क्रिसमस पर निबंध (Christmas Essay in Hindi)
बच्चे क्रिसमस का बेसब्री से इंतजार करते है। वो मानते है सांता आएगा और उन लोग के लिए ढेर सारा गिफ्ट लाएगा। क्रिसमस एक बड़ा त्योहार है जिसे लोगों द्वारा ठंड के मौसम में मनाया जाता है। इस दिन। पर सभी एक सांस्कृतिक अवकाश का लुत्फ उठाते है तथा इस अवसर सभी सरकारी (स्कूल, कॉलेज, विश्वविद्यालय, शिक्षण संस्थान, प्रशिक्षण केन्द्र आदि) तथा गैर-सरकारी संस्थान बंद रहता है।
क्रिसमस पर 10 वाक्य || क्रिसमस ट्री पर 10 वाक्य
क्रिसमस त्योहार 2021 पर छोटे तथा बड़े निबंध (Long and Short Essay on Christmas Festival 2021 in Hindi, Christmas par Nibandh Hindi mein)
यहाँ मैंने क्रिसमस 2021 पर कुछ छोटे तथा कुछ बड़े निबंध दिए है, जो की बहुत ही सरल भाषा में लिखे गये हैं, उम्मीद करती हूँ कि ये सभी निबंध (Christmas par Nibandh) आपको पसंद आयेंगे।
निबंध 1 (300 शब्द)
ईसाई समुदायों के लिये क्रिसमस एक महत्वपूर्ण त्योहार है हालाँकि ये पूरी दुनिया में दूसरे धर्मों के लोगों द्वारा भी मनाया जाता है। ये एक प्राचीन उत्सव है जो वर्षों से शीत ऋतु में मनाया जाता है। ये प्रभु ईशु के जन्मदिवस पर मनाया जाता है। पारिवारिक सदस्यों में सभी को सांता क्लाज़ के द्वारा क्रिसमस की मध्यरात्रि में उपहार बाँटने की बड़ी परंपरा है।
क्रिसमस का त्योहार (Christmas Festival)
सांता क्लाज़ रात के समय सभी के घरों में जाकर उनको उपहार बाँटता है खासतौर से बच्चों को वो मजाकिया उपहार देता है। बच्चे बड़ी व्याकुलता से सांता और इस दिन का इंतजार करते है। वो अपने माता-पिता से पूछते है कि कब सांता आयेगा और अंततः: बच्चों का इंतज़ार खत्म होता है और ढ़ेर सारे उपहारों के साथ सांता 12 बजे मध्यरात्रि को आता है।
परंपरा और मान्यता (Traditions and Rituals on Christmas)
क्रिसमस के त्यौहार में यह एक परंपरा है कि लोग इस दिन अपने दोस्तों और रिश्तेदारों को सुन्दर ग्रीटिंग कार्ड भेजते और देते हैं। हर कोई परिवार के लोग और दोस्त रात के दावत में शामिल होते है।
इस पर्व में मिठाई, चॉकलेट, ग्रीटींग कार्ड, क्रिसमस पेड़, सजावटी वस्तुएँ आदि भी पारिवारिक सदस्यों, दोस्तों, रिश्तेदार और पड़ोसियों को देने की परंपरा है। लोग पूरे जनून के साथ महीने के शुरुआत में ही इसकी तैयारियों में जुट जाते है। इस दिन को लोग गाने गाकर, नाचकर, पार्टी मनाकर, अपने प्रियजनों से मिलकर मनाते है। प्रभू ईसा, ईसाई धर्म के संस्थापक के जन्मदिवस के अवसर पर ईसाईयों द्वारा इस उत्सव को मनाया जाता है। लोगों का ऐसा मानना है कि मानव जाति की रक्षा के लिये प्रभु ईशा को धरती पर भेजा गया है।
पूरी दुनिया में क्रिसमस, युवा और बूढ़े लोगों द्वारा प्यार किया जाने वाला एक विशेष और जादुई अवकाश है। दुनिया भर में क्रिसमस के बारे में जानने के लिए बहुत कुछ है। अन्य देशों में भी बच्चे और बूढ़े क्रिसमस का जश्न मनाते हैं। इस तरह क्रिसमस का त्योहार लोगों को सबके साथ मिल-जुलकर रहने का संदेश देता है। ईसा मसीह कहते थे-दीन-दुखियों की सेवा संसार का सबसे बड़ा धर्म है।
निबंध 2 (400 शब्द)
क्रिसमस ईसाइयों का त्यौहार है यह पूरे विश्व में 25 दिसंबर को धूम-धाम से मनाया जाता है। लोगों द्वारा पूरी दुनिया में क्रिसमस को मनाया जाता है, इसे खासतौर से ईसाई धर्म के लोगों द्वारा हर साल 25 दिसंबर के दिन मनाया जाता है। इसे प्रभु ईसा के जन्मदिन पर मनाया जाता है, ये ईसाइयों के भगवान है जिन्होंने ईसाई धर्म की शुरुआत की। ये त्योहार हर साल ठंड के मौसम में आता है हालाँकि लोग इसे पूरी मस्ती, क्रिया-कलाप और खुशी के साथ मनाते है। ये ईसाइयों के लिये एक महत्वपूर्ण त्योहार है जिसके लिये वो लोग ढेर सारी तैयारियाँ करते है। इस उत्सव की तैयारी एक महीने पहले ही शुरु हो जाती है और क्रिसमस के 12 दिनों के बाद ये पर्व खत्म होता है।
क्रिसमस पर केक का महत्व (Importance of Cake on Christmas)
इस दिन केक का बहुत महत्व होता है। लोग एक दूसरे को उपहार स्वरूप केक भी देते है और अपने यहां भोज पर आमंत्रित करते है। ईसाई लोग अपने घर में तरह -तरह के केक बनाते है। इस दिन लोग क्रिसमस के पेड़ को सजाते है, अपने दोस्त, रिश्तेदार और पड़ोसियों के साथ खुशियाँ मनाते है और उपहार बाँटते है। इस दिन की मध्यरात्रि को 12 बजे सेंता क्लाज हर एक के घर आते है और चुपचाप बच्चों के लिये उनके घरों में प्यारे-प्यारे उपहार रखते है। अगली सुबह ही अपनी पसंद के उपहार पाकर बच्चे भी बहुत खुश होते है। इस दिन सभी स्कूल, कॉलेज, विश्वविद्यालय, कार्यालय और दूसरे सरकारी और गैर-सरकारी संस्थान आदि बंद रहते है। पूरे दिन ढेर सारे क्रिया-कलापों द्वारा क्रिसमस अवकाश के रुप में लोग इसका आनन्द उठाते है।
लोग बड़े डिनर पार्टी का लुत्फ उठाते है जिसे भोज कहते है। इस खास मौके पर ढ़ेर सारे लजीज़ व्यंजन, मिठाई, बादाम आदि बनाकर डाईनिंग टेबुल पर लगाते है। सभी लोग रंग-बिरंगे कपड़े पहनते है, नृत्य करते है, गाते है, और मज़ेदार क्रिया-कलापों के द्वारा कर खुशी मनाते है। इस दिन ईसाई समुदाय अपने ईश्वर से दुआ करते है, अपने सभी गलतियों के लिये माफी माँगते है, पवित्र गीत गाते है और अपने प्रियजनों से खुशी से मिलते है।
क्रिसमस के विषय में कुछ तथ्य (Facts about Christmas)
- क्रिसमस का त्यौहार व्यापारियों के लिए सबसे ज्यादा मुनाफा वाला समय होता है।
- एक पुस्तक के अनुसार क्रिसमस के पेड़ की शुरुआत सन 1570 में किया गया था।
- क्रिसमस के पर्व के लिए प्रति वर्ष यूरोप (Europe) में 60 लाख पेड़ उगाये जाते हैं।
क्रिसमस आनंद एवं खुशियों का त्यौहार है। इस अवसर पर ईसाई अपने मित्रों और निकट सम्बन्धियों को भोजन एवं पार्टी के लिए आमंत्रित करते है। यह लोगों को आपस में जोड़ता है। इसके साथ ही क्रिसमस के आनंद गान बहुत महत्वपूर्ण है। आनंद गीत ईसा मसीह के जन्म की कहानी से सम्बंधित होती है।
यह भी पढ़ें – स्कूल में क्रिसमस उत्सव पर निबंध
निबंध 3 (500 शब्द)
क्रिसमस, यीशु के जन्म का सम्मान करने वाली एक ईसाई अवकाश, दुनिया भर में धार्मिक और धर्मनिरपेक्ष उत्सव में विकसित हुई है, जिसमें उत्सवों में कई पूर्व-ईसाई और मूर्तिपूजा परंपराएं शामिल हैं। हर्ष और खुशी का एक बड़ा उत्सव है क्रिसमस। ये प्रभु ईशा (ईसाई धर्म के संस्थापक) के जन्म दिवस के अवसर पर हर साल 25 दिसंबर को शीत ऋतु में मनाया जाता है। इस दिन को क्रिसमस डे के रुप में प्रभु ईशा को श्रद्धांजलि और सम्मान देने के लिये मनाया जाता है।
क्रिसमस के छुट्टी में पूरे दिन लोग नाचना, गाना, पार्टी मनाना और घर के बाहर डिनर करके खुशी मनाते है। इसे सभी धर्मों के लोगों द्वारा मनाया जाता है, खासतौर से ईसाई समुदाय द्वारा। इस दिन सभी रंग-बिरंगे कपड़े पहनते है और खूब मस्ती करते है। सभी एक-दूसरे को “मैरी क्रिसमस” कहकर बधाइयाँ देते है तथा एक-दूसरे के घर जाकर उपहार देते है। ईसाई लोग अपने प्रभु ईशु के लिये प्रार्थना करते है, वो सभी भगवान के सामने अपनी गलतीयों और पाप को मिटाने के लिये उसे स्वीकार करते है।
क्रिसमस की तैयारी (Christmas Preparations)
लगभग एक महीने पहले से ही क्रिश्चन इस त्योहार की तैयारियाँ करने लगते है। इस दिन पर घर, कार्यालय, चर्च आदि की सफाई करते है: पोताई करना और कागज तथा प्राकृतिक फूलों से अच्छे से सजाना, चित्र, दीवार पर ध्वज पट लगाना। आकर्षक दिखने के लिये बाजारों को भी सजाया जाता है और हम देख सकते है कि बाजार क्रिसमस कार्ड, सुंदर ग्लासेज़, उपहार, सीनरी, खिलौने आदि से भर जाता है। लोग अपने घरों के बीच में क्रिसमस के पेड़ को सजाते है और उसको ढ़ेर सारे उपहार जैसे कि चौकोलेट, कैंडिज़, गुब्बारे, गुड़ीया, चिड़ीया, फूल, लाइटें आदि से इसे चमकदार और सुंदर बनाते है।
भजन गाते है तथा अपने मित्र, सगे-संबंधियों, और पड़ोसियों में उपहारों का आदान-प्रदान करते है। इस दिन ये लोग एक बड़े भोज का आयोजन करते है जिसमें लजीज़ पकवानों से सभी का स्वागत किया जाता है। दावत के बाद सभी लोग गीत-संगीत पर झूमते है और रात में गाना गाते है। ये बहुत ही जोश और खुशी का उत्सव है जिसे पूरी दुनिया में मस्ती के साथ मनाया जाता है।
क्रिसमस का इतिहास (History of Christmas)
क्रिसमस एक पवित्र धार्मिक अवकाश और एक विश्वव्यापी सांस्कृतिक और वाणिज्य घटना दोनों है। दो सहस्राब्दी के लिए, दुनिया भर के लोग इसे परंपराओं और प्रथाओं के साथ देख रहे हैं जो प्रकृति में धार्मिक और धर्मनिरपेक्ष दोनों हैं। ईसाई नासरी के यीशु के जन्म की सालगिरह के रूप में क्रिसमस दिवस मनाते हैं, एक आध्यात्मिक नेता जिनकी शिक्षाएं उनके धर्म का आधार बनाती हैं। लोकप्रिय रीति-रिवाजों में उपहारों का आदान-प्रदान, क्रिसमस के पेड़ों को सजाने, चर्च में भाग लेने, परिवार और दोस्तों के साथ भोजन साझा करने और, निश्चित रूप से, सांता क्लॉज आने का इंतजार करना शामिल है। 25 दिसंबर-क्रिसमस दिवस 1870 से संयुक्त राज्य अमेरिका में संघीय अवकाश रहा है।
यह त्योहार सभी के मन और हृदयों को पवित्रता के भाव से ओतप्रोत करता है और नयी ऊर्जा के माध्यम से हमें प्रेरित करता है कि अनेक कठिनाइयों का सामना करने पर भी हमें सन्मार्ग का त्याग नहीं करना चाहिए तथा दूसरों को भी पवित्रता का मार्ग प्रशस्त करने के लिए यथासंभव सहयोग करना चाहिए ।
निबंध 4 (600 शब्द)
ईसाइयों के लिये क्रिसमस एक बहुत महत्वपूर्ण त्योहार है हालाँकि इसे दूसरे धर्मों के लोग भी मनाते है। इसे हर साल पूरे विश्व में दूसरे उत्सवों की ही तरह खुशी, हर्ष और जोश के साथ मनाया जाता है। ये हर साल 25 दिसंबर शीत ऋतु के मौसम में आता है। प्रभु ईशु के जन्मदिवस के अवसर पर क्रिसमस डे को मनाया जाता है। 25 दिसंबर को बेथलेहेम में ज़ोसेफ (पिता) और मैरी (माँ) के यहाँ प्रभु ईशा का जन्म हुआ था।
क्रिसमस कब और क्यों मनाया जाता है? (When and Why Christmas is Celebrated)
क्रिसमस यीशु मसीह के जन्म का जश्न है। कुछ लोग क्रिसमस को अलग-अलग मनाते हैं, लेकिन यह सब मसीह के जन्म पर आधारित है। क्रिसमस 25 दिसंबर को है। यह वह दिन है जब यीशु का जन्म हुआ था। कोई भी वास्तव में यीशु की जन्म तिथि की सटीक तारीख को नहीं जानता है। फिर भी, 137 ईस्वी में, रोम के बिशप ने क्राइस्ट बच्चे के जन्मदिन को एक गंभीर दावत के रूप में मनाया जाने का आदेश दिया। 350 ईस्वी में, जूलियस प्रथम नाम का एक और रोमन बिशप 25 दिसंबर को क्रिसमस (मसीह की मास) के पालन दिवस के रूप में 25 दिसंबर का चयन करता है।
