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क्रिसमस पर निबंध (Christmas Essay in Hindi)

क्रिसमस

बच्चे क्रिसमस का बेसब्री से इंतजार करते है। वो मानते है सांता आएगा और उन लोग के लिए ढेर सारा गिफ्ट लाएगा। क्रिसमस एक बड़ा त्योहार है जिसे लोगों द्वारा ठंड के मौसम में मनाया जाता है। इस दिन। पर सभी एक सांस्कृतिक अवकाश का लुत्फ उठाते है तथा इस अवसर सभी सरकारी (स्कूल, कॉलेज, विश्वविद्यालय, शिक्षण संस्थान, प्रशिक्षण केन्द्र आदि) तथा गैर-सरकारी संस्थान बंद रहता है।

क्रिसमस पर 10 वाक्य  ||  क्रिसमस ट्री पर 10 वाक्य

क्रिसमस त्योहार 2021 पर छोटे तथा बड़े निबंध (Long and Short Essay on Christmas Festival 2021 in Hindi, Christmas par Nibandh Hindi mein)

यहाँ मैंने क्रिसमस 2021 पर कुछ छोटे तथा कुछ बड़े निबंध दिए है, जो की बहुत ही सरल भाषा में लिखे गये हैं, उम्मीद करती हूँ कि ये सभी निबंध (Christmas par Nibandh) आपको पसंद आयेंगे।

निबंध 1 (300 शब्द)

ईसाई समुदायों के लिये क्रिसमस एक महत्वपूर्ण त्योहार है हालाँकि ये पूरी दुनिया में दूसरे धर्मों के लोगों द्वारा भी मनाया जाता है। ये एक प्राचीन उत्सव है जो वर्षों से शीत ऋतु में मनाया जाता है। ये प्रभु ईशु के जन्मदिवस पर मनाया जाता है। पारिवारिक सदस्यों में सभी को सांता क्लाज़ के द्वारा क्रिसमस की मध्यरात्रि में उपहार बाँटने की बड़ी परंपरा है।

क्रिसमस का त्योहार (Christmas Festival)

सांता क्लाज़ रात के समय सभी के घरों में जाकर उनको उपहार बाँटता है खासतौर से बच्चों को वो मजाकिया उपहार देता है। बच्चे बड़ी व्याकुलता से सांता और इस दिन का इंतजार करते है। वो अपने माता-पिता से पूछते है कि कब सांता आयेगा और अंततः: बच्चों का इंतज़ार खत्म होता है और ढ़ेर सारे उपहारों के साथ सांता 12 बजे मध्यरात्रि को आता है।

परंपरा और मान्यता (Traditions and Rituals on Christmas)

क्रिसमस के त्यौहार में यह एक परंपरा है कि लोग इस दिन अपने दोस्तों और रिश्तेदारों को सुन्दर ग्रीटिंग कार्ड भेजते और देते हैं। हर कोई परिवार के लोग और दोस्त रात के दावत में शामिल होते है।

इस पर्व में मिठाई,  चॉकलेट,  ग्रीटींग कार्ड,  क्रिसमस पेड़, सजावटी वस्तुएँ आदि भी पारिवारिक सदस्यों, दोस्तों, रिश्तेदार और पड़ोसियों को देने की परंपरा है। लोग पूरे जनून के साथ महीने के शुरुआत में ही इसकी तैयारियों में जुट जाते है। इस दिन को लोग गाने गाकर, नाचकर, पार्टी मनाकर, अपने प्रियजनों से मिलकर मनाते है। प्रभू ईसा, ईसाई धर्म के संस्थापक के जन्मदिवस के अवसर पर ईसाईयों द्वारा इस उत्सव को मनाया जाता है। लोगों का ऐसा मानना है कि मानव जाति की रक्षा के लिये प्रभु ईशा को धरती पर भेजा गया है।

पूरी दुनिया में क्रिसमस, युवा और बूढ़े लोगों द्वारा प्यार किया जाने वाला एक विशेष और जादुई अवकाश है। दुनिया भर में क्रिसमस के बारे में जानने के लिए बहुत कुछ है। अन्य देशों में भी बच्चे और बूढ़े क्रिसमस का जश्न मनाते हैं। इस तरह क्रिसमस का त्योहार लोगों को सबके साथ मिल-जुलकर रहने का संदेश देता है। ईसा मसीह कहते थे-दीन-दुखियों की सेवा संसार का सबसे बड़ा धर्म है।

निबंध 2 (400 शब्द)

क्रिसमस ईसाइयों का त्यौहार है यह पूरे विश्व में 25 दिसंबर को धूम-धाम से मनाया जाता है। लोगों द्वारा पूरी दुनिया में क्रिसमस को मनाया जाता है, इसे खासतौर से ईसाई धर्म के लोगों द्वारा हर साल 25 दिसंबर के दिन मनाया जाता है। इसे प्रभु ईसा के जन्मदिन पर मनाया जाता है, ये ईसाइयों के भगवान है जिन्होंने ईसाई धर्म की शुरुआत की। ये त्योहार हर साल ठंड के मौसम में आता है हालाँकि लोग इसे पूरी मस्ती, क्रिया-कलाप और खुशी के साथ मनाते है। ये ईसाइयों के लिये एक महत्वपूर्ण त्योहार है जिसके लिये वो लोग ढेर सारी तैयारियाँ करते है। इस उत्सव की तैयारी एक महीने पहले ही शुरु हो जाती है और क्रिसमस के 12 दिनों के बाद ये पर्व खत्म होता है।

क्रिसमस पर केक का महत्व (Importance of Cake on Christmas)

इस दिन केक का बहुत महत्व होता है। लोग एक दूसरे को उपहार स्वरूप केक भी देते है और अपने यहां भोज पर आमंत्रित करते है। ईसाई लोग अपने घर में तरह -तरह के केक बनाते है। इस दिन लोग क्रिसमस के पेड़ को सजाते है, अपने दोस्त, रिश्तेदार और पड़ोसियों के साथ खुशियाँ मनाते है और उपहार बाँटते है। इस दिन की मध्यरात्रि को 12 बजे सेंता क्लाज हर एक के घर आते है और चुपचाप बच्चों के लिये उनके घरों में प्यारे-प्यारे उपहार रखते है। अगली सुबह ही अपनी पसंद के उपहार पाकर बच्चे भी बहुत खुश होते है। इस दिन सभी स्कूल, कॉलेज, विश्वविद्यालय, कार्यालय और दूसरे सरकारी और गैर-सरकारी संस्थान आदि बंद रहते है। पूरे दिन ढेर सारे क्रिया-कलापों द्वारा क्रिसमस अवकाश के रुप में लोग इसका आनन्द उठाते है।

लोग बड़े डिनर पार्टी का लुत्फ  उठाते है जिसे भोज कहते है। इस खास मौके पर ढ़ेर सारे लजीज़ व्यंजन, मिठाई, बादाम आदि बनाकर डाईनिंग टेबुल पर लगाते है। सभी लोग रंग-बिरंगे कपड़े पहनते है, नृत्य करते है, गाते है, और मज़ेदार क्रिया-कलापों के द्वारा कर खुशी मनाते है। इस दिन ईसाई समुदाय अपने ईश्वर से दुआ करते है, अपने सभी गलतियों के लिये माफी माँगते है, पवित्र गीत गाते है और अपने प्रियजनों से खुशी से मिलते है।

क्रिसमस के विषय में कुछ तथ्य (Facts about Christmas)

  • क्रिसमस का त्यौहार व्यापारियों के लिए सबसे ज्यादा मुनाफा वाला समय होता है।
  • एक पुस्तक के अनुसार क्रिसमस के पेड़ की शुरुआत सन 1570 में किया गया था।
  • क्रिसमस के पर्व के लिए प्रति वर्ष यूरोप (Europe) में 60 लाख पेड़ उगाये जाते हैं।

क्रिसमस आनंद एवं खुशियों का त्यौहार है। इस अवसर पर ईसाई अपने मित्रों और निकट सम्बन्धियों को भोजन एवं पार्टी के लिए आमंत्रित करते है। यह लोगों को आपस में जोड़ता है। इसके साथ ही क्रिसमस के आनंद गान बहुत महत्वपूर्ण है। आनंद गीत ईसा मसीह के जन्म की कहानी से सम्बंधित होती है।

यह भी पढ़ें – स्कूल में क्रिसमस उत्सव पर निबंध

Essay on Christmas in Hindi

निबंध 3 (500 शब्द)

क्रिसमस, यीशु के जन्म का सम्मान करने वाली एक ईसाई अवकाश,  दुनिया भर में धार्मिक और धर्मनिरपेक्ष उत्सव में विकसित हुई है, जिसमें उत्सवों में कई पूर्व-ईसाई और मूर्तिपूजा परंपराएं शामिल हैं। हर्ष और खुशी का एक बड़ा उत्सव है क्रिसमस। ये प्रभु ईशा (ईसाई धर्म के संस्थापक) के जन्म दिवस के अवसर पर हर साल 25 दिसंबर को शीत ऋतु में मनाया जाता है। इस दिन को क्रिसमस डे के रुप में प्रभु ईशा को श्रद्धांजलि और सम्मान देने के लिये मनाया जाता है।

क्रिसमस के छुट्टी में पूरे दिन लोग नाचना, गाना, पार्टी मनाना और घर के बाहर डिनर करके खुशी मनाते है। इसे सभी धर्मों के लोगों द्वारा मनाया जाता है, खासतौर से ईसाई समुदाय द्वारा। इस दिन सभी रंग-बिरंगे कपड़े पहनते है और खूब मस्ती करते है। सभी एक-दूसरे को “मैरी क्रिसमस” कहकर बधाइयाँ देते है तथा एक-दूसरे के घर जाकर उपहार देते है। ईसाई लोग अपने प्रभु ईशु के लिये प्रार्थना करते है, वो सभी भगवान के सामने अपनी गलतीयों और पाप को मिटाने के लिये उसे स्वीकार करते है।

क्रिसमस की तैयारी (Christmas Preparations)

लगभग एक महीने पहले से ही क्रिश्चन इस त्योहार की तैयारियाँ करने लगते है। इस दिन पर घर, कार्यालय, चर्च आदि की सफाई करते है: पोताई करना और कागज तथा प्राकृतिक फूलों से अच्छे से सजाना, चित्र, दीवार पर ध्वज पट लगाना। आकर्षक दिखने के लिये बाजारों को भी सजाया जाता है और हम देख सकते है कि बाजार क्रिसमस कार्ड, सुंदर ग्लासेज़, उपहार, सीनरी, खिलौने आदि से भर जाता है। लोग अपने घरों के बीच में क्रिसमस के पेड़ को सजाते है और उसको ढ़ेर सारे उपहार जैसे कि चौकोलेट, कैंडिज़, गुब्बारे, गुड़ीया, चिड़ीया, फूल, लाइटें आदि से इसे चमकदार और सुंदर बनाते है।

भजन गाते है तथा अपने मित्र, सगे-संबंधियों, और पड़ोसियों में उपहारों का आदान-प्रदान करते है। इस दिन ये लोग एक बड़े भोज का आयोजन करते है जिसमें लजीज़ पकवानों से सभी का स्वागत किया जाता है। दावत के बाद सभी लोग गीत-संगीत पर झूमते है और रात में गाना गाते है। ये बहुत ही जोश और खुशी का उत्सव है जिसे पूरी दुनिया में मस्ती के साथ मनाया जाता है।

क्रिसमस का इतिहास (History of Christmas)

क्रिसमस एक पवित्र धार्मिक अवकाश और एक विश्वव्यापी सांस्कृतिक और वाणिज्य घटना दोनों है। दो सहस्राब्दी के लिए, दुनिया भर के लोग इसे परंपराओं और प्रथाओं के साथ देख रहे हैं जो प्रकृति में धार्मिक और धर्मनिरपेक्ष दोनों हैं। ईसाई नासरी के यीशु के जन्म की सालगिरह के रूप में क्रिसमस दिवस मनाते हैं, एक आध्यात्मिक नेता जिनकी शिक्षाएं उनके धर्म का आधार बनाती हैं। लोकप्रिय रीति-रिवाजों में उपहारों का आदान-प्रदान, क्रिसमस के पेड़ों को सजाने, चर्च में भाग लेने, परिवार और दोस्तों के साथ भोजन साझा करने और, निश्चित रूप से, सांता क्लॉज आने का इंतजार करना शामिल है। 25 दिसंबर-क्रिसमस दिवस 1870 से संयुक्त राज्य अमेरिका में संघीय अवकाश रहा है।

यह त्योहार सभी के मन और हृदयों को पवित्रता के भाव से ओतप्रोत करता है और नयी ऊर्जा के माध्यम से हमें प्रेरित करता है कि अनेक कठिनाइयों का सामना करने पर भी हमें सन्मार्ग का त्याग नहीं करना चाहिए तथा दूसरों को भी पवित्रता का मार्ग प्रशस्त करने के लिए यथासंभव सहयोग करना चाहिए ।

निबंध 4 (600 शब्द)

ईसाइयों के लिये क्रिसमस एक बहुत महत्वपूर्ण त्योहार है हालाँकि इसे दूसरे धर्मों के लोग भी मनाते है। इसे हर साल पूरे विश्व में दूसरे उत्सवों की ही तरह खुशी, हर्ष और जोश के साथ मनाया जाता है। ये हर साल 25 दिसंबर शीत ऋतु के मौसम में आता है। प्रभु ईशु के जन्मदिवस के अवसर पर क्रिसमस डे को मनाया जाता है। 25 दिसंबर को बेथलेहेम में ज़ोसेफ (पिता) और मैरी (माँ) के यहाँ प्रभु ईशा का जन्म हुआ था।

क्रिसमस कब और क्यों मनाया जाता है? (When and Why Christmas is Celebrated)

क्रिसमस यीशु मसीह के जन्म का जश्न है। कुछ लोग क्रिसमस को अलग-अलग मनाते हैं, लेकिन यह सब मसीह के जन्म पर आधारित है। क्रिसमस 25 दिसंबर को है। यह वह दिन है जब यीशु का जन्म हुआ था। कोई भी वास्तव में यीशु की जन्म तिथि की सटीक तारीख को नहीं जानता है। फिर भी, 137 ईस्वी में, रोम के बिशप ने क्राइस्ट बच्चे के जन्मदिन को एक गंभीर दावत के रूप में मनाया जाने का आदेश दिया। 350 ईस्वी में, जूलियस प्रथम नाम का एक और रोमन बिशप 25 दिसंबर को क्रिसमस (मसीह की मास) के पालन दिवस के रूप में 25 दिसंबर का चयन करता है।

क्रिसमस की गीत और सजावट (Christmas – Song and Decoration)

आनंद गीत बहुत ही प्रसिद्ध है, ये क्रिसमस के दिन गया एवं बजाय जाता है। इस दिन पर सभी घर और चर्च की सफाई होती है, सफेद पुताई और ढेर सारे रंग-बिरंगे रोशनीयों, सीनरी, मोमबत्तियाँ, फूल और दूसरी सजावटी चीजों से इनको सजाया जाता है। सभी एक साथ इस उत्सव में शामिल होते है चाहे वो गरीब हो या अमीर और खूब धमाचौकड़ी के साथ इसको मनाते है। अपने घरों के बीच में सभी क्रिसमस के पेड़ को सजाते है। वो इसे इलेक्ट्रिक लाईट, उपहारों, गुबारों, फूलों, खिलौनों, हरी पत्तियों तथा दूसरे वस्तुओं से सजाते है। क्रिसमस का पेड़ बेहद सुंदर और आकर्षक दिखाई देता है। इस अवसर सभी लोग पर अपने दोस्त, परिवार, रिशतेदारों और पड़ोसियों के साथ क्रिसमस के पेड़ के सामने खुशी मनाते है। सभी नृत्य, संगीत, उपहारों को बाँटकर और लजीज़ पकवानों के साथ इस उत्सव में शरीक होते है।

क्रिसमस का उपहार (Christmas Gifts)

इस दिन ईसाई लोग भगवान से प्रार्थना करते है। प्रभु ईशा के सामने वो अपनी गलतीयों के लिये माफी माँगते है। अपने भगवान ईसा मसीह के गुणगान में लोग पवित्र भजन गाते है, बाद में वो अपने बच्चों और मेहमानों के लिये क्रिसमस के उपहार बाँटते है। इस दिन पर अपने मित्रों और रिश्तेदारों को क्रिसमस के कार्ड देने की परंपरा है। सभी क्रिसमस भोज के बड़े उत्सव में शामिल होते है और अपने पारिवारिक सदस्यों और मित्रों के साथ खुशबूदार पकवानों का लुफ्त उठाते है। बच्चे इस दिन का बहुत उत्सुकता से इंतजार करते है क्योंकि उनको ढेर सारे उपहार और चौकेलेट मिलते है। क्रिसमस का उत्सव स्कूल और कॉलेजों में एक दिन पहले 24 दिसंबर को मनाया जाता है, उस दिन बच्चे सांता क्लाज की ड्रेस या टोपी पहनकर स्कूल जाते है।

इस दिन को लोग देर रात तक नृत्य-संगीत में झूम कर या मॉल और रेस्टोरेंट में जाकर मनाते है। ईसाई धर्म के लोग प्रभु ईशू की पूजा करते है। ऐसा माना जाता है कि प्रभु (भगवान के संतान) को लोगों के पास उनके जीवन को बचाने और उनको पाप और दुखों से रक्षा करने के लिये पृथ्वी पर भेजा गया था। ईसा मसीह के अच्छे कार्यों को याद करने के लिये क्रिसमस का ये उत्सव ईसाई समुदाय के लोगों द्वारा मनाया जाता है और हम ढ़ेर सारा प्यार और सम्मान देते है। ये सार्वजनिक और धार्मिक अवकाश होता है जब लगभग सभी सरकारी और गैर-सरकारी संस्थान बंद रहता है।

Related Information:

  • क्रिसमस पर भाषण
  • क्रिसमस पर नारा
  • क्रिसमस डे पर कविता

क्रिसमस त्योहार पर अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (Frequently Asked Questions on Christmas Festival in Hindi)

उत्तर – 330 ई. में रोम देश के लोगों द्वारा सर्व प्रथम यह त्योहार मनाया गया।

उत्तर – क्रिसमस मुख्यत: ईसाइ धर्म के लोगों का त्योहार है परन्तु दुनिया के सभी धर्मो के लोग इस पर्व को बड़े उत्साह से मनाते है।

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क्रिसमस पर निबंध (Essay on Christmas in Hindi): 200 से 500 शब्दों में निबंध लिखना सीखें

Updated On: December 28, 2023 05:03 pm IST

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क्रिसमस पर निबंध

क्रिसमस पर निबंध (Essay on Christmas in Hindi): क्रिसमस भारत सहित दुनिया भर में मनाए जाने वाले बेहद महत्वपूर्ण त्योहारों में से एक है। यह ईसाइयों का प्रमुख त्योहार है। प्रत्येक वर्ष इस पर्व को 25 दिसंबर को मनाया जाता है। क्रिसमस का महत्व समझाने और क्रिसमस की सभी जानकारियों के बारें में बताने के लिए कई बार विद्यालयों में छात्रों को क्रिसमस पर निबंध (Essay on Christmas) लिखने का कार्य दिया जाता है। कई बार तो छोटी कक्षा में महत्वपूर्ण अंक के लिए क्रिसमस पर निबंध (Essay on Christmas in Hindi) लिखने का प्रश्न पूछ लिया जाता है।  बहुत से छात्र/छात्राओं को निबंध लिखने में समस्या आती है या फिर हिंदी विषय पर उनकी पकड़ मजबूत नहीं होती है, ऐसे में क्रिसमस पर निबंध हिंदी में (christmas in hindi) लिखने में उन्हें परेशानी का सामना करना पड़ता है। इसलिए आप यहां से  क्रिसमस पर निबंध (Essay on Christmas)  लिखना सीख सकते है। इस लेख के माध्यम से आपकी सभी समस्याओं का समाधान हो जाएगा। क्रिसमस पर निबंध (christmas essay in hindi) विशेष इस लेख के माध्यम से आपको ना सिर्फ क्रिसमस पर हिंदी में निबंध कैसे लिखें (how to write essay on christmas in hindi), इसकी जानकारी मिलेगी बल्कि आपको किसी भी अन्य निबंध को कैसे लिखा जाए, ये भी पता चलेगा।

क्रिसमस पर निबंध 200 शब्दों में (Essay on Christmas in 200 words)

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 क्रिसमस-   क्रिसमस एक प्रमुख पर्व है। प्रत्येक वर्ष इस पर्व को 25 दिसंबर को मनाया जाता है। क्रिसमस भारत सहित दुनिया भर में मनाए जाने वाले बेहद महत्वपूर्ण त्योहारों में से एक है। ये त्योहार हर साल ठंड के मौसम में आता है हालाँकि लोग इसे पूरी मस्ती, हर्षोल्लास और खुशी के साथ मनाते है।

ईसामसीह- क्रिसमस प्रभु ईसा के जन्मदिन पर मनाया जाता है, ये ईसाइयों के भगवान है जिन्होंने ईसाई धर्म की शुरुआत की। ये ईसाइयों के लिये एक महत्वपूर्ण त्योहार है जिसके लिये वो लोग ढेर सारी तैयारियाँ करते है। इस उत्सव की तैयारी एक महीने पहले ही शुरु हो जाती है और क्रिसमस के 12 दिनों के बाद ये पर्व खत्म होता है। इस दिन ईसाई लोग अपने घर में तरह -तरह के केक बनाते है। इस दिन लोग क्रिसमस के पेड़ को सजाते है, अपने दोस्त, रिश्तेदार और पड़ोसियों के साथ खुशियाँ मनाते है और उपहार बाँटते है। अवकाश:  क्रिसमस के दिनों में छुट्टियां मनाई जाती हैं और धूम-धाम के साथ त्यौहार को मनाया जाता है। क्रिसमस के छुट्टी में पूरे दिन लोग नाचना, गाना, पार्टी मनाना और घर के बाहर डिनर करके खुशी मनाते है। घरों में सजावट की जाती है, अच्छे-अच्छे पकवान बनाये जाते है केक काटा जाता है। इस दिन केक का बहुत महत्व होता है। लोग एक दूसरे को उपहार स्वरूप केक भी देते है और अपने यहां भोज पर आमंत्रित करते है। प्रसाद:  क्रिसमस में प्रसाद की विशेषता होती है, जिसमें केक, बिस्किट, और अन्य मिठाईयां शामिल होती हैं। प्रसाद पाकर बच्चें बहुत खुश होते है और इस दिन बहुत इन्जॉय करते है। यह पर्व बच्चों, बडें, बूढ़ों हर किसी के लिए खास होता है। इस दिन घरों में तरह-तरह के केक और पकवान बनाये जाते है और प्रसाद के तौर पर बाटें जाते है। उत्साह:   क्रिसमस के दिनों में लोग उत्साह से भरे होते हैं और खुशी का माहौल बनाते हैं। इस दिन लोग चर्च जाते है और केक काटते है। अपने घरों में लोगों को भोज के लिए आंमत्रित करते है। जन्मदिन की तरह ही इस त्यौहार को भी उत्साह के साथ सेलिब्रेट करते है। परिवार:  क्रिसमस के दिनों में परिवार के सभी सदस्य एकजुट होते हैं और साथ में खाने-पीने का आनंद लेते हैं। इस दिन सभी परिवार के लोग, सगे-सबंधी, दोस्त और सभी लोग गिले-शिकवे मिटा कर एकजुट होकर क्रिसमस का त्योहार मनाते है प्यार से गले मिलते है। इस दिन ईसाई लोग अपने प्रभु ईशु के लिये प्रार्थना करते है, वो सभी भगवान के सामने अपनी गलतीयों और पाप को मिटाने के लिये उसे स्वीकार करते है। गीत:  क्रिसमस में गीतों का महत्वपूर्ण स्थान होता है, जैसे कि "जिंगल बेल्स", "सांता क्लॉज आ रहा है", और "ओ कोम ऑल इ फेथफुल"। इस दिन लोग नृत्य करते है, गाते है, और मज़ेदार क्रियाओं के द्वारा खुशी मनाते है। इस दिन ईसाई समुदाय अपने ईश्वर से दुआ करते है, अपने सभी गलतियों के लिये माफी माँगते है, पवित्र गीत गाते है और अपने प्रियजनों से खुशी से मिलते है। उपहार:  क्रिसमस में विशेष तौर पर केक काटने व एक-दूसरे को उपहार देने की परंपरा होती है, जिसमें लोग एक दूसरे को उपहार देते हैं और आपसी प्रेम और आदर्शों का प्रतीक बनाते हैं। इस दिन बच्चे सांता क्लौज का इंतजार करते हैं क्योंकि उनका मानना है कि सांता क्लौज उनके लिए गिफ्ट्स लेकर आएंगे। इसके अलावा घर में क्रिसमस ट्री को तोहफों, रंगीन लाइट्स व चमकीले सितारों से सजाया जाता है। दीपावली:  क्रिसमस के दिनों में लोग अपने घरों को दीपावली की तरह सजाते हैं और उजाले के लिए कैंडल जलाते हैं। इस पर्व पर दिवाली की तरह ही अच्छे-अच्छे पकवान बनाये जाते है, घरों-ऑफिस बाजारों को सजाते है। क्रिसमस के दिन घरों से लेकर बाजारों तक में दिवाली की तरह ही रौनक रहती है। खुशियां:  क्रिसमस में खुशियों का त्योहार मनाया जाता है और लोग एक दूसरे को शुभकामनाएं देते हैं। इस दिन सभी लोग एक दूसरे को मैरी क्रिसमस बोल कर बधाइयाँ देते हैं तथा एक-दूसरे के घर जाकर उपहार देते है। इस दिन सांता क्लाज़ रात के समय सभी के घरों में जाकर उनको उपहार बाँटता है खासतौर से बच्चों को वो मजाकिया उपहार देता है। बच्चे बड़ी व्याकुलता से सांता और इस दिन का इंतजार करते है। 

क्रिसमस पूरी दुनिया में युवा और बूढ़े लोगों द्वारा प्यार किया जाने वाला एक विशेष और जादुई अवकाश है। दुनिया भर में क्रिसमस के बारे में जानने के लिए बहुत कुछ है। अन्य देशों में भी बच्चे, बडें और बूढ़े क्रिसमस का जश्न मनाते हैं। इस तरह क्रिसमस का त्योहार लोगों को सबके साथ मिल-जुलकर रहने का संदेश देता है। ईसा मसीह कहते थे-दीन-दुखियों की सेवा संसार का सबसे बड़ा धर्म है।

क्रिसमस पर निबंध 10 लाइनों में (Essay on Christmas in 10 lines)

  • क्रिसमस ईसाई धर्म के लोगों द्वारा मनाया जाने वाला सबसे महत्वपूर्ण त्यौहार है।
  • यह पर्व ईसाई धर्म के लोग अपने भगवान यीशु मसीह के जन्मदिवस के उपलक्ष्य में मनाते हैं।
  • यह त्यौहार प्रत्येक वर्ष 25 दिसंबर को मनाया जाता है।
  • क्रिसमस का यह त्यौहार सभी देशों में बड़े ही जश्न के साथ मनाया जाता है।
  • यह एक धार्मिक उत्सव है जिसका आनंद दुनिया के लगभग सभी धर्मों के लोग लेते हैं।
  • क्रिसमस पर कुछ लोग सांता क्लॉज की वेशभूषा में तैयार होते हैं और बच्चों को चाकलेट तथा उपहार बाटते हैं।
  • क्रिसमस के दिन विश्व के लगभग सभी देशों में सरकारी अवकाश रहता है।
  • क्रिसमस पर लोग एक ख़ास गाना गाते हैं जिसे ‘क्रिसमस कैरोल’ (Christmas Carrol) कहा जाता है।
  • ईसाई लोग इस दिन अपने घरों को रोशनी वाले झालर और लाइटों से सजाते हैं।
  • क्रिसमस के दिन लोग अपने परिवार और दोस्तों के साथ मेला घूमकर क्रिसमस का आनंद उठाते हैं।

Are you feeling lost and unsure about what career path to take after completing 12th standard?

