापित कर लिया और अब भारत एक पराधीन देश की तरह था जिसमें दूसरे देश के लोग (अंग्रेज) अपना शासन चला रहे थे और उनके द्वारा हमारे देश की जनता को प्रताड़ित किया जाता था।

भारतीयों पर अंग्रेजों के अत्याचार-

वे देश की जनता से मनमाना कर वसूलते, उन पर अत्याचार करते, बिना वजह बताए किसी भी भारतीय को जेल में डाल देते।

जलियाँवाला बाग हत्याकांड की अमानवीय घटना भारतीयों पर अंग्रेजी हुकूमत के अत्याचारों का ही एक क्रूर उदाहरण थी। भारतीय अपने ही देश में गुलाम बन चुके थे और भारत एक पराधीन राष्ट्र। 

अंग्रेजों के विरुद्ध भारत की जनता का असंतोष –

देश की जनता पर अंग्रेजों के अत्याचार बढ़ते ही जा रहे थे, भारतीय इन अत्याचारों को अब और सहन नहीं कर सकते थे, देश में जगह-जगह अंग्रेजी हुकूमत के खिलाफ भारतीय जनता का असंतोष बढ़ता ही जा रहा था।

स्वतंत्रता सेनानियों व देश के लीडर्स के प्रतिनिधित्व में जनता अपना रोष प्रकट करने लगी थी। यहाँ तक कि यह असंतोष भारतीय सैनिकों में भी पनप रहा था।

जिसका एक उदाहरण 1857 का सैनिक विद्रोह था। जब बैरकपुर छावनी में मंगल पांडे ने अंग्रेज अधिकारी का हुक्म मानने से इनकार कर दिया तो तोप के आगे बांधकर उसकी हत्या कर दी गयी। 

1857 का सैनिक विद्रोह मंगल पांडे की हत्या के बाद देश को आजाद कराने के लिए एक क्रांति की चिंगारी बनकर पूरे देश में फैल चुका था। लखनऊ, कानपुर, ग्वालियर, मेरठ, दिल्ली, झांसी के साथ-साथ पूरे देश में क्रांति की ज्वाला भड़क उठी थी।

भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की स्थापना –

28 दिसंबर 1885  को मुंबई में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की स्थापना हुई। कांग्रेस के संस्थापक ए0ओ0 ह्यूम (एलन ऑक्टोवियन ह्यूम) थे।  इनके अतिरिक्त दादाभाई नरोजी ने भी कांग्रेस की स्थापना में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।

भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की स्थापना के बाद  देश में आजादी के लिए क्रांतिकारी गतिविधियों में इजाफा हुआ और बहुत से लोग भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के सदस्य बने।

भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की स्थापना के बाद देश में कई और राष्ट्रीय दलों की स्थापना की गई इनमें प्रमुख रूप से ‘मुस्लिम लीग’ भी शामिल थी।

अंग्रेजी हुकूमत से आजादी की मांग ने जोर पकड़ा   –

क्रूर गोरी सरकार के अत्याचारों के विरुद्ध भारतीयों का बढ़ता असंतोष अब धीरे-धीरे आंदोलनों का रूप लेता जा रहा थाा।

जिनमें महात्मा गाँधी के नेतृत्व में हुए असहयोग आंदोलन, सविनय अवज्ञा आंदोलन, नमक कानून, भारत छोड़ो आंदोलनों ने अंग्रेजी हुकूमत को हिलाकर रख दिया और गोरी सरकार के पैर उखाड़ दिए। 

आजादी में स्वतंत्रता सेनानियों की भूमिका –

देश की आजादी के लिए भारत माँ के लाडलों ने भारत के स्वतंत्रता संग्राम में बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया और भारत माँ को आजाद कराने के लिए अपने प्राणों की आहुतियाँ दीं। 

इन स्वतंत्रता सेनानियों में सर्वप्रमुख महात्मा गांधी का नाम आता है। उन्होंने क्रूर फिरंगियों को अपने सत्य और अहिंसा के बल पर झुकने पर मजबूर कर दिया। गांधीजी ने अंग्रेजों के विरुद्ध अहिंसा को हथियार बनाते हुए कई आंदोलन चलाए।

जैसे- सविनय अवज्ञा, असहयोग, नमक आंदोलन (डांडी यात्रा) और अंग्रेजों भारत छोड़ो आंदोलन आदि। इन सभी आंदोलनों के बल पर उन्होंने अंग्रेजी शासन को देश से उखाड़ फेंका। 

महात्मा गाँधी के अतिरिक्त ऐसे देशभक्तों की सूची बड़ी लम्बी है जिन्होंने अपने-अपने तरीके से देश के स्वाधीनता संग्राम में अपना योगदान दिया।

इनमें प्रमुख हैं- नेताजी सुभाष चन्द्र बोस, भगत सिंह,राजगुरु, सुखदेव, चंद्रशेखर आजाद, लाल लाजपतराय, बटुकेश्वर दत्त, मंगल पांडे, अशफाक़उल्ला खाँ आदि। 

भगत सिंह, सुखदेव और राजगुरु ने भारत माँ को आजाद कराने के लिए हँसते-हँसते फांसी के फंदे को अपने गले में डाल लिया।

हिन्दू,मुस्लिम,सिक्ख, ईसाई सभी ने एकजुट होकर देश को आजादी दिलाने के लिए लड़ाई लड़ी और अपना अमूल्य योगदान दिया। 

आखिर भारत को मिली आजादी –

देश के स्वतंत्रता सेनानियों और देशभक्तों की अनगिनत कुर्बानियों के दम पर आखिर अंग्रेजों को हमारा देश छोड़ने पर मजबूर होना पड़ा और 15 अगस्त 1947 की मध्यरात्रि को हमारा देश एक स्वतंत्र राष्ट्र बन गया।

और देशवासियों  ने वर्षों बाद आजाद हवा में सांस ली। तभी से हम हर वर्ष 15 अगस्त को अपने स्वतंत्रता दिवस के रूप में मनाते हैं। 

भारत का  बँटवारा  और सांप्रदायिक दंगों का दौर –

15 अगस्त 1947 को  देश आजाद तो हुआ,  परंतु उससे पहले 14 अगस्त की मध्य रात्रि को देश का विभाजन कर दिया गया और एक और नये देश का जन्म हुआ, वह था पाकिस्तान। 

अंग्रेजों की नीति के कारण देश के आजाद होने तक,  जो हिंदू मुस्लिम  पूरी एकजुटता के साथ देश को आजाद करने के लिए संघर्ष कर रहे थे,  वे अब एक दूसरे के शत्रु बन चुके थे।  अंग्रेजों की कूटनीति के कारण देश का विभाजन धार्मिक आधार पर हुआ था।

यह तय किया गया था कि  हिंदू या मुस्लिम स्वेच्छा से जिस देश में भी रहना चाहते हैं वहां रह सकते हैं अतः 72 लाख 26 हजार मुस्लिम भारत से पाकिस्तान गए और 72 लाख 49 हजार  हिंदू और सिख  धर्म के लोग पाकिस्तान से भारत आए।

इसी बीच हिंदू मुस्लिम दंगे शुरू हो गए उन दंगों में लाखों लोगों की हत्या कर दी गई मरने वाले लोगों में दोनों धर्म के लोग शामिल थे। 

यह एक बहुत ही हृदय विदारक घटना थी जिसने देशवासियों की देश के आजाद होने से होने वाली खुशी को भी रंज में बदल दिया। 

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15 अगस्त को मनाते हैं हम आजादी का जश्न/स्वतंत्रता दिवस क्यों मनाया जाता है –

हमारा देश अंग्रेजी हुकूमत की 200 वर्षों की दासता के बाद भारतीय सपूतों की कुर्बानी के बाद 15 अगस्त 1947 को आजाद हुआ। तभी से हम अपने देश में इस दिन आजादी का जश्न मनाते हैं। 

पूरे देश में इस दिन को पूरे हर्सोल्लास के साथ मनाया जाता है। सभी स्कूल, कॉलेज, सरकारी दफ्तरों और निजी संस्थानों में ध्वजारोहण किया जाता है, राष्ट्रीय ध्वज को सलामी देकर राष्ट्रीय गान गाया जाता है। कई प्रकार के रंगारंग कार्यक्रम किये जाते है और मिष्ठान वितरण किया जाता है। 

15 अगस्त को देश के प्रधानमंत्री दिल्ली के लाल किले पर राष्ट्रीय ध्वजारोहण करते हैं। इस मौके पर पूरे देश में अलग-अलग स्थानों पर विभिन्न प्रकार के कार्यक्रम और प्रतियोगिताएं की जाती है। 