क्रिसमस की गीत और सजावट (Christmas – Song and Decoration)
आनंद गीत बहुत ही प्रसिद्ध है, ये क्रिसमस के दिन गया एवं बजाय जाता है। इस दिन पर सभी घर और चर्च की सफाई होती है, सफेद पुताई और ढेर सारे रंग-बिरंगे रोशनीयों, सीनरी, मोमबत्तियाँ, फूल और दूसरी सजावटी चीजों से इनको सजाया जाता है। सभी एक साथ इस उत्सव में शामिल होते है चाहे वो गरीब हो या अमीर और खूब धमाचौकड़ी के साथ इसको मनाते है। अपने घरों के बीच में सभी क्रिसमस के पेड़ को सजाते है। वो इसे इलेक्ट्रिक लाईट, उपहारों, गुबारों, फूलों, खिलौनों, हरी पत्तियों तथा दूसरे वस्तुओं से सजाते है। क्रिसमस का पेड़ बेहद सुंदर और आकर्षक दिखाई देता है। इस अवसर सभी लोग पर अपने दोस्त, परिवार, रिशतेदारों और पड़ोसियों के साथ क्रिसमस के पेड़ के सामने खुशी मनाते है। सभी नृत्य, संगीत, उपहारों को बाँटकर और लजीज़ पकवानों के साथ इस उत्सव में शरीक होते है।
क्रिसमस का उपहार (Christmas Gifts)
इस दिन ईसाई लोग भगवान से प्रार्थना करते है। प्रभु ईशा के सामने वो अपनी गलतीयों के लिये माफी माँगते है। अपने भगवान ईसा मसीह के गुणगान में लोग पवित्र भजन गाते है, बाद में वो अपने बच्चों और मेहमानों के लिये क्रिसमस के उपहार बाँटते है। इस दिन पर अपने मित्रों और रिश्तेदारों को क्रिसमस के कार्ड देने की परंपरा है। सभी क्रिसमस भोज के बड़े उत्सव में शामिल होते है और अपने पारिवारिक सदस्यों और मित्रों के साथ खुशबूदार पकवानों का लुफ्त उठाते है। बच्चे इस दिन का बहुत उत्सुकता से इंतजार करते है क्योंकि उनको ढेर सारे उपहार और चौकेलेट मिलते है। क्रिसमस का उत्सव स्कूल और कॉलेजों में एक दिन पहले 24 दिसंबर को मनाया जाता है, उस दिन बच्चे सांता क्लाज की ड्रेस या टोपी पहनकर स्कूल जाते है।
इस दिन को लोग देर रात तक नृत्य-संगीत में झूम कर या मॉल और रेस्टोरेंट में जाकर मनाते है। ईसाई धर्म के लोग प्रभु ईशू की पूजा करते है। ऐसा माना जाता है कि प्रभु (भगवान के संतान) को लोगों के पास उनके जीवन को बचाने और उनको पाप और दुखों से रक्षा करने के लिये पृथ्वी पर भेजा गया था। ईसा मसीह के अच्छे कार्यों को याद करने के लिये क्रिसमस का ये उत्सव ईसाई समुदाय के लोगों द्वारा मनाया जाता है और हम ढ़ेर सारा प्यार और सम्मान देते है। ये सार्वजनिक और धार्मिक अवकाश होता है जब लगभग सभी सरकारी और गैर-सरकारी संस्थान बंद रहता है।
Related Information:
- क्रिसमस पर भाषण
- क्रिसमस पर नारा
- क्रिसमस डे पर कविता
क्रिसमस त्योहार पर अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (Frequently Asked Questions on Christmas Festival in Hindi)
उत्तर – 330 ई. में रोम देश के लोगों द्वारा सर्व प्रथम यह त्योहार मनाया गया।
उत्तर – क्रिसमस मुख्यत: ईसाइ धर्म के लोगों का त्योहार है परन्तु दुनिया के सभी धर्मो के लोग इस पर्व को बड़े उत्साह से मनाते है।
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क्रिसमस पर निबंध Christmas Essay in Hindi
इस आर्टिकल में आप क्रिसमस पर निबंध (Christmas Essay in Hindi) पढ़ सकते हैं। साथ ही इस लेख में हमने क्रिसमस की कहानी, इतिहास और इसके महत्व के विषय में भी लिखा है। यह निबंध हमने 800 शब्दों में स्कूल और कॉलेज के बच्चों के लिए लिखा है।
आईये शुरू करते हैं – क्रिसमस पर निबंध Christmas Essay in Hindi …
Table of Contents
प्रस्तावना (क्रिसमस पर निबंध Christmas Essay in Hindi)
क्रिसमस विश्वभर में मनाया जाने वाला एक महान पर्व है। यह त्यौहार मुख्य रूप से इसाई धर्म के लोगों द्वारा हर साल दुनिया में कई जगहों पर धूमधाम से मनाया जाता है। यह प्रतिवर्ष 25 दिसंबर को मनाया जाता है। आईये जानते हैं इस त्यौहार का महत्व क्या है और इसको मनाते क्यों है – इसका इतिहास।
क्रिसमस का महत्व Importance of Christmas in Hindi
यह त्यौहार यीशु मसीह के जन्म अवसर पर मनाया जाता है। इस संसार में यीशु मसीह के जन्म को बड़ी पवित्रता और आस्था के साथ मनाया जाता है। लोकप्रिय रीति-रिवाज़ों में उपहारों का आदान-प्रदान, क्रिसमस के पेड़ों को सजाना, चर्च में भाग लेना, एक साथ परिवार के साथ मिलजुल कर भोजन करना तथा सैंटा क्लॉस के आने का इंतजार करना, यह सब इस दिन किया जाता है।
इस दिन श्रद्धालु ईसा मसीह के पुनर्जन्म के शुभ कामना करते हैं। मसीह का जन्म बेथलहम शहर में स्थित एक गौशाला में हुआ था। उनकी मां का नाम मरियम और पिता का नाम जोसेफ था। लोगों का ऐसा मानना है कि मानव जाति को बचाने के लिए परमात्मा, ईसा मसीह के रूप में पृथ्वी पर आए थे।
पढ़ें: नव वर्ष पर निबंध Happy New Year Essay in Hindi
क्रिसमस का इतिहास व कहानी History of Christmas in Hindi
जैसे कि हमने आपको बताया कि क्रिसमस का उत्सव भगवान ईसा मसीह के जन्म दिवस के दिन मनाया जाता है। क्रिसमस के इतिहास को ईसा मसीह के जन्म की कहानी भी माना जाता है।
कई हजारों साल पहले की बात है नासरत शहर में मरियम नाम की एक महिला रहते थे।ईश्वर ने उस महिला को पवित्र माना और उसके गर्भ से जन्म लेने के लिए उसे चुना। इसलिए ईश्वर ने गैबरियल नामक अपने स्वर्ग दूध को उस कुमारी लड़की मरियम को दर्शन देने के लिए भेजा।
एक दिन मरियम को स्वर्ग दूत गैब्रियल ने अपने दर्शन दिए और उसे बताया कि ईश्वर पुत्र के रूप में उसके गर्भ से जन्म लेंगे। यह सुनकर मरियम चिंता में पड़ गई क्योंकि अभी तक उसका विवाह नहीं हुआ था। जब इसके विषय में मरियम ने गैबरियल से पूछा तो गैबरियल ने बताया ईश्वरीय शक्ति से वह गर्भवती बनेगी और उस पुत्र को जन्म देगी।
मरियम के मंगेतर का नाम युसूफ था। जब यूसुफ को पता चला कि उसकी मंगेतर गर्भवती है तो उसने उससे विवाह करने से मना कर दिया। तभी स्वर्ग दूत गैबरियल ने यूसुफ को सारी बात बताई। जब यूसुफ को सही बात का पता चला तो वह मान गया और उसने मरियम से विवाह कर लिया।
उस समय नासरत नगर, रोमन साम्राज्य का हिस्सा था। जब मरियम का गर्भावस्था का अंतिम समय चल रहा था तब रोमन राज्य की जनगणना का समय आ गया, तब रोमन राज्य के नियमों के चलते यूसुफ भी अपनी पत्नी को लेकर बेथलेहेम शहर को चला गया। उसी समय मरियम को प्रसव पीड़ा होने लगी और किसी भी जगह में ठहरने के लिए जगह ना मिली।
वह दोनों एक अस्तबल में चले गए, उसी अस्तबल में मरियम ने शिशु को जन्म दिया। उसके बाद उन्होंने शिशु को कपड़े में लपेट दिया और घास से बने चरनी में लिटा दिया। उसके बाद अचानक ही कई स्वर्गदूत आ गए और परमेश्वर ईसामसीह की जयजयकार करने लगे।
क्रिसमस उत्सव की तैयारी Celebration of Christmas Festival
- लगभग 1 महीने पहले से ही क्रिश्चियन लोग इस त्यौहार की तैयारी शुरू कर देते हैं। इस खुशी में लोग अपने घरों को रंग बिरंगी लाइटों से सजाते हैं। नए-नए कपड़े खरीदते हैं। इस दिन गिरजा घरों को सजाया जाता है।
- ठीक रात 12:00 बजे गिरजा घरों में प्रार्थना शुरू हो जाती है। इस से 12 दिन के उत्सव क्रिसमस टाइम की भी शुरुआत होती है। क्रिसमस के उत्सव पर लोग अपने दोस्त यारों और रिश्तेदारों को आमंत्रित करते हैं और साथ मिलकर जश्न मनाते हैं।
क्रिसमस दिवस के लिए आंगन में क्रिसमस ट्री को सजाया जाता है। एक्स-मास ट्री में चॉकलेट, गुब्बारे, डॉल, गिफ्ट आदि लगा कर सजाते हैं। इस दिन लोग एक दूसरे को केक बधाई पत्र आदि उपहार देते हैं।
क्रिसमस डे के दिन रात्रि के समय सैंटा क्लॉस बच्चों को गिफ्ट बांटते हैं तथा मोमबत्ती जलाकर यीशु मसीह से प्रार्थना करते हैं। इस तरह से लोग क्रिसमस का त्यौहार बहुत ही धूमधाम से मनाते हैं। क्रिसमस के दिन लोगों का मुख्य मिठाई ‘केक’ होता है। भारत में भी इस त्यौहार को सभी धर्म के लोग खुशियों के साथ मनाते हैं।
क्रिसमस गीत व कविता Christmas Song and Poem in Hindi
- ठंडी ठंडी हवाओं में कोई मेरी क्रिसमस गाता है। हर बार वह थैला भरकर हो गिफ्ट लेकर आता है। मां हमसे कहती है वह बच्चों से प्यार है करता, हरे भरे क्रिसमस ट्री को वह सुंदर सजा के देता, दिसंबर 25 को आता वो, संता-संता कहलाता वो।
- क्रिसमस आया क्रिसमस आया बच्चों का है मन ललचाया। सैंटा क्लॉस आएंगे नए खिलौने लाएंगे। सैंटा क्लॉस में दी आवाज एनी आओ, पेनी आओ, जॉनी आओ, जॉन आओ। यीशु की याद का दिन है बच्चों के प्यार का दिन है।
- जिंगल बेल बज रहे हैं साल खत्म हो रहा है उससे पहले 25 दिसंबर, क्रिसमस आ रहा है, क्रिसमस आ रहा है।
क्रिसमस ट्री कुछ खास बातें Some Important facts about Christmas Tree
सदाबहार क्रिसमस पेड़ सर्दियों के बीच में जीवन का एक प्राचीन प्रतीक था। लेकिन इस पेड़ का इस्तेमाल सबसे पहले कहां किया गया यह बात किसी को पता नहीं है, लेकिन ऐसा माना जाता है कि कई हज़ार वर्ष पहले उत्तरी यूरोप में इसकी शुरुआत हुई थी। कहा जाता है कि शुरुआत में क्रिसमस ट्री का उपयोग क्षत्रियों के झूमर में तथा रोशनी के हुक से उल्टा लटकाया जाता था।
रोमन लोग सर्दियों में सदाबहार शाखाओं को अपने घरों में सजाने के लिए इस्तेमाल करते थे उत्तरी यूरोप में सदाबहार पेड़ों को काटा और और क्रिसमस के समयओं के दौरान उसे अपने घरों के अंदर अपने बक्सों में लगाया। दूसरी मान्यता के अनुसार जब यीशु मसीह का जन्म हुआ था तब बहुत तेज सर्दी थी और बर्फ बारी की वजह से दुनिया भर के पेड़ों से पत्तियां गिर गई थी और इन पेड़ों ने नई हरी पत्तियों को जन्म दिया।
क्रिसमस ट्री का प्रतीकात्मक रूप क्या है? What Does the Christmas Tree Symbolize?
मूर्तिपूजक संस्कृति में क्रिसमस के पेड़ का सदाबहार हिस्से को जीवन पुनर्जन्म और सहनशक्ति का प्रतिनिधि करता है, जो कि सर्दियों के मौसम में जीने के लिए अति आवश्यक है। यह माना जाता है कि सर्दी के महीने में बुरी आत्माएं अपनी अपनी मजबूत स्थिति में होती हैं इस दौरान इस पेड़ का उपयोग कर अंधेरे युक्त सबसे ठंडी स्थिति को हल्का करना सकारात्मक स्थिति को और बुरी आत्माओं को दूर करना था।
क्रिसमस ट्री को क्यों सजाया जाता है? Why is the Christmas tree decorated?