Say goodbye to confusion and hello to a bright future!

हर साल ईसा मसीह के जन्मदिन को क्रिसमस के रूप में मनाया जाता है। साथ ही ऐसा भी कहा जाता है कि सांता क्लॉस का असली नाम सांता निकोलस है। कहा जाता है सांता निकोलस बच्चों से बहुत प्यार करते थे। यही कारण है कि उनकी याद में हम सभी क्रिसमस मनाते हैं और खुशियां बांटते हैं।

किसी को क्रिसमस की सुखद छुट्टियों की शुभकामनाएँ देना होता है।

क्रिसमस पारंपरिक रूप से यीशु के जन्म का जश्न मनाने वाला एक ईसाई त्योहार था, लेकिन 20वीं सदी की शुरुआत में, यह एक धर्मनिरपेक्ष पारिवारिक अवकाश भी बन गया, जिसे ईसाई और गैर-ईसाइयों द्वारा समान रूप से मनाया जाता था।

ईसाई धर्म के संस्थापक ईसा मसीह के जन्मदिन पर मनाया जाने वाला त्यौहार है, क्रिसमस के त्यौहार पर पूरी दुनिया जश्न में डूब जाती है। यूरोपीय देशों में हफ्ते की भर की छुट्टी होती है।

निस्संदेह, यीशु एक यहूदी थे। यीशु का जन्म दुनिया के यहूदी हिस्से गलील में एक यहूदी मां से हुआ था। उनके सभी मित्र, सहयोगी, सहकर्मी, शिष्य, सभी यहूदी थे। वह नियमित रूप से यहूदी सामुदायिक पूजा में पूजा करते थे, जिन्हें हम आराधनालय कहते हैं।

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10+ क्रिसमस पर निबंध – Essay on Christmas in Hindi

E ssay on Christmas in Hindi : आज हमने क्रिसमस पर निबंध कक्षा 1, 2, 3, 4, 5, 6, 7, 8, 9 & 10 के विद्यार्थियों के लिए है।

क्रिसमस का आयोजन विश्व भर में बड़ी ही धूमधाम से किया जाता है यह प्रतिवर्ष 25 दिसंबर को मनाया जाता है यह ईसाई समुदाय का सबसे बड़ा त्यौहार है।

क्रिसमस शांति और खुशियों का प्रतीक है इसीलिए आज अन्य धर्म के लोग भी इसमें पूरे तन मन से हिस्सा लेते है। विद्यार्थियों को क्रिसमस पर निबंध लिखने के लिए दिया जाता है उनकी सहायता के लिए अलग-अलग छोटे बड़े निबंध लिखे है।

Essay on Christmas in Hindi

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10 Line Essay on Christmas in Hindi

(1) क्रिसमस का त्योहार प्रतिवर्ष 25 दिसंबर को मनाया जाता है।

(2) क्रिसमस का आयोजन ईसा मसीह के जन्म दिवस के रूप में किया जाता है।

(3) यह उत्सव ईसाई समाज के लोगों द्वारा बड़े ही हर्षोल्लास से मनाया जाता है।

(4) इस दिन का बड़ा दिन भी कहते है।

(5) क्रिसमस का विशेष व्यंजन केक है।

(6) इस दिन लोग चर्च और अपने घरों में क्रिसमस ट्री रंग बिरंगी लाइटो, गुब्बारे, उपहार और अन्य सजावटी समान द्वारा सजाते है।

(7) सांताक्लॉज बच्चों को चॉकलेट्स और गिफ्ट्स देते है।

(8) यह पूरे विश्व भर में मनाया जाता है और इस दिन अधिकांश देशों में राजकीय अवकाश होता है।

(9) क्रिसमस के दिन चर्च में विशेष पूजा के साथ मोमबत्तियां जलाई जाती है और प्रार्थना की जाती है।

(10) क्रिसमस के दिन सभी लोग एक दूसरे को बधाई और उपहार देकर खुशी-खुशी इस उत्सव को मनाते है।

Short Essay on Christmas in Hindi 500 Words

भूमिका –

क्रिसमस का उत्सव ईसाई समाज के लोगों द्वारा प्रतिवर्ष 25 दिसंबर को मनाया जाता है। ईसाई समाज के लोगों का मानना है कि इस दिन उनके ईश्वर ईसा मसीह का जन्म हुआ था।

इसलिए भी उनके जन्मदिवस को अपने सबसे बड़े त्यौहार के रूप में मनाते है। क्रिसमस इंग्लिश की दो शब्दों से मिलकर बना है जिसमें Christ शब्द ‘क्रिस्टियन’ को दर्शाता है और Mass का मतलब “लोगों का समूह” होता है।

यह ईसाइयों के लिए सबसे पवित्र और हर्षोल्लास का त्यौहार होता है जिस को आम भाषा में बड़ा दिन भी कहा जाता है। वर्तमान में इस उत्सव को सभी देशों द्वारा अपना लिया गया है और सभी धर्म के लोग क्रिसमस को बड़े धूमधाम से मनाते है इसलिए अधिकांश देशों में 25 दिसंबर का राजकीय अवकाश होता है।

क्रिसमस का इतिहास –

क्रिसमस पर आयोजन यीशु के जन्म दिवस के रूप में मनाया जाता है पौराणिक मान्यताओं के अनुसार ईसा मसीह ने धरती पर रहने वाले लोगों को सही राह दिखाने के लिए ईश्वर के दूत के रूप में अवतार पृथ्वी पर लिया था।

जन्म से ही उनके अंदर कुछ अलौकिक शक्तियां थी इसलिए उन्होंने छोटी उम्र की आयु से ही लोगों को सही कार्य करने के लिए प्रेरित किया और ईश्वर के पास जाने का मार्ग दिखाने लगे। कुछ लोगों को उनकी बातें पसंद नहीं आई इसलिए उनकी हत्या कर दी गई थी।

लेकिन ईसा मसीह के विचारों को कभी दबाया नहीं जा सका इसलिए आज भी उनके जन्मदिवस पर क्रिसमस का आयोजन किया जाता है।

जो कि हमें यह दर्शाता है कि बुराई चाहे कितनी भी बड़ी क्यों ना हो अच्छाई हमेशा उसे हरा ही देती है। शायद इसीलिए आज पूरे विश्वभर में क्रिसमस मनाया जाता है।

क्रिसमस की तैयारी –

क्रिसमस की तैयारियां ईसाई धर्म के लोगों महीने भर पहले से ही करने लग जाते है। वे अपने घरों की साफ सफाई करके उन्हें पवित्र करते हैं रंग बिरंगी लाइटों द्वारा सजावट करते है। क्रिसमस के दिन गिरजा करो को विशेष तौर पर रंग बिरंगी फुलझड़ीओं, गुब्बारों, लाइटो और फूलों द्वारा लगाया जाता है।

चर्च में विशेष पूजा होती है जिसके बाद सभी लोग एक दूसरे को क्रिसमस की बधाई और उपहार देते है।सभी लोगों द्वारा चर्च में मोमबत्तियां जलाई जाती है,

जो की सकारात्मक ऊर्जा की प्रतीक होती है। इस दिन विभिन्न प्रकार के कार्यक्रम होते है जैसे डांस अंताक्षरी, ईसा मसीह का नाटक इत्यादि कार्यक्रम होते है।

इस दिन पर विशेष तौर पर ईसा मसीह के जन्म दिवस पर केक काटा जाता है जो कि इस उत्सव का मुख्य व्यंजन होता है इसके बाद सभी लोगों में चॉकलेट बांटी जाती है

इस दिन सभी लोग अपने घरों में क्रिसमस ट्री लगाते हैं जिसको विशेष तौर पर रंग बिरंगी लाइटों और अन्य सजावटी समान द्वारा सजाया जाता है और उस पर छोटे-छोटे गिफ्ट भी लगाए जाते है जो कि बच्चों को दिए जाते है।

इस दिन सांता क्लॉज का भी बहुत महत्व होता है लोगों का मानना है कि लाल कपड़े पहन कर ईश्वर स्वयं बच्चों को उपहार देते है।

निष्कर्ष –

ईसाई समाज के लोगों के लिए यह विशेष दिन होता है जिसका वह पूरे साल भर बेसब्री से इंतजार करते है और पूरे हर्षोल्लास और प्रेम भाव से क्रिसमस को मनाते है।

क्रिसमस का उत्सव शांति का प्रतीक है और यह हमेशा नकारात्मक सोच को हटाकर सकारात्मक सोच पर बल देता है।

Long Essay on Christmas in Hindi 1000 Words

प्रस्तावना –

क्रिसमस का त्यौहार ईसाई धर्म को मानने वाले लोगों द्वारा मनाया जाता है यह त्यौहार उनके लिए सबसे बड़ा उत्सव होता है। क्रिसमस प्रमुख रूप से यूरोपीय देशों में मनाया जाता है लेकिन धीरे-धीरे इसको अब एशियाई देशों में भी अपना लिया गया है।

क्रिसमस का त्यौहार प्रतिवर्ष 25 दिसंबर को बड़े ही हर्षोल्लास और धूमधाम से मनाया जाता है। ईसाई समाज के लोगों के लिए क्रिसमस का दिन बहुत महत्वपूर्ण दिन होता है उनका मानना है कि इस दिन प्रभु यीशु का जन्म हुआ था और उन्हीं के जन्मदिन के उपलक्ष पर इस त्यौहार का आयोजन किया जाता है।

परंपरा और मान्यता –

पुरानी कथाओं और मान्यताओं के अनुसार माता मरियम के पुत्र का जन्म ईसा मसीह के रूप में हुआ था। ईसा मसीह के जन्म से पूर्व माता मरियम कुंवारी थी उनकी सगाई दाऊद के राजवंशी यूसुफ़ नामक व्यक्ति से हुई थी।

कथाओं के अनुसार एक दिन माता मरियम के पास स्वर्गदूतआए उन्होंने माता मरियम को कहा कि जल्द ही उन्हें एक पुत्र की प्राप्ति होगी जो कि संसार में रहने वाले लोगों को कष्टों से मुक्ति का रास्ता दिखाएगा।

कुछ ही दिनों में माता मरियम की शादी हो गई उसके पश्चात वह और उनके पति यहूदिया प्रांत के बेथलेहेम नामक (Bethlehem) जगह रहने लगे।

इसी स्थान पर वहां के अस्तबल में ईसा मसीह का जन्म हुआ। ईश्वर ईसा मसीह में जन्म के समय से ही एक आलौकिक शक्ति थी।

ईसा मसीह दीन दुखी लोगों को ईश्वर के करीब रहने का मार्ग बताया उन्होंने सभी को भाईचारे से रहने और एक दूसरे से प्रेम भाव रखने को कहा। उन्होंने खास तौर पर लोगों को क्षमा करने और क्षमा मांगने पर जोर दिया।

कुछ लोगों को उनकी यह बातें पसंद नहीं आई इसलिए उनकी हत्या कर दी गई थी लेकिन उनके विचारों को नहीं दबाया जा सका इसी कारण आज भी उनके जन्म उत्सव को ईसाई धर्म के लोगों द्वारा क्रिसमस के रूप में मनाया जाता है।

क्रिसमस का आयोजन –

क्रिसमस की तैयारियां लोग एक महीने पूर्व से ही करने लग जाते है। क्रिसमस आने से पहले लोग अपने घरों की साफ-सफाई करते है उनमें नया रंग करवाते है।

यह उत्सव इतना शानदार होता है कि इसके कारण बाजार में एक अनोखी रौनक देखने को मिलती है चारों तरफ रंग बिरंगी लाइटिंग और लोगों के खुशमिजाज चेहरे देखने को मिलते है।

इस उत्सव पर नौकरी पेशा लोगों को तनख्वाह के साथ बोनस मिलता है जिससे वह और अधिक खुश हो जाते हैं और खूब धूमधाम से क्रिसमस के इस उत्सव में हिस्सा लेते है।

क्रिसमस के 1 दिन पहले सभी लोग अपने घरों में रंग-बिरंगी लाइटे लगाते है पूरा बाजार रोशनी से नहाया हुआ होता है। चर्च को रंग बिरंगी रोशनीयो, रंग बिरंगे फूलों, सीनरी, मोमबत्तीया, रंग बिरंगे गुब्बारे और अन्य सजावटी सामानों से सजा दिया जाता है।

ईसा मसीह का जन्म 25 दिसंबर की रात को हुआ था इसलिए क्रिसमस का आयोजन रात्रि से ही प्रारंभ हो जाता है जैसे ही 12 बजते है गिरजा घरों में विशेष प्रार्थनाएं की जाती है इसके पश्चात लोग अपने रिश्तेदारों और परिचित व्यक्तियों को क्रिसमस की बधाइयां देते है।

कई लोग इस उत्सव को समूह में मनाते है और स्वादिष्ट व्यंजनों का भी इंतजाम करते हैं जिससे इस उत्सव में चार चांद लग जाते है। क्रिसमस के दिन क्रिसमस ट्री भी लगाया जाता है जिस पर तरह-तरह की लाइटों मुबारक और उपहार लगाए जाते है।

ईसाई धर्म के लोगों द्वारा क्रिसमस ट्री लगाने के पीछे एक पुरानी धारणा है जिसके अनुसार क्रिसमस ट्री लगाने से सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह बढ़ जाता है और नकारात्मक ऊर्जा पूरी तरह नष्ट हो जाती है।

क्रिसमस ट्री पर लगाए गए उपहार बच्चों में बांट दिए जाते है। बच्चों को खुश करने के लिए लोग सांता क्लॉज का रूप धारण करके सभी को गिफ्ट बांटते है। बच्चों को सांता क्लॉज द्वारा मिलने वाले गिफ्ट के लिए काफी उत्साह होता है क्योंकि वे सोचते है कि यह उपहार चीजें उन्हें ईश्वर द्वारा दिया गया है।

क्रिसमस के दिन केक काटने की पुरानी प्रथा है केक क्रिसमस का मुख्य व्यंजन होता है। यह सभी को पसंद होता है क्योंकि इसमें विभिन्न प्रकार की चॉकलेट, फलों का रस, दूध क्रीम आदि मिला होता है जो कि बहुत ही स्वादिष्ट होता है।

इस तरह क्रिसमस के उत्सव का भव्य आयोजन किया जाता है।

क्रिसमस का महत्व –

क्रिसमस का अन्य त्योहारों की तरह प्रमुख महत्व है, किस्मत के कारण लोग अपनी भागदौड़ भरी जिंदगी से बाहर निकल कर खुशियां मनाते हैं और अपने आपको ईश्वर के करीब मानते है।

बाहरी देशों में संस्कृति के बदलाव के कारण एक-दूसरे से लोग कम ही मिल पाते है जिसके कारण मानव अपनी मूल प्रवृत्ति होता जा रहा है लेकिन किस्मत जैसे त्योहारों के कारण लोगों में एक अजब उत्साह होता है एक दूसरे से मिलते है।

क्रिसमस का त्यौहार ईसाई धर्म के लोगों के लिए एक प्रतीक है जिस पर उन्हें गर्व होता है। इस त्योहार का महत्व इसलिए और भी बढ़ जाता है क्योंकि यह में एक दूसरे से प्रेम भाव से रहने का संदेश देता है। जिसके कारण लोग प्रभावित होते है और एक दूसरे के साथ मिलजुल कर रहते है।

उपसंहार –

क्रिसमस का उत्सव हमें हर वक्त खुश रहना सिखाता है। यह हमें किसी के गलती करने पर उसे माफ करने की शिक्षा देता है। यह उत्सव हमें हमेशा एक दूसरे के साथ प्यार से रहना सिखाता है चाहे वो गरीब हो या अमीर हो।

इस उत्सव को मनाने से हमारे मन के सभी बेर दूर हो जाते है और सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह होता है। ईसाई समुदाय के लोगों के लिए यह दिन और भी खास होता है क्योंकि एक दिन उनकी ईश्वर ईसा मसीह का जन्मदिन भी होता है।

यह उत्सव हमारे जीवन में नए रंग भी बिखेरता है जिससे आने वाले भविष्य में हम खुश और सुखी रहे इसीलिए आज क्रिसमस के इस उत्सव को सभी देशों में बड़े ही धूमधाम से मनाया जाता है।

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क्रिसमस पर निबंध 100, 150, 200, 250, 300, 500, शब्दों मे (Christmas Essay in Hindi)

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Christmas Essay in Hindi – क्रिसमस पर निबंध छात्रों के लिए सीखने का एक महत्वपूर्ण विषय है। क्रिसमस दुनिया के सबसे बड़े वार्षिक त्योहारों में से एक है, जिसमें अरबों लोग इसके सांस्कृतिक समारोहों में भाग लेते हैं। त्योहार दिसंबर के महीने में यीशु मसीह के जन्म की याद दिलाता है; दिलचस्प बात यह है कि ऐतिहासिक रिकॉर्ड और न ही बाइबल में यीशु के जन्म के ठीक दिन का उल्लेख है। क्रिसमस समारोहों के सबसे पुराने रिकॉर्ड 25 दिसंबर, 336 ई. को रोमन सम्राट कॉन्सटेंटाइन के समय से देखे जा सकते हैं। आज क्रिसमस पूरी दुनिया में एक ही समय पर मनाया जाता है, चाहे वे ईसाई हों या नहीं। समारोहों में परिवार और दोस्तों के साथ समय बिताना, घरों को सजाना और उपहारों का आदान-प्रदान करना शामिल है। कार्यालय और कंपनियां आमतौर पर कर्मचारियों को अपने परिवार के साथ क्रिसमस मनाने के लिए समय देती हैं, बच्चे अपने नए उपहारों या खिलौनों के साथ खेलने में दिन बिताते हैं। ज्यादातर लोग अपने घरों को क्रिसमस ट्री, लाइट, डेकोरेशन और टिनसेल से सजाते हैं। क्रिसमस के बारे में और दुनिया भर में इसे क्यों मनाया जाता है, इसके बारे में और जानने के लिए पढ़ें।

क्रिसमस निबंध 10 पंक्तियाँ (Christmas Essay 10 lines in Hindi)

  • 1) क्रिसमस एक धार्मिक और सांस्कृतिक त्योहार है जो ईसाईयों द्वारा दुनिया भर में मनाया जाता है।
  • 2) यह यीशु मसीह के जन्म के स्मरणोत्सव का उत्सव है।
  • 3) क्रिसमस हर साल 25 दिसंबर को पूरे जोश के साथ आता है।
  • 4) ईसाई धर्म में लोग ईसा मसीह को ईश्वर के पुत्र के रूप में पूजते हैं और उनका सम्मान करते हैं।
  • 5) यीशु का जन्म ऐसे समय में हुआ था जब समाज में हर जगह लोभ, घृणा और हिंसा थी।
  • 6) वह जगत का प्रकाश था और लोगों को सभी पापों से बचाने आया था।
  • 7) क्रिसमस एक धार्मिक और पारंपरिक त्योहार के रूप में पूरी दुनिया में एक उत्सव है।
  • 8) क्रिसमस की पूर्व संध्या पर लोग चर्च जाते हैं और प्रार्थना करते हैं।
  • 9) लोग, खासकर बच्चे, अपने घरों को रोशनी से सजाते हैं और एक पार्टी का आयोजन करते हैं।
  • 10) क्रिसमस भारत के साथ-साथ पूरी दुनिया में एक राजपत्रित अवकाश है।

क्रिसमस निबंध 20 लाइनें (Christmas Essay 20 lines in Hindi)

  • 1) क्रिसमस एक ईसाई त्योहार है लेकिन अन्य समुदायों के लोगों द्वारा भी मनाया जाता है।
  • 2) यह सभी के लिए खुशी का त्योहार है।
  • 3) हम क्रिसमस पर ईसा मसीह के जन्म का जश्न मनाते हैं।
  • 4) हमने अपने घरों और बगीचों को उज्ज्वल रूप से रोशन किया।
  • 5) बच्चे परिवार के साथ दोस्तों और रिश्तेदारों से मिलने बाहर जाते हैं।
  • 6) क्रिसमस पर बच्चों को ढेर सारे तोहफे मिलते हैं।
  • 7) प्रत्येक बच्चा अपने घर में सांता क्लॉज के आने का इंतजार करता है।
  • 8) बच्चों को क्रिसमस पर उनकी माताओं द्वारा तैयार किए गए केक बहुत पसंद आते हैं।
  • 9) हमें गरीबों को उपहार भी देना चाहिए।
  • 10) क्रिसमस हमें प्यार करना और खुश रहना सिखाता है।
  • 11) क्रिसमस एक वार्षिक ईसाई त्योहार है।
  • 12) लोग अपने घरों और चर्चों में मोमबत्तियां जलाते हैं जो मसीह का प्रतीक है।
  • 13) क्रिसमस का जन्म विभिन्न मूर्तियों का उपयोग करके या कला और चित्रों के माध्यम से यीशु के जन्म का चित्रण है।
  • 14) क्रिसमस बारह दिनों तक चलता है जिसे ‘ट्वेलवेटाइड’ के नाम से जाना जाता है, जो 25 दिसंबर से 05 जनवरी तक यीशु के जन्म का जश्न मनाता है।
  • 15) क्रिसमस पर व्हाइट हाउस, वाशिंगटन की सजावट लगभग 40 क्रिसमस ट्री और 14000 गहनों से बहुत मंत्रमुग्ध कर देने वाली है।
  • 16) क्रिसमस समारोह से जुड़े मुख्य रंग लाल, सफेद, हरा, सोना, नीला और बैंगनी हैं।
  • 17) 24 दिसंबर क्रिसमस की पूर्व संध्या है और जब लोग मिडनाइट मास चर्च सर्विस में जाते हैं तो कई रीति-रिवाज और परंपराएं होती हैं।
  • 18) सदाबहार देवदार का पेड़ क्रिसमस ट्री की तरह दिन के समय आभूषणों, टिनसेल, उपहारों से सजाए जाने पर सुंदर दिखता है।
  • 19) कैंडलमास 02 फरवरी को क्रिसमस समारोह के 40 दिनों के अंत का प्रतीक है।
  • 20) लोग कैरोल गाते हैं, व्यंजनों का आनंद लेते हैं, उपहारों का आदान-प्रदान करते हैं, अपने घरों को सजाते हैं और यीशु को याद करते हैं, जिन्होंने लोगों को उनके पापों और दुखों से बचाया था।

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क्रिसमस के बारे में लघु निबंध (Short Essay About Christmas in Hindi)

“क्रिसमस हर साल 25 दिसंबर को मनाया जाता है। यह त्योहार ईसा मसीह – ईश्वर के मसीहा की जयंती के रूप में मनाया जाता है। हालांकि यह एक ईसाई त्योहार है, लेकिन विभिन्न समुदायों के लोग इसे बहुत उत्साह और उत्साह के साथ मनाते हैं।

क्रिसमस ट्री एक कृत्रिम देवदार का पेड़ है जिसे रोशनी, कृत्रिम सितारों, फूलों, खिलौनों और घंटियों से सजाया जाता है। सजावट पूरी होने पर यह सुंदर दिखता है। क्रिसमस के दौरान चर्चों को रोशनी से सजाया जाता है और त्योहारी सीजन की शुरुआत को चिह्नित करने के लिए लोग बाहर स्टार लालटेन लटकाते हैं। परिवार के सभी सदस्य एक साथ बैठकर ईसा मसीह की स्तुति में प्रार्थना करते हैं।

क्रिसमस के बारे में बच्चे विशेष रूप से उत्साहित हैं क्योंकि वे क्रिसमस की पूर्व संध्या और क्रिसमस के दिन के शुरुआती घंटों में सांता क्लॉज से मिलने और अपने घरों में उपहार लाने की उम्मीद करते हैं। उपहारों को क्रिसमस ट्री के नीचे रखा जाता है जिसे उपहार बक्से में लपेटा जाता है और क्रिसमस के दिन खोला जाता है।

बच्चे क्रिसमस कैरोल गाते हैं, जैसे “जिंगल बेल, जिंगल बेल, जिंगल ऑल द वे” और शुभ दिन का जश्न मनाते हुए विभिन्न स्किट करते हैं। क्रिसमस एक ऐसा त्योहार है जिसे सभी धर्मों और धर्मों के लोग प्यार करते हैं। यह हमें अपने परिवार और दोस्तों के साथ साझा करने, उपहारों का आदान-प्रदान करने और शांति और सद्भाव में रहने के महत्व की याद दिलाता है। ”