स्वतंत्रता दिवस समारोह पर सुरक्षा संबंधी खतरे –

हालांकि 15 अगस्त को प्रतिवर्ष  हमारे देश में जगह-जगह  स्वतंत्रता समारोह मनाया जाता है।  मुख्य रूप से यह समारोह दिल्ली में लाल किले पर प्रधानमंत्री द्वारा ध्वजारोहण और सेनाओं की परेड के साथ संपन्न किया जाता है जिसे लाखों की संख्या में देखने के लिए लोग पहुंचते हैं।

ऐसे में इस समारोह के अवसर पर विभिन्न प्रकार के सुरक्षा संबंधी खतरे भी होते हैं, कई बार कुछ आतंकवादी संगठनों ने स्वतंत्रता समारोह  के मौके पर आतंकवादी घटनाओं को अंजाम देने की धमकी दी है।

जिस कारण इस समारोह के अवसर पर जश्न के साथ-साथ कड़ी सुरक्षा व्यवस्था का बंदोबस्त भी किया जाता है। 

स्वतंत्रता दिवस का महत्व – Significance of Independence Day

स्वतंत्रता दिवस  हम भारतीयों के लिए महत्वपूर्ण दिवस है, इस दिन का हमारे जीवन में खास महत्व है,  क्योंकि यह वह दिन है जब देश को आजादी मिली और देश के हर नागरिक ने आजाद हवा में सांस ली।

क्योंकि आजादी  एक ऐसा जज्बा है जिसे इंसान तो क्या पशु पक्षी भी प्यार करते हैं। इस दिन को याद करना  आजादी के उस जज्बे को  जीने के समान है जो हम सभी को प्रिय है।

स्वतंत्रता दिवस को मनाने के बहाने  हम अपने उन वीर सपूतों को भी याद करते हैं जिन्होंने मातृभूमि के लिए अपने प्राणों की आहुति दी  और हमें आजाद हवा में सांस लेने का मौका दिया।

यह दिन  हमें अपने देश, राष्ट्रीय ध्वज, राष्ट्रीय प्रतीक  और अपनी राष्ट्रीय धरोहर को प्रेम करना सिखाता है इसलिए हमें अपने स्वतंत्रता दिवस के महत्व को समझना चाहिए, और ना केवल स्वतंत्रता दिवस के दिन बल्कि हमेशा अपने  दिल में देश प्रेम की भावना रखते हुए देश की उन्नति और आन-बान-शान के लिए काम करना चाहिए। 

स्वतंत्रता दिवस से संबंधित महत्वपूर्ण तथ्य –

  • भारत के अलावा दुनिया में कई अन्य देश हैं जों 15 अगस्त को हमारे देश  की तरह अपना स्वतंत्रता दिवस मनाते हैं। भारत के अलावा ये कुछ देश हैं  जिनका स्वतंत्रता दिवस भी 15 अगस्त को ही होता है –
  • हम सभी जानते हैं कि हर साल 15 अगस्त को देश के प्रधानमंत्री के द्वारा दिल्ली के लाल किले पर झंडा फहराया जाता है और भाषण भी दिया जाता है। परंतु देश आजाद होने पर 15 अगस्त 1947 को झंडा नहीं फहराया गया था बल्कि 16 अगस्त 1947 को फहराया गया था।
  • देश के पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू ने 14 अगस्त की मध्यरात्रि को   अपना ऐतिहासिक भाषण “Tryst with Destiny” वायसराय लॉज में दिया था जिसे अब राष्ट्रपति भवन कहा जाता है, पंडित जवाहरलाल नेहरू उस समय तक देश के प्रधानमंत्री नहीं थे।
  • लार्ड माउंटबेटेन देश की स्वतंत्रता के समय अंतिम वायसराय थे। उन्होनें ही पंडित जवाहर लाल नेहरू के साथ आज़ादी के दस्तावेजों पर हस्ताक्षर किये थे।
  • 15 अगस्त 1947 को  आजादी के समय हमारे देश का कोई राष्ट्रगान नहीं था।  परंतु रविंद्रनाथ टैगोर द्वारा रचित गीत  ‘भारोतो  भाग्यो  विधाता’ जो उनके द्वारा 1911 में ही लिख दिया था, का नाम बदलकर ‘जन गण मन’ कर दिया गया और 24 जनवरी 1950 को भारतीय संविधान के द्वारा इसे राष्ट्रगान के रूप में स्वीकार किया गया।
  •  हमारा वर्तमान राष्ट्रीय ध्वज पिंगली वेंकैया द्वारा 1921 में डिजाइन किया गया। जिसमें सबसे ऊपर केसरिया रंग बीच में सफेद रंग और सबसे नीचे हरा रंग है, बीच में सफेद पट्टी पर अशोक चक्र बना है जिसमें 24 स्पोक हैं।  इस ध्वज को 22 जुलाई 1947 को आधिकारिक तौर पर अपनाया गया।
  •  15 अगस्त को अपना स्वतंत्र दिवस मनाने वाले भारत के अतिरिक्त ऐसे पांच और देश हैं जिनमें कांगो गणराज्य, उत्तरी कोरिया, दक्षिण कोरिया,  बहरीन और लिकटेन्सटीन  हैं। 
  • 24 जनवरी 1950 को रविंद्र नाथ टैगोर के द्वारा लिखे गए ‘वंदे मातरम्’को राष्ट्रीय गीत के रूप में अपनाया गया। वंदे मातरम्  रविंद्रनाथ टैगोर द्वारा 1880  के दशक में लिखे गए उनके उपन्यास आनंदमठ का हिस्सा है।

आजादी का अमृत महोत्सव (स्वतंत्रता के 75 साल)

पिछले वर्ष 2022 में हमारे देश ने  आजादी के 75 वर्ष पूरे कर लिए। इसी के उपलक्ष में भारत सरकार के द्वारा  आजादी का अमृत महोत्सव मनाया जा रहा है। जिसके अंतर्गत देशभर में विभिन्न प्रकार के कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं।

इसी के अंतर्गत माननीय प्रधानमंत्री  श्री नरेंद्र मोदी जी ने  देश की जनता से आग्रह किया था कि वे इस अवसर पर अपने सोशल मीडिया के प्रोफाइल की तस्वीर पर देश का तिरंगा लगाएं। 

हर घर तिरंगा अभियान 2.0 –

भारत की आजादी के 75 वर्ष पूरे होने पर देश में मनाए जा रहे आजादी का अमृत महोत्सव अभियान के तत्वाधान में भारत सरकार  के संस्कृति मंत्रालय द्वारा‘हर घर तिरंगा अभियान’ पिछले वर्ष 2022 में शुरू किया था।

2023 में पुनः हर घर तिरंगा अभियान चलाया जा रहा है जिसके अंतर्गत देश के लोगों को अपने घर पर राष्ट्रीय ध्वज तिरंगा लहराना है।

लोग अपने पोस्ट-ऑफिस या बैंक से मात्र 25 रुपये की धनराशि देकर तिरंगा प्राप्त कर सकते हैं।

इस अभियान का उद्देश्य देश के हर नागरिक के दिल में देशभक्ति की भावना को जागृत करना, राष्ट्रीय ध्वज का सम्मान करना और राष्ट्रीय ध्वज के बारे में जागरूकता पैदा करना है।

स्वतंत्रता दिवस कोट्स – Independence Day Quotes in Hindi

स्वतंत्र दिवस पर कोट्स नीचे गए हैं –

essay on independence day in hindi

स्वतंत्र दिवस पर 10 लाइन – 10 Lines on Independence Day

  • भारत में हर साल स्वतंत्रता दिवस 15 अगस्त को मनाया जाता है।
  •  स्वतंत्रता दिवस हमारे देश के 3 राष्ट्रीय पर्वों में से एक महत्वपूर्ण राष्ट्रीय पर्व है।
  •  इस दिन  हमारे देश को अंग्रेजी दासता से आजादी मिली थी।
  •  स्वतंत्रता दिवस  का महत्व इसलिए है क्योंकि इस दिन हम अपने देश के वीरों की कुर्बानी को याद करते हैं और उनका सम्मान करते हैं।
  •  हमारे देश में स्वतंत्रता दिवस का मुख्य समारोह दिल्ली के लाल किले पर मनाया जाता है। 
  •  प्रत्येक भारतीय के लिए यह गौरव का दिन है यह  देश की एकता और अखंडता को समर्पित दिन है।
  • स्वतंत्र दिवस समारोह को मुख्य रूप से ध्वजारोहण,  राष्ट्रगान,  सेना की परेड  तथा विभिन्न प्रकार की सांस्कृतिक गतिविधियां करते हुए मनाया जाता है।
  • देश के सभी स्कूलों, कॉलेजों  तथा सरकारी और गैर सरकारी संस्थानों में राष्ट्रीय ध्वज फहराकर  विभिन्न कार्यक्रमों के साथ  पूरे हर्षोल्लास के साथ इस दिन को मनाते हैं।
  • यह दिन प्रत्येक भारतीय के लिए बहुत महत्व रखता है। 
  • 2023 में देश स्वतंत्रता दिवस की 76 वीं वर्षगांठ और  77 वां  स्वतंत्रता दिवस  मनाने जा रहा है।