क्रिसमस के पेड़ों को सजाने का शुरुआत उस समय से हुई जब लोग सर्दी में उन पेड़ों को सजाने के लिए इस्तेमाल करते थे जिनके पत्ते नहीं होते थे। उनका मानना था जब पेड़ों से पत्तियां गिर जाते हैं तब पेड़ों की आत्माएं उसे छोड़ देती है।
इसलिए लोगों ने क्रिसमस ट्री को गहनों के साथ सजाने और पवित्र आत्माओं को आकर्षित करने के लिए इस सुंदर दिखाने का फैसला किया। क्रिसमस ट्री इतना पवित्र है कि हर साल इसे अमरीका में काफी पवित्र माना जाता है। नेशनल क्रिसमस ट्री एसोसिएशन के अनुसार हर साल अमरीका प्रतिवर्ष 25-30 मिलियन से ज्यादा मात्रा में क्रिसमस के पेड़ बिक जाते हैं।
क्रिसमस पर 10 वाक्य Few Lines on Christmas in Hindi
- क्रिसमस विश्वभर में इसाई धर्म के लोगों द्वारा मनाया जाने वाला एक महान पर्व है।
- यह त्यौहार मुख्य रूप से इसाई धर्म के लोगों द्वारा हर साल दुनिया में कई जगहों पर धूमधाम से मनाया जाता है।
- यह प्रतिवर्ष 25 दिसंबर को मनाया जाता है।
- यह त्यौहार यीशु मसीह के जन्म अवसर पर मनाया जाता है। इस संसार में यीशु मसीह के जन्म को बड़ी पवित्रता और आस्था के साथ मनाया जाता है।
- लोकप्रिय रीति-रिवाज़ों में उपहारों का आदान-प्रदान, क्रिसमस के पेड़ों को सजाना, चर्च में भाग लेना, एक साथ परिवार के साथ मिलजुल कर भोजन करना तथा सैंटा क्लॉस के आने का इंतजार करना, यह सब इस दिन किया जाता है।
- इस दिन श्रद्धालु ईसा मसीह के पुनर्जन्म के शुभ कामना करते हैं।
- इसामसीह का जन्म बेथलहम शहर में स्थित एक गौशाला में हुआ था। उनकी मां का नाम मरियम और पिता का नाम युसूफ था।
- लोगों का ऐसा मानना है कि मानव जाति को बचाने के लिए परमात्मा, ईसा मसीह के रूप में पृथ्वी पर आए थे।
उपसंहार Conclusion
क्रिसमस का यह त्यौहार क्रिश्चन लोगों का है लेकिन सभी धर्मों के लोग इस त्योहार का आनंद उठाते हैं। क्रिसमस का यह त्यौहार पूरे विश्व में हर्ष और उल्लास के साथ मनाया जाता है। इस दिन लोग प्रभु ईसा मसीह के सामने अपनी गलतियों के लिए क्षमा याचना और प्रार्थना करते हैं। आशा करते हैं आपको क्रिसमस पर यह निबंध (Christmas Essay in Hindi) अच्छा लगा होगा।
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क्रिसमस पर निबंध 100, 150, 200, 250, 300, 500, शब्दों मे (Christmas Essay in Hindi)
Christmas Essay in Hindi – क्रिसमस पर निबंध छात्रों के लिए सीखने का एक महत्वपूर्ण विषय है। क्रिसमस दुनिया के सबसे बड़े वार्षिक त्योहारों में से एक है, जिसमें अरबों लोग इसके सांस्कृतिक समारोहों में भाग लेते हैं। त्योहार दिसंबर के महीने में यीशु मसीह के जन्म की याद दिलाता है; दिलचस्प बात यह है कि ऐतिहासिक रिकॉर्ड और न ही बाइबल में यीशु के जन्म के ठीक दिन का उल्लेख है। क्रिसमस समारोहों के सबसे पुराने रिकॉर्ड 25 दिसंबर, 336 ई. को रोमन सम्राट कॉन्सटेंटाइन के समय से देखे जा सकते हैं। आज क्रिसमस पूरी दुनिया में एक ही समय पर मनाया जाता है, चाहे वे ईसाई हों या नहीं। समारोहों में परिवार और दोस्तों के साथ समय बिताना, घरों को सजाना और उपहारों का आदान-प्रदान करना शामिल है। कार्यालय और कंपनियां आमतौर पर कर्मचारियों को अपने परिवार के साथ क्रिसमस मनाने के लिए समय देती हैं, बच्चे अपने नए उपहारों या खिलौनों के साथ खेलने में दिन बिताते हैं। ज्यादातर लोग अपने घरों को क्रिसमस ट्री, लाइट, डेकोरेशन और टिनसेल से सजाते हैं। क्रिसमस के बारे में और दुनिया भर में इसे क्यों मनाया जाता है, इसके बारे में और जानने के लिए पढ़ें।
क्रिसमस निबंध 10 पंक्तियाँ (Christmas Essay 10 lines in Hindi)
- 1) क्रिसमस एक धार्मिक और सांस्कृतिक त्योहार है जो ईसाईयों द्वारा दुनिया भर में मनाया जाता है।
- 2) यह यीशु मसीह के जन्म के स्मरणोत्सव का उत्सव है।
- 3) क्रिसमस हर साल 25 दिसंबर को पूरे जोश के साथ आता है।
- 4) ईसाई धर्म में लोग ईसा मसीह को ईश्वर के पुत्र के रूप में पूजते हैं और उनका सम्मान करते हैं।
- 5) यीशु का जन्म ऐसे समय में हुआ था जब समाज में हर जगह लोभ, घृणा और हिंसा थी।
- 6) वह जगत का प्रकाश था और लोगों को सभी पापों से बचाने आया था।
- 7) क्रिसमस एक धार्मिक और पारंपरिक त्योहार के रूप में पूरी दुनिया में एक उत्सव है।
- 8) क्रिसमस की पूर्व संध्या पर लोग चर्च जाते हैं और प्रार्थना करते हैं।
- 9) लोग, खासकर बच्चे, अपने घरों को रोशनी से सजाते हैं और एक पार्टी का आयोजन करते हैं।
- 10) क्रिसमस भारत के साथ-साथ पूरी दुनिया में एक राजपत्रित अवकाश है।
क्रिसमस निबंध 20 लाइनें (Christmas Essay 20 lines in Hindi)
- 1) क्रिसमस एक ईसाई त्योहार है लेकिन अन्य समुदायों के लोगों द्वारा भी मनाया जाता है।
- 2) यह सभी के लिए खुशी का त्योहार है।
- 3) हम क्रिसमस पर ईसा मसीह के जन्म का जश्न मनाते हैं।
- 4) हमने अपने घरों और बगीचों को उज्ज्वल रूप से रोशन किया।
- 5) बच्चे परिवार के साथ दोस्तों और रिश्तेदारों से मिलने बाहर जाते हैं।
- 6) क्रिसमस पर बच्चों को ढेर सारे तोहफे मिलते हैं।
- 7) प्रत्येक बच्चा अपने घर में सांता क्लॉज के आने का इंतजार करता है।
- 8) बच्चों को क्रिसमस पर उनकी माताओं द्वारा तैयार किए गए केक बहुत पसंद आते हैं।
- 9) हमें गरीबों को उपहार भी देना चाहिए।
- 10) क्रिसमस हमें प्यार करना और खुश रहना सिखाता है।
- 11) क्रिसमस एक वार्षिक ईसाई त्योहार है।
- 12) लोग अपने घरों और चर्चों में मोमबत्तियां जलाते हैं जो मसीह का प्रतीक है।
- 13) क्रिसमस का जन्म विभिन्न मूर्तियों का उपयोग करके या कला और चित्रों के माध्यम से यीशु के जन्म का चित्रण है।
- 14) क्रिसमस बारह दिनों तक चलता है जिसे ‘ट्वेलवेटाइड’ के नाम से जाना जाता है, जो 25 दिसंबर से 05 जनवरी तक यीशु के जन्म का जश्न मनाता है।
- 15) क्रिसमस पर व्हाइट हाउस, वाशिंगटन की सजावट लगभग 40 क्रिसमस ट्री और 14000 गहनों से बहुत मंत्रमुग्ध कर देने वाली है।
- 16) क्रिसमस समारोह से जुड़े मुख्य रंग लाल, सफेद, हरा, सोना, नीला और बैंगनी हैं।
- 17) 24 दिसंबर क्रिसमस की पूर्व संध्या है और जब लोग मिडनाइट मास चर्च सर्विस में जाते हैं तो कई रीति-रिवाज और परंपराएं होती हैं।
- 18) सदाबहार देवदार का पेड़ क्रिसमस ट्री की तरह दिन के समय आभूषणों, टिनसेल, उपहारों से सजाए जाने पर सुंदर दिखता है।
- 19) कैंडलमास 02 फरवरी को क्रिसमस समारोह के 40 दिनों के अंत का प्रतीक है।
- 20) लोग कैरोल गाते हैं, व्यंजनों का आनंद लेते हैं, उपहारों का आदान-प्रदान करते हैं, अपने घरों को सजाते हैं और यीशु को याद करते हैं, जिन्होंने लोगों को उनके पापों और दुखों से बचाया था।
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क्रिसमस के बारे में लघु निबंध (Short Essay About Christmas in Hindi)
“क्रिसमस हर साल 25 दिसंबर को मनाया जाता है। यह त्योहार ईसा मसीह – ईश्वर के मसीहा की जयंती के रूप में मनाया जाता है। हालांकि यह एक ईसाई त्योहार है, लेकिन विभिन्न समुदायों के लोग इसे बहुत उत्साह और उत्साह के साथ मनाते हैं।
क्रिसमस ट्री एक कृत्रिम देवदार का पेड़ है जिसे रोशनी, कृत्रिम सितारों, फूलों, खिलौनों और घंटियों से सजाया जाता है। सजावट पूरी होने पर यह सुंदर दिखता है। क्रिसमस के दौरान चर्चों को रोशनी से सजाया जाता है और त्योहारी सीजन की शुरुआत को चिह्नित करने के लिए लोग बाहर स्टार लालटेन लटकाते हैं। परिवार के सभी सदस्य एक साथ बैठकर ईसा मसीह की स्तुति में प्रार्थना करते हैं।
क्रिसमस के बारे में बच्चे विशेष रूप से उत्साहित हैं क्योंकि वे क्रिसमस की पूर्व संध्या और क्रिसमस के दिन के शुरुआती घंटों में सांता क्लॉज से मिलने और अपने घरों में उपहार लाने की उम्मीद करते हैं। उपहारों को क्रिसमस ट्री के नीचे रखा जाता है जिसे उपहार बक्से में लपेटा जाता है और क्रिसमस के दिन खोला जाता है।
बच्चे क्रिसमस कैरोल गाते हैं, जैसे “जिंगल बेल, जिंगल बेल, जिंगल ऑल द वे” और शुभ दिन का जश्न मनाते हुए विभिन्न स्किट करते हैं। क्रिसमस एक ऐसा त्योहार है जिसे सभी धर्मों और धर्मों के लोग प्यार करते हैं। यह हमें अपने परिवार और दोस्तों के साथ साझा करने, उपहारों का आदान-प्रदान करने और शांति और सद्भाव में रहने के महत्व की याद दिलाता है। ”
क्रिसमस पर निबंध 100 शब्द (Essay on Christmas 100 words in Hindi)
क्रिसमस हर साल 25 दिसंबर को मनाया जाता है और यह ईसाई समुदाय का सांस्कृतिक त्योहार है। यह मदर मैरी के लिए यीशु के जन्म का प्रतीक है। कहा जाता है कि जीसस का जन्म अस्तबल में हुआ था और वे एक अच्छे चरवाहे थे। यीशु का जीवन कठिनाइयों और बलिदानों में से एक था, और क्रिसमस का उद्देश्य इस तथ्य को स्वीकार करना है। क्रिसमस सभी देशों में एक सार्वजनिक अवकाश है और गैर-ईसाइयों द्वारा भी मनाया जाता है क्योंकि यह एक ऐसा त्योहार है जो सभी संस्कृतियों के लोगों को एकीकृत करता है। क्रिसमस समारोह का केंद्रीय विषय एक दूसरे के प्रति साझा करने, दया और सहानुभूति की भावना रखना है।
क्रिसमस पर निबंध 150 शब्द (Essay on Christmas 150 words in Hindi)
क्रिसमस ईसाइयों के लिए सबसे महत्वपूर्ण त्योहार है। यह पूरी दुनिया में घर में खुशी की भावना लाता है। क्रिसमस उस समय का है जब यीशु का जन्म मदर मैरी के एक छोटे से अस्तबल में हुआ था। यह त्योहार ईसा के इस दुनिया में आगमन के उपलक्ष्य में मनाया जाता है। ऐसा माना जाता है कि ईसा मसीह के जन्म की भविष्यवाणी पहले की गई थी। इसलिए यह त्योहार पारंपरिक ईसाइयों को प्रिय है। इसने अपने धर्म या समुदाय के बावजूद सभी लोगों के बीच व्यापक लोकप्रियता पाई है। यह वह समय होता है जब परिवार एक साथ मिलते हैं और एक दूसरे के लिए स्वादिष्ट खाना बनाते हैं। क्रिसमस ट्री क्रिसमस का एक बड़ा आकर्षण बिंदु है। लोग अपने घरों में क्रिसमस ट्री लगाते हैं और इसे घंटियों, गेंदों, चमक और सितारों से सजाते हैं। यह सब मीठे केक पकाने और उन्हें अपने प्रियजनों के साथ साझा करने के बारे में है।
क्रिसमस पर निबंध 200 शब्द (Essay on Christmas 200 words in Hindi)
रोमन कैलेंडर में शीतकालीन संक्रांति की तारीख यीशु के जन्म का प्रतीक है। यह आमतौर पर पूरे विश्व में 25 दिसंबर को मनाया जाता है। त्योहार हमें खुश रहने और खुश रहने के लिए प्रोत्साहित करता है। इसका एकमात्र उद्देश्य हमें यह सिखाना है कि प्रभु का प्रकाश हमेशा हमारी रक्षा करता है और हमें कभी भी आशा नहीं खोनी चाहिए। यीशु का जन्म उत्पीड़ित जनता के लिए आशा की किरण के रूप में हुआ था। यीशु के जन्म ने बहुत से लोगों के कष्टों का अंत देखा। यह वह समय होता है जब लोग अन्य सभी कामों को छोड़कर एक साथ मिलकर त्योहार को खुशी से मनाते हैं।
क्रिसमस के दौरान क्रिसमस ट्री को सजाना सबसे मजेदार गतिविधि है। यह क्रिसमस ट्री पर सुंदर ट्रिंकेट, घंटियां और आभूषण लगाकर किया जा सकता है। लोग उपहारों का आदान-प्रदान करते हैं, और कई माता-पिता अपने बच्चों को बताते हैं कि काल्पनिक सांता क्लॉज़ हर साल उनके लिए उपहार लाते हैं। बच्चों को एक-दूसरे की ज़रूरत में मदद करके साझा करना और दूसरों के प्रति सहानुभूति रखना सिखाया जाता है। गरीब और जरूरतमंद, जो क्रिसमस नहीं मना सकते, उनकी सहायता की जाती है, इसलिए वे इस तरह के एक अद्भुत त्योहार को याद नहीं करेंगे।
क्रिसमस पर निबंध 250 शब्द (Essay on Christmas 250 words in Hindi)
क्रिसमस 12 दिनों तक चलने वाले त्योहार की समाप्ति की घटना है। बहुत से लोग पिछली घटनाओं को नहीं जानते हैं और केवल मुख्य त्योहार पर ध्यान केंद्रित करते हैं। क्रिसमस के 12 दिन उपवास और तपस्या के बारे में हैं जो यीशु द्वारा झेली गई पीड़ा को याद करते हैं।
12-दिवसीय श्रृंखला का अंतिम दिन क्रिसमस के रूप में जाना जाता है और हर साल 25 दिसंबर को मनाया जाता है। यह रोमन कैलेंडर में शीतकालीन संक्रांति के दिन पड़ता है और वर्ष का सबसे काला दिन होता है। यीशु का जन्म आशा की किरण के रूप में आता है और आत्मज्ञान की ओर एक यात्रा की शुरुआत का प्रतीक है। क्रिसमस क्रिसमस ट्री को सजाने, परिवारों और दोस्तों के साथ खाने और ढेर सारी मस्ती करने के बारे में है। साझा करने के मूल मूल्य शुरू से ही बच्चों में पैदा होते हैं, और वे नैतिक मूल्यों की गहरी समझ रखना सीखते हैं।