क्रिसमस पर निबंध 100 शब्द (Essay on Christmas 100 words in Hindi)

क्रिसमस हर साल 25 दिसंबर को मनाया जाता है और यह ईसाई समुदाय का सांस्कृतिक त्योहार है। यह मदर मैरी के लिए यीशु के जन्म का प्रतीक है। कहा जाता है कि जीसस का जन्म अस्तबल में हुआ था और वे एक अच्छे चरवाहे थे। यीशु का जीवन कठिनाइयों और बलिदानों में से एक था, और क्रिसमस का उद्देश्य इस तथ्य को स्वीकार करना है। क्रिसमस सभी देशों में एक सार्वजनिक अवकाश है और गैर-ईसाइयों द्वारा भी मनाया जाता है क्योंकि यह एक ऐसा त्योहार है जो सभी संस्कृतियों के लोगों को एकीकृत करता है। क्रिसमस समारोह का केंद्रीय विषय एक दूसरे के प्रति साझा करने, दया और सहानुभूति की भावना रखना है।

क्रिसमस पर निबंध 150 शब्द (Essay on Christmas 150 words in Hindi)

क्रिसमस ईसाइयों के लिए सबसे महत्वपूर्ण त्योहार है। यह पूरी दुनिया में घर में खुशी की भावना लाता है। क्रिसमस उस समय का है जब यीशु का जन्म मदर मैरी के एक छोटे से अस्तबल में हुआ था। यह त्योहार ईसा के इस दुनिया में आगमन के उपलक्ष्य में मनाया जाता है। ऐसा माना जाता है कि ईसा मसीह के जन्म की भविष्यवाणी पहले की गई थी। इसलिए यह त्योहार पारंपरिक ईसाइयों को प्रिय है। इसने अपने धर्म या समुदाय के बावजूद सभी लोगों के बीच व्यापक लोकप्रियता पाई है। यह वह समय होता है जब परिवार एक साथ मिलते हैं और एक दूसरे के लिए स्वादिष्ट खाना बनाते हैं। क्रिसमस ट्री क्रिसमस का एक बड़ा आकर्षण बिंदु है। लोग अपने घरों में क्रिसमस ट्री लगाते हैं और इसे घंटियों, गेंदों, चमक और सितारों से सजाते हैं। यह सब मीठे केक पकाने और उन्हें अपने प्रियजनों के साथ साझा करने के बारे में है।

क्रिसमस पर निबंध 200 शब्द (Essay on Christmas 200 words in Hindi)

रोमन कैलेंडर में शीतकालीन संक्रांति की तारीख यीशु के जन्म का प्रतीक है। यह आमतौर पर पूरे विश्व में 25 दिसंबर को मनाया जाता है। त्योहार हमें खुश रहने और खुश रहने के लिए प्रोत्साहित करता है। इसका एकमात्र उद्देश्य हमें यह सिखाना है कि प्रभु का प्रकाश हमेशा हमारी रक्षा करता है और हमें कभी भी आशा नहीं खोनी चाहिए। यीशु का जन्म उत्पीड़ित जनता के लिए आशा की किरण के रूप में हुआ था। यीशु के जन्म ने बहुत से लोगों के कष्टों का अंत देखा। यह वह समय होता है जब लोग अन्य सभी कामों को छोड़कर एक साथ मिलकर त्योहार को खुशी से मनाते हैं।

क्रिसमस के दौरान क्रिसमस ट्री को सजाना सबसे मजेदार गतिविधि है। यह क्रिसमस ट्री पर सुंदर ट्रिंकेट, घंटियां और आभूषण लगाकर किया जा सकता है। लोग उपहारों का आदान-प्रदान करते हैं, और कई माता-पिता अपने बच्चों को बताते हैं कि काल्पनिक सांता क्लॉज़ हर साल उनके लिए उपहार लाते हैं। बच्चों को एक-दूसरे की ज़रूरत में मदद करके साझा करना और दूसरों के प्रति सहानुभूति रखना सिखाया जाता है। गरीब और जरूरतमंद, जो क्रिसमस नहीं मना सकते, उनकी सहायता की जाती है, इसलिए वे इस तरह के एक अद्भुत त्योहार को याद नहीं करेंगे।

क्रिसमस पर निबंध 250 शब्द (Essay on Christmas 250 words in Hindi)

क्रिसमस 12 दिनों तक चलने वाले त्योहार की समाप्ति की घटना है। बहुत से लोग पिछली घटनाओं को नहीं जानते हैं और केवल मुख्य त्योहार पर ध्यान केंद्रित करते हैं। क्रिसमस के 12 दिन उपवास और तपस्या के बारे में हैं जो यीशु द्वारा झेली गई पीड़ा को याद करते हैं।

12-दिवसीय श्रृंखला का अंतिम दिन क्रिसमस के रूप में जाना जाता है और हर साल 25 दिसंबर को मनाया जाता है। यह रोमन कैलेंडर में शीतकालीन संक्रांति के दिन पड़ता है और वर्ष का सबसे काला दिन होता है। यीशु का जन्म आशा की किरण के रूप में आता है और आत्मज्ञान की ओर एक यात्रा की शुरुआत का प्रतीक है। क्रिसमस क्रिसमस ट्री को सजाने, परिवारों और दोस्तों के साथ खाने और ढेर सारी मस्ती करने के बारे में है। साझा करने के मूल मूल्य शुरू से ही बच्चों में पैदा होते हैं, और वे नैतिक मूल्यों की गहरी समझ रखना सीखते हैं।

क्रिसमस का उपयोग केवल मनोरंजन के लिए नहीं किया जाना चाहिए। यह समय है जब हमें उन लोगों की दुर्दशा के बारे में सोचना चाहिए जो हमसे कम भाग्यशाली हैं। यह वह समय है जब दुनिया भर में दान कार्य आयोजित किए जाते हैं, और उनसे उत्पन्न राजस्व का उपयोग गरीबों और जरूरतमंदों की भलाई के लिए किया जाता है। लोग इस समय का उपयोग अपने परिवार और दोस्तों के साथ एक स्वादिष्ट डिनर पर फिर से जुड़ने के लिए करते हैं; वे खेल खेलते हैं और उन्हें उपहार देते हैं। यह लोगों के बीच पारिवारिक संबंधों को बढ़ावा देता है और उन्हें खुश और हर्षित बनाता है।

क्रिसमस पर निबंध 300 शब्द (Essay on Christmas 300 words in Hindi)

क्रिसमस एक विशेष मौसम है जिसे हर साल ईसा मसीह के जन्म के उपलक्ष्य में मनाया जाता है। यह चारों ओर प्रेम, आनंद और शांति के मौसम को दर्शाता है। क्रिसमस की पूर्व संध्या बहुत खुशी और खुशी के साथ मनाई जाती है।

क्रिसमस हमें मानवता, दान और ज्ञान की याद दिलाता है। यह अनिवार्य रूप से हमें मानव जाति की सेवा करके और कम विशेषाधिकार प्राप्त लोगों की मदद करके अपने जीवन को बेहतर बनाने का अवसर देता है। यह हमें अपने प्रियजनों के साथ साझा करने, देने और समय बिताने के मूल्य की भी याद दिलाता है। यह त्योहार जीवन में सकारात्मकता और बुरी आदतों से दूर रहने का है।

इससे पहले क्रिसमस को ईसाइयों के त्योहार के रूप में मनाया जाता था। लेकिन अब, यह त्यौहार विश्व स्तर पर सभी धर्मों और संस्कृतियों द्वारा मनाया जाता है और विविधता में एकता का प्रतीक बन गया है। सर्दियों को अब क्रिसमस के मौसम के रूप में जाना जाता है और लोग हमेशा इस त्योहार का बड़े उत्साह और उत्साह के साथ स्वागत करने के लिए उत्सुक रहते हैं।

क्रिसमस की अपनी अनूठी परंपराएं और उत्सव हैं। क्रिसमस की पूर्व संध्या पर सजाया जा रहा क्रिसमस ट्री सबसे प्रसिद्ध है। यह परंपरा एक पीढ़ी से दूसरी पीढ़ी तक चली आ रही है और आज भी शाम का सबसे रोमांचक हिस्सा माना जाता है। माता-पिता और बच्चे मिलकर पेड़ को रोशनी, उपहार, मोजे, लघुचित्र और बहुत कुछ से सजाते हैं। बच्चे इस पल का आनंद लेते हैं और खूबसूरती से सजाए गए इस पेड़ के चारों ओर खेलते हैं। क्रिसमस के पेड़ के नीचे कई उपहार रखे जाते हैं और क्रिसमस की पूर्व संध्या पर खोले जाने चाहिए।

दूसरी ओर, स्कूल और चर्च क्रिसमस से हफ्तों पहले अपनी तैयारी शुरू कर देते हैं। छात्र क्रिसमस के दिन प्रदर्शन किए जाने वाले क्रिसमस कैरोल, गाने और कृत्यों की तैयारी करते हैं। ये आमतौर पर प्रभु यीशु की कहानियों पर आधारित होते हैं। साथ ही क्रिसमस के मौके पर चर्चों की अच्छी तरह से सफाई की जाती है। उन्हें मोमबत्तियों, बाइबिल की मूर्तियों, सितारों, रोशनी और बहुत कुछ से सजाया गया है। एक बार जब आप चर्च में प्रवेश करते हैं, तो आप महसूस कर सकते हैं कि यीशु की दिव्य उपस्थिति और चारों ओर सकारात्मकता है।

लोग क्रिसमस की पूर्व संध्या पर अलग-अलग व्यंजन तैयार करते हैं जिसमें कपकेक, मफिन, फ्रूट पंच, क्रीम रोल शामिल हैं और सूची जारी है। बच्चे भी सांता क्लॉज़ से मिलने के लिए उत्साहित महसूस करते हैं- एक बूढ़ा व्यक्ति जो लाल और सफेद पोशाक पहने हुए है और बच्चों को उपहार देता है और चारों ओर खुशियाँ बाँटता है।

इसलिए, क्रिसमस चारों ओर शांति और आनंद लाता है, यह हमें यीशु द्वारा किए गए बलिदानों की याद दिलाता है और हमें देखभाल और साझा करने के महत्व को समझने में मदद करता है। यह त्योहार सभी धर्मों को एकजुट करता है और चारों ओर जोश प्रदर्शित करता है।

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क्रिसमस पर निबंध 500 शब्द (Essay on Christmas 500 words in Hindi)

क्रिसमस दिसंबर में स्थापित एक प्रसिद्ध ईसाई अवकाश है, जिसे दुनिया भर में मनाया जाता है और इसकी सजावट और सांता क्लॉज के लिए प्रसिद्ध है। क्रिसमस का अर्थ है “मसीह का पर्व”। यह यीशु मसीह के जन्म को चिह्नित करने वाला एक वार्षिक उत्सव है; यह 25 दिसंबर को दुनिया भर में बहुत सारे लोगों के बीच एक सांस्कृतिक और धार्मिक उत्सव के रूप में मनाया जाता है। क्रिसमस सभी ईसाई देशों में मनाया जाता है लेकिन प्रत्येक देश में इस तिथि को मनाने के तरीके में मतभेद हैं।

क्रिसमस के पीछे का इतिहास

क्रिसमस का इतिहास बहुत पुराना है; पहला क्रिसमस 336 ई. में रोम में मनाया गया था। 300 के दशक में हुए प्रसिद्ध एरियन विवाद के दौरान इसने बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। मध्य युग के प्रारंभिक वर्षों के दौरान, एपिफेनी ने इसकी देखरेख की।

क्रिसमस को लगभग 800 ईस्वी में फिर से सुर्खियों में लाया गया जब सम्राट शारलेमेन को क्रिसमस के दिन ताज मिला। 17वीं शताब्दी के दौरान, प्यूरिटन्स ने क्रिसमस पर प्रतिबंध लगा दिया था क्योंकि यह नशे और अन्य अन्य दुर्व्यवहारों से जुड़ा था।

इसे 1660 के आसपास एक उचित अवकाश बना दिया गया था लेकिन फिर भी यह काफी विवादित था। 1900 की शुरुआत के आसपास, एंग्लिकन कम्युनियन चर्च का ऑक्सफोर्ड आंदोलन शुरू हुआ और इससे क्रिसमस का पुनरुद्धार हुआ।

क्रिसमस की तैयारी

क्रिसमस एक सांस्कृतिक उत्सव है जिसमें बहुत सारी तैयारियां होती हैं। यह एक सार्वजनिक अवकाश है और इसलिए लोगों को इसे मनाने के लिए क्रिसमस का अवकाश मिलता है।

क्रिसमस की तैयारी ज्यादातर लोगों के लिए जल्दी शुरू हो जाती है ताकि क्रिसमस की पूर्व संध्या पर जश्न शुरू हो जाए। क्रिसमस की तैयारियों में बहुत सारी गतिविधियाँ शामिल होती हैं। लोग आमतौर पर परिवार और दोस्तों के बच्चों के लिए सजावट, भोजन और उपहार खरीदते हैं। कुछ परिवार सभी के लिए मैचिंग क्रिसमस आउटफिट की खरीदारी करते हैं।

आम तैयारियों में क्रिसमस ट्री, लाइटिंग के साथ जगह की सजावट शामिल है। सजावट शुरू करने से पहले, घर को गहराई से साफ करना चाहिए। क्रिसमस ट्री घरों में क्रिसमस की भावना लाता है।

उपहारों को क्रिसमस ट्री के नीचे लपेटे हुए उपहार बक्से में रखा जाता है और क्रिसमस के दिन तक नहीं खोला जाना चाहिए। विशेष आयोजन के लिए चर्च को भी सजाया गया है। क्रिसमस की शुरुआत के लिए चर्चों की पूरी सफाई भी की जाती है। क्रिसमस के दिन गाने और स्किट का प्रदर्शन किया जाएगा।

लोग आमतौर पर क्रिसमस पर बहुत अधिक खर्च करते हैं और इसलिए इन योजनाओं के लिए पैसे बचाना इन सभी के बीच सबसे पहले की तैयारी होनी चाहिए। परिवार भी इस उत्सव की अवधि के दौरान एक साथ रहने के लिए यात्रा करने की योजना बनाते हैं। परंपरागत रूप से टर्की इस दिन दुनिया भर में आम भोजन है। दोस्तों और परिवार को एक खुश छुट्टी की कामना करने और प्यार दिखाने के लिए कार्ड भी लिखे जाते हैं।

क्रिसमस दिवस समारोह

दिन को चिह्नित करने के लिए रेडियो और टेलीविजन पर क्रिसमस कैरोल बजाए जाते हैं। अधिकांश परिवार चर्च जाने से शुरू करते हैं जहां प्रदर्शन और गाने किए जाते हैं। फिर बाद में, वे उपहारों का आदान-प्रदान करने और भोजन और संगीत के साथ जश्न मनाने के लिए अपने परिवारों में शामिल हो जाते हैं। क्रिसमस के दौरान खुशी किसी और की तरह नहीं है।

क्रिसमस पर घर का बना पारंपरिक प्लम केक, कपकेक और मफिन विशेष व्यंजन हैं। बच्चों को ढेर सारे उपहार और नए कपड़े पहनाए जाते हैं। वे ‘सांता क्लॉज़’ से भी मिलते हैं, जो एक लाल और सफेद पोशाक पहने हुए हैं, जो उन्हें गले लगाकर और उपहारों के साथ स्वागत करते हैं।

क्रिसमस हमें मित्रों और परिवार के साथ देने और साझा करने के महत्व की याद दिलाता है। क्रिसमस के माध्यम से, हम जानते हैं कि यीशु का जन्म दुनिया में महान चीजों की शुरुआत है। यह आम तौर पर प्रकृति और हमारे अस्तित्व के कारण के बारे में सोचने का अवसर है। क्रिसमस एक ऐसा त्योहार है जिसे सभी धर्मों और आस्थाओं के लोग ईसाई त्योहार होने के बावजूद दुनिया भर में मनाते हैं। यह इस त्योहार का सार है जो लोगों को इतना जोड़ता है।

क्रिसमस पर अनुच्छेद पर अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQs)

क्रिसमस के 12 दिन कब होते हैं.

क्रिसमस के 12 दिन क्रिसमस के दिन (25 दिसंबर) से शुरू होते हैं और प्रकाशितवाक्य की पारंपरिक तिथि से एक रात पहले 5 जनवरी को समाप्त होते हैं।

“लिटिल क्रिसमस” क्या है?

लिटिल क्रिसमस, जिसे अन्यथा ओल्ड क्रिसमस कहा जाता है, 6 जनवरी के लिए आयरिश ईसाइयों और अमीश ईसाइयों के बीच पारंपरिक नामों में से एक है, जिसे क्राइस्टमास्टाइड के बारह दिनों के अंत के बाद जोड़ा और मनाया जाता है।

क्रिसमस 25 दिसंबर को ही क्यों मनाया जाता है?

क्रिसमस ईसा मसीह के परिचय को याद करने के लिए मनाया जाता है, क्योंकि ईसाइयों को भगवान के बच्चे के रूप में स्वीकार किया जाता है। क्रिसमस का नाम मास ऑफ क्राइस्ट से आया है। यह याद करने के लिए एक सामूहिक सेवा का आयोजन किया जाता है कि प्रभु यीशु हम मनुष्यों के कारण मरे और फिर जीवित हो गए।

क्रिसमस की शुरुआत सबसे पहले कहाँ हुई थी?

क्रिसमस या क्राइस्ट का त्योहार पहली बार 336 में रोम में शुरू हुआ था, लेकिन यह 9वीं शताब्दी के अंत में एक लोकप्रिय ईसाई त्योहार बन गया।

क्रिसमस पर निबंध Christmas Essay in Hindi

क्रिसमस पर निबंध Christmas Essay in Hindi

इस आर्टिकल में आप क्रिसमस पर निबंध (Christmas Essay in Hindi) पढ़ सकते हैं। साथ ही इस लेख में हमने क्रिसमस की कहानी, इतिहास और इसके महत्व के विषय में भी लिखा है। यह निबंध हमने 800 शब्दों में स्कूल और कॉलेज के बच्चों के लिए लिखा है।

आईये शुरू करते हैं – क्रिसमस पर निबंध Christmas Essay in Hindi …

Table of Contents

प्रस्तावना (क्रिसमस पर निबंध Christmas Essay in Hindi)

क्रिसमस विश्वभर में मनाया जाने वाला एक महान पर्व है। यह त्यौहार मुख्य रूप से इसाई धर्म के लोगों द्वारा हर साल दुनिया में कई जगहों पर धूमधाम से मनाया जाता है। यह प्रतिवर्ष 25 दिसंबर को मनाया जाता है। आईये जानते हैं इस त्यौहार का महत्व क्या है और इसको मनाते क्यों है – इसका इतिहास।

क्रिसमस का महत्व Importance of Christmas in Hindi

यह त्यौहार यीशु मसीह के जन्म अवसर पर मनाया जाता है। इस संसार में यीशु मसीह के जन्म को बड़ी पवित्रता और आस्था के साथ मनाया जाता है। लोकप्रिय रीति-रिवाज़ों में उपहारों का आदान-प्रदान, क्रिसमस के पेड़ों को सजाना, चर्च में भाग लेना, एक साथ परिवार के साथ मिलजुल कर भोजन करना तथा सैंटा क्लॉस के आने का इंतजार करना, यह सब इस दिन किया जाता है। 

इस दिन श्रद्धालु ईसा मसीह के पुनर्जन्म के शुभ कामना करते हैं। मसीह का जन्म बेथलहम शहर में स्थित एक गौशाला में हुआ था। उनकी मां का नाम मरियम और पिता का नाम जोसेफ था। लोगों का ऐसा मानना है कि मानव जाति को बचाने के लिए परमात्मा, ईसा मसीह के रूप में पृथ्वी पर आए थे।

पढ़ें: नव वर्ष पर निबंध Happy New Year Essay in Hindi

क्रिसमस का इतिहास व कहानी History of Christmas in Hindi

जैसे कि हमने आपको बताया कि क्रिसमस का उत्सव भगवान ईसा मसीह के जन्म दिवस के दिन मनाया जाता है।  क्रिसमस के इतिहास को ईसा मसीह के जन्म की कहानी भी माना जाता है।

कई हजारों साल पहले की बात है नासरत शहर में मरियम नाम की एक महिला रहते थे।ईश्वर ने उस महिला को पवित्र माना और उसके गर्भ से जन्म लेने के लिए उसे चुना। इसलिए ईश्वर ने गैबरियल नामक अपने स्वर्ग दूध को उस कुमारी लड़की मरियम को दर्शन देने के लिए भेजा।

एक दिन मरियम को स्वर्ग दूत गैब्रियल ने अपने दर्शन दिए और उसे बताया कि ईश्वर पुत्र के रूप में उसके गर्भ से जन्म लेंगे। यह सुनकर मरियम चिंता में पड़ गई क्योंकि अभी तक उसका विवाह नहीं हुआ था। जब इसके विषय में मरियम ने गैबरियल से पूछा तो गैबरियल ने बताया ईश्वरीय शक्ति से वह गर्भवती बनेगी और उस पुत्र को जन्म देगी।

मरियम के मंगेतर का नाम युसूफ था। जब यूसुफ को पता चला कि उसकी मंगेतर गर्भवती है तो उसने उससे विवाह करने से मना कर दिया। तभी स्वर्ग दूत गैबरियल ने यूसुफ को सारी बात बताई। जब यूसुफ को सही बात का पता चला तो वह मान गया और उसने मरियम से विवाह कर लिया। 

उस समय नासरत नगर, रोमन साम्राज्य का हिस्सा था। जब मरियम का गर्भावस्था का अंतिम समय चल रहा था तब रोमन राज्य की जनगणना का समय आ गया, तब रोमन राज्य के नियमों के चलते यूसुफ भी अपनी पत्नी को लेकर बेथलेहेम शहर को चला गया। उसी समय मरियम को प्रसव पीड़ा होने लगी और किसी भी जगह में ठहरने के लिए जगह ना मिली। 

वह दोनों एक अस्तबल में चले गए, उसी अस्तबल में मरियम ने शिशु को जन्म दिया। उसके बाद उन्होंने शिशु को कपड़े में लपेट दिया और घास से बने चरनी में लिटा दिया। उसके बाद अचानक ही कई स्वर्गदूत आ गए और परमेश्वर ईसामसीह की जयजयकार करने लगे।

क्रिसमस उत्सव की तैयारी Celebration of Christmas Festival

  • लगभग 1 महीने पहले से ही क्रिश्चियन लोग इस त्यौहार की तैयारी शुरू कर देते हैं। इस खुशी में लोग अपने घरों को रंग बिरंगी लाइटों से सजाते हैं। नए-नए कपड़े खरीदते हैं। इस दिन गिरजा घरों को सजाया जाता है।
  • ठीक रात 12:00 बजे गिरजा घरों में प्रार्थना शुरू हो जाती है। इस से 12 दिन के उत्सव क्रिसमस टाइम की भी शुरुआत होती है। क्रिसमस के उत्सव पर लोग अपने दोस्त यारों और रिश्तेदारों को आमंत्रित करते हैं और साथ मिलकर जश्न मनाते हैं।

क्रिसमस दिवस के लिए आंगन में क्रिसमस ट्री को सजाया जाता है। एक्स-मास ट्री में चॉकलेट, गुब्बारे, डॉल, गिफ्ट आदि लगा कर सजाते हैं। इस दिन लोग एक दूसरे को केक बधाई पत्र आदि उपहार देते हैं।

क्रिसमस डे के दिन रात्रि के समय सैंटा क्लॉस बच्चों को गिफ्ट बांटते हैं तथा मोमबत्ती जलाकर यीशु मसीह से प्रार्थना करते हैं। इस तरह से लोग क्रिसमस का त्यौहार बहुत ही धूमधाम से मनाते हैं। क्रिसमस के दिन लोगों का मुख्य मिठाई ‘केक’ होता है। भारत में भी इस त्यौहार को सभी धर्म के लोग खुशियों के साथ मनाते हैं।

क्रिसमस गीत व कविता Christmas Song and Poem in Hindi

  • ठंडी ठंडी हवाओं में कोई मेरी क्रिसमस गाता है। हर बार वह थैला भरकर हो गिफ्ट लेकर आता है। मां हमसे कहती है वह बच्चों से प्यार है करता, हरे भरे क्रिसमस ट्री को वह सुंदर सजा के देता, दिसंबर 25 को आता वो, संता-संता कहलाता वो।
  • क्रिसमस आया क्रिसमस आया बच्चों का है मन ललचाया। सैंटा क्लॉस आएंगे नए खिलौने लाएंगे। सैंटा क्लॉस में दी आवाज एनी आओ, पेनी आओ, जॉनी आओ, जॉन आओ। यीशु की याद का दिन है बच्चों के प्यार का दिन है।
  • जिंगल बेल बज रहे हैं साल खत्म हो रहा है उससे पहले 25 दिसंबर, क्रिसमस आ रहा है, क्रिसमस आ रहा है।

क्रिसमस ट्री कुछ खास बातें Some Important facts about Christmas Tree

सदाबहार क्रिसमस पेड़ सर्दियों के बीच में जीवन का एक प्राचीन प्रतीक था। लेकिन इस पेड़ का इस्तेमाल सबसे पहले कहां किया गया यह बात किसी को पता नहीं है, लेकिन ऐसा माना जाता है कि कई हज़ार वर्ष पहले उत्तरी यूरोप में इसकी शुरुआत हुई थी। कहा जाता है कि शुरुआत में क्रिसमस ट्री का उपयोग क्षत्रियों के झूमर में तथा रोशनी के हुक से उल्टा लटकाया जाता था। 

रोमन लोग सर्दियों में सदाबहार शाखाओं को अपने घरों में सजाने के लिए इस्तेमाल करते थे उत्तरी यूरोप में सदाबहार पेड़ों को काटा और और क्रिसमस के समयओं के दौरान उसे अपने घरों के अंदर अपने बक्सों में लगाया। दूसरी मान्यता के अनुसार जब यीशु मसीह का जन्म हुआ था तब बहुत तेज सर्दी थी और बर्फ बारी की वजह से दुनिया भर के पेड़ों से पत्तियां गिर गई थी और इन पेड़ों ने नई हरी पत्तियों को जन्म दिया।

क्रिसमस ट्री का प्रतीकात्मक रूप क्या है? What Does the Christmas Tree Symbolize?