उपसंहार –  

भारत एक ऐसा देश है जिसमें विभिन्न धर्मों के लोग एक साथ एक गुलदस्ते की तरह रहते हैं  जिनकी अपनी-अपनी सभ्यता, संस्कृति, खानपान, वेशभूषा है  उन सबके अपने-अपने त्योहार हैं जिसे वे  अपने धर्म के लोगों के साथ मनाते हैं।

परंतु जब राष्ट्रीय पर्वों की बात आती है तब सभी धर्मों के लोग मिलकर एक साथ राष्ट्रीय पर्वों को पूरे हर्षोल्लास और जोश के साथ मनाते हैं।

हर भारतीय अपने राष्ट्रीय पर्व को अपने धर्म की तरह निभाता है और प्रत्येक भारतीय में अपने देश और राष्ट्रीय ध्वज के लिए यही सम्मान और भावना होनी चाहिए। 

अपनी मातृभूमि पर न्योछावर होने का जज्बा सभी भारतीयों में एक समान होना चाहिए तभी 15 अगस्त जैसे राष्ट्रीय पर्व को मनाने की सार्थकता सिद्ध होती है।

प्रश्न – स्वतंत्रता दिवस पर झण्डा कौन फहराता है?

उत्तर – स्वतंत्रता दिवस पर दिल्ली के लाल किले पर देश के प्रधानमंत्री झंडा फहराते हैं।

प्रश्न – स्वतंत्रता दिवस क्यों मनाया जाता है?

उत्तर –  15 अगस्त 1947 को हमारा देश आजाद हुआ था उसी के उपलक्ष में हर साल 15 अगस्त को स्वतंत्रता दिवस मनाया जाता है। 

प्रश्न – इस वर्ष कौन सा स्वतंत्रता दिवस मनाया जाएगा?

उत्तर – 2023 में  हमारा देश 77 वां  स्वतंत्रता दिवस मनाने जा रहा है। 

प्रश्न –   स्वतंत्रता दिवस कब और क्यों मनाया जाता है?

उत्तर – भारत में प्रतिवर्ष 15 अगस्त को स्वतंत्र दिवस मनाया जाता है, क्योंकि 15 अगस्त 1947 को हमारा देश आजाद हुआ था।

प्रश्न –   स्वतंत्रता दिवस कब मनाया जाता है?

उत्तर – भारत में प्रतिवर्ष 15 अगस्त को स्वतंत्र दिवस मनाया जाता है।

हमारे शब्द –

तो दोस्तों ये था Essay on Independence Day in Hindi | 15 अगस्त पर निबंध हिंदी में | स्वतंत्रता दिवस पर निबंध आपको Speech of Independence Day in Hindi पर ये लेख कैसा लगा ? आशा है आपको इस निबंध ( लेख ) के साथ-साथ हमारे अन्य लेख भी पसंद आते होंगे ।  

यदि आपको हमारा ये लेख पसंद आया हो तो कमेन्ट बॉक्स में लिखकर अवश्य हमें भेजे साथ ही यदि आपके विचार से हमारे लेखन से संबंधित कोई सुझाव हों तो हमें अवश्य लिखें , क्योंकि आपके सुझावों से हमें बेहतर लिखने की प्रेरणा मिलती है ।

तो मित्रों जल्द ही आपसे रूबरू होंगे एक और नए , ताजा और रोचक जानकारी से भरपूर लेख के साथ ।  धन्यवाद ।

sanjeevnihindi के सभी सुधि पाठकों को स्वतंत्रता दिवस की अनंत शुभकामनाएं ।

अंत में – हमारे आर्टिकल पढ़ते रहिए , हमारा उत्साह बढ़ाते रहिए , खुश रहिए और मस्त रहिए।

जीवन को अपनी शर्तों पर जियें ।

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दा इंडियन वायर

स्वतंत्रता दिवस 15 अगस्त पर निबंध, महत्व

15 august essay in hindi for class 7

By विकास सिंह

independence day essay in hindi

विषय-सूचि

स्वतंत्रता दिवस पर निबंध, 100 शब्द

भारत में 1947 से 15 अगस्त की तारीख भारतीय इतिहास में एक बहुत ही महत्वपूर्ण दिन बन गया है। यह वर्ष 1947 का सबसे भाग्यशाली दिन था जब भारतीय स्वतंत्रता सेनानियों के कठिन संघर्ष और बलिदान के बाद भारत स्वतंत्र हुआ। हमने कड़े संघर्ष के बाद आजादी हासिल की।

जब भारत को अपनी स्वतंत्रता मिली, भारत की जनता ने अपने पहले प्रधानमंत्री, पंडित जवाहरलाल नेहरू को चुना था, जिन्होंने पहली बार राष्ट्रीय राजधानी नई दिल्ली में लाल किले पर तिरंगा राष्ट्रीय ध्वज फहराया था। सभी लोग इस विशेष दिन को हर साल बहुत खुशी के साथ मनाते हैं।

स्वतंत्रता दिवस पर निबंध, 150 शब्द

1947 में 15 अगस्त को भारत को आजादी मिली, इसलिए भारत के लोग हर साल इस खास दिन को 15 अगस्त को स्वतंत्रता दिवस के रूप में मनाते हैं। राष्ट्रीय राजधानी, नई दिल्ली में आयोजित कार्यक्रम समारोह में, भारत के प्रधान मंत्री ने लाल किले पर सुबह जल्दी राष्ट्रीय ध्वज फहराया, जहाँ लाखों लोग ने स्वतंत्रता दिवस समारोह में भाग लिया था।

लाल किले, नई दिल्ली में उत्सव के दौरान भारतीय छात्रों द्वारा मार्च पास्ट सहित कई कार्य किए जाते हैं और स्कूली छात्रों द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम किए जाते हैं। राष्ट्रीय ध्वज की मेजबानी और राष्ट्रीय गान (जन गण मन) के पाठ के बाद, भारत के प्रधान मंत्री अपना वार्षिक भाषण देते हैं।

भारत के स्वतंत्रता दिवस पर, हम उन सभी महान हस्तियों को याद करते हैं जिन्होंने भारत की स्वतंत्रता में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। स्वतंत्रता दिवस समारोह के दौरान, राष्ट्रीय झंडे की मेजबानी स्कूल और कॉलेजों में भी की जाती है, जहाँ शिक्षकों और छात्रों द्वारा कई गतिविधियाँ की जाती हैं।

स्वतंत्रता दिवस पर निबंध, independence day essay in hindi (200 शब्द)

भारत के नागरिक दशकों तक ब्रिटिश शासन के अधीन रहे। ब्रिटिश अधिकारियों ने अपने धन का देश लूट लिया और भारतीयों के साथ बुरा व्यवहार किया। कभी सोने की चिड़िया कहे जाने वाले भारत को अंग्रेजों के हाथों काफी नुकसान उठाना पड़ा।

अंग्रेजों ने भारत के नागरिकों को गुलाम माना। उन्होंने भारतीयों को कठिन परिश्रम कराया और उन्हें समान रूप से भुगतान किया। यहाँ के लोग असहाय महसूस करते थे और अंग्रेजों के निर्देशों का पालन करते हुए अपना सिरा पूरा करते थे। हालांकि, हम उन लोगों के लिए आभारी हैं जिन्होंने साहस दिखाया और अंग्रेजों के साथ आंखें मिलाकर खड़े हो गए।