क्रिसमस का उपयोग केवल मनोरंजन के लिए नहीं किया जाना चाहिए। यह समय है जब हमें उन लोगों की दुर्दशा के बारे में सोचना चाहिए जो हमसे कम भाग्यशाली हैं। यह वह समय है जब दुनिया भर में दान कार्य आयोजित किए जाते हैं, और उनसे उत्पन्न राजस्व का उपयोग गरीबों और जरूरतमंदों की भलाई के लिए किया जाता है। लोग इस समय का उपयोग अपने परिवार और दोस्तों के साथ एक स्वादिष्ट डिनर पर फिर से जुड़ने के लिए करते हैं; वे खेल खेलते हैं और उन्हें उपहार देते हैं। यह लोगों के बीच पारिवारिक संबंधों को बढ़ावा देता है और उन्हें खुश और हर्षित बनाता है।
क्रिसमस पर निबंध 300 शब्द (Essay on Christmas 300 words in Hindi)
क्रिसमस एक विशेष मौसम है जिसे हर साल ईसा मसीह के जन्म के उपलक्ष्य में मनाया जाता है। यह चारों ओर प्रेम, आनंद और शांति के मौसम को दर्शाता है। क्रिसमस की पूर्व संध्या बहुत खुशी और खुशी के साथ मनाई जाती है।
क्रिसमस हमें मानवता, दान और ज्ञान की याद दिलाता है। यह अनिवार्य रूप से हमें मानव जाति की सेवा करके और कम विशेषाधिकार प्राप्त लोगों की मदद करके अपने जीवन को बेहतर बनाने का अवसर देता है। यह हमें अपने प्रियजनों के साथ साझा करने, देने और समय बिताने के मूल्य की भी याद दिलाता है। यह त्योहार जीवन में सकारात्मकता और बुरी आदतों से दूर रहने का है।
इससे पहले क्रिसमस को ईसाइयों के त्योहार के रूप में मनाया जाता था। लेकिन अब, यह त्यौहार विश्व स्तर पर सभी धर्मों और संस्कृतियों द्वारा मनाया जाता है और विविधता में एकता का प्रतीक बन गया है। सर्दियों को अब क्रिसमस के मौसम के रूप में जाना जाता है और लोग हमेशा इस त्योहार का बड़े उत्साह और उत्साह के साथ स्वागत करने के लिए उत्सुक रहते हैं।
क्रिसमस की अपनी अनूठी परंपराएं और उत्सव हैं। क्रिसमस की पूर्व संध्या पर सजाया जा रहा क्रिसमस ट्री सबसे प्रसिद्ध है। यह परंपरा एक पीढ़ी से दूसरी पीढ़ी तक चली आ रही है और आज भी शाम का सबसे रोमांचक हिस्सा माना जाता है। माता-पिता और बच्चे मिलकर पेड़ को रोशनी, उपहार, मोजे, लघुचित्र और बहुत कुछ से सजाते हैं। बच्चे इस पल का आनंद लेते हैं और खूबसूरती से सजाए गए इस पेड़ के चारों ओर खेलते हैं। क्रिसमस के पेड़ के नीचे कई उपहार रखे जाते हैं और क्रिसमस की पूर्व संध्या पर खोले जाने चाहिए।
दूसरी ओर, स्कूल और चर्च क्रिसमस से हफ्तों पहले अपनी तैयारी शुरू कर देते हैं। छात्र क्रिसमस के दिन प्रदर्शन किए जाने वाले क्रिसमस कैरोल, गाने और कृत्यों की तैयारी करते हैं। ये आमतौर पर प्रभु यीशु की कहानियों पर आधारित होते हैं। साथ ही क्रिसमस के मौके पर चर्चों की अच्छी तरह से सफाई की जाती है। उन्हें मोमबत्तियों, बाइबिल की मूर्तियों, सितारों, रोशनी और बहुत कुछ से सजाया गया है। एक बार जब आप चर्च में प्रवेश करते हैं, तो आप महसूस कर सकते हैं कि यीशु की दिव्य उपस्थिति और चारों ओर सकारात्मकता है।
लोग क्रिसमस की पूर्व संध्या पर अलग-अलग व्यंजन तैयार करते हैं जिसमें कपकेक, मफिन, फ्रूट पंच, क्रीम रोल शामिल हैं और सूची जारी है। बच्चे भी सांता क्लॉज़ से मिलने के लिए उत्साहित महसूस करते हैं- एक बूढ़ा व्यक्ति जो लाल और सफेद पोशाक पहने हुए है और बच्चों को उपहार देता है और चारों ओर खुशियाँ बाँटता है।
इसलिए, क्रिसमस चारों ओर शांति और आनंद लाता है, यह हमें यीशु द्वारा किए गए बलिदानों की याद दिलाता है और हमें देखभाल और साझा करने के महत्व को समझने में मदद करता है। यह त्योहार सभी धर्मों को एकजुट करता है और चारों ओर जोश प्रदर्शित करता है।
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क्रिसमस पर निबंध 500 शब्द (Essay on Christmas 500 words in Hindi)
क्रिसमस दिसंबर में स्थापित एक प्रसिद्ध ईसाई अवकाश है, जिसे दुनिया भर में मनाया जाता है और इसकी सजावट और सांता क्लॉज के लिए प्रसिद्ध है। क्रिसमस का अर्थ है “मसीह का पर्व”। यह यीशु मसीह के जन्म को चिह्नित करने वाला एक वार्षिक उत्सव है; यह 25 दिसंबर को दुनिया भर में बहुत सारे लोगों के बीच एक सांस्कृतिक और धार्मिक उत्सव के रूप में मनाया जाता है। क्रिसमस सभी ईसाई देशों में मनाया जाता है लेकिन प्रत्येक देश में इस तिथि को मनाने के तरीके में मतभेद हैं।
क्रिसमस के पीछे का इतिहास
क्रिसमस का इतिहास बहुत पुराना है; पहला क्रिसमस 336 ई. में रोम में मनाया गया था। 300 के दशक में हुए प्रसिद्ध एरियन विवाद के दौरान इसने बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। मध्य युग के प्रारंभिक वर्षों के दौरान, एपिफेनी ने इसकी देखरेख की।
क्रिसमस को लगभग 800 ईस्वी में फिर से सुर्खियों में लाया गया जब सम्राट शारलेमेन को क्रिसमस के दिन ताज मिला। 17वीं शताब्दी के दौरान, प्यूरिटन्स ने क्रिसमस पर प्रतिबंध लगा दिया था क्योंकि यह नशे और अन्य अन्य दुर्व्यवहारों से जुड़ा था।
इसे 1660 के आसपास एक उचित अवकाश बना दिया गया था लेकिन फिर भी यह काफी विवादित था। 1900 की शुरुआत के आसपास, एंग्लिकन कम्युनियन चर्च का ऑक्सफोर्ड आंदोलन शुरू हुआ और इससे क्रिसमस का पुनरुद्धार हुआ।
क्रिसमस की तैयारी
क्रिसमस एक सांस्कृतिक उत्सव है जिसमें बहुत सारी तैयारियां होती हैं। यह एक सार्वजनिक अवकाश है और इसलिए लोगों को इसे मनाने के लिए क्रिसमस का अवकाश मिलता है।
क्रिसमस की तैयारी ज्यादातर लोगों के लिए जल्दी शुरू हो जाती है ताकि क्रिसमस की पूर्व संध्या पर जश्न शुरू हो जाए। क्रिसमस की तैयारियों में बहुत सारी गतिविधियाँ शामिल होती हैं। लोग आमतौर पर परिवार और दोस्तों के बच्चों के लिए सजावट, भोजन और उपहार खरीदते हैं। कुछ परिवार सभी के लिए मैचिंग क्रिसमस आउटफिट की खरीदारी करते हैं।
आम तैयारियों में क्रिसमस ट्री, लाइटिंग के साथ जगह की सजावट शामिल है। सजावट शुरू करने से पहले, घर को गहराई से साफ करना चाहिए। क्रिसमस ट्री घरों में क्रिसमस की भावना लाता है।
उपहारों को क्रिसमस ट्री के नीचे लपेटे हुए उपहार बक्से में रखा जाता है और क्रिसमस के दिन तक नहीं खोला जाना चाहिए। विशेष आयोजन के लिए चर्च को भी सजाया गया है। क्रिसमस की शुरुआत के लिए चर्चों की पूरी सफाई भी की जाती है। क्रिसमस के दिन गाने और स्किट का प्रदर्शन किया जाएगा।
लोग आमतौर पर क्रिसमस पर बहुत अधिक खर्च करते हैं और इसलिए इन योजनाओं के लिए पैसे बचाना इन सभी के बीच सबसे पहले की तैयारी होनी चाहिए। परिवार भी इस उत्सव की अवधि के दौरान एक साथ रहने के लिए यात्रा करने की योजना बनाते हैं। परंपरागत रूप से टर्की इस दिन दुनिया भर में आम भोजन है। दोस्तों और परिवार को एक खुश छुट्टी की कामना करने और प्यार दिखाने के लिए कार्ड भी लिखे जाते हैं।
क्रिसमस दिवस समारोह
दिन को चिह्नित करने के लिए रेडियो और टेलीविजन पर क्रिसमस कैरोल बजाए जाते हैं। अधिकांश परिवार चर्च जाने से शुरू करते हैं जहां प्रदर्शन और गाने किए जाते हैं। फिर बाद में, वे उपहारों का आदान-प्रदान करने और भोजन और संगीत के साथ जश्न मनाने के लिए अपने परिवारों में शामिल हो जाते हैं। क्रिसमस के दौरान खुशी किसी और की तरह नहीं है।
क्रिसमस पर घर का बना पारंपरिक प्लम केक, कपकेक और मफिन विशेष व्यंजन हैं। बच्चों को ढेर सारे उपहार और नए कपड़े पहनाए जाते हैं। वे ‘सांता क्लॉज़’ से भी मिलते हैं, जो एक लाल और सफेद पोशाक पहने हुए हैं, जो उन्हें गले लगाकर और उपहारों के साथ स्वागत करते हैं।
क्रिसमस हमें मित्रों और परिवार के साथ देने और साझा करने के महत्व की याद दिलाता है। क्रिसमस के माध्यम से, हम जानते हैं कि यीशु का जन्म दुनिया में महान चीजों की शुरुआत है। यह आम तौर पर प्रकृति और हमारे अस्तित्व के कारण के बारे में सोचने का अवसर है। क्रिसमस एक ऐसा त्योहार है जिसे सभी धर्मों और आस्थाओं के लोग ईसाई त्योहार होने के बावजूद दुनिया भर में मनाते हैं। यह इस त्योहार का सार है जो लोगों को इतना जोड़ता है।
क्रिसमस पर अनुच्छेद पर अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQs)
क्रिसमस के 12 दिन कब होते हैं.
क्रिसमस के 12 दिन क्रिसमस के दिन (25 दिसंबर) से शुरू होते हैं और प्रकाशितवाक्य की पारंपरिक तिथि से एक रात पहले 5 जनवरी को समाप्त होते हैं।
“लिटिल क्रिसमस” क्या है?
लिटिल क्रिसमस, जिसे अन्यथा ओल्ड क्रिसमस कहा जाता है, 6 जनवरी के लिए आयरिश ईसाइयों और अमीश ईसाइयों के बीच पारंपरिक नामों में से एक है, जिसे क्राइस्टमास्टाइड के बारह दिनों के अंत के बाद जोड़ा और मनाया जाता है।
क्रिसमस 25 दिसंबर को ही क्यों मनाया जाता है?
क्रिसमस ईसा मसीह के परिचय को याद करने के लिए मनाया जाता है, क्योंकि ईसाइयों को भगवान के बच्चे के रूप में स्वीकार किया जाता है। क्रिसमस का नाम मास ऑफ क्राइस्ट से आया है। यह याद करने के लिए एक सामूहिक सेवा का आयोजन किया जाता है कि प्रभु यीशु हम मनुष्यों के कारण मरे और फिर जीवित हो गए।
क्रिसमस की शुरुआत सबसे पहले कहाँ हुई थी?
क्रिसमस या क्राइस्ट का त्योहार पहली बार 336 में रोम में शुरू हुआ था, लेकिन यह 9वीं शताब्दी के अंत में एक लोकप्रिय ईसाई त्योहार बन गया।
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- क्रिसमस पर निबंध (Essay on Christmas in Hindi): 200 से 500 शब्दों में निबंध लिखना सीखें
Updated On: October 08, 2024 04:48 PM
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निष्कर्ष (Conclusion)
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क्रिसमस पर निबंध (Essay on Christmas in Hindi): क्रिसमस भारत सहित दुनिया भर में मनाए जाने वाले बेहद महत्वपूर्ण त्योहारों में से एक है। यह ईसाइयों का प्रमुख त्योहार है। प्रत्येक वर्ष इस पर्व को 25 दिसंबर को मनाया जाता है। क्रिसमस का महत्व समझाने और क्रिसमस की सभी जानकारियों के बारें में बताने के लिए कई बार विद्यालयों में छात्रों को क्रिसमस पर निबंध (Essay on Christmas) लिखने का कार्य दिया जाता है। कई बार तो छोटी कक्षा में महत्वपूर्ण अंक के लिए क्रिसमस पर निबंध (Essay on Christmas in Hindi) लिखने का प्रश्न पूछ लिया जाता है। बहुत से छात्र/छात्राओं को निबंध लिखने में समस्या आती है या फिर हिंदी विषय पर उनकी पकड़ मजबूत नहीं होती है, ऐसे में क्रिसमस पर निबंध हिंदी में (christmas in hindi) लिखने में उन्हें परेशानी का सामना करना पड़ता है। इसलिए आप यहां से क्रिसमस पर निबंध (Essay on Christmas) लिखना सीख सकते है। इस लेख के माध्यम से आपकी सभी समस्याओं का समाधान हो जाएगा। क्रिसमस पर निबंध (christmas essay in hindi) विशेष इस लेख के माध्यम से आपको ना सिर्फ क्रिसमस पर हिंदी में निबंध कैसे लिखें (how to write essay on christmas in hindi), इसकी जानकारी मिलेगी बल्कि आपको किसी भी अन्य निबंध को कैसे लिखा जाए, ये भी पता चलेगा। ये भी पढ़ें: - दशहरा पर निबंध
क्रिसमस पर निबंध 200 शब्दों में (Essay on Christmas in 200 words)
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क्रिसमस- क्रिसमस एक प्रमुख पर्व है। प्रत्येक वर्ष इस पर्व को 25 दिसंबर को मनाया जाता है। क्रिसमस भारत सहित दुनिया भर में मनाए जाने वाले बेहद महत्वपूर्ण त्योहारों में से एक है। ये त्योहार हर साल ठंड के मौसम में आता है हालाँकि लोग इसे पूरी मस्ती, हर्षोल्लास और खुशी के साथ मनाते है।