मूर्तिपूजक संस्कृति में क्रिसमस के पेड़ का सदाबहार हिस्से को जीवन पुनर्जन्म और सहनशक्ति का प्रतिनिधि करता है, जो कि सर्दियों के मौसम में जीने के लिए अति आवश्यक है। यह माना जाता है कि सर्दी के महीने में बुरी आत्माएं अपनी अपनी मजबूत स्थिति में होती हैं इस दौरान इस पेड़ का उपयोग कर अंधेरे युक्त सबसे ठंडी स्थिति को हल्का करना सकारात्मक स्थिति को और बुरी आत्माओं को दूर करना था।

क्रिसमस ट्री को क्यों सजाया जाता है? Why is the Christmas tree decorated?

क्रिसमस के पेड़ों को सजाने का शुरुआत उस समय से हुई जब लोग सर्दी में उन पेड़ों को सजाने के लिए इस्तेमाल करते थे जिनके पत्ते नहीं होते थे। उनका मानना था जब पेड़ों से पत्तियां गिर जाते हैं तब पेड़ों की आत्माएं उसे छोड़ देती है।

इसलिए लोगों ने क्रिसमस ट्री को गहनों के साथ सजाने और पवित्र आत्माओं को आकर्षित करने के लिए इस सुंदर दिखाने का फैसला किया। क्रिसमस ट्री इतना पवित्र है कि हर साल इसे अमरीका में काफी पवित्र माना जाता है। नेशनल क्रिसमस ट्री एसोसिएशन के अनुसार हर साल अमरीका प्रतिवर्ष 25-30 मिलियन से ज्यादा मात्रा में क्रिसमस के पेड़ बिक जाते हैं।

क्रिसमस पर 10 वाक्य Few Lines on Christmas in Hindi

  • क्रिसमस विश्वभर में इसाई धर्म के लोगों द्वारा मनाया जाने वाला एक महान पर्व है।
  • यह त्यौहार मुख्य रूप से इसाई धर्म के लोगों द्वारा हर साल दुनिया में कई जगहों पर धूमधाम से मनाया जाता है।
  • यह प्रतिवर्ष 25 दिसंबर को मनाया जाता है। 
  • यह त्यौहार यीशु मसीह के जन्म अवसर पर मनाया जाता है। इस संसार में यीशु मसीह के जन्म को बड़ी पवित्रता और आस्था के साथ मनाया जाता है।
  • लोकप्रिय रीति-रिवाज़ों में उपहारों का आदान-प्रदान, क्रिसमस के पेड़ों को सजाना, चर्च में भाग लेना, एक साथ परिवार के साथ मिलजुल कर भोजन करना तथा सैंटा क्लॉस के आने का इंतजार करना, यह सब इस दिन किया जाता है। 
  • इस दिन श्रद्धालु ईसा मसीह के पुनर्जन्म के शुभ कामना करते हैं। 
  • इसामसीह का जन्म बेथलहम शहर में स्थित एक गौशाला में हुआ था। उनकी मां का नाम मरियम और पिता का नाम युसूफ था।
  • लोगों का ऐसा मानना है कि मानव जाति को बचाने के लिए परमात्मा, ईसा मसीह के रूप में पृथ्वी पर आए थे।

उपसंहार Conclusion

क्रिसमस का यह त्यौहार क्रिश्चन लोगों का है लेकिन सभी धर्मों के लोग इस त्योहार का आनंद उठाते हैं। क्रिसमस का यह त्यौहार पूरे विश्व में हर्ष और उल्लास के साथ मनाया जाता है। इस दिन लोग प्रभु ईसा मसीह के सामने अपनी गलतियों के लिए क्षमा याचना और प्रार्थना करते हैं। आशा करते हैं आपको क्रिसमस पर यह निबंध (Christmas Essay in Hindi) अच्छा लगा होगा।

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Christmas Essay in Hindi: जानिए क्रिसमस पर परीक्षाओं में पूछे जाने वाले निबंध

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  • Updated on  
  • दिसम्बर 4, 2023

Christmas Essay in Hindi

क्रिसमस मुख्य रूप से एक ईसाई त्योहार है, जो यीशु मसीह के जन्म के जश्न के रूप में मनाया जाता है। बाइबिल में वर्णित क्रिसमस की कहानी, ईसाइयों के लिए क्रिसमस समारोह का एक केंद्रीय हिस्सा है। सदियों से, क्रिसमस विभिन्न संस्कृतियों में गहराई से रच-बस गया है। कई देशों ने, यहां तक कि अल्पसंख्यक ईसाई आबादी वाले देशों ने भी क्रिसमस परंपराओं को अपनाया है, जैसे उपहार देना, पेड़ों को सजाना और उत्सव के भोजन। इस बारे में जानकारी प्रदान करने के लिए कई बार विद्यार्थियों को क्रिसमस पर निबंध तैयार करने को दिया जाता है। Christmas Essay in Hindi के बारे में जानने के लिए इस ब्लॉग को अंत तक पढ़ें। 

This Blog Includes:

क्रिसमस पर निबंध सैंपल 1, क्रिसमस पर निबंध सैंपल 2, क्रिसमस के पीछे का इतिहास, क्रिसमस की तैयारी, क्रिसमस के दिन का उत्सव, क्रिसमस पर 10 लाइन्स.

क्रिसमस प्रत्येक वर्ष 25 दिसंबर को मनाया जाने वाला एक विशेष दिन है। यह ईसाइयों के लिए एक सांस्कृतिक त्योहार है, जो मदर मैरी से यीशु के जन्म का प्रतीक है। यीशु का जन्म एक अस्तबल में हुआ था और बाद में वह एक अच्छे चरवाहे के रूप में जाने गए। क्रिसमस पर कई देशों में सार्वजनिक अवकाश होता है और केवल ईसाई ही नहीं बल्कि विभिन्न संस्कृतियों के लोग भी इस उत्सव में शामिल होते हैं। क्रिसमस के पीछे मुख्य विचार यीशु के जीवन की चुनौतियों और बलिदानों को याद करना है। यह लोगों के बीच आपसी तालमेल, दयालुता और समझ, एकजुटता की भावना को बढ़ावा देने का समय है।

Christmas Essay In Hindi पर सैंपल 2 नीचे दिया गया है-

रोमन कैलेंडर का शीतकालीन संक्रांति, 25 दिसंबर के आसपास होता है, जब हम दुनिया भर में यीशु के जन्म का जश्न मनाते हैं। यह त्यौहार खुशी से मनाया जाता है, जो हमें याद दिलाता है कि प्रभु का आशीर्वाद हमेशा हमारे साथ है। यीशु का जन्म उन लोगों के लिए आशा लाने के लिए हुआ था जो पीड़ित थे। उनके जन्म से कई लोगों की मुश्किलें खत्म हो गईं।  क्रिसमस के दौरान, हर कोई अन्य गतिविधियों को छोड़कर जश्न मनाने के लिए एक साथ आता है।

क्रिसमस के दौरान क्रिसमस ट्री को सजाना सबसे रोमांचक हिस्सा है।  लोग इसे सुंदर आभूषणों, घंटियों और आभूषणों से सजाते हैं। उपहारों का आदान-प्रदान एक आम परंपरा है और बच्चों को अक्सर बताया जाता है कि सांता क्लॉज़ उनके लिए उपहार लाते हैं। क्रिसमस बच्चों को जरूरतमंद लोगों की मदद करके साझा करना और दयालु होना सिखाता है। लोग कम सामर्थ्य वाले लोगों की भी सहायता करते हैं, यह सुनिश्चित करते हुए कि हर कोई इस अद्भुत त्योहार का आनंद ले सके।

क्रिसमस पर निबंध सैंपल 3

Christmas Essay In Hindi सैंपल 3 नीचे दिया गया है:

क्रिसमस एक प्रसिद्ध ईसाई त्यौहार है जो दिसंबर में होता है और विश्व स्तर पर मनाया जाता है। यह सजावट और सांता क्लॉज़ के लिए जाना जाता है। “क्रिसमस” शब्द का अर्थ है “ईसा मसीह का पर्व।” लोग हर साल 25 दिसंबर को ईसा मसीह के जन्म का जश्न मनाने के लिए इसे मनाते हैं।  यह दुनिया भर की कई संस्कृतियों के लिए एक बड़ी बात है। जबकि क्रिसमस सभी ईसाई देशों में मनाया जाता है, प्रत्येक देश का इस विशेष दिन को मनाने का अपना तरीका होता है।

क्रिसमस का इतिहास बहुत पुराना है तथा इसने कई उतार चढ़ाव देखे हैं। रोम में पहला उत्सव 336 ई. के आसपास हुआ था। यह 300 के दशक में एरियन विवाद के दौरान महत्वपूर्ण हो गया। हालाँकि, प्रारंभिक मध्य युग में, एपिफेनी ने क्रिसमस पर रोक लगा दी थी।

लगभग 800 ई. में, क्रिसमस का महत्व फिर से बढ़ गया जब क्रिसमस के दिन सम्राट शारलेमेन को ताज पहनाया गया। 17वीं शताब्दी में, प्यूरिटन लोगों ने दुर्व्यवहार से जुड़े होने के कारण क्रिसमस पर प्रतिबंध लगा दिया।

वर्ष 1660 के आसपास क्रिसमस एक आधिकारिक अवकाश बन गया, फिर भी कई लोगों के लिए इसका आदर करना कठिन था। फिर बाद में 1900 के दशक की शुरुआत में, एंग्लिकन कम्युनियन चर्च के भीतर ऑक्सफोर्ड आंदोलन ने क्रिसमस के पुनरुद्धार में योगदान दिया।

क्रिसमस एक उत्सव का समय है जिसमें बहुत सारी तैयारियाँ शामिल होती हैं।  यह सार्वजनिक अवकाश है, इसलिए लोगों को जश्न मनाने के लिए छुट्टी मिल जाती है।

लोग क्रिसमस की तैयारी जल्दी से शुरू कर देते हैं, इसलिए उत्सव क्रिसमस की एक दिन पहले शाम पर शुरू हो जाता है, इसे क्रिसमस इव कहा जाता है।  तैयार होने में सजावट, भोजन और उपहार खरीदना शामिल है, खासकर बच्चों और दोस्तों के लिए।  कुछ परिवारों को सभी के लिए मैचिंग पोशाकें भी मिलती हैं।

सामान्य तैयारियों में घर को क्रिसमस ट्री और रोशनी से सजाना शामिल है। सजावट करने से पहले घर की अच्छे से सफाई की जाती है। क्रिसमस ट्री इस त्यौहार की सजावट का एक विशेष हिस्सा है।

उपहारों को क्रिसमस ट्री के नीचे लपेटे हुए बक्सों में रखा जाता है। वे उपहार क्रिसमस के दिन तक उसी के नीचे रहते हैं। बड़े आयोजन के लिए चर्चों को भी सजाया जाता है और उनकी सफ़ाई भी की जाती है। क्रिसमस के दिन के लिए गाने और प्रदर्शन की योजना बनाई गई है।

लोग अक्सर क्रिसमस पर बहुत सारा पैसा खर्च करते हैं, इसलिए बचत करना तैयारियों का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है।  इस दौरान परिवार साथ रहने के लिए यात्रा की योजना भी बनाते हैं। लोग अपने दोस्तों और परिवार को छुट्टियों की शुभकामनाएं देने और प्यार दिखाने के लिए भी कार्ड लिखते हैं।

क्रिसमस के दौरान, आप अक्सर रेडियो और टीवी पर क्रिसमस कैरोल सुनते हैं। कई परिवार चर्च जाकर प्रेयर करते हैं और गीतों का आनंद लेना शुरू करते हैं।  उसके बाद वे एक दूसरे के लिए लाए उपहारों का आदान-प्रदान करने और स्वादिष्ट भोजन और संगीत के साथ उत्सव को मनाने के लिए अपने परिवारों के साथ इकट्ठा होते हैं।  क्रिसमस के दौरान का आनंद सचमुच अनोखा होता है।

क्रिसमस के दिन पारंपरिक प्लम केक, कपकेक और मफिन जैसे विशेष घरेलू व्यंजनों का आनंद लिया जाता है।  बच्चों को ढेर सारे उपहार और नए कपड़े मिलते हैं।  उन्हें ‘सांता क्लॉज़’ जैसे लाल और सफेद रंग की पोशाक पहने किसी व्यक्ति से भी मिलने का मौका मिलता है, जो गले लगाकर और उपहार देकर उनका स्वागत करता है।

क्रिसमस हमें देने और अपने दोस्तों और परिवार के साथ खुशी भरा समय बिताने के मौका देता है।  यह हमें याद दिलाता है कि यीशु के जन्म से दुनिया में कुछ अद्भुत चीज़ की शुरुआत हुई।  इस दिन लोग अपने जीवन के उद्देश्य पर विचार करते हैं और यह ईश्वर के दिए उपहारों सराहना करने का समय है।  भले ही क्रिसमस मूल रूप से एक ईसाई त्योहार है, फिर भी दुनिया भर में सभी धर्मों के लोग इसे मनाते हैं।  क्रिसमस की भावना ही सभी को एक साथ लाती है।

Christmas Essay In Hindi जानने के बाद अब क्रिसमस पर 10 लाइन्स जान लेते हैं, जो नीचे दी गई हैं-

  • क्रिसमस ईसा मसीह के जन्म के सम्मान में 25 दिसंबर को क्रिसमस मनाया जाता है।
  • यह खुशी, प्यार और परिवार और दोस्तों के साथ आनंद लेने का समय है।
  • क्रिसमस पर पेड़ों को रोशनी और गहनों से सजाने की परंपरा सदियों पुरानी है।
  • सांता क्लॉज़ क्रिसमस से जुड़ा एक प्रिय व्यक्ति है, जो दुनिया भर के बच्चों के लिए उपहार लाता है।
  • छुट्टियों की खुशियाँ फैलाने के लिए क्रिसमस पर प्रेयर और उत्सव गीत गाए जाते हैं।
  • इस मौसम में कई लोग प्यार और उदारता के प्रतीक के रूप में उपहारों का आदान-प्रदान करते हैं।
  • क्रिसमस की दावत में अक्सर पारंपरिक व्यंजन जैसे रोस्ट टर्की, हैम और उत्सव की मिठाइयाँ शामिल होती हैं।
  • क्रिसमस की पूर्व संध्या पर परिवार अक्सर आधी रात की चर्च सेवाओं में शामिल होते हैं, जिन्हें मिडनाइट मास के रूप में जाना जाता है।
  • कई संस्कृतियों में, छुट्टियों के मौसम को रंगीन सजावट और चमचमाती रोशनी से चिह्नित किया जाता है।
  • क्रिसमस की भावना दया, करुणा और देने की खुशी के बारे में है।

क्रिसमस 25 दिसंबर को ईसा मसीह के जन्म के उपलक्ष्य में मनाया जाता है। हालाँकि यीशु के जन्म की सही तारीख ज्ञात नहीं है, 25 दिसंबर को प्रारंभिक ईसाइयों द्वारा सैटर्नलिया के रोमन त्योहार के साथ मेल खाने के लिए चुना गया था।

क्रिसमस ट्री सर्दियों के मौसम में जीवन और प्रकाश का प्रतीक है। इसकी उत्पत्ति जर्मनिक बुतपरस्त परंपराओं में हुई है और बाद में ईसा मसीह के माध्यम से जीवन के प्रतिनिधित्व के रूप में ईसाइयों द्वारा इसे अपनाया गया था।

क्रिसमस पर उपहारों के आदान-प्रदान की परंपरा बाइबिल की उस कहानी से प्रेरित है जिसमें तीन बुद्धिमान व्यक्ति शिशु यीशु के लिए उपहार लाते हैं। यह छुट्टियों के मौसम में लोगों के लिए प्यार और उदारता व्यक्त करने का एक तरीका बन गया है

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देवांग मैत्रे

स्टडी अब्रॉड फील्ड के हिंदी एडिटर देवांग मैत्रे को कंटेंट और एडिटिंग में आधिकारिक तौर पर 6 वर्षों से ऊपर का अनुभव है। वह पूर्व में पोलिटिकल एडिटर-रणनीतिकार, एसोसिएट प्रोड्यूसर और कंटेंट राइटर रह चुके हैं। पत्रकारिता से अलग इन्हें अन्य क्षेत्रों में भी काम करने का अनुभव है। देवांग को काम से अलग आप नियो-नोयर फिल्म्स, सीरीज व ट्विटर पर गंभीर चिंतन करते हुए ढूंढ सकते हैं।

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क्रिसमस दिवस पर निबंध: Christmas Essay in Hindi - छोटी पंक्तियाँ और लंबे निबंध पैराग्राफ

क्रिसमस दिवस पर निबंध: यहां क्रिसमस दिवस पर निबंधों में क्रिसमस के महत्व और आनंद का अन्वेषण करें। परंपराओं, उत्सवों और शाश्वत भावना की खोज करें।.

Atul Rawal

क्रिसमस पर 10 पंक्तियाँ

  • क्रिसमस ईसा मसीह के जन्म का जश्न मनाने का अवसर है, जिन्हें ईसाई ईश्वर का पुत्र और मानवता का उद्धारकर्ता मानते हैं।
  • क्रिसमस, अन्य त्योहारों की तरह, प्यार, गर्मजोशी, हँसी और एकजुटता के क्षणों का जश्न मनाने का एक आनंदमय समय है।
  • क्रिसमस को लोग अपने अनोखे अंदाज में मनाते हैं, लेकिन घरों और सड़कों को जगमगाती रोशनी से सजाना एक आम परंपरा है जिसे हर कोई निभाना पसंद करता है।
  • उपहारों का आदान-प्रदान एक और परंपरा है जिसका पालन लोग क्रिसमस पर अपने प्यार और कृतज्ञता व्यक्त करने के लिए करते हैं।
  • यह एक ऐसा अवसर है जो लोगों को एक साथ लाता है, समुदायों और संस्कृतियों के बीच एकता और एकजुटता की भावना को बढ़ावा देता है।
  • क्रिसमस स्वादिष्ट दावतों का पर्याय है, जिसमें रोस्ट टर्की, जिंजरब्रेड कुकीज़ और एग्नॉग जैसे उत्सव के व्यंजन शामिल हैं।
  • परिवार जश्न मनाने के लिए एक साथ आते हैं और भोजन से भरी मेज पर शानदार पल बिताते हैं जो यादें बनाने के लिए एक कैनवास के रूप में काम करते हैं।
  • क्रिसमस लोगों को दयालुता, दान और स्वयंसेवा के कार्यों में शामिल होकर खुशी और सद्भावना फैलाने के लिए प्रोत्साहित करता है।
  • शिक्षक, माता-पिता और बुजुर्ग छात्रों को इस अवसर के महत्व के बारे में बताते हैं और उन्हें कार्यक्रमों में भाग लेने के लिए प्रोत्साहित करते हैं।
  • यह धार्मिक और सांस्कृतिक सीमाओं से परे, दुनिया भर में मनाया जाने वाला एक वैश्विक अवसर है।
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क्रिसमस दिवस पर 150 शब्दों में निबंध

क्रिसमस अद्वितीय और महत्वपूर्ण धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व वाला एक खुशी का अवसर है। ईसाई धर्म में पूज्य ईसा मसीह के जन्म के उपलक्ष्य में हर साल 25 दिसंबर 2023 को यह दिन मनाया जाता है। ईसाई यीशु को ईश्वर का पुत्र और मानवता का उद्धारकर्ता मानते हैं। क्रिसमस क्रिसमस की कहानी पर चिंतन करने, प्यार फैलाने, बंधनों को मजबूत करने और सद्भावना फैलाने का समय है।

अपनी धार्मिक जड़ों से परे, क्रिसमस एक वैश्विक सांस्कृतिक त्योहार के रूप में विकसित हुआ है। घरों और सड़कों को सजाना, उपहारों का आदान-प्रदान करना, पारिवारिक समारोह आयोजित करना और पारंपरिक भोजन बनाना कुछ ऐसी चीजें हैं जो लोग क्रिसमस पर करते हैं।

300 शब्दों में क्रिसमस उत्सव पर निबंध

क्रिसमस विश्व स्तर पर मनाया जाने वाला त्यौहार है। यह धार्मिक श्रद्धा और सांस्कृतिक उत्सव का मिश्रण है। क्रिसमस मनाने के कारणों की बात करें तो ईसाइयों की मान्यताओं के अनुसार यह ईसाइयों के भगवान ईसा मसीह का जन्मदिन है। इस प्रकार इस दिन का गहरा धार्मिक महत्व भी है। बाइबिल में बताई गई जन्म कथा, बेथलहम में विनम्र जन्म के बारे में बताती है, जिसमें आशा, प्रेम और मोक्ष के विषयों पर जोर दिया गया है।

अपनी धार्मिक जड़ों के अलावा यह त्यौहार सामाजिक आस्था और प्रेम के निर्माण में भी महत्व रखता है। प्रतिष्ठित क्रिसमस ट्री, अक्सर एक सदाबहार शंकुवृक्ष (Christmas tree), छुट्टियों के मौसम के दौरान सजाया जाने वाला प्राथमिक पेड़ है। यह पेड़ सर्दियों के महीनों के दौरान जीवन और आशा का प्रतीक है। परिवार अपना स्वयं का क्रिसमस ट्री लाते हैं और अपने बच्चों के साथ इसे रोशनी, आभूषणों और टिनसेल से सजाते हैं। रिमझिम रोशनी पेड़ को रोशन करती है, और रंग-बिरंगे आभूषण उत्सव का माहौल जोड़ते हैं।

क्रिसमस चिंतन और कृतज्ञता के अवसर के रूप में कार्य करता है। यह व्यक्तियों को अपने जीवन में आशीर्वाद की सराहना करने और कम भाग्यशाली लोगों पर दया करने के लिए प्रेरित करता है। कैरोल्स, उत्सव समारोहों और प्रेम की अभिव्यक्ति के माध्यम से खुशियाँ फैलाने की परंपरा इस विचार को पुष्ट करती है कि क्रिसमस गर्मजोशी और एकजुटता का मौसम है।

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  • परिवार कैसे क्रिसमस मनाता है? + परिवार क्रिसमस को विशेष भोजन, उपहारों का आदान-प्रदान और उत्सवी गतिविधियों में एक साथ आकर मनाता है। सजावटें, कैरोल गायन, और धार्मिक सेवाओं को महत्वपूर्ण परंपराएं हैं।
  • क्रिसमस का महत्व क्या है? + क्रिसमस ईसा मसीह के जन्म की स्मृति के रूप में है, जो प्रेम, शांति और अच्छाइयों के विचारों को दर्शाता है। इसके अलावा, यह एक विश्वस्तरीय सांस्कृतिक उत्सव बन गया है जो पूरी दुनिया में मनाया जाता है।
  • क्रिसमस ट्री को सजाने का कारण क्या है? + क्रिसमस ट्री को सजाना एक उत्सव सांस्कृतिक परंपरा का हिस्सा है। रौंगतें, आभूषण और टिंसल खुशी के समय का प्रतीक हैं, जबकि एक ट्री टॉपर अक्सर बेतलहम की मार्गदर्शिका को प्रतिष्ठानित करता है।
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क्रिसमस पर निबंध – Christmas Essay in Hindi

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क्रिसमस ईसाइयों का सबसे महत्त्वपूर्ण त्योहार है तथा भारत के राष्ट्रीय त्योहारों में से एक है। इस दिन प्रतिवर्ष 25 दिसंबर को ईसा मसीह का जन्म दिवस मनाया जाता है। ईसा मसीह ‘ईश्वर के पुत्र’ कहलाते हैं, जो इस धरती पर मानव जाति की बुराई से रक्षा के लिए आए थे। वे मानव जाति के लिए सबसे बड़े मार्गदर्शक, उपदेशक व उपचारक थे। उन्होंने संसार को शांति, प्रेम व धैर्य का संदेश दिया।

ईसा के जन्म का यह उत्सव 336 ई- से मनाया जा रहा है। ‘क्रिसमस’ या ‘एक्स-मस’ शब्द ‘क्राइस्ट मास’ से लिया गया गया है।

ईसा मसीह धरती पर आए

ईसा मसीह का जन्म इज़रायल के बैथलहम में मदर मैरी के घर हुआ ।

इज़रायल में नाज़रेथ नामक छोटा-सा गांव था । वहां जोसफ नामक बढ़ई रहता था । उसका मैरी नामक युवती से विवाह होने वाला था ।

एक दिन देवदूत मैरी के पास आया और कहा, “ईश्वर ने अपने पुत्र को धरती पर भेजने का निर्णय ले लिया है उन्होंने तुम्हें अपने पुत्र की माता के रूप में चुना है ।”

देवदूत ने मैरी से यह भी कहा कि वह बालक का नाम ‘जीसस’ रखे । मैरी यह सुनकर प्रसन्न व रोमांचित हो उठी । वह अपने-आपको धन्य मान रही थी ।

christmas festival

जोसफ विवाह से पूर्व ही मैरी के गर्भवती होने का समाचार सुनकर चौक गया । यहां तक कि उसने विवाह तोड़ने का भी फैसला ले लिया ।

देवदूत गैबरियाल ने उसके सपने में आकर कहा, “हे जोसफ! कृपया मैरी को छोड़ने का विचार मन में मत लाओ । वह पवित्र है, तभी ईश्वर ने उसे अपने पुत्र की माता बनने के लिए चुना है । मैरी को पत्नी के रूप में स्वीकार लो ।”

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जोसफ ने देवदूत के आदेश को मानकर मैरी से विवाह कर लिया । कुछ माह बाद वहां के राजा ने आदेश दिया कि सभी लोगों को नई कर पद्धति के लिए अपना पंजीकरण कराना होगा । इसके लिए उन्हें अपने जन्मस्थान जाने का निर्देश दिया गया ।