इन भारतीय क्रांतिकारियों ने अंग्रेजों के अत्याचार के खिलाफ आवाज उठाई और कई अन्य लोगों को ऐसा करने के लिए प्रेरित किया। ब्रिटिश शासन के खिलाफ अवज्ञा व्यक्त करने के लिए समय-समय पर कई विरोध प्रदर्शन और रैलियां आयोजित की गईं। जबकि इनमें से कुछ क्रांतिकारियों जैसे महात्मा गांधी ने अपने लक्ष्य को आगे बढ़ाने के लिए अहिंसा के मार्ग का अनुसरण किया, दूसरों ने अंग्रेजों से लड़ने और उन्हें दूर करने के लिए आक्रामक रुख अपनाया।

इन दोनों प्रकार के क्रांतिकारियों के संयुक्त प्रयासों ने भुगतान किया और भारत को अंततः 15 अगस्त 1947 को स्वतंत्रता मिली। तब से, प्रत्येक वर्ष 15 अगस्त को स्वतंत्रता दिवस के रूप में मनाया जाता है। यह पूरे देश में धूमधाम से मनाया जाता है।

independence day

250 शब्द:

भारत में स्वतंत्रता दिवस हर साल 15 अगस्त को राष्ट्रीय अवकाश के रूप में मनाया जाता है जब लोग ब्रिटिश शासन से हमारे राष्ट्र की स्वतंत्रता की लंबी घटना को याद करते हैं। भारत को आजादी के बहुत सारे आंदोलन के बाद 1947 में 15 अगस्त को आजादी मिली, जिसके दौरान कई स्वतंत्रता सेनानियों ने अपने जीवन का बलिदान दिया।

आजादी के बाद, 1947 में 17 अगस्त को जवाहरलाल नेहरू पहले भारतीय प्रधानमंत्री बने जिन्होंने दिल्ली के लाहौर गेट के पास लाल किले में राष्ट्रीय ध्वज फहराया। छात्र, शिक्षक, माता-पिता और अन्य लोग राष्ट्रीय ध्वज फहराकर और राष्ट्रीय गान गाकर स्वतंत्रता दिवस मनाने के लिए एक साथ आते हैं।

लाल किले पर राष्ट्रीय राजधानी नई दिल्ली में भारतीय प्रधान मंत्री द्वारा तिरंगा राष्ट्रीय ध्वज की भी मेजबानी की जाती है। उसके बाद 21 तोपों से सलामी दी जाती है और झंडे पर हेलीकॉप्टर से तिरंगे फूल बरसाए जाते हैं। हमारे ध्वज का तिरंगा साहस और बलिदान के लिए केसरिया, शांति और सच्चाई के लिए सफेद और विश्वास और शिष्टता के लिए हरे रंग का प्रतिनिधित्व करता है।

हमारे झंडे के केंद्र में एक अशोक चक्र है जिसमें समान रूप से 24 स्पाइक्स वितरित किए गए हैं। इस विशेष दिन में हम भारत की स्वतंत्रता में उनके अविस्मरणीय योगदान के लिए भगत सिंह, सुखदेव, राज गुरु, गांधीजी और अन्य साहसी स्वतंत्रता सेनानियों के महान बलिदानों को याद करते हैं।

स्कूलों में स्वतंत्रता दिवस समारोह पर छात्रों ने स्वतंत्रता सेनानियों के विषयों पर भाषण दिया। वे परेड में शामिल होते हैं, मार्च पास्ट करते हैं, देशभक्ति के गीत गाते हैं, अन्य लोग अपने-अपने तरीके से इस दिन को मनाते हैं जैसे देशभक्ति की फिल्में देखना, परिवार के साथ घर से बाहर जाना, दोस्तों से मिलना या सार्वजनिक स्थानों पर आयोजित कार्यक्रमों में भाग लेना ।

स्वतंत्रता दिवस का महत्व पर निबंध, independence day essay in hindi (300 शब्द)

प्रस्तावना:.

15 अगस्त, स्वतंत्रता दिवस, भारत के नागरिकों के लिए एक विशेष महत्व रखता है। यह एक दिन है जो उन्हें स्वतंत्रता सेनानियों द्वारा किए गए बलिदानों की याद दिलाता है। यह उन्हें देशभक्ति की भावना से प्रेरित करता है और उन्हें अपने देश के लिए कुछ करने के उत्साह के साथ प्रेरित करता है।

स्वतंत्रता सेनानियों के सम्मान का एक निशान:

भारत दशकों तक ब्रिटिश शासन के अधीन रहा था। अंग्रेजों का अत्याचार समय के साथ बढ़ता गया। कई भारतीय अंग्रेजों से लड़ने और उन्हें देश से भगाने के लिए आगे आए। बाल गंगाधर तिलक, शहीद भगत सिंह, महात्मा गांधी, सरोजिनी नायडू, रानी लक्ष्मी बाई और सुभाष चंद्र बोस जैसे स्वतंत्रता सेनानियों के नेतृत्व में, भारत के नागरिक एक साथ आए और अपनी स्वतंत्रता के लिए लड़े।

वे इन नेताओं से प्रेरित थे और स्वतंत्रता संग्राम में निस्वार्थ रूप से भाग लिया। कई विरोध प्रदर्शन हुए और कई आंदोलन शुरू किए गए। इन घटनाओं के दौरान कई लोगों ने अपनी जान गंवा दी और अन्य लोग जेल चले गए लेकिन इससे अंग्रेजों से लड़ने की उनकी भावना कम नहीं हुई। स्वतंत्रता दिवस हमें उनके बलिदानों को याद दिलाने का एक तरीका है और इस प्रकार हमारे देश के नागरिकों के लिए विशेष महत्व रखता है।

आजादी का जश्न मनाएं फिर भी बने रहें:

स्वतंत्रता दिवस हमारी स्वतंत्रता का जश्न मनाने का एक तरीका भी है। जिस दिन हमारे देश ने स्वतंत्रता प्राप्त की, भारत के नागरिकों ने सच्ची स्वतंत्रता का स्वाद चखा। उन्होंने इस नई आजादी का जश्न मनाया और इस दिन को साल-दर-साल उसी भावना के साथ मनाया जाता है। हालांकि, यह हमें अपनी जड़ों के करीब होने के महत्व को भी याद दिलाता है और ऊंची उड़ान भरने और स्वतंत्र महसूस करने के बावजूद भी जमीनी स्तर पर बना रहता है।

निष्कर्ष:

भारत के लोग उन लोगों के शुक्रगुजार हैं जिन्होंने अपने देश की आजादी के लिए लड़ाई लड़ी। वे हर साल 15 अगस्त को अपनी स्वतंत्रता का जश्न मनाते हैं जिसे भारतीय स्वतंत्रता दिवस के रूप में चिह्नित किया गया है। दिन वास्तव में प्रत्येक भारतीय के लिए विशेष है। यह स्पष्ट रूप से देखा जा सकता है जिस तरह से इस दिन को पूरे देश में मनाया जाता है।

स्वतंत्र दिवस पर निबंध, essay on independence day in hindi, (400 शब्द)

स्वतंत्रता दिवस भारत में बहुत उत्साह के साथ मनाया जाता है और सभी भारतीय नागरिकों के लिए बहुत महत्व रखता है। इस दिन देश के विभिन्न स्थानों पर भारतीय ध्वज फहराया जाता है। पूरे देश में कार्यालयों, स्कूलों, आवासीय समितियों और अन्य स्थानों पर कई छोटे और बड़े कार्य आयोजित किए जाते हैं। इन स्वतंत्रता दिवस समारोहों की प्रमुख विशेषताएं इस प्रकार हैं।

ध्वज आरोहण भारतीय ध्वज, तिरंगा, उत्सव की शुरुआत में फहराया जाता है। सभी लोग ध्वजारोहण के दौरान जश्न के लिए खड़े हुए थे, जिसके बाद राष्ट्रगान, जन, गण, मन किया जाता है। लोग राष्ट्रगान के लिए ध्यान की स्थिति में खड़े होकर सम्मान करते हैं जब इसे बजाया जाता है।

भाषण अगली पंक्ति में आम तौर पर मुख्य अतिथि या आयोजन समिति के कुछ सदस्य का भाषण होता है। स्कूलों और कॉलेजों में, भाषण आमतौर पर प्रिंसिपल द्वारा दिया जाता है। यह भाषण उस तरह से है जिस तरह से भारत को ब्रिटिश शासन से अपनी आजादी मिली और उपनिवेशित भारत में रहने वाले लोगों के सामने चुनौतियाँ थीं।

कविता पाठ देशभक्ति के गीत और कविता लोगों द्वारा इस घटना का आनंद लेने और महान आत्माओं को याद करने के लिए गाया जाता है, जिन्होंने निस्वार्थ रूप से अपने जीवन का बलिदान दिया ताकि उनके साथी नागरिक स्वतंत्र देश में रह सकें।