ईसामसीह- क्रिसमस प्रभु ईसा के जन्मदिन पर मनाया जाता है, ये ईसाइयों के भगवान है जिन्होंने ईसाई धर्म की शुरुआत की। ये ईसाइयों के लिये एक महत्वपूर्ण त्योहार है जिसके लिये वो लोग ढेर सारी तैयारियाँ करते है। इस उत्सव की तैयारी एक महीने पहले ही शुरु हो जाती है और क्रिसमस के 12 दिनों के बाद ये पर्व खत्म होता है। इस दिन ईसाई लोग अपने घर में तरह -तरह के केक बनाते है। इस दिन लोग क्रिसमस के पेड़ को सजाते है, अपने दोस्त, रिश्तेदार और पड़ोसियों के साथ खुशियाँ मनाते है और उपहार बाँटते है। अवकाश: क्रिसमस के दिनों में छुट्टियां मनाई जाती हैं और धूम-धाम के साथ त्यौहार को मनाया जाता है। क्रिसमस के छुट्टी में पूरे दिन लोग नाचना, गाना, पार्टी मनाना और घर के बाहर डिनर करके खुशी मनाते है। घरों में सजावट की जाती है, अच्छे-अच्छे पकवान बनाये जाते है केक काटा जाता है। इस दिन केक का बहुत महत्व होता है। लोग एक दूसरे को उपहार स्वरूप केक भी देते है और अपने यहां भोज पर आमंत्रित करते है। प्रसाद: क्रिसमस में प्रसाद की विशेषता होती है, जिसमें केक, बिस्किट, और अन्य मिठाईयां शामिल होती हैं। प्रसाद पाकर बच्चें बहुत खुश होते है और इस दिन बहुत इन्जॉय करते है। यह पर्व बच्चों, बडें, बूढ़ों हर किसी के लिए खास होता है। इस दिन घरों में तरह-तरह के केक और पकवान बनाये जाते है और प्रसाद के तौर पर बाटें जाते है। उत्साह: क्रिसमस के दिनों में लोग उत्साह से भरे होते हैं और खुशी का माहौल बनाते हैं। इस दिन लोग चर्च जाते है और केक काटते है। अपने घरों में लोगों को भोज के लिए आंमत्रित करते है। जन्मदिन की तरह ही इस त्यौहार को भी उत्साह के साथ सेलिब्रेट करते है। परिवार: क्रिसमस के दिनों में परिवार के सभी सदस्य एकजुट होते हैं और साथ में खाने-पीने का आनंद लेते हैं। इस दिन सभी परिवार के लोग, सगे-सबंधी, दोस्त और सभी लोग गिले-शिकवे मिटा कर एकजुट होकर क्रिसमस का त्योहार मनाते है प्यार से गले मिलते है। इस दिन ईसाई लोग अपने प्रभु ईशु के लिये प्रार्थना करते है, वो सभी भगवान के सामने अपनी गलतीयों और पाप को मिटाने के लिये उसे स्वीकार करते है। ये भी पढ़ें- हिंदी दिवस पर निबंध गीत: क्रिसमस में गीतों का महत्वपूर्ण स्थान होता है, जैसे कि "जिंगल बेल्स", "सांता क्लॉज आ रहा है", और "ओ कोम ऑल इ फेथफुल"। इस दिन लोग नृत्य करते है, गाते है, और मज़ेदार क्रियाओं के द्वारा खुशी मनाते है। इस दिन ईसाई समुदाय अपने ईश्वर से दुआ करते है, अपने सभी गलतियों के लिये माफी माँगते है, पवित्र गीत गाते है और अपने प्रियजनों से खुशी से मिलते है। उपहार: क्रिसमस में विशेष तौर पर केक काटने व एक-दूसरे को उपहार देने की परंपरा होती है, जिसमें लोग एक दूसरे को उपहार देते हैं और आपसी प्रेम और आदर्शों का प्रतीक बनाते हैं। इस दिन बच्चे सांता क्लौज का इंतजार करते हैं क्योंकि उनका मानना है कि सांता क्लौज उनके लिए गिफ्ट्स लेकर आएंगे। इसके अलावा घर में क्रिसमस ट्री को तोहफों, रंगीन लाइट्स व चमकीले सितारों से सजाया जाता है। दीपावली: क्रिसमस के दिनों में लोग अपने घरों को दीपावली की तरह सजाते हैं और उजाले के लिए कैंडल जलाते हैं। इस पर्व पर दिवाली की तरह ही अच्छे-अच्छे पकवान बनाये जाते है, घरों-ऑफिस बाजारों को सजाते है। क्रिसमस के दिन घरों से लेकर बाजारों तक में दिवाली की तरह ही रौनक रहती है। खुशियां: क्रिसमस में खुशियों का त्योहार मनाया जाता है और लोग एक दूसरे को शुभकामनाएं देते हैं। इस दिन सभी लोग एक दूसरे को मैरी क्रिसमस बोल कर बधाइयाँ देते हैं तथा एक-दूसरे के घर जाकर उपहार देते है। इस दिन सांता क्लाज़ रात के समय सभी के घरों में जाकर उनको उपहार बाँटता है खासतौर से बच्चों को वो मजाकिया उपहार देता है। बच्चे बड़ी व्याकुलता से सांता और इस दिन का इंतजार करते है।
क्रिसमस पूरी दुनिया में युवा और बूढ़े लोगों द्वारा प्यार किया जाने वाला एक विशेष और जादुई अवकाश है। दुनिया भर में क्रिसमस के बारे में जानने के लिए बहुत कुछ है। अन्य देशों में भी बच्चे, बडें और बूढ़े क्रिसमस का जश्न मनाते हैं। इस तरह क्रिसमस का त्योहार लोगों को सबके साथ मिल-जुलकर रहने का संदेश देता है। ईसा मसीह कहते थे-दीन-दुखियों की सेवा संसार का सबसे बड़ा धर्म है।
क्रिसमस पर निबंध 10 लाइनों में (Essay on Christmas in 10 lines)
- क्रिसमस ईसाई धर्म के लोगों द्वारा मनाया जाने वाला सबसे महत्वपूर्ण त्यौहार है।
- यह पर्व ईसाई धर्म के लोग अपने भगवान यीशु मसीह के जन्मदिवस के उपलक्ष्य में मनाते हैं।
- यह त्यौहार प्रत्येक वर्ष 25 दिसंबर को मनाया जाता है।
- क्रिसमस का यह त्यौहार सभी देशों में बड़े ही जश्न के साथ मनाया जाता है।
- यह एक धार्मिक उत्सव है जिसका आनंद दुनिया के लगभग सभी धर्मों के लोग लेते हैं।
- क्रिसमस पर कुछ लोग सांता क्लॉज की वेशभूषा में तैयार होते हैं और बच्चों को चाकलेट तथा उपहार बाटते हैं।
- क्रिसमस के दिन विश्व के लगभग सभी देशों में सरकारी अवकाश रहता है।
- क्रिसमस पर लोग एक ख़ास गाना गाते हैं जिसे ‘क्रिसमस कैरोल’ (Christmas Carrol) कहा जाता है।
- ईसाई लोग इस दिन अपने घरों को रोशनी वाले झालर और लाइटों से सजाते हैं।
- क्रिसमस के दिन लोग अपने परिवार और दोस्तों के साथ मेला घूमकर क्रिसमस का आनंद उठाते हैं।
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Say goodbye to confusion and hello to a bright future!
निस्संदेह, यीशु एक यहूदी थे। यीशु का जन्म दुनिया के यहूदी हिस्से गलील में एक यहूदी मां से हुआ था। उनके सभी मित्र, सहयोगी, सहकर्मी, शिष्य, सभी यहूदी थे। वह नियमित रूप से यहूदी सामुदायिक पूजा में पूजा करते थे, जिन्हें हम आराधनालय कहते हैं।
ईसाई धर्म के संस्थापक ईसा मसीह के जन्मदिन पर मनाया जाने वाला त्यौहार है, क्रिसमस के त्यौहार पर पूरी दुनिया जश्न में डूब जाती है। यूरोपीय देशों में हफ्ते की भर की छुट्टी होती है।
क्रिसमस पारंपरिक रूप से यीशु के जन्म का जश्न मनाने वाला एक ईसाई त्योहार था, लेकिन 20वीं सदी की शुरुआत में, यह एक धर्मनिरपेक्ष पारिवारिक अवकाश भी बन गया, जिसे ईसाई और गैर-ईसाइयों द्वारा समान रूप से मनाया जाता था।
किसी को क्रिसमस की सुखद छुट्टियों की शुभकामनाएँ देना होता है।
हर साल ईसा मसीह के जन्मदिन को क्रिसमस के रूप में मनाया जाता है। साथ ही ऐसा भी कहा जाता है कि सांता क्लॉस का असली नाम सांता निकोलस है। कहा जाता है सांता निकोलस बच्चों से बहुत प्यार करते थे। यही कारण है कि उनकी याद में हम सभी क्रिसमस मनाते हैं और खुशियां बांटते हैं।
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क्रिसमस पर निबंध (Essay on Christmas in Hindi) - क्रिसमस पर निबंध 10 लाइन
क्रिसमस पर निबंध (christmas essay in hindi) - क्रिसमस (christmas in hindi) भारत सहित दुनिया भर में मनाए जाने वाले बेहद महत्वपूर्ण त्योहारों में से एक है। यह ईसाइयों का प्रमुख त्योहार है। प्रत्येक वर्ष इस पर्व को 25 दिसंबर को मनाया जाता है। क्रिसमस का महत्व समझाने के लिए कई बार विद्यालयों में छात्रों को क्रिसमस पर निबंध (christmas in hindi) लिखने का कार्य दिया जाता है। कई बार तो छोटी कक्षा में महत्वपूर्ण अंक के लिए क्रिसमस पर निबंध (christmas essay in hindi) लिखने का प्रश्न पूछ लिया जाता है।
क्रिसमस पर निबंध (essay on christmas in hindi) - प्रस्तावना
क्रिसमस पर निबंध (essay on christmas in hindi) - विषय विस्तार, क्रिसमस पर निबंध (essay on christmas in hindi) - उपसंहार, क्रिसमस पर निबंध (essay on christmas in hindi), मैरी क्रिसमस का हिंदी में अर्थ (merry christmas meaning in hindi).
कई ऐसे छात्र होते हैं जिन्हें निबंध लिखने में समस्या होती है या फिर हिंदी विषय पर उनकी पकड़ मजबूत नहीं होती है, ऐसे में क्रिसमस पर निबंध हिंदी में (essay on christmas in hindi) लिखने में उन्हें परेशानी का सामना करना पड़ता है। इसके अलावा क्रिसमस के बारे में जानकारी का अभाव भी एक वजह है जिस कारण से क्रिसमस पर निबंध (christmas essay in hindi) या फिर क्रिसमस पर 10 लाइन हिंदी में (10 line about christmas in hindi) लिखना छात्रों के लिए एक कठिन कार्य बन जाता है।
महत्वपूर्ण लेख :
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यदि आप भी ऊपर बताई गई समस्याओं का सामना कर रहे हैं, तो ऐसा समझिए कि आज आप बिल्कुल सही जगह आ गए हैं क्योंकि क्रिसमस पर निबंध (christmas essay in hindi) विशेष इस लेख के माध्यम से आपकी इन सभी समस्याओं का समाधान हो जाएगा। क्रिसमस पर निबंध (christmas essay in hindi) विशेष इस लेख के माध्यम से आपको ना सिर्फ क्रिसमस पर हिंदी में निबंध कैसे लिखें (how to write essay on christmas in hindi), इसकी जानकारी मिलेगी, बल्कि इसकी सहायता से आपको किसी भी अन्य निबंध को कैसे लिखा जाए, ये भी पता चलेगा। हालांकि हम आपसे निवेदन करेंगे कि आप क्रिसमस पर निबंध (christmas essay in hindi) विशेष इस लेख से निबंध लिखने की सिर्फ प्रेरणा लें तथा स्वयं की समझ का इस्तेमाल करते हुए ही क्रिसमस पर लेख हिंदी में (christmas essay in hindi) या फिर क्रिसमस पर 10 लाइन (10 line about christmas in hindi) लिखने की कोशिश करें।
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क्रिसमस दुनिया-भर में मनाया जाने वाला पर्व है, जिसे हर साल 25 दिसंबर को मनाया जाता है। इसे बड़े-दिन के रूप में भी जाना जाता है। यह पर्व विशेष रूप से यीशु मसीह के जन्मदिन के तौर पर मनाया जाता है। यीशु मसीह वो शख्स थे जिन्होंने न सिर्फ ईसाई धर्म की स्थापना की, बल्कि ईसाई मान्यताओं के अनुसार इन्सानों के गुनाह की खातिर खुद सूली पर चढ़ गए। यही वजह है कि दुनिया भर के इसाइयों के लिए यह त्योहार काफी महत्वपूर्ण माना जाता है। यीशु मसीह का जन्म फिलिस्तीन के बेथलहेम शहर में लगभग 1 ईशा पूर्व हुआ था। उनके पिता का नाम जोसफ तथा माता का नाम मैरी था। यह शहर आज के जमाने में इजरायल की राजधानी येरुशलम से 10 किलोमीटर दूर सेंट्रल वेस्ट बैंक में स्थित है। यीशु मसीह के जन्म से ही अंग्रेजी कैलेंडर की भी शुरुआत हुई है जिसे वैश्विक स्तर पर मान्यता प्राप्त है।
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चूंकि दुनिया भर में ईसाई धर्म में आस्था रखने वाले लोगों की संख्या सबसे अधिक है, यही वजह है कि क्रिसमस की खुशी तथा इसका जश्न वैश्विक स्तर पर देखा जा सकता है। दुनियाभर के लोग इसे धूमधाम से मनाते हैं। यकीनन विविधता में एकता के लिए प्रसिद्ध हमारा देश भारत भी इससे अछूता नहीं है। भारत में भी ईसाइयों की एक बड़ी तादाद मौजूद है। प्रत्येक वर्ष क्रिसमस की तारीख के नजदीक आते ही दुनिया भर के बाज़ारों के साथ-साथ भारत के बाज़ारों में भी क्रिसमस को लेकर गहमागहमी बढ़ जाती है। लाल रंग की सांता क्लौज की टोपी व परिधान, जगमगाते बल्ब्स, चमकीले सितारे और क्रिसमस ट्री आदि जैसी समाग्रियों से भारतीय बाजार सज जाते हैं जिससे इनकी खूबसूरती देखने ही बनती है। केक व पेस्ट्रिज की दुकानों पर भीड़ बढ़ जाती है। इस दिन विशेष तौर पर केक काटने व एक-दूसरे को गिफ्ट देने का चलन है।
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क्रिसमस के दिन ईसाई धर्म को मानने वाले लोग चर्च जाते हैं। भगवान यीशु मसीह के भजन गाते हैं व उनसे अपनी गलतियों के लिए माफ़ी मांगते हैं। इसके बाद मेहमानों व बच्चों को तोहफे व आकर्षक क्रिसमस कार्ड्स दिए जाते हैं। रिश्तेदारों व दोस्तों को इस दिन विशेष तौर पर क्रिसमस के भोज के लिए आमंत्रित किया जाता है। रात्रि भोज के बाद सभी लोग क्रिसमस ट्री के चारों ओर नाचते हैं, गाना गाते हैं व जश्न मनाते हैं। भारत में तो यह पर्व सभी धर्म के लोग एक साथ मिलकर मनाते हैं। इस दिन राष्ट्रीय अवकास भी होता है। सभी सरकारी कार्यालयों के साथ-साथ प्राइवेट कार्यालय, स्कूल व कॉलेज भी इस दिन बंद रहते हैं। कई कार्यालयों व विद्यालयों में क्रिसमस से एक दिन पहले क्रिसमस के जश्न का आयोजन होता है।
क्रिसमस की खास बात ये भी है कि बड़े व बुजुर्गों के साथ-साथ छोटे बच्चों को भी क्रिसमस का बेसब्री से इंतजार रहता है। इसकी सबसे बड़ी वजहों में से एक है सांता क्लौज। इस दिन बच्चे सांता क्लौज का इंतजार करते हैं क्योंकि उनका मानना है कि सांता क्लौज उनके लिए गिफ्ट्स लेकर आएंगे। इसके अलावा घर में क्रिसमस ट्री को तोहफों, रंगीन लाइट्स व चमकीले सितारों से सजाया जाता है। छोटे बच्चे ये काम बड़े उत्साह के साथ करते हैं। घर में बनने वाले तरह-तरह के पकवान, विद्यालयों की छुट्टियाँ और नए कपड़े भी एक और बड़ा कारण है जिसकी वजह से बच्चों को इस त्योहार का काफी इंतजार रहता है।
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क्रिसमस का पर्व समाज को मानवता के लिए दिए गए प्रभु यीशु मसीह के संदेशों व उनके द्वारा किए गए कार्यों की याद दिलाता है। यह पर्व लोगों को यह संदेश देता है कि हम चाहे कितना भी कष्ट सहें, हम पर चाहे कितनी भी आपदा क्यों न आ जाए लेकिन इसके बावजूद भी हमें इंसानियत को नहीं भूलना चाहिए। इसके साथ ही हमें स्वयं के साथ-साथ लगातार दूसरों को भी इस बात केलिए प्रेरित करना चाहिए कि वे बुरे कार्यों को छोड़ कर सभी के साथ मिलकर समाज को बेहतर व सुंदर बनाने का निरंतर प्रयास करते रहना चाहिए।
क्रिसमस की एक खास बात यह भी है कि इस दिन सभी लोग एक दूसरे को मैरी क्रिसमस बोल कर बधाइयाँ देते हैं। ऐसे में कई लोगों के मन में यह सवाल जरूर आता होगा कि क्रिसमस के दिन लोग मैरी क्रिसमस क्यों बोलते हैं, हैप्पी क्रिसमस और मैरी क्रिसमस में क्या अंतर है या फिर क्या हैप्पी क्रिसमस बोलना गलत है। आपके इन सभी सवालों का जवाब आज आपको मिल जाएगा।