जोसफ व मैरी नाज़रेथ से बैथलहम रवाना हुए । मैरी खच्चर पर थी और जोसफ पैदल चल रहा था । उन्होंने बैथलहम पहुंचने के लिए कई मील लंबी यात्रा की । जब वे वहां पहुंचे तो रात घिर आई । मैरी भी काफी थकी हुई थी । शिशु के जन्म का समय भी समीप ही था ।

christmas festival

मैरी व जोसफ ने सराय में रहने के लिए स्थान खोजा, पर कोई जगह खाली न थी । जोसफ ने सराय वाले को मैरी की हालत के बारे में बताया । सराय के मालिक ने उन्हें तरस खाकर पहाड़ियों के पास खाली गुफाओं का रास्ता दिखा दिया । एक गुफा में अस्तबल भी था । जोसफ ने उसे ही साफ किया और रहने का प्रबंध कर लिया ।

अगली रात मैरी ने एक पुत्र को जन्म दिया । शिशु के चेहरे पर दिव्य आभा थी । देवदूत के कहे अनुसार, उसका नाम ‘जीसस’ रखा गया ।

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जैसे ही जीसस का जन्म हुआ, बैथलहम के आकाश में एक सितारा तीव्रता से चमकने लगा । एक देवदूत गड़रियों के झुंड के सामने प्रकट हुआ । उसने ईश्वर के पुत्र जीसस के जन्म की घोषणा की । माना जाता है कि तीन बुद्धिमान व्यक्तियों को दिव्य संदेश मिला था कि ईश्वर-पुत्र धरती पर आ चुका है । वे उस सितारे का पीछा करते-करते बैथलहम आ पहुंचे ताकि जीसस के दर्शन कर सकें ।

जल्द ही जीसस के जन्म का समाचार चारों ओर फैल गया । बड़े होकर ईश्वर के पुत्र ईसा ने शांति व प्रेम का संदेश दिया । उन्होंने मानव जाति के कल्याण के लिए पूरा जीवन समर्पित कर दिया ।

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क्रिसमस का समारोह

क्रिसमस की तैयारियां कई सप्ताह पहले ही आरंभ हो जाती हैं । यह त्योहार 24 दिसंबर की शाम से नव वर्ष तक मनाया जाता है ।

घरों की साफ-सफाई व रंगाई-पुताई आदि करवाई जाती है । यह प्रेम व एकता का त्योहार है । लोग अपने पड़ोसियों, मित्रें व संबंधियों से मिलते हैं और परस्पर उपहारों का आदान-प्रदान होता है ।

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सुबह के समय लोग चर्च जाते हैं व ईसा का स्तुतिगान करते हैं । शाम को केक व कुकीज़ के अलावा कई तरह के स्वादिष्ट पकवान परोसे जाते हैं । लोग ‘मैरी क्रिसमस’ कहकर एक-दूसरे का अभिवादन करते हैं । वे सारी रात नाचते-गाते और मस्ती करते हैं ।

क्रिसमस से एक माह पहले ही घरों, दुकानों, कार्यालयों, स्कूलों व शॉपिंग मॉलों में रंग-बिरंगे गुब्बारों, रिबनों व रोशनी से सजावट की जाती है । बाजार में इस त्योहार के लिए क्रिसमस के उपहार, कपड़े, केक, कुकीज़ व कई तरह के दूसरे सामान आ जाते हैं । हर जगह से खुशियों के गीत कैरोल की धुन सुनाई देते हैं ।

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इस त्योहार पर मित्रें, पड़ोसियों व रिश्तेदारों को ग्रीटिंग कार्ड देने की भी परंपरा है । इन कार्डों में जीसस, मदर मैरी व जोसफ आदि के चित्र खूबसूरती से दर्शाए जाते हैं ।

बच्चे स्कूल में अध्यापकों व मित्रें को देने के लिए स्वयं ग्रीटिंग कार्ड बनाते हैं ।

क्रिसमस से अगले दिन ‘बाक्सिंग डे’ होता है । इस दिन गिरजाघर अपने दान बॉक्स खोलते हैं ताकि त्योहार पर मिले उपहार व दान राशि को निकाल सकें । ये पैसा व उपहार गरीबों में बांट दिए जाते हैं । यह दिन दान देने के लिए होता है ।

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क्रिसमस ट्री

क्रिसमस ट्री एक पाइन या फर का पेड़ होता है, जिसे रोशनी, उपहारों, पैकेट, रिबन, घंटियों और रूई से बनी नकली बर्फ से सजाया जाता है ।

एक प्रसंग के अनुसार, एक अंग्रेज संत बोनीफेस जर्मनी की यात्र कर रहे थे । उन्होंने कुछ लोगों को देखा, जो छोटे बच्चे की बलि चढ़ा रहे थे । उन्होंने पेड़ को जोर से ठोकर मारी व बलि को रोक दिया । उस पेड़ के गिरते ही वहां फर का नन्हा-सा पौधा सामने आ गया । उन्होंने उसे ‘ट्री ऑफ क्राइस्ट’ का नाम दे दिया, तभी से क्रिसमस पर पाइन या फर ट्री सजावट की परंपरा चली आ रही है ।

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बच्चों का प्यारा-सांता क्लाज़

क्रिसमस का नाम आते ही सबसे पहले सांता क्लाज़ का नाम ध्यान में आता है । यह चरित्र बच्चों को बेहद लुभाता है । सांता क्लाज़ को एक प्यारे-से मोटे बूढ़े आदमी के रूप में दिखाया जाता है । जो लाल रंग के कपड़े, लंबी टोपी पहनता है । उसके चेहरे पर सफेद लंबी दाढ़ी होती है । उसकी पीठ पर झोले में बच्चों के लिए तोहफे होते हैं । वह अपनी स्लेज पर उत्तरी ध्रुव से आता है, जिसे रेंडियर खींचते हैं । उसके हाथ में एक घंटा होता है । बच्चों का मानना है कि सांता क्लाज़ क्रिसमस से एक दिन पहले उपहार देने आता है ।

  • मुंशी प्रेमचंद की कहानियां
  • प्रेरणादायक कहानियां
  • दुखद हिंदी कहानियां
  • हसन मंटो की कहानियां
  • दादा दादी की कहानी
  • गोदान (Godan)

सांता क्लाज़ या फादर क्रिसमस का यह प्यारा-सा रूप संत निकोलस पर आधारित है । वे मायरा (वर्तमान तुर्की) में ईसाई नेता थे । वे निर्धनों से बहुत स्नेह रखते थे तथा दयालु स्वभाव के थे । एक दिन वे एक गरीब लड़की की मदद करना चाहते थे । उन्होंने चुपके से धन की थैली, चिमनी के रास्ते उसके घर में फेंक दी । वह थैली चिमनी के नीचे पटाव में जा गिरी ।

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तभी से माना जाता है कि सांता क्लाज़ चिमनी के रास्ते घर में आते हैं व लंबी जुराबों में उपहार छिपा जाते हैं । बाद में संत निकोलस, फादर क्रिसमस के रूप में लोकप्रिय हो गए, जो बच्चों में उपहार बांटते थे । यहां तक कि आज भी इस परंपरा का पालन होता है व लोग मोटे सांता क्लाज़ का रूप लेकर बच्चों व बूढ़ों में उपहार बांटते हैं ।

पूरी दुनिया के बच्चे सांता क्लाज़ का बेसब्री से इंतज़ार करते हैं । वे अपनी प्रार्थनाओं के दौरान अपनी इच्छाएं व मांगें प्रकट करते हैं व उम्मीद करते हैं कि सांता क्लाज़ उन्हें पूरा करेगा । सांता क्लाज़ का प्रिय गीत हैः

‘जिंगल बैल्स…जिंगल बैल्स, जिंगल ऑल द वे,

सैंटा क्लाज़ इज कमिंग अराउंड राइडिंग ऑन हिज़ स्लेज ।’

(घंटा बजाओ – घंटा बजाओ, सारे रास्ते में,

सेंटा क्लाज़ आता है लंबी गाड़ी में ।)

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क्रिसमस-तब और अब

क्रिसमस सही मायनों में ईसा मसीह का दिन है । यह उनके द्वारा दिए गए प्रेम, दया व शांति के संदेश को याद करने का दिन है । हमें सच्चे मन व श्रद्धा से उनकी प्रार्थना करनी चाहिए व उनके उपदेशों को जीवन में अपनाना चाहिए ।

सभी देशों में अब शांतिपूर्ण प्रार्थनाओं के बजाय महंगी खरीददारी, तोहफों, दावतों व मौज-मस्ती पर अधिक ध्यान दिया जाने लगा है ।

मौज-मस्ती करना समारोह का अंग है, पर हमें इस दिन ईश्वर को स्मरण करना नहीं भूलना चाहिए । दावतों व तोहफों पर अधिक धन व्यय करने के बजाय हमें गरीबों व जरूरतमंदों की मदद करनी चाहिए ।

christmas festival

पवित्र बाइबिल में ईसा मसीह की जीवनी व कथाएं दी गई हैं । हमें उनके जीवन से शिक्षा लेते हुए सदा दूसरों के प्रति दयालु रहना चाहिए । ईसा मसीह ने पूरे जगत को एक ही संदेश दिया था – शांति व प्रेम का प्रसार करना ।

मैरी क्रिसमस!

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Mishras Lover

Christmas Essay In Hindi | क्रिसमस पर हिन्दी मैं निबंध ऐसे लिखें Latest 2024

Christmas essay in hindi.

क्रिसमस पर निबंध ( Christmas Essay In Hindi ): क्रिसमस भारत सहित दुनियां भर मैं मनाए जाने वाले बेहद जरूरी त्योहारों मैं से एक है, यह ईसाइयों का प्रमुख त्योहार है, हर एक साल को त्योहार को 25 दिसंबर की मनाया जाता है, क्रिसमस का महत्व समझाने के किए काफी बार स्कूलों में विद्यार्थियों को क्रिसमस पर निबंध लिखने का वर्क दिया जाता है, काफी बार तो छोटी क्लास में जरूरी नंबर के लिए क्रिसमस पर निबंध Christmas Essay In Hindi लिखने का सवाल पूछ लिया जाता है।

Table of Contents

लेकिन काफी विधार्थी होती हैं, जिन्हें इस संबंध मैं निबंध लिखने मैं परेशानी होती है, या फिर हिंदी पर उनकी पकड़ अच्छी नहीं होती है, ऐसे मैं क्रिसमस पर निबंध हिंदी मैं Christmas Essay In Hindi लिखने मैं उन्हें समस्याओं का सामना करना पड़ है, इसके अलावा क्रिसमस के बारे में जानकारी का अभाव भी एक वजह है, जिस वजह से क्रिसमस पर निबंध हिंदी मैं या फिर क्रिसमस पर 10 लाइन हिंदी मैं ( 10 Setences About Christmas In Hindi ) लिखना विद्यार्थियों के लिए एक मुश्किल काम बन जाता है।

मजेदार चुट्कुले हिन्दी मैं पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें :- HindiJokesAdda.Com

अगर आप भी ऊपर बताई गई परेशानियों का सामना कर रहे हैं, तो आप बिलकुल सही पोस्ट पर आए गए हैं, क्योंकि क्रिसमस पर निबंध Christmas Essay In Hindi विशेष इस आर्टिकल के जरिए से आपकी इन सभी परेशानियों का समाधान हो जाएगा, क्रिसमस पर निबंध विशेष इस पोस्ट के जरिए से आपको न बस क्रिसमस पर हिंदी मैं निबंध कैसे लिखें बल्कि ( How To Write Essay On Christmas In Hindi), इसकी जानकारी मिलेगी, और इसकी मदद से आपको किसी भी तरह के निबंध के कैसे लिखा जाए, आपको ये भी यहां से पता चलेगा।

क्रिसमस पर निबंध | Christmas In Hindi Essay प्रस्तावना

क्रिसमस दुनियां भर मैं मनाए जाने वाला त्योहार है, जज हर वर्ष 25 दिसंबर को मनाया जाता है, यह त्योहार विशेष रूप से यीशु मसीह के बर्थडे के तौर पर मनाया जाता है, यीशु मसीह वो व्यक्ति थे जिन्होंने न सिर्फ ईसाई धर्म की स्थापना की बल्कि ईसाई मान्यताओं के अनुसार व्यक्तियों के गुनाह की खातिर खुद सूली पर चढ़ गए, यही वजह है, कि टुनियां भर के ईसाइयों के लिए यह पर्व काफी जरूरी माना जाता है, यीशु नसीब का जन्म फिलिस्तीन के बेथलहेम शहर में लगभग 1 ईशा पूर्व हुआ था।

उनके पिता का नाम जोसफ और माता का नाम मैरी था, यह शहर आज के समय मैं इजराइल की राजधानी येरूशलम से 10 किलोमीटर दूर सेंट्रल बैंक मैं स्थित है यीशु मसीह के जन्म से ही अंग्रेजी कैलेंडर की भी शुरुआत हुई है, जिसे वैश्विक स्तर पर मान्यता प्राप्त है।

क्रिसमस पर निबंध | Christmas Essay In Hindi – विषय विस्तार

दुनियां भर मैं ईसाई धर्म मैं आस्था रखने वाले लोगों की संख्या सबसे ज्यादा है, यही वजह है कि क्रिसमस की खुशी और इसका जश्न वैश्विक स्तर पर देखा जा सकता है दुनियां भर के लोग इसे बहुत ही धूमधाम से मनाते हैं, यकीनन विविधता में एकता के लिए प्रसिद्ध हमारा देश भारत भी इससे अछूता नहीं है, भारत मैं भी ईसाइयों की एक बड़ी संख्या मौजूद है।

हर एक साल क्रिसमस की तारीख के नजदीक आते ही दुनियां भर के मार्केटों के साथ साथ भारत के बाजारों में भी क्रिसमस की लेकर भीड़ बढ़ जाती है, लाल रंग की सेंटा क्लॉस की टोपी व परिधान, टिमटिमाते बल्ब्स, चमकीले तारे और क्रिसमस ट्री आदि जैसे समान से भारतीय बाजार सज जाते हैं, जिससे इनकी खुसूरती देखने बनती है, केक की दुकानों पर भीड़ भी बढ़ जाती है, इस दिन विशेष रूप से केक काटने और एक दूसरे को गिफ्ट देने का चलन है।

Pradosh Vrat | प्रदोष व्रत तिथि 2024, जाने विधि, कथा एवं पुजा समय New

क्रिसमस के दिन ईसाई धर्म की मानने वाले लोग चर्च जाते हैं, भगवान यीशु मसीह के भजन गाते हैं, और उनसे अपनी गलतियों के लिए माफी मांगते हैं इसके बाद रिश्तेदारों और बच्चो को उपहार और आकर्षक क्रिसमस कार्ड्स दिए जाते है, मेहमानों और रिश्तेदारों को इस दिन विशेष रूप से क्रिसमस के भोजन के किए आमंत्रित किया जाता है, रात्रि भोजन के बाद सभी लोग क्रिसमस ट्री के चारों तरस डांस मरते हैं, गाना भी गाते हैं, और जश्न मनाते हैं।

भारत मैं तो यह त्योहार सभी धर्म के लोग एक साथ मिलकर मनाते हैं। इस दिन राष्ट्रीय छुट्टी भी होती है, सभी सरकारी दफ्तर के साथ साथ प्राइवेट ऑफिसों, और स्कूल भी बंद रहते हैं, काफी कार्यालय और विद्यालयों में क्रिसमस से एक दिन पहले क्रिसमस जश्न का शुभारंभ होता है।

क्रिसमस की खास बात यह भी है, कि बड़े बुजुर्गों के साथ छोटे बच्चों को भी क्रिसमस का बड़ी ही बेसब्री से इंतजार रहता है, इसकी सबसे बड़े करण मैं से एक है, सेंटा क्लॉस इस दिन बच्चे सेंटा क्लॉस का इंतजार करते हैं क्योंकि उनका मानना है, कि सेंटा क्लॉस उनके लिए उपहार लेकर आएंगे। इसके अलावा घर में क्रिसमस ट्री को उपहारों, रंगीन लाइट्स और चमकीले तारों से सजाया जाता है, छोटे बच्चे यह काम बहुत ही उत्साह के साथ करते हैं, घर में बनने वाले तरह तरह के पकवान, स्कूल की छुट्टी और नए कपड़े भी एक और बड़ी वजह है, जिसकी वजह से बच्चों को इस पर्व का बेहद इंतजार रहता है।

क्रिसमस पर निबंध | Christmas Essay In Hindi – उपसंहार

क्रिसमस का त्योहार समाज को मानवता के लिए दिए गए प्रभु यीशु मसीह के मैसेजों और उनके द्वारा किए गए अच्छे कार्यों की याद दिलाता है, यह त्योहार लोगों को ये संदेश देता है, कि हम चाहे कितना भी परेशानी सहें, हम चाहें कितनी भी विपदा क्यों न आए लेकिन इसके बाद भी हमें इंसानियत को नहीं भूलना चाहिए, इसके साथ ही हमें खुद के साथ साथ लगातार दूसरों के भी इस बात के लिए प्रेरित करना चाहिए, कि एक बुरे कामों को छोड़ कर सभी के साथ मिलकर समाज के अच्छा और सुंदर बनाने का निरंतर प्रयास करते रहना चाहिए।

क्रिसमस पर निबंध | Christmas Essay In Hindi – मैरी क्रिसमस का हिंदी मैं अर्थ Merry Christmas Meaning In Hindi

क्रिसमस की एक खास बात ये भी है, को इस दिन सभी लोग एक दूसरे को मैरी क्रिसमस बोल कर बधाइयां देते हैं, ऐसे मैं काफी लोगों के मन मैं यह सवाल जरूर आता होगा कि क्रिसमस के दिन लोग मैरी क्रिसमस क्यों बोलते हैं, हैप्पी क्रिसमस और मैरी क्रिसमस मैं क्या फर्क है, या फिर क्या हैप्पी क्रिसमस बोलना गलत है, आपके इन सभी प्रश्नों का जवाब आपको यहां मिल जाएगा।

सबसे पहले आपको बता दें कि मेरी क्रिसमस का हिंदी मैं मतलब ( Merry Christmas Meaning In Hindi ) हैप्पी क्रिसमस के हिंदी मैं मतलब के समान ही होता है, जहां हैप्पी क्रिसमस का मतलब होता है, आनंदित क्रिसमस, वहीं मैरी क्रिसमस का मतलब ( Merry Christmas Meaning In Hindi) भी आनंदित क्रिसमस ही होता है, एक तरीके से देखा जाए तो, हैप्पी व्यवहारिक इंग्लिश में इस्तेमाल किया जाने वाला शब्द है।

जबकि “मैरी ” शब्द का इस्तेमाल भावनात्मक एहसास देने के लिए किया जाता है, जैसे कि हिंदी मैं रोना शब्द व्यवहारिक कहा जा सकता है, लेकिन वहीं इसी अर्थ के लिए भावभीनी का इस्तेमाल भावनात्मक जुड़ाव के लिए किया जा सकता है लेकिन काफी लोगों का यह भी मानना है, कि प्रभु यीशु मसीह की माता जी का नाम मरियम उर्फ मैरी था इसलिए भी हैप्पी क्रिसमस की जगह मैरी क्रिसमस कहा जाता है।

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मैं आशा करता हूँ दोस्तो यहाँ दी हुयी जानकारी Christmas Essay In Hindi आपको पसंद आई होगी, और आपके सारी दुबिधा इस पोस्ट को पढ़ने के बाद समाप्त हो गयी होंगी, और आपको भी यहाँ से बहुत कुछ जानने को मिला होगा तो दोस्तों व बहनों हम आपके लिए ऐसी जानकारी वाली पोस्ट लाते रहते हैं, सिर्फ आपके लिए तो आप हमारे साथ जुड़ सकते हैं, साथ ही मैं अपने दोस्तों के साथ साझा भी कर सकते हैं।

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आपका बहुत-बहुत जो अपने इस पोस्ट Christmas Essay In Hindi को अंत पढ़ा और साथ ही अपने यार दोस्तो के साथ Share भी किया।

क्रिसमस पर निबंध हिंदी में | Christmas Essay In Hindi

Christmas Essay In Hindi आज के इस पोस्ट में हम पुरी दुनिया में मनाया जाने वाला त्योहार क्रिसमस पर निबंध पढ़ने वाले है क्रिसमस ईसाईओं का महत्वपूर्ण त्योहार है

क्रिसमस के बारे में पूरी जानकारी जानने के लिए आप यह पोस्ट पुरा पढे तो चलिए जानते है Christmas Par Nibandh In Hindi मे

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क्रिसमस पर निबंध | Christmas Essay In Hindi

Christmas Essay In Hindi

भारत में विविध धर्मों के लोगों रहते है हिंन्दु , मुस्लिम , सिख , ईसाई , पारसी आदि और सबका अपना अपना महत्वपूर्ण त्योहार होता है जैसे हिन्दू धर्म के लोगों के लिए दशहरा और दीपावली बहुत ही महत्वपूर्ण त्योहार है वैसे ही क्रिसमस ईसाईओं का महत्वपूर्ण त्योहार है

क्रिसमस हर साल 25 दिसम्बर को मनाया जाता है क्योंकि इस दिन बेथलेहम गांव में ईसा मसीह का जन्म हुआ था उनके पिता का नाम जोसेफ और माता का नाम मेरी था

ईसा मसीह ईसाई धर्म के संस्थापक थे वो एक महान व्यक्ति थे जो लोगों के दुःख दुर करते थे और एक दूसरे से मिलजुल कर प्यार से रहना सिखातें थे ईसाई धर्म के लोग ईसा मसीह को ईश्वर का बेटा मानते थे

ईसा मसीह दुनिया में से दुःख, अंधविश्वास, अज्ञानता आदि को खत्म करने की कोशिश करते थे और समाज सुधारक कार्य करते थे शुरू आत में उनको बहुत परेशानी झेलनी पड़ी थी लेकिन धीरे-धीरे उनके साथ और लोग जुड़ते गए 

ईसा मसीह ने पाखंडी धर्मगुरुओं की सच्चाई लोगों को बता कर लोगों को जीवन जीने का सच्चा और अच्छा रास्ता बताया और इस तरह ईसा मसीह की लोकप्रियता बढ़ती गई और यह देख कर पाखंडी धर्मगुरुओं ने राजा को ईसा मसीह के बारे में गलत बातें बोल कर राजा के द्वारा ईसा मसीह को सूली पर चढ़ा दिया गया 

ईसा मसीह ने अपने जीवन में ऐसे कई चमत्कार किये जो एक सामान्य मनुष्य के लिए असंभव थे कहा जाता है उनके पास ईश्वर की दि हुई दिव्य शक्ति थी 

ईसा मसीह की याद में हर साल 25 दिसम्बर को ईसाई धर्म के लोग क्रिसमस डे त्योहार बहुत धुम धाम से मनाते है

क्रिसमस – डे आने के कुछ दिन पहले ही लोग अपने घरों को और चर्च को सजाने लगते है क्रिसमस – डे के दिन सभी लोग नये कपड़े पहनते है और चर्च में जाते हैं और भगवान यीशु से प्रार्थना करते है इसके बाद

लोग एक दुसरे के घर जाते उनको मिलते है और एक दूसरे को भेंट देते है लोग अपने घर कई प्रकार के व्यंजन बनाते है

ईसाई धर्म के लोगों के लिए क्रिसमस ट्री बहुत ही महत्वपूर्ण होता है वो इस दिन अपने घर के आगे क्रिसमस ट्री लगाकर ईसा मसीह से प्रार्थना करते है और उनसे अपनी गलतियों की क्षमा मांगते है और फिर क्रिसमस ट्री के आसपास नाचते गाते हैं

क्रिसमस के दिन चर्च में रात्रि के 12 बजे तक पूजा की जाती है इस दिन लोग ठीक रात्रि के 12 बजें अपने घर मोहल्ले में केक काटकर एक दूसरे को क्रिसमस की बधाई देते हैं और मेरी क्रिसमस कहते हैं

इस दिन सांता क्लोज़ आता है और बच्चों को अच्छी अच्छी गिफ्ट्स देकर जाता है और इस तरह लोग क्रिसमस – डे को ईसा मसीह की याद में बहुत ही आनंद और उत्साह से मनाते है

क्रिसमस डे हर साल 25 दिसंबर को ही मनाया जाता है क्योंकि इस दिन भगवान ईसा मसीह का जन्म हुआ था। ईसा मसीह एक महान व्यक्ति थे जो ऊंच नीच के भेदभाव को नहीं मानते थे और सादा जीवन जीते थे

क्रिसमस सिर्फ ईसाई धर्म के लोगों का ही नहीं सभी धर्म के लोगों का त्योहार है इस दिन चर्च में ईसाई धर्म के लोगों के अलावा अन्य धर्म के लोग भी जाते हैं और भगवान ईसा मसीह से प्रार्थना करते हैं

अतः भगवान ईसा मसीह के उद्देश्य पे चलते हुए यह ऊंच नीच के भेदभाव को भुलाकर सभी लोग एक दुसरे से मिलकर रहे

Merry Christmas

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मुझे आशा है कि आपको  Christmas Essay In Hindi   इसके बारे में जानकारी आपको हमारे आर्टिकल से मिल गई होगी

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Essay on christmas in hindi क्रिसमस पर निबंध हिंदी में.