प्रतियोगिताएं इस दिन वाद-विवाद और प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिताएं आयोजित की जाती हैं और लोग इनमें सक्रिय रूप से भाग लेते हैं। इन प्रतियोगिताओं का विषय स्वतंत्रता दिवस के आसपास घूमता है। यह प्रतिभागियों के साथ-साथ दर्शकों को देश के लिए देशभक्ति की भावना के करीब लाता है।

सांस्कृतिक गतिविधियां इस कार्यक्रम के स्वाद को जोड़ने के लिए विभिन्न सांस्कृतिक गतिविधियाँ आयोजित की जाती हैं। नृत्य और गायन प्रतियोगिताएं आयोजित की जाती हैं। प्रतिभागी आमतौर पर विभिन्न राज्यों के नृत्य रूपों का प्रदर्शन करते हैं। उन्हें रंग-बिरंगे परिधानों में पहने जाने वाले नृत्य के रूप में देखा जाता है, जिसे वे चुनते हैं। इन प्रदर्शनों के दौरान पूरा वातावरण मस्ती और मस्ती से भर जाता है।

मिठाई वितरण स्वतंत्रता दिवस पर मिठाई वितरण की रस्म भी उतनी ही पुरानी है, जितना कि खुद दिन। जबकि पहले इस दिन लड्डू बांटे जाते थे, इन दिनों लोगों के बीच अलग-अलग तरह की मिठाइयां बांटी जाती हैं। बाजार में इन दिनों सुंदर और स्वादिष्ट त्रिकालकालीन मिठाइयाँ उपलब्ध हैं। ये आयोजन मनाने के लिए विभिन्न स्थानों पर वितरित किए जाते हैं।

लोग एथनिक वियर में ज्यादातर भगवा, सफेद या हरे रंग या इन के संयोजन में पहनते हैं। ट्राइ-कलर बैच, हेयर बैंड और रिस्ट बैंड पहनना भी इन दिनों प्रचलन में है। पूरा माहौल देशभक्ति की भावना से ओतप्रोत है। इस दिन पूरा देश एकजुट होता है।

स्वतंत्रता दिवस पर निबंध, essay on independence day in hindi (500 शब्द)

हम स्वतंत्र भारत के नागरिक हमारे देश से प्यार करते हैं और इसका हिस्सा बनने पर गर्व करते हैं। 15 अगस्त को मनाया जाने वाला स्वतंत्रता दिवस हम सभी के लिए एक विशेष महत्व रखता है। यह देश भर के विभिन्न स्कूलों, कॉलेजों, कार्यालयों और अन्य स्थानों में बड़े उत्साह के साथ मनाया जाता है।

हम उन लोगों की याद में स्वतंत्रता दिवस मनाते हैं जिन्होंने हमें एक स्वतंत्र राष्ट्र देने के लिए अपने प्राणों की आहुति दी और हमारे द्वारा प्रदान की गई स्वतंत्रता का भी आनन्द लिया। हालांकि, इस दिन भव्य समारोह के लिए केवल यही कारण नहीं हैं। यहाँ विभिन्न कारण हैं कि हम स्वतंत्रता दिवस क्यों मनाते हैं और इसका महत्व हमारे लिए है:

स्वतंत्रता सेनानियों को श्रद्धांजलि: 

स्वतंत्रता दिवस के उत्सव के मुख्य कारणों में से एक स्वतंत्रता सेनानियों को याद करना है जिन्होंने अपने जीवन का बलिदान किया ताकि हम स्वतंत्र राष्ट्र में स्वतंत्र रूप से सांस ले सकें। उत्सव उन सभी महान आत्माओं को एक श्रद्धांजलि है। भाषणों को हमारे स्वतंत्रता सेनानियों के वीरतापूर्ण कार्यों को बयान करने और हमारे देश को ब्रिटिश शासन से मुक्त करने के लिए धन्यवाद दिया जाता है। उनकी प्रशंसा में गाने गाए जाते हैं और इस दिन आयोजित विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रम भी उन्हें समर्पित होते हैं।

आभारी होना और विनम्र होना: 

जिन लोगों ने ब्रिटिश शासनकाल के दौरान हुए नरसंहार को देखा और उस दौरान जिस तरह की कठिनाइयों का सामना करना पड़ा वह अधिक विनम्र है। उन्होंने जीवन की वास्तविक कठिनाइयों को देखा है और अच्छे समय को महत्व दिया है। युवा पीढ़ी में कृतज्ञता और विनम्र रवैया की यह भावना गायब है। स्वतंत्रता दिवस समारोह वास्तविक दुनिया की समस्याओं के बारे में लोगों को परिचित करने और उन्हें जो कुछ भी दिया गया है उसके लिए आभारी होने का एक तरीका है।

स्वतंत्रता की भावना का जश्न मनाएं: 

स्वतंत्रता और स्वतंत्रता की सच्ची भावना का जश्न मनाने के लिए स्वतंत्रता दिवस भी मनाया जाता है। हमारे देश के नागरिकों की खुशी कोई सीमा नहीं थी क्योंकि स्वतंत्रता सेनानियों के प्रयासों का भुगतान किया गया था और उन्होंने 1947 में स्वतंत्रता प्राप्त की। उन्होंने सच्ची स्वतंत्रता का अनुभव किया और सच्ची स्वतंत्रता की यह भावना प्रत्येक वर्ष मनाई जाती है।

लव फॉर अवर कंट्री अलाइव 

पूरा देश स्वतंत्रता दिवस के आसपास देशभक्ति की भावना से भर जाता है। देश की स्वतंत्रता के लिए एक विशेष दिन समर्पित करना और इसे विभिन्न भागों में मनाना देश के लिए प्यार और सम्मान दिखाने का एक शानदार तरीका है। यह हमारे दिल में अपने देश के लिए प्यार को जिंदा रखने का एक तरीका है।

राष्ट्र की सेवा के लिए युवा पीढ़ी को प्रेरित करें 

स्वतंत्रता दिवस समारोह युवा मन को राष्ट्र की सेवा के लिए समर्पित करने के लिए प्रेरित करने का एक तरीका है जैसा कि पहले की पीढ़ियों के लोगों ने किया था। स्वतंत्रता सेनानियों के वीरतापूर्ण कार्य और उनके देश के प्रति प्रेम और समर्पण युवा पीढ़ी में देशभक्ति की भावना जगाते हैं और वे जिस भी तरह से चाहें राष्ट्र की सेवा करने के लिए प्रेरित होते हैं।

इस प्रकार, विभिन्न कारणों से स्वतंत्रता दिवस मनाया जाता है। सटीक होने के लिए, देशभक्ति की भावना को जीवित रखने के लिए दिन मनाया जाता है और साथ ही साथ स्वतंत्रता की भावना का आनंद लिया जाता है। स्वतंत्रता दिवस हमारे देश में एक राष्ट्रीय अवकाश है और इस प्रकार निकट और प्रियजनों के साथ बंधन और एक साथ दिन मनाने का भी समय है।

स्वतंत्रता दिवस पर निबंध, independence day essay in hindi, (600 शब्द)

भारत में स्वतंत्रता दिवस प्रत्येक वर्ष 15 अगस्त को मनाया जाता है। देश लगभग 200 साल पहले से ही अंग्रेजों के शासन के अधीन था, अंत में यह उनके चंगुल से खुद को मुक्त कर लिया और एक स्वतंत्र राष्ट्र बन गया। 15 अगस्त तब से आजादी का जश्न मनाने का दिन बन गया है। यह उन स्वतंत्रता सेनानियों को श्रद्धांजलि के रूप में भी मनाया जाता है जिन्होंने हमें जीने के लिए एक बेहतर जगह देने के लिए अपना जीवन लगा दिया।

यह भारत के प्रत्येक नागरिक द्वारा बड़े उत्साह और साहस के साथ मनाया जाता है क्योंकि स्वतंत्रता दिवस उनके लिए बहुत मायने रखता है और बहुत महत्वपूर्ण है। यहां बताया गया है कि यह स्कूलों, कॉलेजों के साथ-साथ पूरे देश में कैसे मनाया जाता है और देश के छात्रों और नागरिकों के लिए इसका क्या महत्व है:

स्कूलों / कॉलेजों में स्वतंत्रता दिवस समारोह:

चूंकि 15 अगस्त एक राष्ट्रीय अवकाश है, इसलिए देश के अधिकांश स्कूलों और कॉलेजों में स्वतंत्रता दिवस समारोह एक दिन पहले आयोजित किया जाता है। देश के कई स्कूलों, कॉलेजों और अन्य शिक्षण संस्थानों में पूर्ण स्वतंत्रता दिवस समारोह मनाया जाता है।

देश भर के स्कूलों और कॉलेजों में स्वतंत्रता दिवस समारोह में ध्वजारोहण, भाषण, वाद-विवाद और क्विज प्रतियोगिताओं, नृत्य, कविता पाठ और विभिन्न अन्य सांस्कृतिक गतिविधियां शामिल हैं। छात्र इन गतिविधियों के बारे में रोमांचित होते हैं और पूरे मन से उनमें भाग लेते हैं। प्राथमिक विंग के छात्रों को स्वतंत्रता सेनानियों के रूप में कपड़े पहने हुए भी देखा जाता है। ये गतिविधियाँ छात्रों को उनकी जड़ों के करीब ले जाती हैं और उन्हें देशभक्ति की भावना से भर देती हैं जो अन्यथा इस पीढ़ी में गायब है।

कार्यालयों में स्वतंत्रता दिवस समारोह:

स्वतंत्रता दिवस से एक दिन पहले कार्यालयों में उत्सव भी मनाया जाता है। कार्यालयों में, कर्मचारियों को आमतौर पर स्वतंत्रता दिवस की थीम के साथ रखने के लिए भगवा, सफेद या हरे रंग की पोशाक पहनने के लिए कहा जाता है। लोगों को उल्लिखित रंगों में जातीय कपड़े पहने देखा जाता है और पूरा वातावरण जगमगा उठता है।

देशभर के कई कार्यालयों में ध्वजारोहण किया जाता है। कर्मचारियों के बीच बंधन को मजबूत करने के लिए विशेष लंच आयोजित किए जाते हैं। त्रि-रंग के चावल और मिठाइयां इन लंच का एक हिस्सा बनते हैं। मौके पर लोग भाषण देने के लिए भी आगे आते हैं। कुछ कार्यालय भावना को जोड़ने के लिए सांस्कृतिक कार्यक्रम भी आयोजित करते हैं।

आवासीय क्षेत्रों में स्वतंत्रता दिवस समारोह:

विभिन्न आवासीय क्षेत्रों के निवासी कल्याण संघ इन दिनों स्वतंत्रता दिवस मनाने की पहल करते हैं। लोग अपने सच्चे अर्थों में दिन मनाने के लिए स्वतंत्रता दिवस पर सुबह घंटों के दौरान पास के एक पार्क में इकट्ठा होते हैं। वे स्वतंत्रता दिवस की थीम के अनुसार तैयार होते हैं और कार्यक्रम के दौरान आयोजित विभिन्न गतिविधियों में भाग लेते हैं। उत्सव की शुरुआत में ध्वजारोहण किया जाता है।

ध्वज को फहराने के बाद बजने वाले राष्ट्रगान के सम्मान में लोग ध्यान देने की स्थिति में खड़े होते हैं। इन समारोहों के दौरान देशभक्ति के गाने पूरी मात्रा में बजाए जाते हैं और लोगों को देशभक्ति की भावना में डूबे हुए देखा जाता है। इन आयोजनों के दौरान नृत्य और कविता पाठ प्रतियोगिताओं का आयोजन किया जाता है।

फैंसी ड्रेस प्रतियोगिताएं भी आयोजित की जाती हैं, जिसमें बच्चों को स्वतंत्रता सेनानियों जैसे कि जवाहरलाल नेहरू, सरोजिनी नायडू, भगत सिंह, आदि के रूप में देखा जाता है।

इन प्रतियोगिताओं का पालन ज्यादातर ब्रंच द्वारा किया जाता है। लोग इन आयोजनों के दौरान एक साथ बैठकर भोजन का आनंद लेते हैं। यह एक पड़ोसी के साथ बंधन का एक अच्छा समय है।

पतंगबाजी

हमारे देश के कई हिस्सों में स्वतंत्रता दिवस पर एक अनुष्ठान के रूप में पतंगबाजी की जाती है। आसमान में स्वतंत्र रूप से उड़ने वाली रंगीन पतंगें आजादी का प्रतीक मानी जाती हैं। पतंगबाजी की गतिविधि का आनंद लेने के लिए लोग अपनी छत पर जाते हैं या पास के मैदान में जाते हैं। वे इस गतिविधि का आनंद लेने के लिए अपने दोस्तों और रिश्तेदारों को आमंत्रित करते हैं। यह बहुत मज़ेदार है। पतंग उड़ाने की प्रतियोगिताएं भी विभिन्न स्थानों पर आयोजित की जाती हैं और लोग पूरे उत्साह के साथ इनमें भाग लेते हैं।

स्वतंत्रता दिवस स्वतंत्रता का जश्न मनाने का दिन है। यह उन महान आत्माओं को याद करने का भी दिन है जो अपने अधिकारों के लिए खड़े हुए और अपने जीवन की परवाह किए बिना लड़े। यह पूरे देश में बड़े उत्साह के साथ मनाया जाता है।

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विकास नें वाणिज्य में स्नातक किया है और उन्हें भाषा और खेल-कूद में काफी शौक है. दा इंडियन वायर के लिए विकास हिंदी व्याकरण एवं अन्य भाषाओं के बारे में लिख रहे हैं.

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15 August Essay In Hindi

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15 August Essay: India’s Independence Day, celebrated on 15th August each year, holds a special place in the hearts of every Indian. It marks the day when India finally gained its freedom from British colonial rule. This day marks the historic moment when India gained independence from British colonial rule in 1947. To commemorate this momentous event, one should be aware of the importance of Independence Day. We have shared a few sample essays of different lengths to help you express your thoughts about this remarkable day and help you with essay writing.

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15 August Essay

15 august essay 1 – 150 words.

15th August is a day that fills every Indian with pride and patriotism. It commemorates the moment when our nation shook off the chains of British colonialism and became a free and sovereign country. On this day in 1947, India’s first Prime Minister, Jawaharlal Nehru, hoisted the tricolor flag at the Red Fort in Delhi, symbolizing our newfound independence.

Independence Day is not just a public holiday; it’s a day of reflection and gratitude. We remember the sacrifices made by countless freedom fighters who struggled for our freedom. It’s a day to celebrate the values of democracy, diversity, and unity that define our great nation.

On this day, people across India come together to hoist the national flag, sing the national anthem, and participate in various cultural events and parades. The tricolor flag, with its saffron, white, and green stripes, represents our diversity, peace, and courage.

Independence Day is a time to reaffirm our commitment to building a strong, prosperous, and inclusive India. It reminds us that our freedom comes with the responsibility to uphold the principles of justice, equality, and liberty for all.

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15 August Essay 2 – 250 Words

Independence Day, celebrated on 15th August, holds immense historical and emotional significance for the people of India. It marks the culmination of a long and arduous struggle for freedom that spanned several decades.

The story of India’s independence is one of courage, sacrifice, and unity. Countless freedom fighters, led by leaders like Mahatma Gandhi, Jawaharlal Nehru, Sardar Patel, and Subhas Chandra Bose, dedicated their lives to the cause of liberating our nation from British colonial rule. The culmination of their efforts came on 15th August 1947 when India finally achieved independence.

On this day, the entire nation comes together to celebrate its freedom. The most iconic celebration takes place at the Red Fort in Delhi, where the Prime Minister hoists the national flag and delivers a speech to the nation. People from all walks of life gather to witness this historic event and celebrate the spirit of freedom.

Independence Day is not just a day of celebration; it is also a day of reflection. It reminds us of the values that our nation was built upon—values of democracy, diversity, and inclusivity. It is a day to honor the principles of justice, equality, and freedom for all.

In schools, colleges, and communities, people hoist the national flag, sing the national anthem, and participate in cultural programs. The tricolor flag, with its saffron symbolizing courage, white symbolizing peace, and green symbolizing growth, serves as a symbol of our identity and aspirations.

As we celebrate Independence Day, we also pay tribute to the sacrifices of our freedom fighters and express our gratitude for the peace and democracy we enjoy today. It is a day to renew our commitment to building a stronger, more prosperous, and inclusive India.

15 August Essay 3 – 300 Words

Independence Day, celebrated on 15th August, is one of the most significant national holidays in India. This day marks the end of British colonial rule in 1947 and the birth of a free and independent India. The importance of Independence Day lies in its role as a symbol of our hard-fought struggle for freedom and the values we hold dear as a nation.