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सबसे पहले आपको बता दें कि मैरी क्रिसमस का हिंदी में अर्थ (merry christmas meaning in hindi) हैप्पी क्रिसमस के हिंदी में अर्थ के समान ही होता है। जहां 'हैप्पी क्रिसमस' का अर्थ होता है, आनंदित क्रिसमस, वहीं 'मैरी क्रिसमस' का हिंदी में अर्थ (merry christmas meaning in hindi) भी आनंदित क्रिसमस ही होता है। एक तरह से देखा जाए तो 'हैप्पी' व्यावहारिक अंग्रेजी में उपयोग किया जाने वाला शब्द है, जबकि 'मैरी' शब्द का उपयोग भावनात्मक एहसास देने के के लिए किया जाता है। जैसे कि हिंदी में 'रोना' शब्द व्यावहारिक कहा जा सकता है, लेकिन वहीं इसी अर्थ के लिए 'भावभीनी' का उपयोग भावनात्मक जुड़ाव के लिए किया जा सकता है। हालांकि, कई लोगों का यह भी मानना है कि प्रभु यीशु मसीह की माताजी का नाम चूंकि मरियम उर्फ मैरी था इसलिए भी 'हैप्पी क्रिसमस' की जगह 'मैरी क्रिसमस' कहा जाता है।
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हम उम्मीद करते हैं कि क्रिसमस पर निबंध (christmas essay in hindi) विशेष इस लेख से आपकी क्रिसमस पर निबंध (christmas essay in hindi) लिखने से जुड़ी सभी समस्याओं का समाधान हो गया होगा। आप सभी को क्रिसमस की ढेर सारी शुभकामनाएँ।
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Frequently Asked Questions (FAQs)
क्रिसमस पर 10 लाइन लिखने के लिए आपको क्रिसमस के विषय में मूल जानकारी होना आवश्यक है। आप क्रिसमस पर 10 लाइन लिखने के लिए सबसे पहले क्रिसमस पर 10 प्रश्नों को तैयार कीजिए जैसे कि क्रिसमस कब मनाया जाता है, क्रिसमस क्यों मनाया जाता है आदि। इसके बाद इन प्रश्नों का उत्तर ढूंढ कर लिखते ही आप क्रिसमस पर 10 लाइन आसानी से लिख पाएंगे। क्रिसमस पर 10 लाइन लिखने के लिए आप इस लेख की भी सहायता ले सकते हैं।
क्रिसमस प्रभु यीशु मसीह के जन्म, जीवन और उनके बलिदान की कहानी बयां करता है। इस दिन प्रभु यीशु के सामने अपनी गलतियों के लिए माफी मांगते हुए इंसान अपने जीवन को एक बार फिर से नए सदकर्मों के रास्ते पर ले जा सकता है। यह पर्व हमें बताता है कि इंसानियत के लिए जियो और इंसानियत को बचाए रखो।
क्रिसमस पर्व लोगों को यह संदेश देता है कि हम चाहे कितना भी कष्ट सहें, हम पर चाहे कितनी भी आपदा क्यों न आ जाए लेकिन इसके बावजूद भी हमें इंसानियत को नहीं भूलना चाहिए। इसके साथ ही हमें स्वयं के साथ-साथ लगातार दूसरों को भी इस बात केलिए प्रेरित करना चाहिए कि वे बुरे कार्यों को छोड़ कर सभी के साथ मिलकर समाज को बेहतर व सुंदर बनाने का निरंतर प्रयास करते रहना चाहिए।
क्रिसमस शब्द दो शब्दों से मिल कर बना है - क्रिस्टेस और मैसे। 'क्रिस्टेस मैसे' एक साथ लिखने पर इसका अर्थ निकलता है 'क्राइस्ट मास' या फिर 'मास ऑफ क्राइस्ट'। मास शब्द लैटिन शब्द मिसा से लिया गया है जिसका अर्थ जश्न या उत्सव होता है, जबकि क्राइस्ट शब्द ग्रीक भाषा के शब्द 'क्रिस्तोस' से आया है, जिसका अर्थ होता है 'सुगंधित तेल से नहाया हुआ' और ग्रीक शब्द 'क्रिस्तोस' का अनुवाद हिब्रू भाषा के शब्द 'मसीह' से लिया गया है, जिसका अर्थ 'जिसका अभिषेक किया गया हो' होता है।
क्रिसमस के दिन यानि 25 दिसंबर को ईसा मसीह के जन्मदिन के रूप में मनाया जाता है। इस दिन ईसाई धर्म को मानने वाले लो चर्च में जुटकर क्रिसमस केरोल्स गायन में शामिल होते हैं। साथ ही जीवन में सुख-शांति के लिए प्रार्थना की जाती है। इस त्योहार पर लोग घरों में रंग-बिरंगी रोशनी से सजाते हैं। घंटी, मोमबत्ती, केक व मोजे रखते हैं जिनका खास महत्व है।
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मेरा प्रिय त्योहार क्रिसमस पर निबंध My Favourite Festival Christmas Essay In Hindi
मेरा प्रिय त्योहार क्रिसमस पर निबंध My Favourite Festival Christmas Essay In Hindi प्रिय विद्यार्थियों आपका स्वागत है आज हम मेरा प्रिय क्रिसमस निबंध आपकों बताने जा रहे हैं.
क्रिसमस निबंध को आप कक्षा 1, 2, 3, 4, 5, 6, 7, 8, 9, 10 के स्टूडेंट्स को मेरे प्रिय त्योहार का निबंध याद करवा सकते हैं. 500 शब्दों में क्रिसमस पर दिया गया निबंध पढ़ते हैं.
Essay On My Favourite Festival Christmas In Hindi
हमारा भारत देश पर्वों एवं त्योहारों का देश है यहाँ सभी धर्मों के त्योहार एवं उत्सव बड़े धूमधाम से मनाए जाते हैं. क्रिसमस उन सबसे मेरा प्रिय त्यौहार हैं.
जो मानवता, एकता व भाईचारे का संदेश देता हैं. आज में आपके साथ स्टूडेंट्स के लिए क्रिसमस पर छोटा निबंध प्रस्तुत कर रहा हूँ. आर्टिकल शुरू करने से पूर्व आप सभी को क्रिसमस की हार्दिक शुभकामनाएं.
जिस तरह होली, दीपावली रक्षाबंधन हिन्दुओं के मुख्य त्योहार है इसी तरह क्रिसमस इसाई धर्म का सबसे बड़ा पर्व हैं. यह त्यौहार हर साल 25 दिसम्बर को मनाया जाता हैं.
इसाई धर्म इतिहास में इस दिन को बड़े दिवस की संज्ञा दी गई हैं. इसी दिन धर्म के संस्थापक ईसा मसीह का जन्म हुआ था. इसलिए यह एक ख़ुशी का पर्व हैं.
दुनियां में सबसे अधिक लोगों द्वारा मनाए जाने वाले क्रिसमस पर्व के अवसर पर सभी लोग अपने घरों को दुल्हन की तरह सजाते हैं.
कई महीने पूर्व से उत्सव को जोर शोर से मनाने की तैयारियां शुरू कर दी जाती हैं. इस अवसर पर लोग बाजार की ओर रूख करते हैं नयें कपड़ों मिठाइयों तथा उपहारों की खरीद की जाती हैं.
क्रिसमस के अवसर पर समूचा मोहल्ला खुशी के साथ पर्व मना रहा होता हैं. घर रोशनी से जगमगा उठते हैं. लोग एक दूसरे को इस पर्व की शुभकामनाएं देते हैं. इस दिन गॉड ईसा मसीह को समर्पित होती है इस दिन पूजा स्थलों पर विशेष प्रार्थना में लोग शामिल होते हैं.
शहर के नुक्कड़ चौराहों से प्रभु मसीह की झांकिया निकाली जाती हैं. क्रिसमस पर सभी घरों में अच्छे अच्छे पकवान बनाए जाते हैं. इस दिन हर इसाई के घर में एक क्रिसमस का पेड़ लगाया जाता है.
जो विभिन्न फूलों से सजा होता हैं इसे क्रिसमस ट्री कहा जाता हैं. लोग प्रभु के जन्मदिन को केक काटकर एक दूसरे को खिलाकर बड़े धूमधाम के साथ सेलिब्रेट करते हैं. इस दिन बड़े लोग एक मजाकिया मुखोटा धारण कर बच्चों को हैप्पी क्रिसमस कहकर चाकलेट आदि देते हैं.
इस अवसर पर सांता क्लॉज का विशेष महत्व हैं. सांता क्लॉज पर लोग सवार होकर बच्चों को क्रिसमस पर उपहार देते हैं. सांता क्लॉज सात हिरणों द्वारा बिना पहिये द्वारा खीची जाने वाली एक तरह की गाड़ी हैं. हर बालक को क्रिसमस पर सांता क्लॉज का इन्तजार रहता है.
क्योंकि इसके साथ ही उसे एक शानदार गिफ्ट भी मिलने वाला होता हैं. इसलिए लोग सांता क्लॉज की परम्परा का पालन करते हुए एक अनोखी वेशभूषा में आकर बच्चों को उपहार देते है.
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क्रिसमस दिवस पर निबंध: Christmas Essay in Hindi - छोटी पंक्तियाँ और लंबे निबंध पैराग्राफ
क्रिसमस दिवस पर निबंध: यहां क्रिसमस दिवस पर निबंधों में क्रिसमस के महत्व और आनंद का अन्वेषण करें। परंपराओं, उत्सवों और शाश्वत भावना की खोज करें।.
क्रिसमस पर 10 पंक्तियाँ
- क्रिसमस ईसा मसीह के जन्म का जश्न मनाने का अवसर है, जिन्हें ईसाई ईश्वर का पुत्र और मानवता का उद्धारकर्ता मानते हैं।
- क्रिसमस, अन्य त्योहारों की तरह, प्यार, गर्मजोशी, हँसी और एकजुटता के क्षणों का जश्न मनाने का एक आनंदमय समय है।
- क्रिसमस को लोग अपने अनोखे अंदाज में मनाते हैं, लेकिन घरों और सड़कों को जगमगाती रोशनी से सजाना एक आम परंपरा है जिसे हर कोई निभाना पसंद करता है।
- उपहारों का आदान-प्रदान एक और परंपरा है जिसका पालन लोग क्रिसमस पर अपने प्यार और कृतज्ञता व्यक्त करने के लिए करते हैं।
- यह एक ऐसा अवसर है जो लोगों को एक साथ लाता है, समुदायों और संस्कृतियों के बीच एकता और एकजुटता की भावना को बढ़ावा देता है।
- क्रिसमस स्वादिष्ट दावतों का पर्याय है, जिसमें रोस्ट टर्की, जिंजरब्रेड कुकीज़ और एग्नॉग जैसे उत्सव के व्यंजन शामिल हैं।
- परिवार जश्न मनाने के लिए एक साथ आते हैं और भोजन से भरी मेज पर शानदार पल बिताते हैं जो यादें बनाने के लिए एक कैनवास के रूप में काम करते हैं।
- क्रिसमस लोगों को दयालुता, दान और स्वयंसेवा के कार्यों में शामिल होकर खुशी और सद्भावना फैलाने के लिए प्रोत्साहित करता है।
- शिक्षक, माता-पिता और बुजुर्ग छात्रों को इस अवसर के महत्व के बारे में बताते हैं और उन्हें कार्यक्रमों में भाग लेने के लिए प्रोत्साहित करते हैं।
- यह धार्मिक और सांस्कृतिक सीमाओं से परे, दुनिया भर में मनाया जाने वाला एक वैश्विक अवसर है।
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क्रिसमस दिवस पर 150 शब्दों में निबंध
क्रिसमस अद्वितीय और महत्वपूर्ण धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व वाला एक खुशी का अवसर है। ईसाई धर्म में पूज्य ईसा मसीह के जन्म के उपलक्ष्य में हर साल 25 दिसंबर 2023 को यह दिन मनाया जाता है। ईसाई यीशु को ईश्वर का पुत्र और मानवता का उद्धारकर्ता मानते हैं। क्रिसमस क्रिसमस की कहानी पर चिंतन करने, प्यार फैलाने, बंधनों को मजबूत करने और सद्भावना फैलाने का समय है।
अपनी धार्मिक जड़ों से परे, क्रिसमस एक वैश्विक सांस्कृतिक त्योहार के रूप में विकसित हुआ है। घरों और सड़कों को सजाना, उपहारों का आदान-प्रदान करना, पारिवारिक समारोह आयोजित करना और पारंपरिक भोजन बनाना कुछ ऐसी चीजें हैं जो लोग क्रिसमस पर करते हैं।
300 शब्दों में क्रिसमस उत्सव पर निबंध
क्रिसमस विश्व स्तर पर मनाया जाने वाला त्यौहार है। यह धार्मिक श्रद्धा और सांस्कृतिक उत्सव का मिश्रण है। क्रिसमस मनाने के कारणों की बात करें तो ईसाइयों की मान्यताओं के अनुसार यह ईसाइयों के भगवान ईसा मसीह का जन्मदिन है। इस प्रकार इस दिन का गहरा धार्मिक महत्व भी है। बाइबिल में बताई गई जन्म कथा, बेथलहम में विनम्र जन्म के बारे में बताती है, जिसमें आशा, प्रेम और मोक्ष के विषयों पर जोर दिया गया है।
अपनी धार्मिक जड़ों के अलावा यह त्यौहार सामाजिक आस्था और प्रेम के निर्माण में भी महत्व रखता है। प्रतिष्ठित क्रिसमस ट्री, अक्सर एक सदाबहार शंकुवृक्ष (Christmas tree), छुट्टियों के मौसम के दौरान सजाया जाने वाला प्राथमिक पेड़ है। यह पेड़ सर्दियों के महीनों के दौरान जीवन और आशा का प्रतीक है। परिवार अपना स्वयं का क्रिसमस ट्री लाते हैं और अपने बच्चों के साथ इसे रोशनी, आभूषणों और टिनसेल से सजाते हैं। रिमझिम रोशनी पेड़ को रोशन करती है, और रंग-बिरंगे आभूषण उत्सव का माहौल जोड़ते हैं।
क्रिसमस चिंतन और कृतज्ञता के अवसर के रूप में कार्य करता है। यह व्यक्तियों को अपने जीवन में आशीर्वाद की सराहना करने और कम भाग्यशाली लोगों पर दया करने के लिए प्रेरित करता है। कैरोल्स, उत्सव समारोहों और प्रेम की अभिव्यक्ति के माध्यम से खुशियाँ फैलाने की परंपरा इस विचार को पुष्ट करती है कि क्रिसमस गर्मजोशी और एकजुटता का मौसम है।
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- परिवार कैसे क्रिसमस मनाता है? + परिवार क्रिसमस को विशेष भोजन, उपहारों का आदान-प्रदान और उत्सवी गतिविधियों में एक साथ आकर मनाता है। सजावटें, कैरोल गायन, और धार्मिक सेवाओं को महत्वपूर्ण परंपराएं हैं।
- क्रिसमस का महत्व क्या है? + क्रिसमस ईसा मसीह के जन्म की स्मृति के रूप में है, जो प्रेम, शांति और अच्छाइयों के विचारों को दर्शाता है। इसके अलावा, यह एक विश्वस्तरीय सांस्कृतिक उत्सव बन गया है जो पूरी दुनिया में मनाया जाता है।
- क्रिसमस ट्री को सजाने का कारण क्या है? + क्रिसमस ट्री को सजाना एक उत्सव सांस्कृतिक परंपरा का हिस्सा है। रौंगतें, आभूषण और टिंसल खुशी के समय का प्रतीक हैं, जबकि एक ट्री टॉपर अक्सर बेतलहम की मार्गदर्शिका को प्रतिष्ठानित करता है।
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Christmas Essay in Hindi: जानिए क्रिसमस पर परीक्षाओं में पूछे जाने वाले निबंध
- Updated on
- दिसम्बर 4, 2023
क्रिसमस मुख्य रूप से एक ईसाई त्योहार है, जो यीशु मसीह के जन्म के जश्न के रूप में मनाया जाता है। बाइबिल में वर्णित क्रिसमस की कहानी, ईसाइयों के लिए क्रिसमस समारोह का एक केंद्रीय हिस्सा है। सदियों से, क्रिसमस विभिन्न संस्कृतियों में गहराई से रच-बस गया है। कई देशों ने, यहां तक कि अल्पसंख्यक ईसाई आबादी वाले देशों ने भी क्रिसमस परंपराओं को अपनाया है, जैसे उपहार देना, पेड़ों को सजाना और उत्सव के भोजन। इस बारे में जानकारी प्रदान करने के लिए कई बार विद्यार्थियों को क्रिसमस पर निबंध तैयार करने को दिया जाता है। Christmas Essay in Hindi के बारे में जानने के लिए इस ब्लॉग को अंत तक पढ़ें।
This Blog Includes:
क्रिसमस पर निबंध सैंपल 1, क्रिसमस पर निबंध सैंपल 2, क्रिसमस के पीछे का इतिहास, क्रिसमस की तैयारी, क्रिसमस के दिन का उत्सव, क्रिसमस पर 10 लाइन्स.