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Essay on Christmas in Hindi 200 Words

क्रिसमस पर निबंध

क्रिश्चयन के लिए क्रिसमस एक बहुत ही महत्वपूर्ण त्यौहार हैं, हालांकि दुनिया भर के अन्य धर्मों के लोगों द्वारा भी यह मनाया जाता है। यह एक प्राचीन त्यौहार है जो सर्दियों के मौसम में वर्षों से मनाया जाता है। यह हर साल 25 दिसम्बर को पड़ता हैं। यह यीशु मसीह की जयंती पर मनाया जाता है। क्रिसमस की मध्य रात में सांता क्लॉस द्वारा परिवार के सभी सदस्यों में उपहार वितरित करने की एक बड़ी परंपरा है। सांता रात में हर किसी के घर जाता है और सभी बच्चों को विशेष रूप से मजेदार उपहार देता है। बच्चे उत्सुकता से इस दिन और सांता के उपहार की प्रतीक्षा करते हैं। वे अपने माता-पिता से पूछते हैं कि कब सांता आएगा और आखिरकार उनकी प्रतीक्षा 12 बजे खत्म होती है कई उपहारों के साथ।

परिवार के सदस्यों, दोस्तों, रिश्तेदारों और पड़ोसियों को मिठाई, चॉकलेट, ग्रीटिंग कार्ड, क्रिसमस पेड, सजावटी चीजे आदि जैसे उपहार देने की परंपरा भी है। लोग बड़े जुनून के साथ महीने की शुरूआत में ही तैयारी शुरू करते है। प्रत्येक व्यक्ति गायन, नृत्य, पार्टी और एक दूसरे के साथ बैठक करके क्रिसमस की छुट्टियों का आनंद लेता हैं। यीशु मसीह ईसाई धर्म के संस्थापक की जयंती पर इस उत्सव का जश्न क्रिश्चयन लोग मनाते हैं। लोग मानते हैं कि मानव जाति को बचाने के लिए यीशु मसीह को पृथ्वी पर भेजा गया था।

Essay on Christmas in Hindi 300 Words

क्रिसमस ईसाइयों का प्रमुख त्योहार है। जिसे ईसाई समुदाय द्वारा ठंड के मौसम में मनाया जाता है। ईसाई समुदाय के लोग इस त्योहार को बहुत धूमधाम और हर्षोउल्लास के साथ मनाते हैं। यह त्योहार हर वर्ष 25 दिसंबर को मनाया जाता है। इसी दिन प्रभु ईसा मसीह का जन्म हुआ था। जिन्हें हम जीसस क्राइस्ट भी कहते हैं। इस दिन का ईसाई लोग बड़ी बेसब्री से प्रतीक्षा करते हैं।

यह त्योहार विश्वभर में फैले हुए ईसा मसीह के करोड़ों अनुयायियों के लिए पवित्रता का संदेश लाता है तथा ईसा मसीह द्वारा बताए हुए मार्गों व उच्च आदर्शों पर चलने के लिए प्रेरित करता है।

इस त्यौहार पर सभी एक सांस्कृतिक अवकाश का लुफ्त उठाते है तथा इस दिन सभी सरकारी स्कूल, कॉलेज, विश्वविद्यालय, कार्यालय आदि अवकाश रहता है। ताकि इस त्यौहार को धमधाम मना सकें। वैसे कई स्कूल, कॉलेज, विश्वविद्यालय, कार्यालयों में भी ये त्यौहार मनाया जाता है।

इस उत्सव को लोग बहुत उत्साह और ढेर सारी तैयारीयों तथा सजावट के साथ मनाते है। सभी लोग अपने-अपने घरों और गिरजाघरों को सजाते हैं। सभी अपने घरों में क्रिसमस ट्री रखते हैं और इसे रंगबिरंगे सितारों से सजाते हैं। क्योंकि 24 दिसम्बर को ठीक अधरात्रि (आधी रात) के बाद अर्थात 25 दिसम्बर को ईसा मसीह का जन्म हुआ था| रात्रि के ठीक 12 बजे लोग गिरजाघरों में प्रार्थना के लिए जाते हैं। उसके बाद क्रिसमस का त्यौहार शुरू हो जाता है। रात्रि 1 बजे से 25 दिसम्बर को बड़ा दिन शुरू हो जाता है। सभी ईसाई अनुयायी एक दूसरे को क्रिसमस की बधाई देते है और मिठाई खिलाते हैं। इस त्यौहार का बच्चे भी बेसब्री से इंतज़ार करते हैं क्यूंकि क्रिसमस के पर्व के दिन सांताक्लॉज आते हैं जो बच्चों को ढेर सारा उपहार देते है। सांताक्लॉज को देख बच्चे बहुत प्रसन्न होते है। यह पर्व हमें सच्चाई और सदभावना के मार्ग पर चलने की प्रेरणा देता है।

Essay on Christmas in Hindi 400 Words

सोचिए, किसी दिन आप सुबह नींद से जागें और आपके तकिए के नीचे लाल-हरी चमकीली पन्नी में लिपटा कोई तोहफा रखा हो। स्कूल की छुट्टी हो, केक, चॉकलेट्स और स्वादिष्ट पकवान खाने को मिलें और पूरा घर सुंदर झालरों और बल्बों से सजा हो। ठीक ऐसा ही होता है, 25 दिसंबर यानी क्रिसमस के दिन! यह दिन पूरी दुनिया में जीसस क्राइस्ट के जन्मदिन के रूप में मनाया जाता है। यह ईसाइयों के सबसे बड़े त्योहारों में से एक है। भारत में इसे ‘बड़ा दिन’ भी कहते हैं। नए टेस्टामेंट में एक कहानी है। प्रभु ने मैरी के पास अपने देवदूत गैब्रियल को भेजा। गैब्रियल ने मैरी को बताया कि वह प्रभु के पुत्र जीसस को जन्म देगी। वह बड़ा होकर राजा बनेगा और उसके राज्य की कोई सीमा नहीं होगी।

एक दिन बेथलेहेम जाते समय मैरी ने आधी रात को एक अस्तबल में जीसस को जन्म दिया। इसलिए क्रिसमस समारोह आधी रात के बाद शुरू होता है। माना जाता है कि ईश्वर ने इस संसार को बनाया है। और वे अपने दूतों के जरिए लोगों को संदेश देते हैं। जीसस भी ईश्वर के एक ऐसे ही दूतं माने जाते हैं। उन्होंने लोगों को बताया कि ईश्वर सभी से समान रूप से प्यार करते हैं और हमें भी सबसे प्यार और सबकी मदद करनी चाहिए। यही ईश्वर की सच्ची सेवा है। क्रिसमस का त्योहार हमें यही संदेश देता है।

माना जाता है कि सबसे पहले क्रिसमस रोम में मनाया गया था। क्रिसमस की तैयारियाँ कई दिन पहले से ही शुरू हो जाती हैं। घर और दुकानें सजाई जाती हैं। तरह-तरह के केक, मिठाइयाँ बनाए जाते हैं। घरों में क्रिसमस ट्री लगाने और उसे खूब सुंदर सजाने का भी रिवाज है। चर्च में मोमबत्तियाँ जलाकर सामूहिक प्रार्थना की जाती है। नए कपड़े पहन बच्चे ड्रम्स और बाजों के साथ चमकीली छड़ियाँ थाम नृत्य करते हैं। सेंट बेनेडिक्ट यानी हमारे प्यारे सांता क्लॉज लाल और सफेद कपड़ों में रेडियर पर सवार होकर आते हैं और सब बच्चों के लिए उपहार लाते हैं। लोग एक-दूसरे को केक और उपहार बाँटते हैं। यह त्योहार सुख, शांति और खुशहाली का प्रतीक है।

Essay on Christmas in Hindi 500 Words

‘क्रिसमस’ ईसाइयों का प्रसिद्द त्यौहार है। यह 25 दिसंबर को प्रति वर्ष सम्पूर्ण विश्व में धूमधाम से मनाया जाता है। क्रिसमस का त्यौहार ईसा मसीह या जीसस क्राइस्ट के जन्मदिन के रूप में मनाया जाता है। ईसा मसीह ईसाई धर्म के प्रवर्तक हैं। ईसाई लोग उन्हें परमपिता परमेश्वर का पुत्र और ईसाई त्रिएक परमेश्वर का तृतीय सदस्य मानते हैं। ईसा मसीह को इस्लाम के अज़ीम तरीन पेगमबरों में से एक माना जाता है। वे संसार के दीन-दुखियों का दुःख दूर करने तथा ईश्वर के वास्तविक स्वरूप को दूसरों के समक्ष प्रकट करने हेतु अवतरित हुए थे। प्रारंभ में उन्हें अनेक कठिनाइयाँ का सामना करना पड़ा परंतु धीरे-धीरे उनके अनुयायियों की संख्या बढ़ने लगी। उन्होंने अपने उपदेशों के माध्यम से संसार में व्याप्त अंधविश्वास, अज्ञानता, दुख आदि को दूर करने का प्रयास किया।

ईसा मसीह के बारे में कहा जाता है कि यहूदियों को ईसा की बढ़ती लोकप्रियता से तकलीफ होने लगी। उन्हें लगने लगा कि ईसा उनसे सत्ता छीन सकते है इसलिए साजिश के तहत इन्हें सूली पर चढ़ा दिया गया। ईसाइयों का विश्वास है कि प्रभु ईसा मसीह अपने कथनानुसार तीसरे दिन पुनः जीवित हो गए थे। उन्होंने बड़े-बड़े चमत्कार किए, जो किसी इंसान के बस की बात नहीं क्योंकि ऐसा करने की शक्ति उसे परमेश्वर से मिली थी।

यह ईसाई समुदाय का सबसे बड़ा और खुशी का त्योहार है, इस कारण इसे बड़ा दिन भी कहा जाता है। ईसाई समुदाय के लिए इस त्योहार का वही महत्व है जो हिंदुओं के लिए दशहरा तथा दीपावली का है। इस दिन सभी स्कूल, कॉलेज, विश्वविद्यालय, कार्यालय आदि में अवकाश होता है। इस उत्सव के आगमन से पहले ही लोग खूब तैयारीयों के साथ अपने घरों और चर्च आदि को सजाते है। लोग डिनर पार्टी की तैयारी करते है। इस खास मौके पर ढेर सारे लजीज़ व्यंजन, मिठाई, आदि बनाकर डाईनिंग टेबल पर लगाते है। सभी लोग रंग-बिरंगे कपड़े पहनते है, नृत्य करते है, गाते है, और धूमधाम के साथ खुशी मनाते है। इस त्योहार पर ‘क्रिसमस-ट्री’ सजाने का विशेष महत्व है । यूरोपीय देशों में तो इसकी सजावट व भव्यता देखने लायक होती है। परिवार के सभी सदस्य इस दिन ‘क्रिसमस-ट्री’ के चारों और एकत्रित होते हैं। सभी मिलकर प्रभु ईसा मसीह का स्तुतिगान तथा प्रार्थना करते है और अपनी सभी गलतियों के लिये माफी माँगते है, तथा ठीक 12 बजे एक-दूसरे को केक खिलाकर त्यौहार की बधाई देते हैं। बच्चो के लिए यह दिन ओर बेहतरीन बनाने के लिए सांता आता है और उनमे कई तरीके की मिठाई तथा उपहार बाट के जाता है।

प्रभु ईसा मसीह ने सादा जीवन व्यतीत करते हुए भी जो उच्च आदर्श इस संसार के सम्मुख रखे हैं वे आज भी अनुकरणीय हैं तथा आने वाले समय में भी अनुकरणीय रहेंगे। ईसा मसीह ने अपना सर्वस्व परमेश्वर के लिए समर्पित कर दिया था। संसार में व्याप्त दुख, विषमताओं तथा अज्ञानता को दूर करने के लिए वे सदैव प्रयासरत रहे।

यह त्योहार सभी के हृदयों में पवित्रता की भावना लाता है तथा हमें प्रेरित करता है कि अनेक कठिनाइयों का सामना करने पर भी हमें सत्मार्ग का त्याग नहीं करना चाहिए तथा दूसरों को भी इसी मार्ग पर चलने के लिए प्रेरित करना चाहिए।

Essay on Christmas in Hindi 600 Words

रूपरेखा : ईसा मसीह का जन्मदिन, ईसा का जीवन, ईसा का अलौकिक रूप, विश्व भर में ईसाई धर्म का सबसे बड़ा त्योहार, क्रिसमस को मनाने का ढंग, क्रिसमस का वर्तमान रूप।

विश्व भर में ईसा मसीह का जन्मदिन ‘क्रिसमस’ नाम से जाना जाता है। ईसा मसीह का जन्म प्रतिवर्ष पच्चीस दिसंबर को मनाया जाता है। यह दिन ‘बड़ा दिन’ भी कहा जाता है।

ईसाइयों के धर्म-ग्रंथ ‘बाइबिल’ में ईसा मसीह की जन्मकथा विस्तार से वर्णित है। ‘बाइबिल’ के अनुसार नज़रेथ नगर (फिलिस्तीन) में यूसुफ़ नाम का एक व्यक्ति था, जिसके साथ मरियम नामक कन्या की मँगनी (सगाई) हुई थी। एक दिन मरियम को स्वर्ग-दूत ने दर्शन देकर कहा, आप पर प्रभु की कृपा है। आप गर्भवती होंगी, पुत्र रत्न को जन्म देंगी तथा नवजात शिशु का नाम ‘ईसा’ रखेंगी। वे महान होंगे। प्रभु के सर्वोच्च पुत्र कहलाएँगे।”

कुछ समय बाद वहाँ के शासक ने अपने राज्य में जनगणना के आदेश दिए। यूसुफ़ और मरियम ‘बेथेलहेम’ नगर में नाम लिखवाकर लौट रहे थे कि मार्ग में मरियम को प्रसव पीडा होने लगी। संयोग से एक सराय के मालिक ने उन्हें सराय में जगह दे दी। वहीं मरियम ने इस अदभर बालक को अस्तबल की चरनी (पशुओं के लिए चारा डालने वाली जगह) में जन्म दिया। मरियम को स्वर्ग-दत से मिला संदेश सच निकला। बालक ईसा के जन्म का पवित्र दिन क्रिसमस की खुशियों के साथ मनाया जाने लगा।

‘क्रिसमस’ विश्व भर के ईसाइयों का सबसे बड़ा त्योहार है। क्रिसमस के अवसर पर ईसा मसीह का समरण बड़े प्रेम और हर्ष के साथ किया जाता है। इस दिन क्रिसमस के स्तुतिगीत (केरॉल) गाते हुए लोग घर-घर पहुँचते हैं। बालक ईसा के जन्म पर स्वर्गाटनों ने जो गीत गया था। वही सबसे पहला ‘क्रिसमस कैरॉल’ माना जाता है।

क्रिसमस के अवसर पर ईसाई धर्मावलंबी अपने-अपने घरों में क्रिसमस पेड़ और क्रिसमस तारे की सजावट करते हैं। क्रिसमस पेड़ लगाने का प्रारंभ जर्मनी में हुआ था। ईसा मसीह के जन्म के समय प्रकट हुए तारे की स्मृति में तारा सजाया जाता है। चरनी का रूप बनाकर उस पर इसा और मरियम की मूर्तियाँ भी सजाई जाती हैं। विशेष प्रार्थनाओं और गीत-संगीत के कार्यक्रमों का भव्य आयोजन किया जाता है। ईसाई बंधुओं के घरों में क्रिसमस-केक बनाए जाते हैं, जिन्हें ये लोग मित्रों में भेंट स्वरूप बाँटते हैं।

क्रिसमस के दिन सारे विश्व के गिरजाघर अपनी अनोखी सजावट और रोशनी के कारण आकर्षण के केंद्र बन जाते हैं।

क्रिसमस के दिन नववर्ष के समान ही विश्व भर में ईसाई जन परस्पर शुभकामनाएँ भी प्रेषित करते हैं। अब क्रिसमस कार्ड का प्रयोग धीरे-धीरे समूचे विश्व में होने लगा है। यों तो सारे संसार में क्रिसमस का त्योहार बड़ी धूमधाम से मनाया जाता है, किंतु वेटिकन नगर में क्रिसमस का उत्सव अत्यंत आकर्षक होता है। यही कैथलिक ईसाइयों के सबसे बड़े धर्माधिकारी पोप का निवास स्थान है।

वस्तुतः क्रिसमस मनाने का मूल उद्देश्य ईसा मसीह का पावन स्मरण है, जो दया, प्रेम, क्षमा और धैर्य के अवतार थे। ईसा मसीह के दिव्य संदेश से हर व्यक्ति को विश्व शांति की प्रेरणा मिलती है।

मानवता के मसीहा का जन्मदिन दुनिया को करुणा और प्रेम के अपने संदेश से सदा अच्छा मानव बनने की प्रेरणा देता रहेगा – अभी दिलों में गूंज रहा है, क्रिसमस का पावन संदेश। ईसा सदा रहेंगे ज़िंदा, धर कर करुणा, प्रेम का वेश।

Essay on Christmas in Hindi 700 Words

भारत देश में अनेक जाति एवं धर्म के लोग रहते हैं। हमारा देश एक धर्मनिरपेक्ष देश है। इसमें किसी भी व्यक्ति को कोई भी धर्म अपनाने की छूट है। हिन्दू, मुसलमान, सिख, इसाई सभी भारत में रहते हैं। इतने सारे धर्म और जातियों के होने पर भारत में समय-समय पर पर्व एवं त्योहार मनाए जाते हैं। इन्हीं त्योहारों में क्रिसमस भी एक त्योहार है। क्रिसमस को बड़ा दिन भी कहा जाता है। यह त्योहार इसाइयों का एक पवित्र त्योहार है। जिस प्रकार हिन्दू समाज में जन्माष्टमी और रामनवमी का महत्व है, उसी प्रकार इसाई समुदाय में क्रिसमस का बहुत महत्व है। इसाई धर्म के लोग क्रिसमस को इसा मसीह के जन्मदिन के रूप में मनाते हैं। यह त्योहार दिसम्बर महीने की 25 तारीख को प्रतिवर्ष मनाया जाता है। विश्व के अधिकतर देशे इस पर्व को मनाते हैं। इसकाई समुदाय बड़े हर्ष और उल्लास के साथ क्रिसमस का पर्व मानाता है।

इस मसीह का जन्म बेतलहंम में हुआ था। इनके पिता का नाम जोसफ और माता का सिमरियम था। इनके पिता ज़ाति से यहूदी थे और अपनी पत्नी मरियम के साथ आश्रय की तलाश में एक नगर से दूसरे नगर में भटक रहे थे। येरूशलम जाते हुए ये बेतलेहमाम गांव में थक गए।जहीं पर इसा मसीह का जन्म हुआ इसा मसीह के जन्म की खबर तीन धार्मिक पुरषो को मिली और ये खबर उन्हें एक दैवी शक्ति से प्राप्ति हुई। कहा जाता है कि आसमान में एक जगमगाता तारा उगा और तीनों महात्मा उस तारे का पीछा करते-करते इसा मसीह के जन्मस्थल पर पहुँच गए। उस अलौकिक बालक को देखते ही उन महात्माओं ने उसके चरणों में सिर झुका दिए। इसी दिन को इसा मसीह के जन्मदिन के रूप में आज भी इसाई धर्म के लोग मनाते हैं।

क्रिसमस के दिन लोग अपने-अपने घरों को सजाते हैं। घर की छतों और दरवाजों पर तारेनुमा लाइटें लगाते हैं। इस दिन दुनिया भर में दुकानें सजाई जाती हैं। इस दिन प्रात: काल होते ही लोग गिरजाघरों में जाकर प्रार्थना करते हैं। एक -दूसरे को भेंट और उपहार प्रदान करने हैं। लोग एक-दूसरे के घर जाकर मिठाईयाँ देते हैं। क्रिसमस का त्योहार बहुत ही हर्षोल्लास का उत्सव है। इस दिन लोग अपने-अपने घरों में क्रिसमस ट्री लगाते हैं और उसे तरह-तरह के खिलौनों और रोशनी से सजाते हैं। कहा जाता है कि इस दिन घर पर क्रिसमस ट्री लगाना शुभ होता है। लोग घरों में केक, बिस्कुट और तरह-तरह की मिठाइयाँ बनाते हैं। शाम के समय प्रीतिभोज का आयोजन होता है जिसमें परिवार के समस्त सदस्यों के साथ-साथ समस्त मित्रगण भी सम्मिलित किए जाते हैं। संगीत, नृत्य का आयोजन किया जाता है। शाम से ही सब लोग संगीत और नृत्य की मस्ती में झूम जाते हैं। चारों ओर ‘मेरी क्रिसमस’ और ‘जिंगल बेल’ की धुन सुनाई देती है। पूरा माहौल हर्षोल्लास में डूबा हुआ होता है।

बच्चों के लिए भी यह त्योहार बहुत महत्वपूर्ण माना जाता है। बच्चों को इस दिन सेंटाक्लाज का इंतजार रहता है, जो तरह-तरह के खिलौने और उपहार बच्चों के लिए लाते हैं। शहर की दुकानें और होटल पूरी तरह से जगमगा उठते हैं। बच्चे अपने माता-पिता के साथ घूमने जाते हैं। इसी दिन से विद्यालयों में सर्दी की छुट्टियां भी शुरू हो जाती हैं।

इसाई धर्म में यह क्रिसमस ही सबसे बड़ा त्योहार है जो साल में एक बार धूमधाम से मनाया जाता है। यह त्योहार सद्भावना को बढ़ावा देता है और आपसी रंजिश भुलाकर एक-दूसरे की सहायता करने का भाव जाग्रत कराता है। क्रिसमस का पर्व सुख और शांति का वाहक है। लोगों में प्रेमभाव को जाग्रत करना ही भगवान इसा मसीह के जीवन का लक्ष्य था। अत: यह त्योहार भी प्रेम भाव का ही संदेश देता है। आजकल यह त्योहार न सिर्फ इसाई समुदाय मनाता है अपितु समस्त जाति और धर्म के लोग इस त्योहार को प्रेम और हर्षोल्लास के साथ मनाते हैं।

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Christmas Essay in Hindi

Christmas Essay in Hindi: क्रिसमस पर निबंध

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Christmas Essay in Hindi

यहां हम आपको Christmas Essay in Hindi उपलब्ध करा रहे हैं. इस निबंध को आप कक्षा 4, 5, 6, 7, 8, 9, 10, 11 और 12 के लिए या अपने किसी प्रोजेक्ट के लिए उपयोग कर सकते हैं. यदि आप को किसी स्पीच के लिए टॉपिक christmas day essay in hindi मिला है तो आप इस लेख को स्पीच के लिए भी उपयोग कर सकते हैं. इसके साथ ही यदि आपको किसी निबंध प्रतियोगिता के लिए भी christmas par nibandh लिखना है तो आपको यह आर्टिकल पूरा बिल्कुल ध्यान से पढ़ना चाहिए.

Christmas Essay in Hindi 100 words

क्रिसमस डे हर साल 25 दिसंबर के दिन आता है। यह ईसाइयों का प्रमुख त्योहार है। क्रिसमस डे को भारत के साथ – साथ दुनियाँ भर के देशों में मनाया जाता है। इस दिन ईसा मसीह का जन्म हुआ था। ईसा मसीह ईसाइयों के देवता हैं जिन्होंने दुनियाँ को मानवता और दया का पाठ पढ़ाया। आज के दिन सभी स्कूल, कॉलेज और कई संस्थानों में सरकारी अवकाश होता है। आज के दिन ईसाई धर्म के लोग अपने घरों में क्रिसमस ट्री को सजाते हैं और मिलकर ईसा मसीह से प्राथना करते हैं। इस दिन सभी लोग अपने दोस्तों व रिश्तेदारों के साथ मिलकर धूमधाम से क्रिसमस मानते हैं।

Christmas Essay in Hindi 15 0 words

हर साल 25 दिसंबर के दिन क्रिसमस डे मनाया जाता है। इसे बड़ा दिन भी कहा जाता है। क्रिसमस ईसाइयों के प्रमुख त्योहारों में से एक है। इस दिन सरकारी अवकाश रखा जाता है जिस कारण सभी स्कूल, कॉलेज व कई सरकारी और गैर सरकारी संस्थान बंद रहते हैं। इस दिन बाजारों, शॉपिंग मॉल्स में क्रिसमस थीम पर सजावट की जाती है। ईसाई लोग अपने घरों और क्रिसमस ट्री को सजाते हैं। लोग एक दूसरे को मिठाइयां, उपहार, ग्रीटिंग कार्ड्स देते हैं और आपस में खुशियां मानते हैं। इस दिन ईसा मसीह का जन्म हुआ था। वे ईसाई धर्म के संस्थापक व मुख्य देवता हैं। आज के दिन लोग कई विशेष आयोजन रखते हैं और पार्टी व नाच गाना भी करते हैं। विदेशों में लोग महीने भर पहले से ही क्रिसमस की तैयारी में लग जाते हैं। जिसे लोग 25 दिसंबर से नए साल तक बड़ी धूमधाम से मानते हैं।

Christmas Essay in Hindi

Christmas Essay in Hindi 2 00 words

भारत में मनाए जाने वाले खास दिनों में से क्रिसमस डे भी एक खास दिन है। इस दिन को ईसा मसीह के जन्म के रूप में मनाया जाता है। यह दिन ईसाइयों के लिए बहुत ही खास होता है। वे इस दिन को बड़ी धूम धाम से मानते है। क्रिसमस का यह दिन दिसंबर की ठंडी में आता है जिसे ईसाई लोग वाले अलग और अपने रीति रिवाजों के साथ मनाते है। क्रिसमस डे के दिन सभी चर्चों को काफी सुंदर तरीके से सजाया जाता है तथा शहर में नाइट शो जैसे कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं। इस दिन मार्केट में काफी धूमधाम रहती है तथा शॉपिंग पर भी भारी छूट मिलती है। ईसाई लोग इस त्यौहार को मनाने के लिए पूरे शहर को क्रिसमस डे की थीम पर सजाते हैं। शॉपिंग मॉल में क्रिसमस के लिए विशेष सजावट की जाती है। क्रिसमस के दिन लोग एक दूसरे को गिफ्ट देते हैं तथा कई लोग शादी के लिए अपने पार्टनर को प्रपोज भी करते है। इस फेस्टिवल को विदेशों के साथ-साथ भारत में भी बड़ी धूमधाम से मनाया जाता है। लोग इस त्यौहार को न्यू ईयर तक मनाते है।

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Christmas Essay in Hindi 3 00 words

क्रिसमस का फेस्टिवल जीजस क्रिस्ट के जन्म दिन के रूप में मनाया जाता है। ईसाई लोगों की मान्यता है की जीजस क्रिस्ट भगवान के बेटे है, इसलिए उनके जन्म दिन को इतनी धूम धाम से मनाया जाता है। ईसाई लोगों के लिए यह दिन काफी महत्वपूर्ण होता है, इसलिए वे अपने अनुसार इस दिन को सेलिब्रेट करते हैं। इसकी शुरुआत 336 ईसवी में रोमन सम्राट द्वारा को गई थी। तभी से इस दिन को क्रिसमस के रूप में मनाया जाने लगा।