On Independence Day, the entire country comes together in celebration. The day begins with the hoisting of the national flag at various government buildings, schools, and public places. The tricolor flag, with its saffron, white, and green stripes, stands as a proud emblem of our nation’s unity and diversity.

Patriotic fervor fills the air as people gather to sing the national anthem, “Jana Gana Mana.” Cultural events, parades, and processions are organized across the country to showcase India’s rich heritage and diversity. These celebrations remind us of the unity in diversity that defines our nation.

Independence Day also serves as a reminder of our responsibility to protect and uphold the values of democracy, justice, and equality. It’s a time to reflect on the progress we’ve made as a nation and the challenges that lie ahead. It calls upon every citizen to contribute to the growth and development of our country.

Moreover, Independence Day is a day of tribute to our brave freedom fighters who sacrificed their lives for our freedom. Their unwavering dedication and sacrifices continue to inspire us to strive for a better India.

In conclusion, Independence Day is not just a day off from work or school; it’s a day of reflection, celebration, and commitment to the ideals that make India a thriving democracy. It’s a day to cherish our freedom, honor our heritage, and work together for a brighter future.

15 August Essay 4 – 500 Words

Independence Day: Celebrating Freedom on 15th August

India, the land of diverse cultures, languages, and traditions, celebrates its Independence Day on the 15th of August with great pride and enthusiasm. This day holds immense significance in the hearts of every Indian as it marks the end of British colonial rule and the dawn of a new era of freedom and self-governance.

The story of India’s struggle for independence is a saga of unwavering determination, sacrifice, and unity. For nearly two centuries, the Indian subcontinent endured the hardships of British colonialism. However, the spirit of resistance against foreign rule never wavered. Brave souls like Mahatma Gandhi, Jawaharlal Nehru, Sardar Patel, and countless others led the nation’s fight for freedom. Their dedication, non-violent protests, and sacrifices eventually led to the momentous day of 15th August 1947 when India finally achieved independence.

Independence Day is celebrated with great fervor and patriotism throughout the country. The day begins with the hoisting of the tricolor national flag at schools, government offices, and public places. The national anthem, “Jana Gana Mana,” resonates in the air as people gather to sing it with pride. This moment symbolizes the unity and diversity of India, as people from different backgrounds come together to honor their motherland.

Cultural diversity is one of India’s greatest strengths, and Independence Day celebrations reflect this beautifully. Cultural programs, parades, and processions take place in various parts of the country. These events showcase India’s rich heritage, traditions, and artistic expressions. People of all ages participate, donning traditional attire and performing folk dances, songs, and plays that highlight the cultural mosaic of India.

Independence Day is not just a day to remember the past; it’s an occasion to reflect on the values and principles that our nation stands for. Democracy, justice, equality, and freedom are the cornerstones of India’s identity. This day serves as a reminder of our collective responsibility to protect and uphold these principles in our daily lives.

Moreover, Independence Day is an opportunity to express gratitude to the countless freedom fighters who sacrificed their lives for the nation’s freedom. Their unwavering commitment and sacrifices inspire generations to come and remind us that the price of freedom is eternal vigilance.

As the tricolor flag unfurls and patriotic songs echo, the spirit of Independence Day ignites a sense of pride and unity among Indians. It transcends linguistic, regional, and cultural differences, bringing people together as one nation. The celebrations are a testament to the enduring spirit of the Indian people and their commitment to a brighter future.

In conclusion, Independence Day is not just a national holiday; it’s a day of reflection, celebration, and commitment. It’s a day to cherish the hard-earned freedom, honor the sacrifices of our forefathers, and work together for the progress and prosperity of our beloved India. It’s a day when the nation stands tall, united in its diversity, and reaffirms its commitment to the values that define the essence of India.

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FAQs on 15 August Essay

What is the significance of 15th august in india.

15th August is celebrated as Independence Day in India, marking the end of British colonial rule in 1947 and the country's freedom.

Why is 15th August called Independence Day?

15th August is called Independence Day because it commemorates India's independence from British rule and the beginning of self-governance.

How do Indians celebrate Independence Day?

Indians celebrate Independence Day by hoisting the national flag, singing the national anthem, participating in cultural events, and reflecting on the values of freedom and democracy.

Why is the Indian national flag hoisted on Independence Day?

The Indian national flag is hoisted on Independence Day as a symbol of the country's sovereignty and unity.

Why is Independence Day important for Indians?

Independence Day is important for Indians because it serves as a reminder of their hard-fought freedom, the sacrifices of their ancestors, and their commitment to a democratic and just society.

What are some popular Independence Day traditions in India?

Popular Independence Day traditions in India include flag hoisting ceremonies, patriotic songs, cultural programs, and parades.

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Hindi Essay on “Independence Day – 15 August ”, “स्वतन्त्रता दिवस -15 अगस्त”, for Class 5, 6, 7, 8, 9 and Class 10 Students, Board Examinations.

स्वतन्त्रता दिवस – 15 अगस्त

Independence Day – 15 August 

स्वतन्त्रता दिवस भारतीय इतिहास का एक महत्त्वपूर्ण दिन था जो कि 15 अगस्त के दिन था। इस महान दिन सन् 1947 में भारत ने आजादी प्राप्त की थी। हमारा देश हमारे हाथों में आया था। और तभी से आजादी की खुशी में हम इस त्योहार को बड़ी खुशी-खुशी मनाते हैं।

आजादी जीवन के लिए बहुत जरूरी है। हमारे देश को आजाद कराने के लिए हमारे कई वीरों ने अपनी जान दे दी। जिनमें भगत सिंह, चंद्रशेखर आजाद, सुभाषचंद्र बोस, रामप्रसाद बिस्मिल, महात्मा गाँधी इत्यादि महान भारतीयों की वजह से हमें आजादी मिली। 15 अगस्त को अंग्रेजों ने भारत को आजाद कर दिया। तभी से हम इस दिन को बड़े हर्ष के साथ मनाते   हैं।

15 अगस्त का त्योहार भारत के हर राज्य में बड़ी धूमधाम से मनाया जाता है। परन्तु विशेष रूप से दिल्ली में इसका मुख्य आयोजन किया जाता है। दिल्ली में लाल किले पर प्रधानमंत्री राष्ट्रीय ध्वज फहराते हैं तथा देश की जनता के सामने अपना भाषण देते हैं, लोगों को देश के प्रगतिशील काय के बारे में बताते हैं तथा लाल किले पर झंडा फहराते हैं।

इस दिन विद्यालयों में भी यह त्योहार बड़ी धूमधाम से मनाया जाता है तथा विद्यालयों में भी राष्ट्रीय ध्वज फहराया जाता है। आज हमें यह स्वतन्त्रता हमारे वीरों के बलिदान से मिली है। अत: इसकी रक्षा करना हमारा धर्म हैं।

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स्वतंत्रता दिवस पर निबंध

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15 अगस्त 1947 को एक भारत ने ब्रिटिश शासन से स्वतंत्रता प्राप्त की। तब से 15 अगस्त को हर साल बड़ी धूमधाम से स्वतंत्रता दिवस के रूप में मनाया जाता है। यह दिन इसीलिए अपने आप में महान है क्योंकि लंबे संघर्ष के बाद हमें आजादी मिली।

स्वतंत्रता दिवस पूरे देश में हम सभी के लिए गर्व और खुशी का दिन है। देश की राजधानी दिल्ली में 15 अगस्त की रौनक देखते ही बनती है। सबेरे हजारों दिल्लीवासी लाल किले के मैदान में एकत्र होते हैं। हमारे प्रधानमंत्री लाल किले पर में राष्ट्रध्वज फहराते हैं और देशवासियों को स्वतंत्रता दिवस की बधाई देते हैं। विविध प्रांतों की राजधानियों में वहाँ के मुख्यमंत्रियों की उपस्थिति में स्वतंत्रता दिवस मनाया जाता है। इस दिन हमारे प्रथम प्रधानमंत्री पं. जवाहर लाल नेहरू ने राष्ट्रीय ध्वज फहराया पहली बार लाल किले पर। तभी से इस दिन को राष्ट्रीय पर्व के रूप में मनाया जाता है।

स्वतंत्रता दिवस हमारा राष्ट्रीय पर्व है। इस दिन सार्वजनिक अवकाश रहता है। सुबह देशभर में जगह-जगह ध्वजवंदन के कार्यक्रम होते हैं। स्कूलों और कालेजों में तिरंगा फहराया जाता है। 'जन-गण-मन' की ध्वनि से वातावरण गूंज उठता है। गाँव-गाँव और शहर-शहर इस मुक्तिपर्व के रंग में रंग जाते हैं। सभी सरकारी विभाग इस दिन ध्वजवंदन समारोह का आयोजन करते हैं। प्रधान मंत्री सेना, नौसेना और वायु सेना के तीनों अंगों से सलामी और गार्ड ऑफ ऑनर लेते हैं। प्रधानमंत्री अपने भाषण में संदेश देते हैं। यह दिन पूरे भारत में मनाया जाता है।