क्रिसमस प्रत्येक वर्ष 25 दिसंबर को मनाया जाने वाला एक विशेष दिन है। यह ईसाइयों के लिए एक सांस्कृतिक त्योहार है, जो मदर मैरी से यीशु के जन्म का प्रतीक है। यीशु का जन्म एक अस्तबल में हुआ था और बाद में वह एक अच्छे चरवाहे के रूप में जाने गए। क्रिसमस पर कई देशों में सार्वजनिक अवकाश होता है और केवल ईसाई ही नहीं बल्कि विभिन्न संस्कृतियों के लोग भी इस उत्सव में शामिल होते हैं। क्रिसमस के पीछे मुख्य विचार यीशु के जीवन की चुनौतियों और बलिदानों को याद करना है। यह लोगों के बीच आपसी तालमेल, दयालुता और समझ, एकजुटता की भावना को बढ़ावा देने का समय है।
Christmas Essay In Hindi पर सैंपल 2 नीचे दिया गया है-
रोमन कैलेंडर का शीतकालीन संक्रांति, 25 दिसंबर के आसपास होता है, जब हम दुनिया भर में यीशु के जन्म का जश्न मनाते हैं। यह त्यौहार खुशी से मनाया जाता है, जो हमें याद दिलाता है कि प्रभु का आशीर्वाद हमेशा हमारे साथ है। यीशु का जन्म उन लोगों के लिए आशा लाने के लिए हुआ था जो पीड़ित थे। उनके जन्म से कई लोगों की मुश्किलें खत्म हो गईं। क्रिसमस के दौरान, हर कोई अन्य गतिविधियों को छोड़कर जश्न मनाने के लिए एक साथ आता है।
क्रिसमस के दौरान क्रिसमस ट्री को सजाना सबसे रोमांचक हिस्सा है। लोग इसे सुंदर आभूषणों, घंटियों और आभूषणों से सजाते हैं। उपहारों का आदान-प्रदान एक आम परंपरा है और बच्चों को अक्सर बताया जाता है कि सांता क्लॉज़ उनके लिए उपहार लाते हैं। क्रिसमस बच्चों को जरूरतमंद लोगों की मदद करके साझा करना और दयालु होना सिखाता है। लोग कम सामर्थ्य वाले लोगों की भी सहायता करते हैं, यह सुनिश्चित करते हुए कि हर कोई इस अद्भुत त्योहार का आनंद ले सके।
क्रिसमस पर निबंध सैंपल 3
Christmas Essay In Hindi सैंपल 3 नीचे दिया गया है:
क्रिसमस एक प्रसिद्ध ईसाई त्यौहार है जो दिसंबर में होता है और विश्व स्तर पर मनाया जाता है। यह सजावट और सांता क्लॉज़ के लिए जाना जाता है। “क्रिसमस” शब्द का अर्थ है “ईसा मसीह का पर्व।” लोग हर साल 25 दिसंबर को ईसा मसीह के जन्म का जश्न मनाने के लिए इसे मनाते हैं। यह दुनिया भर की कई संस्कृतियों के लिए एक बड़ी बात है। जबकि क्रिसमस सभी ईसाई देशों में मनाया जाता है, प्रत्येक देश का इस विशेष दिन को मनाने का अपना तरीका होता है।
क्रिसमस का इतिहास बहुत पुराना है तथा इसने कई उतार चढ़ाव देखे हैं। रोम में पहला उत्सव 336 ई. के आसपास हुआ था। यह 300 के दशक में एरियन विवाद के दौरान महत्वपूर्ण हो गया। हालाँकि, प्रारंभिक मध्य युग में, एपिफेनी ने क्रिसमस पर रोक लगा दी थी।
लगभग 800 ई. में, क्रिसमस का महत्व फिर से बढ़ गया जब क्रिसमस के दिन सम्राट शारलेमेन को ताज पहनाया गया। 17वीं शताब्दी में, प्यूरिटन लोगों ने दुर्व्यवहार से जुड़े होने के कारण क्रिसमस पर प्रतिबंध लगा दिया।
वर्ष 1660 के आसपास क्रिसमस एक आधिकारिक अवकाश बन गया, फिर भी कई लोगों के लिए इसका आदर करना कठिन था। फिर बाद में 1900 के दशक की शुरुआत में, एंग्लिकन कम्युनियन चर्च के भीतर ऑक्सफोर्ड आंदोलन ने क्रिसमस के पुनरुद्धार में योगदान दिया।
क्रिसमस एक उत्सव का समय है जिसमें बहुत सारी तैयारियाँ शामिल होती हैं। यह सार्वजनिक अवकाश है, इसलिए लोगों को जश्न मनाने के लिए छुट्टी मिल जाती है।
लोग क्रिसमस की तैयारी जल्दी से शुरू कर देते हैं, इसलिए उत्सव क्रिसमस की एक दिन पहले शाम पर शुरू हो जाता है, इसे क्रिसमस इव कहा जाता है। तैयार होने में सजावट, भोजन और उपहार खरीदना शामिल है, खासकर बच्चों और दोस्तों के लिए। कुछ परिवारों को सभी के लिए मैचिंग पोशाकें भी मिलती हैं।
सामान्य तैयारियों में घर को क्रिसमस ट्री और रोशनी से सजाना शामिल है। सजावट करने से पहले घर की अच्छे से सफाई की जाती है। क्रिसमस ट्री इस त्यौहार की सजावट का एक विशेष हिस्सा है।
उपहारों को क्रिसमस ट्री के नीचे लपेटे हुए बक्सों में रखा जाता है। वे उपहार क्रिसमस के दिन तक उसी के नीचे रहते हैं। बड़े आयोजन के लिए चर्चों को भी सजाया जाता है और उनकी सफ़ाई भी की जाती है। क्रिसमस के दिन के लिए गाने और प्रदर्शन की योजना बनाई गई है।
लोग अक्सर क्रिसमस पर बहुत सारा पैसा खर्च करते हैं, इसलिए बचत करना तैयारियों का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। इस दौरान परिवार साथ रहने के लिए यात्रा की योजना भी बनाते हैं। लोग अपने दोस्तों और परिवार को छुट्टियों की शुभकामनाएं देने और प्यार दिखाने के लिए भी कार्ड लिखते हैं।
क्रिसमस के दौरान, आप अक्सर रेडियो और टीवी पर क्रिसमस कैरोल सुनते हैं। कई परिवार चर्च जाकर प्रेयर करते हैं और गीतों का आनंद लेना शुरू करते हैं। उसके बाद वे एक दूसरे के लिए लाए उपहारों का आदान-प्रदान करने और स्वादिष्ट भोजन और संगीत के साथ उत्सव को मनाने के लिए अपने परिवारों के साथ इकट्ठा होते हैं। क्रिसमस के दौरान का आनंद सचमुच अनोखा होता है।
क्रिसमस के दिन पारंपरिक प्लम केक, कपकेक और मफिन जैसे विशेष घरेलू व्यंजनों का आनंद लिया जाता है। बच्चों को ढेर सारे उपहार और नए कपड़े मिलते हैं। उन्हें ‘सांता क्लॉज़’ जैसे लाल और सफेद रंग की पोशाक पहने किसी व्यक्ति से भी मिलने का मौका मिलता है, जो गले लगाकर और उपहार देकर उनका स्वागत करता है।
क्रिसमस हमें देने और अपने दोस्तों और परिवार के साथ खुशी भरा समय बिताने के मौका देता है। यह हमें याद दिलाता है कि यीशु के जन्म से दुनिया में कुछ अद्भुत चीज़ की शुरुआत हुई। इस दिन लोग अपने जीवन के उद्देश्य पर विचार करते हैं और यह ईश्वर के दिए उपहारों सराहना करने का समय है। भले ही क्रिसमस मूल रूप से एक ईसाई त्योहार है, फिर भी दुनिया भर में सभी धर्मों के लोग इसे मनाते हैं। क्रिसमस की भावना ही सभी को एक साथ लाती है।
Christmas Essay In Hindi जानने के बाद अब क्रिसमस पर 10 लाइन्स जान लेते हैं, जो नीचे दी गई हैं-
- क्रिसमस ईसा मसीह के जन्म के सम्मान में 25 दिसंबर को क्रिसमस मनाया जाता है।
- यह खुशी, प्यार और परिवार और दोस्तों के साथ आनंद लेने का समय है।
- क्रिसमस पर पेड़ों को रोशनी और गहनों से सजाने की परंपरा सदियों पुरानी है।
- सांता क्लॉज़ क्रिसमस से जुड़ा एक प्रिय व्यक्ति है, जो दुनिया भर के बच्चों के लिए उपहार लाता है।
- छुट्टियों की खुशियाँ फैलाने के लिए क्रिसमस पर प्रेयर और उत्सव गीत गाए जाते हैं।
- इस मौसम में कई लोग प्यार और उदारता के प्रतीक के रूप में उपहारों का आदान-प्रदान करते हैं।
- क्रिसमस की दावत में अक्सर पारंपरिक व्यंजन जैसे रोस्ट टर्की, हैम और उत्सव की मिठाइयाँ शामिल होती हैं।
- क्रिसमस की पूर्व संध्या पर परिवार अक्सर आधी रात की चर्च सेवाओं में शामिल होते हैं, जिन्हें मिडनाइट मास के रूप में जाना जाता है।
- कई संस्कृतियों में, छुट्टियों के मौसम को रंगीन सजावट और चमचमाती रोशनी से चिह्नित किया जाता है।
- क्रिसमस की भावना दया, करुणा और देने की खुशी के बारे में है।
क्रिसमस 25 दिसंबर को ईसा मसीह के जन्म के उपलक्ष्य में मनाया जाता है। हालाँकि यीशु के जन्म की सही तारीख ज्ञात नहीं है, 25 दिसंबर को प्रारंभिक ईसाइयों द्वारा सैटर्नलिया के रोमन त्योहार के साथ मेल खाने के लिए चुना गया था।
क्रिसमस ट्री सर्दियों के मौसम में जीवन और प्रकाश का प्रतीक है। इसकी उत्पत्ति जर्मनिक बुतपरस्त परंपराओं में हुई है और बाद में ईसा मसीह के माध्यम से जीवन के प्रतिनिधित्व के रूप में ईसाइयों द्वारा इसे अपनाया गया था।
क्रिसमस पर उपहारों के आदान-प्रदान की परंपरा बाइबिल की उस कहानी से प्रेरित है जिसमें तीन बुद्धिमान व्यक्ति शिशु यीशु के लिए उपहार लाते हैं। यह छुट्टियों के मौसम में लोगों के लिए प्यार और उदारता व्यक्त करने का एक तरीका बन गया है
आशा है कि आपको इस ब्लाॅग में Christmas Essay In Hindi के बारे में पूरी जानकारी मिल गई होगी। इसी प्रकार के अन्य कोर्स और सिलेबस से जुड़े ब्लॉग्स पढ़ने के लिए Leverage Edu के साथ बने रहें।
देवांग मैत्रेय
स्टडी अब्रॉड फील्ड के हिंदी एडिटर देवांग मैत्रे को कंटेंट और एडिटिंग में आधिकारिक तौर पर 7 वर्षों से ऊपर का अनुभव है। वह पूर्व में पोलिटिकल एडिटर-रणनीतिकार, एसोसिएट प्रोड्यूसर और कंटेंट राइटर/एडिटर रह चुके हैं। पत्रकारिता से अलग इन्हें अन्य क्षेत्रों में भी काम करने का अनुभव है। देवांग को काम से अलग आप नियो-नोयर फिल्म्स, सीरीज व ट्विटर पर गंभीर चिंतन करते हुए ढूंढ सकते हैं।
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क्रिसमस पर अनुच्छेद लेखन - Paragraph on Christmas in Hindi - 25 December Christmas Day Paragraph in Hindi Language
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क्रिसमस (Christmas)
ईसाईयों के लिये क्रिसमस एक बहुत महत्वपूर्ण त्योहार है हालाँकि इसे दूसरे धर्मों के लोग भी मनाते है। इसे हर साल पूरे विश्व में दूसरे उत्सवों की ही तरह खुशी, हर्ष और जोश के साथ मनाया जाता है। ये हर साल 25 दिसंबर शीत ऋतु के मौसम में आता है। प्रभु ईशु के जन्मदिवस के अवसर पर क्रिसमस डे को मनाया जाता है। 25 दिसंबर को बेथलेहेम में ज़ोसेफ (उनके पिता) और मैरी (उनकी माँ) के यहाँ प्रभु ईशु का जन्म हुआ था। इस दिन पर सभी घर और चर्च की सफाई होती है, सफेद पोताई और ढ़ेर सारे रंग-बिरंगे रोशनीयों, सीनरी, मोमबत्तियाँ, फूल और दूसरी सजावटी चीजों से इनको सजाया जाता है। सभी एक साथ इस उत्सव में शामिल होते है चाहे वो गरीब हो या अमीर और खूब धमा-चौकड़ी के साथ इसको मनाते है। अपने घरों के बीच में सभी क्रिसमस के पेड़ को सजाते है। वो इसे इलेक्ट्रिक लाईट, उपहारों, गुब्बारों, फूलों, खिलौनों, हरी पत्तियों तथा दूसरे वस्तुओं से सजाते है। क्रिसमस का पेड़ बेहद सुंदर और आकर्षक दिखाई देता है। इस अवसर सभी लोग पर अपने दोस्त, परिवार, रिशतेदारों और पड़ोसियों के साथ क्रिसमस के पेड़ के सामने खुशी मनाते है। सभी नृत्य, संगीत, उपहारों को बाँटकर और लजीज़ पकवानों के साथ इस उत्सव में शरीक होते है। क्रिसमस पर बच्चों के लिए सबसे ज्यादा आकर्षण का केंद्र होता है सांताक्लॉज, जो लाल और सफेद कपड़ों में बच्चों के लिए ढेर सारे उपहार और चॉकलेट्स लेकर आता है। यह एक काल्पनिक किरदार होता है जिसके प्रति बच्चों का लगाव होता है। ऐसा कहा जाता है कि सांताक्लाज स्वर्ग से आता है और लोगों को मनचाही चीजें उपहार के तौर पर देकर जाता है। यही कारण है कि कुछ लोग सांताक्लाज की वेशभूषा पहन कर बच्चों को भी खुश कर देते हैं। इस दिन आंगन में क्रिसमस ट्री लगाया जाता है। इसकी विशेष सज्जा की जाती है और इसके माध्यम से सभी एक दूसरे को उपहार भी देते हैं। इस त्योहार में केक का विशेष महत्व है। केक क्रिसमस का विशेष व्यंजन है, इसके बिना क्रिसमस अधूरा होता है। मीठे, मनमोहक केक काटकर खिलाने का रिवाज बहुत पुराना है। इस दिन लोग चर्च और अपने घरों में क्रिसमस ट्री को सजाने और केक बनाने का बेहद महत्व है। घर पर आने वाले मेहमानों एवं मिलनू-जुलने वाले लोगों को केक खिलाकर मुंह मीठा किया जाता है और क्रिसमस की बधाई दी जाती है।