क्रिसमस डे का सेलिब्रेशन

क्रिसमस डे को ईसाइयों द्वारा बड़ी धूम-धाम से मनाया जाता है। यह दिन उनके लिए काफी बड़ा और खास होता है। क्रिसमस डे की थीम के लिए वे क्रिसमस ट्री को लाइट, फूल से काफी सुंदर तरीके से सजाते है। क्रिसमस डे के दिन सभी चर्च को सजाया जाता है तथा वाइट कलर से पेंट किया जाता है। इस दिन लोग शाम में चर्च जाकर जीसस क्राइस्ट से सुखी जीवन की कामना करते हैं और अंत में पार्टी व डांस करके क्रिसमस मनाना शुरू करते हैं। इस दिन लोग अपने मित्रों और प्रिय जनों के घर जाकर उन्हें तोहफा भी देते हैं।

क्रिसमस डे का महत्व

ईसाई मान्यता के अनुसार ईसा मसीह की मृत्यु के बाद उन्होंने लोगों पाप से बचाने के लिए और पापियों को शुद्ध करने के लिए अपने बेटे जीसस क्रिस्ट को भेजा था। ईसा मसीहा ने लोगों को पाप से मुक्त करने के लिए अपने प्राण त्याग दिए थे, इसलिए लोग इस दिन क्रिसमस ट्री को सजाते हैं, और भगवान के बेटे के जन्म के रूप में क्रिसमस डे को मनाते हैं। मान्यता के अनुसार ईसाई लोग क्रिसमस के दिन अपने घर के बाहर मोजे (शॉक्स) सुखा आते हैं, उनका मानना है कि ऐसा करने से सैंटा क्लॉस उनके लिए तोहफा लेकर आएंगे।

क्रिसमस डे खुशियों का त्योहार है, इस दिन लोग अपने मित्रों और करीबी लोगों को घर पर पार्टी और भोजन के लिए आमंत्रित करते हैं। सब लोग साथ में मिलकर बड़ी धूमधाम से क्रिसमस डे को मनाना पसंद करते हैं। यह त्यौहार ईसाई एकता को दर्शाता है। इस दिन चर्च में ईसा मसीहा के जन्म और उनके द्वारा किए गए कामों के बारे में बताया जाता है। लोगों को या उपदेश दिया जाता है ताकि वे पाप करने से बचें।

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क्रिसमस निबंध | Christmas Essay In Hindi 2022 | Hindi Nibandh

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Christmas Essay in Hindi – क्रिसमस निबंध हिंदी में

(Christmas Essay in Hindi)Christmas Essay in Hindiक्रिसमस ईसाइयों के लिए बहुत महत्व का त्योहार है हालांकि इसे अन्य धर्मों के लोगों द्वारा भी मनाया जाता है। यह हर साल दुनिया भर में अन्य त्योहारों की तरह बहुत खुशी, खुशी और उत्साह के साथ मनाया जाता है। यह सर्दियों के मौसम में हर साल दिसंबर के 25 th  को पड़ता है। क्रिसमस दिवस ईसा मसीह की जयंती पर मनाया जाता है। दिसंबर के 25 th  को, यीशु मसीह का जन्म बेथलहम में जोसेफ (पिता) और मैरी (मां) से हुआ था।

सभी घरों और चर्चों को साफ किया जाता है, सफेद रंग से धोया जाता है और बहुत सारी रंगीन रोशनी, दृश्यों, मोमबत्तियों, फूलों और अन्य सजावटी चीजों से सजाया जाता है। हर कोई एक साथ (चाहे वे गरीब हों या अमीर) और ढेर सारी गतिविधियों के साथ इस त्योहार का आनंद लेते हैं।

लोग इस दिन अपने घर के मध्य में क्रिसमस ट्री बनाते हैं। वे इसे बिजली की रोशनी, उपहार की वस्तुओं, गुब्बारों, रंगीन फूलों, खिलौनों, हरी पत्तियों और अन्य सामग्रियों से सजाते हैं। क्रिसमस ट्री देखने में बहुत ही आकर्षक और खूबसूरत लगता है। लोग अपने दोस्तों, रिश्तेदारों और पड़ोसियों को क्रिसमस ट्री के सामने उत्सव में शामिल होने के लिए आमंत्रित करते हैं। लोग इकट्ठे होते हैं, नाचते हैं, गाते हैं, उपहार बांटते हैं और स्वादिष्ट भोजन का आनंद लेते हैं।

ईसाई धर्म के लोग भगवान से प्रार्थना करते हैं। वे अपने यीशु मसीह के सामने अपने पापों और कष्टों के बारे में अंगीकार करते हैं। लोग अपने प्रभु यीशु की स्तुति में पवित्र गीत गाते हैं। बाद में वे अपने मेहमानों और बच्चों को क्रिसमस उपहार बांटते हैं। दोस्तों और रिश्तेदारों को क्रिसमस की बधाई या अन्य खूबसूरत क्रिसमस कार्ड देने का चलन है। हर कोई क्रिसमस की दावत के महान उत्सव में शामिल होता है और परिवार के सदस्यों और दोस्तों के साथ स्वादिष्ट रात का खाना खाता है। घर के बच्चे इस दिन का बहुत बेसब्री से इंतजार करते हैं क्योंकि उन्हें ढेर सारे उपहार और चॉकलेट मिलते हैं।

क्रिसमस का जश्न स्कूलों और कॉलेजों में भी एक दिन पहले यानी दिसंबर के 24 th  को होता है, जब छात्र सांता ड्रेस या क्रिसमस कैप पहनकर स्कूल जाते हैं।

लोग देर रात पार्टी में या मॉल और रेस्तरां में नाच-गाकर इस त्योहार का आनंद लेते हैं। ईसाई धर्म के लोग अपने ईश्वर ईसा मसीह की पूजा करते हैं। ऐसा माना जाता है कि यीशु (भगवान के पुत्र) को उनके जीवन को बचाने और उनके पापों और दुखों से बचाने के लिए पृथ्वी पर लोगों के पास भेजा गया था। ईसाई धर्म के लोग क्रिसमस के इस त्योहार को ईसा मसीह के महान कार्यों को याद करने और ढेर सारा प्यार और सम्मान देने के लिए मनाते हैं। यह एक सार्वजनिक और धार्मिक अवकाश होता है जब लगभग सभी सरकारी और गैर-सरकारी संगठन बंद हो जाते हैं।

Christmas Essay in Hindi – क्रिसमस निबंध 2

क्रिसमस हर साल 25 दिसंबर को मनाया जाता है। यह त्योहार ईसा मसीह की जयंती के रूप में मनाया जाता है। ईसाई पौराणिक कथाओं में ईसा मसीह को ईश्वर के मसीहा के रूप में पूजा जाता है। इसलिए, उनका जन्मदिन ईसाइयों के बीच सबसे हर्षित समारोहों में से एक है। हालाँकि यह त्योहार मुख्य रूप से ईसाई धर्म के अनुयायियों द्वारा मनाया जाता है, लेकिन यह पूरे विश्व में सबसे अधिक आनंदित त्योहारों में से एक है। क्रिसमस खुशी और प्यार का प्रतीक है। यह सभी के द्वारा बहुत जोश और उत्साह के साथ मनाया जाता है, चाहे वे किसी भी धर्म का पालन करें।

थैंक्सगिविंग से शुरू होने वाला क्रिसमस का मौसम सभी के जीवन में उत्सव और आनंद लेकर आता है। थैंक्सगिविंग वह दिन है जब लोग फसल के साथ आशीर्वाद देने के लिए सर्वशक्तिमान को धन्यवाद देते हैं और सभी अच्छी चीजों और आसपास के लोगों के प्रति कृतज्ञता भी दिखाते हैं। क्रिसमस पर, लोग एक-दूसरे को क्रिसमस की शुभकामनाएं देते हैं और प्रार्थना करते हैं कि यह दिन लोगों के जीवन से सभी नकारात्मकता और अंधकार को दूर कर दे।

क्रिसमस संस्कृति और परंपरा से भरा त्योहार है। त्योहार में बहुत सारी तैयारियां होती हैं। क्रिसमस की तैयारी ज्यादातर लोगों के लिए जल्दी शुरू हो जाती है। क्रिसमस की तैयारी में परिवार के सदस्यों और दोस्तों के लिए सजावट, खाद्य सामग्री और उपहार खरीदने सहित बहुत सी चीजें शामिल होती हैं। क्रिसमस के दिन आमतौर पर लोग सफेद या लाल रंग के कपड़े पहनते हैं।

उत्सव की शुरुआत क्रिसमस ट्री को सजाने के साथ होती है। क्रिसमस ट्री की सजावट और रोशनी क्रिसमस का सबसे महत्वपूर्ण हिस्सा है। क्रिसमस ट्री एक कृत्रिम या असली देवदार का पेड़ है जिसे लोग रोशनी, कृत्रिम सितारों, खिलौनों, घंटियों, फूलों, उपहारों आदि से सजाते हैं। लोग अपने प्रियजनों के लिए उपहार भी छिपाते हैं। परंपरागत रूप से, उपहार पेड़ के नीचे मोजे में छिपाए जाते हैं। यह एक पुरानी मान्यता है कि सांता क्लॉज नाम का एक संत क्रिसमस की पूर्व संध्या पर आता है और अच्छे व्यवहार वाले बच्चों के लिए उपहार छुपाता है। यह काल्पनिक आकृति सभी के चेहरे पर मुस्कान ला देती है।

छोटे बच्चे क्रिसमस के बारे में विशेष रूप से उत्साहित होते हैं क्योंकि उन्हें उपहार और क्रिसमस के शानदार उपहार मिलते हैं। व्यवहार में चॉकलेट, केक, कुकीज आदि शामिल हैं। इस दिन लोग अपने परिवार और दोस्तों के साथ चर्च जाते हैं और यीशु मसीह की मूर्ति के सामने मोमबत्तियां जलाते हैं। चर्चों को परी रोशनी और मोमबत्तियों से सजाया जाता है। लोग फैंसी क्रिसमस क्रिब्स भी बनाते हैं और उन्हें उपहार, रोशनी आदि से सजाते हैं। बच्चे क्रिसमस कैरोल गाते हैं और शुभ दिन के उत्सव को चिह्नित करते हुए विभिन्न स्किट भी करते हैं। सभी द्वारा गाए जाने वाले प्रसिद्ध क्रिसमस कैरल में से एक है “जिंगल बेल, जिंगल बेल, जिंगल ऑल द वे”।

इस दिन लोग एक-दूसरे को क्रिसमस से जुड़े किस्से और किस्से सुनाते हैं। ऐसा माना जाता है कि भगवान के पुत्र ईसा मसीह इस दिन लोगों के कष्टों और दुखों को समाप्त करने के लिए पृथ्वी पर आए थे। उनकी यात्रा सद्भावना और खुशी का प्रतीक है और इसे बुद्धिमान पुरुषों और चरवाहों की यात्रा के माध्यम से दर्शाया गया है। क्रिसमस वास्तव में एक जादुई त्योहार है जो खुशी और खुशी बांटने के बारे में है। इसी वजह से यह मेरा सबसे पसंदीदा त्योहार भी है।

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क्रिसमस पर निबंध। christmas essay in hindi

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क्रिसमस का त्यौहार ईसाई धर्म का प्रसिद्ध त्यौहार है। आज इस लेख में हम christmas essay in hindi लेकर आये है। स्कूलों में कॉलेज में अक्सर christmas essay पुछा जाता है। क्रिसमस पे निबंध हिंदी में आप इस पोस्ट में पढ़ेंगे।

क्राइस्ट अर्थात “ईसाई”, मस अर्थात “ लोग” । क्रिसमस ईसाई धर्म के लोगो  का त्योहार है। इसे बड़ा दिन भी कहते है। इस दिन ईसाइयों के मसीहा ईसा मसीह के जन्म हुआ था। ईसाइयों द्वारा ये त्योहार धूम-धाम से मनाया जाता है। ईसा मसीह ईश्वर के बेटे माने जाते है। ईसाइ धर्म के लोगो के लिए यह दिन साल भर में सबसे अनमोल दिन होता है। समूचे भारत में प्रसिद्ध ये त्योहार उमंग और उत्साह लाता है। अन्य त्योहारों की भांति क्रिसमस भी हमे बहुत कुछ सिखाता है।ये दिन दुखों से दूर प्रकाश की तरफ ले जाता है। लालच नफरत और कुरीतियों का त्याग कर सदा परोपकार का मार्ग दिखाता है। दूसरों के प्रति प्रेम का प्रतीक है क्रिसमस। ईसा मसीह का जन्म संसार को पाप से मुक्त कराने और परोपकार का संदेश देने के लिए हुआ था।

प्रस्तावना-  हर वर्ष क्रिसमस 25 दिसंबर को बड़ी ही धूम धाम से मनाया जाता है। ऐसा प्रतीत होता है मानो हर इंसान इसी दिन के इंतज़ार में था। माना जाता है कि ईसा मसीह ने लोगो को दुखों से बचाने और जीवन के नए मार्ग दिखाने ले लिए जन्म लिया था। उनके गुणगान गाते लोग आज के दिन थकते नही है। क्रिसमस के दिन जब उनका जन्म हुआ तब उन्हें यीशु नाम से बुलाते थे। लोगो ने उन्हे अपना मसीहा मान ईसा मसीह कहा। यीशु का अर्थ होता है मुक्ति दाता । क्रिसमस हर घर मे खुशियां लाता है। आज के दिन को लोग अगले वर्ष की क्रिसमस तक याद रखते है।आज के दिन को बड़ा दिन बोलते है क्योंकि वाकई में दिसंबर में वो दिन रोज़ के अपेक्षा बड़े प्रतीत होते है।  क्रिसमस के दिन सिर्फ भारत मे ही नही बल्कि समूचे विश्व मे अवकाश होता है। क्रिसमस से 12 दिन के उत्सव क्रिसमसटाइड की शुरुआत भी होती है।जिसमे 12 दिन से 15 दिन का अवकाश दिया जाता है। और अगले वर्ष की 1 जनवरी को इसका समापन होता है। 

क्रिसमस मनाने का कारण-  क्रिसमस मनाने का कारण एक कहानी से जुड़ा है। जिसमे क्रिसमस के दिन जो हुआ उसका पूर्ण विश्लेषण है। ये सत्य कथा वर्षो पहले की है। जब नासरथ में ग्रेबियल नामक स्वर्गदूत ने मरियम नामक स्त्री को दर्शन दिए। उस स्वर्गदूत ने कहा कि तुम पवित्र आत्मा की ओर से गर्भवती होगी और एक पुत्र को जन्मोगी।उस पुत्र का नाम यीशु रखना। उस समय मरियम का विवाह यूसुफ से होने वाला था। यह खबर सुनकर यूसुफ ने बदनामी के डर से मरियम को छोड़ने का मन बना लिया। लेकिन वह स्वर्गदूत ने यूसुफ को भी सारी बात ज्ञात कराई। स्वर्गदूत की बात मान यूसुफ मरियम को ब्याह कर अपने घर ले आया।उस समय  नासरथ नाम की जगह रोमन साम्राज्य का हिस्सा था।मरियम और यूसुफ नासरथ में ही रहते थे। मरियम की गर्भावस्था के दौरान ही रोम राज्य की जनगणना का समय आगया। तब नियम अनुसार यूसुफ को भी अपनी पत्नी को लेकर नाम लिखवाने येरुशलम के बैतलहम नगर में जाना पड़ा। किसी भी सराय में जगह ना मिलने के कारण उन्होंने गौ शाला में शरण ली। वही गौ शाला में ही मरियम ने एक सुंदर बालक को जन्म दिया। उन्हें कपड़ो में लपेट कर घास से बनी चरनी में लिटा दिया। बड़े ही सामान्य रूप में ईश्वर ने मरियम और यूसुफ के घर जन्म लिया। उस पुत्र का नाम यीशु रखा गया।प्रभु का जन्म दिन ईसाई लोग हर वर्ष धूम धाम से मनाते है। आज के दिन को ही क्रिसमस बोला जाता है। ईसाइयो के भगवान का जन्म दिवस  क्रिसमस के रूप में मनाया जाता है। यीशु को सभी का पालनहार और दुखभंजन जान लोग अपने भगवान का जन्म दिन ढेर सारी खुशियाँ के साथ मनाते है। कहा जाता है कि यीशु के जन्म तब हुआ था जब दुनिया में लालच, पाप, अत्याचार व कुरीतियों का विस्तार हो रहा था। यीशु ने लोगो को बुराइयों से बचाया और सही मार्गदर्शन दिया। इसी वजह से प्रभु के गुणगान में लोग क्रिसमस मनाते है। क्रिसमस के दिन लोगो मे प्रेम और भाईचारे का भाव होता है। 

क्रिसमस मनाने के तरीके- जैसे क्रिसमस के दिन की महिमा विशेष व सर्वव्यापी है। वैसे ही क्रिसमस मनाने का तरीका भी विशेष है। क्रिसमस की तैयारियां एक महीने पहले से शुरू कर दी जाती है। घरों की सफाई होती है। लोग अपने अपने घरों को सुंदर बनाते है और बड़े ही अच्छे तरीके से सजाते है। जैसे यीशु का जन्म उन्ही के घर मे हुआ हो। लोग नए नए वस्त्र व आभूषण खरीदते है। ढेर सारे पख्वान बनाते है। क्रिसमस के दिन चर्च को सजाया जाता है। रंग बिरंगी रोशनी से चर्च जगमगाते है। क्रिसमस की पूर्व संध्या में लोग प्रभु की प्रशंसा में केरोल गाते है। सुबह गिरजाघरों में प्रार्थना सभा होती है।शाम को सभी लोग एक दूसरे के घर बेंड बाजो के साथ  जाकर प्यार व भाईचारे के संदेश देते है। लोग प्रभु की प्रशंसा में गीत गाते है। आपस मे मनोरंजन करते है। आज के दिन बड़े बड़े क्रिसमस ट्री सजाये जाते है। उनपर घंटी लाइट आदि लगाई जाती है। लोग अपनी मनोकामनाये क्रिसमस ट्री पर लिखते है। और आशा करते है कि उनकी मनोकामनाएं ज़रूर पूरी होंगी।रात्रि को भोज होता है। सभी साथ में भोजन करते है।लोगों की आज खुशी की सीमा नही होती। 

आज का दिन बच्चों ले लिए सबसे विशेष माना जाता है। एक काल्पनिक किरदार बच्चों की मनोकामनाये पूर्ण करता है। सांता क्लॉज़ बच्चों के आकर्षण का केंद्र है। ऐसा माना जाता है कि सांता बच्चों को रात में खिलोने चॉकलेट आदि तोहफे देता है। सांता क्लॉज स्वर्गदूत होता है। जो बच्चों की इच्छाओं को पूर्ण करता है। आज के दिन सांता की पोशाक पहन कोई एक व्यक्ति झूमते हुए और बच्चों का मनोरंजन करते नजर आता है। बच्चे क्रिसमस का बड़ी ही बेसब्री से इंतज़ार करते है। नादान बच्चों के लिए आज के दिन तोहफे मनोरंजन का साधन होते है। उन्हें क्रिसमस ट्री व सांता क्लॉज बड़ा ही आकर्षक लगता है। यीशु के जन्म दिवस क्रिसमस के दिन लोग खुशी से झूम उठते है। क्रिसमस मनाने के साथ साथ लोग भाईचारे का संदेश भी देते है। लोग एक दूसरे के प्रति कैसे समर्पित रहा जाता है इसका पाठ सीखते है। कैसे लोगो के प्रति सम्मान रखना है ये भी बताते है। जिस प्रकार जैन लोगो का परमोधर्म अहिंसा होता है, वैसे ही ईसाइयों के परमोधर्म परोपकार होता है। क्रिसमस के दिन परोपकार का प्रचार प्रसार करते है।अपने अपने आंगन में लोग क्रिसमस ट्री लगते है। और साथ मे केक भी काटते है। क्रिसमस के दिन केक का विशेष महत्व माना जाता है। यीशु के जन्म की खुशी के उपलक्ष्य में लोग केक काटते है। 

विद्यालय में क्रिसमस- क्रिस्चियन स्कूल में क्रिसमस बड़े ही धूम धाम से मनाया जाता है। कई विद्यालयों में क्रिसमस 25 तरीक के पहले ही मना लिया जाता है। क्योंकि सभी विद्यालय में क्रिसमस पर अवकाश होता है। उस दिन विद्यालय में चित्र कला का प्रदर्शन होता है। जिसकी थीम क्रिसमस होती है। लोग अपनी कला से रंगोली व चित्रकारी करते है। लगभग हर चित्र में सांता क्लॉज, क्रिसमस ट्री, ईसा मसीह नज़र आते है। बच्चों को अपनी कला प्रस्तुति में अव्वल आने पर पुरुस्कृत भी किया जाता है। विद्यालय में भी क्रिसमस ट्री सजाया जाता है। ईसा मसीह के जन्म का नाट्य रूपांतरण भी किया जाता है। प्रभु के जन्म पर लोग भाव विभोर व प्रसन्न होते है।बड़े ही रोचक तरीके से नाट्य रूपांतरण किया जाता है। प्रभु के गुणगान में लोग केरोल व अन्य गीत भी गाते है।  बच्चो के आकर्षण का केंद्र सांता है इसीलिए खास कर बच्चों के लिए विद्यालयों में सांता की पोशाक में एक किरदार प्रस्तूत किया जाता है। भोले भाले बच्चे आसमान से आये सांता समझ बेहद प्रसन्न और मनोरंजित होते है। सांता सफेद और लाल रंग के वस्त्र पहन बच्चों के सामने आते है और उन्हें ढेर साथ चॉकलेट तोहफे आदि देते है। क्रिसमस ट्री को देख भी बच्चे खिलखिला उठते है। वे क्रिसमस आने का बेसब्री से  इंतज़ार करते है।  स्कूल में कार्यक्रम के दौरान केक कांटा जाता है।और सभी बच्चों को बांटा जाता है। बाद में क्रिसमस की 10 दिन की लंबी छुट्टी की घोषणा की जाती है। 

विदेश में भी यह त्योहार मनाया जाता है। क्रिसमस के एक दिन पूर्व जर्मनी में समारोह होते है।पूरे विश्व मे क्रिसमस का अवकाश होता है। ब्रिटेन में क्रिसमस के एक दिन पश्चयात 26 तारिक को बॉक्सिंग डे मानते है।कुछ कैथोलिक देशों में इसे सेंट स्टीफेंस डे या फीस्ट ऑफ सेंट स्टीफेंस भी कहते है।ये लोग आज के दिन केक कांट कर धुम धाम से चर्च में त्योहार मनाते है। चर्च को सुंदर ढंग से सजाते है। अपने परिवार समेत चर्च जाकर प्रभु के गुणगान करते है। 

उपसंहार- क्रिसमस शांति का पर्व है। क्रिसमस परोपकार का पर्व है। क्रिसमस जीत का पर्व है, क्रिसमस सत्य का पर्व है। जब जब देश में या समाज से बुराइयों का पलड़ा भारी होता है तब तब क्रिसमस हमे सही राह पर चलने को प्ररित करता है। समाज से लालच, नफरत व  कुरीतियों को विलुप्त कर प्रेम, दया व परोपकार से जीने की प्रेरणा देता है। बच्चों को खेल खुद, मस्ती मज़ाक में भी परोपकार का पाठ सीखा देता है क्रिसमस का दिन। जाने अनजाने सभी आनंद में मग्न अच्छाई का पाठ सीख लेते है। जो उन्हें जीवन मे हमेशा काम आता है। बच्चे हो या बड़े आज के दिन सभी एक दूसरे को मैरी क्रिसमस बोलते है। इसका अर्थ होता है हैप्पी क्रिसमस। 

आप सभी को भी “Merry Christmas”

हमें आशा है आपको essay on christmas पसंद आया होगा। आप चाहे तो इस आर्टिकल को christmas in hindi के रूप में भी प्रयोग कर सकते है। आप इसे about christmas in hindi या speech on christmas के रूप में भी संशोधनक करके इसी लेख को प्रयोग कर सकते है। अगर आप चाहते है की हम क्रिसमस स्पीच पे भी लेख लेकर आये तो जरूर कमेंट कर के हमें बताये। हिंदी कोना के सभी पाठको को हमारी ओर से happy christmas ।

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Christmas Essay in Hindi, Paragraph writing | क्रिसमस दिवस पर निबंध

Essay and paragraph writing on Christmas festival in Hindi

Paragraph writing in Hindi: क्रिसमस दिवस पर पैराग्राफ राइटिंग और निबंध यहां दिए जा रहे हैं। क्रिसमस एक महत्वपूर्ण पर्व है । पूरी दुनिया में मनाया जाने वाला यह त्योहार दयालुता और शांति का संदेश देता है। सेवाभाव और कर्तव्य की भावना को जागृत करता है।

Table of Contents

क्रिसमस  पर निबंध (Christmas Day Essay in Hindi)

हर साल 25 दिसंबर का दिन बहुत ही महत्वपूर्ण है। पूरी दुनिया में इस दिन क्रिसमस का त्यौहार मनाया जाता है। इस दिन स्कूलों में क्रिसमस की कहानियों पर आधारित नाटक का आयोजन होता है और ईसा मसीह के जीवन पर आधारित कलाकृतियां को सजाया जाता है। इस मौके पर स्कूल मैनेजमेंट द्वारा कई तरह के आयोजन कराए जाते हैं। क्रिसमस दिवस के दिनों में निबंध-प्रतियोगिता और नाट्य-प्रतियोगिता का आयोजन होता है। क्रिसमस त्योहार को उत्साह पूर्वक मनाया जाता है।

क्रिसमस दिवस के इस अवसर पर हम आपको 10 पंक्तियों, 150 शब्दों और 300 शब्दों में क्रिसमस-डे पर निबंध लेखन का सुझाव दे रहे हैं। (Christmas Essay in Hindi) इस तरह के निबंध आपके लिए बहुत उपयोगी है। क्रिसमस डे पर आधारित पैराग्राफ और निबंध आपके स्कूल प्रतियोगिता और भाषण के लिए लाभदायक है।

क्रिसमस पर 10 लाइन Christmas Essay in Hindi

10 paragraph on Christmas in Hindi : यहां पर हम 10 पंक्तियों में आपको क्रिसमस के बारे में कुछ बातें बता रहे हैं जो आपको निबंध लेखन में सहायता करेगी। 10 पंक्तियों में निबंध लेखन करना चाहते हैं तो यह आपके लिए बहुत उपयोगी है।