दिल्ली में इस दिन को बहुत धूमधाम से मनाया जाता है। स्कूलों, कॉलेजों और अन्य शैक्षणिक संस्थानों में, प्राचार्य द्वारा राष्ट्रीय ध्वज फहराया जाता है। राज्य के राज्यपाल के संदेश को पढ़ने वाले जिला कलेक्टरों या राजनीतिक नेताओं द्वारा सभी जिला मुख्यालयों पर राष्ट्रीय ध्वज भी फहराया जाता है।

स्वतंत्रता दिवस के शुभ अवसर पर जहाँ-तहाँ गोष्ठियों, कवि-सम्मेलनों और प्रतियोगिताओं का आयोजन होता है। मैदानों में खेल-कूद की व्यवस्था की जाती है। जीतनेवालों को इनाम दिये जाते हैं। स्कूल और कॉलेजों में देश के महावीरों पर फिल्में दिखायी जाती हैं। जगह-जगह नेताओं के भाषण होते हैं। रेडियो एवं दूरदर्शन से नये-नये कार्यक्रम सुनने को मिलते हैं। इस प्रकार, सुबह से रात 10-11 बजे तक स्वतंत्रता दिवस बड़ी धूमधाम से मनाया जाता है। उस दिन सभी लोग आपसी भेदभाव भुलाकर गले-गले मिलते हैं। क्या हिंदू, क्या मुसलमान, क्या सिख, क्या पारसी- सभी लोग उस दिन पूरे उत्साह से स्वतंत्रता दिवस मनाते हैं। हमारी खुशी का कोई ठिकाना नहीं रहता।

स्वतंत्रता दिवस स्मरण का दिन है। यह दिन हमें देश की आजादी के लिए अपनी जान गंवाने वाले देशभक्तों के बलिदान की याद दिलाता है। हमें भक्ति के साथ अपने देश की सेवा करने की शपथ लेनी चाहिए।

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15 अगस्त पर निबंध – 15 August Essay in Hindi

रूपरेखा : प्रस्तावना – स्वतंत्रता कैसे मिली – यह पर्व कैसे मनाते हैं – दिल्ली की रौनक – सामाजिक कार्यक्रम – 15 अगस्त मनाना क्यों जरूरी है – उपसंहार।

15 अगस्त का दिन हमारे देश के इतिहास में अत्यंत गौरवमय दिवस है। सन 1947 में इसी दिन हमारा देश अंग्रेजों की पराधीनता से स्वतंत्र हुआ था। 15 अगस्त, 1947 को अनमोल प्रकाश लेकर सूर्योदय हुआ था और भारत की कोटि कोटि जनता स्वतंत्रता की मस्ती में झूम उठी थी। इसलिए 15 अगस्त को हम अपने मुक्तिपर्व के रूप में मनाते हैं।

स्वतंत्रता कैसे मिली

स्वतंत्रता के लिए भारतमाता के लाखों सपूतों ने तरह-तरह के कष्ट सहे थे। मातृभूमि की आजादी के लिए भगतसिंह जैसे हजारों शेरदिल जवान हँसते-हँसते फाँसी के तख्ते पर चढ़ गए थे। लोकमान्य टिलक ने घोषणा की थी ‘स्वतंत्रता हमारा जन्मसिद्ध अधिकार है और उसे हम लेकर ही रहेंगे।’ टिलक के इन जादूभरे शब्दों ने भारतीय जनता के स्वाभिमान को जगा दिया। सन 1942 में गाँधीजी ने ‘करो या मरो’ का नारा लगाया। इससे प्रभावित होकर कोटि-कोटि भारतवासी देश के लिए मर मिटने को तैयार हो गए।

यह पर्व कैसे मनाते हैं

15 अगस्त हमारा राष्ट्रीय पर्व है। इस दिन सार्वजनिक अवकाश रहता है। सुबह देशभर में जगह-जगह ध्वजवंदन के कार्यक्रम होते हैं। स्कूलों और कालेजों में तिरंगा फहराया जाता है। ‘जन-गण-मन’ की ध्वनि से वातावरण गूंज उठता है। गाँव-गाँव और शहर-शहर इस मुक्तिपर्व के रंग में रंग जाते हैं। सभी सरकारी विभाग इस दिन ध्वजवंदन समारोह का आयोजन करते हैं।

दिल्ली की रौनक

देश की राजधानी दिल्ली में 15 अगस्त की रौनक देखते ही बनती है। सबेरे हजारों दिल्लीवासी लाल किले के मैदान में एकत्र होते हैं। हमारे प्रधानमंत्री लाल किले पर में राष्ट्रध्वज फहराते हैं और देशवासियों को 15 अगस्त की बधाई देते हैं। विविध प्रांतों की राजधानियों में वहाँ के मुख्यमंत्रियों की उपस्थिति में 15 अगस्त मनाया जाता है।

सामाजिक कार्यक्रम

15 अगस्त देश के लोगों में राष्ट्रप्रेम की ज्योति जलाता है। सामाजिक संस्थाएँ इस दिन तरह-तरह के सुंदर कार्यक्रम प्रस्तुत करती हैं। शहीदों की याद में भिन्न-भिन्न कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं। शहरों में कवि-सम्मेलनों का आयोजन होता है। इनमें देशप्रेम, त्याग तथा बलिदान की प्रेरणा देने वाली कविताएँ सुनाई जाती हैं। आकाशवाणी और दूरदर्शन से भी ऐसे ही प्रेरक कार्यक्रम का प्रसारण किया जाता है। देशभक्तिपूर्ण फिल्में भी दिखाई जाती हैं।

15 अगस्त मनाना क्यों जरूरी है

15 अगस्त हमारी स्वतंत्रता की वर्षगाँठ है। इस दिन के कार्यक्रम देशवासियों राष्ट्रीयता का रंग भर देते हैं। यह दिन देश के लोगों को राष्ट्र के प्रति अपने कर्तव्यों की याद दिलाता है। प्रतिवर्ष उत्साहपूर्वक 15 अगस्त मनाने से राष्ट्र की एकता और अखंडत को नई शक्ति मिलती है।

सचमुच, 15 अगस्त भारतीय इतिहास का सुनहरा दिन है। इस दिन हमें अपने की अनमोल स्वतंत्रता और उसकी आन की रक्षा करने की प्रतिज्ञा लेनी चाहिए।

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    स्वतंत्रता दिवस - 15 अगस्त Swatantrata Diwas - 15 August 15 अगस्त भारत का स्वतंत्रता दिवस है। सन् 1947 में हमारे देश ने विदेशी शासन से आजादी पाई थी। अंग्रेजों ने भारतीयों को ...

  19. 15 August Essay In Hindi

    15 August Essay In Hindi. 15 August Essay: India's Independence Day, celebrated on 15th August each year, holds a special place in the hearts of every Indian. It marks the day when India finally gained its freedom from British colonial rule. This day marks the historic moment when India gained independence from British colonial rule in 1947.

  20. Independence Day Essay In Hindi 2022: 15 अगस्त ...

    Independence Day Essay In Hindi 2022 / स्वतंत्रता दिवस पर निबंध हिंदी में: 15 अगस्त 1947 को भारत को ब्रिटिश शासन से पूर्ण आजादी मिली। तब से हर साल भारत 15 अगस्त को स्वतंत्रता दिवस के ...

  21. Hindi Essay on "Independence Day

    Hridhaan on Essay on "Dignity of Labour" for School, College Students, Long and Short English Essay, Speech for Class 10, Class 12, College and Competitive Exams. Shrijit on Ek aur Ek Gyarah Hote Hai "एक और एक ग्यारह होते हैं" Essay in Hindi, Best Essay, Paragraph, Nibandh for Class 8, 9, 10, 12 ...

  22. स्वतंत्रता दिवस पर निबंध

    Essay In Hindi कक्षा 1 से 4 के लिए निबंध कक्षा 5 से 9 के लिए निबंध कक्षा 10 से 12 के लिए निबंध प्रतियोगी परीक्षा के लिए निबंध ऋतुओं पर निबंध त्योहारों ...

  23. 15 अगस्त पर निबंध

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