इस दिन ईसाई लोग भगवान से प्रार्थना करते है। प्रभु ईशु के सामने वो अपनी गलतीयों के लिये माफी माँगते है। अपने भगवान ईसा मसीह के गुणगान में लोग पवित्र भजन गाते है, बाद में वो अपने बच्चों और मेहमानों के लिये क्रिसमस के उपहार बाँटते है। इस दिन पर अपने मित्रों और रिश्तेदारों को क्रिसमस के कार्ड देने की परंपरा है। सभी क्रिसमस भोज के बड़े उत्सव में शामिल होते है और अपने पारिवारिक सदस्यों और मित्रों के साथ खुशबुदार पकवानों का लुफ्त उठाते है। बच्चे इस दिन का बहुत उत्सुकता से इंतजार करते है क्योंकि उनको ढ़ेर सारे उपहार और चौकेलेट मिलते है। क्रिसमस का उत्सव स्कूल और कॉलेजों में एक दिन पहले 24 दिसंबर को मनाया जाता है, उस दिन बच्चे सांता क्लाज की ड्रेस या टोपी पहनकर स्कूल जाते है। इस दिन को लोग देर रात तक नृत्य-संगीत में झूम कर या मॉल और रेस्टोरेंट में जाकर मनाते है। ईसाई धर्म के लोग प्रभु ईशू की पूजा करते है। ऐसा माना जाता है कि प्रभु (भगवान के संतान) को लोगों के पास उनके जीवन को बचाने और उनको पाप और दुखों से रक्षा करने के लिये पृथ्वी पर भेजा गया था। ईसा मसीह के अच्छे कार्यों को याद करने के लिये क्रिसमस का ये उत्सव ईसाई समुदाय के लोगों द्वारा मनाया जाता है और हम ढ़ेर सारा प्यार और सम्मान देते है। ये सार्वजनिक और धार्मिक अवकाश होता है जब लगभग सभी सरकारी और गैर-सरकारी संस्थान बंद रहता है।
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क्रिसमस पर निबंध – Christmas Essay in Hindi
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क्रिसमस ईसाइयों का सबसे महत्त्वपूर्ण त्योहार है तथा भारत के राष्ट्रीय त्योहारों में से एक है। इस दिन प्रतिवर्ष 25 दिसंबर को ईसा मसीह का जन्म दिवस मनाया जाता है। ईसा मसीह ‘ईश्वर के पुत्र’ कहलाते हैं, जो इस धरती पर मानव जाति की बुराई से रक्षा के लिए आए थे। वे मानव जाति के लिए सबसे बड़े मार्गदर्शक, उपदेशक व उपचारक थे। उन्होंने संसार को शांति, प्रेम व धैर्य का संदेश दिया।
ईसा के जन्म का यह उत्सव 336 ई- से मनाया जा रहा है। ‘क्रिसमस’ या ‘एक्स-मस’ शब्द ‘क्राइस्ट मास’ से लिया गया गया है।
ईसा मसीह धरती पर आए
ईसा मसीह का जन्म इज़रायल के बैथलहम में मदर मैरी के घर हुआ ।
इज़रायल में नाज़रेथ नामक छोटा-सा गांव था । वहां जोसफ नामक बढ़ई रहता था । उसका मैरी नामक युवती से विवाह होने वाला था ।
एक दिन देवदूत मैरी के पास आया और कहा, “ईश्वर ने अपने पुत्र को धरती पर भेजने का निर्णय ले लिया है उन्होंने तुम्हें अपने पुत्र की माता के रूप में चुना है ।”
देवदूत ने मैरी से यह भी कहा कि वह बालक का नाम ‘जीसस’ रखे । मैरी यह सुनकर प्रसन्न व रोमांचित हो उठी । वह अपने-आपको धन्य मान रही थी ।
जोसफ विवाह से पूर्व ही मैरी के गर्भवती होने का समाचार सुनकर चौक गया । यहां तक कि उसने विवाह तोड़ने का भी फैसला ले लिया ।
देवदूत गैबरियाल ने उसके सपने में आकर कहा, “हे जोसफ! कृपया मैरी को छोड़ने का विचार मन में मत लाओ । वह पवित्र है, तभी ईश्वर ने उसे अपने पुत्र की माता बनने के लिए चुना है । मैरी को पत्नी के रूप में स्वीकार लो ।”
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जोसफ ने देवदूत के आदेश को मानकर मैरी से विवाह कर लिया । कुछ माह बाद वहां के राजा ने आदेश दिया कि सभी लोगों को नई कर पद्धति के लिए अपना पंजीकरण कराना होगा । इसके लिए उन्हें अपने जन्मस्थान जाने का निर्देश दिया गया ।
जोसफ व मैरी नाज़रेथ से बैथलहम रवाना हुए । मैरी खच्चर पर थी और जोसफ पैदल चल रहा था । उन्होंने बैथलहम पहुंचने के लिए कई मील लंबी यात्रा की । जब वे वहां पहुंचे तो रात घिर आई । मैरी भी काफी थकी हुई थी । शिशु के जन्म का समय भी समीप ही था ।
मैरी व जोसफ ने सराय में रहने के लिए स्थान खोजा, पर कोई जगह खाली न थी । जोसफ ने सराय वाले को मैरी की हालत के बारे में बताया । सराय के मालिक ने उन्हें तरस खाकर पहाड़ियों के पास खाली गुफाओं का रास्ता दिखा दिया । एक गुफा में अस्तबल भी था । जोसफ ने उसे ही साफ किया और रहने का प्रबंध कर लिया ।
अगली रात मैरी ने एक पुत्र को जन्म दिया । शिशु के चेहरे पर दिव्य आभा थी । देवदूत के कहे अनुसार, उसका नाम ‘जीसस’ रखा गया ।
जैसे ही जीसस का जन्म हुआ, बैथलहम के आकाश में एक सितारा तीव्रता से चमकने लगा । एक देवदूत गड़रियों के झुंड के सामने प्रकट हुआ । उसने ईश्वर के पुत्र जीसस के जन्म की घोषणा की । माना जाता है कि तीन बुद्धिमान व्यक्तियों को दिव्य संदेश मिला था कि ईश्वर-पुत्र धरती पर आ चुका है । वे उस सितारे का पीछा करते-करते बैथलहम आ पहुंचे ताकि जीसस के दर्शन कर सकें ।
जल्द ही जीसस के जन्म का समाचार चारों ओर फैल गया । बड़े होकर ईश्वर के पुत्र ईसा ने शांति व प्रेम का संदेश दिया । उन्होंने मानव जाति के कल्याण के लिए पूरा जीवन समर्पित कर दिया ।
क्रिसमस का समारोह
क्रिसमस की तैयारियां कई सप्ताह पहले ही आरंभ हो जाती हैं । यह त्योहार 24 दिसंबर की शाम से नव वर्ष तक मनाया जाता है ।
घरों की साफ-सफाई व रंगाई-पुताई आदि करवाई जाती है । यह प्रेम व एकता का त्योहार है । लोग अपने पड़ोसियों, मित्रें व संबंधियों से मिलते हैं और परस्पर उपहारों का आदान-प्रदान होता है ।
सुबह के समय लोग चर्च जाते हैं व ईसा का स्तुतिगान करते हैं । शाम को केक व कुकीज़ के अलावा कई तरह के स्वादिष्ट पकवान परोसे जाते हैं । लोग ‘मैरी क्रिसमस’ कहकर एक-दूसरे का अभिवादन करते हैं । वे सारी रात नाचते-गाते और मस्ती करते हैं ।
क्रिसमस से एक माह पहले ही घरों, दुकानों, कार्यालयों, स्कूलों व शॉपिंग मॉलों में रंग-बिरंगे गुब्बारों, रिबनों व रोशनी से सजावट की जाती है । बाजार में इस त्योहार के लिए क्रिसमस के उपहार, कपड़े, केक, कुकीज़ व कई तरह के दूसरे सामान आ जाते हैं । हर जगह से खुशियों के गीत कैरोल की धुन सुनाई देते हैं ।
इस त्योहार पर मित्रें, पड़ोसियों व रिश्तेदारों को ग्रीटिंग कार्ड देने की भी परंपरा है । इन कार्डों में जीसस, मदर मैरी व जोसफ आदि के चित्र खूबसूरती से दर्शाए जाते हैं ।
बच्चे स्कूल में अध्यापकों व मित्रें को देने के लिए स्वयं ग्रीटिंग कार्ड बनाते हैं ।
क्रिसमस से अगले दिन ‘बाक्सिंग डे’ होता है । इस दिन गिरजाघर अपने दान बॉक्स खोलते हैं ताकि त्योहार पर मिले उपहार व दान राशि को निकाल सकें । ये पैसा व उपहार गरीबों में बांट दिए जाते हैं । यह दिन दान देने के लिए होता है ।
क्रिसमस ट्री
क्रिसमस ट्री एक पाइन या फर का पेड़ होता है, जिसे रोशनी, उपहारों, पैकेट, रिबन, घंटियों और रूई से बनी नकली बर्फ से सजाया जाता है ।
एक प्रसंग के अनुसार, एक अंग्रेज संत बोनीफेस जर्मनी की यात्र कर रहे थे । उन्होंने कुछ लोगों को देखा, जो छोटे बच्चे की बलि चढ़ा रहे थे । उन्होंने पेड़ को जोर से ठोकर मारी व बलि को रोक दिया । उस पेड़ के गिरते ही वहां फर का नन्हा-सा पौधा सामने आ गया । उन्होंने उसे ‘ट्री ऑफ क्राइस्ट’ का नाम दे दिया, तभी से क्रिसमस पर पाइन या फर ट्री सजावट की परंपरा चली आ रही है ।
बच्चों का प्यारा-सांता क्लाज़
क्रिसमस का नाम आते ही सबसे पहले सांता क्लाज़ का नाम ध्यान में आता है । यह चरित्र बच्चों को बेहद लुभाता है । सांता क्लाज़ को एक प्यारे-से मोटे बूढ़े आदमी के रूप में दिखाया जाता है । जो लाल रंग के कपड़े, लंबी टोपी पहनता है । उसके चेहरे पर सफेद लंबी दाढ़ी होती है । उसकी पीठ पर झोले में बच्चों के लिए तोहफे होते हैं । वह अपनी स्लेज पर उत्तरी ध्रुव से आता है, जिसे रेंडियर खींचते हैं । उसके हाथ में एक घंटा होता है । बच्चों का मानना है कि सांता क्लाज़ क्रिसमस से एक दिन पहले उपहार देने आता है ।
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सांता क्लाज़ या फादर क्रिसमस का यह प्यारा-सा रूप संत निकोलस पर आधारित है । वे मायरा (वर्तमान तुर्की) में ईसाई नेता थे । वे निर्धनों से बहुत स्नेह रखते थे तथा दयालु स्वभाव के थे । एक दिन वे एक गरीब लड़की की मदद करना चाहते थे । उन्होंने चुपके से धन की थैली, चिमनी के रास्ते उसके घर में फेंक दी । वह थैली चिमनी के नीचे पटाव में जा गिरी ।
तभी से माना जाता है कि सांता क्लाज़ चिमनी के रास्ते घर में आते हैं व लंबी जुराबों में उपहार छिपा जाते हैं । बाद में संत निकोलस, फादर क्रिसमस के रूप में लोकप्रिय हो गए, जो बच्चों में उपहार बांटते थे । यहां तक कि आज भी इस परंपरा का पालन होता है व लोग मोटे सांता क्लाज़ का रूप लेकर बच्चों व बूढ़ों में उपहार बांटते हैं ।
पूरी दुनिया के बच्चे सांता क्लाज़ का बेसब्री से इंतज़ार करते हैं । वे अपनी प्रार्थनाओं के दौरान अपनी इच्छाएं व मांगें प्रकट करते हैं व उम्मीद करते हैं कि सांता क्लाज़ उन्हें पूरा करेगा । सांता क्लाज़ का प्रिय गीत हैः
‘जिंगल बैल्स…जिंगल बैल्स, जिंगल ऑल द वे,
सैंटा क्लाज़ इज कमिंग अराउंड राइडिंग ऑन हिज़ स्लेज ।’
(घंटा बजाओ – घंटा बजाओ, सारे रास्ते में,
सेंटा क्लाज़ आता है लंबी गाड़ी में ।)
क्रिसमस-तब और अब
क्रिसमस सही मायनों में ईसा मसीह का दिन है । यह उनके द्वारा दिए गए प्रेम, दया व शांति के संदेश को याद करने का दिन है । हमें सच्चे मन व श्रद्धा से उनकी प्रार्थना करनी चाहिए व उनके उपदेशों को जीवन में अपनाना चाहिए ।
सभी देशों में अब शांतिपूर्ण प्रार्थनाओं के बजाय महंगी खरीददारी, तोहफों, दावतों व मौज-मस्ती पर अधिक ध्यान दिया जाने लगा है ।
मौज-मस्ती करना समारोह का अंग है, पर हमें इस दिन ईश्वर को स्मरण करना नहीं भूलना चाहिए । दावतों व तोहफों पर अधिक धन व्यय करने के बजाय हमें गरीबों व जरूरतमंदों की मदद करनी चाहिए ।
पवित्र बाइबिल में ईसा मसीह की जीवनी व कथाएं दी गई हैं । हमें उनके जीवन से शिक्षा लेते हुए सदा दूसरों के प्रति दयालु रहना चाहिए । ईसा मसीह ने पूरे जगत को एक ही संदेश दिया था – शांति व प्रेम का प्रसार करना ।
मैरी क्रिसमस!
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