ईसा मसीह के जन्म का जश्न मनाने वाला दिन क्रिसमस का त्यौहार है। क्रिसमस का त्यौहार प्रसन्नता, एकता और बंधुता की भावना स्थापित करने वाला त्योहार है। 

क्रिसमस के दिन लोग नए-नए तरीके से घरों और सड़कों को रोशनियों से जगमगाते हैं। 

इस दिन उपहार एक दूसरे को देने की परंपरा है। उपहार के इस आदान-प्रदान से एक दूसरे के प्रति प्रेम और कृतज्ञता की भावना जागृत होती है।

इस त्योहार में मानव एकता और एक दूसरे की मदद करने की भावना देखने को मिलती है। 

घरों को तरह-तरह के जगमग रोशनी से सजाया जाता है। 

क्रिसमस के त्यौहार के दिन स्वादिष्ट भोजन और दावतों का सिलसिला शुरू हो जाता है। कई तरह के पकवान बनाए जाते हैं। केक, जिंजरब्रेड कुकीज़ और एग्नॉग जैसे व्यंजन इस उत्सव में खास हैं।

इस त्यौहार में लोग अपनों के साथ बैठकर खाने की मेज पर तरह-तरह के व्यंजन का लुफ्त उठाते हैं।

पूरी दुनिया में यह त्यौहार बड़ी हर्ष व उल्लास के साथ मनाया जाता है। 

क्रिसमस त्योहार पर 150 शब्दों में निबंध

क्रिसमस का पर्व महत्वपूर्ण धार्मिक और संस्कृत महत्व का त्योहार है। ‌ यह त्योहार ईसाई धर्म में ईसा मसीह के जन्मदिवस के अवसर पर हर साल 25 दिसंबर को मनाया जाता जाता है। इस दिन ईसाई लोग यीशु मसीह के जीवन की कहानियों का चिंतन करते हैं और एक दूसरे से खुशी,  प्रेम और सौहार्द व्यक्त करते हैं। 

क्रिसमस एक धार्मिक पर्व होने के साथ विश्व को संस्कृत-त्योहार के रूप में एक दूसरे को जोड़ता है। ‌

 इस दिन लोग पारंपरिक भोजन का लुफ्त उठाते हैं और एक दूसरे को उपहार का आदान प्रदान करके खुशियां मनाते हैं। 

अलग-अलग पृष्ठभूमि के लोगों को एक साथ एकता की भावना को बढ़ाने और प्रसन्नता से जीवन जीने की सीख भी देता है।

300 शब्दों में क्रिसमस उत्सव पर निबंध

क्रिसमस संसार में मनाया जाने वाला धार्मिक त्योहार है। विश्व के कई देशों में इस त्योहार को प्रसन्नता के साथ मनाया जाता है। 25 दिसंबर के दिन ईसाइयों के लिए बहुत धार्मिक महत्व का दिवस होता है। ईसा मसीह का जन्म इसी दिन हुआ था। इसलिए इस दिन धार्मिक और सांस्कृतिक रूप से ईसाई समुदाय इस त्योहार को मनाता है। 

 यह त्योहार अपनी धार्मिक जड़ों के अलावा सामाजिक और सांस्कृतिक रूप से एक लोग को दूसरे लोगों से जोड़ता है। सर्दियों की छुट्टियों के दिन पड़ने वाला यह त्योहार पूरी दुनिया में नई ऊर्जा और गर्मजोशी से मनाया जाता है। इस दिन क्रिसमस ट्री को रंग-बिरंगे झालरों से सजाया जाता है।  परिवार अपना स्वयं का क्रिसमस ट्री लाते हैं और अपने बच्चों के साथ क्रिसमस ट्री को रोशनी, आभूषण और टिनसेल से सजाते हैं। घर पर तरह-तरह के पकवान और विशेष तरह की केक बनाई जाती है। 

क्रिसमस के दिन परिवार आपस में इकट्ठा होकर एक दूसरे को बधाइयां और शुभकामनाएं देते हैं। इस दिन ईसाई समुदाय चर्च में जाकर विशेष प्रार्थना करते हैं। प्रेम-सौहार्द और कृतज्ञता को व्यक्त करने वाला यह त्योहार जीवन को आनंदपूर्ण और प्रेममय बनाता है। दया, करुणा,  ईमानदारी की सीख देने वाला यह त्योहार मानव-प्रेम और मानव-सेवा के प्रति समर्पित है।

ईसा मसीह के संदेशों और उनके जीवन से संबंधित कलाकृतियों की प्रदर्शनी चर्च में लगाई जाती है। रंग-विरंगे झालरों से ईसाई समुदाय के लोग घरों और चर्च को सजाते हैं। इस दिन अवकाश रहता है और बाजार में क्रिसमस की रौनक सभी का मन मोह लेता है। तरह-तरह के केक और व्यंजनों की दावत होती है। प्रसन्नता और कृतज्ञता के साथ यह त्योहार मनाया जाता है। ‌ शांति, दया और कृतज्ञता इस त्योहार की सबसे बड़ी खूबी है। ईसा मसीह के वचनों और उनके त्याग समर्पण की भावना को प्रदर्शित करता यह त्योहार धार्मिक और संस्कृत पर्व के रूप में पूरे विश्व में मनाया जाता है। 

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Abhishek pandey

Author Abhishek Pandey, (Journalist and educator) 15 year experience in writing field. newgyan.com Blog include Career, Education, technology Hindi- English language, writing tips, new knowledge information.

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क्रिसमस पर निबंध | Essay on Christmas in Hindi

Essay on Christmas in Hindi: क्रिसमस ईसाइयों समुदाय का एक महत्वपूर्ण त्यौहार है। क्रिसमस एक प्राचीन त्यौहार है, जो शीत ऋतु यानी कि सर्दियों में हर साल 25 दिसंबर के दिन मनाया जाता है । क्रिसमस का यह त्यौहार ईसाइयों द्वारा उनके प्रभु ‘ ईशा मसीह’ के जन्म दिवस के रूप में मनाया जाता है।

भले ही क्रिसमस ईसाइयों का त्यौहार है,परंतु अब पूरी दुनिया में हर धर्म के लोगों द्वारा क्रिसमस को बड़ी ही धूमधाम के साथ मनाया जाता है। तथा ऐसी मान्यता है कि सांता क्लाज आकर क्रिसमस के दिन रात्रि के 12:00 बजे बच्ची को उपहार बाटेंगे। इसीलिए बच्चों में इस दिन का कुछ अलग ही उत्साह देखने को मिलता है।

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क्रिसमस पर निबंध (Essay on Christmas in Hindi)

क्रिसमस का यह त्यौहार ईसाई धर्म के लोगों के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण होता है।जैसे हिंदू धर्म में’ दीपावली ‘ और मुस्लिम धर्म में ‘ ईद ‘ होती है इस प्रकार ईसाई धर्म में ‘ क्रिसमस ‘ होता है। क्रिसमस का यह त्यौहार ईसाई धर्म के लोग ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया में हर छोटे से लेकर बड़ों तक हर व्यक्ति क्रिसमस का यह त्यौहार मानता है ,घरों में छोटे छोटे पेड़ों की साज सजावट कर ,रंग – बिरंगी लाईट्स के द्वारा उसकी सजावट करते है।

बच्चों में क्रिसमस का तो अलग ही उत्साह दिखाई देता है,बच्चे बड़ी ही उत्सुकता और व्याकुलता के साथ सांता क्लाज और क्रिसमस का बहुत इंतजार करते हैं। वह बार-बार अपने माता-पिता से पूछते हैं कि सांता कब आएगा और बच्चों का यह इंतजार तभी खत्म होता है ,जब सांता के द्वारा उन्हें अच्छे-अच्छे उपहार प्राप्त हो जाते है।

क्रिसमस पर निबंध | Essay on Christmas in Hindi

क्रिसमस की परंपरा और मान्यता

ईसाई धर्म का यह त्यौहार क्रिसमस इसमें एक ऐसी परंपरा है कि इस दिन सभी दोस्तों, रिश्तेदारों और भले ही कोई दुश्मन ही क्यों ना हो, सभी को ग्रीटिंग कार्ड भेजते हैं।और एक दूसरे को क्रिसमस की बधाई देते हैं, तथा शाम को सब एक साथ मिलकर दावत करते हैं।

क्रिसमस के इस त्यौहार पर सभी लोग एक दूसरे को मिठाईयां चॉकलेट ग्रीटिंग कार्ड क्रिसमस से पेड़ सजावट की वस्तुएं अपने सभी दोस्तों रिश्तेदारों पड़ोसियों अपने जान पहचान के सभी लोगों को देते हैं।इसके अलावा वह इससे क्रिसमस के दिन को बड़े ही धूमधाम के साथ नाच गाकर, पार्टी मनाकर, इस पूरे दिन का आनंद लेते हैं।

ईसाई धर्म के लोगों के द्वारा क्रिसमस का त्यौहार उनके प्रभु ‘ ईसा मसीह ‘ के जन्म दिवस के रूप में मनाया जाता है ।ऐसा माना जाता है कि मानव जाति के अस्तित्व की रक्षा के लिए ही प्रभु ‘ ईसा मसीह ‘ को धरती लोक में भेजा गया था। जिससे समस्त संसार सुरक्षित रहे ।

क्रिसमस की तैयारियां

क्रिसमस की तैयारी लोग कई महीनो पहले से ही शुरू कर देते हैं। क्रिसमस की तैयारी लोग घर कार्यालय और सभी चर्च आदि की साफ – सफाई और पुताई से शुरू करते हैं। क्रिसमस के दिन चर्च को फूलों गुब्बारों और तरह-तरह की लाइटों के द्वारा बहुत सुंदर सजाया जाता है। इसके अलावा लोग अपने-अपने घरों में क्रिसमस ट्री को अनेकों उपहारों , गुब्बारों, गुड़िया,फूल,लाईट्स आदि वस्तुओं का इस्तेमाल कर “Christmas Tree” को बहुत सुंदर तरीके से सजाते हैं।

पूरा बाजार क्रिसमस की तैयारी के लिए बाजार सुंदर कार्ड ,उपहार ,सीनरी, मोमबत्ती,खिलौने और तरह-तरह के सजावटी वस्तु में से भर जाता है, तथा चारो तरफ रंग – बिरंगी लाइटों से पूरा बाजार जगमगा जाता है। एक दूसरे को उपहार आदान-प्रदान करते हैं और क्रिसमस के दिन लोग बड़े-बड़े भोज-भंडारों का आयोजन करते हैं ।जिसमें तरह-तरह के पकवानों को बनाया जाता हैं।पूरी दुनिया में क्रिसमस को बड़ी ही खुशी ,जोश ,धूमधाम और नाच गाकर मनाया जाता हैं।

क्रिसमस का महत्व

क्रिसमस का यह त्यौहार ईसाई समुदाय के अलावा पूरी दुनिया में भी बड़ी ही धूमधाम और बड़े उत्साह के साथ मनाया जाता है। ऐसा माना जाता है कि इस दिन ईसाई समुदाय के प्रभु’ ईसा मसीह ‘ का जन्म हुआ था। इन्हें धरती पर, लोगो को पापो , अत्याचारों आदि से मुक्त कराने तथा लोगो को सही मार्ग दर्शन देने व सही दिशा दिखाने के लिए भेजा गया था।

क्रिसमस का इतिहास

प्रभु” ईसा मसीह” माता ‘ मरियम ‘ और पिता ‘ यूसुफ ‘ की संतान थे। ईसा मसीह का जन्म बेथलेहेम (bethlehem)नाम के जगह के एक अस्तबल में हुआ था। जिस दिन प्रभु ईसा मसीह का जन्म हुआ उसी दिन आकाश में सबसे ज्यादा एक चमकदार तारा दिखाई दिया।जिसे देखकर लोगों ने यह अनुभव किया कि, रोम के शासन को अत्याचारों से बचाने के लिए उन सब के मसीहा ने जन्म ले लिया है।

ईसा मसीह का जन्म 7 से 2 ईसवी पूर्व के बीचो-बीच माना जाता है। 25 दिसंबर जो हम ईसा मसीह के जन्म दिवस के रूप में जानते हैं यह तिथि वास्तविक तिथि नहीं है। 25 दिसंबर की यह तारीख एक रोमन पर्व या हिंदुओ का त्यौहार ‘ मकर संक्रांति’ के आधार पर इसे चुना गया था

रोम के कुछ गैर ईसाई लोग 25 दिसंबर को अजेय सूर्य का जन्मदिन भी बताते थे। क्योंकि रोम के राजा सूर्यदेवता को ही अपना भगवान मानता था तथा ईसाई धर्म के लोग यह चाहते थे कि इसी दिन उनके भगवान ईसा मसीह का जन्मदिन भी मनाया जाए। शुरुआत में तो ईसा मसीह के जन्मदिन मनाए जाने के लिए कई मतभेद और वाद विवाद हुए। परंतु अब पूरी दुनियां में ही ‘ क्रिसमस ‘ को बड़े ही धूमधाम से मनाया जाता है।

क्रिसमस का समारोह

क्रिसमस का त्योहार बहुत ही धूमधाम में के साथ मनाया जाता है क्रिसमस के दिन के के काटने का भी बहुत महत्त्व होता है । लोग अपने-अपने घरों में तरह-तरह के केक बनाते तथा दोस्तो और रिश्तेदारों को केक भेज कर अपनी खुशियों को एक दूसरे के साथ बांटते हैं।

क्रिसमस के दिन मध्य रात्रि के 12 बजे सांता क्लास चुपचाप बच्चों के घरों में उनके लिए उपहार रखते हैं जिसे अगली सुबह बच्चे उपहार पाकर बहुत ही खुश हो जाते हैं। क्रिसमस के दिन स्कूल, कॉलेज ,विश्वविद्यालय तथा सरकारी संस्थान सभी बंद रहते हैं।और सभी लोग इस दिन का भरपूर आनंद लेते हैं।

क्रिसमस का त्यौहार खुशियां और आनंद का प्रतीक माना जाता है। इस दिन सभी ईसाई लोग अपने मित्रों ,संबंधियों एवं अपने जानने वालों ,को उपहार भेजते हैं उन्हें भोजन के लिए आमंत्रित करते हैं तथा नाच गाकर बड़े ही आनंद के साथ अपने भगवान ईसा मसीह का जन्मदिन मनाते हैं।

क्रिसमस के त्यौहार है से सभी का हृदय पवित्रता एवं खुशहाली का अनुभव करता है। मन में नयी ऊर्जा उत्पन्न होती है जो आने वाले कठिनाइयों के सामना करने के लिए हमें दिशा दिखाती है। क्रिसमस के जरिए ही हम सब लोग एक दूसरे के प्रति प्यार और सम्मान को प्रदर्शित करते हैं जिससे हमारे आपसी संबंधों में भी सुधार होता है। जिससे एक दूसरे के प्रति आपसी मतभेद खत्म होते हैं, और भाईचारे को भी बढ़ावा मिलता है।

प्रश्न 1- क्रिसमस का ऐतिहासिक महत्व क्या है?

उत्तर – इस दिन ईसाइयों के भगवान’ ईसा मसीह’ का जन्म हुआ था जिन्हें लोगों के पापों और अत्याचारों से मुक्त कराने और उन्हें सही मार्ग दिखाने के उद्देश्य से ईश्वर द्वारा धरती पर भेजा गया था।

प्रश्न 2- पहला क्रिसमस कब मनाया गया था?

उत्तर – पहला क्रिसमस 25 दिसंबर ,336 ई.को रूम में मनाया गया था।

प्रश्न 3- क्रिसमस की कहानी क्या है?

उत्तर – ईसाई धर्म की मान्यता के अनुसार ‘ क्रिसमस डे’ के दिन ईसाइयों के भगवान ‘ ईसा मसीह ‘ का जन्म हुआ था।

प्रश्न 4- क्रिसमस के त्यौंहार से हमें क्या संदेश मिलता है?

उत्तर – क्रिसमस का यह त्यौहार हमें ‘ शांति और प्रेम ‘ का संदेश देता है।

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Neha

नमस्‍कार दोस्‍तों! Hindigrammar.in.net ब्‍लॉग पर आपका हार्दिक स्‍वागत हैं। मेरा नाम नेहा हैं और मुझे हिंदी में लेख लिखना और पढ़ना बहुत पसंद हैं और मैं इस वेबसाइट के माध्‍यम से हिंदी में निबंध लेखन से संबंधित जानकारी शेयर करती हूँ।

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मेरा प्रिय त्योहार क्रिसमस पर निबंध My Favourite Festival Christmas Essay In Hindi

मेरा प्रिय त्योहार क्रिसमस पर निबंध My Favourite Festival Christmas Essay In Hindi प्रिय विद्यार्थियों आपका स्वागत है आज हम मेरा प्रिय क्रिसमस निबंध आपकों बताने जा रहे हैं.

क्रिसमस निबंध को आप कक्षा 1, 2, 3, 4,  5, 6, 7, 8, 9, 10 के स्टूडेंट्स को मेरे प्रिय त्योहार का निबंध याद करवा सकते हैं. 500 शब्दों में क्रिसमस पर दिया गया निबंध पढ़ते हैं.

Essay On My Favourite Festival Christmas In Hindi

मेरा प्रिय त्योहार क्रिसमस पर निबंध My Favourite Festival Christmas Essay In Hindi

हमारा भारत देश पर्वों एवं त्योहारों का देश है यहाँ सभी धर्मों के त्योहार एवं उत्सव बड़े धूमधाम से मनाए जाते हैं. क्रिसमस उन सबसे मेरा प्रिय त्यौहार हैं.

जो मानवता, एकता व भाईचारे का संदेश देता हैं. आज में आपके साथ स्टूडेंट्स के लिए क्रिसमस पर छोटा निबंध प्रस्तुत कर रहा हूँ. आर्टिकल शुरू करने से पूर्व आप सभी को  क्रिसमस  की हार्दिक शुभकामनाएं.

जिस तरह होली, दीपावली रक्षाबंधन हिन्दुओं के मुख्य त्योहार है इसी तरह क्रिसमस इसाई धर्म का सबसे बड़ा पर्व हैं. यह त्यौहार हर साल 25 दिसम्बर को मनाया जाता हैं.

इसाई धर्म इतिहास में इस दिन को बड़े दिवस की संज्ञा दी गई हैं. इसी दिन धर्म के संस्थापक ईसा मसीह का जन्म हुआ था. इसलिए यह एक ख़ुशी का पर्व हैं.

दुनियां में सबसे अधिक लोगों द्वारा मनाए जाने वाले क्रिसमस पर्व के अवसर पर सभी लोग अपने घरों को दुल्हन की तरह सजाते हैं.

कई महीने पूर्व से उत्सव को जोर शोर से मनाने की तैयारियां शुरू कर दी जाती हैं. इस अवसर पर लोग बाजार की ओर रूख करते हैं नयें कपड़ों मिठाइयों तथा उपहारों की खरीद की जाती हैं.

क्रिसमस के अवसर पर समूचा मोहल्ला खुशी के साथ पर्व मना रहा होता हैं. घर रोशनी से जगमगा उठते हैं. लोग एक दूसरे को इस पर्व की शुभकामनाएं देते हैं. इस दिन गॉड ईसा मसीह को समर्पित होती है इस दिन पूजा स्थलों पर विशेष प्रार्थना में लोग शामिल होते हैं.

शहर के नुक्कड़ चौराहों से प्रभु मसीह की झांकिया निकाली जाती हैं. क्रिसमस पर सभी घरों में अच्छे अच्छे पकवान बनाए जाते हैं. इस दिन हर इसाई के घर में एक क्रिसमस का पेड़ लगाया जाता है.

जो विभिन्न फूलों से सजा होता हैं इसे क्रिसमस ट्री कहा जाता हैं. लोग प्रभु के जन्मदिन को केक काटकर एक दूसरे को खिलाकर बड़े धूमधाम के साथ सेलिब्रेट करते हैं. इस दिन बड़े लोग एक मजाकिया मुखोटा धारण कर बच्चों को हैप्पी क्रिसमस कहकर चाकलेट आदि देते हैं.

इस अवसर पर सांता क्लॉज का विशेष महत्व हैं. सांता क्लॉज पर लोग सवार होकर बच्चों को क्रिसमस पर उपहार देते हैं. सांता क्लॉज सात हिरणों द्वारा बिना पहिये द्वारा खीची जाने वाली एक तरह की गाड़ी हैं. हर बालक को क्रिसमस पर सांता क्लॉज का इन्तजार रहता है.

क्योंकि इसके साथ ही उसे एक शानदार गिफ्ट भी मिलने वाला होता हैं. इसलिए लोग सांता क्लॉज की परम्परा का पालन करते हुए एक अनोखी वेशभूषा में आकर बच्चों को उपहार देते है.

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मैं उम्मीद करता हूँ दोस्तों यहाँ दिए गये मेरा प्रिय त्योहार क्रिसमस पर निबंध My Favourite Festival Christmas Essay In Hindi आपकों पसंद आए होंगे.

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  6. क्रिसमस पर निबंध Christmas Essay in Hindi (1000+ Words)

    इस आर्टिकल में आप क्रिसमस पर निबंध (Christmas Essay in Hindi) पढ़ सकते हैं। साथ ही इस लेख में हमने क्रिसमस की कहानी, इतिहास और इसके महत्व के विषय में भी लिखा है। यह निबंध ...

  7. Christmas Essay in Hindi: जानिए ...

    Christmas Essay In Hindi पर सैंपल 2 नीचे दिया गया है-रोमन कैलेंडर का शीतकालीन संक्रांति, 25 दिसंबर के आसपास होता है, जब हम दुनिया भर में यीशु के जन्म का ...

  8. क्रिसमस दिवस पर निबंध: Christmas Essay in Hindi

    यह लेख कुछ सुझाव प्रदान करता है, जिसमें 10 पंक्तियों, 150 शब्दों और 300 शब्दों में एक क्रिスマ निबंध शामिल है। क्रिसमस पर हिंदी में निबंध प्राप्त करें क्रिसमस के महत्व और आनंद का अन

  9. क्रिसमस पर निबंध

    क्रिसमस ईसाइयों का सबसे महत्त्वपूर्ण त्योहार है तथा भारत के ...

  10. क्रिसमस डे पर भाषण निबंध 10 लाइन

    Essay Speech On Christmas Day 10 Line In Hindi 2022: Christmas is the biggest festival of the Christian community, which is celebrated every year on 25 December as the birthday of the Lord Jesus Christ. The Christmas festival begins on the night of 24 December, which is called Christmas Evening.

  11. Christmas Essay in Hindi

    क्रिसमस : एक नजर में. क्रिश्चियन समुदाय के लोग हर साल 25 दिसंबर के दिन क्रिसमस का त्योहार मनाते हैं।. क्रिसमस का त्योहार ईसा मसीह के ...

  12. क्रिसमस पर निबंध

    क्रिसमस पर निबंध (Essay on Christmas in Hindi). इस लेख में क्रिसमस का क्या अर्थ है, क्रिसमस का हमारे जीवन में क्या महत्व है के बारे में जानेंगे I Essay on Christmas in 100, 150, 200, 250, 300, 1500 words.

  13. Christmas Essay In Hindi

    Spread the loveChristmas Essay In Hindi क्रिसमस पर निबंध ( Christmas Essay In Hindi): क्रिसमस भारत सहित दुनियां भर मैं मनाए जाने वाले बेहद जरूरी त्योहारों मैं से एक है, यह ईसाइयों का प्रमुख ...

  14. क्रिसमस पर निबंध हिंदी में

    12 Months Name In Hindi (12 महीनों के नाम) हैकर कैसे बने ; मुझे आशा है कि आपको Christmas Essay In Hindi इसके बारे में जानकारी आपको हमारे आर्टिकल से मिल गई होगी

  15. Essay on Christmas in Hindi क्रिसमस पर निबंध हिंदी में

    The long essay on Christmas in Hindi is defined in more than 1000 words. Learn an essay on Christmas in Hindi and bring better results. This time you can write essay on Christmas in Hindi every easily as we have added many sample Hindi essay. Essay on Christmas in Hindi 200 Words.

  16. Christmas Essay in Hindi: क्रिसमस पर निबंध

    Christmas Essay in Hindi 200 words. भारत में मनाए जाने वाले खास दिनों में से क्रिसमस डे भी एक खास दिन है। इस दिन को ईसा मसीह के जन्म के रूप में मनाया जाता है ...

  17. Christmas Essay In Hindi 2022

    Christmas Essay in Hindi - क्रिसमस निबंध 2. क्रिसमस हर साल 25 दिसंबर को मनाया जाता है। यह त्योहार ईसा मसीह की जयंती के रूप में मनाया जाता है। ईसाई ...

  18. क्रिसमस पर निबंध। christmas essay in hindi

    आज इस लेख में हम christmas essay in hindi लेकर आये है। स्कूलों में कॉलेज में अक्सर christmas essay पुछा जाता है। क्रिसमस पे निबंध हिंदी में आप इस पोस्ट में पढ़ें

  19. Christmas Essay in Hindi, Paragraph writing

    क्रिसमस पर 10 लाइन Christmas Essay in Hindi. 10 paragraph on Christmas in Hindi: यहां पर हम 10 पंक्तियों में आपको क्रिसमस के बारे में कुछ बातें बता रहे हैं जो आपको निबंध लेखन में सहायता करेगी। 10 ...

  20. Christmas Essay In Hindi 2022 क्रिसमस ...

    Christmas Essay In Hindi 2022/Christmas Day Essay In English 10 Lines: क्रिसमस ईसाईयों का सबसे प्रमुख त्योहार है, जो हर साल भगवान यीशु मसीहा की जयंती के अवसर पर 25 दिसंबर को मनाया जा है। स्कूलों में ...

  21. क्रिसमस पर निबंध

    Essay on Christmas in Hindi: क्रिसमस ईसाइयों समुदाय का एक महत्वपूर्ण त्यौहार है। क्रिसमस एक प्राचीन त्यौहार है, जो शीत ऋतु यानी कि सर्दियों में हर साल 25

  22. मेरा प्रिय त्योहार क्रिसमस पर निबंध Favourite Festival Hindi

    Essay On My Favourite Festival Christmas In Hindi. हमारा भारत देश पर्वों एवं त्योहारों का देश है यहाँ सभी धर्मों के त्योहार एवं उत्सव बड़े धूमधाम से मनाए जाते हैं ...